Friday, May 16, 2025
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हाईकोर्ट की सख्ती : मैंदान में डटे शिक्षक अब पहाड़ की चढ़ाई चढ़ेंगे

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देहरादून, पहाड़ों में शिक्षकों की कमी से जूझ रहा उत्तराखण्ड़ में अब हाईकोर्ट की सख्ती के बाद अब शिक्षकों का पहाड़ चढ़ने की तैयारी खरनी होगी, हाईकोर्ट की सख्ती के बाद देहरादून और हरिद्वार जिले में नियमों को ताक पर रखकर पिछले चार साल से जमे शिक्षक अब पहाड़ चढ़ेंगे।शिक्षा विभाग की ओर से हरिद्वार के 31 शिक्षकों के बाद देहरादून के 40 शिक्षकों को रिलीव कर दिया गया है। इन शिक्षकों की मूल स्कूलों में तैनाती से पहाड़ के दूरदराज के स्कूलों में शिक्षकों की कमी की समस्या कुछ हद तक दूर हो सकेगी। शिक्षा विभाग में 21 नवंबर 2016 को 500 से अधिक शिक्षकों को पिथौरागढ़, अल्मोड़ा, पौड़ी, उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली आदि विभिन्न जिलों से हरिद्वार, देहरादून, ऊधमसिंहनगर आदि जिलों में अटैच किया गया था।

उस दौरान इन शिक्षकों की ओर से अपनी पारिवारिक परिस्थितियां बताई गई थीं, लेकिन इस बीच शासन और शिक्षा निदेशालय के कई बार के आदेश के बाद भी ये शिक्षक अपने मूल विद्यालयों में नहीं गए। 19 नवंबर 2020 को हाईकोर्ट में इन शिक्षकों की याचिकाएं खारिज होने के बाद विभाग की ओर से इन्हें मूल विद्यालय के लिए रिलीव कर दिया गया है।

देहरादून के जिला शिक्षा अधिकारी की ओर से जिन शिक्षकों को उनके मूल विद्यालयों के लिए रिलीव किया गया है, उन शिक्षकों के मूल विद्यालय पौड़ी, नैनीताल, उत्तरकाशी, टिहरी गढ़वाल, चमोली, रुद्रप्रयाग आदि में हैं, जो पिछले चार साल से अपने मूल विद्यालयों को छोड़कर देहरादून में जमे हुए थे।

उत्तराखंड़ की कात्यायनी कंडवाल सामान्य वर्ग में दूसरी रैंक हासिल कर दिल्ली में बनी जज

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ऋषिकेश, उत्तराखंड की बेटी कात्यायनी शर्मा कंडवाल ने दिल्ली न्यायिक सेवा- 2019 की परीक्षा में सामान्य वर्ग से वरीयता सूची में दूसरी रैंक प्राप्त कर प्रदेश का नाम रोशन किया है। मूल रूप से पौड़ी जनपद के ग्राम मरड़ा, मवालस्यूं निवासी कात्यायनी के पिता स्व. मदन मोहन सुंदरियाल ग्रामीण अभियंत्रण विभाग में कार्यरत थे। कात्यायनी की मां कुसुम सुंदरियाल देहरादून में अध्यापिका हैं। अगस्त 1991 में जन्मी कात्यायनी का विवाह वर्ष 2015 में प्रगति विहार ऋषिकेश निवासी प्रांशु शशि कंडवाल से हुआ है। प्रांशु शशि कंडवाल भाजपा की प्रदेश उपाध्यक्ष कुसुम कंडवाल तथा वरिष्ठ चिकित्साधिकारी सेवानिवृत डॉ. शशि कंडवाल के पुत्र हैं।

कात्यायनी शर्मा कंडवाल की प्राथमिक से हाईस्कूल तक की शिक्षा सेंट थॉमस कॉन्वेंट स्कूल पौड़ी तथा इंटरमीडिएट रिवर डेल स्कूल देहरादून में हुई है। क्लेट क्वालीफाई करने के बाद कात्यायनी ने एनएलआइयू भोपाल से एलएलबी और आइएलआई दिल्ली से एलएलएम की शिक्षा पूरी की। शुक्रवार को जारी हुए दिल्ली न्यायिक सेवा- 2019 की परीक्षा के परिणाम में कात्यायनी ने वरीयता सूची में दूसरा स्थान प्राप्त कर उत्तराखंड का नाम रोशन किया है। कात्यायनी शर्मा कंडवाल ने बताया कि आज उनके दिवंगत पिता का सपना पूरा हुआ है। उनकी इस सफलता में मां के मार्गदर्शन के अलावा ससुराल में पति तथा सास-ससुर का बेहतर सहयोग शामिल है।

नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष गुरुरानी का पिथौरागढ़ पहुँचने पर निगम कर्मचारियों ने किया स्वागत

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पिथौरागढ़,संयुक्त कर्मचारी महासंघ कुमाऊँ मंडल विकास निगम के नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष दिनेश गुरु रानी का पिथौरागढ़ पहुंचने पर निगम कर्मचारियों ने भव्य स्वागत किया गुरु रानी कुमाऊँ मंडल विकास निगम में 26 वीं बार अध्यक्ष बने हैं इतने लंबे समय से कर्मचारियों का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं।

सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि महासंघ सर्वप्रथम संविदा कर्मचारियों के नियमितीकरण संविदा कर्मचारियों की वेतन बढ़ोतरी। चतुर्थ श्रेणी से तृतीय श्रेणी में विभागीय प्रमोशन ।पर्यटन कक्ष में वेतन विसंगति को दूर करने। गढ़वाल मंडल विकास निगम की तरह कुमाऊँ मंडल विकास निगम में भी कर्मचारियों के वेतन दिलाने सहित अन्य मांगों को लेकर शीघ्र ही निगम प्रशासन से वार्ता करेगा। साथ ही उन्होंने कहा कि दोनों निगमों का एकीकरण बर्दाश्त नहीं किया जाएगा ।सरकार वास्तव में अगर राज्य में पर्यटन का विकास चाहती है तो दोनों निगमों को उत्तराखंड पर्यटन परिषद में मर्ज करें।

इससे पूर्व दोनों निगमों में लंबे समय से कार्यरत कर्मचारियों का नियमितीकरण व वेतन विसंगति को दूर करें। सभा को संबोधित करते हुए प्रबंधक मंजू बिष्ट ने कहा कि कर्मचारियों को निगम हित व कर्मचारी हित में कार्य करना चाहिए। सभा को श्रीमती सुनीता कुॅवर सरोज तुलसी देवी पुष्पा पुनेड़ा पार्वती अवस्थी त्रिभुवन पुनेठा भूपेश मनोला दिवाकर ठकुराठी वेद प्रकाश भट्ट गणेश बिष्ट देवेंद्र सिंह सुरेश द्विवेदी गिरीश पुनेठा सहित निगम कर्मचारियों ने संबोधित किया । इधर दिनेश गुरु रानी ने कहा कि शीघ्र ही कुमाऊं मंडल के समस्त जनपदों की कार्यकारिणी का भी गठन किया जाएगा

आस्था पथ निर्माण कार्य में धीमी गति को लेकर मेलाधिकारी ने जताई कड़ी नाराजगी

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हरिद्वार, 19 दिसम्बर (कुल भूषण) कुंभ मेले को दिव्य, भव्य रूप से कराने के लिए कराए जा रहे कार्यों को समय से पूरा कराने के लिए आज कुंभ मेलाधिकारी दीपक रावत ने आईजी मेला संजय गुंज्याल के साथ अस्थाई पुलों का निरीक्षण किया। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि भीड़ नियंत्रण और जाने और आने के लिए अलग अलग अस्थाई पुल बन रहे हैं। रैंप भी बनाया जाएगा। कुंभ स्नान में श्रद्धालुओं को कोई दिक्कत न हो इसके लिए अविरल धारा बने रहने और दीनदयाल पार्किंग से आस्थापथ में जाने का मार्ग सुगम करने का निर्देश दिया।

आस्थापथ के निकट घाट के सौंदर्यीकरण करने,दिव्यागों के सुविधा और सुरक्षा का ध्यान रखने जा निर्देश अधिकारियों ने दिया। कहा हाईवे और चंडी टापू को जोड़ने के पुल बनाया जाएगा। मेलाधिकारी दीपक रावत ने हर दिन कार्य योजना के डेट लाईन फिक्स करने का निर्देश दिया। निरीक्षण के दौरान आस्थापथ निर्माण कार्य मे देरी पर कड़ी नाराजगी जताते हुए हर हाल में कार्य को समयसीमा में पूरा करने की हिदायत दी। कुम्भ मेला करवेज के लिए मीडिया सेंटर स्थल का निरीक्षण भी किया। मेलाधिकारी ने कहा कुंभ को निर्विघ्न और सुगमतापूर्वक कराना हमारी प्राथमिकता और जिम्मेदारी है, इसमें कतई लापरवाही नहीं होनी चाहिए।

मेलाधिकारी दीपक रावत और आईजी मेला संजय गुंज्याल ने  निरीक्षण में कहा कि चंडी टापू में जाने आने के लिये मेला भवन के समीप और लाल जी वाला से अलग वनवे मार्ग रखा जाए जिससे भीड़ नियंत्रण हो सके। हरकी पैड़ी के समीप विभिन्न घाटों के सुरक्षा के मद्देनजर भी  निर्देश दिए गए। निरीक्षण के दौरान अपर मेला अधिकारी हरबीर सिंह,  उप मेलाधिकारी दयानंद, सीओ मेला प्रकाश देवली, अधीक्षण अभियंता तकनीकी सेल हरीश पांगती के अलावा लोकनिर्माण व सिंचाई विभाग के अधिकारी,नोडल अधिकारी मीडिया मनोज श्रीवास्तव भी मौजूद रहे।

निजी स्कूलों व मदरसों में शुद्ध पानी की व्यवस्था के जिलाधिकारी ने दिये निर्देश

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हरिद्वार, 19 दिसम्बर (कुल भूषण) जिलाधिकारी हरिद्वार सी0 रविशंकर की अध्यक्षता में कलक्ट्रेट में जिला जल एवं स्वच्छता मिशन(डीडब्ल्यूएसएम) की समीक्षा बैठक आयोजित हुई।
बैठक में जिलाधिकारी को अधिकारियों ने जिला जल एवं स्वच्छता मिशन के तहत ग्रामीण इलाकों के आंगनबाड़ी केन्द्रों व स्कूलों में शुद्ध व साफ पानी आपूर्ति के सम्बन्ध में हुई प्रगति की जानकारी दी।
जिलाधिकारी ने अधिकारियों से इन योजनाओं के लिये की जाने वाली निविदाओं के सम्बन्ध में पूछा, तो अधिकारियों ने बताया कि सभी निविदायें प्रकाशित हो चुकी हैं तथा शीघ्र ही कार्य प्रारम्भ हो जायेगा।

जल निगम के अधिकारियों ने बताया कि कार्य प्रारम्भ करने के लिये कार्यादेश जारी कर दिये गये हैं तथा एक-दो दिन में कार्य प्रारम्भ हो जायेगा।
जिलाधिकारी ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि जिन निजी स्कूलों व मदरसों को आप मान्यता देते हैं, अगर वहां शुद्ध व साफ पानी की व्यवस्था नहीं है, तो उन्हें अपने स्कूलों व मदरसों में शुद्ध व साफ पानी की व्यवस्था सुनिश्चित कराने के लिये नोटिस दें।
जिलाधिकारी ने अधिकारियों से जानकारी ली कि एक स्कूल में पानी की पूरी व्यवस्था सुनिश्चित करने में कितने दिन लगते हैं, इस पर अधिकारियों ने बताया कि दो या तीन दिन लगते हैं अगर जहां बोरिंग होनी है, वहां एक सप्ताह तक का समय लग जाता है।

जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे जो भी कार्य करें, उसकी सारी प्रक्रियायें पूर्ण कर लें तथा उनकी रेण्डम जांच जरूर करें।
समीक्षा बैठक में मुख्य विकास अधिकारी श्री विनीत तोमर, जल संस्थान, जल निगम, स्वास्थ्य, शिक्षा सहित जल एवं स्वच्छता मिशन से जुड़े अधिकारीगण उपस्थित थे।

गुरूकुल कांगडी में स्वच्छ एवं हरित गुरुकुल अभियान की शुरुआत

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हरिद्वार, 19 दिसम्बर (कुल भूषण) । गुरुकुल कांगड़ी (समविश्वविद्यालय) में स्वच्छ एवं हरित गुरुकुल अभियान  का  कुलपति प्रो रूप किशोर शास्त्री  ने एन एन सी छात्रों व् कर्मचारियों को शपथ दिलाकर शुभारम्भ किया| इस अवसर सभी कर्मचारियों ने  यह शपथ  ली कि हम सभी गुरुकुल कांगड़ी के सभी परिसरों  व् अपने कार्यालयों को स्वच्छ रखेंगे तथा सभी गुरुकुलवासियों को स्वच्छ रखने के लिए प्ररित करेंगें |

कुलपति प्रो शास्त्री ने कहा कि गुरुकुल छात्रों व् कर्मचारियों ने सामाजिक जागरूकता के कार्यों  में हमेशा बढ़-चढ़कर सहभागिता कर  समाज का मार्गदर्शन  किया है |गुरुकुल के द्वारा शुरू किये गए इस अभियान से समाज में एक सकारात्मक संदेश जायेंगा जिसके चलते नगर के विभिन्न रहने वाले हमारे छात्र  व् कर्मचारी अपने आस- पास रहने वाले लोगों को भी शहर  को  स्वच्छ व् हरा- भरा बनाने के लिए प्रेरित करेंगे |

संकायाध्यक्ष, प्रो0 आर0के0एस0 डागर ने कहा कि व्यक्तिगत स्वच्छता के साथ आस-पास सफाई रखकर जीवन को ओर अधिक सुंदर एवं खुशहाल बनाया जा सकता है| संकायाध्यक्ष, प्रो एल पी पुरोहित  ने कहा कि गुरुकुल भारत  में एक ऐसी संस्था  है जहाँ पर सबसे ज्यादा हरियाली है | इसका संरक्षण करना हम सभी का  कर्तव्य  है जिस दिशा  में यह अभियान शुरू किया गया है इससे कर्मचारियों  व् छात्रों में पर्यावरण  के प्रति नई ऊर्जा का संचार होगा |

एन एन सी कैप्टन डा राकेश भूटीयानी ने कहा कि अनुशासन जीवन की सफलता कि पूंजी है एनएनसी के छात्र अपने अनुशासन के लिए जाने जाते है छात्रों द्वारा शुरू किया गया  यह अभियान अन्य छात्रों  के लिए प्रेरणादायक बनेंगा |  इस अवसर आयोजन समिति के अध्यक्ष डा पवनकुमार  ने कहा कि यह अभियान गुरुकुल के लिए   मुख्य परिसर कन्या गुरुकुल परिसर हरिद्वार ,अभियांत्रिकी एवं प्रोद्योगिकी संकाय  व्   कन्या गुरुकुल परिसर देहरादून  में आयोजित किया जा रहा है | आयोजन समिति के संयोजक डा धर्मेन्द्र बालियान  ने बताया कि अभियांत्रिकी एवं प्रोद्योगिकी संकाय में इस मौके पर स्वयंसेवी संस्था स्पर्श गंगा  के सदस्यों ने रीता चमोली  रेणुका शर्मा के नेतृत्व में अभियान में भाग लिया | सभी संकायाध्यक्षों, विभागाध्यक्षों  और परिसर समन्वयको के निर्देशन अपने- अपने विभागों  में स्वच्छता  अभियान चलाया  गया |  इस मौके पर  प्रो पंकज मदान , प्रो नमिता जोशी,  डा रेणु शुक्ला ,डा मनीला, कुलदीप  व् एनएनसी केडेट् इशांक चौधरी , मुहम्मद अफजल सत्यम पांडे और सौरभ मिश्रा  उपस्थित रहे |

सरलता, धर्मपरायणता की प्रतिमूर्ति थे स्वामी शंकरानंद : मदन कौशिक

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हरिद्वार, 19 दिसम्बर (कुल भूषण) । तीर्थनगरी हरिद्वार में गरीबदासी सम्प्रदाय की प्रतिष्ठित धार्मिक संस्था आनंद आश्रम के ब्रह्मलीन परमाध्यक्ष म.मं. स्वामी शंकरानंद महाराज को उनकी 13वीं पुण्यतिथि पर उत्तराखण्ड सरकार के नगर विकास मंत्री मदन कौशिक सहित संतजनों ने भावभीनी श्रद्धाजंलि अर्पित की। आनंद आश्रम के वर्तमान परमाध्यक्ष स्वामी कृष्णानंद महाराज की अध्यक्षता और स्वामी विवेकानंद महाराज के संयोजन में श्रद्धाजंलि सभा का आयोजन किया गया जिसमें उत्तराखंड सरकार के नगर विकास मंत्री मदन कौशिक ने कहा कि ब्रह्मलीन स्वामी शंकरानंद महाराज सरलता, धर्मपरायणता की प्रतिमूर्ति थे।

स्वामी शंकरानंद महाराज गरीबदासी परम्परा के प्रतिष्ठित संत थे जिन्होंने आनंद आश्रम को तीर्थनगरी हरिद्वार मंे एक विशिष्ट स्थान दिलवाया। म.मं. स्वामी हरिचेतनानंद महाराज ने इस अवसर पर कहा कि ब्रह्मलीन स्वामी शंकरानंद महाराज की सरलता और सादगी उनकी विशिष्ट पहचान थी। उन्होंने सारा जीवन गरीबदास महाराज की वाणी के प्रचार-प्रसार में व्यतीत किया। श्रद्धाजंलि सभा में पधारे संतजनों का स्वागत करते हुए आनंद आश्रम के वर्तमान परमाध्यक्ष स्वामी कृष्णानंद महाराज ने कहा गुरूदेव का जीवन गौ, गंगा और परमार्थ को समर्पित रहा। उनकी पुण्यतिथि के अवसर पर हम गुरूदेव के दिखाये मार्ग का अनुसरण करने का संकल्प लेते हैं।

स्वामी विवेकानन्द ने कहा कि पूज्य गुरूदेव के पदचिन्हों पर चलते हुए संस्था द्वारा अनेक सेवा प्रकल्पों का संचालन किया जा रहा है।
इस अवसर पर महंत दुर्गादास, महंत रविदेव शास्त्री, आचार्य हरिहरानंद, महंत दिनेश दास, महंत सुमित दास, महंत केशवानंद, शिवम महंत सहित संत-महंतजन उपस्थित रहे। इस अवसर पर पार्षद अनिरूद्ध भाटी, अनिल वशिष्ठ, जय सिंह मावी, बालकृष्ण भाटी, सुरेंद्र चौधरी, राधेश्याम, प्रदीप भाटी, जगत सिंह मावी, ब्रह्मपाल नागर, कपिल शर्मा, सूर्यकान्त शर्मा, अनिल प्रजापति, दिनेश शर्मा, विमल त्यागी, आलोक शर्मा सहित श्रद्धालु भक्तांे ने ब्रह्मलीन स्वामी शंकरानंद महाराज को श्रद्धाजंलि अर्पित की। श्रद्धाजंलि सभा में पधारे संतजनों का स्वागत महंत विवेकानंद महाराज ने किया।

देहरादून : पहली महिला डीआईजी रेंज नीरू गर्ग ने कार्यभार ग्रहण किया

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देहरादून, जनपद देहरादून की पहली महिला एसएसपी रह चुकी नीरू गर्ग ने राज्य बनने के बाद पहली महिला डीआईजी रेंज के रूप में कार्यभार ग्रहण कर लिया है।
2005 बैच की आईपीएस नीरू गर्ग गढ़वाल रेंज की नई डीआईजी बनी है। नीरू गर्ग के चार्ज लेते समय निवर्तमान आईजी अभिनव कुमार, एसपी सिटी व प्रभारी एसएसपी श्वेता चौबे, सीओ सिटी भी मौजूद रहे। नीरू गर्ग ने 30वीं डीआईजी गढ़वाल के रूप में कार्य भार ग्रहण किया।

साहसिक खेलों को प्रोत्साहित करने के लिए प्रति वर्ष हो क्राॅस कन्ट्री बाइसाइकिल रैली : महाराज

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अक्षित जोशी व वंदना ने प्राप्त किया प्रथम स्थान

देहरादून । राज्य में साहसिक खेलों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से उत्तराखण्ड पर्यटन विकास परिषद के सहयोग से देहरादून में पहली क्राॅस कन्ट्री बाइसाइकिल रैली का आयोजन ‘उत्तराखण्ड बाइसाकिल हब’ संस्था द्वारा किया गया। क्राॅस कन्ट्री बाइसाइकिल रैली का शुभारंभ पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज की पुत्रवधु मोहिना रावत ने प्रातः 8 बजे म्यूज आर्ट कैफे से फ्लैगआॅफ करके किया।

‘उत्तराखण्ड बाइसाइकिल हब’ संस्था के आदित्य सक्सेना ने कहा कि अल्प समय में आयोजित क्राॅस कन्ट्री बाइसाइकिल रैली के लिए लोगों का अच्छा रूझान मिला। इस रैली में 26 राइडर्स ने प्रतिभाग किया, जिसमें दो महिला राइडर्स थी। कोविड के कारण सरकार द्वारा दिये गये दिशा निर्देशों का पालन करते हुए सीमित संख्या में प्रतिभागियों द्वारा इस रैली में भाग लिया गया। रैली का उद्देश्य फिट इण्डिया को प्रमोट करना था, क्राॅस कन्ट्री बाइसाइकिल रैली का ट्रेल मार्ग 18.5 किलोमीटर की थी।

क्राॅस कन्ट्री बाइसाइकिल रैली के समापन कार्यक्रम में मुख्यअतिथि के रूप में पर्यटन मंत्री श्री सतपाल महाराज ने शिरकत की। पर्यटन मंत्री ने क्राॅस कन्ट्री बाइसाइकिल रैली के विजेताओं को मेडल, प्रमाण पत्र व नकद पुरस्कार वितरित किये। पुरूष व महिला दोनों वर्गों में प्रथम, द्वितीय व तृतीय क्रमशः पांच हजार, दो हजार व एक हजार रूपये विजेताओं को प्रोत्साहित करने के लिए दिये गये।

पर्यटन मंत्री ने सभी प्रकार के ट्रेलों से होकर संपन हुई इस रैली के लिए आयोजकों व प्रतिभागियों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि ऊबड़ खाबड़ रास्तों में चढ़ाई व ढ़लान पर अनेक प्रकार के ट्रेलों में संपन हुई है। राज्य सरकार व पर्यटन विभाग ऐसे साहसिक खेलों को प्रोत्साहित करता रहेगा। इस क्राॅस कन्ट्री बाइसाइकिल रैली में स्थानीय स्तर से प्राप्त रूझानों को दृष्टिगत रखते हुए विभागिय स्तर से इसे वार्षिक फेस्टेवल के रूप आयोजित कराये जाने की अपेक्षा की गयी, ताकि पूर्व में प्रचारित कर अंतरराज्जीय स्तर के प्रतिभागियों को भी आकर्षित किया जा सके और पर्यटन को बढ़ावा मिले।

मोहिना रावत ने कहा कि क्राॅस कन्ट्री बाइसाइकिल रैली के आयोजन से माउंटेन बाइकिंग में लोगों की रूचि और अधिक बढेगी। उन्होंने कहा कि अगली बार अधिक संख्या में यह रैली आयोजित होगी। हमें उम्मीद है कि आने वाले दिनों में उत्तराखण्ड राज्य साहसिक खेलों के लिए अपनी एक नई पहचान बनायेगा।

क्राॅस कन्ट्री बाइसाइकिल रैली में पुरूष वर्ग में 45 मिनट 12 सेकण्ड का समय लेते हुए अक्षित जोशी ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। 45 मिनट 32 सेकण्ड में अवनीश राना ने द्वितीय स्थान व 46 मिनट 15 सेकण्ड में अर्जुन राठौर ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। वहीं महिला राइडर्स में वंदना ने प्रथम व अंजलि ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया।

पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर द्वारा बताया गया कि वर्तमान में बाईसाइकिल राइडर्स की बढ़ती संख्या को दृष्टिगत रखते हुए इस तरह की प्रतियोगिता से न केवल उनके प्रोत्साहित किया जा सकेगा, बल्कि इस गतिविधि से यहां के पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। जिस हेतु इस तरह के आयोजनों को वार्षिक इवेंट के रूप में भी आयोजित कराये जाने की आवश्यकता है।

‘उत्तराखण्ड बाइसाइकिल हब’ संस्था द्वारा क्राॅस कन्ट्री बाइसाइकिल रैली आयोजित गयी। जिसमें टैक्निकल सैक्शन, जंप, आॅफ रोड़ संस्था द्वारा खुद बनाये गये थे। क्राॅस कन्ट्री बाइसाइकिल रैली का म्यूज आर्ट कैफे से आईटी पार्क आॅफ रोड़, कैनाल रोड, राजपुर रोड़, इंदर बाबा मार्ग, ओल्ड मसूरी रोड़, ट्रेल होते हुए म्यूज आर्ट कैफे पर समापन हुआ।

समापन कार्यक्रम में उपनिदेशक योगेन्द्र सिंह गंगवार, उत्तराखण्ड पर्यटन विकास परिषद, सुयेश रावत, उत्तराखण्ड बाइसाइकिल हब द्वारा आयोजित रैली के आदित्य सक्सेना, आर्यन व प्राघवन आदि लोग उपस्थित थे।

हरिद्वार : गंगा स्पर्श दिवस पर हुये दीप प्रज्वलित, लघु फिल्म हुई लांच

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हरिद्वार, जनपद हरिद्वार में गंगा कार्यालय में स्पर्श गंगा परिवार की ओर से गंगा घाट पर दीप प्रज्वलित कर और गंगा आरती करके स्पर्श गंगा स्थापना दिवस मनाया गया। गंगा और सहायक नदियों की स्वच्छता, निर्मलता और अविरलता को अक्षुण्ण बनाये रखने के लिए 17 दिसम्बर 2009 को उत्तराखंड के तत्कालीन मुख्यमंत्री डा.रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ जी की सकारात्मक सोच से ‘स्पर्श गंगा अभियान’ का अभ्युदय हुआ।ऋषिकेश की मुनि की रेती से इस दिन राष्ट्रीय सेवा योजना के हजारों स्वयंसेवी छात्र-छात्राओं की सहभागिता से गंगा समेत गढ़वाल की सहायक नदियों व जलधाराओं को भी स्वच्छ व प्रदूषणमुक्त बनाने का संकल्प लिया गया।

17 दिसम्बर 2009 को शुरू हुए इस अभियान की पहचान अब अंतरराष्ट्रीय स्तर तक हो चुकी है। अब तक स्पर्श गंगा अभियान से देश-विदेश के लाखों कार्यकर्ता जुड़ चुके हैं जो निस्वार्थ भाव से गंगा और अन्य नदियों की स्वच्छता में अपना योगदान दे रहे हैं और इस दिन को पर्यावरण प्रेमी प्रत्येक वर्ष स्पर्श गंगा दिवस के रूप में मनाते हैं। नदियां ही धरती की प्राण शिरायें हैं। यदि जल ही प्रदूषित हो जाएगा तो धरती पर जीवित रहने का प्रत्येक स्रोत समाप्त हो जाएगा गंगा समेत प्रत्येक जलधारा आज संरक्षण ही नहीं अपितु अपना अस्तित्व भी हम से मांग रहे हैं और अतः गंगा संरक्षण हम सब का सामूहिक दायित्व है इसी सोच को लेकर डॉ निशंक जी ने इस अभियान की कल्पना को साकार रूप दिया।गंगा समेत समस्त जलधाराओं का संरक्षण आज की ही नहीं अपितु भविष्य की भी जरूरत है।गंगा का संरक्षण हम सबका सामूहिक दायित्व है।

इसी सोच को लेकर डा.निशंक जी ने इस अभियान की कल्पना की और सोच को साकार किया।’स्पर्श गंगा अभियान’ के तहत ही गंगा और सहायक नदियों से टनों कूड़ा-करकट निकालकर विद्यार्थियों ने पर्यावरण संरक्षण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को साबित किया। कांवड़ियों को भी गंगा को प्रदूषण मुक्त रखने के लिए प्रेरित किया। ‘स्पर्श गंगा अभियान’ गत वर्ष अपनी शुरुआत के दस वर्ष पूर्ण कर चुका है। इस एक दशक से अधिक समयावधि में अपने उद्देश्य कि ‘जल की प्रत्येक बूंद को स्वच्छ रखना हम सबका परम कर्तव्य है’ में यह अभियान सफल रहा है।

आज हजारों छात्र-छात्राएं,अभिभावक,अध्यापक,स्थानीय निकाय,सरकारी व गैर सरकारी संस्थाएं इस अभियान का हिस्सा बन चुकी हैं।इतना ही नहीं साधु संतों सहित देश के प्रमुख लोगों ने इस अभियान की सराहना करते हुए इससे जुड़कर अपना योगदान दे रहे हैं,स्पर्श गंगा स्थापना दिवस पर स्पर्श गंगा कार्यालय में स्पर्श गंगा सोच से साकार लघु फिल्म को रिलीज किया गया, इस 6 मिनट 55 सेंकड की फिल्म में हमने 2009 से आज तक के शानदार सफर को पर्दे पर उतारा है ।
कार्यक्रम में डॉ विशाल गर्ग,अमित शर्मा रश्मि चौहान , विपुल डंडरियाल ,दिव्यांश,कमला जोशी रीता चमोली, रेनू शर्मा, मनु रावत ,रजनी वर्मा, अंश मल्होत्रा,रूबी बेगम,रजनीश शहगल,आशु चौधरी,रीमा गुप्ता,विमला धौंडियाल ,रजनी सहगल आदि उपस्थित रहे।