Wednesday, June 18, 2025
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चार साल की मासूम बच्ची से स्कूल में सामूहिक दुष्कर्म, तीनों आरोपी नाबालिग

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सितारगंज(यूएस नगर), उत्तराखंड़ के सितारगंज में मासूम बच्ची से उसके ही स्कूल के तीन बच्चों ने सामूहिक दुष्कर्म करने का मामला सामने आया है। तीनों आरोपी नाबालिग हैं और उनकी उम्र 9 साल, 11 और 14 वर्ष है। आरोपियों में एक विशेष समुदाय का होने पर बवाल की आशंका को देखते हुए पुलिस ने एहतियातन भारी फोर्स तैनात कर दी है। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर दो आरोपियों को संरक्षण में लिया है जबकि 14 वर्षीय विशेष समुदाय का युवक फरार है।
सोमवार को एक गांव की महिला ने पुलिस को बताया कि उसकी चार वर्षीय बेटी के साथ स्कूल में उसी के नाबालिग साथियों ने सामूहिक दुष्कर्म किया। वह ऐसे ही पढ़ने के लिए गांव के सरकारी स्कूल चली जाया करती है। सोमवार को भी वह सुबह करीब आठ बजे स्कूल गई थी। दो-तीन घंटे बाद वह रोती हुई घर आ गई। महिला ने जब रोने की वजह पूछी तो उसने बताया कि स्कूल में पढ़ने वाले तीन बच्चों ने उसके निजी अंगों के साथ छेड़खानी की है। इसके बाद महिला ने कोतवाली पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर बच्ची का मेडिकल परीक्षण कराया।

” चार वर्षीय मासूम के साथ दुष्कर्म का मामला सामने आया है। दो नाबालिग आरोपियों को संरक्षण में लिया गया है जबकि तीसरा नाबालिग आरोपी फरार है। उसकी तलाश की जा रही है। पीड़िता का मेडिकल परीक्षण कराया गया है। – मनोज कत्याल, एसपी सिटी *”

 

नाबालिग से छेड़छाड़ का मामला : 500 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमे दर्ज, नंदानगर बाजार क्षेत्र में 163 धारा लागू

चमोली, राज्य के चमोली में दूसरे समुदाय के युवक द्वारा नाबालिग से छेड़छाड़ का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है। आज नंदानगर बाजार क्षेत्र के 200 मीटर की परिधि में प्रशासन ने धारा 163 (भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता 2023) लागू कर दी है। साथ ही एक विवादित स्थल पर तोड़फोड़ करने पर 200 अज्ञात लोगों के खिलाफ नंदानगर पुलिस थाने में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। जबकि सोमवार को 300 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमे दर्ज हुए थे। अभी तक 500 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमे दर्ज हुए हैं।
लोगों ने आज भी नंदानगर में चक्काजाम किया है। साथ ही बाजार पूर्ण रूप से बंद किया है। पुलिस की ओर से भी लाउडस्पीकर से लोगों को धारा 163 के तहत कहीं भी समूह में खड़े नहीं होने की हिदायत दी जा रही है। जगह-जगह पर पुलिस के जवान तैनात किए गए हैं। पुलिस अधीक्षक सर्वेश पंवार सहित जनपद के अन्य पुलिस अधिकारी नंदानगर में कैंप लगाए हैं। हालांकि पुलिस ने आरोपी आरिफ खान (26) निवासी ग्राम सोफतपुर थाना नांगल जिला बिजनौर को रविवार रात को बिजनौर से गिरफ्तार कर लिया है। लेकिन लोग आरोपी युवक के सहयोगी साहिद, अहमद हसन और अयूब की गिरफ्तारी की मांग उठा रहे हैं।

आपको बता दें कि नंदानगर में सैलून चलाने वाले युवक आरिफ ने क्षेत्र की एक नाबालिग को अश्लील इशारे किए थे। इसकी जानकारी लगने पर रविवार को नंदानगर में खूब बवाल हुआ था। गुस्साई भीड़ ने आरोपी समेत विशेष समुदाय के लोगों की सात दुकानों में तोड़फोड़ कर पूरे दिन बाजार बंद रहा। सोमवार को भी नंदानगर बाजार बंद रहा और वाहनों का भी चक्का जाम किया गया। बारिश के बावजूद गांवों से महिलाएं व पुरुष नंदानगर पहुंचे और धरना प्रदर्शन किया। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए नगर में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।

महाराज के बयान से नाराज है संगठन, 9 सितंबर को करेंगे आवास का घेराव

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देहरादून, उत्तराखंड़ त्रिस्तरीय पंचायत संगठन पंचायती राज मंत्री सतपाल महाराज के बयानों से खासा नाराज है। संगठन ने 7 सितंबर तक बैठक नहीं बुलाने पर 9 सितंबर को पंचायती राज मंत्री के सरकारी आवास का घेराव करने की धमकी दी है।
उत्तराखंड त्रिस्तरीय पंचायत संगठन के प्रदेश संयोजक जगत मर्तोलिया ने कहा कि मुख्यमंत्री ने मंत्री को 2 वर्ष का कार्यकाल बढ़ाए जाने की की मांग के पक्ष में रिपोर्ट तैयार करने के लिए मुख्य भूमिका निभाने की जिम्मेदारी दी थी, महाराज ने आज तक अपनी भूमिका तो नहीं निभाई। अब अनुच्छेद 243 का हवाला देकर सरकार के सम्मुख मुश्किलें खड़ी कर रहे है।
उत्तराखंड त्रिस्तरीय पंचायत संगठन के प्रदेश संयोजक जगत मर्तोलिया, ग्राम प्रधान संगठन के प्रदेश अध्यक्ष भास्कर सम्मल, क्षेत्र प्रमुख संगठन के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. दर्शन सिंह दानू, जिला पंचायत सदस्य संगठन के प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप भट्ट, जिला पंचायत सदस्य संगठन के प्रदेश अध्यक्ष सोना सजवान ने बताया कि 31 जुलाई 2024 को जब मुख्यमंत्री के साथ विभागीय मंत्री की उपस्थिति में एक माह का समझौता हुआ था। उस समय मुख्यमंत्री ने विभागीय मंत्री को अपने व्यस्त रहने की बात कहते हुए कहा था कि वह इस कार्य में मुख्य भूमिका निभाए।
संगठन के एक प्रतिनिधि मंडल ने भी 1 अगस्त को विभागीय मंत्री से मिलकर सचिव, अपर सचिव तथा निदेशक पंचायती राज के साथ संगठन की बैठक कराए जाने का अनुरोध किया था। विभागीय मंत्री ने आश्वासन तो दिया लेकिन आज तक बैठक नहीं कराई।
महाधिवक्ता उत्तराखंड़ को सरकार की मंशा बताने की जिम्मेदारी भी मुख्यमंत्री ने विभागीय मंत्री को सौपी थी।
विभागीय मंत्री ने कोई कार्य नहीं किया। जो विभागीय मंत्री ने सबसे पहले मुख्य सचिव को कार्यकाल बढ़ाने के लिए पत्र लिख था। आज वहीं विभागीय मंत्री इस तरह के कच्चे ज्ञान वाले बयान दे रहे है।
उन्होंने कहा कि 9 सितंबर को विभागीय मंत्री का सरकारी आवास का घेराव किया जाएगा, 7 सितंबर से पहले अगर विभागीय मंत्री ने उक्त अधिकारियों के साथ संगठन की बैठक आयोजित कर दी। तभी घेराव का कार्यक्रम वापस लिया जाएगा।
उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि विभागीय मंत्री केवल बयान देते है। कुछ काम नहीं करते है।
संगठन के प्रदेश संयोजक जगत मर्तोलिया ने कहा कि विभागीय मंत्री को जब यह पता नहीं है कि अनुच्छेद 243 के बाद भी झारखंड में अनुच्छेद 213 का सहारा लेकर कार्यकाल बढ़ाया गया है।
उत्तराखंड में भी 1996 में गठित पंचायत का कार्यकाल 2002 में अनुच्छेद 213 का सहारा लेकर बढ़ाया गया है।
दोनों कार्यकाल बढ़ोत्तरी में खास बात यह है कि निर्वाचित प्रतिनिधियों को समिति बनाकर ही प्रशासक के रूप में कार्य करने का अवसर दिया गया है।
उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में बिना होमवर्क किए मंत्री कम कर रहे है। विभागीय मंत्री का यह बयान इस बात का पुख्ता प्रमाण है। उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि विभागीय मंत्री केवल आंदोलन त्रिस्तरीय पंचायतों के आंदोलित सदस्यों के मनोबल तोड़ने का काम कर रहे है।
विभागीय मंत्री मुख्य सचिव को पत्र कार्यकाल बढ़ाए जाने के लिए एक ओर पत्र लिखते है और जो भी त्रिस्तरीय पंचायत के सदस्य उनसे मिलता है तो उन्हें कहते हैं कि कार्यकाल नहीं बढ़ेगा।
उन्होंने फिर दोहराया कि महाधिवक्ता उत्तराखंड सहित सरकार के जितने भी कानून के विद्वान है। संगठन उनके साथ खुली बहस करना चाहता हैं। इसके लिए भी सरकार को डेट तय करना चाहिए। उन्होंने कहा कि हम की सूरत में वापस नहीं लौटेंगे। उत्तराखंड में वह आंदोलन होगा जिसकी उत्तराखंड सरकार ने कल्पना नहीं की है। इसलिए सरकार के मुखिया को विभागीय मंत्री को अध्ययन के लिए अवकाश में भेज देना चाहिए।

लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ पर हमले के विरोध में रुद्रप्रयाग के पत्रकारों ने दिया धरना ,जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को भेजा ज्ञापन

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रुद्रप्रयाग- ऋषिकेश में पत्रकार योगेश डिमरी पर हुए जान लेवा हमले व पत्रकार उत्पीडन की घटनाओं के खिलाफ आज जनपद के पत्रकारों ने कलैक्ट्रेट में धरना दिया व जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्य मंत्री को ज्ञापन भेजकर अपराधियों को सख्त सजा देने की माँग की है।
आज जनपद के पत्रकारों ने लोक तंत्र के चौथे स्तम्भ पर हो रहे हमलों व उत्पीडन के विरोध में जिला कलैक्ट्रेट में धरना दिया। धरना स्थल पर पत्रकारों ने ऋषिकेश मे पत्रकार योगेश डिमरी पर हुये जान लेवा हमले व पिछले दिनों हल्द्वानी में पत्रकार उत्पीडन की घटना की एक स्वर में निंदा की है।
धरना के पश्चात दोशियों को सख्त सजा देने व पीडित पत्रकारों को न्याय देने के लिये प्रदेश के मुख्य मंत्री को जिलाधिकारी के माध्यम से ज्ञापन दिया गया। मुख्य मंत्री पुष्कर सिंह धामी को सम्बोधित ज्ञापन में पत्रकारों ने कहा कि पत्रकारों पर माफियाओं द्वारा हो रहे जान लेवा हमलों एँव ब्यवस्था द्वारा पत्रकारों की पत्रकार संगठन निंदा करता है।
ऋषिकेश मे शराब माफियाओं द्वारा पत्रकार योगेश डिमरी पर किये गये जान लेवा हमले व हल्द्वानी में ब्यवस्था द्वारा पत्रकार उत्पीडन की घटना लोकतंत्र को शर्मसार करने वाली है। प्रदेश में गिरती कानून ब्यवस्था चिन्ता का विषय है। ऐसे घटनाओं की भविष्य में पुनरावृत्ति न हो दोशियों पर सख्त से सख्त कार्यवाही की जाय। पीडित पत्रकार को न्याय देने की माँग मुख्य मंत्री से की है।
धरना देने वालों में श्रमजीवी पत्रकार यूनियन के जिलाध्यक्ष देवेंन्द्र चमोली, वरिष्ठ पत्रकार श्याम लाल सुंदरियाल, बद्री नौटियाल, भूपेन्द्र भंडारी ,हरेन्द्र नेगी, नरेश भट्ट, अजय आनंद नेगी, बीरेन्द्र बर्तवाल, सत्यपाल नेगी, सतीस भट्ट, राम रतन पंवार, रोहित डिमरी, प्रवीण सेमवाल, पंकज नेगी आदि शामिल थे।

बीएमएस का 70वें वर्ष में पर्दापण : मैं सांसद ही नहीं, भारतीय मजदूर संघ का कार्यकर्ता भी हूं : नरेश बंसल

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देहरादून, उत्तराखंड़ भारतीय मजदूर संघ (बीएमएस) के 70वें वर्ष में पर्दापण करने के उपलक्ष्य में रविवार को नगर निगम प्रेक्षागृह में कार्यक्रम आयोजित किया। इस दौरान वक्ताओं ने भारतीय मजदूर संघ की स्थापना और संघर्ष की जानकारी दी। बतौर मुख्य अतिथि राज्यसभा सांसद व संसदीय श्रम समिति के सदस्य नरेश बंसल और विशिष्ट अतिथि भा.म.संघ के क्षेत्रीय संगठन मंत्री अनुपम और आरएसएस के प्रान्त कार्यवाह दिनेश सेमवाल ने दीप प्रज्वलित का कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
कार्यक्रम की अध्यक्षत भा.म. संघ के प्रदेश अध्यक्ष उमेश जोशी ने की। इस दौरान मजदूर संघ के वर्षभर में आयोजित होने वाले कार्यक्रमों की जानकारी दी गई।
मुख्य अतिथि नरेश बंसल ने कहा, मैं सांसद ही नहीं, भारतीय मजदूर संघ का कार्यकर्ता भी हूं। उन्होंने भारतीय मजदूर संघ के सिद्धांतों, नारों व कार्यकर्ताओं के समर्पण की तारीफ की। संगठन मंत्री अनुपम ने कहा कि भारतीय मजदूर संघ विश्व का सबसे बड़ा श्रमिक संगठन है। उन्होंने भारतीय मजदूर संघ के कार्यकर्ताओं का आह्वान किया कि उन्हें देश को सर्वोपरि रखते अपने आपको चारित्रिक रूप से मजबूत बनाना है ताकि कोई भी सरकार हो वह आपको उचित सम्मान दें, विशिष्ट अतिथि दिनेश सेनवाल ने संघ संस्थापक श्रद्धेय डॉ. हेगडेवर भारतीय मजदूर संघ के संस्थापक श्रद्धेय दत्तेपंत ठेंगड़ी को याद किया।
उन्होंने कहा कि भारतीय मजदूर संघ राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के का सबसे बड़ा अनुषंगिक संगठन है। जो न केवल भारतीय मजदूर संघ के उद्देश्यों की पूर्ति के लिए कार्य करता है बल्कि अपने मूल संगठन आरएसएस के विचारों को मजबूत बनाता है। किन्तु तंत्र में कुछ ऐसे लोग है जो हमारे भारतीय ग्रंथों को काल्पनिक बता कर भारत को कमजोर करना चाहते हैं जिसके लिए वे लव जिहाद, लैंड जिहाद के माध्यम से भारत को नुकसान पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है।
नगर निगम प्रेक्षागृह में आयोजित कार्यक्रम में क्षमता से कहीं अधिक सैंकड़ों की संख्या में  कार्यकर्ताओं ने  बड़े  उत्साह व उमंग के साथ प्रतिभाग किया  जिनमें से नवीन चंद्र कुरील, अजय कांत शर्मा, पी एस धमांदा, श्रीमति अर्चना बिष्ट, सुनील कुमार मेहता, संजीव विश्नोई, उदय वीर, श्रीमति गंगा गुप्ता, ऋषिपाल, शेखरानंद पांडे, अवनीश कांत, गुरमीत सिंह, अरविंद कुमार श्रीमति दीप्ति विश्नोई, श्रीमति ललतेश विश्वकर्मा, ललित पुरोहित, अनिल राठी आदि मौजूद रहे |

हर वर्ष दो सितंबर को मनाया जाएगा बुग्याल संरक्षण दिवस: सीएम धामी

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देहरादून, उत्तराखंड राज्य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद (यूकॉस्ट) में हिमालय संरक्षण सप्ताह की शुरुआत बड़े उत्साह के साथ की गई। कार्यक्रम का आरंभ मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के वीडियो संदेश से हुई। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि हिमालय हमारी पहचान है, हमारी संस्कृति है, और हमारी जीवनरेखा है। उन्होने कहा कि हमारी भावी पीढ़ियों के लिए हिमालय की सुंदरता और समृद्ध जैव विविधता को संरक्षित करना हमारा कर्तव्य है । इस अवसर पर माननीय मुख्यमन्त्री ने हर वर्ष 02 सितंबर को बुग्याल संरक्षण दिवस के रूप में मनाये जाने की घोषणा करते हुए कहा कि यह कदम हिमालय संरक्षण के प्रति जागरूकता और प्रतिबद्धता की ओर एक नया कदम साबित होगा । उन्होंने बुग्याल को हिमालय की अनमोल धरोहर बताते हुए कहा कि इनका संरक्षण करना सभी की सामूहिक जिम्मेदारी बताई।
कार्यक्रम की शुरुआत यूकॉस्ट के महानिदेशक प्रो. दुर्गेश पंत के स्वागत उद्बोधन से हुई, जिन्होने कहा कि विश्व धरोहर हिमालय के भव्य बुग्याल, न केवल सुंदरता से भरे हुए हैं, बल्कि जैव विविधता और जीवनयापन के लिए महत्वपूर्ण पारिस्थितिकी तंत्र भी हैं। हिमालय की प्राकृतिक सुंदरता को संरक्षित करने पर भी उन्होंने अपने विचार रखे।May be an image of 5 people and text

इस कार्यक्रम के मुख्य वक्ता पद्मभूषण डॉ अनिल प्रकाश जोशी रहे, जिन्होंने हिमालय की रक्षा करना सबका नैतिक दायित्व बताया। बुग्याल संरक्षण हमारे स्थानीय समुदायों के लिए भी महत्वपूर्ण है। हमें व्यक्तिगत और सामूहिक दोनों स्तरों पर काम करना होगा ताकि हमारे हिमालय को संरक्षित किया जा सके। उन्होंने कहा कि हिमालय से हम सबका अस्तित्व है और हमें एकजुट होकर हिमालय सरंक्षण की इस सकारात्मक पहल का हिस्सा बनना चाहिए, हमें समस्याओं के बजाय समाधानों पर अपना ध्यान केंद्रित करना चाहिए।May be an image of 3 people, dais and hospital

इस मौके पर पदमश्री कल्याण सिंह रावत ने कहा कि बुग्याल देवताओं का आगन हैं और इसका संरक्षण एक पवित्र कार्य है, जो हमें अपनी संस्कृति, परंपराओं और पर्यावरण के साथ जोड़ता है। हमें इसे अपने जीवन का हिस्सा बनाना होगा ताकि हम अपनी मातृ प्रकृति की अनमोल सुंदरता को आने वाली पीढ़ियों के लिए संरक्षित करें।

यूकॉस्ट के एमेरिटस वैज्ञानिक डॉ. जी. एस. रावत ने अपने प्रस्तुतिकरण में विभिन्न प्रकार के बुग्याल और उनकी विशेषताओं से सबको अवगत करवाते हुए कहा कि बुग्याल, हिमालय के उच्च हिमाच्छादित क्षेत्रों में स्थित घास के मैदान है, जहाँ प्रकृति की सुंदरता और जैव विविधता का अनोखा संगम होता है ।

वन संरक्षक आई. एफ.एस. धर्म सिंह मीणा ने इस अवसर पर वन विभाग द्वारा उत्तरकाशी जिले मे बुग्याल संरक्षण पर किए गए कार्यों पर एक प्रस्तुतिकरण दिया, जिसमे उनके द्वारा बताया गया कि इस संरक्षण अभियान से मिट्टी के कटान में कमी आई तथा प्राकृतिक सुंदरता भी पुनर्जीवित हुई है।May be an image of 3 people, people smiling and people studying

वन विभाग के प्रमुख वन संरक्षक डॉ. धनंजय मोहन ने बुग्यालों को उत्तराखण्ड का एक अद्वितीय क्षेत्र बताया। उन्होंने कहा कि बुग्याल जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को कम करने में भी एक विशेष भूमिका निभाते है, तथा इस मौके पर वन प्रमुख द्वारा एक समिति बनाने की भी घोषणा की गई, जो बुग्याल संरक्षण के हर पहलू पर विशेष योजना तैयार करेगी।

कार्यक्रम के अंत में मैती संस्था द्वारा यूसैक के वैज्ञानिक डॉ. गजेंद्र सिंह को विगत वर्षो से हिमालयी क्षेत्र में किए गए विशेष वैज्ञानिक कार्यों हेतु ‘गिरी गंगा गौरव सम्मान’ से पुरस्कृत किया गया। इस दौरान यूकॉस्ट और मैती संस्था द्वारा आयोजित अल्पाइन मीडोज फोटोग्राफी प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कार भी वितरित किए गए। प्रथम पुरस्कार चिनार शर्मा, द्वितीय पुरस्कार सृष्टि जोशी व तृतीय पुरस्कार संजय कुमार द्विवेदी व महिपाल सिंह गड़िया को दिया गया तथा सांत्वना पुरस्कार पाने वालो में श्री महेश पैनुली तथा डॉ. गजेंद्र सिंह शामिल रहे। कार्यक्रम का समापन यूकॉस्ट के संयुक्त निदेशक डॉ. डी.पी. उनियाल के धन्यवाद प्रस्ताव के साथ हुआ। उन्होंने कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए सभी प्रतिभागियों, अतिथियों और आयोजनकर्ताओं का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संचालन यूकॉस्ट की वैज्ञानिक अधिकारी कंचन डोभाल द्वारा किया गया। इस कार्यक्रम में विभिन्न संस्थानों के 200 से अधिक विद्यार्थियों, शिक्षकों, परिषद और आंचलिक विज्ञान केन्द्र के अधिकारियो, कर्मचारियों तथा विभिन्न संस्थानों के विशेषज्ञों, वैज्ञानिको ने प्रतिभाग किया ।

मसूरी गोलीकांड की 30वीं बरसी के अवसर पर मुख्यमंत्री धामी ने शहीद आंदोलनकारियों को नमन कर श्रद्धाजंलि अर्पित की

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देहरादून(आरएनएस)। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मसूरी गोलीकांड की 30 वीं बरसी के अवसर पर मसूरी के शहीद स्मारक पहुँचकर शहीद आंदोलनकारियों को नमन किया एवं उनकी प्रतिमा पर श्रद्धाजंलि अर्पित की। इस अवसर पर 10 प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण की व्यवस्था लागू किये जाने पर राज्य आंदोलनकारियों की ओर से मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया गया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे राज्य आंदोलनकारियों ने अपनी जान की परवाह किये बिना अपना सर्वस्व न्यौछावर कर दिया। उन्होंने कहा कि शहीद आंदोलनकारियों ने जो सपने उत्तराखंड के लिए देखे थे, उन्हें पूरा करने का कार्य राज्य सरकार कर रही है। उन्होंने कहा कि 1 सितंबर को खटीमा कांड, 2 सितंबर को मसूरी और 2 अक्टूबर को रामपुर तिराहा कांड हुआ, ये तीनों दिन हमारे राज्य के इतिहास में एक काले अध्याय के रूप में दर्ज हैं। उन्होंने कहा कि हम अपने अमर शहीदों के सर्वोच्च बलिदान को कभी भूला नहीं सकते। मुख्यमंत्री ने कहा कि शांतिपूर्ण ढंग से चल रहे आंदोलन को बर्बरतापूर्ण कुचलने का काम तत्कालीन सरकार ने किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि शहीद आंदोलनकारियों का सपना था कि एक ऐसा उत्तराखंड बने, जहां सबको समान अधिकार मिले। इसी लक्ष्य को लेकर राज्य सरकार आगे बढ़ रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हाल में जारी नीति आयोग की सतत विकास लक्ष्यों की रैंकिंग में उत्तराखंड ने नंबर एक स्थान प्राप्त किया है। राज्य में विकास के साथ पर्यावरण संतुलन पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है। राज्य में जी.ई.पी की शुरूआत की गई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस दशक को उत्तराखण्ड का दशक बनाने के लिए हर क्षेत्र में तेजी से कार्य किये जा रहे हैं। आने वाले दस वर्षों में उत्तराखंड अपने विकास और उन्नति के चरम पर होगा। इसके लिए इकोलॉजी और इकोनॉमी के समन्वय के साथ कार्य किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार ने राज्य आंदोलनकारियों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हुए राज्य आंदोलनकारियों और उनके आश्रितों के लिए 10 प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण की व्यवस्था लागू की है एवं पेंशन दी जा रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य आंदोलन में हमारी नारी शक्ति की बड़ी भूमिका रही है। इसी के दृष्टिगत राज्य सरकार ने महिलाओं को राज्य की सरकारी सेवाओं में 30 प्रतिशत आरक्षण देने का निर्णय लिया है। राज्य में सख्त नकल विरोधी कानून लागू किया गया है। 100 से ज्यादा नकल माफियाओं को जेल की सलाखों के पीछे पहुँचाने का कार्य किया गया। इसके अलावा राज्य में जबरन धर्मांतरण को रोकने के लिए कड़ा कानून लाने के साथ ही दंगा रोधी कानून भी राज्य में लागू किया गया है। राज्य में डेमोग्राफी चेंज न हो, इसके लिए लैंड जिहाद पर कठोर कार्रवाई की गई।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में 16 हजार से ज्यादा नियुक्तियां विगत 3 वर्षों में सरकारी विभागों में की गई है। उन्होंने कहा कि अभी एक ही दिन में राज्य पीसीएस परीक्षा 2021 का फाइनल रिजल्ट और 2024 का प्री का रिजल्ट जारी किया गया। इस परीक्षा में अधिकांश अभ्यर्थी उत्तराखण्ड के चयनित हुए है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मसूरी के शहीद स्मारक में बलिदानियों के स्मरण में संग्रहालय बनाया जायेगा। हमारे राज्य आन्दोलनकारियों के बारे में भावी पीढ़ी को जानकारी होना जरूरी है।
कार्यक्रम के बाद मुख्यमंत्री ने मसूरी में स्वं इन्द्रमणि बडोनी की मूर्ति पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्वांजलि भी दी।
कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि 1 सितंबर को खटीमा गोलीकांड के बाद मसूरी में लोगों में भारी आक्रोश था। जिसको लेकर 2 सितंबर को आंदोलनकारी खटीमा गोली कांड के विरोध में शांतिपूर्वक तरीके से एक सितंबर को उधमसिंह नगर खटीमा में हुए गोलीकांड के विरोध में क्रमिक अनशन कर रहे थे। इस दौरान तत्कालीन सरकार के निर्देश पर पीएसी व पुलिस ने आंदोलनकारियों पर बिना पूर्व चेतावनी के अकारण ही गोलियां बरसानी शुरू कर दीं। जिसमें आंदोलनकारी बलबीर सिंह नेगी, धनपत सिंह, राय सिंह बंगारी, मदनमोहन ममगाईं, बेलमती चौहान और हंसा धनाई शहीद हो गए। उन्होंने कहा अटल बिहारी वाजपेयी ने उत्तराखंड को अलग राज्य निर्माण में अहम भूमिका निभाई है।
इस अवसर पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट, पूर्व विधायक जोत सिंह गुनसोला, मसूरी नगर पालिका के पूर्व अध्यक्ष मनमोहन सिंह मल्ल, ओपी उनियाल, भगवान सिंह धनई एवं राज्य आन्दोलनकारी उपस्थित थे।

बेसमेंट पार्किंग के मानकों का उल्लंघन करने वालों पर कार्रवाई के निर्देश

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-प्राधिकरण उपाध्यक्ष ने बैठक लेकर दिए निर्देश, कहा-कार्रवाई कर इसकी रिपोर्ट कराई जाए उपलब्ध

-एमडीडीए जल्द तैयार करेगा अपनी नर्सरी, शहर में एक लाख पौधों के रोपण के लक्ष्य के सापेक्ष 80 प्रतिशत लक्ष्य किया प्राप्त

-अवैध निर्माण को लेकर अभियंताओं को लगाई गई फटकार

देहरादून , मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण उपाध्यक्ष महोदय श्री वंशीधर तिवारी की अध्यक्षता में सोमवार को प्राधिकरण सभागार में विभिन्न अनुभागों की समीक्षा बैठक की गई। इस दौरान उपाध्यक्ष महोदय ने कहा कि विगत दिनों दिल्ली में हुई एक घटना के आलोक में शहर में स्थित जिन कॉम्प्लेक्स में बेसमेंट पार्किंग की जांच की गई थी। उपरोक्त मामलों में जिनके द्वारा भी मानकों का उल्लंघन किया जा रहा है, उन पर तत्काल कार्रवाई सुनिश्चित कर प्रगति रिपोर्ट से अवगत कराया जाए।

उन्होंने कहा कि प्राधिकरण के अभियंता शहर में अपने स्तर पर कहां-कहां पर पार्किंग का निर्माण किया जा सकता है, इसकी संभावना तलाशें और इस दिशा में अग्रिम कार्रवाई की जाए।

उपाध्यक्ष महोदय ने अवैध निर्माणों को लेकर अभियंताओं को फटकार लगाई। उन्होंने कहा कि जो लोग मानचित्र पास कराकर निर्माण कार्य कर रहे हैं, उन्हें नोटिस इत्यादि देकर परेशान नहीं किया जाए।
उपाध्यक्ष महोदय ने इस दौरान प्राधिकरण की स्वयं की नर्सरी भी तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि ऐसा करने से प्राधिकरण को किसी पर निर्भर रहने की आवश्यकता नहीं होगी।
उपाध्यक्ष महोदय ने कहा कि शहर के तमाम बड़े कॉम्प्लेक्स व ग्रुप हाउसिंग में सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट एवं रेन वाटर हार्वेस्टिंग की व्यवस्था को ज्यादा से ज्यादा प्रोत्साहित किया जाए। उन्होंने कहा कि इस संबंध में संबंधित से वार्ता की जाए और इन दोनों ही व्यवस्था को प्रभावी रूप से सुदृढ बनाया जाए।
बैठक के दौरान उपाध्यक्ष महोदय द्वारा शहर में गतिमान पौधरोपण कार्यों की भी जानकारी ली गई जिस पर उन्हें अवगत कराया गया कि एक लाख पौधों के रोपण के लक्ष्य के समक्ष लगभग 80 प्रतिशत लक्ष्य हासिल कर लिया गया है। उपाध्यक्ष ने कहा कि पौधरोपण में ज्यादा से ज्यादा फलदार व छायादार पौधों को लगाया जाए।

स्वास्थ्य विभाग को शीघ्र मिलेंगे 391 एएनएम  :  डॉ. धन सिंह रावत

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-चिकित्सा सेवा चयन बोर्ड ने जारी किया अभिलेख सत्यापन कलैण्डर
-आगामी 18 से 30 सितम्बर तक होंगे एएनएम के अभिलेखों का सत्यापन
देहरादून(आरएनएस)।  चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग को शीघ्र ही 391 एएनएम (महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता) मिलेंगे। उत्तराखंड चिकित्सा सेवा चयन बोर्ड ने सभी औपचारिकताएं पूरी कर अभ्यर्थियों के अभिलेख सत्यापन हेतु कैलेण्डर जारी कर दिया है। चयन बोर्ड आगामी 18 सितम्बर से लेकर 30 सितम्बर तक वर्षवार स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के अभिलेख सत्यापन करेगा। इसके उपरांत चयनित अभ्यर्थियों का वर्षवार मेरिट के आधार पर चयन परिणाम घोषित किया जायेगा।
सूबे के चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डा. धन सिंह रावत ने बताया कि प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं को और अधिक सुदृढ़ किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि विभाग में लम्बे समय से विभिन्न संवर्गों में रिक्त पड़े पदों को तेजी से भरा जा रहा है। इसी कड़ी में एएनएम के रिक्त 391 पदों पर शीघ्र तैनाती दी जायेगी। इसके लिये उत्तराखंड चिकित्सा सेवा चयन बोर्ड ने सभी औचारिकताएं पूरी कर ली है। डॉ. रावत ने बताया कि चयन बोर्ड ने स्वास्थ्य कार्यकर्ता (महिला) परीक्षा-2024 के लिये तिथिवार अभिलेख सत्यापन कलैण्डर जारी कर दिया है। आगामी 18 सितम्बर 2024 से अभिलेख सत्यापन की प्रक्रिया शुरू की जायेगी जो 30 सितम्बर 2024 तक चलेगी। अभिलेख सत्यापन हेतु अभ्यर्थियों को बैचवार ज्येष्ठता क्रम में बुलाया गया है, जिसके लिये अभ्यर्थियों को अनुक्रमांक भी जारी किये गये हैं। सत्यापन प्रक्रिया के दौरान अभ्यर्थियों द्वारा संलग्न प्रमाण पत्रों की बारीकी से जांच की जायेगी। अभिलेख सत्यापन के समय अभ्यर्थियों को अपने मूल दस्तावेजों के साथ सम्बंधित अभिलेखों की दो-दो स्वप्रमाणित छायाप्रतियां लाना अनिवार्य है। अभिलेख सत्यापन प्रक्रिया के उपरांत चयन बोर्ड द्वारा अर्हता प्राप्त अभ्यर्थियों की वर्षवार मेरिट के आधार पर चयन परिणाम जारी किया जायेगा, जिन्हें प्रदेश के विभिन्न जनपदों के चिकित्सा इकाईयों में तैनाती दी जायेगी। विभागीय मंत्री ने बताया कि राजकीय चिकित्सा इकाईयों में एएनएम की तैनाती होने से स्थानीय स्तर पर आम लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया हो सकेगी, साथ ही गर्भवती महिलाओं, जच्चा-बच्चा के टीकाकरण में तेजी आयेगी इसके अलावा सरकार द्वारा संचालित स्वास्थ्य योजनाओं का आम लोगों के बीच प्रचार-प्रसार हो सकेगा।

पत्रकार योगेश डिमरी पर जानलेवा हमला करने वाले शराब माफिया गिरफ्तार

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ऋषिकेश(आरएनएस)।  दिनाँक 01सितंबर को इन्दिरा नगर क्षेत्र में योगेश डिमरी व उनके साथियो के साथ मारपीट की घटना घटित होने व योगेश डिमरी के एम्स अस्पताल में उपचाराधीन होने की सूचना ऋषिकेश पुलिस को प्राप्त हुई। उक्त घटना के सम्बन्ध में पुलिस द्वारा योगेश डिमरी व उनके परिचितों से सम्पर्क कर घटना की पूर्ण जानकारी प्राप्त कर घटना में शामिल अभियुक्तों के विरुद्ध प्रभावी कार्यवाही करने हेतु तहरीर देने के लिए अवगत कराया गया था।
उक्त संबंध में आज दिनांक: 02-09-24 की प्रात: वादी  संदीप भण्डारी पुत्र  दयाल सिंह भण्डारी निवासी: 14 बीघा, थाना मुनीकीरेती जनपद टिहरी गडवाल द्वारा कोतवाली ऋषिकेश में घटना के सम्बन्ध में लिखित तहरीर दी कि सुनील गंजे द्वारा उनके साथ मार पीट कर बेस बाल के डण्डे से जानलेवा हमला किया गया, जिसमे योगेश डिमरी को गम्भीर चोटें आयी। लिखित तहरीर के आधार पर सुनील कुमार के विरूद्ध कोतवाली ऋषिकेश पर मु0अ0स0ं: 556/24 धारा: 109 (1)/ 352 बीएनएस का अभियोग पंजीकृत करते हुए तत्काल घटना में शामिल अभियुक्त सुनील कुमार पुत्र लाखन सिंह, निवासी: गली नं0 02 इन्द्रानगर, थाना ऋषिकेश देहरादून को तत्काल गिरफ्तार किया गया है। घटना के सभी पहलुओं की पुलिस द्वारा विस्तृत विवेचना की जा रही है। घटना में अन्य किसी व्यक्ति की संलिप्त्ता प्रकाश में आने पर उनके विरूद्ध भी कठोर कार्यवाही की जायेगी।
इसके अतिरिक्त पुलिस द्वारा ऋषिकेश क्षेत्र में शराब तस्करी में लिप्त अभियुक्तों की कुण्डलियां तैयार की जा रही हैं, जल्द ही सभी अभियुक्तों के विरूद्ध कठोर कार्यवाही की जायेगी।

लापता पूर्व सभासद का शव बरामद, परिजनों ने जताई हत्या की आशंका

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हरिद्वार, बीते रोज लापता हुए सभासद का शव घर के पड़ोस में ही स्थित खाली मकान से बरामद हुआ। परिजनों ने हत्या की आशंका जाताई है वहीं पुलिस पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की बात कह रही है। फिलहाल शव को पंचनामा भरने के बाद पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया गया है।
जानकारी के अनुसार मंगलौर के बाहरी किला निवासी पूर्व सभासद नसीम अहमद रविवार सुबह करीब ग्यारह बजे से लापता थे। जिनके परिजन उनकी तलाश में जुटे हुए थे और मामले की जानकारी पुलिस को भी दी थी। वही आज सुबह किसी ने नसीम अहमद के परिजनों को सूचना दी कि उनका शव पड़ोस के ही एक खाली पड़े मकान के कमरे में पड़ा है। परिजन मौके पर पहुंचे और जानकारी पुलिस को दी। परिजनों ने हत्या की आशंका जताई है वही मौके पर पहुंची पुलिस ने आसपास छानबीन की इसके साथ ही शव का पंचनामा भरवाकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया गया है। कार्यवाहक कोतवाली प्रभारी धर्मेंद्र राठी का कहना है कि मौत के कारणों की स्पष्ट जानकारी पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही होगी। फिलहाल शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया गया है।