Thursday, May 1, 2025
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टिमरू औषधि के रूप में रामबाण-स्थानीय महिलाओं ने टिमरू से टूथपेस्ट और माउथ वाश बनाकर नया स्टार्टअप वर्णनम आइकॉनिक के नाम से शुरू किया

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अपने दांतों को मजबूत और मसूड़ों की सुरक्षा

देहरादून। उत्तराखंड तिमूर यानि टिमरू का परफ्यूम प्रधानमंत्री मोदी के द्वारा देश-विदेश में मशहूर हो गया तो वही स्थानीय महिलाओं ने टिमरू से टूथपेस्ट और माउथ वाश बनाकर नया स्टार्टअप वर्णनम आइकॉनिक के नाम से शुरू किया है|| वरनम नाम से टूथपेस्ट ग्राहकों के बीच काफी लोकप्रिय है। बच्चों के लिए भी अलग-अलग फ्लेवर में लाये हैं। जिसमें स्ट्राबेरी, बबलगम, मेंगो के साथ ही अन्य फ्लेवर भी हैं। जल्द ही अलग-अलग फ्लेवर में माउथवॉश भी तैयार होकर बाजार में आ रहा है। सोनल जैन तथा मंजू भसीन ने बताया कि हमने नेचर और साइंस को साथ लेकर काम किया है। इस स्टार्टअप में महिलाओं को ज्यादा जोड़ा है। स्वरोजगार के साथ ही महिला सशक्तीकरण की दिशा में काम कर रहे हैं। रीसर्च, ऑफिस, पैकिंग के साथ ही मार्केटिंग का काम भी महिलाएं देख रही हैं। इस स्टार्टअप में लगभग 50 लोग हैं जिनमें 90 प्रतिशत स्थानीय लोग हैं। अपने उत्पादों द्वारा प्रकृति को कोई नुकसान नहीं पहुंचाना चाहते। टूथपेस्ट के प्रयोग से मुंह और दांतों की समस्यों जैसेवाइटनिंग, सेन्सटिविटी, और remineralization क़ो दूर किया जा रहा है

दो महिलाओं ने शुरू किया वर्णनम आइकॉनिक नाम से स्टार्टअप
उपभोक्ताओं की दांतो संबंधी समस्याओं से दूर रखने की सोच को लेकर अपना वर्णनम आइकॉनिक स्टार्टअप शुरू किया। दो महिलाओं से यह स्टार्टअप शुरू किया था और आज कई लोग उनके साथ जुड़े हैं । डेंटिस्ट से क्लीनिकल टेस्ट में सेंसिटिविटी पर 94 प्रतिशत पॉजिटिव रिजल्ट आया। जबकि व्हाइटनिंग पर 84 प्रतिशत रिजल्ट आया है। दांतों के लिए टिमरू औषधि के रूप में रामबाण की तरह काम रहा है। टिमरू औषधि है और इसीलिए इसे जन जन तक पहुंचाने की कोशिश की जा रही है। हमने feb 2024 से रिसर्च शुरू की तब हमें एक और नेचुरल सुपर इफेक्टिव ingredient का पता चला जिसका नाम bio HAP है, इन दोनों क़ो मिला कर एक सुपर टूथपेस्ट तैयार हुआ जिसका लोगो से बहुत अच्छा रिस्पांस आ रहा है!
हमने 6 महीने पहले ही मार्केटिंग शुरू की है। हरिद्वार में टिमरू से टूथपेस्ट का उत्पादन कर देशभर में ई कॉमर्स से भेजा जा रहा है।

इसमें नीम, मिशवाक, लौंग जिरेनियम आदि भी इसमें डाली गई है। वरनम आइकॉनिक कि डायरेक्टर श्रीमती सोनल जैन एवं मंजू भसीन ने बतया कि अभी हम इसको सम्पूर्ण देश में इसको ले कर जाएंगे तथा उप्रेती सिस्टर्स क़ो अपना ब्रांड ambassador चुना है क्यूंकि वर्णनम तथा उप्रेती सिस्टर्स का लक्ष्य है, अपनी जड़ो यानि टीमूर हमारी उत्तराखंड की पहचान. उप्रेती sisters भी folk music से सम्पूर्ण भारत में पहचान बनाये हुई है तथा टीमूर उनके दिल के बहुत करीब है||

 

 

सीएम का दुर्गम क्षेत्र में पहुंचे निवेश नीति पर डीएम का विशेष फोकस

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देहरादून(आरएनएस)।   सीएम की दुर्गम क्षेत्र प्रथम की नीति पर  जिला प्रशासन आगे बढ रहा है जिससे जनपद के सामरिक क्षेत्र जौनसार बावर जिलाधिकारी  जिलाधिकारी सविन बंसल ने कहा कि मा0 मुख्यमंत्री जी के स्पष्ट निर्देश है कि दुर्गम क्षेत्रों में सरकार की जन कल्याणकारी योजनाओं का लाभ अंतिम व्यक्ति तक सरकार की योजनाओं का लाभ पहुंचे। उन्होंने कहा कि सरकार का दुर्गम क्षेत्र की प्रथम नीति को आगे बढाने जिला प्रशासन का विशेष फोकस है, इसी का परिणाम है कि प्रशासन निरंतर दुर्गम क्षेत्रों में बहुउद्देशीय शिविर, जनसंवाद कार्यक्रम, भ्रमण इत्यादि कार्यक्रमों से जनमानस के बीच जाकर क्षेत्र समस्याओं का समाधान करने हेतु वचनबद्ध है तथा हितधारकों लाभार्थियों को योजना का शत्प्रतिशत् लाभ मिले इसके लिए निरंतर प्रयासरत् है।
डीएम ने कहा कि क्षेत्र में केंद्रीय विद्यालय की मांग पर प्रस्ताव भेजा गया है जिस पर केन्द्रीय विद्यालयों की पृच्छाएं निराकरण करते हुए पुनः प्रेषित की गई। उन्होंने कहा कि जहां क्षेत्र में केंद्रीय विद्यालय खुलने से जनमानस को सुविधा होगी वहीं बच्चों को अच्छी शिक्षा भी मिल पाएगी। डीएम ने समुचित जिम्मेदारी लेते हुए कार्यपूर्ण कराने का विश्वास दिलाया तथा  क्षेत्रवासियों से सहयोग की अपेक्षा की।
जिलाधिकारी सविन बंसल में गौ सेवा संरक्षण समिति के वार्षिक सम्मेलन में बतौर मुख्य अतिथि प्रतिभाग कर आमंत्रण करने हेतु क्षेत्रवासियों का धन्यवाद दिया। डीएम ने कहा कि गौ माता सेवा सिर्फ धार्मिक विचारधारा या नैतिक जिम्मेदारी ही नी मानसिक एवं शारीरिक स्वास्थ्यका अचूक साथी भी है। इस अवसर पर पूर्व आईपीएस जगत राम जोशी, उप जिलाधिकारी गौरी प्रभात, संयुक्त मजिस्ट्रेट दीक्षा, अध्यक्ष गौ संरक्षण सेवा समिति, राकेश चौहान, सचिव सतपाल राय सहित बड़ी संख्या में स्थानीय जन उपस्थित रहे।

फर्जी डिग्री लगाकर ली सरकारी नौकरी,  2 शिक्षकों  को पांच-पांच साल की सजा

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रुद्रप्रयाग(आरएनएस)।  मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत ने शनिवार को बीएड की फर्जी डिग्री पर उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में नौकरी कर रहे दो शिक्षकों को 5-5 वर्ष के कठोर कारावास की सजा सुनाई।अभियोजन अधिकारी के अनुसार जनपद रुद्रप्रयाग निवासी और जिले में तैनात भवानी लाल पुत्र शेरी लाल एवं गुलाब सिंह पुत्र शिवराज सिंह की बीएड की फर्जी डिग्री जांच में फर्जी पाई गई थी। इस पर दोनों को बर्खास्त करने के बाद मुकदमा दर्ज किया गया था। शनिवार को मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट अशोक कुमार सैनी की अदालत ने दोनों अभियुक्तों को सजा सुनाई। साथ ही 10 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया गया। जुर्माना नहीं देने पर तीन माह अतिरिक्त कारावास की सजा भुगतनी होगी। दोनों को जिला कारागार पुरसाड़ी चमोली भेज दिया गया है।

दूसरी बार भी चल वैजयंती ट्रॉफी माध्यमिक शिक्षा विभाग के नाम हुई

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देहरादून, सचिवालय एथलेटिक्स एवं फिटनेस क्लब के तत्वावधान में रविवार को महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज रायपुर के एथलीट फील्ड में चतुर्थ सचिवालय अंतर विभागीय एथलेटिक्स चैंपियनशिप प्रतियोगिता 2025 का आयोजन किया गया।
जिसमें 15 सरकारी विभागों के लगभग 130 पुरुष एवं महिला अधिकारी कर्मचारियों के द्वारा द्वारा इसमें प्रतिभा किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में अपर सचिव खेल, उत्तराखंड शासन अतर सिंह उपस्थित थे। खेलों का समापन अवसर पर मुख्य अतिथि भारतीय स्टेट बैंक सचिवालय शाखा के मुख्य प्रबंधक आरती थपलियाल द्वारा समापन किया गया।
चतुर्थ अंतर विभागीय एथलेटिक्स मीट में चल बैजयंती चैंपियन ट्रॉफी माध्यमिक शिक्षा विभाग उत्तराखंड द्वारा सबसे अधिक स्वर्ण पदक प्राप्त कर अपने नाम की।
इस प्रतियोगिता में सचिवालय एथलेटिक्स क्लब के अध्यक्ष ललित चंद्र जोशी उपाध्यक्ष श्रीमती रीता कौल, महासचिव राजेंद्र प्रसाद जोशी कोषाध्यक्ष दिनेश सिंह घीगा सलाहकार जीवन सिंह बिष्ट, श्रीमती प्रमिला टम्टा , श्रीमती निधि ,चंद्रशेखर, सुभाष लोहनी, श्रीमती गोदावरी रावत सहित अनेक सदस्य उपस्थित थे।

दून के मौन लोगों के गमगीन समूह ने निकाली शवयात्रा

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देहरादून, हजारों पेड़ों की कटाई से जुड़ी मूर्खतापूर्ण योजनाओं को समाप्त करने की अपनी मांग को जारी रखते हुए, देहरादून के लंबे समय से पीड़ित नागरिक एक बार फिर एक साथ आए और एक अनोखे तरीके से दून घाटी के घटते हरित आवरण पर अपनी निराशा व्यक्त की।
सफेद कपड़े पहने लोग देहरादून में विभिन्न परियोजनाओं के लिए काटे गए हजारों पेड़ों और काटे जाने वाले हजारों पेड़ों के लिए शव यात्रा का हिस्सा बनने के लिए परेड ग्राउंड स्थित अशोक स्तंभ पर रविवार की सुबह एकत्र हुए। राजीव गांधी स्टेडियम के पास ‘पेड़ों के कब्रिस्तान’ से मृत पेड़ों की टहनियों की अर्थी, जो घाटी की खोई हुई हरियाली का प्रतीक है, को सभा की महिलाओं ने कंधा दिया। मुंह पर काली पट्टी बांधे मौन लोगों का गमगीन जुलूस परेड ग्राउंड से सचिवालय तक चला।
शव यात्रा के अंत में ज्योत्सना, अजय शर्मा, विजय भट्ट और करण ने सभा को संबोधित किया। मेड बांय बीटीडी के सदस्यों द्वारा एक नुक्कड़ नाटक भी प्रस्तुत किया गया। देहरादून के विभिन्न समूहों के सदस्य और कई आम नागरिक इस शव यात्रा का हिस्सा थे।
इस शव यात्रा के माध्यम से देहरादून के नागरिक प्रशासकों और सत्ता में बैठे लोगों से अपील करते हैं कि वे मौजूदा विकास मॉडल पर ‘पुनर्विचार’ करें। हम सभी एक ही पारिस्थितिकी तंत्र का हिस्सा हैं और पेड़ों को बेरहमी से काटकर हम न केवल अपने लिए बल्कि अपने बच्चों के लिए भी ‘अर्थी’ तैयार कर रहे हैं।
‘पेड़ों का कब्रिस्तान’ राजीव गांधी क्रिकेट स्टेडियम के पास के इलाके को नाम दिया गया है, जहां सैकड़ों मृत पेड़ खड़े हैं। इन पेड़ों का दो साल पहले सहस्त्रधारा रोड से प्रत्यारोपण किया गया था, लेकिन उनमें से कोई भी जीवित नहीं बचा।
आज के प्रदर्शन में जया, रवि चोपड़ा, जगमोहन मेंहदीरत्ता, राम लाल, अनूप नौटियाल, नितिन मलेथा, कमला पंत, अनीश लाल, विजय भट्ट, पंकज छेत्री हिमांशु अरोरा, करन ज्योत्सना शंशक आदि के साथ बड़ी संख्या में पर्यावरण प्रेमी युवा और आमजन मौजूद रहे l

बुक बैंक स्थापना दिवस पर बच्चों को स्कूल बैग और स्टेशनरी का वितरण

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देहरादून, एनएपीएसआर द्वारा बुक बैंक के आठवें स्थापना दिवस के अवसर पर सौ निर्धन व जरूरतमन्द बच्चों को स्टेशनरी व स्कूल बैग वितरित किये गए।
कार्यक्रम की शुरुआत अतिथिगणों द्वारा दीप प्रज्वलित करके की गई, कार्यक्रम की अध्यक्षता सेवानिवृत्त ब्रिगेडियर के जी बहल तथा मंच संचालन एसोसिएशन की युवा व सहयोगी गार्गी व गौरवी एवं एसोसिएशन के अध्यक्ष आरिफ खान ने किया, संस्था का अध्यक्ष आरिफ खान ने बताया कि अपने बेटे की चार किताबों और एक टेबल से शुरू किया गया बुक बैंक आज 13 शाखाओं के साथ उत्तराखंड एवं अन्य राज्यों मे पांच शाखाओं के माध्यम से सेवाएं दे रहा है । कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उत्सव ग्रुप थिएटर ऑर्गनाइजशेन के निदेशक राकेश भट्ट ने एनएपीएसआर द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में किये जा रहे कार्यों व कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि समाज के हर व्यक्ति एनएपीएसआर से प्रेरणा लेनी चाहिए और आम जनमानस की सेवा करनी चाहिए । कार्यक्रम में मुख्य रूप से ब्रिगेडियर के जी बहल,सरदार जी एस जस्सल, तारा फाउंडेशन की संस्थापिका शेरिंग लुडिंग, आरपी फाउंडेशन से डॉ. केएम अग्रवाल, जसविंदर कौर, समाज सेविका विभा नौडियाल, समाज सेविका अनुराधा भान, नवीन कुमार सडाना, समाज सेवी कृष्ण कुमार अरोरा, जगदीश चन्द्र आहूजा, डॉ. वीरेंद्र सिंह सैनी, विश्वम्भर नाथ बजाज, गोद फाउंडेशन के जितेन्द्र लिंगवाल इत्यादि ने बच्चों को आशीर्वाद दिया ।
म कार्यक्रम में बीना शर्मा,कविता खान,अमर सिंह, कावेरी सिंह, शांति प्रसाद जखमोला, संजय कुमार,सन्दीप बलूनी,महेंद्र प्रताप सिंह, सुबनित यादव, विकास यादव, शीला रावत इत्यादि शामिल रहे ।

लच्छीवाला टोल प्लाज के विरोध में परवादून जिला कांग्रेस का हल्ला बोल, केंद्रीय परिवहन मंत्री के नाम सौंपा ज्ञापन

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“टोल प्लाजा पर बड़ी संख्या में कांग्रेसियों सहित दून, डोईवाला, ऋषिकेश व हरिद्वार से आए लोगों ने प्रदर्शन करके धरना दिया”

देहरादून (डोईवाला), लच्छीवाला टोल हटाने की मांग को लेकर परवादून जिला कांग्रेस के आह्वान पर बड़ी संख्या में कांग्रेसियों और देहरादून, डोईवाला, ऋषिकेश व हरिद्वार से आए लोगों ने टोल प्लाजा पर धरना दिया। लच्छीवाला टोल प्लाजा पर आए दिन होने वाली दुर्घटनाओ के लिए प्रदेश सरकार और प्रशासन को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा गया कि मानकों की अनदेखी करके बनाए गए टोल प्लाजा से होकर यात्रा करना सुरक्षित नहीं है। प्रदर्शनकारियों ने टोल प्लाजा को आर्थिक उत्पीड़न का जरिया करार देते हुए चेतावनी दी कि यदि इसको जल्द ही यहां से नहीं हटाया गया तो आंदोलन तेज किया जाएगा।
परवादून जिला कांग्रेस के आह्वान पर रविवार सुबह साढ़े दस बजे बड़ी संख्या में लोगों ने टोल प्लाजा पहुंचकर धरना दिया। इस दौरान प्रदेश और केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए लच्छीवाला टोल को हादसों का टोल करार दिया गया। धरने के पश्चात डोईवाला उप जिलाधिकारी के माध्यम से केंद्रीय परिवहन मंत्री के नाम ज्ञापन भी सौंपा गया।
इस दौरान आयोजित सभा में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा, बीते सोमवार टोल प्लाजा पर डंपर की चपेट में आने से कार सवार दो व्यक्तियों की मृत्यु हो गई। इस दर्दनाक दुर्घटना की वजह टोल प्लाजा पर मानकों का उल्लंघन है। सरकार और प्रशासन इन हादसों की जिम्मेदारी लेते हुए पीड़ित परिवारों से माफी मांगे और मृतकों के परिजनों को समुचित मुआवजा प्रदान करे।
परवादून कांग्रेस जिलाध्यक्ष मोहित उनियाल ने कहा कि देहरादून की ओर से तेज ढलान पर बने टोल प्लाजा पर लोडेड भारी वाहनों की गति अनियंत्रित हो जाती है। तेज रफ्तार वाहन यहां भीषण दुर्घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। बीते सोमवार की दुर्घटना से पहले भी यहां इसी तरह के हादसे हुए हैं, पर सरकार, नेशनल हाईवे और जिला प्रशासन के अफसर अंजान बने हैं, क्योंकि जनता का आर्थिक शोषण करते हुए टैक्स जो वसूला जा रहा है। 24 मार्च को टोल हादसे में जिन लोगों की मृत्यु हुई उनके परिवार को 50 लाख मुआवजा दिया जाए ।
प्रदेश प्रवक्ता अभिनव थापर ने कहा, वैसे से देश में वन विभाग के तमाम मानक हैं, जो जनता तक बुनियादी सुविधाएं पहुंचाने में बाधा बनते हैं, पर लच्छीवाला वन क्षेत्र में आने वाले इस एलीफेंट कॉरिडोर में टोल टैक्स वसूली के लिए सभी नियम ध्वस्त कर दिए गए। यहां से हाथियों की आवाजाही रहती है, पर वन्य जीवों और पर्यावरण को लेकर बड़ी बड़ी बातें करने वाली सरकार ने टोल प्लाजा के मामले में अनदेखी कर दी।
पीसीसी सदस्य गौरव चौधरी ने कहा कि टोल टैक्स की दरों में वृद्धि कर दी गई। पहले से ही महंगाई की मार झेल रही जनता पर आर्थिक लूट का एक और भार डाला जा रहा है, जिसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उनियाल ने कहा, लच्छीवाला टोल प्लाजा पर आए दिन वाहन स्वामियों से अभद्रता और मारपीट की घटनाएं होती हैं, लेकिन पुलिस और प्रशासन मौन साधे हैं। आसपास के क्षेत्रों से आने वाले वाहनों से वसूली करना न्यायसंगत नहीं है। स्थानीय जनता टोल प्लाजा से निजात पाना चाहती है। लच्छीवाला से टोल प्लाजा को जल्द से जल्द हटा लिया जाए, नहीं तो कांग्रेस जनता के साथ बड़ा आंदोलन करेगी।
मोहित उनियाल ने कहा कि केंद्र और उत्तराखंड की सरकार जनता के हितों से खिलवाड़ कर रही है। सरकार को न तो यहां होने वाले हादसों की चिंता है और न ही जनता के आर्थिक नुकसान से उसका कोई वास्ता है। टोल टैक्स में बढोतरी करके लोगों को महंगाई के दुष्चक्र में फंसाया जा रहा है। यहउत्पीड़न बर्दाश्त से बाहर है, इसके खिलाफ एकजुटता का प्रदर्शन करते हुए हमें बड़ा आंदोलन करना होगा। जनता के आंदोलन के सामने सरकारों को झुकना पड़ता है। 10 दिन तक अगर टोल हटाने का फैसला नही लिया गया तो कांग्रेस द्वारा उग्र आंदोलन किया जाएगा ।
प्रदर्शन के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत,परवादून कांग्रेस जिलाध्यक्ष मोहित उनियाल,पीसीसी सदस्य गौरव चौधरी, सेवादल प्रदेश अध्यक्ष हेमा पुरोहित,कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता अभिनव थापर,डोईवाला कांग्रेस नगर अध्यक्ष करतार नेगी, ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष महेंद्र भट्ट, ऋषिकेश कांग्रेस अध्य्क्ष राकेश सिंह,मनोज नौटियाल, सागर मनवाल,पूर्व प्रधान राजेश गुरुंग,प्रदेश प्रवक्ता प्रमोद कपरुवांन,राहुल सैनी,सावन राठौर,प्रकाश नेगी,उमेद बोरा,जीतेन्द्र कुमार,गौरव मल्होत्रा,अमित सैनी,देवराज सावन,सुशील सैनी,नौशाद अली,प्रवीण सैनी,आरिफ अली,रईस, मोइन खान,भारत भूषण,बलविन्दर सिंह, जीतेन्द्र बर्थवाल, सुधांशु जोशी,अर्जुन रावत, शार्दूल नेगी,भव्य चमोला,यशवंत नेगी, विनोद कोठियाल,मताजेंद्र सिंह ताज, इंदरजीत सिंह,बलबीर सिंह, हरेंद्र बालियान,रोहित पांडे, सुनील थपलियाल,मसचिन थापा,ग्राम प्रधान रेखा बहुगुणा, ललित मोहन मिश्र, प्रदीप रावत, सुनील बर्मन,अंशुल त्यागी, रेनु चुनारा, अफसाना अंसारी, रश्मि देवराड़ी, विनीत प्रसाद भट्ट, सौरभ ममगई,हिमांशु रावत, सिद्धार्थ अग्रवाल, ललित मोहन मिश्र,सरोजनी थपलियाल आदि उपस्थित रहे ।

डॉ. विशाल सिंह के नेतृत्व में LabONE पैथोलॉजी का उद्घाटन, विशेष वर्गों के लिए किफायती पैकेज लॉन्च

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देहरादून। एमकेपी चौक स्थित यूनियन बैंक की ऊपर मंजिल पर LabONE Pathologies का विधिवत शुभारंभ आज डॉ. विशाल सिंह और डॉ. सृष्टि वर्मा के नेतृत्व में किया गया। शुभ अवसर पर विशेष पूजा-अर्चना के बाद लैब के संचालन की शुरुआत हुई।

डॉ. विशाल सिंह, जो स्वयं एक चिकित्सक होने के साथ-साथ स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में विश्वास रखते हैं, ने बताया कि LabONE की स्थापना का उद्देश्य केवल रिपोर्ट देना नहीं, बल्कि पैथोलॉजी में भरोसे, सटीकता और पारदर्शिता को पुनः स्थापित करना है।

LabONE को डॉक्टर-सुपरवाइज़्ड और टेक्नोलॉजी-ड्रिवन रखा गया है। डॉ. सिंह ने स्पष्ट किया कि “हर रिपोर्ट केवल मशीन से नहीं, अनुभव और ज़िम्मेदारी से निकलेगी।” उन्होंने कहा कि हम पैथोलॉजी को केवल एक तकनीकी प्रक्रिया नहीं, एक सेवा और समाज के प्रति उत्तरदायित्व के रूप में देखते हैं।May be an image of 3 people, newsroom and text

डॉ. विशाल सिंह ने यह भी बताया कि LabONE का फोकस dual है —
एक ओर डॉक्टर्स और क्लीनिक्स के साथ ethical B2B partnerships, और दूसरी ओर आम जनता के लिए accessible, affordable और fast B2C diagnostics। उन्होंने कहा,
“हम किसी price war में नहीं हैं, हम value war में हैं – जहाँ patient की respect, clarity और accuracy सबसे ऊपर हैं।”

इस अवसर पर डॉ. सिंह ने एक महत्वपूर्ण सामाजिक पहल की भी घोषणा की —
“हर 500 टेस्ट पर LabONE एक पेड़ लगाएगा। हम सिर्फ healthcare नहीं, green care भी दे रहे हैं। सेहत और पर्यावरण – दोनों की ज़िम्मेदारी हमारे कंधों पर है।”

डॉक्टर सृष्टि ने यह भी जानकारी दी कि LabONE की एक अहम विशेषता यह होगी कि लैब में हर समय एक डॉक्टर और पैथोलॉजिस्ट की उपस्थिति सुनिश्चित रहेगी, जिससे मरीज को तत्काल काउंसल्टेशन मिल सकेगा।

LabONE को डॉ. सिंह एक ऐसी diagnostic chain के रूप में विकसित कर रहे हैं, जो professionalism, ethics और sustainability को अपने मूल में रखे। देहरादून से शुरुआत करके, उनका उद्देश्य LabONE को भारत की सबसे भरोसेमंद और ईमानदार लैब चेन के रूप में स्थापित करना है — जहाँ diagnostics केवल एक सेवा नहीं, बल्कि एक सम्मान हो।

कार्यक्रम के दौरान पंडित संतोष खंडूरी जी द्वारा पूजा संपन्न कराई गई। इस अवसर पर मुख्य प्रबंधक श्री यज्ञदत्त चाचरा, स्टाफ एवं परिजनों की गरिमामयी उपस्थिति रही।

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बेसबॉल टुर्नामेन्ट का फाइनल मैच मुंबई रॉकर्स ने शानदार जीत हासिल कर प्रतियोगिता का ख़िताब अपने नाम किया

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देहरादून , पवेलियन ग्राउंड देहरादून मे आज उत्तराखंड बेसबॉल संघ के तत्वाधान में तीसरे विनय विंडलास मेमोरियल आल इंडिया क्लब बेसबॉल टुर्नामेन्ट का फाइनल मैच मुंबई रॉकर्स मुंबई और सिटी हॉक क्लब चंडीगढ़ के बीच खेला गया जिसमें मुंबई रॉकर्स ने शानदार जीत हासिल कर प्रतियोगिता का ख़िताब अपने नाम किया|

पवेलियन ग्राउंड में खेले गए पांच इनिंग के मुकाबले की पहली इनिंग में मुंबई रॉकर्स ने 04 रन बनाए जबकि सिटी हॉक क्लब चंडीगढ़ कोई भी स्कोर नहीं बना पाया, मुंबई की और से
मुगल, वेंकटेश, अजय, और चिराग ने एक एक रन बनाएं
दूसरी इनिंग में मुंबई रॉकर्स की ओर से पांच रन बनाए गए वेंकटेश अजय तुषार नीरज अभय ने एक एक रन बनाए गए सिटी हॉक अपना खाता खोलने में नाकाम रहा
तीसरी और चौथी इनिंग में मुंबई रॉकर्स और सिटी हॉकी की ओर से भी कोई स्कोर नहीं किया गया
पांचवी और आखिरी इनिंग में चंडीगढ़ मुंबई के आगे नतमस्तक हो गया और फाइनल में बिना स्कोर किये पवेलियन लौट गए इस प्रकार मुंबई ने फ़ाइनल मुकाबला 9 रन से जीत कर ख़िताब अपने नाम किया , विजेता टीम
को ट्रॉफी और एक लाख का नगद पुरषकर दिया गया जबकि उपविजेता टीम कों 75 हजार और ट्रॉफी मुख्य अथिति लालचंद शर्मा पूर्व महानगर अध्यक्ष कांग्रेस पार्टी द्वारा दीं गई इस अवसर पर अध्यक्ष विमल हरनाल आयोजक सचिव सतीश आनंद सयुक्त सचिव संजीव डोभाल, देहरादून ओलिंपिक संघ के अध्यक्ष गुरचरण सिंह, संरक्षक यू एन चुल्लू, बृजेन्द्र राणा, राहुल विन्दलास, प्रदीप बिष्ट ज्योतिस घिल्डियाल, एस के अग्निहोत्री, अनंत मिश्रा आदि गणमान्य लोग उपस्थित
फाइनल मुकाबले में अंपायर की भूमिका में चरणजीत सैनी, मुख्य प्लेट अंपायर एवं गुरप्रीत सिंह ,फर्स्ट बेस अंपायर .वीर बहादुर मल्ल .सेकंड बेस अंपायर. ममता नेगी. थर्ड बेस अंपायर स्कोर की भूमिका में .पूर्णिमा रावत. मैच टेक्निकल की भूमिका में .रवि कुमार थे

डी आई टी विश्वविद्यालय में आयोजित तीन दिवसीय स्फूर्ति खेल महोत्सव 2025 का हुआ समापन

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देहरादून । स्फूर्ति 2025: खेल उत्कृष्टता का एक भव्य प्रदर्शन स्फूर्ति 2025 बेहद रोमांचक रहा, जिसमें विभिन्न संस्थानों के कुछ सबसे प्रतिभाशाली एथलीटों ने खेल कौशल और प्रतिस्पर्धा का शानदार प्रदर्शन किया। इस कार्यक्रम में 118 टीमों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और उत्साह से भरपूर माहौल ने इसे खेल उत्कृष्टता का उत्सव बना दिया। बहुप्रतीक्षित स्फूर्ति का उद्घाटन श्री अभिनव कुमार सिन्हा, विशेष प्रमुख सचिव खेल एवं युवा, उत्तराखंड द्वारा औपचारिक “मशाल” प्रज्वलित करने के साथ शुरू हुआ, जो इस आयोजन की आधिकारिक शुरुआत का प्रतीक है। मशाल को कुशल एथलीट सुश्री निकिता सिंह द्वारा एम्फीथियेटर में ले जाया गया, जो सभी उपस्थित लोगों के लिए गर्व और प्रेरणा का क्षण था। माननीय कुलपति प्रो. जी. रघुराम ने इस कार्यक्रम की अध्यक्षता की, जिसमें सभी डीन और संकाय सदस्य शामिल हुए। डीन स्टूडेंट वेलफेयर डॉ. राकेश मोहन, चीफ प्रॉक्टर डॉ. नवीन सिंघल, चीफ वार्डन डॉ. सौरभ मिश्रा और असिस्टेंट डीएसडब्ल्यू डॉ. मनीषा दुसेजा सहित विश्वविद्यालय के प्रमुख गणमान्य व्यक्तियों ने समारोह के सुचारू संचालन की देखरेख में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

 

समारोह का मुख्य आकर्षण डीआईटी विश्वविद्यालय के खेल परिषद के अध्यक्ष डॉ. पी.एस. शर्मा द्वारा वार्षिक खेल रिपोर्ट प्रस्तुत करना था। औपचारिक उद्घाटन गुब्बारे उड़ाने के समारोह के साथ हुआ, जिसके बाद आयोजन समिति, अधिकारियों और विशिष्ट अतिथियों द्वारा आधिकारिक स्क्रॉल पढ़ा गया। प्रतियोगिता काफी कड़ी थी, जिसमें छह प्रमुख खेल इस आयोजन की रीढ़ थे। बैडमिंटन में 25 लड़कों की टीमें और 8 लड़कियों की टीमें वर्चस्व के लिए संघर्ष कर रही थीं, इसके बाद बास्केटबॉल का स्थान रहा, जिसमें 14 लड़कों की टीमें और 10 लड़कियों की टीमों ने भाग लिया। फुटबॉल में 16 टीमों ने भाग लिया, जबकि क्रिकेट में 12 मजबूत दावेदार आए। टेबल टेनिस में 14 टीमों ने उल्लेखनीय उत्साह दिखाया। तीन दिवसीय उत्सव में प्रतिभागियों ने विभिन्न खेलों में प्रतिस्पर्धा की, जबकि भीड़ हमेशा की तरह ऊर्जावान थी, जिससे यह आयोजन एक बड़ी सफलता बन गया। स्फूर्ति 2025 का समापन डीआईटी विश्वविद्यालय के वेदांत ऑडिटोरियम में एक प्रतिष्ठित समापन समारोह के साथ हुआ, जहां उत्कृष्ट टीमों और व्यक्तियों को उनके प्रदर्शन के लिए सम्मानित किया गया। यूपीईएस, देहरादून ने लीडरबोर्ड पर अपना दबदबा बनाते हुए समग्र चैंपियनशिप का खिताब जीता। उपविजेता का खिताब डीआईटी विश्वविद्यालय को मिला, जिसने पूरे आयोजन के दौरान सराहनीय प्रदर्शन किया। शानदार प्रदर्शनों में से: फुटबॉल लड़के: ग्राफिक एरा यूनिवर्सिटी ने खिताब जीता, डीआईटी यूनिवर्सिटी दूसरे स्थान पर रही। क्रिकेट: यूपीईएस विजयी हुआ, जबकि आईटीएम ने दूसरा स्थान हासिल किया। वॉलीबॉल लड़के: मदरहुड यूनिवर्सिटी ने ताज जीता, यूआईटी दूसरे स्थान पर रही। वॉलीबॉल लड़कियां: डीएवी ने चैंपियनशिप का दावा किया, जबकि यूपीईएस दूसरे स्थान पर रही। टेबल टेनिस: यूपीईएस ने प्रतियोगिता में दबदबा बनाया, डीआईटी यूनिवर्सिटी दूसरे स्थान पर रही। बास्केटबॉल लड़के: एमईआईटी मेरठ ने डीआईटी यूनिवर्सिटी को पछाड़कर खिताब हासिल किया। बास्केटबॉल लड़कियां: शिवाजी डीयू ने जीत दर्ज की, ग्राफिक एरा यूनिवर्सिटी दूसरे स्थान पर रही। बैडमिंटन लड़के: डीएवी ने असाधारण कौशल का प्रदर्शन करते हुए शीर्ष स्थान हासिल किया, जबकि एसएनयू दूसरे स्थान पर रहा। बैडमिंटन लड़कियां: यूपीईएस ने अपनी जीत का सिलसिला जारी रखा, डीआईटी यूनिवर्सिटी दूसरे स्थान पर रही। डीआईटी विश्वविद्यालय के वार्षिक खेल उत्सव स्फूर्ति का भव्य समापन समारोह किया गया, जो एक उत्साहजनक और सफल आयोजन का समापन था। समारोह की शुरुआत युवा विकास और खेल के संयुक्त निदेशक श्री अजय अग्रवाल की गरिमामयी उपस्थिति में हुई, जिन्होंने इस अवसर पर शिरकत की और सभी प्रतिभागियों, आयोजकों और स्वयंसेवकों के प्रयासों की सराहना की। चीफ प्रॉक्टर डॉ. नवीन सिंघल, डीन स्टूडेंट वेलफेयर डॉ. राकेश मोहन और स्पोर्ट्स काउंसिल के अध्यक्ष डॉ. पी.एस. शर्मा ने विभिन्न स्पर्धाओं के विजेताओं और उपविजेताओं को सम्मानित किया और उनकी कड़ी मेहनत और दृढ़ संकल्प की सराहना की। समारोह जीवंत सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ जारी रहा, जिसमें मंत्रमुग्ध कर देने वाली भगवान वंदना, पारंपरिक गढ़वाली और भांगड़ा नृत्य प्रदर्शन, एक शानदार स्पोर्ट्स बॉलीवुड डांस और एक भावपूर्ण गायन प्रस्तुति शामिल थी। इन प्रदर्शनों ने उत्सव की भावना को और बढ़ा दिया, जिससे दर्शक मंत्रमुग्ध हो गए और इस आयोजन को और भी यादगार बना दिया। असिस्टेंट डीएसडब्ल्यू डॉ. मनीषा दुसेजा और चीफ वार्डन डॉ. सौरभ मिश्रा ने आयोजन टीम, प्रतिभागियों, रेफरी और सम्मानित अतिथियों को स्फूर्ति 2025 को सफल बनाने में उनके अमूल्य योगदान के लिए हार्दिक धन्यवाद दिया। समापन समारोह के साथ स्फूर्ति के एक और उल्लेखनीय संस्करण का समापन हुआ, इस आयोजन ने सभी उपस्थित लोगों पर एक अमिट छाप छोड़ी। स्फूर्ति 2025 सिर्फ एक प्रतियोगिता से कहीं बढ़कर था; यह लचीलेपन, दृढ़ संकल्प और खेलों की एकजुट करने वाली शक्ति का उत्सव था। हम सभी विजेताओं और प्रतिभागियों को हार्दिक बधाई देते हैं जिन्होंने अविश्वसनीय प्रतिभा, दृढ़ संकल्प और खेल भावना का प्रदर्शन किया।