Friday, May 16, 2025
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केंद्रीय मंत्री एस जयशंकर ने ऑनलाइन कार्यक्रम में अनुभवी पत्रकार प्रेम प्रकाश की पुस्तक “रिपोर्टिंग इंडियाः मेरे सात दशकों के अनुभव पर आधारित’’ का लोकार्पण किया

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देहरादून । केंद्र सरकार में विदेश मंत्री सुब्रह्मण्यम जयशंकर ने अनुभवी पत्रकार प्रेम प्रकाश द्वारा लिखी ‘‘रिपोर्टिंग इंडियाः मेरे सात दशकों के अनुभव पर आधारित’’ पुस्तक का ऑनलाइन बुक लॉन्च कार्यक्रम ‘किताब’ में इसका लोकार्पण किया। पेंगुइन इंडिया के सहयोग से प्रभा खेतान फाउंडेशन (पीकेएफ) द्वारा इस ऑनलाइन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। देशभर से प्रख्यात साहित्यकार, विद्वान, पुस्तक प्रेमी, छात्र और बड़ी संख्या में वरिष्ठ पत्रकार इस ऑनलाइन कार्यक्रम में शामिल हुए।

लेखक प्रेम प्रकाश के साथ पैनलिस्ट शीला भट्ट और सुशांत सरीन की मौजूदगी में पीकेएफ की आकृती पेरीवाल ने सत्र की शुरुआत की। एक घंटे से ज्यादा चलने वाले इस ऑनलाइन कार्यक्रम का समापन वेंकट नारायण के धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ।

ऑनलाइन कार्यक्रम में मुख्यअतिथि विदेश मंत्री सुब्रह्मण्यम जयशंकर ने प्रेम प्रकाश द्वारा सात दशकों के पत्रकारीय अनुभव पर आधारित इस पुस्तक पर कहा, प्रेम प्रकाश की पुस्तक वास्तव में उनके जीवन की बड़ी उपलब्धि है। वह कुछ कभी ना भुलाने वाली घटनाओं के दौरान देश के लोगों की स्थिति एवं देश की छवि को इस पुस्तक के जरिये पेश करने की कोशिश की है। वह हमेशा वास्तविक स्थिति में रहकर अलग सोचते हैं। देश की विभिन्न घटनाओं का रिकॉर्डर हमेशा उनके मन में ताजा रहा है। उनकी पुस्तक एक व्यापक प्रवाह है जिसे आज की युवा पीढ़ी को उस अतीत के युग के वार्तालाप को अवश्य पढ़कर पहले के युग की जानकारी रखनी चाहिए।”

प्रेम प्रकाश, जिन्होंने 1971 में भारतीय समाचार एजेंसी एशियन न्यूज नेटवर्क (एएनआई) की स्थापना की। जो भारत और विदेशी मीडिया घरानों को सिंडिकेटेड मल्टी-मीडिया न्यूजफीड प्रदान करती है। उनका कहना है कि हिंदी-चीनी भाई-भाई का नारा अब बकवास लगता है। अतीत के दिनों में चीनियों के प्रति भारत की रणनीति एवं विचारों को एक तरह के रूमानियत के रूप में वर्णित किया जा सकता है। हमने तिब्बत के लिए अपना सबकुछ छोड़ दिया, जबकि चीनी अपनी संप्रभुता पर जोर देकर अब तिब्बत पर पूरी तरह से कब्जा करने की फिराक में लगे हैं।

लेखक, जो एक पत्रकार के रूप में पहली बार 1962 में हुए भारत- चीन सीमायुद्ध के दौरान भारतीय सेना की दयनीय स्थिति को देख चुके थे, उन्होंने अपनी हालिया पुस्तक में कहा है कि, नेहरू व्यक्तिगत रूप से इस पराजय के लिए जिम्मेदार थे, क्योंकि उन्होंने अपने कार्यकाल की शुरुआत में भारत के सशस्त्र बलों के आधुनिकीकरण को नजरंदाज किया था। नेहरू मानते थे कि कूटनीतिक स्तर पर बातचीत जारी रखने पर युद्ध कभी नहीं हो सकता है, लेकिन चीन की तरफ से इसके विपरित युद्ध के तौर पर आक्रामक रूख देखा गया। भारत-चीन युद्ध के बाद 20 महीनों के दौरान भारतीय सशस्त्र बलों को पुनर्जीवित करने और अत्याधुनिक हथियारों से लैस कर मजबूत सेना के गठन का प्रयास शुरू किया गया।

प्रेम प्रकाश ने कहा कि, अफगानिस्तान पहले क्या हुआ करता था और उसका अभी भविष्य क्या है, अफगानिस्तान के अभी की स्थिति को याद करने से काफी दुख की अनुभूति होती है। कई मामलों में अफगानिस्तान कोल्ड वार का शिकार होने से पहले भारत से काफी आगे रहा करता था। लेकिन इस्लाम खतरे में है, का नारा अफगानिस्तान में इस्लामिक कट्टरवाद की स्थापना के लिए किया गया, और अब अफगानिस्तान को हमारी मदद की जरूरत है। भारत को एक बड़ा देश होने के कारण हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि हम उनकी मदद करें। हमें यह पूछने का हक है कि, चाबहार बंदरगाह को कार्यात्मक बनाने में इतना समय क्यों लग रहा है? यह भारत के हित में है कि अफगानिस्तान को खुशहाल दिनों में वापस पहुंचाने के लिए कारगर कदम उठाया जाये। तालिबान के गलत सोच एवं फैसले ने अफगानिस्तान को प्रगति से काफी दूर वापस पाषाण युग के अंधेरे में धकेल दिया है।

आज की पत्रकारिता की गुणवत्ता पर श्री प्रकाश ने कहा, मौजूदा समय में कई बड़े संस्थान मार्केट में हैं। उन्हें अपने युवा पत्रकारों को अपने क्षेत्र में जाकर बहुत कुछ पढ़कर, तथ्यों के मुताबिक रिपोर्ट करने पर जोर देना चाहिए।

प्रेम प्रकाश उन कुछ गिने-चुने पत्रकारों में से हैं जिन्होंने सात दशकों के अपने शानदार करियर में भारत के सभी प्रधानमंत्रियों से साक्षात्कार ले चुके हैं। उन्होंने अपने जीवन को खतरे में डालते हुए बांग्लादेश के अंदर से 1971 के बांग्लादेश मुक्ति युद्ध की सूचना दी थी। वह कुछ ऐतिहासिक घटनाओं जैसे गोवा, भारत-चीन सीमा युद्ध, भारत-पाकिस्तान युद्ध, भोपाल गैस त्रासदी, कोलंबो में राजीव गांधी पर हमले और एक फोटोग्राफर, रिपोर्टर और कैमरामैन के रूप में पत्रकारिता कर रहे हैं। उन्होंने प्राकृतिक आपदाओं के साथ विद्रोहियों को देखा है जिसका जिक्र उन्होंने अपनी पुस्तक में भी विस्तार से किया हैं।

हम अभी भी भारत के साथ पूरी दुनिया को पश्चिमी सभ्यता के संवाददाता की दृष्टिकोण से देखते हैं। मैं अब तक यह समझने में असफल रहा कि भारतीय मीडिया घराने, जो भारी मुनाफा कमाते हैं, विदेशों में अपने संवाददाताओं को नियुक्त करने में असफल क्यों रहते हैं, हमेशा वे वहां के संवाददाताओं पर आश्रित रहकर भारत में विदेशी दृष्टिकोण से उन देशों के समाचार प्रस्तुत करते हैं।

पीआरएसआई, देहरादून चैप्टर अध्यक्ष अमित पोखरियाल को मिला सामाजिक योगदान में अन्तर्राष्ट्रीय पुरस्कार 

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देहरादून ,  इन्टरनेशनल एजुकेशन सिम्पोजियम अवार्ड सेरेमनी 2020 में पब्लिक रिलेशंस सोसाइटी आफ इंडिया, देहरादून चैप्टर के अध्यक्ष अमित पोखरियाल को समाजिक योगदान हेतु ‘कोन्ट्रीबुयूशन टू द कम्युनिटी अवार्ड 2020’  से नवाजा गया।इस अवार्ड को जोनसन स्पेस सैन्टर, नासा के जार्ज सलाजर, सर्न स्विट्जरलैंड की वैज्ञानिक डा.ईसाबेल पैडरोजा और स्मार्ट सर्किट इनोवेशन के सह संस्थापक राघव शर्मा ने संयुक्त रूप से दिया।

स्मार्ट सरकिट्स इनोवेशन संस्था अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लोगों को शिक्षा, समाजिक कार्यों पर सम्मानित करती  है, इसी क्रम में इस वर्ष 2020 को कोविड के कारण आनलाइन समारोह किया गया।

अमित पोखरियाल जनसम्पर्क के क्षेत्र से आते हैं और पीआरएसआई के माध्यम से समाजिक कार्यों में सक्रिय रहते हैं।कोरोना महामारी के दौरान इनकी अध्यक्षता में पीआरएसआई ने राष्ट्रीय स्तर की आनलाइन ड्राइंग पेंटिंग प्रतियोगिता कराई, भारत की नवीन राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर लोगों के विचारों के संकलन की पुस्तक प्रकाशित की, इसके अतिरिक्त यह लगातार यूकास्ट के माध्यम से वैज्ञानिक गतिविधियों में भी सक्रिय रहते हैं।

पब्लिक रिलेशंस सोसाइटी आफ इंडिया, देहरादून चैप्टर के सचिव अनिल सती, कोषाध्यक्ष सुरेश भट्ट, राकेश डोभाल और संस्था के सभी पदाधिकारियों ने खुशी व्यक्त की व पोखरियाल को बधाई प्रेषित की।

मौसम की बेरूखी : कई राज्‍यों में कड़ाके की ठंडका प्रकोप, 24 घंटों में बढ़ेगी ठिठुरन

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नई दिल्ली, देश भर में इस समय कड़ाके की सर्दी का अनुभव किया जा रहा है। उत्‍तर भारत से लेकर मध्‍य भारत के राज्‍य तो शीतलहर से कांप उठे हैं। शीतलहर के कारण मैदानों से लेकर पहाड़ों तक कड़ाके की ठंड चल रही है। उत्तर भारत के अधिकतर शहर शीत लहर की चपेट में हैं। उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल, मध्य प्रदेश, तथा महाराष्ट्र में भी अब शीतलहर की संभावना है। दिल्‍ली में सर्दी गहराती जा रही है। अगले 3 दिनों तक दिल्ली के लोगों को इस भीषण सर्दी से राहत मिलने की संभावना नहीं है। मध्य प्रदेश में इन दिनों कड़ाके की ठंड पड़ रही है। दतिया में तो न्यूनतम तापमान 3 डिग्री तक पहुंच गया है। भोपाल मौसम विभाग के वरिष्ठ वैज्ञानिक जीडी मिश्रा के मुताबिक मध्य प्रदेश के 23 वेदर स्टेशनों पर न्यूनतम तापमान 3 से लेकर 10 डिग्री के बीच रिकॉर्ड किया गया। दिल्‍ली और राजस्‍थान में तो कई वर्षों का रिकॉर्ड टूट गया है। मौसम के जानकारों का कहना है कि आगामी एक सप्‍ताह तक अभी ऐसे ही हालात रहने वाले हैं। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने अगले सप्ताह तक ऐसी ही ठंड की स्थिति बने रहने का अनुमान जताया है। एक हफ्ते बाद कुछ राहत मिलने की उम्मीद की जा सकती है। मौसम विभाग ने 24 से 30 दिसंबर तक के लिए अपने पूर्वानुमान में कहा कि उत्तर-पश्चिम, मध्य और पूर्वी भारत के अधिकांश हिस्सों में न्यूनतम तापमान सामान्य से 2-6 डिग्री सेल्सियस नीचे रहेगा। आने वाले तीन दिन ऐसी ही कड़ाके की ठंड पड़ने के आसार हैं। मौसम विभाग के उप निदेशक मुख्तार अहमद ने कहा कि 21 दिसंबर(आज) को पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव के चलते वादी के उच्च पर्वतीय इलाकों में हलका हिमपात व बारिश हो सकती है जो 22 शाम तक रहेगा। हिमाचल प्रदेश, उत्तराखण्ड़ और जम्मू-कश्मीर में जबरदस्त बर्फबारी हो रही है। मौसम विभाग के मुताबिक पहाड़ों पर जितनी बर्फबारी होगी, मैदानों में उतनी ही ठंड बढ़ेगी।

देश के उत्तर मध्य भागों पर लगभग एक सप्ताह से बर्फीली हवाएं अपना असर दिखा रही हैं जिससे उत्तर भारत के अधिकांश शहरों में पारा लगातार नीचे जा रहा है। अब असर मध्य भागों में दिखाई देने लगा है। अनुमान है कि अगले दो-तीन दिनों के दौरान कुछ स्थानों पर पारा 2 डिग्री या उससे भी नीचे पहुंच सकता है। कहीं-कहीं पर शून्य के करीब भी पहुंच जाएगा तापमान जिससे पाला पड़ने की भी आशंका है। दिल्ली में आगामी 3 दिनों के दौरान कुछ स्थानों पर कोहरा शुरू हो सकता है अगर कोहरा बढ़ता है तो दिन के तापमान में इसी तरह की कमी रहेगी।

देश के मैदानी भागों में जब अधिकतम तापमान 16 डिग्री सेल्सियस से नीचे रिकॉर्ड किया जाता है तब उस दिन को कोल्ड दे कहा जाता है। यानी दिन में भी शीतलहर का प्रकोप देखा जाता है। दिल्ली के अलावा पिछले 24 घंटों में जिन शहरों में अधिकतम तापमान 15 डिग्री सेल्सियस से नीचे रिकॉर्ड किया गया उनमें अलीगढ़, हिसार, शाहजहांपुर, मेरठ, लुधियाना, चंडीगढ़, करनाल, अंबाला, अमृतसर, रोहतक, बरेली शामिल है। 18 दिसंबर को राजस्थान के चूरू में तापमान शून्य से नीचे पहुंच गया। अमृतसर, सीकर, नारनौल, पिलानी, भीलवाड़ा, नलिया, फुरसतगंज, हिसार, दतिया, करनाल, लुधियाना, बरेली, चित्तौड़गढ़ में भी भीषण सर्दी का आलम रहा।

 

– चूरू, सीकर, अमृतसर, दिल्ली, मेरठ, बरेली सहित भीषण सर्दी से हलकान उत्तर भारत के शहरों में पाला पड़ने की भी आशंका है। कई इलाकों में तापमान फ्रीजिंग पॉइंट पर पहुंच सकता है।

– मौसम विभाग के अनुसार 24 दिसंबर तक पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, पश्चिम उत्तर प्रदेश और उत्तरी राजस्थान में शीत लहर बढ़ जाएगी।

– राष्ट्रीय राजधानी के कुछ हिस्सों में न्यूनतम तापमान तीन डिग्री पहुंच गया है। दिल्ली में शीतलहर सोमवार तक जारी रह सकती है। अमृतसर में पारा 0.4 डिग्री सेल्सियस तक गिरने के साथ पंजाब-हरियाणा शीतलहर की चपेट में हैं।

– रोहतक, अंबाला, गंगानगर, पटियाला, ग्वालियर, बीकानेर, बांदा, चंडीगढ़, दिल्ली-एनसीआर, मेरठ, आगरा, गाजियाबाद, अलीगढ़ समेत पश्चिमी उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश, गुजरात में भीषण सर्दी देखने को मिल रही है।

– बर्फीली हवाएं उत्तर भारत के पहाड़ों से होकर अगले दो-तीन दिनों तक इसी तरह से बनी रहेंगी, जिसके कारण उत्तर भारत के कई शहरों में तापमान इसी तरह से और नीचे जाता रहेगा।

– राजस्‍थान के चूरू, गंगानगर, सीकर, अलवर, अमृतसर, लुधियाना, करनाल, कुरुक्षेत्र समेत दिल्ली एनसीआर में भी जल्द ही पाला पड़ने की भी संभावना है।

‘हेस्को’ के साथ केंद्रीय मंत्री ‘निशंक’ का मैराथन मंथन, हिमालय के रिसर्च पर रहा फोकस

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देहरादून : केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने ‘हेस्को’ संस्था के साथ एक मैराथन मंथन किया जिसमें उनका पूरा फोकस हिमालय के शोध पर रहा।
हिमालय के संरक्षण को अपने ओजस्वी विचारों से निशंक सभी वैज्ञानिकों और विद्वानों को ऊर्जा से लबरेज कर गये, डोईवाला के माजरी ग्रांट स्थित हिमालयीय यूनिवर्सिटी में आयजित इस कार्यक्रम में देश भर से जुटे लगभग 100 से अधिक वैज्ञानिकों और विद्वानों के साथ
रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने हिमालयीय पर्यावरण, जैव विविधता तथा उसके सतत विकास कार्यो के शोध विषय पर गहनतापूर्वक विचार प्रस्तुत किये।

केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल ने कहा कि हिमालय अपने आप में प्रकृति की अद्वितीय देन है। हिमालय के संरक्षण के लिए वैज्ञानिक जुटकर एक रोड़ मैप तैयार करें। इसके लिए हिमालय पर शोध को और बेहतर स्तर पर किये जाने की आवश्यकता है। जिसमें हिमालयीय यूनिवर्सिटी और हेस्को संस्था का भरपूर सहयोग रहेगा। केंद्रीय मंत्री निशंक ने एक्सपर्ट कमिटी के साथ भी अलग से विस्तारपूर्वक चर्चा की।
विश्वविद्यालय के प्रति-कुलपति डॉ0 राजेश नैथानी ने अवगत कराया कि हिमालय के पर्यावरण, जैव विविधता तथा सतत विकास पर शोध कार्य हेतु विश्वविद्यालय द्वारा एक हिमालय अध्ययन एवं शोध केन्द्र अवस्थापित किया गया है जो इस दिशा में शोध कार्यो को कर रहा है।

कार्यक्रम में हेस्को के संस्थापक अनिल जोशी,डॉ बी पी नौटियाल, टी सी पोखरियाल हेड फारेस्ट रिसर्च इंस्टिट्यूट (FRI),वी पी उनियाल वाइल्ड लाइफ इंस्टीट्यूट, डॉ. आर के भट्ट आई सी ए आर, विश्वविद्यालय के कुलाधिपति डॉ0 प्रदीप भारद्वाज, कुलपति डॉ0 राकेश शाह, प्रति-कुलपति डॉ0 राजेश नैथानी एवं कुलसचिव डॉ0 निशांत राय जैन भी उपस्थित रहे।

उत्तराखण्ड़ विधानसभा सत्र शुरू, तीन दिवस के इस सत्र में बदले रहेंगे शहर के कई रूट, यातायात हो सकता है प्रभावित

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देहरादून । देहरादून में विधानसभा सत्र शुरू हो गया इस दौरान शहर के कई रूट बदले रहेंगे। यहां कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए आज से बुधवार तक कई स्थानों पर बैरिकेडिंग भी की जाएगी। इंस्पेक्टर यातायात राजीव रावत ने बताया कि तीनों दिन शहर से डोईवाला की तरफ जाने वाले सभी यातायात को वाया दूधली भेजा जाएगा। इसके साथ ही कई बदलाव भी किए जा रहे हैं।

यह रहेगी व्यवस्था

सभी भारी वाहनों को कारगी चौक व डोईवाला से दूधली रोड की ओर डायवर्ट किया जाएगा।

देहरादून से हरिद्वार, ऋषिकेश, टिहरी, चमोली जाने वाले वाहन नेहरू कॉलोनी, फव्वारा चौक से छह नंबर पुलिया की ओर डायवर्ट होंगे।

धर्मपुर चौक से आईएसबीटी की ओर जाने वाला यातायात माता मंदिर रोड होते हुए पुरानी बाईपास चौकी से आईएसबीटी की ओर जाएंगे।

मोहकमपुर की ओर से मसूरी जाने वाले वाहन जोगीवाला से रिंग रोड से लाडापुर से सहस्रधारा क्रॉसिंग से आईटी पार्क से मसूरी मार्ग की ओर जाएगा।

मोहकमपुर की ओर से देहरादून शहर की ओर जाने वाले वाहन जोगीवाला से छह नंबर पुलिया से नेहरू कॉलोनी, आराघर, ईसी रोड होते हुए देहरादून की ओर जाएंगे।

जुलूस के बन्नू स्कूल से प्रगति विहार बैरियर की ओर बढ़ने परि रस्पना से देहरादून शहर की ओर आने वो वाहनों को हरिद्वार बाईपास से पुरानी बाईपास चौकी की ओर भेजा जाएगा।

सभी संभावित जुलूस केवल बन्नू स्कूल सेे चलेंगे और इनके वाहन भी बन्नू स्कूल में ही पार्क किए जाएंगे।

डोईवाला से देहरादून की ओर आने वाली सिटी बसें जोगीवाला से डायवर्ट की जाएंगी। ये सभी कैलाश अस्पताल से यूटर्न लेकर वापस जाएंगी।

डिफेंस कॉलोनी जोन वाले व्यावसायिक वाहनों को नेहरू कॉलोनी थाना कट से पुरानी चौकी बाईपास की ओर डायवर्ट किया जाएगा।

स्थानीय लोगों के व्यक्तिगत वाहनों को विशेष परिस्थितियों में ही डायवर्ट किया जाएगा।

सामान्य स्थिति में व्यक्तिगत वाहनों को डायवर्ट नहीं किया जाएगा।

कामर्शियल वाहनों को लगातार डायवर्ट किया जाएगा। वे किसी भी दशा में विधानसभा की ओर नहीं जाएंगे।

यहां रहेगी बैरियर व्यवस्था
प्रगति विहार
शास्त्री नगर
बाईपास
डिफेंस कॉलोनी

5 दिन में दो महिलाओं से शादी कर फरार हुआ व्यक्ति, लड़कियों के परिजन ने दर्ज कराई FIR

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खंडवा (मप्र): मध्यप्रदेश (Madhya Ptadesh) में एक व्यक्ति ने पांच दिनों में दो लड़कियों से कथित तौर पर ब्याह रचाया और उसके बाद से वह गायब है. खंडवा की कोतवाली पुलिस थाना प्रभारी बी एल मंडलोई ने रविवार को बताया कि एक लड़की के परिजन द्वारा शनिवार को की गई शिकायत पर पुलिस इस मामले में जांच-पड़ताल कर रही है.

खंडवा और इंदौर की हैं व्यक्ति की दोनों पत्नियां
उन्होंने शिकायत का हवाला देते हुए बताया कि पांच दिनों के अंतराल में शादी करने वाला 26 वर्षीय यह व्यक्ति इंदौर के मूसाखेडी इलाके का रहने वाला है और उसने खंडवा की लड़की से दो दिसंबर को कथित तौर पर शादी की है, जबकि दूसरी लड़की से इंदौर जिले के महू तहसील के एक गांव में सात दिसंबर को कथित तौर पर शादी की है. मंडलोई ने बताया, ‘‘शिकायत के अनुसार इस व्यक्ति की दूसरी शादी में खंडवा से एक व्यक्ति गया था, जो पहली लड़की का रिश्तेदार था. उसने दूल्हे बने इस व्यक्ति को पहचान लिया और उसकी फोटो खींचकर जिस लड़की से उसने पहली शादी की थी, उसके परिजन को भेज दी. इससे उसकी दूसरी शादी करने की पोल खुल गई थी.’’ इसके बाद खंडवा की लड़की के परिवार वालों ने यहां पुलिस में शिकायत की और मांग की कि उसके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जाए.

खंडवा की लड़की से शादी में आया 10 लाख का खर्चा
मंडलोई ने बताया कि शिकायत के अनुसार इस परिवार ने शादी में और दुल्हन को दिये जाने वाले सामान में करीब 10 लाख रुपये खर्च करने का दावा किया है. इसमें यह भी कहा गया है कि लड़की से शादी करने के बाद वह उसे अपने घर इंदौर भी ले गया था. उन्होंने बताया कि कुछ दिनों के बाद उसने लड़की से कहा कि वह कुछ आवश्यक काम से भोपाल जा रहा है. लेकिन वह महू गया और दूसरी लड़की से उसने शादी कर ली. मंडलोई ने बताया कि सात दिसंबर के बाद दूसरी शादी करने के बाद यह व्यक्ति अब तक अपने घर नहीं आया है और उसने अपना मोबाइल फोन भी बंद कर दिया है. उन्होंने कहा कि उसकी तलाश की जा रही है.(साभार -zeenews)

रामनगर जस्सागांजा की टीम बनी वॉलीबाल चैम्पियन, जनाडू वॉरियर्स लखनऊ को दी शिकस्त

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अल्मोड़ा (द्वाराहाट), अंतरराज्यीय वॉलीबाल प्रतियोगिता का खिताब जीतकर जस्सागांजा रामनगर की टीम वॉलीबाल चैंपियन बन गई है। पांच सेटों तक चले फाइनल मुकाबले में दो के मुकाबले तीन सेट जीतकर जनाडू वॉरियर्स लखनऊ को शिकस्त दी।
मैच का फाइनल का पहला सेट जनाडू वॉरियर्स लखनऊ ने 25-21 से जीता, दूसरे सेट में जस्सागांजा रामनगर ने वापसी करते हुए 25-23 से जीता। तीसरे सेट में फिर जनाडू वॉरियर्स लखनऊ ने 25-19 से जीत दर्ज की। चौथा सेट जस्सागांजा रामनगर ने 25-17 से जीता। इस तरह दोनो ही टीमें दो-दो सेट की बराबरी पर आ गईं। निर्णायक सेट में जस्सागांजा रामनगर ने जनाडू वॉरियर्स को 15-13 से हराकर फाइनल जीत लिया।

द्वाराहाट सांस्कृतिक समिति की ओर से विजेता टीम को नगर पंचायत अध्यक्ष मुकुल साह, एसडीएम आरके पांडेय ने 50 हजार रुपये का पुरस्कार दिया, जबकि उपविजेता टीम जनाडू वॉरियर्स लखनऊ को 25000 का पुरस्कार मिला। डिप्टी डीएसओ यशपाल बिष्ट, शंकर सिंह, चंदन बिष्ट, तुषार कांडपाल, दिनेश सिंह रावत मुख्य निर्णायक, गौरव, अनुराग, पवन, अजय लाइनमैन, दिनेश रावत, शंकर, राजेंद्र मठपाल स्कोरर, दिव्यदीप मिश्रा, धीरेंद्र मठपाल उद्घोषक रहे। यहां सहायक निदेशक सुरेश चंद्र पांडेय, संयोजक भूपेंद्र कांडपाल, समिति अध्यक्ष प्रताप बिष्ट, अल्मोड़ा अर्बन कोऑपरेटिव बैंक प्रबंधक सुरेश जोशी, सुरेंद्र लाल साह, संजय मठपाल आदि रहे।

हवालबाग ब्लाक कांग्रेस कमेटी ने भाजपा सरकार को घेरा, डबल इंजन की सरकार हर मोर्चे पर विफल

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अल्मोड़ा, भाजपा पर हमलावर हुये कांग्रेस के नेता, हवालबाग ब्लॉक कांग्रेस कमेटी की चितई में हुई बैठक में वक्ताओं ने डबल इंजन की सरकार (केंद्र और राज्य सरकार) को हर मोर्चे पर विफल बताया। उन्होंने कहा कि महंगाई पर अंकुश लगाने, युवाओं को रोजगार देने के नाम पर सत्ता में काबिज हुई भाजपा जनता को छल रही हैं। कहा कि जनता आगामी चुनाव में भाजपा को सत्ता से बेदखल करने का मन बना चुकी है, जिलाध्यक्ष पीतांबर पांडे ने कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों के बूथ स्तर तक पार्टी को मजबूत बनाने को कहा।

उन्होंने कहा कि बूथ कमेटियों का गठन किया जाए। पूर्व विधायक मनोज तिवारी कहा कि डबल इंजन की सरकार में रोजगार के अवसर समाप्त होते जा रहे हैं। निजीकरण को बढ़ावा देकर उद्योगपतियों के हित में कार्य हो रहे हैं। जरूरी वस्तुओं समेत गैस, पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ रहे हैं। इस दौरान जिला उपाध्यक्ष गोपाल सिंह चौहान, ब्लॉक अध्यक्ष राजेंद्र सिंह बोरा, पूर्व प्रमुख रमेश भाकुनी, महेश चंद्र, भूपेंद्र भोज गुड्डू, संजय दुर्गापाल, चंदन सिंह भोज, लक्ष्मण गिरि महाराज, तारु तिवारी, आमिर सिद्दीकी, गोपाल गुरुरानी, सुरेंद्र लटवाल, अजय राजपूत, प्रशांत पवार, नवल बिष्ट, राम दत्त भट्ट, दिनेश साह, हरीश आर्या, पंकज कुमरा, गोविंद राम, जगदीश लटवाल आदि थे।

बैंक की छत काटकर चोरी की कोशिश

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गोवर्धन (मथुरा)। चोरों ने शनिवार की रात जतीपुरा मोड़ स्थित केनरा बैंक की छत काटकर चोरी की कोशिश की। रविवार की सुबह बैंककर्मियों की सूचना पर पुलिस व फोरेंसिक टीम जांच को पहुंची। चोर केवल सीसीटीवी कैमरे ले गए हैं, जबकि कैश आदि सामान सुरक्षित है।

गोवर्धन जतीपुरा स्थित केनरा बैंक को चोरों ने अपना निशाना बनाया चोरों ने छत को काटकर छत के रास्ते से बैंक में प्रवेश किया। बैंक में प्रवेश करने के बाद स्ट्रांग रूम को तोड़कर चोरी करने का प्रयास करते रहे लेकिन उन्हें कोई सफलता हाथ नही लग सकी ।

बैंक की छत काटकर चोरी का प्रयास किये जाने की इस घटना से पूरे इलाके में हड़कंप मच गया। पुलिस भी मौके पर पहुंच कर छानबीन में जुट गई है। बैंक के कर्मचारी भी बैंक में छानबीन करने में जुटे हुए हैं सबसे चौंकाने वाली बात किया है कि चोरों द्वारा बैंक में प्रवेश करने के बाद चोरी का भरपूर प्रयास किया गया लेकिन उन्हें कोई सफलता हाथ नहीं लग सके इस पूरे मामले में छानबीन में जुटी हुई है। पुलिस चोरों की तलाश कर रही है।

मोदी सरकार की इस योजना में यूपी में किसानों को मिली 22 हजार करोड़ की आर्थिक सहायता

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लखनऊ. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज जनपद अयोध्या के आचार्य नरेन्द्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय प्रांगण में आयोजित ‘किसान सम्मेलन’ को सम्बोधित किया। उन्होंने इस अवसर पर आयोजित कृषि प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया। कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने लगभग 89.90 करोड़ रुपए लागत की 40 परियोजनाओं का लोकार्पण, शिलान्यास व शुभारम्भ किया। मुख्यमंत्री द्वारा 30.67 करोड़ रुपए की 10 परियोजनाओं का लोकार्पण, 26.45 करोड़ रुपए की 10 परियोजनाओं का शिलान्यास तथा 32.77 करोड़ रुपए की 20 परियोजनाओं का शुभारम्भ किया गया। उन्होंने इस अवसर पर विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं से लाभान्वित व्यक्तियों को प्रतीकात्मक चेक एवं प्रमाण पत्र भी प्रदान किये।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आचार्य नरेन्द्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय द्वारा नये कृषि विज्ञान केन्द्रों की स्थापना तथा पहले से संचालित कृषि विज्ञान केन्द्रों को सेन्टर आॅफ एक्सलेन्स के रूप में विकसित कर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी की मंशा के अनुरूप वर्ष 2022 तक किसानों की आय दो गुना करने के कार्य में सराहनीय योगदान किया जा रहा है। उन्होंने भरोसा जताया कि आज यहां शिलान्यास की गयी एवं लोकार्पित लगभग 90 करोड़ की परियोजनाएं कृषकों की आय बढ़ाने में सहायक सिद्ध होेंगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में केन्द्र व राज्य सरकार अन्नदाता किसानों के जीवन में खुशहाली लाने एवं उनकी समृद्धि के लिए कार्य कर रही हैं। उन्हांेने कहा कि जब कृषि लागत में कमी होगी, तकनीक के उपयोग से उत्पादकता बढ़ेगी, तभी किसानों की आय में वृद्धि होगी। प्रधानमंत्री जी द्वारा इस दिशा में लगातार प्रयास किये गये हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना, वन ड्राप-मोर क्राप, कृषि विज्ञान केन्द्रों की श्रृंखला स्थापित कर किसानों को तकनीक से जोड़कर कृषि लागत कम करने और उत्पादकता बढ़ाने का कार्य हुआ है। इसके फलस्वरूप किसानों द्वारा खाद्यान्न का रिकाॅर्ड उत्पादन किया गया है। वर्षाें से लम्बित सिंचाई परियोजनाओं को प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के अन्तर्गत पूरा किया गया। प्रधानमंत्री जी ने स्वामीनाथन रिपोर्ट लागू कर किसानों को एम0एस0पी0 का लाभ उपलब्ध कराया।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में केन्द्र सरकार गांव, गरीब, किसान, मजदूर, नौजवान, महिला सभी को बिना किसी भेदभाव के लाभान्वित करने का कार्य कर रही है। प्रधानमंत्री आवास योजना, स्वच्छ भारत मिशन योजना के तहत व्यक्तिगत शौचालय का निर्माण, गरीब परिवारों को रसोई गैस कनेक्शन देने, आयुष्मान भारत, सौभाग्य योजना के अन्तर्गत विद्युत कनेक्शन दिये जाने की योजनाओं से बिना किसी भेदभाव के सभी पात्रों को लाभान्वित किया गया है। वर्तमान राज्य सरकार ने अपनी पहली कैबिनेट में ही किसानों के 36,000 करोड़ रुपये के ऋण को माफ करने का निर्णय लिया। किसानों का हित हमारा दायित्व और सरकार की मंशा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री ने फरवरी, 2019 में प्रधानमंत्री कृषि सम्मान निधि की घोषणा की। इस योजना के अन्तर्गत प्रदेश में अब तक
2.3 करोड़ किसानों को लगभग 22 हजार करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता सीधे उनके बैंक खाते में प्रदान की गयी है। योजना के अन्तर्गत किसान को प्रतिवर्ष 03 किस्तों में 6000 रुपये की सहायता प्रदान की जाती है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने किसान को सम्मान दिलाया। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि से प्राप्त होने वाली धनराशि के कारण अब किसान को किसी के आगे हाथ फैलाने की जरूरत नहीं है।

इस योजना के तहत 25 दिसम्बर, 2020 को प्रधानमंत्री द्वारा देश के 09 करोड़ किसानों को लगभग 18 हजार करोड़ रुपये की धनराशि सीधे उनके खाते में प्रेषित की जाएगी। उन्होंने कहा कि जिन्हें यह कार्य अच्छा नहीं लग रहा है वे किसानों को गुमराह करना चाहते हैं। देश की जनता प्रबुद्ध है, वह किसी बहकावे में नहीं आएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा बनाये गये कृषि कानून किसानों की आमदनी बढ़ाने के साथ ही ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाएंगे। इससे ग्रामीण युवाओं को बड़े पैमाने पर रोजगार के अवसर प्राप्त कराना सम्भव होगा। उन्होंने कहा कि यह पूर्णतया भ्रामक है कि कृषि कानून लागू होने से एम0एस0पी0 समाप्त हो जाएगी। प्रधानमंत्री द्वारा भी किसानों को एम0एस0पी0 समाप्त न होने का भरोसा दिया गया है।

मण्डी समितियां भी काम करेंगी। साथ ही, किसान अपनी उपज अधिक मूल्य पर बाजार में भी बेच सकेंगे। उस पर कोई टैक्स नहीं लगेगा। उन्होंने कहा कि किसान के खेत पर कब्जा होने की बात भी भ्रामक है। काॅन्ट्रेक्ट खेती में सरकार किसानों का हित सुरक्षित रखने के लिए प्रतिबद्ध है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विगत साढ़े तीन वर्षाें में प्रदेश सरकार ने किसानों के हित के लिए पूरे समर्पण भाव से कार्य किया है। गन्ना किसानों को अब तक 01 लाख 12 हजार करोड़ रुपये से अधिक का गन्ना मूल्य का भुगतान कराया गया है। वर्तमान राज्य सरकार ने किसान की उपज की खरीद सुनिश्चित करायी है। सरकार के पहले वर्ष मंे 36 लाख मी0 टन गेहूं एवं 52 लाख मी0 टन धान की खरीद करायी गयी।

अगले वर्ष 56 लाख मी0 टन गेहूं तथा 52 लाख मी0 टन धान की खरीद हुई। कोरोना काल में एक भी चीनी मिल को बन्द नहीं होने दिया गया। हर खेत का गन्ना चीनी मिल तक पहुंचा। राज्य सरकार द्वारा ‘एक जनपद-एक उत्पाद योजना’ को लागू किया गया है। इसके तहत अयोध्या का गुड बाजार में महत्वपूर्ण स्थान बना रहा है। इसकी प्रभावी मार्केटिंग करने की आवश्यकता है।
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने आचार्य नरेन्द्र देव की प्रतिमा पर पुष्पांजलि भी अर्पित की। उन्होंने विश्वविद्यालय परिसर में पौधारोपण भी किया।

इस अवसर पर प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, स्टाम्प तथा न्यायालय शुल्क, पंजीयन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रविन्द्र जायसवाल, कृषि राज्यमंत्री लाखन सिंह राजपूत, गन्ना विकास राज्यमंत्री सुरेश पासी, सहित जनप्रतिनिधिगण, अपर मुख्य सचिव कृषि देवेश चतुर्वेदी, आचार्य नरेन्द्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय के कुलपति डाॅ बिजेंद्र सिंह एवं शासन-प्रशासन के अन्य वरिष्ठ अधिकारी, किसान एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।