Friday, May 16, 2025
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राहुल गांधी समेत अधिसंख्य कांग्रेस नेताओं को इन बिलों का ज्ञान तक नहीं : भाजपा

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“भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. देवेंद्र भसीन ने कहा कि कांग्रेस और अन्य विरोधी दल किसानों को भड़का कर किसानों की आड़ में जिस तरह अपनी राजनीति चला रहे हैं वह केवल कृषि बिलों का मामला नहीं है बल्कि एक गहरे षड्यंत्र का हिस्सा है |”

देहरादून, भारतीय जनता पार्टी ने कहा है कि किसानों को भड़का कर कांग्रेस व अन्य विरोधी दल कृषि बिलों का जो विरोध कर रहे हैं उसके पीछे गहरा षड्यंत्र है और ये दल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा एक के बाद एक उठाए जा रहे ऐतिहासिक सुधारों को बाधित करना चाहते हैं ।

भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. देवेंद्र भसीन ने एक बयान में कहा कि कांग्रेस और अन्य विरोधी दल किसानों को भड़का कर किसानों की आड़ में जिस तरह अपनी राजनीति चला रहे हैं वह केवल कृषि बिलों का मामला नहीं है बल्कि एक गहरे षड्यंत्र का हिस्सा है ।ये दल नहीं चाहते कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में जिस प्रकार एक के बाद एक बड़े सुधार किए जा रहे हैं और ऐतिहासिक कार्य हो रहे हैं उनकी गति बनी रहे ।उनकी इच्छा है कि ये सभी कार्य किसी न किसी प्रकार बाधित किए जाए और यदि किसान बिल का षड्यंत्र सफल हो जाता है तो अन्य मामलों पर देश में हंगामा खड़ा किया जाए।

उन्होंने कहा कि कृषि बिलो को लेकर कॉन्ग्रेस का रुख विचित्र है ।क्योंकि श्री राहुल गांधी , उत्तराखंड सहित देश में अधिकांश कांग्रेस नेताओं को यही पता नहीं है कि यें कृषि बिल क्या है और इनमें क्या-क्या प्रावधान किए गए हैं । ये सब केवल विरोध के लिए विरोध कर रहे हैं । हैरानी की बात यह है कि कांग्रेस ने पिछले लोकसभा चुनाव में खुद इन बिलों को लेकर अपने घोषणा पत्र में वायदा किया था और इन्हें लागू करने की बात कही थी ।अब जब यही काम मोदी जी के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने किया है तो कांग्रेस नेता विरोध करने में जुट गए हैं । लेकिन यह विरोध सामान्य विरोध नहीं है बल्कि एक गहरे षड्यंत्र का हिस्सा है ।

डॉ. भसीन ने कहा कि एक और अजीब स्थिति यह है कि महाराष्ट्र में ये क़ानून 15 वर्ष से लागू है लेकिन कांग्रेस वहाँ इन क़ानूनों को हटाने की बात नहीं कर रही है और ना ही एनसीपी ऐसा कह रही है ।क्योंकि वहाँ का किसान इनका विरोध नहीं कर रहा और उसे इनका लाभ मिल रहा ।यदि ये क़ानून गलत है तो कांग्रेस और एनसीपी को जो महाराष्ट्र सरकार में हिस्सा है ये क़ानून समाप्त करा देने चाहिए ।उन्होंने यह भी कहा कि महाराष्ट्र में फड़नवीस सरकार एमएसपी को क़ानूनी तौर पर बाध्यकारी बनाने का कानून भी ला रही थी ।लेकिन कांग्रेस और विरोधी दलों ने इसे विधान परिषद में पारित नहीं होने दिया ।अब यही दल एमएसपी कानून की बात कह रहे हैं ।इससे साफ है कि कांग्रेस और अन्य विरोधी दल न केवल दोगला व्यवहार कर रहे हैं बल्कि एक बड़ा खेल खेल रहे हैं जो देश हित में नहीं है ।लेकिन मोदी जी ने हमेशा हर चुनौती का सामना किया है और उससे वे सफलता के साथ निकल आए हैं ।उसी प्रकार इस प्रसंग में भी केंद्र सरकार उनके नेतृत्व में किसानों के साथ रास्ता निकाल लेगी और कांग्रेस तथा अन्य विरोधी दलों को फिर एक बार फिर औंधे मुंह गिरना पड़ेगा ।

एम्स में 30 वर्षीय व्यक्ति की सफल आरएसओवी सर्जरी, जन्म से था दिल में छेद

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“हार्ट वाॅल्व भी करने लगा था लीकेज”

ॠषिकेश, अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स ऋषिकेश के चिकित्सकों ने दिल में छेद,आरएसओवी एवं काॅर्डियक वाॅल्व में रिसाव के कारण सांस लेने में अत्यधिक कठिनाई का सामना कर रहे एक 30 वर्षीय व्यक्ति की सफलतापूर्वक सर्जरी को अंजाम दिया गया है। ऑपरेशन के बाद मरीज पूरी तरह से स्वस्थ है,जिसे जल्दी ही अस्पताल से छुट्टी दे दी जाएगी। एम्स निदेशक पद्मश्री प्रोफेसर रवि कांत जी ने मरीज की सफलतापूर्वक जटिल सर्जरी करने वाली टीम की प्रशंसा की है।

चमोली जनपद के जोशीमठ निवासी एक 30 वर्षीय व्यक्ति पिछले कई वर्षों से दिल में छेद की समस्या से ग्रसित था। दिल में छेद होने के कारण उसके काॅर्डियक वाॅल्व में रिसाव भी शुरू हो गया, जिससे उसका हार्ट सही ढंग से कार्य नहीं कर पा रहा था। इस पैदायशी समस्या के कारण उम्र बढ़ने के साथ साथ उक्त व्यक्ति की परेशानी भी लगातार बढ़ने लगी थी। जन्मजात दिल में छेद की वजह से उसे सांस लेने में अत्यधिक कठिनाई होने लगी थी,लिहाजा उसने समस्या से निजात पाने के लिए उत्तराखंड के विभिन्न छोटे-बड़े अस्पतालों में अपना उपचार कराया, मगर मरीज स्वस्थ होने के बजाए और अधिक गंभीर स्थिति में आ गया।

थकहारकर उक्त मरीज ने इलाज के लिए एम्स ऋषिकेश की ओर रुख किया। जहां सघन परीक्षण के बाद एम्स के काॅर्डियोलाॅजी विभाग के विशेषज्ञ चिकित्सकों ने पाया कि उसके दिल में छेद है, जिससे उस स्थान पर दिल के वाॅल्व से रिसाव हो रहा है। इस छेद के कारण मरीज के दिल की बड़ी धमनी का एक हिस्सा भी फट गया था, जिसे रप्चर्ड साइनस ऑफ वॉलसाल्वा (आरएसओवी) कहते हैं। यह स्थिति मरीज के जीवन के लिए बड़ा गंभीर स्तर का था। विशेषज्ञ चिकित्सकों के अनुसार हालांकि उक्त व्यक्ति के दिल में छेद की समस्या जन्मजात थी, लेकिन समय पर उचित इलाज नहीं मिले के कारण मरीज गंभीर स्थिति में पहुंच गया था। जिसके चलते सांस लेने में कठिनाई और धड़कन तेज चलने के कारण वह कोई भी काम नहीं कर पा रहा था।

एम्स निदेशक पद्मश्री प्रोफेसर रवि कांत जी ने बताया कि संस्थान के विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीम ने इस व्यक्ति के दिल का ऑपरेशन कर उसे नया जीवन प्रदान किया है। उन्होंने बताया कि एम्स में मरीजों को अत्याधुनिक तकनीक से युक्त विश्वस्तरीय स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराई जा रही हैं। निदेशक एम्स पद्मश्री प्रो. रवि कांत जी ने बताया कि हृदय संबंधी विकारों से जुड़े विभिन्न रोगों के समुचित इलाज व प्रबंधन के लिए ऋषिकेश एम्स में काॅर्डियोलॉजिस्ट, काॅर्डियक सर्जन, काॅर्डियक एने​स्थिटिक्स व रेडियोलॉजिस्ट विशेषज्ञों की पूरी टीम उपलब्ध है।

एम्स के काॅर्डियक थोरेसिक सर्जन डाॅ. अनीश गुप्ता के नेतृत्व में काॅर्डियोथोरेसिक विभाग की टीम ने इस जटिल हृदय शल्यक्रिया में सफलता हासिल की। इस बाबत डाॅ. गुप्ता ने बताया कि ऑपरेशन का सबसे कठिन हिस्सा मरीज के हृदय वाॅल्व की मरम्मत करना था। लिहाजा वाॅल्व की मरम्मत में बेहतद गंभीरता बरती गई। उन्होंने बताया कि उक्त मरीज का यह ऑपरेशन अटल आयुष्मान योजना के तहत निःशुल्क किया गया है। बहरहाल रोगी को वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया है व वह पूरी तरह से स्वस्थ है। बताया कि इस सर्जरी को आरएसओवी सर्जरी के नाम से जाना जाता है। जिसमें दिल के वाॅल्व एवं एन्यूरिज्म के टूटे हुए हिस्से को शल्य क्रिया विधि द्वारा ठीक किया जाता है।

डाॅ. अजय मिश्रा ने बताया कि यह संपूर्ण उपचार प्रक्रिया काॅर्डियोलॉजिस्ट विशेषज्ञों द्वारा टीम वर्क के आधार पर की गई। टीम में एंजियोग्राफी, रेडियोलॉजिस्ट, काॅर्डियक एनेस्थेटिस्ट आदि शामिल हैं। टीम नियमिततौर से मरीज की मॉनिटरिंग व देखभाल कर रही है। कॉर्डियोलॉजी विभागाध्यक्ष प्रो. भानु दुग्गल और डाॅ. यश श्रीवास्तव के अनुसार ऐसे रोगियों के दिल में यदि कोई छेद अथवा वाॅल्व लीक नहीं है, तो एंजियोग्राफी द्वारा इस स्थिति को ठीक किया जा सकता है। लेकिन इस तरह के मामलों में अक्सर ओपन हार्ट सर्जरी ही की जाती है। यह एक असामान्य समस्या है, जो शल्य क्रिया के रूप में एक चुनौतीपूर्ण कार्य होता है।

विस का शीतकालीन सत्र : अधिकारियों को व्यवस्थाओं को सुदृढ़ करने के विस अध्यक्ष ने दिये दिशा निर्देश

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देहरादून  दिसम्बर से प्रारंभ होने वाले विधानसभा के शीतकालीन सत्र के लिए की जाने वाली सुरक्षा व्यवस्था तथा आनुषंगिक व्यवस्थाओं पर विचार-विमर्श हेतु विधानसभा अध्यक्ष श्री प्रेम चंद अग्रवाल के सभापतित्व में विधान सभा भवन में आज उच्च अधिकारियों के संग बैठक आहूत की गई।इस दौरान विधानसभा अध्यक्ष ने कोविड-19 महामारी में सत्र को भलीभाँति चलाए जाने के लिए सभी अधिकारियों से सहयोग की अपेक्षा की।

इस अवसर पर बैठक के दौरान विधानसभा अध्यक्ष द्वारा विधानसभा सचिवालय और पुलिस विभाग के अधिकारियों को सुरक्षा व्यवस्था पूरी तरह से चाकचौबंद रखने के निर्देश दिए। उन्होंने सत्र के दौरान आवश्यक व्यवस्थाओं को भी जल्द से जल्द पूरा करने को कहा। कोरोना संक्रमण को देखते हुए उन्होंने विधानसभा परिसर के अंदर व सभा मंडप में जारी प्रवेश पत्र एवं सुरक्षा चेकिंग, वाहनों की पार्किंग को लेकर चर्चा की।उन्होंने निर्देश दिए कि वाहन चिन्हित स्थानों पर ही पार्क किए जाएं। अग्निशमन दल, चिकित्सा विभाग, एंबुलेंस की व्यवस्था कर ली जाए। बिजली व पानी की सुचारु आपूर्ति में कोई व्यवधान न आए।

पत्रकारों से बातचीत के दौरान विधानसभा अध्यक्ष ने अवगत किया कि सभी माननीय विधायकों को अपने क्षेत्रों में अथवा विधायक निवास, देहरादून में सत्र से पहले में कोरोना का रैपिड टेस्ट, आरटी पीसीआर टेस्ट कराना अनिवार्य होगा जिसका कि सत्र के दौरान टेस्ट की रिपोर्ट विधायकों द्वारा विधानसभा को देनी होगी।

विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि विधानसभा के अधिकारियों एवं कर्मचारियों एसओपी का पालन करना होगा।साथ ही प्रवेश द्वार पर सभी आगंतुकों का थर्मल स्कैनिंग की जायेगी।स्वास्थ्य विभाग को सत्र के दौरान आवश्यक चिकित्सा दल, दवाइयों की व्यवस्था सुनिश्चित करने एवं मुस्तैदी से कार्य करने के लिए निर्देशित किया गया है।सत्र के दौरान मुख्य द्वार से ही सदन तक सभी को सैनिटाइज करवाया जाएगा।

सत्र के दौरान विद्युत आपूर्ति पानी की व्यवस्था एवं साफ सफाई चौक चौबंद रखने के लिए अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए हैं। बैठक के दौरान रेस कोर्स स्थित विधायक निवास में सुरक्षा, स्वच्छता को लेकर भी अधिकारियों को कोराना को देखते हुए व्यवस्थाओं को सुदृढ़ करने के दिशा निर्देश दिए गये हैं।

कोविड-19 के दृष्टिगत इस बार शीतकालीन सत्र के दौरान पत्रकार दीर्घा, दर्शक दीर्घा एवं अधिकारी दीर्घा में किसी व्यक्ति को प्रवेश पत्र जारी नहीं किया जाएगा। सत्र के दौरान गैर सरकारी व्यक्तियों को परिसर में प्रवेश की अनुमति प्राप्त नहीं होगी।विधानसभा अध्यक्ष ने बताया कि विधानसभा की कार्यवाही प्रिंट मीडिया को पीटीआई तथा इलेक्ट्रॉनिक मीडिया को ए एन आई सूचना विभाग के माध्यम से उपलब्ध कराई जाएगी। मीडिया कर्मियों को विधानसभा परिसर के बाहर मीडिया हाउस की व्यवस्था की जाएगी।विधानसभा परिसर में माननीय विधायकों के साथ आने वाले सहवर्ती का प्रवेश वर्जित किया गया है। पूर्व विधायकों को भी परिसर में आने से बचने का अनुरोध किया गया है। सत्र के दौरान अधिकारियों को विधानसभा परिसर में अलग हॉल में बैठने की व्यवस्था की जाएगी जिसमें की स्क्रीन के माध्यम से सत्र का लाइव प्रसारण दिखाया जाएगा।

इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, आईजी पुलिस एपी अंशुमान, सचिव स्वास्थ्य पीके पांडे, सचिव आईटीडीए अमित सिन्हा, सचिव बीएस मनराल, जिला अधिकारी आशीष श्रीवास्तव, डीजी सूचना विभाग एमएस बिष्ट, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ एके डिमरी, अपर नगर आयुक्त मोहन सिंह, अपर सचिव प्रशासन प्रताप सिंह शाह, एसएसपी अरुण मोहन जोशी, उत्तराखंड विधान सभा के प्रभारी सचिव मुकेश सिंघल सहित शासन एवं विभिन्न विभाग के उच्च अधिकारी मौजूद थे।

किसानों के मुद्दे पर राजनीति कर रहे हैं कांग्रेस और बामपंथी : भगत

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“एनएच मामले में जाँच चल रही है | दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्यवाही की गई है, मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की सरकार में कोई भी दोषी नहीं बच पायेगा”

देहरादून, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत ने कहा कि देश भर में किसानो को उकसाकर कांग्रेस और बामपंथी राजनीतिक रोटिया सेक रहे हैं उन्होंने कांग्रेस राष्ट्रीय महासचिव और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के सचिवालय में प्रवेश को लेकर उपवास को नोटंकी करार दिया।

उन्होंने कहा की सचिवालाय और विधान सभा में आवाजाही कोविड गाइड लाइन के अनुसार ही हो रही है। सभी शैक्षिक संस्थाओं, दफ्तरों,अदालतों और अस्पतालों में ऐसे नियम से कार्य हो रहा है। उन्होंने कहा की जीरो टॉलरेन्स को लेकर कांग्रेस या खुद हरीश रावत को ज्ञान देने के बजाय स्वाध्याय की जरुरत है। कुछ कहने से पहले उन्हें अपने कार्यकाल की ओर ध्यान देना चाहिए। उन्होंने कहा कि एनएच मामले में जाँच चल रही है दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्यवाही की गई हैं मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की सरकार में कोई भी दोषी नही बच पायेगा ।

प्रदेश के अंदर भ्रष्टाचार के जो भी मामले सामने आये हैं सभी कांग्रेस कार्यकाल के हैं जिनको लेकर सरकार सतर्क और गंभीर है और दोषियों पर कड़ी कार्यवाही की गई है ।
भगत ने कहा कि जनता अब कांग्रेस को गंभीरता से नही ले रही है क्योकि घपले घोटालों में संलिप्तता के चलते और अराजकता के कारण कांग्रेस देश भर में सिमट रही है और अस्तित्व के लिए संघर्ष कर रही है।

उत्तराखंड की दूरसंचार समस्याओं को लेकर रविशंकर प्रसाद से मिले सांसद बलूनी, विस्तार से हुई चर्चा

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नई दिल्ली, उत्तराखंड से राज्यसभा सांसद और भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय मीडिया प्रमुख अनिल बलूनी ने आज केंद्रीय दूरसंचार मंत्री  रविशंकर प्रसाद से मुलाकात की। उन्होंने उत्तराखंड की दूरसंचार समस्याओं को लेकर मंत्री  से विस्तार से चर्चा की। कुछ दिन पूर्व सांसद अनिल बलूनी ने सोशल मीडिया के माध्यम से आम जनता से मोबाइल नेटवर्क और टावर की समस्याओं से जुड़े सुझाव मांगे थे। जिसमें पूरे प्रदेश भर से उन्हें सुझाव मिले। चीन और नेपाल बॉर्डर के दुर्गम पर्वतीय क्षेत्रों से लेकर तराई और नगरों से नागरिकों ने मोबाइल की कनेक्टिविटी समस्या से उन्हें अवगत कराया।

आज सांसद बलूनी लगभग दो सौ समस्याओं को सूचीबद्ध करके केंद्रीय दूरसंचार मंत्री से मिले और उन्होंने कहा कि प्राथमिकता के आधार पर इन समस्याओं को इसलिए भी सुलझाया जाना आवश्यक है कि उत्तराखंड विषम भौगोलिक परिस्थिति वाला राज्य है, जहां दूरसंचार की महत्ता बहुत अधिक है। उन्होंने कहा कि विशेषकर बच्चों को जो ऑनलाइन पढ़ाई कर रहे हैं उन्हें इन समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। साथ ही बैंकिंग, डिजिटल पेमेंट, वर्क फ्रॉम होम, विभागीय कार्य आदि जो केवल कनेक्टिविटी पर निर्भर है उनमें निरंतर बाधा बनी रहती है। बरसात के मौसम में ये समस्याएं और बढ़ जाती है।

केंद्रीय दूरसंचार मंत्री  रविशंकर प्रसाद  ने कहा कि वह सभी संबंधित अधिकारियों को इन सभी समस्याओं को प्रेषित कर एक निश्चित समय में समाधान करने का निर्देश देंगे। जहां नए टावरों की स्थापना होनी है उनके प्रस्ताव भी मोबाइल कंपनियां तैयार करेंगी। बीएसएनएल और निजी ऑपरेटर कंपनियां तत्काल प्रभाव से इन समस्याओं का निराकरण करेंगी।

केंद्रीय मंत्री  रविशंकर प्रसाद  ने प्रशंसा करते हुए कहा कि समस्या के समाधान की सांसद बलूनी की यह पहल प्रशंसनीय है कि सोशल मीडिया के माध्यम से जनता से उनकी समस्या और सुझाव लेकर एकत्र करना और उस पर कार्य करना प्रेरणादायक है।

 

बूढ़ी दीपावली पर भैलों, तांदी, रॉसों के साथ मनाया बराज का पर्व

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मसूरी। पहाड़ों की रानी मसूरी के समीपी जौनपुर विकासखड़ में इन दिनों बूढ़ी दीपावली की धूम मची है। जिसके साथ ही चौथे दिन बराज का त्योहार धूमधाम व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया, जिसके तहत ग्रामीणों ने भैलो खेला व राँसों, तांदी के साथ पांडव नृत्य का मनमोहक दृश्य देख लोग भाव विभोर हो उठे।

जौनपुर, जौनसार क्षेत्र में दीपावली के ठीक एक माह बाद मनाई जाने वाली बग्गवाल बूढ़ी दीपावली के चौथे दिन बराज का पर्व बड़ी धूमधाम व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया, बराज के त्योहार पर ग्रामीणों ने सुबह के समय अपने पौराणिक रीति रिवाजों के साथ बाद्ययन्त्रों कि थाप पर देवदार व भीमल के छिलकों से बनाये भैलो होलड़े खेले, उसके बाद बबाईं घास से नागरूपी रस्सी बनाई गई,

जिसकी विधि विधान से पूजा अर्चना की व उसके बाद रस्साकसी के साथ खीचते हुए तोड़ा गया, बराज पर क्षेत्र के के हर गांव में राँसों, तांदी, और पांडव नृत्य की गूंज से माहौल खुशनुमा बना रहा है, ग्रामीणों ने मंगसीर की दीपावली पर कई प्रकार के शुद्ध पहाड़ी व्यजनों से घर आये मेहमानों की मेहमान नवाजी की। इस मौके पर अधिक तर नौकरीपेशा लोग गांव आते हैं तथा अपनी पारंपरिक लोक संस्कृति के पर्व को धूमधाम से मनाते हैं। यहीं कारण है कि जौनपुर जौनसार मे ंआज भी लोक संस्कृति जिंदा है।

मुख्यमंत्री ने किया कर्नल सी.एम. नौटियाल द्वारा लिखित पुस्तकों का विमोचन

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देहरादून ,  मुख्यमंत्री  त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने बुधवार को मुख्यमंत्री आवास में कर्नल सी.एम. नौटियाल द्वारा लिखित पुस्तकों ‘सतीत्व का श्राप’ एवं ‘ अनुबंध ’ का विमोचन किया।
मुख्यमंत्री ने लेखक के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि समाज को सही राह दिखाना लेखकों एवं साहित्यकारों का दायित्व होता है।

इन पुस्तकों में कर्नल नौटियाल ने सतीत्व का श्राप पुस्तक में जहां एक ओर समाज में व्याप्त कुरीतियों को सामने लाने का प्रयास किया है वही यह भी सन्देश देने का प्रयास किया है कि समाजिकता के विरूद्व मनुष्य चाहे अपने किये गये अपराधों को कितना भी छिपाने का प्रयास करें, पीड़ित की अन्तर्रात्मा को पहुंची ठेस का प्रतिफल अपराधी को अवश्य मिलता है। ‘अनुबंध’ उपन्वास में भी लेखक ने मानवीय संवेदनाओं एवं सम्बन्धों को अभिव्यक्त करने का प्रयास किया है। वर्ष 2013 में केदारनाथ में आई आपदा के दंशों का मानवता पर पड़ने वाले प्रभावों को भी इसमें निरूपित किया गया है।
पुस्तक के लेखक कर्नल सी.एम. नौटियाल ने मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त करते हुए पुस्तकों के बारे में जानकारी दी।

विस उपाध्यक्ष ने सुनी ग्रामीणों की समस्याएं, अधिकारियों को दिये दिशा निर्देश

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अल्मोड़ा,विकासखंड भैसियाछाना के ग्राम पंचायत चनौली एवं पांडेतोली की बैठकों में माननीय विधानसभा उपाध्यक्ष  द्वारा प्रतिभाग किया गया एवं ग्रामीणों की समस्याओं को सुना इस अवसर पर ग्रामीणों द्वारा विद्युतीकरण डामरीकरण एवं पेयजल से संबंधित समस्याएं रखी गई, कई समस्याओं का माननीय विधानसभा उपाध्यक्ष जी द्वारा विभागीय अधिकारियों से दूरभाष से वार्ता कर समाधान करवाया पेयजल की समस्या के लिए केंद्र सरकार द्वारा संचालित जल जीवन मिशन के तहत प्रत्येक ग्राम पंचायत में हर घर नल हर घर जल के तहत पेयजल की लाइनों का कार्य करवाया जा रहा है

इस अवसर पर माननीय विधानसभा उपाध्यक्ष जी द्वारा ग्रामीणों को केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार द्वारा संचालित योजनाओं के संबंध में महत्वपूर्ण जानकारियां दी ग्रामीणों द्वारा सी सी मार्ग आदि के लिए विधायक निधि से धनराशि की मांग रखी गई जिस पर माननीय विधानसभा उपाध्यक्ष जी द्वारा सहमति जताते हुए विधायक निधि से विकास कार्यों हेतु धन आवंटन की स्वीकृति प्रदान की इस अवसर पर भारतीय जनता पार्टी के मंडल अध्यक्ष  राजेंद्र सिंह ग्राम प्रधान  दीपा बिष्ट ग्राम प्रधान  गोपाल सिंह अनुसूचित मोर्चा के जिला उपाध्यक्ष  बलदेव आर्य  रमेश राम उमेश सिंह  गोपाल सिंह जी ग्राम प्रधान  राजेंद्र सिंह  वरिष्ठ कार्यकर्ता  भगवत सिंह  सहित विकासखंड स्तर के कर्मचारी गण एवं ग्रामीण जनता एवं माताएं बहने एवं बुजुर्ग नवयुवक साथी उपस्थित रहे

राज्य और केन्द्र शासित प्रदेशों के बाल संरक्षण गृहों में रहने वाले बच्चों की पढ़ाई के लिए 2 हजार प्रतिमाह देने के सुप्रीम कोर्ट ने दिये आदेश

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नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से कहा है कि कोरोना महामारी के चलते बाल संरक्षण गृहों में रह रहे बच्चों की पढ़ाई प्रभावित नहीं होनी चाहिए। कोर्ट ने राज्यों को बच्चों की पढ़ाई के लिए किताबें, स्टेशनरी और सभी जरूरी संसाधन मुहैया कराने का आदेश दिया है। इसके साथ ही कोर्ट ने कहा कि कोरोना के कारण जो बच्चे बाल संरक्षण गृहों से वापस परिवार के पास भेजे गए हैं और अगर उन परिवारों की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है तो राज्य सरकार जिला बाल संरक्षण समिति की संस्तुति पर उन परिवारों को बच्चे की पढ़ाई के लिए 2,000 रुपये प्रतिमाह देगी। यह रकम सिर्फ बच्चे की पढ़ाई पर खर्च की जाएगी।

राज्य 22 से 24 बच्चों पर एक शिक्षक की नियुक्ति करें

ये आदेश जस्टिस एल. नागेश्वर राव की अध्यक्षता वाली पीठ ने बाल संरक्षण गृहों में रह रहे बच्चों के कल्याण के मुद्दे पर सुनवाई के दौरान दिए। कोर्ट ने यह भी कहा कि राज्य 22 से 24 बच्चों पर एक शिक्षक की नियुक्ति करें। छूटी पढ़ाई पूरी कराने के लिए एक्स्ट्रा क्लासेज भी कराई जाएं। इससे पहले मामले में न्याय मित्र (एमाइकस क्यूरी) ने कोर्ट को बताया कि जब कोरोना शुरू हुआ था उस समय 2,27,518 बच्चे बाल संरक्षण गृहों में रह रहे थे।

इसमें से 1,45,788 बच्चे परिवारों या संरक्षकों के पास वापस भेज दिए गये, सुप्रीम कोर्ट ने बाल संरक्षण गृहों और वहां से वापस परिवार के पास भेजे गए बच्चों की पढ़ाई की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए कहा कि जिला बाल संरक्षण समिति इस मामले की निगरानी करेगी। साथ ही जिला बाल संरक्षण इकाई बच्चों को मिल रही सुविधाओं के बारे में जिला लीगल सर्विस अथारिटी को सूचित करेगी। इससे पहले एमाइकस क्यूरी गौरव अग्रवाल ने कोर्ट से कहा कि बाल संरक्षण गृहों में रह रहे बच्चों की समुचित पढ़ाई जारी रहने के बारे में कोर्ट को आदेश देना चाहिए। उन्होंने कहा कि शिक्षकों की नियुक्ति होनी चाहिए। कोर्ट ने इस बारे में एमाइकस क्यूरी की ओर से दिए गए सुझावों को स्वीकार करते हुए ही राज्यों को निर्देश दिए।

अल्मोड़ा : पालिका ने नगर में राज मिस्त्री और मजदूरों की मजदूरी रेट करे तय

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अल्मोड़ा, जनता की मांग पर पालिका ने विभिन्न संगठनों के साथ बैठक कर अल्मोड़ा नगर में राज मिस्त्री और मजदूरों की दैनिक मजदूरी तय कर दी है। साथ ही माल ढुलाई का भाड़ा भी तय कर दिया गया है। बैठक में विभिन्न संगठनों ने इस पर सहमति जताई है।
पालिकाध्यक्ष प्रकाश चंद्र जोशी की अध्यक्षता में पालिका सभागार में विभिन्न संगठनों की बैठक हुई जिसमें राज मिस्त्रियों और मजदूरों की दैनिक मजदूरी तय करने पर समहति बनी। इसके अलावा माल ढुलाई के रेट भी तय कर दिए गए। शहर में मजदूरों की मजदूरी प्रतिदिन 500 रुपये, राज मिस्त्री, कारपेंटर, वेल्डर की सात सौ रुपये, पेंटर की छह सौ रुपये तय की गई।

इसके अलावा गैस सिलिंडर 50 मीटर तक लाने-ले जाने का 40 रुपये, सौ मीटर तक लाने-ले जाने का पचास रुपये, 500 मीटर तक 100 रुपये, स्टेशन से सौ मीटर तक एक क्विंटल बोझ ढोने का भाड़ा 50 रुपये, दो सौ मीटर तक 80 रुपये, 500 मीटर तक एक सौ रुपये निर्धारित किया गया है।
इसके अलावा बड़ी गाड़ी से माल उतारकर पचास मीटर दूरी तक ले जाने का तीन हजार रुपये, सौ मीटर तक 4200 रुपये, आधा किमी तक 6500 रुपये, छोटी गाड़ी से सीधे माल उतारकर 50 मीटर तक ले जाने का दो हजार रुपये, सौ मीटर तक 3500 रुपये, आधा किमी दूरी तक 4800 रुपये तय किया। बड़े वाहन से माल उतारकर चढ़ाई मार्ग में 50 मीटर तक ढुलान का 3500 रुपये, सौ मीटर तक पांच हजार रुपये, आधा किमी तक आठ हजार रुपये, छोटी गाड़ी से माल उतारकर चढ़ाई मार्ग पर 50 मीटर तक ले जाने का 2500 रुपये, सौ मीटर तक 3500 रुपये, आधा किमी दर 500 रुपये निर्धारित किए गए।

यह भी तय किया गया कि जिन भवनों में राज मिस्त्री, मजदूर निवास करते हैं। वह भवन स्वामी श्रमिकों का नगर पालिका में पंजीकरण कराएं। साथ ही राज मिस्त्रियों और मजदूरों को भी पालिका में पंजीकरण कराना होगा। बैठक में कांग्रेस नगर अध्यक्ष पूरन रौतेला, भाजपा नगर अध्यक्ष कैलाश गुरुरानी, व्यापार मंडल अध्यक्ष सुशील साह, सभासद सौरभ वर्मा, जगमोहन सिंह बिष्ट, सचिन आर्या, दीप्ति सोनकर, दीपा साह, अमित साह, हेम चंद्र तिवारी, मनोज जोशी, दीपक वर्मा, रोबिन मनोज भंडारी, गजेंद्र फर्त्याल, संजय कांडपाल, लाल सिंह जलाल, अंबी राम आर्या, रमेश नेगी, आनंदी वर्मा, पूरन चंद्र तिवारी, चंद्रमणि भट्ट आदि उपस्थित थे।