Saturday, May 17, 2025
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श्रृंखला सांस्कृतिक समिति रंगारंग प्रस्तुतियों के साथ मनायेगी बॉलीवुड गायक किशोर कुमार का 95वां जन्मदिवस

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देहरादून, श्रृंखला सांस्कृतिक समिति महान बॉलीवुड गायक किशोर कुमार के 95वें जन्मदिवस एक महासंगीतमय कार्यक्रम रूप में आयोजन करने जा रहा है |
उत्तरांचल प्रेस क्लब में पत्रकारों रूबरू होते हुये समिति के संस्थापक अध्यक्ष पीयूष निगम ने बताया कि सगीतमय कार्यक्रम का आयोजन रविवार आईआरडीटी ऑडिटोरियम में किया जायेगा, जिसमें बॉलीवुड के महान गीतकार समीर अनजान भी शिरकत करेंगे, निगम ने कहा कि समीर अनजान ने अबतक लगभग 5000 से ज्यादा गीत लिखे है जिसके कारण समीर जी का नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी दर्ज है।
उन्होंने कहा कि कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य जनजन तक अपने उत्कृष्ट गायन से बॉलीवुड के महान गायक किशोर कुमार का 95 वां जन्मदिन को मनाना है साथ ही भारतीय संस्कृति, साहित्य, गीत व संगीत के माध्यम से हिंदी भाषा के प्रचार प्रसार, भारतीय संस्कारों को आत्मसात कराना एवं समाज में समरसता बनाना है ताकि होनहार व प्रतिभावान बच्चों को बड़ा मंच प्रदान करना है। निगम ने कहा कि समाज में स्पेशल चिल्ड्रेन्स को भी मंच प्रदान कर उनके बेहतर स्वास्थ्य व आत्मविश्वास को सुनिश्चित करना है। समिति प्रति वर्ष समाज के विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य कर रही शख्सियतों को श्रृंखला श्री की उपाधि से सम्मानित भी करती है।
कार्यक्रम में उत्तराखंड के प्रसिद्ध गायक कलाकर किशोर कुमार के साथ समीर अनजान जी के गीतों की प्रस्तुति करेगें साथ बहुत से डांसर ग्रुप भी अपनी कला का प्रदर्शन करेगें।
प्रेस वार्ता में समिति के संस्थापक अध्यक्ष पीयूष निगम, उपाध्यक्ष राम सिंह असवाल, उपाध्यक्ष मनीषा आले, महासचिव संजीव वर्मा, सहसचिव अमित रावत, विगेडियर विपिन नौटियाल (सेनि०), हितेन्द्र सक्सेना संदीप अग्रवाल एवं सुनीता क्षेत्री आदि मौजूद रहे ।

अंकिता भंडारी हत्याकांड : आरोपियों पर कोटद्वार में ही चलेगा मुकदमा, सुप्रीम कोर्ट ने पुलकित आर्य की याचिका खारिज की

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नई दिल्ली, उत्तराखंड के बहुचर्चित अंकिता भंडारी हत्याकांड में आरोपी पुलकित कार्य की उस अर्जी को देश की सर्वाेच्च अदालत द्वारा खारिज कर दिया गया है जिसमें मुख्य आरोपी ने अपने केस को कोटद्वार की अदालत से अन्य किसी अदालत में ट्रांसफर करने की मांग की गई थी।
सुप्रीम कोर्ट द्वारा पुलकित कार्य की इस याचिका को खारिज करते हुए कहा गया है कि यह एक संगीन आपराधिक मामला है। कोर्ट ने कहा कि इस केस में जल्द सुनवाई और न्याय करने की जरूरत है। उल्लेखनीय है कि अंकिता भंडारी हत्याकांड ने उत्तराखंड की राजनीति में तहलका मचा दिया था। क्योंकि इस केस का मुख्य आरोपी पुलकित आर्य के सत्ताधारी भाजपा से गहरे रसूख थे तथा अंकिता भंडारी की हत्या के इस केस में किसी वीवीआईपी को स्पेशल सर्विस देने के लिए अंकिता पर दबाव बनाने और मना करने पर हत्या करने जैसी बातें भी चर्चाओं के केंद्र में रही हैं। विपक्षी दल कांग्रेस के नेता अंकिता को न्याय दिलाने के नाम पर अब तक आंदोलन करते आए हैं।
अंकिता भंडारी जो पौड़ी गढ़वाल के एक गांव की रहने वाली थी ऋषिकेश के वन्तरा रिजार्ट में रिसेप्शनिस्ट के पद पर काम करती थी तथा वही रहती थी। उसे काम करते हुए अधिक समय नहीं हुआ था कि 18 सितंबर को उसके लापता होने की खबर खुद वंन्तरा रिजार्ट के स्वामी के बेटे पुलकित आर्य द्वारा ही राजस्व पुलिस को दी गई थी। जिसके एक सप्ताह बाद 24 सितंबर को उसका शव चीला नहर से बरामद हुआ था। इस मामले में पुलकित आर्य तथा उसके दो मैनेजर सौरभ भास्कर व अंकित गुप्ता के खिलाफ केस दर्ज किया गया था।
सरकार द्वारा इस मामले में एक एसआईटी गठित की गई जिसकी प्रमुख पी. रेणुका देवी थी। इस मामले में 100 लोगों की गवाही या बयान दर्ज कर 500 पेज की रिपोर्ट दाखिल की गई। 2022 से तीनों आरोपी जेल में बंद है तथा कोटद्वार जिला अदालत में इसकी सुनवाई चल रही है। आरोपियों को जमानत तक नहीं मिल सकी है अब आरोपी पुलकित आर्य द्वारा सुप्रीम कोर्ट में अर्जी देकर अपना केस कहीं और ट्रांसफर करने की मांग की गई थी लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने उसकी अर्जी को खारिज कर दिया है।

मासूम के फेफड़े में फंसी थी बड़े आकार की गिट्टी, एम्स के चिकित्सकों ने लिया रिस्क और बचा ली जान

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ऋषिकेश, एम्स के डाक्टरों के अथक प्रयास से सांस की नली में रोढ़ी बजरी की गिट्टी फंसने से एक 7 वर्षीय बच्चे की जान बचायी जा सकी। मासूम बच्चे का जीवन बचाने के लिए माता-पिता उसे लेकर कई अस्पतालों में गए, मगर मामला गंभीर देख सभी ने हाथ खड़े कर दिए। ऐसे में जोखिम उठाते हुए एम्स के चिकित्सकों ने इलाज की उच्च तकनीक का उपयोग किया और सांस की नली से होते हुए फेफड़े में फंसी गिट्टी को बाहर निकालने में कामयाबी हासिल की। बताया गया कि यह गिट्टी खेल-खेल में बच्चे के गले से नीचे उतरकर सांस की नली में फंस गई थी।
हरिद्वार के शाहपुर गांव का 7 साल का मासूम कुछ दिन पहले अपने भाई-बहन के साथ घर के आंगन में खेल रहा था। खेल-खेल में बच्चे ने घर के आंगन में रखी रोढ़ी की ढेर से एक गिट्टी मुंह में डाल दी। यह गिट्टी उसके गले में से नीचे उतरकर सांस की नली में जाकर फंस गई। कुछ दिनों बाद धीरे-धीरे बच्चे को सांस लेने में दिक्कत होने लगी और उसकी हालत गंभीर हो गई। परिजन बच्चे को अस्पताल ले गए तो जनपद के बड़े अस्पतालों ने भी जबाव दे दिया। आखिरी उम्मीद लिए माता-पिता बच्चे को लेकर एम्स की पीडियाट्रिक पल्मोनरी ओपीडी में पहुंचे। उस समय संस्थान की कार्यकारी निदेशक प्रोफेसर (डॉ.) मीनू सिंह पीडियाट्रिक पल्मोनरी विभाग के अन्य चिकित्सकों के साथ ओपीडी में स्वयं मौजूद थीं। प्रो. मीनू सिंह के मार्गदर्शन में डॉक्टरों की टीम ने सभी आवश्यक जांचें करने के बाद फ्लैक्सिबल वीडियो ब्रोंकोस्कॉपी करने का निर्णय लिया |
इस बाबत जानकारी देते हुए पल्मोनरी मेडिसिन विभाग के एडिशनल प्रोफेसर डॉ. मयंक मिश्रा ने बताया कि टीम वर्क से संपन्न की गई इस प्रक्रिया से चिकित्सकों की टीम, बच्चे की श्वास नली में फंसी गिट्टी को बाहर निकालने में सफल रही। डॉ. मयंक ने बताया कि निकाली गई गिट्टी का साईज 1.5×1 सेमी. था। 16 जुलाई को ब्रोंकोस्कॉपी की प्रक्रिया संपन्न करने के बाद स्वस्थ होने पर बच्चे को पिछले सप्ताह एम्स से डिस्चार्ज कर दिया गया।
पल्मोनरी मेडिसिन विभाग के हेड प्रो. गिरीश सिंधवानी ने बताया कि इस तरह के बढ़ते मामलों के मद्देनजर परिवार वालों को चाहिए कि छोटी उम्र के बच्चों की देखरेख और उनके रख-रखाव के प्रति विशेष सावधानी बरतें। ताकि इस प्रकार की घटनाएं कम से कम हो सकें। इलाज प्रक्रिया को संपन्न करने वाली टीम में पल्मोनरी मेडिसिन विभाग के डॉ. मयंक मिश्रा के अलावा पीडियाट्रिक पल्मोनरी विभाग की डॉ. खुशबू तनेजा और एनेस्थेसिया विभाग के डॉ. प्रवीन तलवार आदि शामिल थे।

 

” छह साल से कम उम्र के बच्चों में यह बहुत आम बात है कि वह किसी भी चीज को मुंह में डाल लेते हैं। इनमें छोटे सिक्के, कंचे, शर्ट के बटन, बैटरी, पेंसिल, पिन और नुकीली वस्तुएं आदि प्रमुख हैं। गले से नीचे उतरकर इनमें से कुछ चीजें भोजन नली और कुछ सांस की नली में फंस जाती हैं। पीडियाट्रिक पल्मोनरी विभाग खासतौर से छोटे बच्चों के श्वास रोग संबंधी उपचार के लिए ही बना है। एम्स में क्रिटिकल स्थिति वाले इस प्रकार के बच्चों के इलाज के लिए ब्रोन्कोस्कॉपी की आधुनिक और उच्चस्तरीय विभिन्न तकनीकें उपलब्ध हैं।”
प्रोफेसर (डॉ.) मीनू सिंह, कार्यकारी निदेशक, एम्स ऋषिकेश

केदारनाथ सहित यात्रा मार्ग में फँसे 4000 श्रद्धालुओं का सुरक्षित रेस्क्यू

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(देवेंन्द्र चमोली)

” बीती रात केदार घाटी में हुये जल प्रलय से केदारनाथ यात्रा ही नहीं पूरी केदारघाटी प्रभावित हुई है। सोनप्रयाग से लेकर रामबाडा, भीमबली , लिनचौली सहित यात्रा मार्ग मे भारी नुकसान हुआ है। जिला प्रशासन की निगरानी में अब तक 4000 श्रद्धालुओं को विभिन्न जगहों से निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुचाया गया है। 700 श्रद्धालुओं को हेली से रेस्क्यू, किया गया है, इस दौरान लगभग 5000 फूड पैकेट्स फँसे यात्रियों को वितरित किये गये। प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रभावित छैत्र में पहुँचकर राहत बचाव कार्य का जायजा लिया। आपदा की बिभीषिका को देखते हुये पीएमओ ने भी मदद का हाथ बडाया है, रेस्क्यू के लिए एयर फोर्स का चिनूक, एमआई 17 केदारनाथ के लिये भेजा”

रुद्रप्रयाग- केदारघाटी में बीती रात्रि को हुई अत्यधिक बारिश से अफरा तफरी का माहौल बना हुआ है। लिनचोली के समीप जंगलचट्टी में बादल फटने से रामबाड़ा, भीमबली लिनचोली का रास्ता पूरी तरह से छतिग्रस्त होने के बाद जिला प्रशासन ने तत्परता दिखाते हुए राहत एवं बचाव कार्य शुरु किया। अतिवृष्टि की सूचना मिलते ही स्थानीय प्रशासन की टीम द्वारा राहत एँव बचाव कार्य युद्ध स्तर पर शुरु किया गया। इन स्थानों में फंसे श्रद्धालुओं को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने के साथ उन्हें आवश्यकता के अनुसार पानी की बोतल व फूड पैकेट भी उपलब्ध कराए गए। मिली जानकारी के अनुशार देर शाम तक केदारनाथ यात्रा मार्ग से 4000 से अधिक श्रद्धालुओं का रेस्क्यू किया गया। जिसमें लगभग 700 श्रद्धालुओं का हैली के माध्यम से रेस्क्यू किया गया। फंसे हुए श्रद्धालुओं को जीएमवीएन एवं अन्य सुरक्षित स्थानों पर रोका गया है।
प्रदेश के मुख्यमंत्री, आपदा सचिव एवं गढ़वाल कमिश्नर राहत एँव बचाव कार्य पर लगातार नजर बनाए हुए हैं। उधर पीएमओ कार्यालय से भी हरसंभव मदद का आश्वासन दिया गया है।
देर रात्रि हुई अतिवृष्टि के बाद आज प्रातः मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी एवं मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने जिलाधिकारी सौरभ गहरवार से घटना की जानकारी ली। साथ ही जिलाधिकारी से हुई वार्ता में यात्रा मार्ग में फंसे हुए श्रद्धालुओं का प्राथमिकता के आधार पर रेस्क्यू करते हुए उन्हें सुरक्षित स्थानों में पहुंचाने हेतु निर्देशित किया गया। सोनप्रयाग से गौरीकुंड के मध्य करीब डेढ सौ मीटर रास्ते के बहने के बाद एसडीआरएफ, डीडीआरएफ तथा एनडीआरएफ की टीमों के सहयोग से लगभग 4000 श्रद्धालुओं को निकाला गया। इसमें भीमबली और लिनचोली में बाधित हुए रास्ते के कारण पांच हैली सेवाओं के माध्यम से करीब 700 लोगों का रेस्क्यू किया गया। केदारनाथ धाम में श्रद्धालुओं को आश्वस्त किया गया है कि कल से हवाई सेवा हेतु चिनूक एवं एमआई की सेवा उपलब्ध करा दी जाएंगी तथा यथाशीघ्र उनको रेस्क्यू कर लिया जाएगा। केदारनाथ धाम में 10-14 दिनों के लिए खानपान की पूर्ण व्यवस्था उपलब्ध है।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने स्वयं प्रभावित क्षेत्रों का हवाई एवं मौके पर सर्वेक्षण किया। साथ ही उनके द्वारा रेस्क्यू कर रही टीमों की हौसला अफजाई की गई। इस दौरान मुख्यमंत्री ने श्रद्धालुओं से वार्ता कर उनसे फीडबैक लिया। मौके पर पहुंचने पर श्रद्धालुओं द्वारा मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया गया।
अत्यधिक बारिश के चलते केदार घाटी के लिए जाने वाली 33 केवी की विद्युत सप्लाई बाधित होने के बाद प्राथमिकता के आधार पर श्री केदारनाथ धाम में 11 केवी लाइन की विद्युत सप्लाई के जरिए विद्युत आपूर्ति की जा रही है।वहीं गौरीकुंड, सोनप्रयाग व लिनचोली में विद्युत व्यवस्था सुचारू करने हेतु कार्य गतिमान है, जिसके लिए 55 लोगों द्वारा कार्य गतिमान है। यात्रा मार्ग में पेयजल व शौचालय की व्यवस्था दुरूस्त है। इसके अतिरिक्त एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, डीडीआरएफ सहित जिला एवं तहसील प्रशासन के लगभग 500 कार्मिकों द्वारा अलग-अलग सेक्टर में कार्य किया जा रहा है। सभी सेक्टरों को अलग-अलग 7 सेक्टरों में बांटा गया है। तथा अलग-अलग सेक्टर में अलग-अलग टीमें गठित हैं जो उनसे संबंधित लोगों से लगातार संपर्क कर रही है। साथ ही किसी स्थिति में किसी के फंसे होने अथवा अन्य किसी भी तरह की सहायता हेतु टीमें मुस्तैद हैं।
वहीं केदारनाथ धाम के मोटर मार्गों को भी दुरूस्त कर लिया गया है। रुद्रप्रयाग से सोनप्रयाग तक को पूर्णतः यातायात हेतु सुचारू किया जा चुका है। जबकि सोनप्रयाग से गौरीकुंड मार्ग पर भी कार्य शुरू किया जा चुका है। दिनभर में लिनचोली, भीमबली सहित अन्य स्थानों पर खाद्य विभाग द्वारा लगभग 5 हजार फूड पैकेट का वितरण किया गया। इसके अलावा जीएमवीएन द्वारा वहां फंसे लोगों को लंच की भी व्यवस्था की गई। वहीं गौरीकुंड में भी खाद्य विभाग के द्वारा भोजन व्यव्स्था कारवाई गई। इसके अतिरिक्त सोनप्रयाग व गौरीकुंड में भी फूड पैकेट उपलब्ध कराए गए हैं। जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती अमरदेई शाह द्वारा भी लोगों को फूड पैकेट उपलब्ध कराए गए। चिनूक, एमआई सहित अन्य हवाई सेवाएं निर्बाध रूप से रेस्क्यू कर सकें इसके लिए तीन एटीएफ के टैंकर रुद्रप्रयाग के लिए रवाना हो गए हैं। जिसमें मोहाली से 11 किलोलीटर जबकि देहरादून एवं सहारनपुर 10-10 किलोलीटर के एटीएफ रुद्रप्रयाग पहुंचने जा रहे हैं।

आम आदमी की जेब पर बढ़ा भार, अगस्त के पहले ही दिन आम आदमी को महंगाई का झटका लगा है

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दिल्ली , । अगस्त के पहले ही दिन आम आदमी को महंगाई का झटका लगा है। ऑयल मार्केटिंग कंपनियों ने रसोई गैस सिलेंडर के दाम बढ़ा दिये हैं। इससे अब आपको एलपीजी सिलेंडर महंगा मिलेगा। नई कीमतें आज से लागू हो गई हैं। 19 किलोग्राम वाले एलपीजी सिलेंडर के दाम में यह बढ़ोतरी हुई है। कंपनियों ने इस एलपीजी सिलेंडर की कीमत में 8.50 रुपये का इजाफा किया है। वहीं, 14 किलोग्राम वाले घरेलू गैस सिलेंडर की कीमत में कोई बदलाव नहीं हुआ है।
इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन लिमिटेड की वेबसाइट के मुताबिक, देश की राजधानी दिल्ली में 19 किलो वाला एलपीजी सिलेंडर अब 1652.50 रुपये में मिल रहा है। पहले यह कीमत 1646 रुपये थी। यहां कीमत में 6.50 रुपये का इजाफा हुआ है। कोलकाता में यह सिलेंडर अब 1764.50 रुपये में मिल रहा है। यहां कीमत में 8.50 रुपये का इजाफा हुआ है। मुंबई में इस सिलेंडर की नई कीमत 1605 रुपये और चेन्नई में 1817 रुपये हो गई है। 19 किलोग्राम वाले एलपीजी गैस सिलेंडर की पुरानी कीमत कोलकाता में 1756 रुपये, मुंबई में 1598 रुपये और चेन्नई में 1809.50 रुपये थी।
बिना सब्सिडी वाले 14.2 किलोग्राम के रसोई गैस सिलेंडर के दाम में कोई बदलाव नहीं हुआ है। दिल्ली में यह सिलेंडर 803 रुपये में मिल रहा है। कोलकाता में इस सिलेंडर की कीमत 829 रुपये है। मुंबई में यह सिलंडर 802.50 रुपये और चेन्नई में 818.50 रुपये में मिल रहा है। केंद्र सरकार ने महिला दिवस पर इस गैस सिलेंडर के दाम घटाए थे। इससे कीमत में 100 रुपये प्रति सिलेंडर की गिरावट आ गई थी। इसके बाद रसोई गैस सिलेंडर की कीमत में कोई बदलाव नहीं हुआ है।

डीएवी कॉलेज को भारत सरकार से मिले साठ लाख

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-छह विज्ञान विभागों में आधुनिक उपकरणों स्थापित होंगे

-केंद्रीय कंप्यूटर लैब की भी होगी स्थापना

देहरादून, डीएवी पीजी कॉलेज देहरादून को भारत सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग की फैसिलिटीज फॉर इंप्रूवमेंट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी इन्फ्रास्ट्रक्चर (DST, FIST) परियोजना के अंतर्गत रुपए 60 लाख की स्वीकृति प्राप्त हो गई है।

इसके अंतर्गत डी.ए.वी. कॉलेज को अगले पांच वर्षों 2024-2029 तक की अवधि के लिए वर्षवार उपयोग हेतु रुपए 60.00 लाख की औपचारिक वित्तीय स्वीकृति देते हुए अनुमोदन पत्र जारी कर दिया है।

इस कार्यक्रम/ परियोजना के प्रथम वर्ष के अंतर्गत महाविद्यालय के 6 विज्ञान विभागों वनस्पति विज्ञान, रसायन विज्ञान, भौतिकी, गणित, सांख्यिकी तथा जंतु विज्ञान में विभिन्न उपकरण खरीदे जाने के साथ साथ औद्योगिक अनुसंधान एवं विकास समर्थन तथा वैज्ञानिक सामाजिक जिम्मेदारी गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा।
इस हेतु प्रथम किश्त के रूप में रुपए 41,25,000.00 भारत सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के द्वारा जारी किए जाने की भी सूचना/ अनुमोदन पत्र प्राप्त हो चुका है। महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. सुनील कुमार ने इस उपलब्धि के लिए महाविद्यालय, परियोजना समन्वयक प्रो. प्रशान्त सिंह तथा सहयोगी 6 विभागों के अनुभवी विभागाध्यकक्षों प्रो. एस. पी. जोशी, प्रो. ए. आर. सेमवाल, प्रो. शशि किरण सोलंकी, प्रो. यू. एस. राणा, प्रो. आलोक श्रीवास्तव और डॉ. झरना बैनर्जी को बधाई देते हुए प्रसन्नता व्यक्त की।
महाविद्यालय प्रबंध समिति के महासचिव एडवोकेट मानवेंद्र स्वरूप ने महाविद्यालय प्राचार्य सहित परियोजना टीम को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह स्वीकृति महाविद्यालय के विज्ञान विभागों के आधुनिकीकरण और सुधारीकरण में बड़ी भूमिका अदा करेगी तथा इससे अगले चक्र में होने वाली नैक ग्रेडिंग में बड़ी सहायता मिलेगी।
रसायन विज्ञान विभाग के परियोजना अन्वेषक प्रो. प्रशान्त सिंह ने इस अवसर पर महाविद्यालय प्रशासन तथा प्रबंध तंत्र का परियोजना स्वीकृति में किए गए योगदान एवम सहयोग हेतु आभार जताया। प्रो. सिंह ने कहा कि आशा और विश्वास है कि इस परियोजना के अंतर्गत महाविद्यालय के सभी 6 विज्ञान विभागों में आधुनिक उपकरणों तथा केंद्रीय कंप्यूटर लैब के उपयोग से स्नातक, परस्नातक छात्रों, शोधार्थियों तथा शिक्षकों को बेहतर अनुभव, प्रशिक्षण तथा शोध कार्यों को स्तरीय तरीके से करने में बड़ी सहायता मिलेगी तथा विभागीय लैबें आधुनिक उपकरणों से सुसज्जित हो सकेंगी।

 

सयुंक्त आंदोलनकारी मंच ने किया धरना प्रारम्भ

देहरादून, अपने पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुसार राज्य आंदोलनकारी सयुंक्त मंच के तत्वावधान आंदोलनकारियों ने गुरूवार से शहीद स्मारक में अपना धरना प्रारंभ कर दिया।
धरने के पहले दिन समर्थन देने पहुंची हरबर्टपुर की वरिष्ठ आंदोलनकारी उर्मिला शर्मा व दून के ओमी उनियाल ने कहा जब सरकार 10% क्षैतिज आरक्षण का राजनीतिक लाभ ले रही है तो लागू क्यों नहीं करवा रही है।
सेलाकुई से धरने का समर्थन करने पहुंची देवेश्वरी रावत व यूकेडी की प्रमिला रावत ने सरकार पर इल्जाम लगाते हुए कहा हमारे लोग 31 दिसंबर 2021 से अपने चिन्हीकरण के फॉर्म जिलाधिकारी कार्यालय में जमा करके बैठे है मगर सरकार उनके फॉर्म दबा कर बैठी है।
धरने में पहुँचने वालों में दिनेश भारद्वाज, अम्बुज शर्मा, राम किशन,पुष्पा देवी,क्रांति अभिषेक,प्रदीप कुकरेती, बलबीर सिंह नेगी,विपुल नॉटियाल, जबर सिंह पावेल,जगदीश चौहान, पुष्पराज बहुगुणा,क्रांति कुकरेती, गीता बिष्ट,सत्या डोगरा, सूर्या बमराड़ा,विजेंद्र रावत,दीपक गैरोला आदि थे।

 

नर्सिंग सेवा संघ ने दिया स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण महानिदेशक को ज्ञापन दिया

देहरादून, नर्सिंग सेवा संघ के पदाधिकारी स्‍वास्‍थ्‍य एवं परिवार कल्याण महानिदेशक श्रीमती तारा आर्य जी से मिले और उनको इस संबंध में ज्ञापन दिया कि स्वास्थ्य विभाग में जो 1564 नर्सिंग अधिकारियों के पदों के सापेक्ष जो पद अभी रिक्त पड़े हुए हैं, उन पर भी शीघ्र से शीघ्र वेटिंग लिस्ट निकली जाए और जूनियर बेरोजगार नर्सिंग अधिकारियों
को इसमें मौका दिया जाए इसके लिए निदेशक ने नर्सिंग सेवा संघ के पदाधिकारी को पूर्ण आश्वासन दिया कि इस पर जल्दी ही कार्य किया जाएगा |
इस दौरान संघ के संरक्षक श्री विजय चौहान ,अध्यक्ष लीला चौहान, सचिव पपेन्दर बिष्ट, सुशील कोठियाल ,लक्ष्मी ,पूजा आदि उपस्थित रहे |

 

स्तन कैंसर को लेकर जागरूकता एवं निशुल्क परीक्षण शिविर का हुआ आयोजन

 

देहरादून, महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग जनपद देहरादून के द्वारा स्तनपान सप्ताह के दौरान कैन प्रोटेक्शन फाउंडेशन के सहयोग से बाल विकास परियोजना रायपुर के तहत ईश्वर विहार आंगनवाड़ी केंद्र पर महिलाओं में स्तन कैंसर की शीघ्र पहचान हेतु जागरूकता एवम निशुल्क परीक्षण शिविर का आयोजन क्षेत्र की महिलाओं हेतु किया गया। जिसमे कुल 65 महिलाओं के द्वारा जांच करवाई गई जिसमे पांच महिलाओं कैंसर संबंधी लक्षण पाए जाने पर उन्हें मेमोग्राफी हेतु सलाह दी गई। कैन फाउंडेशन की ओर से डॉक्टर रेखा खन्ना और मालती सिंह जी के द्वारा महिलाओं की स्क्रीनिंग का कार्य किया गया। श्रीमती माजेश्वरी रावत, सीडीपीओ द्वारा सभी महिलाओं को स्तनपान से संबंधित शपथ भी दिलवाई गई। साथ ही महिलाओं को परिवार नियोजन संबंधित जानकारी, पोषण, सही खान पान, एनीमिया आदि जानकारी दी गई।
कार्यक्रम में क्षेत्र की सुपरवाइजर मीना बलूनी, संगीता परिहार, जिला हब फॉर एंपावरमेंट ऑफ वूमेन देहरादून की ओर से सरोज ध्यानी, डॉक्टर सुरभि खत्री, सीएचओ, बबिता मिश्रा ब्लॉक कोऑर्डिनेटर, रीना भंडारी, आरकेएसके काउंसलर, सुनीता चौधरी फैमिली प्लानिंग काउंसलर और सेंटर की आगनवाड़ी कार्यकर्ता उपस्थित थी।

 

शिव महापुराण कथा द्वितीय दिन : बिदूंक और चंचुला के चरित्र का हुआ वर्णन

देहरादून, सरस्वती विहार विकास समिति अजबपुर खुर्द देहरादून द्वारा शिव शक्ति मंदिर सरस्वती विहार में 31 जुलाई 2024 से 10 अगस्त 2024 तक शिव महापुराण का आयोजन किया जा रहा है, गुरूवार को कथा के द्वितीय दिवस पर कथा व्यास आचार्य सतीश जगुडी ने बिदूंक और चंचुला के चरित्र के बारे में बताया जिन्होंने मनुष्य तन पाकर बिदूंक ने अपने को भी काम क्रोध में आशक्त करा दिया इसके बाद बिदूंक मृत्यु के बाद प्रेत बन गया जिसके उद्रार के लिए उसकी पत्नी ने शिव महापुराण कराया और उसकी मुक्ति दिलाई, इस अवसर पर समिति के अध्यक्ष श्री पंचम सिंह बिष्ट वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्री बीएस चौहान उपाध्यक्ष श्री कैलाश राम तिवारी सचिव श्री गजेंद्र भंडारी अनूप सिंह फर्त्याल, मूर्ति राम विजल्वाण, दिनेश जुयाल, विजय सिंह रावत, सोहन सिंहरौतेला,मंगल सिंह कुट्टी, पी एल चमोली, जयप्रकाश सेमवाल, आशीष गुसाई, जयपाल सिंह बर्थवाल, चिंतामणि पुरोहित, बग्वालिया सिंह रावत, आदि उपस्थित थे

 

एडवोकेट विकेश नेगी के समर्थन में उतरे अधिवक्ता

एडवोकेट विकेश नेगी को जिला बदर किये जाने की कार्रवाई की अधिवक्ताओं ने की निंदा - हिन्दुस्थान समाचार
देहरादून, गुरुवार को उत्तरांचल प्रेस क्लब मे अधिवक्ताओं ने पत्रकार वार्ता करते हुए एडवोकेट विकेश नेगी के समर्थन में सरकार से मांग करते हुए कहा की विकेश नेगी पर पुलिस द्वेषपूर्ण कार्यवाही कर रही है जो सही नहीं है। अधिवक्ताओं ने कहा की आर टी आई एक्टिविस्ट विकेश नेगी को पुलिस द्वारा एक तरफा कार्यवाही करते हुए जिलाबदर किया जाना पुलिस पर प्रश्न लगाता है।
अधिवक्ताओं ने कहा की एडवोकेट विकेश नेगी पर कोई भी आपराधिक रिकॉर्ड नहीं है। अधिवक्ताओं ने पत्रकार वार्ता करते हुए सरकाऱ से मांग करी है कि विकेश नेगी पर पुलिस द्वारा एक तरफा कार्यवाही किये जाने पर पुलिस अधिकारी व डीएम पर कार्यवाही की जानी चाहिए।
प्रेस वार्ता के दौरान मंच पर साक्षी खन्ना, अशोक अग्रवाल,एस के सुन्द्रियाल, के. के.बौखंड़ी, प्रमिला रावत, जी. सी. शर्मा, आर. एस. नेगी, टी. एस. नेगी,सुरेन्द्र कुमार, विनीत सिंह, अन्नू पंत, मनीष रावत सहित दर्जनों अधिवक्ता शामिल रहे।

आरटीआई क्लब ने दिया ज्ञापन

देहरादून, एडवोकेट विकेश नेगी को शासन द्वारा जिला बदर किए जाने के सम्बन्ध में आज आरटीआई क्लब उत्तराखंड़ द्वारा जिलाधिकारी देहरादून को ज्ञापन दिया गया। ज्ञापन की प्रतिलिपि मुख्य सचिव उत्तराखण्ड़ और राज्य सूचना आयुक्त को भी भेजी गयी ।
ज्ञापन देने वालों में अध्यक्ष डा. बी. पी. मैंठाणी, महासचिव अमर एस धुंता, सचिव यज्ञ भूषण शर्मा, सचिव शांति प्रसाद भट्ट,सुरेंद्र सिंह थापा ,ए. एन. अग्रवाल, काण्डपाल, अजय नारायण शर्मा, शामिल थे।

 

विद्यालय हितों के लिए तत्पर रहूंगा : चंद्रशेखर नौटियाल

नैनबाग (शिवांश कुंवर), सरदार सिंह रावत राजकीय इंटर कॉलेज नैनबाग में नवनियुक्त प्रधानाचार्य चंद्रशेखर नौटियाल ने पदभार ग्रहण किया |
बता दें कि चंद्रशेखर नौटियाल ने एक शिक्षक के रूप में अपनी जीवन शुरुआत पहले प्राइवेट विद्यालय व और अशासकीय विद्यालय में पूरी निष्ठा के साथ सेवा दी, वर्ष 2004 में लोक सेवा आयोग द्वारा सरकारी विद्यालय में तैनाती के बाद विभिन्न विद्यालय में शिक्षक का दायित्व निभाया,
नव नियुक्त प्रधानाचार्य ने पदभार ग्रहण करने के बाद कहा कि विद्यालय के सर्वांगीण व छात्र-छात्राओं के विकास के लिए एक जूटता के साथ शिक्षण कार्य को बेहतर बनाने में काम किया जाएगा, उन्होंने कहा कि विद्यालय में एक सेवक के रूप में पूरी ऊर्जा निष्ठा व समर्पण भाव के साथ सदैव तत्पर रहूंगा व समस्त विद्यालय परिवार को सेवा भाव लग्न के साथ शिक्षा की इस मुहिम को आगे बढ़ाने में कार्य करेंगे हम सब का दायित्व होगा, पदभार ग्रहण के बाद आम जनमानस से विद्यालय हितों में सहयोग की अपील की |

इस मौके पर नवनियुक्त प्रधानाचार्य चंद्रशेखर नोटियाल, अभिभावक संघ के अध्यक्ष प्रदीप पंवार, एमसी अध्यक्ष गंभीर सिंह पंवार, गंभीर सिंह रावत, व्यापार मंडल अध्यक्ष दिनेश तोमर, सुभाष सेमवाल, मनोज नेगी, अतुल कुमार, यशवीर रावत महावीर सिंह चौहान, कैलाश सिंह रावत,विपिन सकलानी, मोनिका नेगी, शमदाद खान, प्रमिला चौहान, आदि उपस्थित रहे |

भारी बारिश ने मचाया हड़कंप : रुद्रप्रयाग टिहरी सर्वाधिक प्रभावित, केदारनाथ यात्रा स्थगित प्रशासन ने की 10 लोगों के मरने की पुष्टि, 5 लापता

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-मुख्यमंत्री धामी ने किया हवाई व स्थलीय निरीक्षण

-गंगा का जलस्तर बढ़ा, घाटों से दूर रहने की अपील

-लिंचोली में फंसे यात्रियों का हेलीकॉप्टर से रेस्क्यू जारी

देहरादून, उत्तराखंड़ में मानसून की बारिश ने पूरे पर्वतीय भूभाग में आफत का ताड़व दिखा दिया। राज्य में बीते 24 घंटे में राज्य में हुई भारी बारिश के कारण 10 लोगों की जान चली गई तथा पांच लोग लापता है। आपदा का सबसे ज्यादा असर रुद्रप्रयाग और टिहरी में देखा गया जहां बादल फटने से भारी जान माल का नुकसान हुआ है। केदारनाथ यात्रा मार्ग पर दो पुलों के बह जाने तथा हाईवे का एक बड़ा हिस्सा बह जाने से सैकड़ो यात्रियों के फंस जाने की खबर है, जिन्हें हेलीकॉप्टर से रेस्क्यू और जंगल में बनाए गए वैकल्पिक मार्ग से निकाल लाने का प्रयास किया जा रहा है। केदारनाथ हाईवे और पैदल मार्ग के बंद हो जाने के कारण फिलहाल कुछ दिनों के लिए केदारनाथ यात्रा को स्थगित कर दिया गया है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जो खुद हालात पर नजर बनाए हुए हैं, ने आज टिहरी के घनसाली क्षेत्र का हवाई निरीक्षण किया तथा धरातल पर जाकर भी स्थिति का जायजा लिया। बीती रात यहां जखनियाली में बादल फटने से भारी तबाही हुई थी तथा दो लोगों की मौत हो गई थी तथा एक साधु लापता हो गया था। मुख्यमंत्री धामी ने आज आपदा सचिव व सभी जिलों के डीएम के साथ स्थलीय हालत की जानकारी ली। उनका कहना है कि वह स्वयं स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। उनकी प्राथमिकता है कि मुसीबत में फंसे लोगों को पहले सुरक्षित बाहर निकाला जाए।
रुद्रप्रयाग से गौरीकुंड तक भूस्खलन के कारण हाइवे कई जगह बाधित हो गया, महाबली व जानकी चटृी के बीच दो पुल बह गए हैं तथा कुंड के पुल के एक हिस्से के धसने से इस पर आवाजाही रोक दी गई है। वही सोनप्रयाग गौरीकुंड के बीच मंदाकिनी के तेज बहाव के साथ हाईवे का बड़ा हिस्सा बह गया है, लिंचोली में 500 से अधिक लोग फंसे हुए हैं जिन्हें हेलीकॉप्टर से रेस्क्यू कर तथा जंगल से वैकल्पिक मार्ग से निकाला जा रहा है। समाचार लिखे जाने तक 100 के आसपास लोगों को निकाला जा चुका था तथा रेस्क्यू जारी था। केदारनाथ यात्रा को फिलहाल स्थगित कर दिया गया है तथा हाईवे व वैकल्पिक मार्ग खुलने तक यात्रा बंद रहेगी। इस आपदा से हरिद्वार में तीन रुड़की में दो तथा देहरादून व चमोली में एक—एक मौत होने की पुष्टि प्रशासन द्वारा की गई है जबकि पांच लोग लापता बताए गए हैं। पहाड़ पर भारी बारिश के बाद ऋषिकेश व हरिद्वार में गंगा का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है प्रशासन ने लोगों से घाटों से दूर रहने की अपील की है।

15 अगस्त की तैयारियों के लिए डीएम ने दिये अधिकारियों को निर्देश

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देहरादून, जिलाधिकारी श्रीमती सोनिका ने 15 अगस्त की तैयारियों के लिये अधिकारियों को जरूरी दिशा निर्देश दिये।
आज यहां जिलाधिकारी श्रीमती सोनिका ने स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त 2024 की तैयारियों को लेकर ऋषिपर्ण सभागार में बैठक कर सम्बन्धित अधिकारियों को समय पर तैयारी पूर्ण करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने सभी अधिकारियों को उनके दायित्वों को समझाते हुए निर्देशित किया कि जो भी जिम्मेदारियां एवं दायित्व दिए गए हैं उनको जिम्मेदारी से निर्वहन करें। उन्होंने लोक निर्माण विभाग, विघुत विभाग, पेयजल, नगर निगम को परेड ग्राउंड में अस्थाई निर्माण कार्य, सीटिंग व्यवस्था, विघुत, पेयजल, सफाई आदि समुचित व्यवस्था बनाने के निर्देश दिए। समस्त उप जिलाधिकारी को अपने अपने क्षेत्र में स्वंतत्रता दिवस के कार्यक्रम एवं प्रभातफेरी अयोजित करने तथा मुख्य चिकित्सा अधिकारी को प्रभातफेरी के दौरान चिकित्सक सहित एंबुलेंस तैनात करने के निर्देश दिए।
नारी निकेतन, कारागार में मिष्ठान तथा चिकित्सालयों में फल वितरण करने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए। शिक्षा विभाग को स्कूलों वाद/विवाद, निबन्ध लेखन प्रतियोगिता आयोजित करने के निर्देश दिए। उन्होंने नगर निगम को कार्यक्रम शहर में सफाई व्यवस्था, एमडीडीए एवं नगर निगम को मुख्य चौराहों, शासकीय भवन पर प्रकाश व्यवस्था बनाने के निर्देश दिए। सूचना विभाग मुख्य चौराहों पर देश भक्ति के गीत प्रसारित करने तथा कार्यक्रम स्थल एवं प्रमुख चौराहों पर एलईडी स्थापना, कार्यक्रम स्थल पर फोटो गैलरी स्थापित करने। शिक्षा विभाग प्रभातफेरी तथा जिला पूर्ति अधिकारी को कार्यक्रम स्थल जलपान एवं प्रभातफेरी के दौरान मिष्ठान की व्यवस्था के निर्देश दिए।
पुलिस विभाग को कार्यक्रम के दौरान सुरक्षा व्यवस्था एवं यातायात व्यवस्था बनाने के निर्देश दिए। जनपद के प्रमुख चौराहों पर 14 अगस्त 2024 को सांय 06 बजे से रात्रि 9 बजे तक तथा 15 अगस्त 2024 को प्रातः 06 बजे से 11 बजे पूर्वान्ह तक लाउडस्पीकर के माध्यम से देश प्रेम एवं देश भक्ति के गीतों का प्रसारण। 15 अगस्त को सुबह प्रभातफेरी निकाली जाएगी। मुख्य विकास अधिकारी सुश्री झरना कमठान, अपर मुख्य नगर आयुक्त नगर निगम बीर सिंह बुदियाल, पुलिस अधीक्षक नगर प्रमोद कुमार, नगर मजिस्ट्रेट प्रत्युष सिंह, उप जिलाधिकारी सदर हरि गिरि, उप जिलाधिकारी मुख्यालय शालिनी नेगी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. संजय जैन, कमांडेंट होमगार्ड राहुल सचान,जिला विकास अधिकारी सुनील कुमार, मुख्य शिक्षा अधिकारी प्रदीप रावत, अधीक्षण अभियंता लोनी सी जितेंद्र कुमार त्रिपाठी, जिला पूर्ति अधिकारी केके अग्रवाल, जिला कार्यक्रम अधिकारी बाल विकास जितेंद्र कुमार, अधि. अभि. लोनिवि उषा भंडारी सहित संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।

रंगारंग कार्यक्रम के साथ भारतीय जैन मिलन महिला शाखा ने मनाया तीज उत्सव

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देहरादून, भारतीय जैन मिलन महिला शाखा “चेतना” द्वारा आज तीज उत्सव मनाया गया । चकरोता रोड स्थित एक होटल में बहुत भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ नीरू जैन द्वारा दीप प्रज्ज्वलित करके किया गया । कार्यक्रम में मुख्य अतिथि समाज सेवी और शिक्षाविध् श्रीमती प्रेरणा मित्तल वेगा ज्वेलर्स रही। और निर्णायक की भूमिका प्रेरणा मित्तल, पूजा जैन, वाटिका गुप्ता ने निभाई। संस्था की अध्यक्ष सारिका जैन मंत्री दीपाली जैन कोषाध्यक्ष पल्लवी जैन जैन ने स्वागत गीत गाकर सभी सदस्य महिलाओं का स्वागत किया । रीना सिंघल ने मुख्य अतिथि का जीवन परिचय पढ़कर बताया। कुमारी यशिका जैन ने सावन के गीत पर नृत्य प्रस्तुत किया । रीना सिंघल एवम क्षमा अग्रवाल ने पति और पत्नी की मीठी मीठी नोक झोंक पर हास्य प्रहसन प्रस्तुत किया। सारिका श्रुति एवम रिचा ने शिव पार्वती के गीत पर शानदार नृत्य प्रस्तुत किया। मालती जैन एवम ललतेश जैन ने जेठानी देवरानी पर हास्य नाटिका प्रस्तुत की। सारिका जैन और दीपाली जैन ने “नया और पुराने जमाना” हास्य कार्यक्रम प्रस्तुत किया।
महिलाओं की तीज क्वीन प्रतियोगिता चार ग्रुप में आयोजित की गई,जिसमे 16 श्रृंगार एवम ड्रेस कोड भी रखा गया था।अलग अलग आयु वर्ग में तीज क्वीन का चुनाव किया गया। श्रीमती प्रेरणा मित्तल वेगा ज्वेलर्स ने सभी प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया,पुरुस्कार भी वेगा ज्वेलर्स की तरफ से प्रायोजित थे। तंबोला, सरपराइज गेम वन मिनट गेम कराए गए तंबोला के पुरुस्कार संध्या जैन की तरफ से प्रायोजित थे। सभी महिलाओं को श्रीमती रीना जैन झलक जैन अरिहंत पेकर्स ने सुहाग पिटारी दी । सावन के फिल्मों गीतों पर अनेक महिलाओं ने मनमोहक नृत्य प्रस्तुत किया,पूरा माहौल सावन के गीतों और नृत्य से आनंदमय हो गया।अंत में सभी ने स्वादिष्ट भोजन का आनंद लिया।

यह रही तीज क्वीन की विजेता :1. 55 वर्ष से अधिक आयु वर्ग में राजनी जैन,मालती जैन
2. 45 से 55 आयु वर्ग में रेणु जैन, बबीता जैन
3. 35 से45 आयु वर्ग में निधी जैन, शेफाली जैन
4. लक्की ड्रा द्वारा सामूहिक दीपाली जैन, संध्या जैन, सुनीता जैन
5. अतिथि रितिका जैन, पूजा पुरी

हर बार आपदा में पुष्कर धामी ने खुद संभाला बचाव व राहत का मोर्चा, पीड़ितों की मद्द में झोंका पूरा सरकारी तंत्र

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देहरादून। उत्तराखण्ड में धामी सरकार बनने के बाद एक बडी तब्दीली आई है कि राज्य में कहीं भी आपदा आई हो, शासन-प्रशासन प्रभावित नागरिकों के त्वरित राहत और बचाव अभियान में कोई कसर बाकी नहीं रखता। कठिन भौगोलिक परिस्थितियों के बीच भीषण आपदा में भी सरकार ने अपने नागरिकों को कभी बेसहारा नहीं छोड़ा। खासतौर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पीड़ितों तक पहुंचने में हमेशा अग्रसक्रिय (प्रोएक्टिव) रहे। आपदा के वक्त हर बार घटनास्थल पर जाकर उन्होंने खुद मोर्चा संभाला और राहत व बचाव अभियान में सरकार का पूरा तंत्र झोंक दिया।

आपदा के वक्त धामी सरकार की संवेदनशीलता और सक्रियता का ताजा उदाहरण बुधवार की देर रात टिहरी और रुद्रप्रयाग जिलों में प्राकूतिक आपदा से उपजी स्थिति के बाद देखने को मिला। बीते बुधवार की दोपहर मौसम विभाग ने उत्तराखण्ड के अधिकतर जिलों में भारी बारिश और भूस्खलन की चेतावनी जारी की थी। विभाग की ओर से बाकायदा रेड एलर्ट घोषित किया गया था। मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिए कि जिला प्रशासन, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ को एलर्ट मोड पर रखा जाए। चेतावनी के अनुरूप दिन से ही भारी बारिश का सिलसिला शुरू हो गया। रात को टिहरी और रुद्रप्रयाग जिले के कुछ स्थानों पर बादल फटने और जान माल के नुकसान की सूचनाएं मिलने लगीं। मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने सचिव आपदा प्रबंधन से फोन पर वार्ता कर अतिवृष्टि से प्रावित क्षेत्रों में हुए नुकसान और राहत व बचाव कार्य की जानकारी हासिल की। देर रात उन्हें जानकारी दी गई कि टिहरी जिले के जखन्याली के पास बादल फटने की घटना में एक ही परिवार के तीन लोगों की मृत्यु हुई है। जबकि रुद्रप्रयाग जनपद में केदारनाथ यात्रा मार्ग में कई स्थानों पर भूस्खलन सैकड़ों तीर्थ यात्री जगह जगह फंसे हुए हैं। धामी के निर्देश पर रेस्क्यू टीमों द्वारा रातभर अभियान चलाकर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया।

मुख्यमंत्री ने सम्बंधित जिलाधाकारियों से रात में कई बार दूरभाष पर बात की और आपदा प्रभावितों को तत्काल राहत पहुंचाने में कोई कोताही न बरतने तथा राहत कैंपों में सभी आवश्यक व्यवस्था करने के निर्देश दिये। गुरुवार की सुबह धामी देहरादून स्थित राज्य आपदा प्रबंधन केन्द्र पहुंचे जहां उन्होंने प्रदेशभर में अतिवृष्टि से हुए नुकसान की पूरी रिपोर्ट ली। इसके बाद उन्होंने कैबिनेट मंत्री श्री सतपाल महाराज, विधायक घनसाली श्री शक्ति लाल शाह, विधायक टिहरी श्री किशोर उपाध्याय के साथ सीधे जनपद टिहरी के घनसाली ब्लॉक की ओर रुख किया और वह जखन्याली पहुंचे जहां बादल फटने से एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत हो गई थी। मुख्यमंत्री मृतकों के शोकाकुल परिजनों से मिले और उन्हें ढाढस बंधाया। भरोसा दियालाया कि आपदा की इस घड़ी में सरकार प्रभावितों के साथ खड़ी है। उन्होंने आम लोगों से भी अपील करी कि सभी लोग इस समय एक दूसरे का सहयोगी बनकर कार्य करें।

टिहरी के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी कैबिनेट मंत्री श्री सतपाल महाराज और विधायक रुद्रप्रयाग श्री भरत चौधरी को साथ लेकर केदारघाटी में अतिवृष्टि से प्रभावित लोगों के बीच पहुंचे। उन्होंने प्रभावित क्षेत्रों का स्थलीय निरीक्षण किया। वह स्थानीय लोगों के साथ ही यात्रियों से मिले और उनकी कुशलक्षेम पूछी। यात्रियों को आश्वास्त किया कि उन्हें घबराने की कोई जरूरत नहीं है सरकार उन्हें उनके घर तक सुरक्षित पहुंचाएगी।

यह पहला मौका नहीं है कि जब मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आपदा प्रबंधन, राहत व बचाव का मोर्चा खुद सांला हो। 17 अक्टूबर 2021 में कुमाऊं मण्डल के चार जिलों में आई आपदा, 2 जनवरी 2023 को जोशीमठ में आई आपदा और 12 नवम्बर 2023 को सिलक्यारा टनल हादसे समेत तमाम छोटी बड़ी आपदाओं में धामी ने खुद ग्राउण्ड जीरो में रहकर रेस्क्यू की मॉनीटरिंग की। उनकी संवेदनशीलता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि वर्ष 2021 में कुमाऊं मण्डल में आई आपदा के दौरान जब खराब मौसम की वजह से उनका हेलीकॉप्टर टेक ऑफ नहीं कर पाया तो ट्रैक्टर में बैठक उन्होंने आपदा प्रभावित इलाके का दौरा किया था।