देहरादून, महिलाओं की सुरक्षा को लेकर उठे सवालों के बीच रक्षाबंधन के दिन एसएसपी देहरादून अजय सिंह द्वारा महिला सुरक्षा को लेकर आवश्यक रणनीति बनाते हुए समाज में हर वर्ग की महिलाओं को भविष्य में पूर्ण सुरक्षा का भरोसा दिया |
रक्षाबंधन के दिन एसएसपी दून ने सबसे व्यस्ततम रहने वाले कोरोनेशन और दून हास्पिटल पहुँचकर सुरक्षा व्यवस्थाओं का जायजा लिया, इस दौरान उन्होंने अस्पताल में आवश्यकतानुसार कई बिंदुओं पर वार्ता कर तत्काल अतिरिक्त फ़ोर्स तैनात सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाने के निर्देश अपने अधिकारों को दिये.इसके साथ ही अस्पतालों में सुरक्षा व्यवस्था के सम्बन्ध में एसएसपी देहरादून द्वारा अस्पताल प्रबंधन से वार्ता कर इस विषय पर जानकारी लेते हुए सुरक्षा का दायरा कैसे बेहतर हो सकें,इसको लेकर सम्बंधित पुलिस अधिकारियों को कड़े निर्देश दिए |
अस्पतालों में महिला सुरक्षा का जायजा लेने दौरान कोरोनेशन हास्पिटल और दून अस्पताल में ड्यूटी पर नियुक्त महिला डाक्टरों एवं नर्सों द्वारा एसएसपी अजय सिंह और उपस्थित पुलिस टीम की कलाई पर रक्षा सूत्र बांधकर रक्षाबंधन पर्व मनाया गया..इन मौके पर एसएसपी द्वारा उपस्थित महिला डाक्टरों व अन्य महिला स्टाफ को आश्वस्त किया गया कि उनकी सुरक्षा देहरादून पुलिस की सर्वोच्च प्रार्थमिकता है.इसके साथ एसएसपी ने डॉक्टर व नर्स को भरोसा दिलाया कि वर्क प्लेस पर कार्य के दौरान भी सेन्स ऑफ सिक्युरिटी देना हमारी प्राथमिकता है, एसएसपी द्वारा सुरक्षा जायजा लेने के दौरान कोरोनेशन अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर वी के चौहान व दून मेडिकल कॉलेज की प्राचार्य डॉ गीता जैन मौजूद रही |
चोरी का खुलासा दो गिरफ्तार, लाखों के जेवरात व नगदी बरामद
देहरादून, पुलिस ने नेहरू कालोनी क्षेत्र में हुई चोरी का खुलासा करते हुए दो लोगों को गिरफ्तार कर लाखों के जेवरात व नगदी बरामद कर ली। पुलिस ने दोनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उनको न्यायालय में पेश किया जहां से उनको न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार 17 अगस्त को सुरेंद्र सिंह गुसाईं निवासी कुमार गली, अजबपुरकंला, थाना नेहरू कॉलोनी, रिटायर्ड इन्जीनियर सीपीडब्लूडी द्वारा थाना नेहरू कॉलोनी पर तहरीर देकर बताया कि चोरों द्वारा उनके घर में घुसकर लगभग 30 लाख रूपये कीमत की ज्वैलरी व नगदी चोरी कर ली गयी है। पुलिस ने तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी। जांच के दौरान सुरेन्द्र गुसांई द्वारा बताया गया कि चोरी हुई ज्वैलरी की कुल कीमत 41 लाख रूपये है। घटना स्थल पर चोरों द्वारा घटना के समय सुरेन्द्र एवं उनकी पत्नी के कमरे का बाहर से कुन्डा लगा दिया गया था एवं घटना स्थल रेलवे पटरी के समीप था। पुलिस टीम को जानकारी मिली कि इस प्रकार से अपराध करने का तरीका सपेरा जनजाति के कुछ अपराधियों द्वारा अपनाया जाता है, जिस पर पुलिस टीम द्वारा नेहरू कॉलोनी क्षेत्र स्थित सपेरा बस्तियों में आरोपियों के सम्बन्ध में जानकारी करते हुए संदिग्ध व्यक्तियों से पूछताछ की गई तो पुलिस टीम को जानकारी प्राप्त हुई कि कुछ सपेरा जनजाति के व्यक्ति 10—12 दिन पहले नेहरू कॉलोनी क्षेत्र में देखे गए थे तथा जो स्थानीय नही थे। पुलिस टीम द्वारा किये जा रहे अथक प्रयासों से दूधली रोड से घटना में सम्मिलित दो आरोपियों सौरभ पुत्र ठंडू तथा मनदीप पुत्र चंडू को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से चोरी का शत प्रतिशत माल बरामद किया गया। पूछताछ में उन्होंने बताया कि वे दोनों सपेरा जनजाति के खानाबदोश किस्म के लोग हैं, जिनका कोई स्थाई ठिकाना नहीं है। चोरी की घटना अंजाम देने के दौरान आरोपियों द्वारा मोबाइल फोन का इस्तेमाल नहीं किया जाता है तथा सीसीटीवी कैमरों से बचने के लिए घटना स्थल तक आने जाने हेतु रेलवे पटरी का प्रयोग किया जाता है तथा घटना को अंजाम देने के बाद तुरंत अपने कपडे भी बदल लिए जाते है, जिससे कोई उन्हें पहचान न सके। घटना करने के लिए आते समय और घटना करने के बाद जाते समय पब्लिक ट्रांसपोर्ट का प्रयोग किया जाता है तथा रेलवे पटरी के आसपास कोई सीसीटीवी कैमरा न होने के कारण उसके आस पास के घरों को ही घटना के लिए चिन्हित किया जाता है। पुलिस ने दोनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उनको न्यायालय में पेश किया गया जहां से उनको न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया।