ऋषिकेश(आरएनएस)। दिनाँक 01सितंबर को इन्दिरा नगर क्षेत्र में योगेश डिमरी व उनके साथियो के साथ मारपीट की घटना घटित होने व योगेश डिमरी के एम्स अस्पताल में उपचाराधीन होने की सूचना ऋषिकेश पुलिस को प्राप्त हुई। उक्त घटना के सम्बन्ध में पुलिस द्वारा योगेश डिमरी व उनके परिचितों से सम्पर्क कर घटना की पूर्ण जानकारी प्राप्त कर घटना में शामिल अभियुक्तों के विरुद्ध प्रभावी कार्यवाही करने हेतु तहरीर देने के लिए अवगत कराया गया था।
उक्त संबंध में आज दिनांक: 02-09-24 की प्रात: वादी संदीप भण्डारी पुत्र दयाल सिंह भण्डारी निवासी: 14 बीघा, थाना मुनीकीरेती जनपद टिहरी गडवाल द्वारा कोतवाली ऋषिकेश में घटना के सम्बन्ध में लिखित तहरीर दी कि सुनील गंजे द्वारा उनके साथ मार पीट कर बेस बाल के डण्डे से जानलेवा हमला किया गया, जिसमे योगेश डिमरी को गम्भीर चोटें आयी। लिखित तहरीर के आधार पर सुनील कुमार के विरूद्ध कोतवाली ऋषिकेश पर मु0अ0स0ं: 556/24 धारा: 109 (1)/ 352 बीएनएस का अभियोग पंजीकृत करते हुए तत्काल घटना में शामिल अभियुक्त सुनील कुमार पुत्र लाखन सिंह, निवासी: गली नं0 02 इन्द्रानगर, थाना ऋषिकेश देहरादून को तत्काल गिरफ्तार किया गया है। घटना के सभी पहलुओं की पुलिस द्वारा विस्तृत विवेचना की जा रही है। घटना में अन्य किसी व्यक्ति की संलिप्त्ता प्रकाश में आने पर उनके विरूद्ध भी कठोर कार्यवाही की जायेगी।
इसके अतिरिक्त पुलिस द्वारा ऋषिकेश क्षेत्र में शराब तस्करी में लिप्त अभियुक्तों की कुण्डलियां तैयार की जा रही हैं, जल्द ही सभी अभियुक्तों के विरूद्ध कठोर कार्यवाही की जायेगी।
पत्रकार योगेश डिमरी पर जानलेवा हमला करने वाले शराब माफिया गिरफ्तार
लापता पूर्व सभासद का शव बरामद, परिजनों ने जताई हत्या की आशंका
हरिद्वार, बीते रोज लापता हुए सभासद का शव घर के पड़ोस में ही स्थित खाली मकान से बरामद हुआ। परिजनों ने हत्या की आशंका जाताई है वहीं पुलिस पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की बात कह रही है। फिलहाल शव को पंचनामा भरने के बाद पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया गया है।
जानकारी के अनुसार मंगलौर के बाहरी किला निवासी पूर्व सभासद नसीम अहमद रविवार सुबह करीब ग्यारह बजे से लापता थे। जिनके परिजन उनकी तलाश में जुटे हुए थे और मामले की जानकारी पुलिस को भी दी थी। वही आज सुबह किसी ने नसीम अहमद के परिजनों को सूचना दी कि उनका शव पड़ोस के ही एक खाली पड़े मकान के कमरे में पड़ा है। परिजन मौके पर पहुंचे और जानकारी पुलिस को दी। परिजनों ने हत्या की आशंका जताई है वही मौके पर पहुंची पुलिस ने आसपास छानबीन की इसके साथ ही शव का पंचनामा भरवाकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया गया है। कार्यवाहक कोतवाली प्रभारी धर्मेंद्र राठी का कहना है कि मौत के कारणों की स्पष्ट जानकारी पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही होगी। फिलहाल शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया गया है।
18 सालों से मांगों को लेकर आन्दोलनरत एसएसबी प्रशिक्षित गुरिल्लाओं ने किया मुख्यमंत्री आवास कूच
देहरादून, एसएसबी प्रशिक्षित गुरिल्लाओं ने मुख्यमंत्री आवास कूच किया। जिनको पुलिस ने कनक चौक पर ही रोक दिया। जिसके बाद वह वहीं धरने पर बैठ गये।
सोमवार को एसएसबी प्रशिक्षित गुरिल्ला परेड ग्राउंड पर एकत्रित हुए जहां से उन्होंने मुख्यमंत्री आवास के लिए कूच किया। वह जैसे ही कनक चौक पर पहुंचे तो पुलिस ने उनको बैरकेडिंग लगाकर रोक दिया। जिससे गुरिल्लाओं पर पुलिस के बीच तीखी नोंक झोंक हुई। जिसके बाद वह वहीं धरने पर बैठ गये। जिसके बाद एसएसबी गुरिल्ला संगठन का एक प्रतिनिधि मण्डल सचिव गृह से मिलने सचिवालय गया। जहां पर उन्होंने सचिव गृह को अपना ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन में उन्होंने कहा कि 18 सालों से प्रदेश के अपनी मांगों को लेकर आन्दोलनरत हैं तथा कई बार मुख्यमंत्री, गृहमंत्री, प्रधानमंत्री को ज्ञापन दे चुके हैं तथा वार्ता भी हुई किन्तु संगठन की जायज मांगों पर ठोस कार्यवाही नहीं की गयी। उन्होंने कहा कि संगठन की कई दौर की बातचीत केन्द्र व राज्य सरकार के साथ हुई तथा 20 दिसम्बर 2020 को मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में तमाम विभागीय सचिवों व मुख्य सचिव के साथ गुरिल्ला पदाधिकारियों एवं अन्य गुरिल्ला की वर्चुअल माध्यम से भी बैठक सम्पन्न हुई थी तथा बैठक में कार्यवृत्त भी तैयार हुआ था कतिपय बिन्दुओं पर सहमति भी बनी थी किन्तु शासन की अकर्मण्यता के कारण कार्यवाही आगे नहीं बढ पायी है तथा गरीब व असहाय गुरिल्लां की स्थिति जस की तस बनी हुई है।
वहीं विरोध को देखते हुए तत्काल गुरिल्लाओं के एक प्रतिनिधिमंडल को वार्ता के लिए सचिवालय बुलाया गया। इसपर अन्य गुरिल्ला एस्लेहॉल के समीप धरने पर बैठ गए। दोपहर करीब 02 बजे प्रतिनिधिमंडल सचिवालय से वार्ता कर लौटा। इस दौरान जमकर नारेबाजी हुई। सीओ डालनवाला अभिनय चौधरी ने वार्ता में हुए निर्णय गुरिल्लाओं के सामने रखे। प्रशासन के प्रतिनिधि के रूप में एसडीएम हरिगिरी मौजूद रहे। उन्होंने बताया कि सरकार की ओर से सकारात्मक निर्णय लिया जाएगा। विभागों को गुरिल्लाओं के समायोजन के लिए पत्राचार किया जा रहा है। संगठन ने कहा कि अगर उनकी मांगों पर शीघ्र निर्णय नहीं लिया गया तो वह अनिश्चित काल तक धरने पर रहेंगे।
यह है गुरिल्लाओं की तीन मुख्य मांग :
-सेवा योग्य गुरिल्लों को राजकीय सेवा में लिया जाये।
-उम्र दराज गुरिल्लों को सम्मानजनक पेंशन अथवा एकमुश्त धनराशि प्रदान की जाये।
-गुरिल्लों के मृतक आश्रितों को रोजगार व पेंशन प्रदान की जाये।
पाखरो रेंज घोटाला : पूर्व मंत्री हरक सिंह रावत पहुंचे ईडी ऑफिस
-पूरे मामले में पूर्व डीएफओ समेत कुछ अधिकारियों की हो चुकी है गिरफ्तारी
-पिछले साल हरक सिंह रावत समेत उनके परिचितों के संस्थानों पर पड़े थे छापे
देहरादून, पाखरो रेंज घोटाले के मामले में पूर्व मंत्री हरक सिंह रावत आज ईडी ऑफिस पहुंचे। पूर्व मंत्री हरक सिंह रावत को पूछताछ के लिए बुलाया गया है। पाखरो रेंज घोटाले के मामले में वर्ष 2022 में विजिलेंस के हल्द्वानी सेक्टर में मुकदमा दर्ज किया गया था। इस मामले में तत्कालीन कुछ अधिकारियों (जिनमें पूर्व डीएफओ किशनचंद भी शामिल थे) को गिरफ्तार भी किया गया था।
विजिलेंस ने पिछले साल अगस्त में विजिलेंस ने हरक सिंह रावत और उनके परिचितों के संस्थानों पर छापे मारे थे। बताया गया था कि यहां एक पेट्रोल पंप पर सरकारी जनरेटर बरामद हुआ था। हालांकि, जांच अभी और आगे बढ़ती इससे पहले ही हाईकोर्ट के आदेश पर सीबीआई को जांच सौंप दी गई।
विजिलेंस ने इस केस से जुड़े सभी दस्तावेज सीबीआई को सौंप दिए थे। इसी बीच ईडी ने भी इसका संज्ञान ले लिया। गत फरवरी 2024 में ईडी ने भी हरक सिंह रावत के घर और इससे जुड़े कुछ अधिकारियों के घरों पर छापे मारे थे।
हरक सिंह के यहां से कुछ भी बरामद होने की सूचना नहीं थी। जबकि, एक अधिकारी के घर से कैश व अन्य सामान बरामद हुआ था। ईडी ने बारी-बारी से सभी अधिकारियों और नेताओं से पूछताछ की थी। ईडी ने हरक सिंह रावत को फिर से नोटिस भेजकर सोमवार को पेश होने के लिए कहा था, जिसे बाद वह आज फिर ईडी ऑफिस पहुंचे।
बिजली कर्मचारियों को कब मिलेगा पुरानी पेंशन का लाभ
देहरादून(आरएनएस)। उत्तराखंड विद्युत अधिकारी कर्मचारी संयुक्त संघर्ष मोर्चा ने बिजली कर्मचारियों को पुरानी पेंशन का लाभ न मिलने पर सवाल उठाए। मोर्चा की रविवार को माजरा कार्यालय में हुई बैठक में सवाल उठाए गए कि जब राज्य में 2005 से बाद के कर्मचारियों को सिर्फ अध्याचन, विज्ञप्ति के आधार पर पुरानी पेंशन का लाभ दिया जा रहा है, तो ऊर्जा के निगमों में क्यों 2005 से पहले वाले कर्मचारियों को लाभ नहीं दिया जा रहा है। मोर्चा की बैठक में संयोजक इंसारुल हक ने कहा कि पुरानी पेंशन का लाभ न मिलने से बिजली कर्मचारियों में आक्रोश है। बिजली कर्मचारियों के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है। कहा कि राज्य में ऐसे कर्मचारियों को भी पुरानी पेंशन का लाभ देने की तैयारी है, जिनकी नियुक्ति 2007, 2009, 2011 तक में जाकर हुई। कर्मचारी इसका स्वागत करते हैं, लेकिन सवाल ये भी है कि सिर्फ बिजली कर्मचारियों की क्यों अनदेखी की जा रही है। निगमों का कर्मचारी बता कर क्यों उनके साथ सौतेला व्यवहार हो रहा है। कहा कि 2002 में नियुक्त हुए कर्मचारियों तक को पुरानी पेंशन का लाभ नहीं दिया जा रहा है। इसके खिलाफ आवाज बुलंद की जाएगी।
राकेश शर्मा ने कहा कि 2600 ग्रेड वेतन में नियुक्त कार्मिकों की एसीपी की व्यवस्था में सुधार किया जाए। वर्ष 2020 के बाद नियुक्त कार्मिकों को पूर्व की भांति विद्युत टैरिफ की सुविधा का लाभ दिया जाए। पूर्व में प्रदान की गई नियुक्ति पर प्रारंभिक वेतन वृद्धि की व्यवस्था को यथावत रखा जाए। बैठक में केहर सिंह, बीरबल सिंह, वाईएस तोमर, कार्तिकेय दुबे, पंकज सैनी, आनंद सिंह रावत, सुनील मोगा, अमित रंजन, राहुल चानना, भानु प्रकाश जोशी, प्रदीप कंसल, सुनील तोमर, गोविंद प्रसाद नौटियाल, राजवीर सिंह, सौरभ पांडे, मुकेश कुमार, शैलेंद्र मौजूद रहे।
उपनल कर्मचारियों की कब ली जाएगी सुध
विद्युत संविदा कर्मचारी संगठन के अध्यक्ष विनोद कवि ने कहा कि उपनल कर्मचारियों की सुध नहीं ली जा रही है। न उन्हें नियमित किया जा रहा है। न ही उन्हें समान काम का समान वेतन दिया जा रहा है। शासन स्तर से जारी हुए महंगाई भत्ते के लाभ को भी स्थगित कर दिया गया। जबकि पूरे पॉवर सेक्टर की कमान इन्हीं उपनल कर्मचारियों के हाथ में है।
राज्य आंदोलनकारियों के सपनो के अनुरूप विकसित उत्तराखंड बनाना हमारा लक्ष्य: मुख्यमंत्री
देहरादून(आरएनएस)। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को खटीमा स्थित शहीद स्थल पर शहीदों की मूर्तियों पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की और शहीदों के परिजनों को शॉल भेंट कर सम्मानित किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य आन्दोलनकारियों के सपनों के अनुरूप विकसित उत्तराखण्ड बनाना हमारा लक्ष्य है। हमारे बेहतर भविष्य के लिये इन महान आत्माओं ने अपना वर्तमान और भविष्य दोनों कुर्बान किया है, उत्तराखण्ड की जनता इन वीरों की सदैव ऋणी रहेगी। उन्होंने कहा कि इन महान लोगों ने स्वयं का बलिदान इसलिए दिया था कि उत्तराखंड अलग राज्य बनकर ही सच्चे अर्थों में उनके सपनों को पूरा कर सकता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वे स्वयं एक आंदोलनकारी होने के नाते आंदोलनकारियों के परिवार की पीड़ा समझ सकते है। खटीमा गोलीकांड को याद कर आज भी खटीमा वासियों सहित पूरे उत्तरखण्ड के लोगों का दिल सहम जाता है। पृथक राज्य निर्माण के लिए सबसे पहली शहादत खटीमा की धरती पर दी गई थी और इस शहादत के फलस्वरूप हम पृथक राज्य के रूप में अपनी अलग पहचान बना पाएं हैं, जो खटीमावासियों के लिए गर्व की बात है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा एक-एक पल राज्य आंदोलनकारियों के सपनों का उत्तराखंड बनाने के लिए समर्पित है। देवभूमि के अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति तक विकास की धारा पहुंचाने के लिए भी हम प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सख्त नकल विरोधी कानून लागू किया है, जिसमे अब युवाओं की योग्यता, प्रतिभा और क्षमता को आगे बढ़ने से कोई नहीं रोक सकता।
मुख्यमंत्री ने खटीमा गोलीकांड की 30वीं बरसी पर अपना बलिदान देने वाले उत्तराखंड के महान सपूत स्व. भगवान सिंह सिरौला, स्व. प्रताप सिंह , स्व. रामपाल, स्व. सलीम अहमद, स्व. गोपीचंद, स्व. धर्मानन्द भट्ट तथा स्व. परमजीत सिंह को नमन करते हुए कहा कि 1 सितंबर, 1994 को हुए खटीमा गोलीकांड का दर्द हम कभी नहीं भूल सकते है। वे सभी उत्तराखंड का विकास और उत्थान चाहते थे, विश्वास था कि उत्तराखंड अलग राज्य बनकर ही सच्चे अर्थों में उनके सपनों को पूरा कर सकता है। इन महान आत्माओं के बलिदान और उनके त्याग को सच्ची श्रद्धांजलि यही होगी कि हम सभी मिलकर उनके सपनों का उत्तराखंड बनाएं। हमारी सरकार पूरी प्रतिबद्धता के साथ राज्य आंदोलनकारियों के आदर्शों और उनके सपनों को साकार करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। हमारा एक-एक पल राज्य आंदोलनकारियों के सपनों का उत्तराखंड बनाने के लिए समर्पित है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज हम प्रदेश में कनेक्टिविटी, शिक्षा, स्वास्थ्य और पर्यटन की अवस्थापना सुविधाओं को मजबूत करने से लेकर विभिन्न योजनाओं के जरिए जन-जन का उत्थान सुनिश्चित करने के लिए हर क्षेत्र में काम कर रहे हैं। औद्योगिकीकरण, पर्यटन और कृषि के क्षेत्र में विकास कर रोजगार सृजन और आर्थिक विकास को गति प्रदान की जा रही है। उन्होंने कहा कि लॉजिस्टिक नीति, स्टार्टअप नीति और सर्विस सेक्टर नीति सहित अनेक नई नीतियां लाकर हम नवाचार के साथ कार्य कर रहे हैं। हमारी सरकार जल, जंगल और ज़मीन के संरक्षण पर कार्य करते हुए इकोलॉजी और इकोनॉमी के बीच समन्वय के साथ आगे बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने राज्य आंदोलनकारियों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हुए राज्य आंदोलनकारियों और उनके आश्रितों हेतु 10 प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण भी लागू किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य आन्दोलन में नारी शक्ति की भी बड़ी भूमिका रही है। नारीशक्ति को नमन करते हुए हमारी सरकार ने महिलाओं के लिए 30 प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण’ लागू करने का ऐतिहासिक कार्य भी किया है, वहीं दूसरी ओर, शहीद आंदोलनकारियों के परिवारों को प्रतिमाह 3000 रूपए पेंशन भी दी जा रही है। जबकि जेल गए, घायल और सक्रिय आंदोलनकारियों को क्रमशः 6000 और 4500 रूपए प्रतिमाह पेंशन दी जा रही है। उन्होंने कहा कि राज्य आंदोलनकारियों के अधिकतम दो बच्चों को स्कूलों और कॉलेजों में निःशुल्क शिक्षा, सरकारी बसों में निःशुल्क यात्रा और उनके आश्रितों को पेंशन की सुविधा भी प्रदान की गई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पृथक राज्य की परिकल्पना में हमारे प्रदेश की डेमोग्राफी संरक्षित रखने की चिंता भी शामिल थी। हमारी सरकार देवभूमि उत्तराखंड की डेमोग्राफी को बचाए रखने पर लगातार कार्य कर रही है। हमने सख्त धर्मान्तरण विरोधी कानून लागू करने के साथ ही अवैध अतिक्रमण को हटाकर 5000 एकड़ सरकारी जमीन को लैंड जिहाद से मुक्त करवाया है। इसके साथ ही प्रदेश में सुख, शांति और समानता सुनिश्चित करने के उद्देश्य से दंगा रोधी कानून और समान नागरिक संहिता लागू करने का ऐतिहासिक कार्य भी हमारी सरकार ने ही किया है। उन्होंने कहा कि इस वर्ष नीति आयोग द्वारा जारी सतत् विकास लक्ष्य की रैंकिंग में उत्तराखंड को पूरे देश में पहला स्थान प्राप्त हुआ है जो राज्य के विकास के प्रति हमारे प्रयासों को दर्शाता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कुशल नेतृत्व में देश में नई कार्य संस्कृति विकसित हुई है, विकास के नए आयाम स्थापित हुए है। प्रधानमंत्री की प्रेरणा से शीघ्र ही ऊधमसिंह नगर के खुरपिया में एक इंडस्ट्रियल स्मार्ट सिटी स्थापित की जाएगी जिससे इस क्षेत्र में रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने पिछले तीन वर्षों में 16 हजार से अधिक युवाओं को नौकरियां दी है। आपदा प्रबंधन के तहत 25 करोड़ की धनराशि आपदा प्रभावितों की सहायता हेतु जनपद को जारी की गई है, अबतक 12 करोड़ 68 लाख रूपये की धनराशि आपदा प्रभावितों को वितरित की जा चुकी है। उन्होंने आपदा निर्माण मानकों के कार्यों में शिथिलिकरण व धनराशि बढ़ाये जाने के लिए प्रधानमंत्री व ग्रहमंत्री का आभार भी व्यक्त किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य आंदोलनकारियों के सपनों का उत्तराखंड बनाने के लिए “विकल्प रहित संकल्प“ के अपने मूल मंत्र के साथ प्रदेश की उन्नति के लिए कार्य करने के लिए हम निरंतर प्रयासरत है।
कार्यक्रम में सांसद अजय भट्ट ने सभी शहीदों एवं आन्दोलनकारियों को नमन करते हुए आंदोलनकारियों को 10 प्रतिशत के क्षैतिज आरक्षण के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी व उत्तराखंड सरकार का आभार व्यक्त किया । उन्होंने कहा कि शहीद आंदोलनकारी किसी परिवार का नहीं बल्कि राज्य एवं देश की अनमोल धरोहर हैं।
कार्यक्रम में विधायक गोपाल सिंह राणा, शिव अरोड़ा, भुवन कापड़ी,भाजपा जिलाध्क्ष कमल जिन्दल, उत्तराखंड मंडी अध्यक्ष अनिल कपूर डब्बू, दर्जा मंत्री उत्तम दत्ता,राजपाल सिंह,पूर्व सांसद महेंद्र सिंह पाल,मण्डी अध्यक्ष नन्दन सिंह खड़ायत,काशी सिंह ऐरी ,दान सिंह रावत,रमेश जोशी उर्फ रामू भाई, संतोष अग्रवाल, विवेक सक्सेना,जिलाधिकारी उदयराज सिंह, एसएसपी मन्जूनाथ टीसी, मुख्य विकास अधिकारी मनीष कुमार, अपर जिलाधिकारी अशोक जोशी ,पंकज उपाध्याय, उप जिलाधिकारी रवीन्द्र सिंह बिष्ट, सहित क्षेत्रीय जनता आदि उपस्थित थी।
नेहरू ग्राम में निकाला नशा विरोधी जन जागरूकता मार्च, 8 सितंबर को सेलाकुई में निकालने का ऐलान
“पंडितवाड़ी और कौलागढ़ में इससे पहले आयोजित किया जा चुका है जागरूकता मार्च”
देहरादून(एल मोहन लखेड़ा), नशा विरोधी जन अभियान के तहत रविवार को अपर नेहरूग्राम में नशा विरोधी जन जागरूकता मार्च का आयोजन किया गया। इस मार्च में अभियान टीम के सदस्यों के साथ ही बड़ी संख्या में स्थानीय लोगों और नेहरू ग्राम व्यापार मंडल के सदस्यों ने भी हिस्सा लिया। टीम की ओर से आगामी 8 सितंबर में सेलाकुई में मार्च निकालने का ऐलान किया गया।
नशा विरोधी जन अभियान टीम के सदस्य सुबह नेहरू ग्राम के पीपल चौक पर एकत्रित हुए। यहां एक नुक्कड़ सभा का आयोजन किया गया।
सभा में राज्य आंदोलनकारी कमला पंत और एक्टिविस्ट त्रिलोचन भट्ट ने इस अभियान के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि जिस तरह से युवाओं में नशे की लत तेजी से बढ़ रही है, वह बेहद खतरनाक है। नशे के तस्करों की नजर हमारे घरों के एक-एक बच्चे पर है। इसलिए सभी को सतर्क रहने और नशा विरोधी जन अभियान को आगे बढ़ाने में सहयोग की जरूरत है, ताकि नशे पर निर्णायक चोट की जा सके।
पीपल चौक से जन जागरूकता मार्च शुरू किया गया। नशा विरोधी नारे लगाते और जनगीत गाते सैकड़ों लोग एसजीआरआर इंटर कॉलेज और अपर नेहरू ग्राम के कई रिहायशी इलाकों से होते हुए डोभालवाला चौक पहुंचे। यहां समापन सभा का आयोजन किया गया। इस सभा में राज्य आंदोलनकारी ऊषा भट्ट और विमला कोली ने अभियान को तेज करने की जरूरत पर जोर दिया। नेहरू ग्राम व्यापार मंडल की ओर से विपिन ने अभियान को हर तरह से सहयोग करने और भविष्य में नेहरू ग्राम में नशे के विरोध में बड़ी सभा करने का आश्वासन दिया।
*यह लोग भी थे मौजूद:
जागरूकता मार्च में मुख्य रूप से नंद नन्दन पांडेय, तुषार रावत, निर्मला बिष्ट, नीलम पालीवाल, राखी, आशा सुन्दरियाल, ज्योतिका पांडेय, पूजा बुडायोकी, राजमती चौहान, रेखा सजवाण, विनीता बंदूनी, रूपा खत्री, रेनू कोहली, अनुज उपाध्याय, अरुण श्रीवास्तव, दिनेश यादव, पवन बड़थ्वाल, प्रदीप पटवाल, राजू यादव, प्रवीन राणा, मोबिन खान, तुलसी थापा, कुमारी थापा, बबीता, अनुराधा, लक्ष्मी थापा, पद्मा गुप्ता, विजय नैथानी, मातेश्वरी रजवार, यशोदा नेगी, शांता नेगी, कृष्णा सकलानी, करुणा आदि मौजूद थे।
70 वर्ष की उम्र में नशे के खिलाफ जंग :
नशे के खिलाफ इस लड़ाई में उम्र के 70वें पड़ाव पर पहुंच चुके उत्तराखंड के पूर्व शिक्षा निदेशक नन्द नन्दन पांडेय भी शामिल हैं। वे अब तक के तीनों मार्च में शामिल हुए हैं।
जागरूकता मार्च के रास्ते में और सभा स्थल के पास श्री पांडे दुकानों पर, आते-जाते लोगों को और आने-जाने वाले वाहन चालकों को नशे के खिलाफ पर्चा बांटते हुए नजर आ जाते हैं। पूछने पर कहते हैं कि पहले तो हम लोग सिर्फ शराब से ही परेशान थे, अब तो सूखे नशे के रूप से हमारे बच्चों को जहर दिया जा रहा है। इससे पहले कि हमारे बच्चे इस जहर के शिकार हों, हमें मिलकर इस जहर को रोकना होगा। वे नौजवानों का आह्वान करते हैं कि उन्हें ज्यादा से ज्यादा संख्या में इस अभियान से जुड़ना चाहिए।
मूल निवास और सशक्त भू कानून को लेकर स्वाभिमान महारैली में जुटे हजारों लोग
चमोली, रविवार को गैरसैंण में मूल निवास भू कानून समन्वय संघर्ष समिति के बैनर तले स्वाभिमान महारैली में हजारों लोग जुटे । समिति के संयोजक मोहित डिमरी ने कहा कि राज्य बने 24 वर्ष हो गए लेकिन उत्तराखंडियों को सत्ताधारी पार्टियों द्वारा उनके अधिकार से वंचित रखा गया, उनके जल, जल, जंगल, संसाधनों और रोजगार पर आज दूसरे प्रदेश के लोगों का कब्जा हो गया, अब समय आ गया है कि राज्य की जनता मूल निवास 1950, सशक्त भू कानून और स्थाई राजधानी गैरसैंण के लिए एकजुट हो ।
जनसमूह को संबोधित करते हुए समिति के सह संयोजक लुशून टोडरिया ने कहा कि गैरसैंण में जुटे हजारों लोगों ने बता दिया है अगर उत्तराखंड में मूल निवास 1950, सशक्त भू कानून लागू नहीं होता और स्थाई राजधानी गैरसैंण नही बनती तो उत्तराखंड की जनता सड़कों पर उतरकर सत्ता के विरोध में सड़कों पर उतरेगी, लुशून ने कहा भाजपा और कांग्रेस बताएं आजतक उन्होंने मूल निवास, भू कानून और गैरसैंण राजधानी की बात सदन में क्यों नहीं उठाई ।
महारैली में हजारों की संख्या में महिलाएं जुटी और आस पास के क्षेत्रों से महिला मंगल दलों ने महारैली में सहभागिता करी ।
महारैली में मंच का संचालन समिति के प्रांजल नौड़ीयाल ने किया, जनसमूह को गैरसैंण संघर्ष समिति के अध्यक्ष नारायण सिंह बिष्ट, गैरसैंण संयोजक जसवंत बिष्ट, बेरोजगार संघ के अध्यक्ष बोबी पंवार, समिति के गढ़वाल संयोजक अरुण नेगी, समिति के कुमाऊं संयोजक राकेश बिष्ट, पहाड़ी स्वाभिमान सेना के पंकज उनियाल, मेहलचौरी व्यापार सभा अध्यक्ष मोहन सिंह नेगी, गैरसैंण व्यापार सभा अध्यक्ष सुरेंद्र बिष्ट, अनोदलंकारी हरेंद्र कंडारी, गैरसैंण के युवा नेता दान सिंह, युवा नेता मोहन भंडारी आदि ने संबोधित किया ।
इन संगठनों ने निभाई भागीदारी :
महारैली में गैरसैंण महिला सशक्तिकर, महिला मंगल दल, गौरव सेनानी, उत्तराखंड अनोदलंकारी संगठन, उत्तराखंड त्रिस्तरीय पंचायत संगठन, उत्तराखंड समानता पार्टी, टैक्सी यूनियन, पौड़ी बचाओ संघर्ष समिति, प्राउड पहाड़ी सोसायटी, मल्ला ग्वाड फ्रेंड्स क्लब, माध्यमिक अथिति शिक्षक संघ, राष्ट्रवादी रीजनल पार्टी, व्यापार सभा गैरसैंण, व्यापार सभा मेहलचौरी, व्यापार सभा मायथान, हिमालयन क्रांति पार्टी, श्री नंदा देवी राजराजेश्वरी जन कल्याण समिति के कार्यकर्ताओं ने भारी संख्या में भागीदारी निभाई ।
आगे की रणनीति :
गैरसैंण मे हुई रैली के बाद मूल निवास आंदोलन को व्यापक बनाने के लिए जल्द ही अगले कार्यक्रमों की घोषणा की जाएगी। समन्वय समिति के संयोजक मोहित डिमरी ने बताया कि प्रदेश में मूल निवास की सीमा 1950 और मजबूत भू-कानून लागू करने को लेकर चल रहे आंदोलन को प्रदेशभर में ले जाया जाएगा। उन्होंने कहा कि बहुत जल्द ठोस कार्यक्रम बनाकर पूरे प्रदेश में जन जागरूकता अभियान शुरू किया जाएगा। डिमरी ने बताया कि चरणबद्ध तरीके से समिति विभिन्न कार्यक्रम करेगी, जिसके तहत गांव-गांव जाने से लेकर प्रदेश के विश्वविद्यालयों में जाकर युवाओं से संवाद किया जाएगा। इस बाबत जल्द ही कार्यक्रम का ऐलान किया जाएगा।
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*ये हैं प्रमुख मांगें :
-मूल निवास की कट ऑफ डेट 1950 लागू की जाए।
-प्रदेश में ठोस भू-कानून लागू हो।-
-गैरसैंण को प्रदेश की स्थाई राजधानी घोषित किया जाए |
-प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में भूमि की बिक्री पर पूर्ण प्रतिबंध लगे।
-शहरी क्षेत्रों में 250 मीटर भूमि
खरीदने की सीमा लागू हो।
-गैर कृषक द्वारा कृषि भूमि
खरीदने पर रोक लगे।
-पर्वतीय क्षेत्र में गैर पर्वतीय मूल के निवासियों के भूमि खरीदने पर तत्काल रोक लगे।
-राज्य गठन के बाद से वर्तमान तिथि तक सरकार की ओर से विभिन्न व्यक्तियों, संस्थानों, कंपनियों आदि को दान या लीज पर दी गई भूमि का ब्यौरा सार्वजनिक किया जाए।
-प्रदेश में विशेषकर पर्वतीय क्षेत्र में लगने वाले उद्यमों, परियोजनाओं में भूमि अधिग्रहण या खरीदने की अनिवार्यता है या भविष्य में होगी, उन सभी में स्थानीय निवासी का 25 प्रतिशत और जिले के मूल निवासी का 25 प्रतिशत हिस्सा सुनिश्चित किया जाए।
-ऐसे सभी उद्यमों में 80 प्रतिशत रोजगार स्थानीय व्यक्ति को दिया जाना सुनिश्चित किया जाए।
सैलून का काम करने वाले युवक ने नाबालिग से की छेड़छाड़, घटना के बाद फरार हुआ आरोपी युवक
“आक्रोशित जनता ने किया सीएम का पुतला दहन, ब्लॉक कांग्रेस कमेटी ने धामी सरकार के खिलाफ की जमकर नारेबाजी”
चमोली, जनपद के चमोली जिले के नंदानगर से एक शर्मसार करने वाला मामला प्रकाश में आया है। यहां एक सैलून का काम करने वाले मुस्लिम युवक द्वारा नाबालिग लड़की से छेड़छाड़ की घटना सामने आई है।
लड़की के द्वारा परिजनों को घटना की जानकारी दी गई। जिसके बाद लड़की के पिता द्वारा नंदानगर थाने में आरोपित के खिलाफ तहरीर दी गई है। बताया जा रहा है कि आरोपित घटना के बाद से दुकान बंद कर फरार चल रहा है। वहीं नगर में आक्रोशित जनता ने दुकान बंद कर विरोध प्रदर्शन किया।
उत्तराखंड में महिलाओं पर बढ़ते अपराध व अत्याचार के खिलाफ ब्लाक कांग्रेस कमेटी ने जुलूस प्रर्दशन कर मुख्यमंत्री धामी का पुतला दहन किया। कांग्रेस के ब्लाक अध्यक्ष रवींद्र नेगी के नेतृत्व में बस स्टेशन से लेकर विनायकधार चौक तक प्रदर्शन करते हुए धामी सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
उसके बाद जुलूस-प्रर्दशन एक सभा में तब्दील हो गया। सभा को एडवोकेट श्रवण सती ने संबोधित करते हुए कहा कि उत्तराखंड में भाजपा सरकार के राज में महिलाओं पर अत्याचार की घटनाएं रुकने का नाम नहीं ले रही हैं। उन्होंने कहा कि अंकिता भंडारी दुष्कर्म के बाद हत्या का मामला अभी तक नहीं सुलझा और मामले में संलिप्त वीआईपी नाम खोलने में सरकार असफल चल रही है।
उन्होंने कहा कि एक भाजपा नेता ने एक नाबालिग युवती के साथ दुराचार किया। उत्तराखंड में इस प्रकार तमाम घिनौनी हरकतों के चलते मुख्यमंत्री पुष्कर धामी को पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। जुलूस-प्रर्दशन में अवसर पर कुंवर सिंह चौधरी, वेद प्रकाश बुटोला, विकेन्द्र सिंह नेगी, विलोचन बुटोला, जयपाल सिंह रावत, एडवोकेट देवेन्द्र राणा सहित कई कांग्रेसी मौजूद थे।
कांग्रेस के प्रदेश व्यापी आंदोलन में प्रदेश भर में फूंके गए सरकार के पुतले, धस्माना के नेतृत्व में गांधी पार्क में बापू की प्रतिमा के आगे धरना
रुड़की में माहरा, हरीश रावत व आर्य के नेतृत्व में एडीएम दफ्तर पर प्रदर्शन
देहरादून, राज्य में भारतीय जनता पार्टी की सरकार के राज में लगातार महिलाओं के खिलाफ हत्या बलात्कार दहेज हत्या घरेलू हिंसा के मामलों में लगातार हो रही वृद्धि और पुलिस के लापरवाह रविय्ये व अनेक मामलों में सत्ता धारी दल के संरक्षण के खिलाफ आज लोगों का गुस्सा सड़कों पर फूट पड़ा।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करण माहरा के आह्वाहन पर प्रदेश भर में ब्लॉक स्तर पर सरकार के पुतले जलाए गए व अनेक स्थानों पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन धरने किए। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करण माहरा पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत नेता प्रतिपश यशपाल आर्य व हरिद्वार के पार्टी विधायकों के नेतृत्व में हरिद्वार के शांतरशाह में नाबालिग बच्ची के साथ हुए दुष्कर्म और हत्या मामले में आरोपों भाजपा नेता की गिरफ्तारी न होने के विरोध में कांग्रेस के हजारों कार्यकर्ताओं ने जोरदार प्रदर्शन किया तो वहीं देहरादून में सरकार का पुतला दहन करने के साथ ही प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना के नेतृत्व में पार्टी कार्यकर्ताओं ने गांधी पार्क में बापू की प्रतिमा के सामने धरना दे कर राज्य सरकार पर हमला बोला।
गांधी पार्क में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि राज्य में कानून व्यवस्था पूरी तरह से पंगु हो गई है और राज्य में महिलाओं दलितों व अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा के मामलों में जिस तरह से इजाफा हुआ है उससे यह साफ पता चल रहा है कि प्रदेश की सरकार जान बूझ कर इन वर्गों पर जुल्म ज्यादतियां करवा रही है। धस्माना ने कहा कि अंकिता भंडारी कांड से लेकर जून में हरिद्वार के शांतरशाह में दलित बच्ची के साथ दुष्कर्म ,रुद्रपुर में नर्स के साथ दुष्कर्म और हत्या और बीती १३ अगस्त को राजधानी देहरादून के आईएसबीटी में नाबालिग बच्ची के साथ सामूहिक दुष्कर्म इस राज्य में महिलाओं पर हो रहे अत्याचारों को कहानी बताने के लिए पर्याप्त है। धस्माना ने कहा कि आज जब हम पूरे प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ हो रहे जघन्य अपराधों और हिंसा के मुद्दे पर राज्य सरकार का पुतला फूंक रहे हैं और सड़कों पर आंदोलन के लिए उतर रहे है तो आज के हो समाचार पत्रों में सल्ट में एक नाबालिग बच्ची के साथ भाजपा के मंडल अध्यक्ष द्वारा छेड़खानी व जबरदस्ती करने का मामला सुर्खियों में है, उन्होंने कहा कि अंकिता भंडारी कांड में वीआईपी कौन है आज तक उसका खुलासा नहीं हुआ, इस कांड में लिप्त परिवार का सत्ता धारी दल से संबंध और उनको बचाने के लिए किए गए सारे प्रपंच जनता को पता हैं।
इसी प्रकार हरिद्वार में नाबालिग दलित बच्ची के साथ दुष्कर्म और हत्या में भाजपा के ओबीसी प्रकोष्ठ के पदाधिकारी की संलिप्तता भी जग जाहिर है और रुद्रपुर में नर्स का बलात्कार और हत्या तथा आईएसबीटी में बच्ची के साथ दुष्कर्म की घटना की रिपोर्ट तीन दिन बाद दर्ज होना पुलिस की महिलाओं के खिलाफ हो रही हिंसा के प्रति संवेदनशीलता दर्शाता है। धस्माना ने कहा कि उत्तराखंड राज्य देवभूमि कहलाता है और महिला हमारे राज्य व समाज की धुरी व रीड़ है और आज जब उसी पर इतनी बड़ी आफत आई है तो कांग्रेस पार्टी खामोश कैसे बैठ सकती है।
धस्माना ने कहा कि महिलाओं के खिलाफ हिंसा को रोकने के लिए आज तो केवल आंदोलन की शुरुआत है जिसे पूरे प्रदेश में पार्ट गली गली घर घर तक ले जायेगी और सरकार को महिलाओं की सुरक्षा की गारंटी देने के लिए मजबूर करेगी। इस अवसर पर महानगर कांग्रेस अध्यक्ष डाक्टर जसविंदर सिंह गोगी ने कहा कि आज उत्तराखंड सरकार व उत्तराखंड पुलिस के उदासीन रवैए के कारण राज्य में महिला सुरक्षा खतरे में पड़ गई है और पूरे महिला समाज में एक दहशत व असुरक्षा की भावना फैली हुई है। उन्होंने कहा कि महिलाओं के खिलाफ जिस तरह से लगातार अपराध बड़ रहे हैं वो दिन दूर नहीं कि जब हम देश के अग्रणी राज्यों में होंगे महिलाओं के खिलाफ अपराधों के मामले में जिसमें हम अभी हिमालई राज्यों में तो सबसे ऊपर आ ही गए हैं। धरने में बैठे हुए कांग्रेस कार्यकर्ताओं को प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर के सभी कार्यकर्ताओं से संकल्प करवाया कि वे राज्य में महिलाओं की सुरक्षा के लिए संघर्ष करेंगे और अगर राज्य के किसी भी कोने में महिलाओं के खिलाफ कोई भी हिंसा की घटना होती है तो उसके खिलाफ एकजुट हो कर संघर्ष करेंगे।
कार्यक्रम में प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री नवीन जोशी, प्रदेश कांग्रेस कमेटी सोशल मीडिया के अध्यक्ष विकास नेगी, महिला कांग्रेस की प्रदेश महासचिव सुशीला शर्मा, मंजू त्रिपाठी, पार्षद संगीता गुप्ता, पार्षद इलियास अंसारी, पार्षद मुकीम भूरा,पार्षद जितेंद्र तनेजा,,राजेश पुंडीर, ललित भद्री, उदय सिंह पुंडीर, अवधेश कथिरिया, इजहार, शुभम सैनी,संजय भारती,रवीश जमाल, इकराम, आदर्श सूद, निहाल सिंह, फारुख समेत बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
कैडेट्स अपने संस्थान के आदर्श, बल व विवेक को चरितार्थ करें : उपराष्ट्रपति
देहरादून, उत्तराखण्ड़ पहुँचे उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने रविवार को दून स्थित राष्ट्रीय भारतीय सैन्य महाविद्यालय (आरआईएमसी) में आयोजित कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। इस दौरान उपराष्ट्रपति ने कैडेट्स से आग्रह किया कि वे अपने संस्थान के आदर्श, बल व विवेक को चरितार्थ करें और ताकत और ज्ञान विकसित करें ताकि वे जीवन की बड़ी जंग को लड़ सकें। जगदीप धनखड़ ने कहा कि ताकत और विवेक एक मजबूत संयोजन बनाते हैं जो चुनौती का सामना करने पर अभेद्यता उत्पन्न करता है। देश की सेवा गर्व और निर्भीकता के साथ करें, भारत माता आपका इंतजार कर रही है। आपका आचरण अनुशासन, शिष्टाचार और सहानुभूति का उदाहरण होना चाहिए।
उपराष्ट्रपति ने आरआईएमसी के पूर्व छात्रों और समुदाय से आग्रह किया कि वे एक थिंक टैंक के रूप में कार्य करें और युवाओं में राष्ट्रीयता की भावना का संचार करें तथा उन लोगों के खिलाफ़ कदम उठाएं जो ग्राउंड रियलिटी से अज्ञात हैं और भारत की अद्वितीय आर्थिक वृद्धि, विकास यात्रा और वैश्विक मंच पर उन्नति को नहीं मानते। उन्होंने कहा कि ऐतिहासिक चंद्रयान मिशन को याद करें। चंद्रयान 2 आंशिक रूप से सफल हुआ लेकिन पूरी तरह से नहीं। कुछ के लिए यह विफलता थी और समझदार लोगों के लिए यह सफलता की ओर एक कदम था। पिछले वर्ष 23 अगस्त को चंद्रयान 3 ने चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर लैंड किया और भारत इस उपलब्धि को प्राप्त करने वाला पहला राष्ट्र बन गया। आरआईएमसी और सैनिक स्कूलों में लड़कियों की भर्ती की सराहना करते हुए, धनखड़ ने कहा कि ये कदम लैंगिक समानता और न्याय के लिए महत्वपूर्ण प्रगति को दर्शाते हैं। “हमारी महिलाएं लड़ाकू विमानों की पायलट हैं, वे अंतरिक्ष मिशनों की कमान संभाल रही हैं, और हर रुकावट को तोड़ रही हैं। लोकसभा और राज्य विधानसभाओं में भी महिलाओं के लिए एक तिहाई आरक्षण निश्चित रूप से एक गेम चेंजर होगा। इस अवसर पर उत्तराखण्ड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (से. नि.) गुरमीत सिंह, राष्ट्रीय भारतीय सैन्य कॉलेज के कमांडेंट कर्नल राहुल अग्रवाल, कैडेट्स, शिक्षक सहित आदि लोग मौजूद थे।
दिन दहाड़े ज्वैलर्स के यहां करोड़ों की लूट, शोरूम पर हथियारबंद बदमाशों का हमला
हरिद्वार, जनपद के ज्वालापुर रानीपुर मोड़ स्थित श्री बालाजी ज्वेलर्स शोरूम में रविवार को दिनदहाड़े एक सनसनीखेज लूट की वारदात हुई। मिली जानकारी के अनुसार रविवार 1 सितम्बर की दोपहर लगभग 1 बजे करीब पांच छह बाइक सवार हथियारबंद बदमाश कपड़े से मुँह ढके हुए शोरूम में घुसे। बदमाशों ने मिर्ची स्प्रे का इस्तेमाल करते हुए बंदूक की नोक पर शोरूम से लगभग 5 करोड़ रुपये के बेशकीमती जेवरात लूट लिए और गोली चलाते हुए मौके से फरार हो गए।
जनपद सर्राफा व्यापार मंडल के अध्यक्ष नीरज मित्तल ने बताया कि बदमाशों ने शोरूम के मालिक पर भी गोली चलाई, लेकिन वह बाल-बाल बच गए। रविवार को शोरूम का सुरक्षा गार्ड छुट्टी पर था, जिसका फायदा उठाकर बदमाशों ने वारदात को अंजाम दिया। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और जांच-पड़ताल शुरू कर दी। फिलहाल पुलिस फॉरेंसिक टीम के साथ घटनास्थल की जांच कर रही है और आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है। वहीं सर्राफा मंडल के अनुसार, इस क्षेत्र में यह पहली लूट की घटना नहीं है; करीब दो साल पहले भी इसी तरह की एक घटना हो चुकी है।
इस घटना ने स्थानीय व्यापारियों और आम जनता में दहशत फैला दी है, और सुरक्षा उपायों पर सवाल खड़े कर दिए हैं। पुलिस जांच में जुटी है और बदमाशों की पहचान और गिरफ्तारी के लिए अभियान तेज कर दिया है।
पी.एम.श्री.केंद्रीय विद्यालय बीरपुर मे पांच दिवसीय भारत स्काउट गाइड राज्य पुरस्कार जांच शिविर का समापन
देहरादून। पी. एम.श्री.केंद्रीय विद्यालय बीरपुर में पांच दिवसीय भारत स्काउट एवम् गाइड राज्य पुरस्कार जांच शिविर का आज दिनांक 01.09.2024 को समापन समारोह आयोजित किया गया। इस जॉच शिविर में देहरादून संभाग के 26 स्कूलों के लगभग 147 स्काउट एवं 26 शिक्षकों ने भाग लिया। पांच दिवसीय जांच शिविर में बच्चों से विभिन्न प्रकार के क्रियाकलाप करवाए गए एवम् उनकी स्काउट एवम् गाइड बनने की योग्यता की जॉच की गई। इस जांच शिविर में बच्चों की शिविर बनाना, कैंप की व्यवस्था करना, लॉग बुक जॉच, रस्सी से गांठ लगाना, फायर सेफ्टी एवं आपातकाल परिस्थिति में सहायता आदि क्षेत्रों में स्कॉउट की योग्यता की जांच की गई। कैम्प के दौरान बच्चों के खाने एवम् रहने की व्यवस्था विद्यालय में ही की गई, डॉ. सुकृति रैवानी, उपायुक्त, केंद्रीय विद्यालय संगठन देहरादून सम्भाग विद्यालय में बच्चों के निरीक्षण हेतु उपस्थित हुई एवं उन्होंने बच्चों से जांच शिविर की गई व्यवस्था एवं विद्यालय की सफाई व्यवस्था की भूरि- भूरि प्रशंसा की करते हुए बच्चो को एक अच्छा नागरिक बनने का संदेश दिया सहायक आयुक्त सुरजीत सिंह ने भी बीरपुर में चल रहे जांच शिविर का निरीक्षण किया तथा विद्यार्थियों की हौसला अफजाई की।
कैंप के लीडर देवदत्त शर्मा के नेतृत्व में उनकी टीम द्वारा इस पांचदिवसीय जांच शिविर का कार्यभार बहुत ही अच्छे तरीके से निभाया। पी एम श्री केंद्रीय विद्यालय बीरपुर की प्राचार्या बसन्ती खम्पा ने जांच शिविर में आये बच्चो को प्रेरित करते हुए कहा कि इस शिविर में बच्चों द्वारा अपना श्रेष्ठ प्रदर्शन किया गया। शिविर में भाग लेने वाले बच्चे भविष्य में अपने – अपने विद्यालय का नाम रोशन करेंगे। समापन धन्यवाद ज्ञापन विद्यालय की उप- प्राचार्या मनीषा मखीजा के द्वारा किया गया।
इस अवसर पर विद्यालय की प्राचार्या बसंती खंपा,उप प्राचार्या मनीषा मखीजा , भारत स्काउट एवं गाइड के एएसओ मनोज मलिक, एलओसी देवी दत्त शर्मा, एएलटी अनिल कुमार वर्मा, डीएम लखेडा, देवेंद्र सिंह,अरविंद कुमार,सुधांशु अग्रवाल, पीयूष निगम, प्रदीप पुंडीर, आर के गुप्ता,दीपमाला, रिक्की, अनुज चौधरी आदि स्कॉउट एवं गाइड के शिक्षक उपस्थित रहे।