Monday, April 28, 2025
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सड़क निर्माण के चलते खतरे की जद में प्राथमिक विद्यालय थपलगांव, बैखबर कार्यदायी संस्था

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“ग्रामीणों ने लगाया कार्यदायी संस्था पर अनदेखी का आरोप”

(देवेन्द्र चमोली)
रुद्रप्रयाग- विकास खण्ड अगस्त्यमुनी की ग्राम पंचायत थपलगांव का प्राथमिक विद्यालय दुर्घटना को न्योता दे रहा है स्थित यह है कि विद्यालय का कीचन सड़क कटान में पूर्णतः धराशायी हो गया व विद्यालय का मुख्य भवन खतरे की जद में है जो कभी भी धराशायी हो सकता है।

दशज्यूला पट्टी की ग्राम पचांयत थपलगांव का प्राथमिक विद्यालय पीएमजीएसवाई की चोपड़ा- गड़ीधार -द्वारीधार मोटर मार्ग निर्माण के चलते अनहोनी को न्यौता दे रहा है सड़क निर्माण कर रही कार्यदायी संस्था आरजीबी द्वारा विद्यालय के पुस्ते को आधा अधूरा छोड़ा गया है जबकि विद्यालय भवन का कीचन सड़क कटान के चलते पहले ही धराशायी हो चुका है । द्वारीधार स्थित इस विद्यालय भवन में गॉव का ऑगन बाड़ी केन्द्र भी संचालित होता है।सड़क पर वर्तमान में डामरीकरण का कार्य शुरु कर दिया गया है लेकिन विद्यालय भवन की सुरक्षा को लेकर कार्यदायी संस्था ऑख मूंदे हुये है कभी भी विद्यालय भवन जंमीदोज हो सकता है।

ग्रामीण लक्ष्मण सिंह बुटोला, व ग्राम प्रधान थपल गॉव का कहना है कि इस संबध में पूर्व में जिलाधिकारी सहित विभागीय अधिकारियों को भी अवगत कराया गया है लेकिन कार्यदायी संस्था द्वारा अधूरा पुस्ता निर्माण कर इतिश्री कर दी गई है। उनका कहना है कि वर्तमान में स्कूलें बंद होने से विद्यालय मे आवाजाही नहीं है लेकिन निकट भविष्य में जब भी स्कूलें खुलेंगी विद्यालय भवन सुरक्षित नहीं है विद्यालय भवन कभी भी गिर सकता है जिसे देखते हुये शीघ्र पुस्ता निर्माण होना आवश्यक है।

फिल्म अभिनेता और बीजेपी सांसद सनी देओल कोरोना संक्रमित

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फिल्म अभिनेता और बीजेपी सांसद सनी देओल कोरोना संक्रमित हो गए हैं। करीब एक महीने से सनी देओल हिमाचल के मनाली में रह रहे हैं। उन्हें हल्का बुखार और गले में खराश महसूस हुई। इस पर उन्होंने अपना टेस्ट कराया था। उनकी सैंपल रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।

कुल्लू के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डा. सुशील चंद्र ने इसकी पुष्टि की है। उन्हों ने बताया कि सनी देओल ने कोरोना टेस्ट करवाने के लिए स्वयं फोन कर स्वास्थ्य विभाग की टीम को बुलाया था। मंगलवार को ही उनका सैंपल लिया गया था। उधर, मंडी के सीएमओ डा. देवेंद्र शर्मा ने सनी देओल के कोरोना से संक्रमित पाए जाने की पुष्टि की है।

आपको बता दें कि 64 साल के अभिनेता सनी देओल ने हाल ही में मुंबई में अपने कंधे की सर्जरी कराई थी। इसके बाद वह कुछ समय आराम करने के लिए मनाली के अपने फॉर्म हाउस में गए थे। वह बीते कुछ दिनों से यहीं पर रुके हुए थे।

जानकारी के मुताबिक, आगामी 03 दिसंबर को सनी देओल मनाली से मुंबई वापस लौटना था लेकिन मुंबई जाने से पहले जब उन्होंने अपना कोरोना टेस्ट कराया, तो उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।

राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 भारतीय संविधान में निहित आरक्षण की नीति को जारी रखेगीः रमेश पोखरियाल ‘निशंक’

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नई दिल्लीः केन्द्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने आज स्पष्ट किया कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 भारतीय संविधान में निहित आरक्षण की नीति को जारी रखेगी। मंत्री जी उन्होंने कहा कि“यह 24 नवंबर 2020 और उसके आस-पास पीटीआई के हवाले से छपी मीडिया रिपोर्ट्स के संबंध में है, जिसमें यह प्रश्न उठाया गया कि क्या एनईपी 2020 के तहत भारतीय संविधान द्वारा प्रतिष्ठापित आरक्षण की नीति को जारी रखा जाएगा।

केन्द्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने कहा, प्रकाशित लेख के कारण, मेरे कुछ राजनीतिक मित्र यह आशंका व्यक्त कर रहे हैं कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 शायद देश की शैक्षणिक संस्थानों में आरक्षण के प्रावधान को कमज़ोर कर सकती है। मैं अपने संपूर्ण अधिकारों के अंतर्गत यह स्पष्ट करना चाहूंगा कि इस तरह का कोई आशय नहीं है, जैसा कि यह एनईपी-2020 में स्पष्ट रूप से प्रतिबिंबित भी है। यह नीति भारतीय संविधान के अनुच्छेद 15 और 16 में प्रतिष्ठापित आरक्षण के संवैधानिक जनादेश द्वारा अनुमोदित है। मेरा मानना है कि एनईपी-2020 में आरक्षण के प्रावधानों की इसके अतिरिक्त पुनरावृत्ति किए जाने की आवश्यकता नहीं है, जिसके तहत पहले से ही भारतीय संविधान के ढांचे के अंतर्गत काम किया जा रहा है।

रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने कहा, राष्ट्रीय शिक्षा नीति की घोषणा के बाद विभिन्न प्रवेश परीक्षाएं जैसे जेईई, एनईईटी, यूजीसी-एनईटी, इग्नू- आयोजित की गईं और शैक्षणिक संस्थानों में नियुक्ति की कई प्रक्रियाएं भी हुईं, लेकिन हमें अब तक आरक्षण के प्रावधान को कमज़ोर करने से संबंधित एक अकेली शिकायत भी नहीं मिली। एनईपी की घोषणा के 4-5 महीने बाद बगैर किसी तथ्य के इस तरह की आशंकाओं को उठाए जाने का अर्थ समझना कठिन है। मैं फिर से दोहराता हूं कि सफलतापूर्वक चल रहे कार्यक्रम और नीतियां एसी, एसटी, ओबीसी और सामाजिक-आर्थिक रूप से कमज़ोर दूसरे वर्गों के शैक्षणिक समावेश के लिए किए जाने वाले नए प्रयासों के साथ लगातार जारी रहेंगे। मैं यह एकदम स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि अगर इस संबंध में हमें किसी भी तरह की शिकायत मिलती है, तो मेरा मंत्रालय उस पर यथोचित कार्रवाई करेगा।

केन्द्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने कहा,जैसा कि हम जानते हैं कि एनईपी-2020 सभी हिस्सेदारों के साथ सश्रम विचार-विमर्श द्वारा उभरी और विकसित हुई है, जैसे-छात्रों, शिक्षकों, अभिभावकों, शैक्षणिक प्रशासकों, शिक्षाविद, गैर-शिक्षण कर्मचारी और समाज का समग्र रूप। ग्रामीण स्तर से, राज्य, ज़ोनल और राष्ट्रीय स्तर पर मूलभूत विचार-विमर्श के माध्यम से जैसे, विषयगत विशेषज्ञों से परामर्श, विभिन्न समितियों का सूक्ष्म परीक्षण, जैसे एनईपी मूल्यांकन समिति, एनईपी ड्राफ्ट की तैयारी के लिए बनी समिति, माईगव.इन के माध्यम से ऑनलाइन परामर्श आदि। इस तरह से इसने जनता के दस्तावेज़ के रूप में आकार लिया, जो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के सिद्धान्त-सबका साथ, सबका विकास, द्वारा निर्देशित है। यही कारण है कि एनईपी हमारे समाज के सभी समूहों के शैक्षणिक समावेश के लिए एक संवेदनशील प्रतिबद्धता के रूप में उभरी।

केन्द्रीय शिक्षा मंत्री ने कहा,उनके शैक्षणिक समावेश के लिए विशेष नीति पर बल देते हुए, एनईपी ने एससी, एसटी, ओबीसी, दिव्यांग, लड़कियों, महिलाओं, ट्रांसजेंडर, अल्पसंख्यक, भौगोलिक रूप से हाशिए पर मौजूद लोगों और दूसरे सामाजिक-आर्थिक और सांस्कृतिक रूप से वंचित वर्गों का एक समूह-सोशियो-इकॉनॉमिक डिप्राइव्ड ग्रुप्स (एसईडीजीएस)-तैयार किया है। एसईडीजीएस समुदायों के मुद्दों के समाधान के लिए, एनईपी-2020 ने विभिन्न विशेष तरह के शैक्षणिक ज़ोन तैयार करने का एक प्रावधान रखा, जो शैक्षणिक अधिकारहीनता पर आधारित है, जहां विभिन्न अविरत और नए सहयोग के बीच समन्वय और समावेशी योजनाओं को एससी, एसटी, ओबीसी, दिव्यांग और अन्य वंचित समुदायों को उनके शैक्षणिक समावेश के विकास के लिए विकसित किया जाएगा। शैक्षणिक मार्गदर्शक इन एसईजेड में वंचित समुदायों के बीच काम करेंगे, जिनको विकसित किया जाएगा।

यह एक विशेष कार्यक्रम है, जो एसडीजीएस समूह से एक ऐसे शैक्षणिक कार्यबल के विकास में मददगार होगा, जो इन वंचित समूहों के शैक्षणिक समावेश के प्रति अधिक संवेदनशील होगा। यह योजना उन शैक्षणिक मार्गदर्शकों के लिए नौकरी की नई संभावनाएं भी पैदा करेगी, जो एसईडीजी समूहों से उभर कर सामने आएंगे। छात्रवृत्ति की योजनाएं, साइकिल वितरण की योजनाएं, वंचित समूहों के शैक्षणिक समावेशन के लिए प्रत्यक्ष नकद हस्तांतरण और अन्य कई सहायक सरकारी योजनाएं हमारे लिए एसईडीजीएस समूहों के शैक्षणिक समावेश में मददगार होंगी।
केन्द्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने कहा,बच्चियों और महिलाओं के शैक्षणिक समावेश के लिए, लिंग पर आधारित सामाजिक और शारीरिक रूप से वंचितों के समूहों हेतु विभिन्न सहायक योजनाओं की शुरुआत करने के लिए एनईपी ने एक ‘जेंडर-आई इनक्लूज़न फंड’ तैयार करने का प्रावधान तैयार किया है।

एनईपी-2020 ने अल्पसंख्यकों को सहारा देने, उनके शैक्षिक उपक्रमों और राष्ट्र के शैक्षणिक क्षेत्र में उनके समावेश के लिए कई और प्रावधान भी किए हैं। नीति के अनुसार, अल्पसंख्यकों के लिए स्कूल और कॉलेज खोलने को प्रोत्साहन दिया जाएगा। स्कूलों की वैकल्पिक संरचना को भी एनईपी-2020 के तहत सहयोग दिया जाएगा। अल्पसंख्यक छात्रों के बीच शैक्षणिक क्षेत्र में हिस्सेदारी की क्षमता विकसित करने के लिए विशेष छात्रवृत्ति का प्रावधान किया गया है।

एनईपी की नीतियां और योजनाएं हमारे शैक्षणिक नीतिकारों द्वारा एनईपी संरचना के अंतर्गत रचनात्मक रूप से डिज़ाइन की गई हैं। मेरा दृढ़ विश्वास है कि यह महत्वपूर्ण नई नीति भारतीय शिक्षा के इतिहास में एससी, एसटी, ओबीसी, दिव्यांग और दूसरे वंचित सामाजिक समूहों के शैक्षणिक समावेश के सृजन में एक महत्वपूर्ण पहल साबित होगी।
मैं यहां सरकार की प्रतिबद्धता की भी पुष्टि करना चाहूंगा, जो उस अनुसूचित जातियों, जनजातियों के लिए लोकसभा और विधानसभाओं में आरक्षण के प्रावधान को 10 साल और बढ़ाने के रूप में देखा जा सकता है।
मैं आशा करता हूं कि इस ऐतिहासिक नवीन नीति पर कुछ लोगों की गलत धारणा को दुरुस्त करने वाले मेरे विचार कदाचित प्रकाशित हों, ताकि देश की जनता सही जानकारी के बारे में जान सके।”

बाईक चोर गिरोह पुलिस की गिरफ्त में, चार आरोपी तीन बाईक और बाईक पार्ट्स के साथ गिरफ्तार

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हरिद्वार, । वाहन चोरी की घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए चलाए जा रहे अभियान के तहत ज्वालापुर कोतवाली पुलिस ने बाईक चोर गिरोह का भण्डाफोड़ करते हुए गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से अलग अलग स्थानों से चोरी की गयी 3 बाईक व 11 बाईक के पार्टस बरामद किए हैं। गिरफ्तार आरोपियों में एक कबाड़ी भी शामिल है। जो चोरी कर लायी गयी बाईक के पार्टस अलग-अलग कर बेचता था।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने पुलिस टीम को ढाई हजार रूपए ईनाम देने की घोषणा की है। पत्रकारों को जानकारी देते हुए एसएसपी सेंथिल अबुदई कृष्णराज एस. ने बताया कि वाहन चोरी की बढ़ती घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस टीम का गठन किया गया था। वाहन चोरों की तलाश में जुटी पुलिस टीम ने मुखबिर की सूचना पर सोमवार को भगत सिंह चौक के पास से चोरी की मोटरसाईकिल बेचने आए 4 लोगों को दो बाईकों सहित गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार किए गए तीन आरोपी मूलरूप से यूपी के सहारनपुर तथा एक लखीमपुरी खीरी का रहने वाला है।

फिलहाल चारों सिडकुल क्षेत्र में किराए पर रहते हैं। पूछताछ में उन्होंने बताया कि आलोक तिवारी बाईक चोरी कर डेंसो चौक के पास कबाड़ी का काम करने वाले कुर्बान को देता था। कुर्बान अपने साथियों अब्दुल रहमान व सूरज सैनी के साथ मिलकर बाईकों के पार्टस अलग-अलग कर आगे बेच देता था। इससे होने वाले मुनाफे को सभी के बीच बांटा जाता था। आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस ने सिडकुल थाना क्षेत्र से चुरायी गयी 1 बाईक व 11 बाईक के पार्टस बरामद किए हैं। एसएसपी ने बताया कि आलोक तिवारी को बाईक चोरी के मामले में पहले भी गिरफ्तार किया जा चुका है। बाकी आरोपियों का आपराधिक इतिहास पता किया जा रहा है। इस दौरान एसपी सिटी कमलेश उपाध्याय भी मौजूद रही।
गिरफ्तार आरोपी-
1.आलोक तिवारी निवासी लखीमपुर उ.प्र., हाल निवासी कृपाल आश्रम रावली महदूद
2.कुर्बान अली निवासी सहारनपुर उ.प्र., हाल निवाासी डेन्सो चौक
3.अब्दुल रहमान निवासी सहारनुपर उ.प्र., हाल निवासी डेन्सो चौक
4.सूरज सैनी निवासी सहारनपुर उ.प्र., हाल निवासी डेन्सो चौक
पुलिस टीम-
आरोपियों को गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम में कोतवाली प्रभारी प्रवीण सिंह कोश्यारी, एसएसआई सुनील रावत, रेल चौकी प्रभारी एसआई लक्ष्मीप्रसाद बिल्जवाण, कांस्टेबल निर्मल, मनमोहन, रविन्द्र नेगी, देवेंद्र चौधरी, सतेंद्र यादव व सुखदेव शामिल रहे।

बदल गए कार और बाइक चलाने से जुड़े 5 नियम, नहीं जानने पर रद्द हो सकता है ड्राइविंग लाइसेंस

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(1) Pollution Under Control सर्टिफिकेट जरूरी-सड़क परिवहन मंत्रालय ने देश में वाहनों से होने वाले प्रदूषण को कम करने के लिए PUC सटिफिकेट लेना अनिवार्य कर दिया है. इसके लिए सरकार ने यूनिफॉर्म PUC सर्टिफिकेट लागू करने का फैसला किया है. जो QR कोड के जरिए आएगा, जिसमें गाड़ी की पूरी डिटेल्स होंगी, जैसे रजिस्ट्रेशन नंबर, मालिक का नाम, एमिशन लेवल वगैरह.

(2) BIS सर्टिफाइड हेलमेट पहनना जरूरी: सड़क एवं परिवहन मंत्रालय ने टू व्हीलर मालिकों के लिए बीआईएस के सर्टिफाइड हेलमेट पहनना जरूरी कर दिया है. सरकार का मनना है कि ज्यादातर टू व्हीलर चलाने वाले सस्ते हेलमेट का प्रयोग करते हैं. जो दुर्घटना के समय चोट से बचाने के लिए ना काफी होते है. ऐसे में सड़क हादसे में टू व्हींलर चालक की मौत होने की संभावना ज्यादा बढ़ जाती हैं.

(3) गाड़ियों के लिए नॉमिनी जरूरी: सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने केंद्रीय मोटर वाहन नियम, 1989 में संशोधन का प्रस्ताव रखा है. नए नियम के तहत वाहन का मालिक रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट में किसी एक व्यक्ति को नामित (Nominee) कर सकेगा. गाड़ी के रजिस्ट्रेशन के समय ही नॉमिनेशन सुविधा दिए जाने का प्रस्ताव है. इससे अगर गाड़ी के मालिक की मृत्यु हो जाती है तो वाहन को उसके नॉमिनी को ट्रांसफर करने में मदद मिलेगी.

(4) Ola, Uber नहीं ले पाएंगी अब मन माफिक किराया : सड़क परिवहन मंत्रालय ने ओला और उबर जैसी टैक्सी कंपनियों के लिए नई गाइडलाइन Motor Vehicle Aggregator Guidelines 2020 जारी की है. इस गाइडलाइन के अनुसार टैक्सी कंपनियां अब पीक आवर्स में मनमाना किराया नहीं बढ़ा सकेगी. आपको बता दें इस गाइडलाइन के अनुसार अब ओला और उबर जैसी कंपनियां पीक आवर्स में बेस फेयर से डेढ़ गुना ज्यादा ही किराया बढ़ा सकती हैं.

(5) Ola, Uber के लिए अब राइड कैंसिल करना मुश्किल : Ola, Uber के ड्राइवर या यात्री बुकिंग कंफर्म होने के बाद बिना किसी वैध कारण के अगर राइड कैंसिल करते हैं. तो 10 परसेंट की पेनल्टी लगेगी. इससे उन यात्रियों को बड़ी राहत मिलेगी जिन्हें पहले तो ड्राइवर का फोन आता है और ये पूछने के बाद कि यात्री को कहां जाना है, कोई न कोई बहाना बनाकर राइड कैंसिल कर देता है.

(6) Ola, Uber ड्राइवर्स के लिए इश्योरेंस कवर जरूरी : सड़क एवं परिवहन मंत्रालय ने ओला और उबर जैसी टैक्सी कंपनियों को निर्देश दिया है कि वो अपने सभी ड्राइवर्स का इंश्योरेंस जरूर कराए. इसके साथ ही सरकार ने नियम बनाया है कि इन कंपनियों में जो ड्राइवर काम करते है. वो 12 घंटे से ज्यादा की शिफ्ट नहीं कर सकेंगे. वहीं कंपनियों को अब किराय का 80 फीसदी हिस्सा ड्राइवर को देना होगा.

Paytm ने दुकानदारों को तोहफा, अब वॉलेट,UPI, RuPay से भुगतान लेने पर नहीं देना होगा कोई शुल्क

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नई दिल्ली: ऑनलाइन वॉलेट एप पेटीएम ने मर्चेंट्स के लिए शानदार गिफ्ट लेकर आया है. कंपनी ने पेटीएम वॉलेट, यूपीआई या रूपे कार्ड से पेमेंट लेने पर लगने वाली फीस माफ कर दी है. इसके साथ ही कंपनी ने पेमेंट लेने पर किसी भी तरह की लिमिट को भी खत्म कर दिया है. पेटीएम की माने तो इससे कारोबारियों 600 करोड़ रुपये का फायदा, जिससे वो अपना व्यापार आगे बढ़ा सकते हैं.

मर्चेंट्स को इसके लिए क्या करना होगा
पेटीएम के मुताबिक इसके लिए कारोबारियों को पेटीएम ऑल इन वन क्‍यूआर कोड लेना होगा. इसी पेटीएम ऑल इन वन क्‍यूआर कोड के जरिए मर्चेंट किसी से भी विकल्प से पैसा ले सकते हैं. इतना ही नहीं पेटीएम रिवॉर्ड प्वॉइंट्स और कई अन्य ऑफर भी दे रहा है.

 

पेटीएम के मुताबिक वह अपने 1.7 करोड़ मर्चेंट्स को सीधे फायदा पहुंचाना चाहती है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पेटीएम के 70% कारोबारी सक्रिय हैं. इस फैसले के बाद पेटीएम को उम्मीद है कि ऑल इन वन क्यूआर कोड से छोटे व्यापारियों को फायदा होगा.

कोरोना काल में पेटीएम डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा दे ही रहा है, इसके साथ ही एमएसएमई की मदद भी कर रहा है. कंपनी को उम्मीद है कि मार्च 2021 तक कंपनी 1,000 करोड़ रुपये के कर्ज बांटने का लक्ष्‍य हासिल कर लेगी.

IPS Transfer: उत्तर प्रदेश में 16 जिलों के SSP, SP सहित 43 आईपीएस अधिकारियों का तबादला, देखें लिस्‍ट

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IPS Transfer in UP : उत्तर प्रदेश में मंगलवार को 43 आइपीएस अधिकारियों का तबादला किया गया है। इनमें 24 एएसपी भी हैं। विधान परिषद चुनाव के मतदान समाप्त होते ही 43 आइपीएस अफसरों के तबादले में 16 एसएसपी तथा एपसी भी बदले गए हैं। इन तबादलों में 2015 बैच के युवा आईपीएस अफसर को चार्ज मिला। 2015 बैच के 12 अधिकारियों को जिलों में तैनाती मिली है। आज इस बैच के 14 आइपीएस अधिकारियों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की थी। लखनऊ में डीसीपी (पूर्वी) चारु निगम को मेरठ में 6वीं वाहिनी पीएसी मेरठ का सेनानायक बनाया गया है। 2016 व 2017 बैच के 12 आइपीएस अधिकारियों को जिलों में सहायक पुलिस अधीक्षक के पद पर तैनाती दी गई है।

यहां देखें ट्रांसफर की लिस्ट

अशीष श्रीवास्तव को एसपी सोनभद्र से एसपी अभिसूचना लखनऊ, यमुना प्रसाद को एसपी सम्भल से एआइजी पीएसी मुख्यालय लखनऊ, नित्यानंद राय को एसपी शामली से एसपी अभिसूचना लखनऊ, ब्रजेश सिंह को एसपी संतकबीर नगर से एसी डॉयल 112 लखनऊ, देवेंद्र नाथ को एसपी बलिया से एसपी सीबीसीआइडी लखनऊ, देव रंजन वर्मा को एसपी बलरामपुर से एसपी एसआइटी लखनऊ, स्वपनिल ममगैन को उपायुक्त, लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट से ईओडब्लू लखनऊ तथा चारू निगम को उपायुक्त, लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट से सेनानायक छठी वाहिनी पीएसी मेरठ के पद पर भेजा गया है।

अमरेंद्र सिंह को एसपी सोनभद्र, चक्रेश मिश्रा को एसपी सम्भल, सुकीॢत माधव को एसपी शामली, डॉ. कौस्तुभ को एसपी संतकबीरनगर, अपर्णा गौतम को औरैया, सुनीति को एसपी अमरोहा, विपिन टाडा को एसपी बलिया, अविनाश पाण्डेय को एसपी मैनपुरी, नीरज जादौन को एसपी हापुड़, संजीव सुमन को डीसीपी लखनऊ व अमित कुमार को एसपी चंदौली के पद पर तैनाती मिली है।

अपर्णा गुप्ता को एसपी रेलवे मुरादाबाद, मिर्जा मंजर बेग को एसपी पावर कारपोरेशन लखनऊ, अनिल मिश्रा को एसपी प्रशासन डीजीपी मुख्यालय, सचिंद्र पटेल को एसपी एटीएस लखनऊ, सोनम कुमार को एडिशनल एसपी ग्रामीण गोरखपुर, निपुण अग्रवाल को एडिशनल एसपी शाहजहांपुर, केशव कुमार को एडिशनल एसपी मेरठ, के वेंकट अशोक को एडिशनल एसपी आगरा, इराज राजा को एडिशनल एसपी गाजियाबाद, सत्यजीत गुप्ता को एडिशनल एसपी आगरा, कुलदीप सिंह गुनावत को एडिशनल एसपी अलीगढ़, आदित्य लंगे को एडिशनल एसपी वाराणसी सुरक्षा, अॢपत विजयवर्गीय को एडिशनल एसपी मुजफ्फरनगर, कासिम आब्दी को एडिशनल डीसीपी लखनऊ कमिश्नरेट, सौरभ दीक्षित को एडिशनल एसपी प्रयागराज तथा अतुल शर्मा को एडिशनल एसपी सहारनपुर के पद पर तैनात किया गया है।

नए घोषित दायित्वधारियों को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष  भगत द्वारा बधाई

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देहरादून। भारतीय जनता पार्टी उत्तराखंड के प्रदेश अध्यक्ष  बंशीधर भगत ने भाजपा के 11 वरिष्ठ कार्यकर्ताओं को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत द्वारा सरकार में दायित्व दिए जाने पर नए दायित्व धारियों को बधाई दी है और इसके लिए मुख्यमंत्री  का भी धन्यवाद किया है ।
भगत ने कहा कि उन्हें विश्वास है कि दायित्वधारी सरकार में अपनी जिम्मेदारियों को कुशलता से पूरा करेंगे और जनता की अपेक्षाओं को पूरा करने में समर्थ होंगे ।उन्होंने कहा कि दायित्व धारियों से यह भी अपेक्षा है कि वे सरकार की योजनाओं को भी जनता तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।

69000 सहायक अध्यापक भर्ती: दूसरे चरण में 36590 अभ्यर्थियों के लिए सेलेक्शन एवं जिला आवंटन लिस्ट जारी

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यूपी : शिक्षक भर्ती के दूसरे चरण की आवंटन सूची जारी, 2 से 4 दिसम्बर के बीच काउंसलिंग

नई दिल्ली : पिछले काफी वक्त से अपनी नियुक्ति का इंतजार कर रहे 69000 शिक्षक भर्ती के दूसरे चरण में 36590 अभ्यर्थियों की चयन और जिला आवंटन सूची जारी कर दी गई है. 69000 शिक्षक भर्ती में बचे हुए 36590 पदों पर भर्ती के लिए 2 से 4 दिसम्बर के बीच काउंसलिंग होगी. निदेशक बेसिक शिक्षा डॉ सर्वेन्द्र विक्रम सिंह ने बताया कि बचे हुए 36590 पदों के लिए 2 से 4 दिसंबर तक कॉउंसलिंग के बाद 5 दिसंबर को नियुक्ति पत्र बांटे जाएंगे.. 31277 पदों के लिए चयन पहले चरण में हो चुका है. दूसरे चरण की लिस्ट 30 नवंबर को जारी की गई. 67867 अभ्यर्थियों के चयन की लिस्ट एक जून को जारी की गई थी.

बता दें कि, सहायक अध्यापकों की ये भर्ती पासिंग मार्क के विवाद को लेकर सुप्रीम कोर्ट में फंसी थी. 18 नवंबर को सुप्रीम कोर्ट ने राज्य सरकार और उन अभ्यर्थियों के पक्ष में फैसला सुनाया जो 65 और 60 फीसदी पासिंग मार्क के पक्ष में थे. सरकार इस फैसले से पहले ही कोर्ट के अंतरिम फैसले पर इस भर्ती में से 31277 पदों पर नियुक्ति दे चुकी है. अब 2 से 4 दिसंबर की कॉउंसलिंग के बाद बचे हुए पदों पर 36,590 अभ्यर्थियों को नियुक्ति दी जाएगी.

कुल पदों के लिए दो चरण में चयन हुआ. दोनों बार एक ही सूची से चयनितों का जिला आवंटन किया गया. किसी भी अभ्यर्थी का जिला आवंटन बदला नहीं गया है. दूसरी चयन सूची में पुरुषों का चयन अधिक हुआ है. सूची में 19027 पुरुष, 17563 महिलाएं शामिल हैं. लखनऊ, मऊ, गाजियाबाद, वाराणसी और बागपत के सारे पद पहले चरण में ही भर चुके हैं. यहां दूसरे चरण की काउंसिलिंग नहीं होगी.

गौरतलब है कि, 69 हजार सहायक अध्यापकों की भर्ती में अनुसूचित जनजाति के 1133 योग्य अभ्यर्थी नही मिलने के कारण जून में 67,867 चयनित अभ्यर्थियों की वरीयता सूची जारी की गई थी. लेकिम मामला कोर्ट में जाने के चलते तब भर्ती रुक गयी. हालांकि अब भर्ती का रास्ता साफ है. 36590 पदों के लिए 2 से 4 दिसंबर तक कॉउंसलिंग के बाद 5 दिसंबर को नियुक्ति पत्र बांटे जाएंगे.

DGP अशोक कुमार ने दिए कुम्भ में 3 चुनोतियों भीड़ नियंत्रण, निपटने हेतु दिशा निर्देश

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हरिद्वार  (कुल भूषण शर्मा) मेला नियंत्रण भवन हर की पैड़ी के सभागार में महानिदेशक उत्तराखंड पुलिस अशोक कुमार के द्वारा कुम्भ मेला पुलिस व्यवस्था सम्बंधित समीक्षा गोष्ठी ली गई। महानिदेशक महोदय द्वारा गोष्ठी में उपनिरीक्षक स्तर से ऊपर स्तर के कुम्भ मेला पुलिस के अधिकारीगण की ब्रीफिंग की गई।

गोष्ठी के प्रारंभ में पुलिस महानिरीक्षक कुम्भ 2021  संजय गुंज्याल द्वारा महानिदेशक  को कुम्भ मेले के सम्बंध में अब तक कि गई तैयारियों और आगामी योजनाओं के सम्बंध में अवगत कराया गया।
ततपश्चात महानिदेशक द्वारा कुम्भ मेला पुलिस के समक्ष आने वाली मुख्यतः 3 चुनोतियों भीड़ नियंत्रण, यातायात व्यवस्था एवम आतंकवादी घटना से निपटने हेतु अपने जनपद हरिद्वार में नियुक्ति के जमीनी अनुभवों पर आधारित दिशा निर्देश दिए।

इसके अतिरिक्त कुम्भ पुलिस को आगामी कुम्भ 2021 में 3 तरह के माहौल के अनुसार पुलिस की तैयारी किये जाने को कहा। पहला covid 19 के अत्यधिक प्रकोप सहित, दूसरा आंशिक प्रभाव में और तीसरा बिना covid 19 संक्रमण। इसलिए कुम्भ मेला पुलिस को उपरोक्त तीनो परिस्थितियों को दृष्टिगत रखते हुए योजनाबद्ध तरीके से तैयारी करने हेतु बताया।

उपरोक्त तीनों परिस्थितियों के अनुसार ही पुलिस बल की चरणवार नियुक्ति भी कुम्भ में होगी। महानिदेशक के अतिरिक्त पुलिस महानिरीक्षक गढ़वाल परिक्षेत्र  अभिनव कुमार द्वारा जनपद हरिद्वार पुलिस और कुम्भ पुलिस को एक टीम की तरह कुम्भ मेला आयोजित कराये जाने का निर्देश दिया।
गोष्ठी के अंत मे पुलिस महानिरीक्षक कुम्भ मेला 2021  संजय गुंज्याल द्वारा अपने समाप्ति सम्बोधन में पुलिस महानिदेशक का उनके उपयोगी और अनुभव से परिपूर्ण मार्गदर्शन के लिये धन्यवाद ज्ञापित किया गया।