Friday, May 16, 2025
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विनेश फोगाट 100 ग्राम वजन अधिक होने के कारण ओलंपिक से बाहर, नहीं मिलेगा कोई पदक, हालत बिगड़ी, चिकित्सालय में भर्ती

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पेरिस, ओलंपिक से भारतीयों के लिये बुरी खबर आयी है, देश की रेसलर बेटी विनेश फोगाट निश्चित कैटेगरी में ज्यादा वजन होने की वजह से पेरिस ओलिंपिक से बाहर हो गई है। विनेश 50 किग्रा की कैटेगरी में खेलती हैं। बुधवार को उनका वजन करीब 100 ग्राम ज्यादा मिला। इसके बाद उन्हें ओलिंपिक महिला कुश्ती से अयोग्य घोषित कर दिया गया। इसके बाद विनेश की तबीयत बिगड़ गई, उन्हें चिकित्सालय में भर्ती कराना पड़ा। अब उनके चाचा महावीर फोगाट ने उनका हौसला बढ़ाते हुए कहा है कि वह एक न एक दिन देश को स्वर्ण अवश्य दिलाएंगी।
भारतीय ओलिंपिक संघ ने विनेश के अयोग्य घोषित होने की पुष्टि कर दी है। वे बुधवार रात होने वाला 50 किग्रा कैटेगरी की विमेंस रेसलिंग का फाइनल नहीं खेल सकेंगी।
उन्हें कोई मेडल भी नहीं मिलेगा। सबसे मुश्किल बात यह है कि इस फैसले के खिलाफ अपील भी नहीं की जा सकती। विनेश पहली बार 50 किग्रा कैटेगरी में खेल रही थीं। इससे पहले वे 53 किग्रा में खेलती थीं।
इंडियन ओलिंपिक एसोसिएशन (IOA) ने कहा- बेहद खेदजनक है कि विनेश फोगाट को ज्यादा वजन के कारण महिला कुश्ती के 50 किग्रा कैटेगरी में अयोग्य घोषित कर दिया गया है। रातभर की कोशिशों के बावजूद सुबह उनका वजन 50 किग्रा से कुछ ग्राम अधिक पाया गया।
भारतीय दल की तरफ से इस बारे में फिलहाल कोई टिप्पणी नहीं की जाएगी। विनेश की निजता का सम्मान करने का अनुरोध है। हम आने वाली प्रतियोगिताओं पर फोकस करना चाहेंगे। विनेश मंगलवार को 3 मुकाबले जीतकर 50किग्रा रेसलिंग ओलिंपिक में फाइनल में पहुंचने वालीं पहली भारतीय महिला रेसलर बनी थीं।
सेमीफाइनल में उन्होंने क्यूबा की पहलवान गुजमान लोपेजी को, क्वार्टरफाइनल में यूक्रेन की ओकसाना लिवाच और प्री-क्वार्टरफाइनल में वर्ल्ड चैंपियन जापान की युई सुसाकी को 3-2 से मात दी थी। उन्हें बुधवार रात करीब 10 बजे गोल्ड मेडल के लिए अमेरिकी रेसलर सारा एन हिल्डरब्रांट से मुकाबला करना था।

आर्थिक कारणों से कोई भी आपदा प्रभावित बच्चा शिक्षा से वंचित नहीं रहेगा

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-महिलाओं को वितरित की डेढ़ सौ साड़ियां और तोलिया, 60 स्कूली बच्चों को दी गर्म स्वेटर

-राहत सामग्री के साथ आपदाग्रस्त क्षेत्र बूढ़ाकेदार पहुँची मूल निवास, भू-कानून समन्वय संघर्ष समिति की टीम

-सहयोग के लिए धाद संस्था, समूण फाउंडेशन, पहाड़ी स्वाभिमान सेना, देवभूमि युवा संगठन, राष्ट्रीय जनता पॉवर का जताया आभार

टिहरी, मूल निवास, भू-कानून समन्वय संघर्ष समिति की टीम ने टिहरी जनपद के आपदाग्रस्त क्षेत्र बूढ़ाकेदार में आपदा प्रभावितों से मुलाकात कर उनका दुःख-दर्द जाना। साथ ही उन्हें राहत सामग्री वितरित की।

टिहरी जनपद के बूढ़ाकेदार क्षेत्र के तिनगढ़, तोली सहित अन्य स्थानों पर आपदा से लोग प्रभावित हैं। आपदाग्रस्त क्षेत्र के करीब डेढ़ सौ परिवारों ने अपने घर छोड़ दिये हैं। ये सभी परिवार राजकीय इंटर कॉलेज में बनाये गए राहत शिविर में रहने को मजबूर हैं।
मूल निवास, भू-कानून समन्वय संघर्ष समिति के संयोजक मोहित डिमरी की अगुवाई में पहुँची टीम ने आपदा प्रभावितों से बातचीत कर उनका दुःख-दर्द जाना। हरेक पीड़ित अपने सुरक्षित भविष्य को लेकर चिंतित दिखाई दिया। बेघर हो चुके प्रभावितों के सामने पुनर्वास/विस्थापन की चिंता है। इस पर सरकार को तेजी से काम करने की आवश्यकता है। सरकार को जल्द सुरक्षित स्थान पर जमीन चिन्हित कर इन सभी प्रभावितों का पुनर्वास करना चाहिए।
मूल निवास भू-कानून समन्वय संघर्ष समिति की टीम ने धाद संस्था की ओर से प्राप्त 150 साड़ियों और तौलिया को महिलाओं को वितरित किया। साथ ही समून संस्था की ओर से प्राप्त 60 बच्चों के गर्म स्वेटर बच्चों को दिए गए। पहाड़ी स्वाभिमान सेना की ओर से प्राप्त दवाइयां, फर्स्टएड, दैनिक उपयोग की वस्तुएं और देवभूमि युवा संगठन की ओर से प्राप्त राशन और अन्य जरूरत का सामान बांटा गया।
समिति की ओर से प्रभावितों को भरोसा दिलाया कि आगे भी जितना संभव हो, प्रभावित परिवारों की मदद करेंगे। हम भविष्य में आपदा प्रभावित बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए काम करेंगे। आर्थिक कारणों से कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित नहीं रहेगा। यह हमारा वादा है।
इस सहयोग के लिए समिति के संयोजक मोहित डिमरी ने विशेष तौर पर धाद संस्था के सचिव तन्मय ममगाई, समून फाउंडेशन के संस्थापक विनोद जेठूडी, पहाड़ी स्वाभिमान सेना के समन्वय पंकज उनियाल, प्रशांत कांडपाल, देवभूमि युवा संगठन के अध्यक्ष आशीष नौटियाल, बृजेश चंद्र, राष्ट्रीय जनता पॉवर के संस्थापक सुरेंद्र सिंह नेगी, समाजसेवी वंदना रावत, स्वतंत्र पत्रकार मेघा जी, कीर्ति रावत का धन्यवाद ज्ञापित किया। साथ ही उन्होंने स्थानीय स्तर पर सहयोग हेतु प्राथमिक शिक्षक संगठन के जिलाध्यक्ष चंद्रवीर नेगी, ब्लॉक अध्यक्ष महावीर धनियाल, शिक्षक राधाकृष्ण सेमवाल और स्थानीय पत्रकार शैलेन्द्र रावत का आभार जताया।

कॉरिडोर मामले पर राजनीति बंद करें कांग्रेसी,पहले यह बताएं 60 वर्षों में हरिद्वार के लिए कांग्रेस ने क्या विकास कार्य किया, भाजपा पर आरोप लगाने वाले पहले अपने गिरेबान में झांके:विकास तिवारी

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हरिद्वार (कुलभूषण ) भारतीय जनता पार्टी विधानसभा हरिद्वार की बैठक खड़खड़ी स्थित भाजयुमो प्रदेश मंत्री दीपांशु विद्यार्थी के कार्यालय पर संपन्न हुई!
बैठक को संबोधित करते हुए भाजपा के जिला उपाध्यक्ष विकास तिवारी ने कहा की कॉरिडोर प्रकरण पर कांग्रेसी राजनीति न करें उन्होंने कहा कि कांग्रेस पहले यह बताएं की आजादी के 60 वर्षों बाद भी उन्होंने हरिद्वार के लिए क्या किया है जबकि राज्य बनने के बाद 10 साल उनकी उत्तराखंड में भी और केंद्र में भी सरकारे रही है कांग्रेस का हरिद्वार से सांसद भी रहा है और वे केंद्र में मंत्री भी रहे हैं
हरिद्वार नगरपालिका और नगर निगम में भी दो बार कांग्रेस के पालिकाध्यक्ष और मेयर रहे हैं अतः उन्हें इस प्रकरण पर हरिद्वार की जनता को भ्रमित नहीं करना चाहिए उन्होंने कहा कि जब-जब कोई भी चुनाव आता है कांग्रेस को जनता की याद आ जाती है वैसे पूरे 5 साल कांग्रेसी जनता के बीच से नदारद रहते हैं उन्होंने कहा कि भाजपा ने जब मेडिकल कॉलेज बनवाया कांग्रेस ने विरोध किया, भाजपा जल भराव की समस्या का समाधान करती है कांग्रेस विरोध करती है, भाजपा भूमिगत बिजली और भूमिगत गैस की लाइन डालते हैं कांग्रेस विरोध करती है भाजपा भूपतवाला में अस्पताल और डिग्री कॉलेज बनवाती है कांग्रेस विरोध करती है बीजेपी नेशनल हाईवे और रिंग रोड बनाती है कांग्रेस विरोध करती है कांग्रेस वर्तमान में मुद्दा विहीन और नेतृत्वहीन हो गई है अतः जन कल्याण से जुड़े कार्यों का विरोध कर रही है
भारतीय जनता पार्टी के सप्तऋषि मंडल अध्यक्ष तरुण नैय्यर और कनखल मंडल अध्यक्ष हीरा सिंह बिष्ट ने कहा कि जब कॉरिडोर प्रकरण पर हरिद्वार विधायक माननीय मदन कौशिक जी माननीय मुख्यमंत्री जी से मिलकर स्पष्ट यह कह चुके हैं की मुख्यमंत्री जी ने यह विश्वास दिलाया कि हरिद्वार में किसी प्रकार की तोड़फोड़ नहीं की जाएगी और कॉरिडोर को उन्होंने हरिद्वार के रोड़ी बेल वाला क्षेत्र पंतदीप क्षेत्र में बनाए जाने की मांग भी मुख्यमंत्री जी से की है अतः कांग्रेस को इस विषय पर राजनीति नहीं करनी चाहिए
भाजयुमो के प्रदेश मंत्री दीपांशु विद्यार्थी ने कहा कि माननीय मदन कौशिक जी लगातार 22 वर्षों से हरिद्वार विधानसभा के विधायक है उन्हें हरिद्वार की जनता के हितों की चिंता है और यही कारण है कि हरिद्वार की जनता लगातार राज्य बनने के बाद उन्हें अपना आशीर्वाद दे रही है और अपना प्रतिनिधि चुन रही है
भाजपा के वरिष्ठ पार्षद अनिल मिश्रा और अनिरुद्ध भाटी ने कहा की पोर्ड कार टैक्सी को लेकर भी मदन कौशिक जी का स्पष्ट मत रहा था कि हरिद्वार का पौराणिकांत आध्यात्मिक स्वरूप बना रहना चाहिए और इसी कारण से राज्य सरकार ने उस पर अभी रोक लगा दी है उन्होंने कहा कि हेरीटेज सिटी की मांग को भी कांग्रेसी तोड़ मरोड़ कर पेश कर रहे हैं जबकि राज्य सरकार को यह अधिकार होता है कि वह किसी भी शहर को हेरीटेज सिटी बनाने का प्रस्ताव भेज सकती है
भाजपा के वरिष्ठ नेता एवम व्यापारी नेता सुनील सेठी ने कहा कि आज नगर निगम का चुनाव नजदीक आते ही कांग्रेसी सक्रिय हो गए हैं इसलिए जनता का ध्यान भटकने की कोशिश कर रहे हैं इस प्रकरण को लेकर भी हरिद्वार कांग्रेस दो धड़ों में बटी हुई नजर आ रही है
आज की बैठक में मंडल महामंत्री विक्की आडवाणी देवेश ममगई मनीष गुप्ता आकाश चौहान अनिमेष कुमार अनुज कोठियाल विदित शर्मा विनीत जौली अनिल वशिष्ठ मुकेश पुरी ललित सचदेवा करुण मदान अभिषेक शर्मा दीपक चौहान गौरव गिरी आशीष गिरी नीरज पाल बॉबी बंसल उपस्थित रहे

हरियाली तीेज के अवसर पर महाविद्यालय की छात्राओं ने लगायी मेहन्दी

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हरिद्वार( कुलभूषण )  एस.एम.जे.एन. (पी.जी.) काॅलेज में महाविद्यालय प्रशासन द्वारा हरियाली तीज के अवसर पर काॅलेज की बी.ए. पंचम सेमेस्टर की छात्रा पूजा गौड़, तनु, जौरिया नाज द्वारा महिला प्राध्यापकों व छात्राओं को मेहन्दी लगायी गयी।
महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. सुनील कुमार बत्रा ने हरियाली तीज की शुभकामनायें प्रेषित करते हुए कहा कि इस प्रकार के आयोजन का उद्देश्य छात्राओं में रचनात्मक प्रतिभा एवं उनकी कौशल सम्वर्धन को बढा़वा देना है। उन्होंने कहा कि यह हरियाली तीज भगवान शिव और पार्वती के पवित्र बन्धन को याद करने का अवसर है और महाविद्यालय में मातृशक्ति की भूमिका सदैव से महत्वपूर्ण रही है।
मुख्य अतिथि संस्कृत विभाग की पूर्व अध्यक्ष डाॅ. सरस्वती पाठक ने हरियाली तीज की शुभकामनायें प्रेषित करते हुए कहा कि इस प्रकार के आयोजन से छात्राओं के आत्मविश्वास में वृद्धि होती है और उन्होंने प्राचार्य डाॅ. सुनील कुमार बत्रा को ऐसे सफल आयोजन के लिए साधुवाद दिया।
हरियाली तीज के अवसर पर महाविद्यालय की बी.ए. प्रथम सेमेस्टर की छात्रा अदिति, यासमीन, वैष्णवी कौशिक, ललिता, अनुष्का, गुड्डी, अमिषा, पायल, खूशबु तथा महाविद्यालय की अनेक शिक्षिकाओं ने अपने हाथों पर मेहन्दी लगवायी।
इस अवसर पर मुख्य रूप से डाॅ. संजय कुमार माहेश्वरी, डाॅ. आशा शर्मा, डाॅ. पल्लवी राणा, डाॅ. रजनी सिंघल, डाॅ. मीनाक्षी शर्मा, श्रीमती रिंकल गोयल, श्रीमती रिचा मिनोचा, डाॅ. सरेाज शर्मा, डाॅ. पूर्णिमा सुन्दरियाल, डाॅ. पुनीता शर्मा, डाॅ. पदमावती तनेजा आदि शिक्षिकाओं सहित काॅलेज की अनेक छात्रा उपस्थित रहे।

बाबा केदार से ठगी करने वाले सनातनी नहीं हो सकते,केदार शिला को दिल्ली से वापस लेकर रहेगें- अर्जुन गहरवार

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रुद्रप्रयाग- पूर्व ज्येष्ठ प्रमुख जखोली अर्जुन सिंह गहरवार ने सरकार पर सनातन धर्म का अपमान करने का आरोप लगाया। उन्होने कहा कि खुद राख लपेटकर जगत कल्याण करने वाले भोले बाबा के साथ ठगी करने का दुष्परिणाम आपदा के रुप में सामने दिख रहा है। केदारनाथ धाम से शिला ले जाकर दिल्ली में केदारधाम मंदिर उद्घघाटन करने के लिये उन्होनें उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री की सनातन विरोधी मानसिकता बताया ओर कहा कि वे सनातन धर्मावलम्बियों के सहयंग से हर कीमत पर दिल्ली से शिला को वापस केदारनाथ लायेगें।
रुद्रप्रयाग गढ़वाल मंडल विकास निगम अतिथि गृह में पत्रकार वार्ता करते हुये पूर्व ज्येष्ट प्रमुख अर्जुन सिंह गहरवार ने कहा कि सरकार की गलत नीतियों व सनातन विरोधी कार्यों के कारण केदारनाथ छैत्र में आपदा का खामियाजा यात्रियों व स्थानीय जनता को भुगतना पड रहा है। उन्होने केदारनाथ यात्रा मार्ग मे हुई आपदा के बाद युद्धस्तर पर कार्य करने के लिये जिला प्रसासन, सेना, स्थानीय जनता, ब्यापारियों, वाहन चालकों का आभार
ब्यक्त किया साथ ही उनहोने स्थानीय ग्रामीणो खासकर चौमासी के ग्रामीणों के सहयोग की प्रसंशा की। उन्होने
यात्रा रजिस्ट्रेसन प्रणाली पर सवाल उठाते हुये कहा कि आपदा के बाद सरकार फँसे यात्रियों के आकडे नहीं दे पायी जिससे यात्रा रजिष्ट्रेसन की हकीकत सामने आई है। उन्होने कहा कि यात्रा को ऋषिकेश में रोकना सरकार की नाकामी को दर्शाता है।
काग्रेस की हिटो केदार यात्रा में भी चौमासी मार्ग को यात्रा के बैकल्पिक मार्ग के रूप मे विकसित करने की बात हुई थी। लेकिन आज तक उस दिशा में कोई कार्य नहीं हुआ 2013 की आपदा के बाद आज फिर यह मार्ग फँसे यात्रियों की जान बचाने मे कारगर साबित हुआ।
उन्होने भारत सरकार पर भी केदारनाथ आपदा के प्रति संवेदन हीन होने का आरोप लगाया। उन्होने कहा कि प्रधानमंत्री ने एक शब्द केदारनाथ यात्रा पर हुई आपदा पर नही बोला। उन्होने कहा कि भोले नाथ को सोना चडाने के नाम पर ठगी की गयी। जो कि बिना सरकार की सहमति के संभव नहीं है।
उन्होने ज्योर्तिपीठ के शंकराचार्य अभिमुक्तेश्वरा नंद सरस्वती जी का आभार ब्यक्त करते हुये कहा कि अधर्म के खिलाफ उनका अभियान करोडो सनातनियों के लिये प्रेरणदायक होगा। कहा कि बौखलाये लोग धर्माचार्यो को ही अनाप सनाप बोल रहे है ऐसे लोग सनातन धर्मी नहीं हो सकते।
शंकराचार्य पर मंदिर समिति अध्यक्ष के बयान पर सरकार ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी इससे स्पष्ट है कि सरकार खुद इसमें शामिल है। इससे सरकार का सनातन विरोधी चरित्र उजागर हुआ है।
उन्होने कहा कि एक सनातन धर्मावलम्बी होने के नाते वे किसी भी कीमत पर केदारनाथ से दिल्ली ले जाई गयी शिला को वापस लायेंगे। इसके लिये सभी सनातन धर्मियों के साथ जंतर मंतर पर धरना प्रर्दशन करेगें।

बड़थ्वाल कुटुंब ने स्थापना दिवस पर किया उत्तराखंड़ी प्रतिभाओं को सम्मानित

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“भीष्म कुकरेती, डा. दयाल सिंह पंवार, अंकिता ध्यानी और जगदीश बाबला को किया गया सम्मानित”

नई दिल्ली/देहरादून, पर्वतीय सरोकार को समर्पित संस्था बड़थ्वाल कुटुंब ने अपना स्थापना दिवस धूमधाम और हर्षोल्लास के साथ मनाया, नई दिल्ली के पंचकुइयां में स्थित गढ़वाल भवन में राज्यसभा सांसद रहे तरुण विजय, उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत सहित अन्य गणमान्य विभूतियों ने मुख्य समारोह की शोभा बढ़ाई।
कार्यक्रम का श्रीगणेश मंचासीन अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलन से किया गया। मंच पर संस्थापक महासचिव प्रतिबिम्ब बड़थ्वाल, उपाध्यक्ष हरीश बड़थ्वाल ,अध्यक्ष राज कुमार बड़थ्वाल व कुटुंब का गौरव पद्मश्री डॉ. माधुरी बड़थ्वाल का परिचय व स्वागत कुटुंब द्वारा किया गया। कुटुंब के महासचिव प्रतिबिम्ब बड़थ्वाल ने बड़थ्वाल कुटुंब की स्थापना कि सोच, विगत तीन वर्षों के कार्यकलापों, उद्देश्यों और भावी योजनाओं का उल्लेख गढ़वाली भाषा में किया।
पूर्व मुख्यमंत्री उत्तराखण्ड़ तीरथ सिंह रावत ने सामुदायिक सद्भाव और बंधुत्व पुख्ता करने की दिशा में बड़थ्वाल कुटुंब की पहल की सराहना और विशेषताओं का उल्लेख कर समाज को इससे प्रेरणा लेने की बात की। उन्होंने कहा कि कुटुंब के इस कार्यक्रम में उपस्थित होकर वे गदगद और भावुक भी है और बड़थ्वाल कुटुंब को शुभकामनाएं प्रेषित की।
इस अवसर पर श्री तरुण विजय ने कुटुंब की एकजुटता और विरासती मूल्यों को सवंर्धित करने की मुक्तकंठ से सराहना की। मानव जाति के विकास बल्कि अस्तित्व के लिए सुदृढ़ परिवार की भूमिका को रेखांकित करते हुए तरुण विजय जी ने बड़थ्वाल कुटुंब को आदर्श बताया।
उत्तराखंडी लोक साहित्य और संस्कृति के संवर्धन की कड़ी में बड़थ्वाल कुटुंब बड़थ्वाल बंधुओं तथा अन्य उत्तराखंड़ी प्रतिभाओं को प्रतिवर्ष सम्मानित करता है। आज के स्थापना दिवस समारोह में वर्ष 2024 के बड़थ्वाल कुटुंब गौरव सम्मान पांच प्रतिभाओं मोहित बड़थ्वाल, मीनाक्षी बड़थ्वाल आचार्य, पम्मी बड़थ्वाल, दिनेश बड़थ्वाल और रश्मि बड़थ्वाल को विभिन्न क्षेत्रों में उनके विशिष्ट योगदान स्वरूप प्रदान किया गया। इस मौके पर राजेन्द्र एम बड़थ्वाल को स्नेह सम्मान भी कुटुंब द्वारा प्रदान किया गया।
इस अवसर पर उत्तराखंड सम्मान श्रेणी में साहित्य के लिए पीतांबर दत्त बड़थ्वाल सम्मान से से भीष्म कुकरेती को तथा पंड़ित मुकुंद दैवज्ञ सम्मान से डा. दयाल सिंह पंवार को नवाजा गया। वहीं उत्तराखंड विभूति सम्मान अंकिता ध्यानी (खेल) तथा जगदीश बाबला (पर्यावरण प्रेमी) और उत्तराखंड लोक संस्कृति सम्मान आचार्य कृष्णानंद नौटियाल को प्रदान किया गया।

मेधावी छात्र प्रोत्साहन कार्यक्रम में इस वर्ष उच्च प्राप्तांकों के लिए 12वीं बोर्ड के पांच छात्रों दीपांशु बड़थ्वाल, आर्यन बड़थ्वाल, आयुष महेश बड़थ्वाल, स्वाति बड़थ्वाल, संध्या बड़थ्वाल तथा 10वीं बोर्ड के तीन छात्रों आदित्य बड़थ्वाल, देव बड़थ्वाल और निश्चय बड़थ्वाल को पुरस्कृत किया गया। सभी विजेताओं को प्रमाणपत्र दिए गए।

ढ़ोल दमाओ और लोक संगीत की मनभावन प्रस्तुतियों से पांच घंटे चले स्थापना समारोह के कार्यक्रम में उपस्थित संभागियों भावविभोर हो गए दिखे। इस अवसर पर डा. माधुरी बड़थ्वाल और पं. कृष्णानंद नौटियाल ने अपने विचार रखे।

अध्यक्षीय संबोधन में कुटुंब के अध्यक्ष राजकुमार बड़थ्वाल ने बताया कि जहां सम्मान प्राप्त विभूतियों को असाधारण योगदान की प्रशस्ति मिलती है वहीं अन्य व्यक्ति बेहतर प्रदर्शन के लिए प्रेरित होते हैं। कुटुंब की गतिविधियों को व्यापक तथा समावेशी बनाने की दृष्टि से उन्होंने छात्रों के लिए हालिया संचालित कैरियर गाइडेंस सत्र तथा रेडक्रास सोसाइटी के सहयोग से संपन्न रक्तदान शिविर की जानकारी दी।

कार्यक्रम में बच्चों द्वारा शानदार प्रस्तुतियाँ दी गई। गढ़वाली काव्य पाठ में गढ़वाली भाषा के वरिष्ठ कविजन व साहित्यकार श्री रमेश चंद्र घिल्डियाल, श्री जयपाल सिंह रावत, श्री जबर सिंह कैन्थुरा श्री जगमोहन सिंह जगमोरा (प्रथम गढ़वाली पजलकार), सुश्री अंजली भण्डारी व श्री दिनेश ध्यानी ( काव्यपाठ मंच संचालन) जी ने श्रोताओं को मन मोह लिया। बड़थ्वाल कुटुंब द्वारा उत्तराखण्ड लोक-भाषा साहित्य मंच दिल्ली, व गढ़वाल हितैषिणी सभा, नई दिल्ली को सहयोग सम्मान भी दिया गया। करीब छह घंटे चले इस कार्यक्रम का शानदार संचालन पंकज बड़थ्वाल व योगिता बड़थ्वाल ने संयुक्त रुप से किया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या कुटुंब परिवार के सदस्य मौजूद रहे।

 

‘तीज महोत्सव’ महिलाओं के सौंदर्य, श्रद्धा और समर्पण का प्रतीक है : प्रथम महिला

देहरादून, मंगलवार को राजभवन में भारतीय संस्कृति की प्राचीन त्योहारों में से एक ‘‘हरियाली तीज’’ के पावन अवसर पर राजभवन में कार्यरत महिला अधिकारियों एवं कर्मचारियों व अन्य अधिकारियों एवं कर्मचारियों की पत्नियों ने एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में प्रथम महिला श्रीमती गुरमीत कौर ने मुख्य अतिथि के रूप में प्रतिभाग कर पारंपरिक तीज उत्सव की महत्ता और भारतीय संस्कृति में इसके महत्व पर प्रकाश डाला।
कार्यक्रम की शुरुआत मंगलाचरण से हुई, जिसके बाद विभिन्न सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ दी गईं। नृत्य और संगीत के माध्यम से कलाकारों ने तीज के त्योहार का जीवंत चित्रण किया। इस अवसर पर प्रथम महिला श्रीमती गुरमीत कौर ने कहा कि तीज महोत्सव महिलाओं के सौंदर्य, श्रद्धा और समर्पण का प्रतीक है। यह हमें भारतीय संस्कृति की गहराई और विविधता की याद दिलाता है।
यह हमें भारतीय संस्कृति की गहराई और विविधता की याद दिलाता है। उन्होंने उपस्थित सभी महिलाओं को तीज की शुभकामनाएं दीं और इस पर्व के माध्यम से सभी के जीवन में खुशहाली और समृद्धि की कामना की। कार्यक्रम के समापन पर प्रथम महिला श्रीमती गुरमीत कौर ने सभी का आभार व्यक्त किया और कार्यक्रम की सफलता के लिए आयोजकों की सराहना की।
उन्होंने उपस्थित सभी महिलाओं को तीज की शुभकामनाएं दीं और इस पर्व के माध्यम से सभी के जीवन में खुशहाली और समृद्धि की कामना की। कार्यक्रम के समापन पर प्रथम महिला श्रीमती गुरमीत कौर ने सभी का आभार व्यक्त किया और कार्यक्रम की सफलता के लिए आयोजकों की सराहना की। उन्होंने कहा कि ऐसे कार्यक्रम हमारी सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित और संजोए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। तीज प्रतियोगिता में श्रीमती संतोषी तीज क्वीन बनी। दूसरे स्थान पर श्रीमती सोनिया एवं तीसरे स्थान पर श्रीमती मीनाक्षी पंवार रहीं। इस अवसर पर विजेता महिलाओं को सम्मानित भी किया गया।
इस कार्यक्रम में आई.जी. श्रीमती विम्मी सचदेवा रमन, अपर सचिव श्री राज्यपाल श्रीमती स्वाति एस. भदौरिया, वित्त नियंत्रक डॉ0 तृप्ति श्रीवास्तव सहित राजभवन परिवार की महिलाओं ने प्रतिभाग किया।

केदारघाटी में जान माल के नुकसान का आंकड़ा क्यों नहीं दे रही सरकार, बदइंतजामी में भी डाल रहे पर्दा : धस्माना

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देहरादून, उत्तराखंड़ कांग्रेस के वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने केदारघाटी में आई आपदा के प्रबंधन को लेकर सरकार से कई सवाल पूछे हैं। उन्होंने कहा कि आपदा के सातवें दिन भी राज्य का आपदा प्रबंधन विभाग पूरी केदार घाटी में जान माल के नुकसान के ठीक आंकड़े सार्वजनिक नहीं कर रहा। साथ ही बदइंतजामी को लेकर भी पर्दा डाला जा रहा है। साथ ही आपदा से हुए नुकसान को भी छिपाया जा रहा है।
देहरादून में अपने कैंप कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि 31 जुलाई को केदारघाटी में आई भीषण आपदा से भारी नुकसान पहुंचा। तीर्थ यात्री केदारनाथ पैदल मार्ग में जहां तहां फंस गए। भूस्खलन से जगह जगह रास्ते बंद हो गए। इसके बाद जिला प्रशासन व आपदा प्रबंधन विभाग सोनप्रयाग से लेकर केदार मंदिर तक नौ स्थानों पर भूस्खलन व रोड वाश आउट की बात कर रहे थे। वह खुद एक अगस्त को आपदा प्रभावित क्षेत्र में गए। वहां की जानकारी से पता चला कि दो दर्जन से ज्यादा जगहों पर भूस्खलन है। सोनप्रयाग समेत रामबाड़ा, लिनचोली, बड़ी लिनचोली में ज्यादा नुकसान है।
धस्माना ने कहा कि उसी दिन जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक से वार्ता के दौरान मैंने खुद फंसे हुए यात्रियों की संख्या दस हजार से ज्यादा होने के अनुमान लगाया। वहीं, शासन प्रशासन शुरू से नौ से दस स्थानों पर भूस्खलन व पांच छ हजार लोगों के फंसे होने का दावा कर रहा था। आज आपदा के सातवें दिन स्वयं आपदा प्रबंधन विभाग 29 स्थानों पर मार्ग क्षतिग्रस्त होने की बात कर रहा है। साथ ही ग्यारह हजार लोगों के रेस्क्यू किए जाने की बात कह रहा है |
उन्होंने कहा कि शासन की ओर से जारी यदि हर दिन के आंकड़ों को देखा जाए तो ऐसा लगता है कि अब सबका रेस्क्यू हो चुका है। फिर अगले दिन बताया जाता है कि इतने लोगों का रेस्क्यू किया गया है। ऐसे में शासन के दावों पर सवाल उठना लाजमी है। जब सब लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया तो फिर से नए यात्री कहां से आ गए। ऐसा हर दिन की मीडिया रिपोर्ट में भी देखने को मिल रहा है। यात्रा मार्ग में फंसे लोगों की भी सही संख्या नहीं बताई जा रही है, उन्होंने कहा कि असलियत यह है कि कांवड़ यात्रा वाले यात्रियों का प्रशासन ने कोई पंजीकरण किया ही नहीं। इसलिए शासन प्रशासन को फंसे हुए लोगों की सही संख्या पता ही नही थी। इसलिए रोज अलग अलग आंकड़े जारी किए गए। धस्माना ने कहा कि सोनप्रयाग रामबाड़ा, लिनचोली, बड़ी लिनचोली, भीमबली समेत अनेक स्थानों में मलवा आने से हुई जनहानि हुई है। उसका कोई अता पता ना तो स्थानीय प्रशासन को है और ना ही शासन को।
कांग्रेस नेता सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि आपदा पर किसी का नियंत्रण नहीं है, किंतु आपदा से निपटने की तैयारी और राहत व बचाव कार्यों की तैयारी जिस स्तर पर होनी चाहिए, वह नदारद थी। अधिकांश फंसे हुए लोगों को पैदल निकाला गया। धस्माना ने प्रदेश सरकार से मांग की कि केदार घाटी की आपदा में जान माल के नुकसान का सही आंकड़ा सार्वजनिक करें। यात्रा मार्ग दोबारा शुरू करने के लिए युद्ध स्तर पर काम किया जाए।

 

उप जिला चिकित्सालय मरीजों का बोझ नहीं झेल पा रहा, गर्मी में टीन सेड के नीचे घंटों इंतजार करती हैं गर्भवती बहनें : मोर्चा

Panchamrit In Pregnancy: गर्भवती महिलाएं जरूर करें पंचामृत का सेवन, मां और  बच्चा दोनों रहेंगे स्वस्थ

विकासनगर(दे.दून), उप जिला चिकित्सालय विकासनगर में तपती धूप में टीन सेड के नीचे अपनी बारी का इंतजार कर रही गर्भवती बहनें एवं अन्य मरीजों की परेशानियां तथा चिकित्सकों पर पड रहे अत्याधिक बोझ को देखते हुए जन संघर्ष मोर्चा पदाधिकारीयों ने मोर्चा अध्यक्ष एवं जीएमवीएन के पूर्व उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी के नेतृत्व में अस्पताल का हाल जाना।
अस्पताल का हाल देखकर मालूम पड़ता है कि सरकार को मरीजों एवं चिकित्सकों की सुख-सुविधाओं से कोई लेना-देना नहीं है। क्षेत्र का अकेला उपजिला चिकित्सालय पूरे विकासनगर क्षेत्र, जौनसार, उत्तरकाशी जनपद के कुछ हिस्सों एवं उत्तराखंड की सीमा से लगे हिमाचल के कुछ गांव इस अस्पताल पर ही निर्भर हैं, जिस कारण रोजाना 500-600 ओपीडी के मरीज एवं पुराने मरीजों का चेकअप करना मरीजों एवं चिकित्सकों दोनों पर भारी पड़ रहा है।
हैरानी की बात यह है कि एक दिन में लगभग 100-125 मरीजों का अल्ट्रासाउंड करना चिकित्सा के लिए बहुत टेढ़ी खीर है तथा इसके साथ-साथ प्रसूति रोग विशेषज्ञ चिकित्सक को भी लगभग 100-125 गर्भवती महिलाओं को देखना होता है तथा इसी प्रकार अन्य चिकित्सकों की भी यही हालत है,जोकि किसी भी सूरत में तर्कसंगत नहीं है। मोर्चा इस दुर्दशा को लेकर शीघ्र ही शासन में दस्तक देगा। मोर्चा पदाधिकारियों में प्रवीण शर्मा, प्रमोद शर्मा मौजूद थे।

सिडनी विश्वविद्यालय में आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम के लिये जसप्रीत कौर और नार्ने काव्या का चयन

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हल्द्वानी, सिडनी विश्वविद्यालय, ऑस्ट्रेलिया आयोजित दो माह के प्रशिक्षण कार्यक्रम में उत्तराखण्ड़ की दो बेटियाँ भी अपनी भागीदारी निभायेंगी, गौरतलब हो कि पन्तनगर विश्वविद्यालय के कुलपति डा. मनमोहन सिंह चौहान के नेतृत्व में इस वर्ष विभिन्न संस्थानों में विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों को प्रशिक्षण हेतु भेजा जा रहा है। विश्वविद्यालय के अन्तर्राष्ट्रीय मामलों के निदेशक डा. एच.जे. शिव प्रसाद ने जानकारी देते बताया कि पश्चिमी सिडनी विश्वविद्यालय, ऑस्ट्रेलिया द्वारा आयोजित दो माह के प्रशिक्षण कार्यक्रम के लिए विश्वविद्यालय के दो प्रतिभाशाली विद्यार्थियों, जसप्रीत कौर और नार्ने काव्या को भेजा जा रहा है जो अत्यंत गौरव का विषय है। जसप्रीत कौर उद्यान विभाग में डा. रंजन श्रीवास्तव के मार्गदर्शन में पीएच.डी. कर रही हैं और नार्ने काव्या, कीट विज्ञान विभाग में डा. जे.पी. पुरवार के मार्गदर्शन में कार्यरत हैं। दोनों ने अपनी उत्कृष्ट शैक्षणिक योग्यता और अनुसंधान में समर्पण से यह प्रतिष्ठित अवसर प्राप्त किया है।
उन्होंने बताया कि ‘हिमालयी क्षेत्र, उत्तराखण्ड, भारत में रियल-टाइम ऑटोमेटेड पेस्ट मॉनिटरिंग’ परियोजना के तहत कार्य करना होगा, जो शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा वित्त पोषित स्कीम फॉर प्रमोशन ऑफ एकेडमिक एंड रिसर्च कोलैबोरेशन के तहत संचालित है। नार्ने काव्या ने अपने अनुसंधान कार्य में विशेषता और नई तकनीकों के प्रयोग से यह सम्मान प्राप्त किया है। पश्चिमी सिडनी विश्वविद्यालय में आयोजित यह प्रशिक्षण कार्यक्रम इन छात्रों के लिए एक अनमोल अवसर है। इस कार्यक्रम के माध्यम से वे उन्नत प्रयोगशाला उपकरण, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग, सेंसर और उद्यान फसलों में प्रक्षेत्र प्रयोगों के साथ विशेष रूप से स्वचालित कीट निगरानी के बारे में गहन ज्ञान अर्जित करेंगे। यह अनुभव उनके शैक्षणिक और व्यावसायिक विकास में अत्यधिक सहायक सिद्ध होगा। इस प्रशिक्षण के दौरान छात्र पश्चिमी सिडनी विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं के पर्यवेक्षण में प्रशिक्षण कार्यक्रम का पालन करेंगे, जो इस परियोजना में विशेषज्ञता रखते हैं।
विश्वविद्यालय के कुलपति डा. मनमोहन सिंह चौहान द्वारा दोनों विद्यार्थियों को इस महत्वपूर्ण उपलब्धि पर हार्दिक बधाई दी गयी और उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि वे इस अवसर का पूर्ण उपयोग करेंगे और अपनी प्रतिभा व कौशल को और निखारेंगे। जसप्रीत कौर और नार्ने काव्या की इस सफलता से विश्वविद्यालय के अन्य छात्रों को भी प्रेरणा मिलेगी और वे भी अपने शैक्षणिक व अनुसंधान कार्यों में उत्कृष्टता प्राप्त करने का प्रयास करेंगे। इस अवसर पर कुलसचिव डा. दीपा विनय, अधिष्ठाता स्नातकोत्तर महाविद्यालय डा. के.पी. रावेरकर, अधिष्ठाता कृषि डा. एस.के. कश्यप द्वारा उनकी महान उपलब्धि के लिए दोनों विद्यार्थियों को बधाई दी है।

दैवीय आपदा में राहत पहुंचाने तथा त्वरित रेस्क्यू ऑपरेशन चलाने के लिये तीर्थ पुरोहितों ने सीएम का आभार व्यक्त किया

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देहरादून, केदार सभा, केदारनाथ धाम के अध्यक्ष श्री राजकुमार तिवारी ने केदारनाथ घाटी में आई आपदा के दौरान मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में पूरी तत्परता के साथ संचालित हुए रेस्क्यू ऑपरेशन की प्रशंसा की है। केदारनाथ धाम के अध्यक्ष श्री राजकुमार तिवारी ने कहा कि 31 जुलाई को केदारनाथ क्षेत्र के लिंनचोली, गौरीकुण्ड व सोनप्रयाग में आयी दैवीय आपदा के प्रति त्वरित राहत पहुंचाने के लिये मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी के प्रयासों की तीर्थ पुरोहितों ने सराहना के साथ उनका आभार व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि 31 जुलाई को केदारनाथ क्षेत्र में आयी आपदा के तुरंत बाद 01 अगस्त को मुख्यमंत्री द्वारा केदारनाथ क्षेत्र का भ्रमण कर राहत एवं बचाव कार्यों में तेजी लाये जाने के दिये गये निर्देशों तथा तीर्थ पुरोहितों तथा स्थानीय लोगों से वार्ता कर राहत पहुंचाने के लिये अधिकारियों को जिम्मेदारी दिये जाने से क्षेत्र वासियों तथा तीर्थ यात्रियों को बहुत बड़ी राहत मिली है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी की तत्परता से आपदा राहत की राह आसान हुई है। तीर्थ पुरोहितों एवं स्थानीय लोगों ने मुख्यमंत्री द्वारा मंगलवार को भी प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण तथा यात्रा मार्ग से जुड़े सभी विभागों की समीक्षा में प्रभावित क्षेत्रों में जनजीवन सामान्य बनाने, क्षतिग्रस्त मार्गों, पेयजल एवं विद्युत लाईनों को यथाशीघ्र बहाल किये जाने तथा श्री केदारनाथ धाम पैदल यात्रा को शीघ्र शुरू किए जाने के निर्देशों तथा श्री केदारनाथ धाम के लिए हेलीसेवा को बुधवार से ही शुरू कर हेलीसेवा के माध्यम से दर्शन करने पहुंच रहे श्रद्धालुओं को किराए में 25 प्रतिशत की छूट दिये जाने की घोषणा का भी स्वागत किया है। उन्होंने मुख्यमंत्री से आपदा पीडितों को हुए नुकसान के मुआवजे की भी मांग की है।

 

हर घर तिरंगा अभियान को लेकर हरिद्वार में भाजपा जिला बैठक का आयोजन

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हरिद्वार ( कुलभूषण) जिला भाजपा कार्यालय हरिद्वार पर आगामी कार्यक्रम हर घर तिरंगा अभियान को लेकर जिला बैठक का आयोजन हुआ बैठक में मुख्य अतिथि के तौर पर पहुंचे प्रदेश उपाध्यक्ष एवं हरिद्वार जिला संगठन प्रभारी शैलेंद्र बिष्ट ने पदाधिकारीयो को संबोधित करते हुए कहा कि विगत वर्षों से पार्टी के कार्यकर्ता देशवासियों के साथ देशभर में हर्षोल्लास के साथ राष्ट्र की एकता व अखंडता के संकल्प की प्रतिबद्धता के साथ *हर घर तिरंगा*लगाकर अथवा यात्राएं निकालकर विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से मनाते आ रहे हैंl
देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने भी मन की बात कार्यक्रम के 112वे संस्करण में कहा कि मेरे प्यारे देशवासियों 15 अगस्त का दिन अब दूर नहीं है और अब तो 15 अगस्त के साथ एक और अभियान जुड़ गया है वह है हर घर तिरंगा अभियानl
पिछले कुछ वर्षों से तो पूरे देश में हर घर तिरंगा अभियान के लिए सब का जोश हाई रहता हैl
चाहे गरीब हो, अमीर हो, छोटा घर हो, बड़ा घर हो, हर कोई तिरंगा लहराकर गर्व का अनुभव करता है तिरंगे के साथ सेल्फी लेकर सोशल मीडिया पर पोस्ट करने का क्रेज भी दिखाई देता है आपने गौर से देखा होगा जब कॉलोनी या सोसाइटी के एक घर पर तिरंगा लहराता है तो देखते ही देखते दूसरे घरों पर भी तिरंगा दिखने लगता है यह एक यूनिक फेस्टिवल बन चुका हैl
देश के प्रधानमंत्री के द्वारा की गई अपील को हम सब मानते हुए देश की आजादी के जश्न मे बढ़-चढ़कर भाग लेना चाहिए हरिद्वार जिले के प्रत्येक बूथ के सभी घरों एवं प्रतिष्ठानों तक तिरंगा लहराना चाहिए इस संबंध में आगामी 10 अगस्त तक मंडलों की बैठकर सुनिश्चित कर 12,13 व 14 अगस्त को स्वतंत्रता सेनानियों एवं युद्ध स्मारकों पर स्वच्छता, माल्यार्पण एवं पुष्पांजलि कार्यक्रम किए जाएं।
14 अगस्त को विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के कार्यक्रम भी आयोजित हो।
15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के सार्वजनिक कार्यक्रम में हम सब बढ़-चढ़कर भागीदारी करें।
जिला अध्यक्ष संदीप गोयल ने अतिथियों का स्वागत कर कहा कि इस अभियान मे हम सबको पूरे मनोयोग से जुट कर हर घर पर तिरंगा लहराने का काम करना है इसी के साथ-साथ कला ,संस्कृति, खेल जगत, शिक्षाविद, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, सहकारिता, वरिष्ठ अधिवक्ता, संपादक ,रिपोर्टर ,पूर्व अधिकारी, कृषि वैज्ञानिक, कृषक, डॉक्टर ,पर्यावरणविद, उद्योगपति आदि क्षेत्रों के लोगों से संपर्क कर हर घर तिरंगा अभियान को आगे बढ़ाने का काम करें।
कार्यक्रम जिला संयोजक लव शर्मा ने आए सभी पदाधिकारी का धन्यवाद देते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी एक राष्ट्रवादी सेवा दल है हम सिर्फ राजनीति करने के लिए राजनीति नहीं करते हैं अपितु राष्ट्र सेवा ही हमारा प्रथम उद्देश्य है हम सभी कार्यकर्ताओं का यह सौभाग्य है की आजाद भारत में हम सब का जन्म हुआ और हमें आजादी का जश्न मनाने का अवसर मिल रहा है तो इस अवसर पर हम अधिक से अधिक लोगों से संपर्क कर इस अभियान को आगे बढ़ने का काम करें।
कार्यक्रम का संचालन जिला महामंत्री आशु चौधरी ने किया।
इस अवसर पर पूर्व विधायक सुरेश राठौड़, पूर्ण नगर पालिका अध्यक्ष राजीव शर्मा ,अमरीश गर्ग, पूर्व में मनोज गर्ग, जिला महामंत्री आशुतोष शर्मा, कार्यक्रम सहसंयोजक नकली राम सैनी, ,सचिन शर्मा, डॉ जयपाल सिंह चौहान ,विकास तिवारी, जितेंद्र चौधरी, मनोज शर्मा, योगेश चौहान, ऋषि पाल सिंह, राम सिंह वाल्मीकि, रंजना, चतुर्वेदी, दीपांशु विद्यार्थी, तरुण चौहान, रविंद्र कुमार, अभिनंदन गुप्ता, तरुण नायर, हीरा बिष्ट, प्रणव यादव ,सीमा चौहान ,अमित राज ,रीता सैनी ,मोहित शर्मा, नेपाल सिंह, अरविंद अग्रवाल, राजवीर कलानिया ,प्रीति गुप्ता, अनीता तड़ियाल ,गुड्डी कश्यप ,मनु रावत ,कमल प्रधान, मोहसिन मंसूरी ,चमन चौहान, अशोक मेहता ,तेलूराम प्रधान, बिन्दरपाल, सोहनवीर पाल, अरविंद कुमार ,अंकित कश्यप, आलोक चौहान, अंकुर पालीवाल, पंडित नितिन शुक्ला, अरुण आर्य ,आकाश चौहान, बिशनपाल कश्यप गोपाल अग्रवाल ,डॉ हिमांशु पंडित ,दिनेश कलर आदि उपस्थित रहे।