-जिले के त्रिस्तरीय पंचायत के सदस्य हर स्थिति को हैं तैयार
-संगठन को न्याय पंचायत स्तर पर करेंगे मजबूत
-4 सितंबर को मुख्यमंत्री की विधान सभा चंपावत में जाकर संपन्न होगी
संवाद यात्रा
देहरादून(एल मोहन लखेड़ा), उत्तराखंड़ त्रिस्तरीय पंचायत संगठन की संवाद यात्रा बुधवार को राजधानी देहरादून पहुंची। जिले के 6 विकास खंडों से पहुंचे त्रिस्तरीय पंचायत के सदस्यों ने संगठन को मजबूत बनाने का संकल्प लिया। उन्होंने कहा कि संगठन के एक आवाह्न पर जिले के 5756 सदस्य अपनी भूमिका निभाने को तैयार है। संगठन को मजबूत बनाने के लिए न्याय पंचायत स्तर पर संयोजक बनाकर संगठन को ओर धारदार बनाया जाएगा। संवाद यात्रा की बैठक में उत्तराखंड़ की जनता को यह संदेश दिया कि विधायक अपने वेतन भत्ता बढ़ाने के लिए एकजुट होते है, लेकिन त्रिस्तरीय पंचायत के प्रतिनिधि की एक एकजुटता अपने क्षेत्र के विकास के लिए हुई है। जिसके सुखद परिणाम आते है।
जिला पंचायत के सभागार में आयोजित संवाद यात्रा की बैठक में जिला पंचायत अध्यक्ष मधु चौहान ने कहा कि भारत के इतिहास में पहली बार उत्तराखंड में तीनों पंचायतें अपने अधिकारों के लिए एकजुट हुई है। भविष्य में इसके सार्थक परिणाम उत्तराखंड़ के विकास को मिलेंगे। उन्होंने कहा कि अधिकार पाने के लिए हमें संगठन को और अधिक मजबूत बनाना होगा। इसके लिए सभी को अभी से अपनी भागीदारी सुनिश्चित करनी होगी। उन्होंने कहा कि हम संविधान प्रदत मांग को उठा रहे है। इस पर सरकार भी बेहद संवेदनशील है।
संगठन के प्रदेश संयोजक तथा मुख्य वक्ता जगत मर्तोलिया ने कहा कि 13 जनपद 13 दिन के नारे के साथ यह यात्रा निकाली गई है। कहा कि यात्रा का उद्देश्य निश्चित रूप से गैर राजनीतिक है। इस यात्रा के माध्यम से न्याय पंचायत स्तर के सदस्यों की मन की स्थिति सुनी जा रही है।
उन्होंने कहा कि विधायक अपने वेतन, भत्तों के लिए राजनैतिक बंदिशों को तोड़कर एकजुट हो जाते है।
उन्होंने कहा कि हमारी इस एकता के अलग मायने है। हम सब लोग विभिन्न राजनीतिक दलों में रहते हुए इस मांग को इसलिए उठा रहे हैं कि हम अपना नहीं अपने क्षेत्र के विकास के अधुरे कार्यो को पूर्ण करने के लिए संघर्ष के लिए आगे आए है। इसलिए विधायकों को हमारे संगठन से सीख लेनी चाहिए।
उन्होंने कहा सरकार के प्रतिनिधियों से हम लगातार संवाद स्थापित कर रहे है। हम चाहते हैं कि बिना किसी बड़े आंदोलन के सरकारी हमारी एक सूत्रीय मांग को मान ले। अगर सरकार की ओर से अगर कोई भी गलती हुई तो देहरादून के सड़कों में वह आंदोलन होगा जिसकी कल्पना सरकार ने नहीं की है।
इस अवसर पर पौड़ी गढ़वाल की क्षेत्र प्रमुख रुचि कैंतुरा ने कहा कि तीनों संगठन इस मांग पर एकमत और सहमत है। उन्होंने कहा कि सरकार को बड़ा दिल दिखाते हुए संवैधानिक मांग पर तत्काल कैबिनेट में प्रस्ताव लाने के बाद विधानसभा में बिल लाकर उत्तराखंड के 70 हजार त्रिस्तरीय पंचायत के प्रतिनिधियों को अपने क्षेत्र विकास करने का अवसर देना चाहिए। कार्यक्रम का संचालन रायपुर के ब्लाक अध्यक्ष नरेंद्र ने किया।
संवाद यात्रा की बैठक में प्रधान संगठन के प्रदेश महासचिव विनोद बिल्जवाण, मीडिया प्रभारी संगठन देवेन्द्र सिंह नेगी, क्षेत्र प्रमुख रुचि कैन्तुरा (दुगड्डा) क्षेत्र प्रमुख मठौर सिंह चौहान (कालसी) निधि राणा ( चकराता ) प्रमुख सीमा नेगी ( सहसपुर) जिला पंचायत सदस्य श्रीमती गीता देवी , अंजू देवी, मीरा देवी, दिव्या , वीर सिंह चौहान, जवाहर सिंह,ज्येष्ठ प्रमुख इतवार सिंह, श्रीमती मीना क्षेत्री, निर्मला राठौर, सुमन देवी, शांति प्रसाद, रहे।
29 अगस्त को हरिद्वार में त्रिस्तरीय पंचायत के सदस्यों के साथ संगठन की बैठक होने वाली है। इस बैठक में हरिद्वार जनपद से भी सहयोग मांगा जाएगा, वहीं 30 अगस्त से कुमाऊं के
उधमसिंहनगर से कुमाऊं मंडल के शेष जनपदों के लिए संवाद यात्रा जारी रहेगी। 4 सितंबर को मुख्यमंत्री की विधान सभा चंपावत में जाकर संवाद यात्रा संपन्न होगी।