Wednesday, June 18, 2025
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हिन्दी एक भाषा नहीं हमारे राष्ट्र की आत्मा है : मुख्यमंत्री धामी

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देहरादून, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि हिंदी एक भाषा ही नहीं हमारे राष्ट्र की आत्मा भी है, रविवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सर्वे चौक स्थित आई.आर.डी.टी प्रेक्षागृह, देहरादून में उत्तराखंड भाषा संस्थान द्वारा आयोजित ’हिंदी दिवस समारोह—2024’ में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर उन्होंने उत्तराखण्ड भाषा संस्थान की पुस्तक ट्टट्ट उत्तराखण्ड की लोक कथाएं ’’ का विमोचन किया। कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने कविता लेखन, कहानी लेखन, यात्रा वृतान्त लेखन और नाटक लेखन प्रतियोगिता के प्रथम तीन स्थान प्राप्त करने वाले छात्र—छात्राओं को पुरस्कृत किया और बोर्ड परिक्षाओं में हिन्दी में सर्वाेच्च अंक प्राप्त करने वाले विघार्थियों को सम्मानित भी किया। मुख्यमंत्री ने सभी को हिंदी दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि हिंदी भाषा के उत्थान और संवर्धन के लिए अहम योगदान देने वाले लोगों का मुख्यमंत्री ने आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि हिंदी एक भाषा का उत्सव नहीं बल्कि हमारी संस्कृति के गौरव का अवसर है। हिंदी एक भाषा ही नहीं हमारे राष्ट्र की आत्मा भी है। हिंदी ने हमारे समाज को जोड़ा है और हमारी सभ्यता को समृद्ध किया है। विश्व पटल पर हिंदी ने हमें विशेष स्थान दिलाया है। हिंदी केवल हमारे लिए संवाद का माध्यम नहीं है बल्कि हमारी अस्मिता, संस्कृति और भारतीयता का प्रतीक भी है। हिंदी ने विविधता से भरे हमारे समाज को एक सूत्र में बांधने का प्रयास किया है। सहजता, सरलता और सामर्थ्य से परिपूर्ण हिंदी में समन्वय की अदभुत क्षमता है। हिंदी की कीर्ति केवल भारत तक सीमित नहीं है बल्कि पूरे भारतीय उपमहाद्वीप में यह संवाद का एक प्रमुख सेतु बन चुकी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज दुनिया के विभिन्न देशों में हिंदी का अध्ययन किया जा रहा है। हिंदी ने समाज में जागरूकता लाने में भी अहम भूमिका निभाई है। स्वतंत्रता संग्राम से लेकर आज तक हिंदी सामाजिक चेतना का भी प्रमुख माध्यम रही है। स्वतंत्रता संग्राम के समय हिंदी संघर्ष की भाषा बनी और देशवासियों को एक सूत्र में बांधने में अहम भूमिका निभाई। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा हिंदी के उत्थान के लिए निरंतर कार्य किये जा रहे हैं। उन्होंने हिंदी भाषा के संवर्धन के लिए उत्तराखंड भाषा संस्थान द्वारा किये जा रहे प्रयासों की भी सराहना की। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड भाषा संस्थान द्वारा कई सारे नवाचार किये हैं और नवाचार के माध्यम से लोगों को प्रोत्साहित करने का कार्य किया है। यह प्रयास भाषायी विकास के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा भाषाओं और परंपराओं के प्रति समर्पण को प्रोत्साहित करने के लिए ’उत्तराखंड गौरव सम्मान’ के तहत उत्कृष्ट साहित्यकारों को सम्मानित किया जाता है। उत्तराखंड भाषा संस्थान द्वारा विभिन्न भाषाओं में ग्रंथ प्रकाशन के लिए वित्तीय सहायता योजना के तहत 17 साहित्यकारों को अनुदान प्रदान किया गया है जो कि हमारे लेखकों के लिए भी प्रेरणा है।

 

 

जलवायु परिवर्तन के प्रतिकूल प्रभावों के विरुद्ध संवैधानिक अधिकार पर हुई चर्चा

देहरादून, “जलवायु परिवर्तन के प्रतिकूल प्रभावों के विरुद्ध संवैधानिक अधिकार” पर एक पैनल चर्चा को दून लाइब्रेरी और रिसर्च सेंटर में सफलतापूर्वक आयोजित किया गया । यह चर्चा ‘उत्तराखंड आइडिया एक्सचेंज ऑन क्लाइमेट एंड कॉन्स्टिट्यूशन’ के हिस्से के रूप में आयोजित की गई थी।
इस कार्यक्रम का आयोजन सोशल डेवलपमेंट फॉर कम्युनिटीज (एसडीसी) फाउंडेशन के सहयोग से किया गया, जिसमें विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों ने एमके रंजीत सिंह बनाम भारत संघ (2024) के सुप्रीम कोर्ट के हालिया निर्णय और जलवायु परिवर्तन के प्रतिकूल प्रभावों के खिलाफ नागरिकों के मौलिक अधिकारों की मान्यता पर विचार-विमर्श किया। कार्यक्रम की शुरुआत दून लाइब्रेरी के प्रोग्राम एसोसिएट चंद्रशेखर तिवारी के स्वागत सम्बोधन से हुई, जिसमें उन्होंने ‘उत्तराखंड आइडिया एक्सचेंज’ पहल का संक्षिप्त परिचय दिया और सम्मानित पैनलिस्टों का स्वागत किया।

पैनल चर्चा का संचालन गौतम कुमार, सहायक प्रोफेसर, यूपीईएस स्कूल ऑफ लॉ और एसडीसी फाउंडेशन के फेलो द्वारा किया गया। गौतम ने सुप्रीम कोर्ट द्वारा 2021 में ग्रेट इंडियन बस्टर्ड के संदर्भ में दी गई ट्रांसमिशन लाइनों को भूमिगत करने के आदेश से चर्चा की शुरुआत की।
अमन रब, उत्तराखंड प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के कानूनी सलाहकार ने निर्णय के कानूनी आयामों पर प्रकाश डाला। वर्षा सिंह, वरिष्ठ पत्रकार ने जलवायु परिवर्तन के मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ने वाले प्रभावों पर विशेष रूप से स्कूली बच्चों के संदर्भ में बात की।

डॉ. हर्ष डोभाल, विजिटिंग प्रोफेसर, दून विश्वविद्यालय ने इस मान्यता प्राप्त अधिकार के सामुदायिक प्रभावों के बारे में बात की और बताया कि जलवायु परिवर्तन विभिन्न सामाजिक समूहों को कैसे अलग-अलग तरीके से प्रभावित करता है। आदित्य रावत, सहायक प्रोफेसर, यूपीईएस, ने इस निर्णय की व्याख्या की और इसके मानव केंद्रित दृष्टिकोण पर सवाल उठाया। पैनल चर्चा के दौरान दर्शकों, जिनमें देहरादून की विभिन्न विश्वविद्यालयों के छात्र, सिविल सोसाइटी के सदस्य, वकील और प्रोफेसर शामिल थे, ने गहन रूप से पैनलिस्टों के साथ संवाद किया। चर्चा के दौरान पर्यटन के कारण जलवायु की असुरक्षा और सरकार की भूमिका पर सवाल उठाए गए, और कैसे सिविल सोसाइटी के साथ सहयोग से इन मुद्दों को सुलझाया जा सकता है।अंत में अनूप नौटियाल ने चर्चा के मुख्य बिंदुओं को संक्षेप में प्रस्तुत किया और धन्यवाद ज्ञापन दिया।

इस मौके पर एसपी सुबुधी, निदेशक, राज्य पर्यावरण संरक्षण और जलवायु परिवर्तन निदेशालय, उत्तराखंड सरकार, प्रोफेसर एचसी पुरोहित, डॉ. एसपी सती, डॉ. राजेंद्र कठैत , वैशाली सिंह, जया सिंह, राजेंद्र कोशियारी , अरुणिमा नैथानी, एकता सती, जगमोहन मेंहदीरत्ता, अभिनव सिंह, ब्रिगेडियर खाती (सेवानिवृत्त), प्रतीक पंवार, संजय श्रीवास्तव, परमजीत सिंह कक्कड़, हरि राज अवं दून विश्वविद्यालय, दून लाइब्रेरी, यूपीईएस, ग्राफिक एरा के छात्र और कई अन्य प्रमुख लोग  पैनल चर्चा के दौरान उपस्थित थे।

पुलिस के रोकने के बावजूद निकाला नशा विरोधी मार्च

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-पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच तीखी बहस, मुख्यममंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा

देहरादून(एल मोहन लखेड़ा), नशा विरोधी जन अभियान के तहत शनिवार को गांधी पार्क पर प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शनकारियों ने नशा तस्करों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की और पत्रकार योगेश डिमरी और उनके साथियों के खिलाफ दर्ज मुकदमा वापस लेने की मांग की।
प्रदर्शनकारियों ने गांधी पार्क से घंटाघर तक मार्च भी निकाला। पुलिस ने अनुमति न होने के नाम पर मार्च को रोकने का प्रयास किया, लेकिन प्रदर्शनकारी नहीं माने। इस दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच तीखी बहस भी हुई। बाद में पुलिस ने रास्ता छोड़ दिया।
पुलिस ने पहले नशा विरोधी जन अभियान टीम को गांधी पार्क में प्रदर्शन न करने की बात कही थी। लेकिन टीम ने इसे मानने से इंकार कर दिया था। शनिवार को जब टीम के सदस्य व आम नागरिक गांधी पार्क पहुंचे तो वहां भारी पुलिस बल मौजूद था। नशा विरोधी प्रदर्शन कारीयों ने पहले गांधी पार्क के गेट पर प्रदर्शन किया फिर गांधी पार्क के अंदर गांधी जी की प्रतिमा के नीचे पहुंचे और जनगीत गाकर और नारे लगाकर प्रदर्शन किया।
इस मौके पर वक्ताओं ने ड्रग्स और अवैध शराब की तस्करी पर चिन्ता जताई। संचालन करते हुए त्रिलोचन भट्ट ने कहा कि हमें हिन्दू-मुस्लिम के विवाद में उलझाकर हमारे बच्चों को नशे में झोंका जा रहा है। यह पहाड़ को बर्बाद करके यहां की जमीनों पर कब्जा करने का षडयंत्र है। बैंक यूनियन पूर्व अध्यक्ष जगमोहन मेहंदीरत्ता ने कहा कि नशे के बढ़ते चलन को यहीं नहीं रोका गया तो स्थिति बेहद खराब हो जाएगी।
नशे को लेकर लगातार स्कूली बच्चों की काउंसिलिंग कर रहे मुकुल शर्मा ने इस अभियान को एक बहुत अच्छी पहल बताया।
गढ़वाल सभा के अध्यक्ष रोशन लाल धस्मान ने गढ़वाल सभा का अभियान को पूर्ण समर्थन की बात कही , सरस्वती विहार विकास समिति के कैलाश तिवारी ने भी लोगों से अपने बच्चों को नशे से दूर रखने के लिए कहा। प्रदर्शनकारियों ने मौके पर ज्ञापन लेने पहुंचे सिटी मजिस्ट्रेट को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा।
उत्तराखंड महिला मंच की कमला पंत ने ज्ञापन पढ़कर सुनाया। ज्ञापन में सूखे नशे- ड्रग्स के अलावा शराब तस्करों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने और इसे उत्तराखंड़ लाने पर पूरी तरह से रोक लगाने, ऋषिकेश और हरिद्वार जैसे धार्मिक नगरों में अवैध शराब की तस्करी तत्काल बंद करवाने, ऋषिकेश के पत्रकार योगेश डिमरी जिन पर नशा तस्करों ने जानलेवा हमला किया और उनके साथियों पर दर्ज मुकदमें तत्काल वापस लेने और ग्रॉसरी के नाम पर शराब की दुकाने खोलने का सिलसिला बंद करने की मांग की गई है।
इस मौके पर सीओ डालनवाला ने भी अपनी बात रखी और इस अभियान से जुड़े लोगों को थाना स्तर पर बनने वाली नशा विरोधी कमेटियों ने शामिल करने का आश्वासन दिया।
इसके बाद प्रदर्शनकारी घंटाघर तक मार्च करने निकले, लेकिन पुलिस ने गांधी पार्क का गेट बाहर से बंद कर दिया। इस पर पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच तीखी बहस हुई और प्रदर्शनकारियों ने जबरन गेट खोल दिया। प्रदर्शनकारी घंटाघर स्थित अंबेडकर पार्क तक मार्च करने निकले तो पुलिस ने फिर रोक दिया। हालांकि प्रदर्शनकारियों ने पुलिस की नहीं सुनी और आगे बढ़ गये।
अंबेडकर चौक पर उत्तराखंड इंसानियत मंच के डॉ. रवि चोपड़ा ने लोगों से अपील की कि वे ज्यादा से ज्यादा संख्या में इस अभियान से जुड़ें और बच्चों को नशे से दूर रखने में मदद करें।

प्रदर्शन में उत्तराखंड महिला मंच की निर्मला बिष्ट, उषा भट्ट , विमला सीमा नेगी, नसीमा, शकुंतला गुसाईं, विजय नैथानी, पद्मा गुप्ता, शांति सेमवाल, करुणा, रेखा डंगवाल, हेमलता नेगी, सरोज नेगी, भुवनेश्वरी कठैत, सहित दर्जनों महिलाएं शामिल थी। भूकानून मूल निवास आंदोलन के मोहित डिमरी, लुशून टोडरिया के साथ ही सिटीजन फॉर ग्रीन दून की जया सिंह, सहसपुर से ग्राम प्रधान सुन्दर थापा, पूर्व शिक्षा निदेशक नंद नंदन पांडे, वरिष्ठ आंदोलनकरी ओमी उनियाल, गढ़वाल सभा सचिव गजेंद्र भंडारी, परमजीत कक्कड़, समीर रतूड़ी, एडवोकेट जितेन्द्र गुप्ता, राजीव मिश्रा, पूर्व प्रधानाचार्य अरुण तिवारी, सुरेश, भारत ज्ञान विज्ञान समिति के विजय भट्ट व कमलेश खंतवाल, जन संवाद समिति के सतीश धौलाखंडी, धीरज नेगी, सुधीर बडोला, पियूष, मनीष केडियाल, तुषार रावत, धाद के तोताराम ढौंडियाल ने भी प्रदर्शन में हिस्सा लिया।

 

 

अवैध संबधों को छुपाने के लिए की थी किशोर की हत्या, पुलिस ने किया आरोपी को गिरफ्तार

नैनीताल, जनपद में 14 वर्षीय किशोर की हत्या करने के मामले में पुलिस ने एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी द्वारा अवैध सम्बन्धों की पोल खुलने के डर से किशोर को जंगल ले जाकर उसकी गला घोंटकर हत्या की गयी थी।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रहलाद मीणा ने इस हत्या का खुलासा करते हुए बताया कि बीती 12 सितम्बर को थाना मुखानी पुलिस को सूचना मिली कि स्टील फैक्ट्री के जंगल मे एक अज्ञात बच्चे का शव पड़ा है। सूचना पर कार्यवाही करते हुए पुलिस ने मौके पर पहुंच कर देखा तो वह एक 14 वर्षीय बच्चे का शव पड़ा मिला। जिसकी पहचान एक व्यक्ति रामाशंकर कश्यप द्वारा अपने बच्चे के रूप में की गयी।
रामाशंकर कश्यप पुत्र पूरन लाल कश्यप निवासी बोरा कालोनी थाना मुखानी जिला नैनीताल मूल पता दिमना पऊचा तहसील मीरगंज जिला बरेली उत्तर प्रदेश थाना मुखानी में अपने गांव के ही निवासी सत्यवीर पुत्र स्व. ओम प्रकाश कश्यप जो कि किराए पर ही रामाशंकर कश्यप के पड़ोस में रह रहा था, तथा उससे पुरानी रंजिश भी रखता था,जो कि उससे पहले भी कई बार लड़ झगड़ चुका था, पर अपने बच्चे की हत्या का आरोप लगाते हुए तहरीर दी गई कि 12 सितम्बर की सुबह लगभग 7.30 बजे वह मेरे बेटे को बुलाकर ले गया और स्टील फैक्ट्री के जंगल के अंदर ले जाकर मेरे बेटे जिसकी उम्र 14 वर्ष है उसकी जंगल में ले जाकर हत्या कर दी। बताया कि जब वह मेरे बेटे को स्टील फैक्ट्री के जंगल के अन्दर ले जा रहा था उस समय मेरे साले सूरज ने मेरे बेटे को सत्यवीर के साथ जाते हुए देखा था और पूछा कि कहाँ जा रहे हो तो बताया कि मुर्गी मारने जंगल मे जा रहे है। बताया कि 11 बजे मुझे सूचना मिली कि मेरे बेटे की लाश स्टील फैक्ट्री के जंगल में पड़ी है फिर मैं जंगल में गया तो मेरे बेटे की लाश झाडियों में पड़ी हुई थी। तहरीर के आधार पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गयी। जांच के दौरान एक सीसी कैमरे में मृतक किशोर एक 8 वर्ष के बच्चे के साथ जाता दिखाई दिया, पूछताछ में बच्चे ने बताया कि उसके पिता सत्यवीर द्वारा मृतक धर्मेन्द्र कश्यप को लाने हेतु भेजा था। जिस पर पुलिस ने आज सुबह आरोपी सत्यवीर को स्टील फैक्ट्री के समीप से गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी सत्यवीर ने पूछताछ में बताया कि मृतक की माँ के साथ उसके नाजायज सम्बन्ध थे, जिस कारण वह मुझसे रंजिश रखता था व हमेशा गाली गलौज करता रहता था। मुझे डर था कि कही मृतक यह बात अपने पिता व किसी को बता न दे। इस वजह से मैंने अपने बच्चे के माध्यम से उसे घर पर बुलाया उसे स्टील फैक्ट्री के जंगल मे जंगली मुर्गा मारने के बहाने ले गया और फिर उसकी गला दबाकर हत्या कर दी और वहीं जगंल में फेंक दिया।

बेरोजगार युवाओं का सीएम आवास कूच : धक्का मुक्की के बीच पुलिस ने बेरोजगारों को गिरफ्तार कर धरना स्थल छोड़ा

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युवाओं को लगातार गुमराह कर रहे हैं सीएम : बॉबी पंवार

देहरादून (दीपिका गौड़), उत्तराखंड़ बेरोजगार संघ के बैनर तले गांधी पार्क में एकत्रित हुए सैकड़ों युवा सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुये मुख्यमंत्री आवास कूच करने निकले जिन्हें पुलिस ने हाथीबड़कला में रोक दिया। इस दौरान बेरोजगारों की पुलिस के साथ जमकर धक्का मुक्की हुई जिसके बाद पुलिस ने बेरोजगारों को जबरन गिरफ्तार कर धरना स्थल एकता विहार छोड़ दिया।
सीएम आवास कूच कर रहे युवाओं ने संविदा कर्मियों के नियमितीकरण का जमकर विरोध करते हुए राजकीय महाविद्यालय में प्रोफेसर भर्ती प्रक्रिया में एपीआई प्रणाली को समाप्त कर परीक्षा एवं साक्षात्कार को माध्यम बनाए जाने की मांग की। इसके अतिरिक्त पुलिस कांस्टेबल एवं वन आरक्षी भर्ती परीक्षा में उम्र सीमा बढ़ाने तथा प्रतीक्षा सूची जारी करने, संयुक्त स्नातक भर्ती परीक्षा में प्रतीक्षा सूची जारी करने, यूपीसीएल, यूजेवीएनएल, पिटकुल में जेई,एई और टीजी2 भर्ती विज्ञापन जारी करने, उत्तराखंड में होने वाली सभी भर्ती परीक्षाऐं तय समय में संपन्न कराने , नए विज्ञापन जारी करने तथा फर्जी तरीके से डीएलएड कर प्राथमिक शिक्षक नियुक्त हुए अभ्यर्थियों की गहन जांच कर कठोर कार्यवाही की जाए।
उत्तराखंड़ बेरोजगार संघ अध्यक्ष बॉबी पंवार ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी लगातार युवाओं को गुमराह कर रहे हैं और युवाओं के विभिन्न मुद्दों पर संवाद स्थापित कर सकारात्मक रुख नहीं अपना रहे हैं इसलिए बेरोजगार अब शहर के मध्य कहीं भी उत्तराखंड बेरोजगार संघ के उपाध्यक्ष राम कंडवाल के नेतृत्व में भूख हड़ताल पर बैठने को मजबूर होंगे ।
इस मौके पर उत्तराखंड बेरोजगार संघ के उपाध्यक्ष राम कंडवाल, संयोजक जेपी ध्यानी, सचिव नितिन दत्त,सह संयोजक सुशील कैंतूरा, प्रवक्ता सुरेश सिंह, बिट्टू वर्मा, विशाल चौहान, संजय सिंह, अरविंद सिंह, कृष्णा प्रसाद,सचिन पुरोहित, पंकज तिवारी,सुमित राय सहित बड़ी संख्या में बेरोजगार मौजूद रहे।

केदारनाथ धाम के मार्गों को ठीक करने के लिए 30 करोड़ हुये जारी

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देहरादून, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्यमंत्री आवास, देहरादून में वर्चुअल रूप से रूद्रप्रयाग में आयोजित जागतोली दशज्यूला विकास महोत्सव-2024 कार्यक्रम को संबोधित किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने जागतोली दशज्यूला महोत्सव की सभी को बधाई और शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि दशज्यूला का यह क्षेत्र सांस्कृतिक, सामाजिक और शैक्षिणिक गतिविधियों का केंद्र एवं प्राचीन परंपराओं, मेलों और सांस्कृतिक धरोहरों के लिए प्रसिद्ध रहा है। इस क्षेत्र की नैणी चोटी पर विराजमान मां नैणी देवी समस्त उत्तराखंड वासियों की रक्षा करती हैं। यह क्षेत्र उत्तराखंड की आस्था, समृद्ध परंपराओं और प्राकृतिक सौंदर्य का अद्वितीय संगम भी है। पारंपरिक मेले हमारे भीतर धार्मिक ऊर्जा को मजबूत कर हमें हमारी जड़ों से जोड़ते हैं और एकता, समर्पण एवं आस्था की भावना को बढ़ाते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बाबा केदार की धरा से कहा था कि 21 वीं सदी का तीसरा दशक उत्तराखंड का दशक होगा। राज्य सरकार प्रधानमंत्री के कथन को चरितार्थ करने के लिए निरंतर कार्य कर रही है। उन्होंने कहा राज्य सरकार प्रदेश को आर्थिक, औद्योगिक और सतत विकास के दृष्टिकोण से देश दुनिया में एक अलग पहचान बना रहा है। उन्होंने कहा कि केदारनाथ विधानसभा क्षेत्र की पूर्व विधायक स्व. शैला रानी ने इस क्षेत्र के विकास और यहां के लोगों के कल्याण की हमेशा चिंता की। राज्य सरकार उनके सपनों को अवश्य पूरा करेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में सड़क, शिक्षा, स्वास्थ्य, पेयजल सहित हर क्षेत्र में इंफ्रास्ट्रक्चर मजबूत हो रहा है। विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं के जरिए प्रदेश के हर वर्ग का जीवन स्तर ऊपर उठाया जा रहा है। केदारनाथ एवं बद्रीनाथ धाम सहित विभिन्न पौराणिक स्थलों के पुनर्निर्माण का कार्य तेजी से चल रहा है। केदारनाथ धाम में करीब 2 हजार करोड़ रूपये से अधिक की लागत से पुनर्निमाण कार्य करवाए जा रहे हैं। बद्रीनाथ के मास्टर प्लान पर भी तेजी से कार्य हो रहे हैं। राज्य सरकार चार धाम यात्रा को और अधिक सुरक्षित, सुव्यवस्थित और सुविधाजनक बना रही है। उन्होंने कहा बड़ी आपदाओं का सामना करने के बावजूद सरकार समय पर प्रभावित लोगों की हर संभव मदद करने का कार्य कर रही है।
सीएम ने कहा कि उन्होंने स्वयं आपदा प्रभावित विभिन्न जगहों पर जाकर वहां की स्थिति का जायजा लिया और स्थानीय लोगों की समस्याओं के त्वरित निस्तारण के लिए अधिकारियों को निर्देश भी दिए। केदारनाथ धाम का पैदल मार्ग भी प्राकृतिक आपदा के चपेट में आने से यात्रा मार्ग में फंसे हर एक श्रद्धालु को सुरक्षित लाया गया। बाबा केदार के आशीर्वाद से ही हजारों लोगों को सकुशल नीचे लाने में कामयाब हुए। राज्य सरकार ने केदारनाथ धाम के मार्गों को ठीक करने एवं यात्रियों की सुरक्षा और भी पुख्ता करने की दिशा में 30 करोड़ रूपए की राशि जारी की है। उन्होंने कहा प्रदेश का हर नागरिक उनका परिवार है और अपने परिवार के किसी भी सदस्य को आपदा में अकेला नहीं छोड़ना उनका संकल्प है। उन्होने कहा केदारनाथ क्षेत्र सहित पूरे प्रदेश में विकास की धारा को अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति तक पहुंचाना ही हमारा संकल्प है।

सीएम धामी से मिली विस अध्यक्ष ऋतु भूषण खंडूडी, किसानों की समस्याओं के हल का किया आग्रह, सौंपा मांग पत्र

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देहरादून, विस अध्यक्ष ऋतु भूषण खंडूडी ने कोटद्वार के भाबर क्षेत्र की प्रमुख समस्याओं को लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को माँग पत्र सौंपा। उन्होंने कहा कि कोटद्वार विधानसभा के अन्तर्गत भाबर क्षेत्र के काश्तकारों का खेती, पशुपालन, बागवानी ही जीवन यापन करने का लम्बे समय से प्रमुख साधन रहा है। कृषि भूमि का आवासीय भवनों व व्यवसायीकरण होने के कारण खेती पर निर्भर काश्तकारों की आय के संसाधन समाप्त हो रहे हैं।
ऋतु खण्डूडी ने कहा कि कोटद्वार भाबर क्षेत्र को नगर निगम में सम्मिलित होने के बाद अधिकतर क्षेत्र या कृषि भूमि नगर निगम की परिधि मे आ गयी है जिससे इस क्षेत्र के काश्तकारों को ग्रामीण क्षेत्र की भांति विभिन्न मदों में सरकार द्वारा दी जाने वाली सब्सिडी, छूट व किसानों से सम्बन्धित अन्य सुविधाओं का लाभ नही मिल पाता।
ऋतु खण्डूडी भूषण ने कहा कि पूर्व की भांति काश्तकारों को सभी सरकारी लाभ यथावत मिलने चाहिए। साथ ही नगर निगम परिसीमन विस्तार किये जाने पर भी कृषि क्षेत्र को किसी भी स्थिति में यथावत रखे जाने की मांग की है।

कश्मीर में शहीद हुए नायक प्रमोद डबराल का पार्थिव शरीर पहुंचते ही रो पड़ा गांव, नम आंखों के साथ अंतिम विदाई दी

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रुद्रप्रयाग(आरएनएस)।  जम्मू कश्मीर के तंगधार में शहीद हुए रुद्रप्रयाग जनपद के जवाड़ी निवासी सैनिक प्रमोद डबराल को उनके पैतृक घाट में बड़ी संख्या में लोगों ने नम आंखों के साथ अंतिम विदाई दी। इस दौरान उनके भाई ने चिता को मुखाग्नि दी। सम्पूर्ण भरदार क्षेत्र और रुद्रप्रयाग नगर में सैनिक के शहीद होने की खबर से शोक की लहर है। भरदार पट्टी के जवाड़ी (उत्यासू) गांव निवासी 30 वर्षीय प्रमोद डबराल वर्ष 2014 में भारतीय सेना के 2 गढ़वाल राइफल में भर्ती हुए थे। करीब दस वर्षो की सेवा के बाद वे वर्तमान में जम्मू कश्मीर के 46 आरआर तंगधार में तैनात थे। बीती 12 सितम्बर को सुबह सेना की बस की छत पर डयूटी के दौरान प्रमोद को बिजली का झटका लगा। जिसके बाद सेना के जवान उसे उपचार के लिए पहले एमआई 46 आरआर ले गए और फिर वहां से उसे सेंटल एमआई रूम 319 एफडी अस्पताल बारामुल्ला में रेफर किया गया। जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इसके बाद सेना के अधिकारियों ने सैनिक के शहीद होने की सूचना उसके परिजनों को दी।

आज का युवा देश के प्रति जिम्मेदार व कर्तव्य परायण है : सीएम धामी

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हरिद्वार, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि आज का युवा देश के प्रति जिम्मेदार भी है और कर्तव्य परायण भी, यह धर्म संसद विकसित राष्ट्र के निर्माण में मील का पत्थर साबित होगी।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पतंजलि ऑडिटोरिम पहुॅचकर युवा धर्म संसद कार्यक्रम का दीप जलाकर शुभारम्भ किया। इस अवसर पर श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र अयोध्या महासचिव चम्पत राय, सिद्धपीठ श्री हनुमन्निवास अयोध्या आचार्य मिथिलेश ननिदनी शरण महाराज व बाबा रामदेव भी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सेवाज्ञ संस्थानम द्वारा आयोजित चतुर्थ युवा धर्म संसद में राष्ट्र निर्माण का लक्ष्य लेकर देश की युवा पीढ़ी को सही दिशा देने के उद्देश्य से कार्यक्रम में पहुॅचे सभी महानुभावों तथा युवा शक्ति का देवभूमि उत्तराखण्ड पहुॅचने पर हार्दिक स्वागत तथा अभिनन्दन करते हुए कहा कि 11 सितम्बर 1893 में स्वामी विवेकानन्द द्वारा अमेरीका के शिकागों शहर में दिए गए उद्बोधन को आधार मानकर आयोजित यह कार्यक्रम देश की युवा शक्ति को राष्ट्र निर्माण में अपना योगदान देने के लिए अवश्य ही प्रेरित करेगा क्योंकि यह संसद निष्ठावान और जागरूक नागरिकों के निर्माण का कार्य करती है। उन्होंने कहा कि आज का युवा देश के प्रति जिम्मेदार भी है और कर्तव्य परायण भी, यह धर्म संसद विकसित राष्ट्र के निर्माण में मील का पत्थर साबित होगी। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि जिस प्रकार इंजन को चालू करने के लिए ईंधन की आवश्यकता होती है, उसी प्रकार राष्ट्र की प्रगति सुनिश्चित करने हेतु युवा शक्ति की ताकत, उनकी इनोवेटिव सोच और प्रतिभा की आवश्यकता होती है। उन्होंने कहा कि देश को विश्व गुरू बनाने तथा वर्ष 2047 तक देश को विकसित राष्ट्र बनाने के लिए युवाओं को अपने कन्धों पर जिम्मेदारी लेनी होगी। उन्होंने युवाओं का मार्ग—दर्शन करते हुए कहा कि हमारा विकल्प रहित सकल्प होना चाहिए क्योंकि संकल्प में विकल्प ले आते हैं तो संकल्प वहीं पर समाप्त हो जाता है, हमारे रास्ते बदल जाते हैं, मंजिल हमसे दूर हो जाती है और सपने हम से रूठ जाते हैं। उन्होंने कहा कि देवभूमि उत्तराखंड अध्यात्म की धरती रही है। सरकार उत्तराखंड के अंदर धार्मिक और सांस्कृतिक विरासत को आगे बढ़ाने के लिए निरंतर कार्य कर रही है।
कार्यक्रम में विधायक प्रदीप बत्रा, जिला पंचायत अध्यक्ष किरण चौधरी, जिलाधिकारी कर्मेन्द्र सिंह, एसएसपी प्रमेन्द्र डोबाल, सीडीओ आकांक्षा कोण्डे, उपाध्यक्ष एचआरडीए अंशुल सिंह, संयुक्त मजिस्ट्रेट रूड़की आशीष मिश्रा, पूर्व विधायक सुरेश राठौर, बजरंग दल के राजेन्द्र पंकज सहित प्रोफेसर रामनाथ झा, ऋषिकेश उपाध्याय, बजरंग देव, बीजेपी जिलाध्यक्ष शोभाराम प्रजापति, सन्दीप गोयल सहित बड़ी संख्या में युवक युवतिया आदि उपस्थित थे।

 

हिंदी राजभाषा के रूप में अपने अस्तित्व के साथ प्रगति पथ पर गतिमान है : डा. सुधा पाण्डेय

“दून पुस्तकालय एवं शोध केन्द्र में हुआ हिन्दी दिवस का आयोजन”

देहरादून, राजभाषा हिन्दी दिवस की पूर्व सन्ध्या पर दून पुस्तकालय एवं शोध केन्द्र में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। सरस्वती वन्दना तथा हिन्दी के महत्व पर आधारित विभिन्न कवयित्रियों ने सस्वर कविताओं का वाचन से कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ साहित्यकार व दून स्कूल के प्राचार्य सुदेश ब्याला ने की, मुख्य अतिथि के तौर पर डॉ. सुधा रानी पाण्डेय मौजूद रहीं। इस मौके पर मुख्य वक्ता श्रीमती कमला पंत व वरिष्ठ साहित्यकार व राजभाषा विशेषज्ञ डॉ. मुनिराम सकलानी की पुस्तक आजादी का अमृत महोत्सव और राजभाषा हिन्दी की प्रगति यात्रा का लोकार्पण किया।
अपने उद्बोधन में डॉ. सुधा रानी पाण्डेय ने कहा कि इस पुस्तक में डॉ.सकलानी ने हिन्दी के उद्भव व विकास से लेकर भारत की राजभाषा तक हिन्दी की सुदीर्घ यात्रा और उसके विकास के विभिन्न आयामों पर प्रकाश डाला है। उन्होंने राजभाषा हिंदी के सम्मान में आयोजित इस कार्यक्रम में डॉ. मुनिराम सकलानी की पुस्तक को राजभाषा हिंदी की प्रगति यात्रा के सन्दर्भ में बड़ी उपलब्धि बताया। डॉ. सुधा रानी पाण्डेय ने यह भी कहा कि धारा 343 में ही स्पष्ट किया गया है कि संघ की उदात्त स्तर पर अपनी भावाभिव्यक्ति साहित्य और दैनंदिन के कार्यों में करना राजभाषा का सम्मान ही नहीं, आजाद भारत की भाषाओं का अभिनंदन भी है। आज भी हिंदी राजभाषा के रूप में अपने अस्तित्व के साथ प्रगति पथ पर गतिमान है। राजभाषा हिंदी सहित अन्य प्रांतीय भाषाओं और बोलियों का विकास भी सहज रुप से हुआ है। हिंदी के वैश्विक प्रसार के कारण हिन्दी सांस्कृतिक एकता की श्रंखला भी बन चुकी है । निज भाषा की उन्नति के लिए उसका अधिकाधिक प्रयोग करना हम सभी के लिए गौरव का विषय होना चाहिए।
मुख्य वक्ता के रुप में डॉ. सकलानी ने अपनी पुस्तक की चर्चा करते हुए कहा कि 14 सितम्बर को सर्व सम्मति से हिन्दी को भारत की राजभाषा का गौरवशाली स्थान मिला, इससे हमें भावनात्मक रुप से जुडना चाहिए। क्योंकि स्वभाषा के विकास से ही स्वदेश की प्रतिभा प्रतिपादित होती है। यह राष्ट्रीय एकता की कड़ी है और वैश्विक स्तर पर आगे बढ़ रही है।
श्रीमती कमला पंत ने कहा कि हमें अंग्रेजी की मानसिकता त्याग कर हिन्दी को अपने व्यक्तिगत व सरकारी कार्यों में आधिकाधिक प्रयोग में लाना चाहिए। भाषा संस्कृति की वाहक होती है और संस्कृति के मूल्यों को आधार प्रदान करती है।
कार्यक्रम का सफल संचालन करते हुये डॉ. रामविनय सिंह ने कहा कि आज आवश्यकता है कि हम सभी जन हिन्दी का स्वाभिमान जागृत करें और इसे अपने व्यवहार में व्यापक तौर प्रयोग करने का कार्य करें।
कार्यक्रम के प्रारम्भ में दून पुस्तकालय एवं शोध केन्द्र के प्रोगाम एसोसिएट चन्द्रशेखर तिवारी ने मंचासीन अतिथियों और सभागार में उपस्थित लोगों का स्वागगत किया और संस्थान के उपलब्धियों के साथ यहां आयोजित होने वाले कार्यक्रमों तथा प्रकाशित होने पुस्तकों के सन्दर्भ में राजभाषा हिन्दी के प्रयोग की संक्षिप्त जानकारी प्रदान की। कार्यक्रम में उत्तराखंड भाषा संस्थान की निदेशक डॉ.सविता मोहन ने भी अपने विचार रखे।
कार्यक्रम में श्रीमती ज्योति झा ने सरस्वती वंदना, श्रीमती कुलवीर कौर ने डॉ0 त्रिवेदी की हिन्दी कविता तथा श्रीमती शोभा पाण्डेय ने अपनी स्वरचित कविता ‘मैं हिन्दी हूुं‘, का वाचन किया । इसके अलावा श्रीमती ज्योति नैनवाल की ओर से ‘जिसको नही निज देश का अभिमान है‘ तथा श्रीमती पूनम नैथानी द्वारा गाया गीत ‘जन गण मन की अभिलाषा, राष्ट्रभाषा यह हिन्दी‘ का गायन भी किया गया।

इस अवसर पर राकेश बलूनी, सतीश धौलाखण्डी, ब्रिगेडियर के जी बहल, कल्पना बहुगुणा, मंजू काल,अमर खरबंदा, रजनीश त्रिवेदी, आर पी भारद्वाज,भारती पांडे,अभि नंदा, सुंदर सिंह बिष्ट, राकेश जुगरान,देवेंद्र कांडपाल, हर्षमणि भट्ट ‘कमल’, मीरा नन्दा, कई लेखक, साहित्यकार, हिन्दी व साहित्य प्रेमी सहित अनेक पाठकगण व अन्य प्रबुद्ध लोग उपस्थित रहे।

जनमानस की शिकायत पर नहीं रुक रहा डीएम का निरीक्षण अभियान

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-लचर कार्यप्रणाली और सुस्त कर्मचारियों पर डीएम का हमला बोल
-डीएम की एक टूक, लापरवाह नौकरशाही नहीं होगी बर्दाश्त मूसलाधार बारिश भी नहीं तोड़ सकी डीएम के सिस्टम को दुरुस्त करने का जज़्बा
-10 बजने से चंद मिनट पहले पहुँचे तहसील कार्यालय साढ़े दस बजे तक भी ना पहुँचने वालों पर गिरी गाज, कुछ का तबादला, कुछ का वेतन कटा
-कोर्ट मामलों को छोड़ते हुए 10 लाख से ऊपर की वसूली की पेंडेंसी ख़त्म करने को अधिकारियों को एक माह समय दिया, उसके बाद होगी कार्रवाही
-एमडीडीए के एसई को लताड़ लगाते हुए एमडीडीए बिल्डिंग की ख़राब लिफ्ट को एक माह में दुरुस्त करने के दिए निर्देश
-पुरानी तहसील की भूमि का भी किया निरीक्षण एसपी ट्रैफिक और प्रशासन की संयुक्त टीम के साथ निरीक्षण कर मैकेनिकल ऑटोमेटेड पार्किंग बनाये जाने का लिया गया निर्णय
-अधिकारियों कर्मचारियों को कार्यप्रणाली सुधारने की नसीहत देते हुए आमजन की समस्याओं को संवेदनशीलता से निस्तारित करने की दी हिदायत

देहरादून, जिलाधिकारी सविन बसंल ने तहसील सदर का किया औचक निरीक्षण। जिलाधिकारी आज सुबह वर्षा के बीच प्रातः 9ः50 बजे तहसील सदर पंहुचे। जिलाधिकारी ने उपस्थिति पंजिका का निरीक्षण करते हुए देरी से आने वाले कार्मिकों जारी की चेतावनी, 10ः30 बजे बाद आने वाले कार्मिकों का 01 दिन के वेतन रोकने के दिए निर्देश। सुस्त कार्य प्रणाली पर डब्लू.बी.एन, ए.डब्लू.बी.एन के तबादले को किया आदेशित।
जिलाधिकारी ने कार्यालयों में जनमानस हेतु आदर्श माहौल स्थापित करने तथा जनमासन के साथ व्यवहार में सौम्यता रखने तथा आमजन की समस्याओं को संवेदनशीलता से निस्तारण करने के निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने तहसील परिसर में सीढीयों पर गंदगी पाए जाने पर कड़ी नाराजगी जाहिर करते हुए सफाई व्यवस्था हेतु लगाए गए ठकेदार पर अर्थदण्ड की कार्यवाही के निर्देश दिए,जिलाधिकारी के निर्देशो के अनुपालन में नगर निगम द्वारा सम्बन्धित ठकेदार पर 01 लाख का अर्थदण्ड लगया। साथ ही तहसील परिसर में लिफ्ट खराब होने पर नाराजगी जाहिर की। मौके पर मौजूद एमडीडीए के अधिकारियों ने बताया कि लिफ्ट पर मरम्मत कार्य किया जा रहा है, जिस पर जिलाधिकारी ने 01 माह के भीतर लिफ्ट ठीक कराने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने निरीक्षण के दौरान तहसील में वसूली की प्रकरणों की अद्यतन स्थिति की जानकारी लेते हुए वसूली बढाने के निर्देश दिए। साथ ही निर्देशित किया कि 10 लाख से अधिक के बकायेदारों से 01 माह के भीतर वसूली की जाए।, इस कार्य में लापरवाही बरतने पर निलंबन की कार्यवाही की चेतावनी दी। उन्होंने लम्बित वाद की स्थिति जानी, म्यूटेशन आदेश के उपरान्त पोर्टल पर अद्यतन किये गए अभिलेखों का विवरण जाना। निर्देशित किया कि म्यूटेशन के आदेश उपरान्त तत्काल पोर्टल पर अद्यतन कर लिए जाएं।
इसके उपरान्त जिलाधिकारी ने पुलिस, नगर निगम, एमडीडीए के अधिकारियों केसाथ पुरानी तहसील का निरीक्षण कर इस स्थान पर मल्टीलेवल ओटोमैटिक/ मैकेनाईज पार्किंग बनाने की दिशा में कार्य करने के निर्देश दिए। पुराने तहसील परिसर में पार्किंग बनने से जहां बाजार की सड़के जाममुक्त रहेंगी, वहीं यातायात व्यवस्था में सुधार होगा।

 

 

संविधान मात्र दस्तावेज़ नहीं, अपितु जीवन जीने का एक माध्यम भी है

देहरादून, भारतीय संविधान और संवैधानिक मूल्यों पर आधारित फिल्म की श्रंखला के छठवें एपिसोड का प्रदर्शन दून पुस्तकालय के सभागार में किया गया। सुपरिचित फिल्म निर्देशक श्याम बेनेगल द्वारा इस लोकप्रिय धारावाहिक का निर्देशन किया गया है। इस अवसर पर पत्रकार भूपेन्द्र कण्डारी ने कहा कि समाज की संरचना में जो महत्व दैवीय उत्पत्ति के सिद्धांत का है, वही महत्व विकसित समाज की स्थापना में संविधान का है। संविधान केवल दस्तावेज़ नहीं है बल्कि जीवन जीने का एक माध्यम है। वर्तमान परिपेक्ष में संविधान की मूल भावना और उसके उद्देश्य को आम लोगों तक ले जाया जाना नितांत आवश्यक है। इस मौके पर जन संवाद समिति के प्रमुख सतीश धौलाखंडी नेे कार्यक्रम के उद्देश्यों पर जानकारी दी और कहा कि संविधान पर आधारित यह एपिसोड सामान्य जनों के लिए ज्ञानवर्धक साबित हो रहे हैं।
कार्यक्रम के अंत में सफ़दर हाशमी द्वारा लिखित ‘औरत’ नाटक का मंचन किया गया। कलाकारों द्धारा इस नाटक के माध्यम से इस बात को मुखरता के साथ दर्शाने का प्रयास किया गया कि महिलायें आज हर क्षेत्र में आगे हैं पर फिर भी पुरुष प्रधान समाज उनकी प्रगति में अवरोध पैदा करता है। उनकी मानसिक, शारीरिक, नैतिक और बौद्धिक क्षमता समृद्ध होने के बाद भी भी उनकी स्थिति शोचनीय बनी हुई है। नारी चाहे वह बच्ची हो, लड़की हो, पत्नी हो, मां हो, उसे क़दम-क़दम पर शोषण और उत्पीड़न का सामना करना पड़ता है। उसे भाई की तुलना में अधिक काम करना पड़ता है। उसकी पढने-लिखने और आगे बढ़ने की आकांक्षाओं को सीमित किया जाता है। कारखानों में उसे कम वेतन और छंटनी का शिकार होना पड़ता है। ससुराल में दहेज के लिए प्रताड़ित किया जाता है। सड़कों पर अपमानित होना पड़ता है। समाज में यह अमूमन यह ही माना जाता है कि उसका सौंदर्य और यौवन उपभोग के लिये ही है।

नाटक में हिमांशु बिम्सवाल, मेघा,पंकज डंगवाल, गायत्री टम्टा,सुधीर,शेखर,प्रियांशी,संजना,उपासना,अमित,विनीता ऋतुंजय,सैयद इक्देदार अली, सतीश धौलाखंडी ,धीरज रावत ने उत्कृष्ट अभिनय किया ।
कार्यक्रम के आरम्भ में दून पुस्तकालय एवं शोध केंद्र के प्रोग्राम एसोसिएट चंद्रशेखर तिवारी ने उपस्थित सभी लोगों का स्वागत किया। इस कार्यक्रम का संचालन इप्टा के उत्तराखण्ड अध्यक्ष डॉ. वी. के. डोभाल ने किया।
इस अवसर पर सुंदर बिष्ट, मनोज कुमार,शोभा शर्मा, अवतार सिंह, साहब नक़वी,हर्षमनी भट्ट, राकेश कुमार, कुलभूषण नैथानी, सुधांशु ,देवेंद्र कुमार, डॉ.अतुल शर्मा, कांता डंगवाल,सहित शहर के अनेक रंगकर्मी, सामाजिक कार्यकर्ता, लेखक, सहित दून पुस्तकालय के कुछ युवा पाठक उपस्थित रहे।

जम्मू कश्मीर और हरियाणा में उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी बतौर स्टार प्रचारक कर रहे प्रचार

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जम्मू कश्मीर , जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनावों के तीसरे चरण में भी उत्तराखंड के मुख्यमंत्री एक बार फिर धुआंधार प्रचार करते हुए दिखेंगे। भारतीय जनता पार्टी की ओर से तीसरे चरण के लिए 40 स्टार प्रचारकों की सूची जारी की है जिसमें प्रधानमंत्री मोदी व केंद्रीय मंत्रियों के अलावा उत्तराखंड के मुख्यमंत्री धामी भी शामिल हैं।

गौरतलब है कि मुख्यमंत्री धामी का भाजपा आलाकमान निरंतर चुनावों में प्रचार के दौरान इस्तेमाल कर रहा है। लोकसभा चुनावों के दौरान धामी ने देशभर में 60 से अधिक जनसभाओं को संबोधित किया था। जम्मू कश्मीर विधानसभा के प्रथम चरण के चुनाव में भी उनका आलाकमान ने भरपूर उपयोग किया। हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए भी उन्हें स्टार प्रचारकों में शामिल किया गया है। अब, जम्मू कश्मीर विधानसभा के तीसरे चरण के चुनावों के लिए जारी सूची में भी धामी को स्टार प्रचारक के रूप में शामिल किया गया है।

दरसअल, मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी उत्तराखंड में लागू किए गए तमाम फैसलों को लेकर देश में चर्चित रहे हैं। समान नागरिक संहिता, नकल विरोधी सख्त कानून, धर्मांतरण कानून और लैंड जिहाद के जरिए मुख्यमंत्री धामी अपनी अलग छवि बनाने में कामयाब रहे हैं। पुष्कर सिंह धामी की पहचान पिछले तीन वर्षों में सख्त कानून बनाने वाले मुख्यमंत्री के रूप में उभरी है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने वर्चुअल रूप से रूद्रप्रयाग में आयोजित जागतोली दशज्यूला विकास महोत्सव-2024 कार्यक्रम को किया संबोधित

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केदारनाथ क्षेत्र, उत्तराखंड की आस्था, समृद्ध परंपराओं और प्राकृतिक सौंदर्य का अद्वितीय संगम।

केदारनाथ धाम के मार्गों को ठीक करने एवं यात्रियों की सुरक्षा और भी पुख्ता करने की दिशा में जारी किए 30 करोड़ रूपए।

देहरादून, मुख्यमंत्री  पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री आवास, देहरादून में वर्चुअल रूप से रूद्रप्रयाग में आयोजित जागतोली दशज्यूला विकास महोत्सव-2024 कार्यक्रम को संबोधित किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने जागतोली दशज्यूला महोत्सव की सभी को बधाई और शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि दशज्यूला का यह क्षेत्र सांस्कृतिक, सामाजिक और शैक्षिणिक गतिविधियों का केंद्र एवं प्राचीन परंपराओं, मेलों और सांस्कृतिक धरोहरों के लिए प्रसिद्ध रहा है। इस क्षेत्र की नैणी चोटी पर विराजमान मां नैणी देवी समस्त उत्तराखंड वासियों की रक्षा करती हैं। यह क्षेत्र उत्तराखंड की आस्था, समृद्ध परंपराओं और प्राकृतिक सौंदर्य का अद्वितीय संगम भी है। पारंपरिक मेले हमारे भीतर धार्मिक ऊर्जा को मजबूत कर हमें हमारी जड़ों से जोड़ते हैं और एकता, समर्पण एवं आस्था की भावना को बढ़ाते हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने बाबा केदार की धरा से कहा था कि 21 वीं सदी का तीसरा दशक उत्तराखंड का दशक होगा। राज्य सरकार प्रधानमंत्री के कथन को चरितार्थ करने के लिए निरंतर कार्य कर रही है। उन्होंने कहा राज्य सरकार प्रदेश को आर्थिक, औद्योगिक और सतत विकास के दृष्टिकोण से देश दुनिया में एक अलग पहचान बना रहा है। उन्होंने कहा कि केदारनाथ विधानसभा क्षेत्र की पूर्व विधायक स्व. शैला रानी ने इस क्षेत्र के विकास और यहां के लोगों के कल्याण की हमेशा चिंता की। राज्य सरकार उनके सपनों को अवश्य पूरा करेगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में सड़क, शिक्षा, स्वास्थ्य, पेयजल सहित हर क्षेत्र में इंफ्रास्ट्रक्चर मजबूत हो रहा है। विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं के जरिए प्रदेश के हर वर्ग का जीवन स्तर ऊपर उठाया जा रहा है। केदारनाथ एवं बद्रीनाथ धाम सहित विभिन्न पौराणिक स्थलों के पुनर्निर्माण का कार्य तेजी से चल रहा है। केदारनाथ धाम में करीब 2 हजार करोड़ रूपये से अधिक की लागत से पुनर्निमाण कार्य करवाए जा रहे हैं। बद्रीनाथ के मास्टर प्लान पर भी तेजी से कार्य हो रहे हैं। राज्य सरकार चार धाम यात्रा को और अधिक सुरक्षित, सुव्यवस्थित और सुविधाजनक बना रही है। उन्होंने कहा बड़ी आपदाओं का सामना करने के बावजूद सरकार समय पर प्रभावित लोगों की हर संभव मदद करने का कार्य कर रही है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने स्वयं आपदा प्रभावित विभिन्न जगहों पर जाकर वहां की स्थिति का जायजा लिया और स्थानीय लोगों की समस्याओं के त्वरित निस्तारण के लिए अधिकारियों को निर्देश भी दिए। केदारनाथ धाम का पैदल मार्ग भी प्राकृतिक आपदा के चपेट में आने से यात्रा मार्ग में फंसे हर एक श्रद्धालु को सुरक्षित लाया गया। बाबा केदार के आशीर्वाद से ही हजारों लोगों को सकुशल नीचे लाने में कामयाब हुए। राज्य सरकार ने केदारनाथ धाम के मार्गों को ठीक करने एवं यात्रियों की सुरक्षा और भी पुख्ता करने की दिशा में 30 करोड़ रूपए की राशि जारी की है। उन्होंने कहा प्रदेश का हर नागरिक उनका परिवार है और अपने परिवार के किसी भी सदस्य को आपदा में अकेला नहीं छोड़ना उनका संकल्प है। उन्होने कहा केदारनाथ क्षेत्र सहित पूरे प्रदेश में विकास की धारा को अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति तक पहुंचाना ही हमारा संकल्प है।