Sunday, June 8, 2025
Home Blog Page 176

एक भारत श्रेष्ठ भारत राष्ट्रीय एकता पर्व के तहत कला उत्सव का केंद्रीय विद्यालय बीरपुर में समापन

0

देहरादून, केंद्रीय विद्यालय बीरपुर में आयोजित एक भारत श्रेष्ठ भारत दो दिवसीय राष्ट्रीय एकता पर्व एवं कला उत्सव का आज रंगारंग समापन्न विजेताओं की घोषणा के साथ किया गया ! संभाग स्तरीय एक भारत श्रेष्ठ भारत, कला उत्सव प्रतियोगिता में देहरादून संभाग के 06 संकुल स्कूलों के लगभग 218 प्रतिभागियों और 30 अध्यापकों ने “एक भारत श्रेष्ठ भारत” की भावना को बढ़ावा देना और सांस्कृतिक समन्वय को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य के साथ इस कार्यक्रम में भाग लिया !
विद्यालय की प्राचार्य श्रीमती बसंती खाम्पा ने अपने प्रेरणादायक शब्दों से प्रतिभागियों को संबोधित किया, जिसमें उन्होंने एकता और सांस्कृतिक विविधता के महत्व पर जोर देते हुए सभी प्रतिभागियों के उज्ववल भविष्य की कामना की ।
इस आयोजन में विभिन्न सांस्कृतिक और कला प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं, जिनमें प्रतिभागियों ने अपनी रचनात्मकता एवं कला कौशल का प्रदर्शन किया।
विभिन्न विधाओं में आयोजित इस प्रतियोगिता सभी 06 संकुल स्कूलों के 45 विद्यालयों के प्रतिभागियों ने भाग लिया।
कार्यक्रम में जो प्रतिभागी स्कूल विजेता रहे वो इस प्रकार
समूह नृत्य :- केंद्रीय विद्यालय नम्बर एक
समूह गान: आईटीबीपी
कला कृतियों का प्रदर्शन :-एफ आर आई
तट स्थलीय चित्रकला :- बीरपुर
संगीत (गायन) एकल एवं समूह एफ आर आई
संगीत (वादन )एकल एवं समूह :- बीरपुर
एकल नृत्य :-ओएनजीसी
थिएटर :-रायवाला
पारंपरिक कहानी वाचन :- ओएलएफ !
क्षेत्रीय स्तर पर आयोजित
राष्ट्रीय एकता पर्व के विजेता प्रतिभागी एवं स्कूल नवम्बर में आयोजित राष्ट्रीय कला उत्सव में देहरादून संभाग का प्रतिनिधित्व करेंगे ! इस कार्यक्रम का उद्देश्य
बच्चों की रचनात्मकता और सांस्कृतिक प्रतिभा को उजागर करके एक उचित मंच प्रदान किया जाना और एक भारत श्रेष्ठ भारत की कल्पना को साकार करना है ! कार्यक्रम में न केवल प्रतिभागियों को अपने कौशल दिखाने का अवसर दिया, बल्कि विभिन्न स्कूलों के बीच एकता और सहयोग की भावना को भी मजबूत किया।
इस अवसर पर कार्यक्रम के निर्णायक मंडल में भारती सुरियन, कुसुम पन्त, नितिन , अनिरुद्ध मिश्रा एवं अविनाश मिश्रा ,डॉ ओ पी मिश्रा, सुनील कुमार जोशी, विपुल शर्मा एवं मोईन खान द्वारा विजेताओं का चयन किया गया!
कला उत्सव को सफल बनाने में प्रिंसिपल बसन्ती खम्पा, वाइस प्रिंसिपल मनीषा मखीजा, मुख्य अध्यापिका आरती उनियाल, शिक्षक देवेंद्र सिंह , अरविंद कुमार , दीपमाला, एस एम जव्वाद, ऋचामहेंद्रू, पल्लवी गुरंग, रिकी,डी एम लखेड़ा , राना कादिर,विनोद कुमार,अन्नू थपलियाल एवं गोरवकान्त आदि शिक्षकों ने अपना भरपूर सहयोग दिया!

भिक्षावृत्ति रोकने को प्रमुख चौराहों पर रोस्टरवार तैनात किए होमगार्ड जवान’

0

देहरादून, जिलाधिकारी सविन बंसल ने कहा कि भिक्षावृत्ति की रोक हेतु शहर के प्रमुख चौराहो पर रोस्टरवार होमगार्ड जवान तैनात कियेे गये हैं। निरंतर रेस्क्यू अभियान हेतु शीघ्र ही डेडिक्ेटेड, पेट्रोलिंग वाहन आने वाले हैं।
शनिवार को जिलाधिकारी सविन बंसल ने भिक्षावृति पर रोक हेतु शहर के प्रमुख 17 स्थानों/ चौक पर होमगार्ड के जवान तैनात करने के निर्देश दिए गए हैं, जिसके क्रम में शहर के प्रमुख चौराहों पर रोस्टरवार होमगार्ड जवानों की ड्यूटी लगा दी गई है।
डीएम के फरमान के बाद विभाग हरकत में दिख रहे हैं, जिला प्रोबेशन अधिकारी को संबंधित विभागों से समन्वय करते हुए कार्रवाई तेज करने के निर्देश दिए। शहर के प्रमुख चौराहों दिलाराम चौक, बहल चौक, साई मंदिर राजपुर रोड, बल्लूपुर चौक ओएनजीसी चौक, प्रिंस चौक, तहसील चौक, रेलवे स्टेशन सहारनपुर चौक, रिस्पना पुल, विधानसभा तिराहा, कारगी चौक, आईएसबीटी, शिमला बायपास, निरंजनपुर मंडी एवं लालपुल पर तैनात किये गए हैं होमगार्ड जवान। भिक्षावृत्ति में सलिप्त बच्चों को इन्टेंसिव केयर सेन्टर में विधिवत् प्रवेश दिलाते हुए, अनुकूल माहौल में शिक्षा मुहैया कराए जाने की योजना है।
जिलाधिकारी द्वारा भिक्षावृत्ति पर प्रभावी रोक लगाने हेतु श्रम विभाग, महिला कल्याण विभाग के अन्तर्गत जिला प्रोबेशन कार्यालय, पुलिस, बाल कल्याण समिति, एवं सरकार में पंजीकृत स्वंय सहायता समूह के द्वारा संयुक्त अभियान चलाने के निर्देश दिए गए हैं। भिक्षावृत्ति पर रोक लगाने हेतु डेडिकेटेड पेट्रोलिंग वाहन के माध्यम से 24 घंटे पैट्रोलिंग कर अभियान चलाकर भिक्षावृत्ति की साईकिलिंग को तोडेगें। भिक्षावृत्ति में सलिप्त बच्चों को इन्टेंसिव केयर सेन्टर में विधिवत् प्रवेश दिलाते हुए, पाश्चात्य स्कूलों की भांति अनुकूल महौल में शिक्षा मुहैया कराई जाएगी।

उत्तराखंड के 7.98 लाख पात्र लाभार्थी किसानों को 169 करोड़ रुपए की धनराशि भी खातों में पहुंच

0

देहरादून(आरएनएस)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को महाराष्ट्र से ‘पीएम किसान सम्मान निधि’ की 18वीं किश्त जारी कर दी। इसके माध्यम से उत्तराखंड के 7.98 लाख पात्र लाभार्थी किसानों को 169 करोड़ रुपए की धनराशि भी खातों में पहुंच गई। पीएम मोदी ने 9.40 करोड़ से अधिक किसानों को 20 हज़ार करोड़ रुपये से अधिक की सम्मान राशि उनके खातों में डीजीटली ट्रांसफर किया। इस किसान सम्मान कार्यक्रम में प्रदेश के कृषि मंत्री गणेश जोशी ने भी वर्चुअल माध्यम से प्रतिभाग किया। जिसमें प्रदेश के 7,98,038 लाभार्थी किसान परिवारों को 18वीं किस्त डीबीटी के माध्यम से धनराशि 169.04 करोड़ रुपए ट्रांसफर किए गए। अब तक योजना की 17 किश्तों में प्रदेश के किसानों को 2757.20 करोड़ धनराशि उपलब्ध कराई गई है। देहरादून के हाथीबड़कला में आयोजित कार्यक्रम में विभिन्न हिस्सों से बड़ी संख्या में किसानों ने भी प्रतिभाग किया और प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और मंत्री जोशी का आभार जताया। जोशी ने प्रधानमंत्री मोदी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी किसानों की हमेशा चिंता करते हैं। उन्होने कहा कि तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने पर प्रधानमंत्री मोदी का पहला निर्णय किसान के हितों के लिए किया और पहली केंद्रीय कैबिनेट में किसान सम्मान निधि के लिए हस्ताक्षर किए। उन्होंने कहा कि यह इस बात का प्रतीक है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी किसानों की कितनी चिंता करते है। उन्होंने कहा कि मोदी के कुशल मार्गदर्शन और उनके पद चिन्हों पर प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में राज्य सरकार किसानों की आय दुगनी करने की दिशा में कई जनकल्याणकारी योजनाएं और अभिनव पहल कर किसान भाइयों की आजीविका बढ़ाने हेतु निरंतर प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि पीएम-किसान योजना के माध्यम से किसानों की आय दुगनी और नई तकनीकी से छोटे छोटे किसानों को लाभ मिल रहा है। उन्होंने कहा कि डबल इंजन की सरकार किसान कल्याण के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि इस योजना का उद्देश्य किसानों को उनकी निवेश संबंधी जरूरतों को पूरा करने के लिये एक आर्थिक आधार प्रदान करना है। ताकि वे फसल उत्पादन में नवीन तकनीक और गुणवत्तापूर्ण बीजों का प्रयोग कर उत्पादन में बढ़ोतरी कर सकें। कृषि मंत्री ने कहा कि योजना के माध्यम से लघु एवं सीमांत किसानों को साहूकारों के साथ अनौपचारिक ऋणदाता के चंगुल से बचाने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि देश में 11 करोड़ से अधिक किसानों ने पीएम किसान योजना का लाभ प्राप्त किया है, जो इसकी व्यापक पहुँच और प्रभाव को दर्शाता है। इस अवसर पर, सचिव, कृषि, एसएन पांडे, कृषि निदेशक केसी पाठक, संयुक्त निदेशक दिनेश कुमार, किसान मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष जोगेंद्र पुंडीर, मंडल अध्यक्ष प्रदीप रावत, पूनम नौटियाल, भूपेंद्र कठेत, चुन्नी लाल सहित सैकड़ो किसान उपस्थित थे।

 

पेस्टल वीड स्कूल ने क्वार्टर फाइनल में किया दबदबा

बिरला विद्या मंदिर पर 56-14 की शानदार जीत के साथ सेमीफाइनल में बनाया स्थान

देहरादून I पेस्टल वीड स्कूल में ऑल इंडिया आईपीएससी अंडर-17 बास्केटबॉल टूर्नामेंट के दूसरे दिन का समापन रोमांचक क्वार्टर फाइनल मुकाबलों के साथ हुआ, जिसमें टीमों ने जोरदार प्रदर्शन करते हुए सेमीफाइनल में प्रवेश किया।
कोर्ट पर खेले गए मैचों में खिलाड़ियों ने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रोचक होकर दिया, जिससे प्रतियोगिता की भावना और भी प्रबल हो गई।
मेजबान टीम पेस्टल वीड स्कूल ने वेल्हम बॉयज़ देहरादून को 50-16 के बड़े अंतर से हराते हुए अपना विजयी क्रम जारी रखा और क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई। टीम ने अपनी सटीकता, चुस्ती और सामूहिक खेल कौशल से एक और शानदार जीत हासिल की। इसके अलावा आर्मी पब्लिक स्कूल डगशाई ने भी अपने दमदार खेल से मेयो कॉलेज अजमेर को 50-20 से हराकर क्वार्टर फाइनल में अपनी जगह पक्की की। इसी प्रकार वाईपीएस मोहाली ने सेलाकुई इंटरनेशनल, देहरादून को 41-27 से हराकर शानदार प्रदर्शन किया। क्वार्टर फाइनल मुकाबलों में जिन टीमों ने प्रवेश किया उनमें द पेस्टल वीड स्कूल,देहरादून,द मान स्कूल नई दिल्ली, वेल्हम बॉयज़ देहरादून,आर्मी पब्लिक स्कूल डगशाई, हैदराबाद पब्लिक स्कूल, बेगमपेट, द दून स्कूल, देहरादून, वाईपीएस मोहाली, बिरला विद्या मंदिर, नैनीताल
क्वार्टर फाइनल दौर की शुरुआत द मान स्कूल नई दिल्ली के शानदार प्रदर्शन से हुई,जहाँ उन्होंने वेल्हम बॉयज़, देहरादून को 51-15 के बड़े अंतर से हराया। दूसरे क्वार्टर फाइनल में द दून स्कूल, देहरादून ने वाईपीएस मोहाली को 59-33 से मात दी। तीसरे क्वार्टर फाइनल में आर्मी पब्लिक स्कूल, डगशाई ने हैदराबाद पब्लिक स्कूल, बेगमपेट को एक रोमांचक मुकाबले में कड़े संघर्ष के बाद हराया। अंतिम क्वार्टर फाइनल में मेजबान पेस्टल वीड स्कूल ने बिरला विद्या मंदिर, नैनीताल को 56-14 के बड़े अंतर से हराकर सेमीफाइनल में अपनी जगह बनाई। टूर्नामेंट के निर्णायक चरण में पहुँचते हुए सेमीफाइनल मुकाबले जो होंगे, उनमें द मान स्कूल, नई दिल्ली बनाम द दून स्कूल, देहरादून, आर्मी पब्लिक स्कूल, डगशाई बनाम पेस्टल वीड स्कूल, देहरादून I आने वाले सेमीफाइनल मुकाबलों में और भी कड़ी प्रतिस्पर्धा की उम्मीद है, जहाँ टीमें फाइनल में जगह बनाने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करेंगी। अब तक के प्रदर्शन के आधार पर, सेमीफाइनल मुकाबले और भी रोमांचक होने की संभावना है।

 

एनएसयूआई ने फूंका शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत का पुतला

 

देहरादून, एनएसयूआई के राष्ट्रीय संयोजक श्री अंकित बिष्ट के नेतृत्व में एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं ने शनिवार को डीएवी महाविद्यालय के मुख्य द्वार शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत का पुतला दहन किया।
इस अवसर पर अंकित बिष्ट ने अवगत कराया कि विगत कई वर्षों से छात्रसंघ चुनाव समय पर हो रहे थे परन्तु विगत दो वर्षों में भी छात्रसंघ चुनाव नवंबर व दिसम्बर माह में करवाये गये थे तथा इस वर्ष भी अक्टूबर माह आरम्भ होने के बावजूद भी अभी तक छात्र संघ चुनाव की घोषणा नहीं की जा रही है बल्कि जानबूझकर इसमें देरी की जा रही है क्योंकि शिक्षा मंत्री एवं अभाविप को अपनी हार का डर सता रहा है। उन्होंने आगे अवगत कराया कि लिंगदोह कमेटी की सिफारिशों के अनुसार महाविद्यालय खुलने की तिथि से 45 दिन की अवधि के अन्दर छात्रसंघ के चुनाव सम्पन्न कराये जाने आवश्यक है परन्तु शिक्षा मंत्री इन आदेशों की धज्जियाँ उडवा रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि यदि कॉलेज प्रशासन ने छात्रसंघ चुनाव की तुरन्त घोषणा नहीं की तो एनएसयूआई उग्र आन्दोलन के लिये बाध्य होगी।
इस अवसर पर छात्र नेता हरीश जोशी , अमन उज्जवेनवाल, प्रांचल नौनी, विपुल चौहान, अतुल पाँवर, प्रियांशु धामी, हर्ष दिवाकर, शिखा आर्य , मोनिका , निशा एनएसयूआई के अन्य कार्यकर्ता भी मौजूद थे।

 

नवीन भव्यता के दून में मनाया जायेगा 77वाँ दशहरा महोत्सव

“50 फुट के रावण, 45 फुट के मेघनाथ एवं 40 फुट के कुम्भकरण के पुतलों के साथ स्वर्णजड़ित भव्य लंका रहेगी आकर्षक के केन्द्र”

“कार्यक्रम को वीआईपी संस्कृति से पूरी तरह से रखा गया दूर, मंच का प्रतिनिधित्व 100 वर्ष की आयु पूर्ण कर चुके वरिष्ठ नागरिक डा. यूसी चॉदना करेंगे”

देहरादून (एल मोहन लखेड़ा), दून में इस वर्ष के दशहरा आयोजन को ऐतिहासिक बनाने के लिये बन्नू बिरादरी द्वारा युद्धस्तर पर कार्य किये जा रहे हैं। रावण, कुम्भकरण व मेघनाथ के पुतलों को निर्मित करने के लिए मुज्जफरनगर से दक्ष कारीगर बुलाये गये है। यह जानकारी बन्नू बिरादरी के अध्यक्ष हरीश विरमानी ने एक पत्रकार वार्ता में दी l स्थानीय प्रेस क्लब में पत्रकारों से बातचीत करते हुये हरीश विरमानी ने कहा कि महानगर में मुख्य दशहरा पर्व का आयोजन विगत 76 वर्षों से “बन्नू बिरादरी द्वारा परेड ग्राउण्ड में किया जा रहा था। सार्वजनिक कार्यक्रमों के लिए परेड ग्राउण्ड की अनुपलब्धता के कारण बन्नू बिरादरी द्वारा सर्वसम्मिति से निर्णय लिया गया है कि इस वर्ष 12 अक्टूबर को “77वाँ दशहरा महोत्सव” पूर्व में स्थापित कुछ परम्पराओं में बदलाव करते हुये, बन्नू स्कूल, रेसकोर्स के मैदान में अधिक आकर्षक एवं नवीन भव्यता के साथ मनाया जायेगा।
विरमानी ने कहा इस वर्ष का दशहरा पर्व आम जनता के लिए समर्पित रहेगा और इसे वीआईपी संस्कृति से पूरी तरह से दूर रखा जायेगा। इसलिये इस वर्ष दशहरा पर्व में उपस्थित होने हेतु किसी भी रुप में “आमन्त्रण पत्र” नहीं छपवाये गये हैं और न ही किसी व्यक्ति विशेष को मुख्य अतिथि, विशिष्ट अतिथि के रुप में आमन्त्रित किया गया है। इस वर्ष दशहरा पर्व की मुख्य अतिथि दून की सम्मानित जनता होगी, जिनका प्रतिनिधित्व मंच पर 100 वर्ष की आयु पूर्ण कर चुके वरिष्ठ नागरिक डा. यूसी चॉदना करेंगे।
उन्होंने कहा कि इस वर्ष 50 फुट के रावण, 45 फुट के मेघनाथ एवं 40 फुट के कुम्भकरण के पुतले और स्वर्णजड़ित भव्य लंका का निर्माण भी किया जा रहा है। वहीं महानगर में बढ़ते यातायात जाम के कारण जनता को होने वाली परेशानी को देखते हुये यह भी ऎतिहासिक निर्णय लिया गया है कि रावण दहन से पूर्व गोपीनाथ मन्दिर से परेड ग्राउन्ड तक निकलने वाली शोभायात्रा का भी संचालन नहीं किया जायेगा। इसके स्थान पर रावण दहन से पूर्व श्री रामचन्द्र जी की जीवन लीला का सजीव मंचन बन्नू स्कूल के विद्यार्थियों द्वारा किया जायेगा। रावण दहन के पश्चात बन्नू स्कूल के मैदान में रंगारंग आतिशबाजी की जायेगी। इसके लिऐ कैथल हरियाणा से विशेष कारीगर बुलाये गये है। जिनके द्वारा राष्ट्रीय पर्यावरण इन्जीनियरिंग अनुसंधान संस्थान द्वारा निर्धारित मानको वाले ग्रीन पटाखे जो कि ईको फ्रेंडली हैं, आतिशबाजी के समय जलाये जायेंगे। जिससे वातावरण में वायु प्रदूषण बढ़ने की कोई भी सम्भावना नहीं होगी। विरमानी ने कहा कि विगत वर्षों में पहली पंक्ति में जिन स्थानों को वीवीआईपी के लिये आरक्षित किया जाता था, इस वर्ष उन कुर्सियों पर ” पहले आओ पहली कतार में कुर्सी पाओं” नियम के तहत आम जनता को सबसे आगे बैठने का स्थान मिलेगा। विरमानी ने कहा कि इस वर्ष का एक और महत्वपूर्ण बदलाव यह है कि दशहरा उत्सव मनाने के लिये बाजार और जन सामान्य से चन्दा नहीं लिया गया है। समाज के गणमान्य व्यक्तियों द्वारा इस आयोजन में लगने वाली सम्पूर्ण धनराशि की व्यवस्था की गयी है, वहीं इस वर्ष के दशहरा पर्व के आयोजन हेतु बन्नू बिरादरी द्वारा दशहरा कमेटी का गठन नहीं किया गया है।
प्रेस वार्ता में बन्नू बिरादरी अध्यक्ष हरीश विरमानी, मनीष गेरा, हरीश गुलाटी, संतोख नागपाल, विक्की खन्ना, तिलक राज चॉदना, राम भाटिया, संजय भाटिया, सुरेश भाटिया, अजय कथूरिया, अशोक वर्मा आदि मौजूद रहे ।

 

 

स्वामी शंकराचार्य अवि मुक्तेश्वरानन्द 25 अक्टूबर को दून में स्थापित करेंगे गौ ध्वज

“गौमाता को राष्ट्रमाता का सम्मान दिलाने के लिये चलाया जा रहा चरणबद्ध आंदोलन”

देहरादून (हर्षित रावत), सनातन धर्म में वेद, उपनिषद्, पुराणों सहित समस्त धर्मशास्त्रों में गौ की महिमा गाई गई है। गाय को पशु नहीं अपितु माता की प्रतिष्ठा दी गई है। यही सनातन घर्मी हिन्दुओं की पवित्र भावना है, आस्था है इसी धार्मिक आस्था हेतु संविधान एवं कानून में गाय को राज्य सूची से हटाकर केन्द्रीय सूची में प्रतिष्ठित कर गौमाता को राष्ट्रमाता का सम्मान दिलाने तथा गौ हत्या मुक्त भारत बनाने के लिए सम्पूर्ण भारत में गौ प्रतिष्ठा आन्दोलन चलाया जा रहा है।
इसी परिपेक्ष में 25 अक्टूबर को गौ ध्वज को स्थापित कर गौमाता को राष्ट्रमाता घोषित कराने हेतु स्वामी शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानन्दः जी देहरादून पहुंचेंगे ।
इस ऐतिहासिक यात्रा की पूर्व तैयारी हेतु दून में पहुंचे यात्रा के राष्ट्रीय सह-संयोजक तथा उत्तराखण्ड़ राज्य के प्रभारी गोभक्त विकास पाटनी और अखिलेश ब्रह्मचारी ने स्थानीय प्रेस क्लब में पत्रकार वार्ता का आयोजन किया।
स्थानीय प्रेस क्लब पत्रकार से रूबरू होते हुये गोभक्त विकास पाटनी ने कहा कि स्वतन्त्रता प्राप्ति के पूर्व से ही निरन्तर गौमाता की प्रतिष्ठा एवं रक्षा के प्रयास होते रहे हैं। गौ प्रतिष्ठा के इस अभियान को प्रज्वलित करने हेतु गौ घृत की ज्योति को प्रकाशित कर ज्योर्तिमठ के परम पूज्य जगद्‌गुरू शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानन्दः महाराज जी इस आन्दोलन का निर्देशन कर रहे हैं जिन्होंने 14 मार्च से लेकर 28 मार्च 2024 तक नंगे पैर गोवर्धन से दिल्ली तक पदयात्रा भी की। पूज्य जगद्गुरू ज्योतिष्पीठाधीश्वर शंकराचार्य जी के निर्देशन में आज गौ प्रतिष्ठा का अभियान निरन्तर देश भर में गतिमान है जिन्होंने इस संवत्सर को गौ संवत्सर के रूप में घोषित भी किया है। पूज्य ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगद्‌गुरू शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानन्दः जी के निर्देशन एवं नेतृत्व में सम्पूर्ण भारत में गौ प्रतिष्ठा आन्दोलन के अन्तर्गत गौ ध्वज स्थापना भारत यात्रा दिनांक 22 सितम्बर से 26 अक्टूबर तक होनी निश्चित हुई है जो भारत के समस्त 36 प्रदेशों की राजधानियों में पहुंचकर वहाँ एक गो ध्वज की स्थापना कर रही है।
गौ प्रतिष्ठा आन्दोलन के संयोजक परम् पूज्य गोपाल मणि जी महाराज भी पूरे समर्पण और शक्ति के साथ यात्रा की सफलता हेतु प्राण-प्रण से शंकराचार्य जी के साथ हर कदम में साथ चल रहे हैं। प्रत्येक राज्य की राजधानियों में विशाल गो प्रतिष्ठा सम्मेलन का दिव्य भव्य आयोजन हो रहा है जिसका श्रीगणेश गोरक्षक, गौभक्त भगवान् श्रीराम जी की राजधानी अयोध्या से हुआ जहाँ भगवान् रामलला के रूप में विद्यमान हैं, जहाँ से यह पूर्व, पश्चिम, दक्षिण, उत्तर होते हुए 26 अक्टूबर को देश की राजधानी दिल्ली होगी तथा 27 अक्टूबर को यह यात्रा वृंदावन में विराम लेगी। इस यात्रा के माध्यम से पूज्य जगद्‌गुरू शंकराचार्य जी द्वारा समस्त भारत के प्रखर गोभक्तों को सम्मानित भी किया जा रहा है।
इसी क्रम में देवभूमि उत्तराखण्ड की राजधानी देहरादून में पूज्य जगद्‌गुरू शंकराचार्य स्वामी श्रीः अति मुक्तेश्वरानन्दः जी एवं पूज्य गोपाल मणि महाराज जी 25 अक्टूबर 2024 को दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक गो ध्वज की स्थापना, गो महासभा को सम्बोधित करेंगे। इसके उपरान्त वो अग्रिम यात्रा हेतु देश की राजधानी दिल्ली को प्रस्थान करेंगे।
इस गौ ध्वज स्थापना भारत यात्रा का लक्ष्य सम्पूर्ण भारत में गो प्रतिष्ठा आन्दोलन हेतु समस्त राष्ट्र के गोभक्त हिन्दुओं को जागृत कर एक सूत्र में पिरोने का है तथा गोमाता की दुर्गति, गौ हत्या के कलंक को मिटाकर पशु सूची के अपमान से हटाकर राष्ट्रमाता का सम्मान दिलाना है। देवभूमि उत्तराखण्ड और हिमाचल प्रदेश के बाद अब महाराष्ट्र गौ को माता की प्रतिष्ठा देने वाला तीसरा राज्य बन गया है। गो ध्वज स्थापना भारत यात्रा के उपरान्त देश की राजधानी दिल्ली में गोपाष्टमी के अवसर पर 7, 8 और 9 नवम्बर को तीन दिवसीय राष्ट्रव्यापी गो प्रतिष्ठा महा सम्मेलन होगा जो भारत की सरकार को गौहत्या के कलंक को मिटाकर गौमाता को राष्ट्रमाता की प्रतिष्ठा दिलाने हेतु निर्णायक होगा।
इस अवसर पर आयोजन समिति के अध्यक्ष एवं भारतीय गौ क्रान्ति मंच संरक्षक बलबीर सिंह पंवार, भारतीय गौ क्रान्ति मंच के प्रदेश अध्यक्ष शूरवीर सिह, महासचिव यशवंत सिंह रावत, आनन्द सिंह रावत, रविन्द्र सिंह राणा, तेजराम एवं भारतीय गौ क्रांति मंच के कार्यकर्ता उपस्थित थे।

माउंट चौखंबा-III पर ट्रैकिंग के दौरान फंसे दो विदेशी ट्रेकर्स, एसडीआरएफ टीम सर्चिंग हेतु एडवांस बेस कैंप पहुंची

0

देहरादून, जनपद चमोली के माउंट चौखम्बा-III (7974 मीटर) पर ट्रैकिंग हेतु गईं 02 विदेशी महिला ट्रेकर्स (Miss Michelle Theresa USA, Miss Favgane Manners UK) मौसम खराब होने के कारण लगभग 6015 मीटर की ऊंचाई पर फंस गईं। 04 अक्टूबर 2024 को आर्मी हेलीकाप्टर द्वारा रेस्क्यू का प्रयास किया गया, परंतु मौसम खराब होने के कारण रेस्क्यू संभव नहीं हो पाया।
इस घटना की सूचना जिला प्रशासन, चमोली द्वारा SDRF को दी गई, जिस पर पुलिस महानिरीक्षक SDRF के निर्देशानुसार, सेनानायक एसडीआरएफ श्री अर्पण यदुवंशी द्वारा त्वरित कारवाई करते हुए हाई एल्टीट्यूड रेस्क्यू टीम को 05 अक्टूबर 2024 को प्रातः सहस्त्रधारा से हेली के माध्यम से घटनास्थल के लिए रवाना किया गया।
पुलिस महानिरीक्षक SDRF रिधिम अग्रवाल ने बताया कि, “माउंट चौखंबा-III पर 02 विदेशी ट्रेकर्स के रेस्क्यू के लिए SDRF की हाई एल्टीट्यूड टीम को सुबह हेली से जोशीमठ रवाना किया गया, जहां टीम द्वारा 02 बार एरियल रेकी की गई। सेटेलाइट फोन के माध्यम से संपर्क स्थापित हुआ है, और 04 SDRF जवानों की टीम एडवांस बेस कैंप पहुंच चुकी है, जो जल्द रेस्क्यू शुरू करेगी। एक अतिरिक्त बैकअप टीम भी जोशीमठ पहुंच चुकी है। सभी टीमों को सुरक्षित एवं त्वरित रेस्क्यू ऑपरेशन के निर्देश दिए गए हैं।”
सेटेलाइट फोन के माध्यम से टीम से संपर्क हुआ और टीम ने अपनी सुरक्षित स्थिति की जानकारी दी है। एक अतिरिक्त बैकअप टीम भी जोशीमठ पहुंच चुकी है, जो जरूरत पड़ने पर रेस्क्यू में सहयोग करेगी।
SDRF टीम को उच्च-ऊंचाई वाले उपकरणों, सैटेलाइट फोन और प्राथमिक चिकित्सा सामग्री के साथ रवाना किया गया है ताकि सभी आपातकालीन परिस्थितियों का सामना किया जा सके।

रेस्क्यू टीम का विवरण :

टीम : 1
-Add. SI वीरेंद्र काला
-HC सुशील कुमार
-HC मनोज जोशी
-FM प्रवीण सिंह

टीम : 2
Add. SI विजेंद्र कुड़ियाल
मुख्य आरक्षी सूर्यकांत उनियाल
आरक्षी योगेश सिंह

पांडवाज़ बैंड अपनी संस्कृति से नई पीढ़ी को जोड़ रहा है, वह सराहनीय है : अभिनेता पंकज त्रिपाठी

0

“तारा जोशी फाउंडेशन ने आयोजित किया पांच दिवसीय स्रोत महोत्सव”

देहरादून (एल मोहन लखेड़ा), उत्तराखण्ड़ की राजधानी दून के परेड ग्राउंड में तारा जोशी फाउंडेशन द्वारा आयोजित स्रोत महोत्सव विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ पांडवाज बैंड़ की धमाकेदार प्रस्तुति से साथ आगाज हुआ। कार्यक्रम का उद्घाटन बुधवार को अभिनेता पंकज त्रिपाठी ने किया, इस मौके पर बॉलीवुड एक्टर पंकज त्रिपाठी ने कहा, ‘मुझे देवभूमि बहुत पसंद है और मैं उत्तराखंड के कुमाऊं और गढ़वाल में अक्सर आता रहता हूं यहां के बहुत सारे एक्टर्स हैं, जो मेरे साथ मुंबई में काम करते हैं और हमारे अच्छे दोस्त हैं, मेरी बचपन की यादें उत्तरकाशी से जुड़ी हुई हैं, देवभूमि बहुत सुंदर और पवित्र है, इसीलिए यहां आने वाले पर्यटकों को इसकी पवित्रता का ध्यान रखना चाहिए l
उन्होंने उत्तराखंड़ आने वाले पर्यटकों से साफ-सफाई रखने की अपील की, अभिनेता ने अपनी संस्कृति और विरासत के संरक्षण की भी बात कही, पंकज त्रिपाठी ने कहा, ‘मैं अक्सर खादी के कपड़े पहनता हूं और यह हस्तकला हमारे पुरखों की है, इसलिए इसका संरक्षण जरूरी है l जिस तरह पांडवाज़ बैंड अपनी संस्कृति से नई पीढ़ी को जोड़ रहा है, वह सराहनीय है l

महिला सशक्तिकरण की सार्थक पहल :

दून के परेड़ ग्राउंड में रविवार 6 अक्टूबर तक चलने वाले इस महोत्सव में देशभर की विभिन्न स्वयंसेवी संस्थायें अपने उत्पाद लेकर आयी हैं जो कई तरह की कहानी बयां करती हैं जो एक ही जगह पर देखने के लिए मिल रही हैं, विभिन्न रंगों में फैला यह स्रोत महोत्सव जहां महिला सशक्तिकरण की सार्थक पहल वहीं यहां बाहर से आए आर्टिस्ट नैचुरल चीजों से और अपनी मेहनत से उत्पादों को तैयार करके लाए हैं, जो बाजार के मुकाबले यहां आधे से भी कम दाम में मिल रहे हैं, महोत्सव में खरीददारी करने आये शंकर दत्त कांडपाल का कहना है कि त्योहारों से पहले ही इस तरह के महोत्सव की शुरुआत करना बहुत अच्छा है क्योंकि लोग अपने परिवार और दोस्तों के साथ यहां आ सकते हैं और खरीदारी कर सकते हैं, उनका कहना है कि कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक भारत के तमाम राज्यों के कलाकार यहां आये है और अपना प्रदर्शन कर रहे हैं जिससे अनेकता में एकता का सकारात्मक पक्षपरिलक्षित होता है l ‘स्रोत महोत्सव’ में जौनसारी लोक गायन सन्नी दयाल ने महासु देवता की स्तुति साथ एक से एक लोक गीतों की शानदार प्रस्तुति से पहाड़ की परंपरागत संस्कृ‌ति रूबरू कराया, जिसका दर्शकों ने जमकर लुफ्त उठाया l
तारा जोशी फाउंडेशन की किरन जोशी ने कहा कि यह महोत्सव में उत्तराखंड देवभूमि के सोलर उत्पादों को बढ़ावा देने एवं पहाड़ की संस्कृति विरासत को संरक्षण देने के लिए समर्पित है, महोत्सव में कई स्टॉल लगाए गए। इसमें लोगों ने पेटिंग, खानपान की चीजों और हस्तकला के उत्पाद को काफी पसंद किया। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की पत्नी गीता धामी ने भी शिरकत की। महोत्सव में विधायक खजान दास, विधायक मुन्ना सिंह चौहान, जिला पंचायत मधु भट्ट एवं आईजी नीरू गर्ग एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री अमृता रावत भी शिरकत कर चुकी हैं l

देहरादून में हिमायरा फैशन ने अपना पहला स्टोर लांच किया

0

देहरादून। महिलाओं के कपड़ों के लिए भारतीय फैशन से संबंधित परिधान खरीदे जा सकेंगे , हिमायरा फैशन आज राजपुर रोड, देहरादून में अपने विशेष एथनिक वियर स्टोर के आधिकारिक उद्घाटन की घोषणा करते हुए रोमांचित है। विस्तार पर ध्यान देने और पारंपरिक और आधुनिक डिजाइनों के सही मिश्रण के लिए जाना जाने वाला, हिमायरा फैशन महिलाओं के लिए एथनिक फैशन को फिर से परिभाषित करने के लिए तैयार है।  आज उद्घाटन के साथ भारत के 10 शहरों में दूसरा ब्रांड सुविद्या स्टोर हैं।  लांच के बारे में बात करते हुए हमारा ब्रांड उत्तराखंड की आधुनिक फैशन के प्रति जागरूक महिलाओं की जरूरतों और आकांक्षाओं के लिए लेटेस्ट डिजाइन्स के साथ तैयार है। सावधानीपूर्वक तैयार की गई, हिमायरा फैशन डिजाइन्स और रंगों में सभी प्रकार की महिला के लिए उनकी मनपसंद कलेक्शन अवेलेबल है, May be an image of 4 people and text

नए स्टोर में उपलब्ध संग्रह में कुर्तीज, अनारकली टॉप्स, ट्यूनिक्स, पलाजो, दुपट्टा,  स्कर्ट और फ्यूजन ड्रेस,  सहित इंडो-वेस्टर्न फ्यूजन वियर की विस्तृत श्रृंखला शामिल है। हिमायरा  ने अपने वफादार ग्राहकों की इच्छाओं और जरूरतों पर स्पष्ट ध्यान देने हुए स्टोर लॉन्च किया है।   विभिन्न आयु वर्गों और सभी आकारों की महिलाओं के लिए उत्तम दर्जे का पश्चिमी और भारतीय परिधान प्रदान करने के लिए ब्रांड की स्थापना की गई थी। 10 अलग-अलग आकारों में महिलाओं के लिए रेडी-टू-वियर परिधान पेश करने से यह साबित होता है

नए स्टोर में सूट, साड़ियाँ, रेडीमेड ड्रेस, लहंगे और शानदार ब्राइडल कलेक्शन की विस्तृत श्रृंखला उपलब्ध है। चाहे आप किसी खास अवसर के लिए कुछ खूबसूरत या अपनी शादी के दिन के लिए परफेक्ट परिधान की तलाश कर रही हों, हिमायरा फ़ैशन हर उस महिला के लिए कुछ न कुछ पेश करता है जो शालीनता और परंपरा को महत्व देती है।

हम फैशन प्रेमियों और भावी दुल्हनों का स्वागत करते हैं, ताकि वे हमारे संग्रह को देख सकें और भारतीय शिल्प कौशल की सुंदरता का जश्न मनाने के लिए समर्पित एक स्थान पर व्यक्तिगत सेवा का अनुभव कर सकें। महेंद्र चौधरी, शबनम वालिया, शशांत वालिया, अंकित कटारिया मौजूद थे

 

बॉलीवुड और हॉलीवुड अभिनेत्री पूजा बत्रा ने देहरादून में दो दिवसीय फ्लो बाजार का उद्घाटन किया।

0

देहरादून,  फिक्की फ्लो के उत्तराखंड चैप्टर द्वारा आयोजित दो दिवसीय “फ्लो बाजार” का आज होटल अकेता, राजपुर रोड, देहरादून में प्रसिद्ध बॉलीवुड और हॉलीवुड अभिनेत्री पूजा बत्रा द्वारा उद्घाटन किया गया। फिक्की फ्लो, जो कि व्यवसाय और उद्यमिता में महिलाओं के सशक्तिकरण को बढ़ावा देने वाला एक राष्ट्रीय संगठन है, ने महिला-नेतृत्व वाले ब्रांडों को अपने उत्पादों को प्रदर्शित करने के लिए एक फ्लो बाजार के माध्यम से मंच प्रदान किया। इस आयोजन में प्रदर्शकों और आगंतुकों की उत्साही भागीदारी देखने को मिली, जिससे रविवार, 6 अक्टूबर को और भी अधिक गतिशील अनुभव की उम्मीद है।

 

कार्यक्रम की शुरुआत ओलंपस हाई स्कूल के छात्रों द्वारा प्रस्तुत सांस्कृतिक कार्यक्रम से हुई, जिनके नृत्य ने दर्शको को भाव विभोर किया । कार्यक्रम की मुख्य अतिथि, प्रसिद्ध बॉलीवुड और हॉलीवुड अभिनेत्री पूजा बत्रा ने दीप प्रज्जवलित कर अपने प्रसिद्ध गीत “ढोल बजने लगा” पर छात्राओं के साथ मंच पर एक सहज नृत्य में भाग लिया। इस अवसर पर बोलते हुए, उन्होंने कहा, “महिला उद्यमी समाज की प्रगति की रीढ़ हैं। उनकी रचनात्मकता, जुनून और दृढ़ संकल्प न केवल आर्थिक विकास को बढ़ावा देता है, बल्कि एक अधिक समावेशी और समृद्ध समाज को भी प्रेरित करता है। जब महिलाएं व्यवसाय में सफल होती हैं, तो समाज फलता-फूलता है। मुझे ख़ुशी है कि फिक्की फ्लो , उत्तराखंड चैप्टर ने मुझे फ्लो बाजार में आमंत्रित किया और मै उनका धन्यवाद करती हूँ। ”

 

यह कार्यक्रम फिक्की फ्लो उत्तराखंड चैप्टर की चेयरपर्सन डॉ. चारु चौहान और पूर्व इमिडिएट पास्ट चेयरपर्सन श्रीमती अनुराधा मल्ला के नेतृत्व में आयोजित किया गया। जिसमें फ्लो टीम के सदस्यों का सहयोग रहा। डॉ. गीता खन्ना , सीनियर वाइस चेयर, डॉ. मानसी रस्तोगी, सचिव, और श्रीमती त्रिप्ती बेहल वाइस चेयर, श्रीमती हरप्रीत कौर, ट्रेज़रर, श्रीमती निशा ठाकुर, जॉइन्ट, ट्रेज़रर एवं श्रीमती कंचन भोला, एग्जीक्यूटिव मेम्बर, फ्लो शामिल रही । महिलाओं द्वारा संचालित विविध ब्रांडों की प्रदर्शनी के साथ, यह आयोजन एक अनूठा खरीदारी और नेटवर्किंग अनुभव दिलाता है । पहले दिन आगंतुकों ने विभिन्न स्टॉल का आनंद लिया । फ्लो बाजार कल 6 अक्टूबर को भी रहेगा। आयोजक ने सभी लोगो से आग्रह किया है कि इन प्रेरक महिलाओं का समर्थन करने और जीवंत बाज़ार का प्रत्यक्ष अनुभव करने के लिए आमंत्रित करते हैं।

धस्माना ने बंसल दंपति के स्टार्ट अप का किया शुभारंभ

0

युवा उद्यमी स्टार्ट अप से रोजगार सृजन के स्रोत बन रहे हैं : धस्माना

देहरादून, प्रदेश व देश में पड़े लिखे युवा उद्यमी अपने कौशल और मेहनत से बेरोजगारी की लाइन में खड़े होने की बजाय आज रोजगार सृजनकर्ता बन रहे हैं और बहुत सारे उदाहरण देश में ऐसे हैं जहां देखने को मिलता है कि आई आई एम व आई आई टी सरीखे नामी प्रोफेशनल संस्थानों से पड़े लिखे युवा उद्यम के छेत्र में हजारों अन्य युवाओं को रोजगार देने वाले बन गए हैं यह बात आज सुद्धोवाला में युवा विशाल बंसल व उनकी धर्मपत्नी गौरी बंसल के द्वारा खोले गए मल्टी क्यूसीन रेस्तरां फ्रेंड्स एंड फ्लेवर का रिबन काट कर शुभारंभ करने के पश्चात मुख्य अतिथि उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने बंसल परिवार के सदस्यों को शुभकामनाएं व आयोजन में उपस्थित अतिथियों को संबोधित करते हुए कही।
उन्होंने कहा की आज के युग में कार्य कौशल का बड़ा महत्व है और अगर कार्य कौशल के साथ साथ युवा उच्च शिक्षा प्राप्त है तो वह अपने कार्य कौशल और शिक्षा के बल पर बड़े बड़े चमत्कार कर सकता है। इस अवसर पर भाजपा के वरिष्ठ नेता श्री विनय गोयल, जाने माने कवि एवं साहित्यकार राकेश जैन, तुला इंस्टीट्यूट के चेयरमैन सुनील जैन, अरविंद गुप्ता,सतीश बंसल , ललित नारायण मिश्रा,अमर खरबंदा,शादाब अली, आदि प्रमुख अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।

 

युवती से सामूहिक दुष्कर्म के मामले में कांग्रेस ने फूंका भाजपा सरकार का पुतला

देहरादून, जनपद केमरायपुर क्षेत्र में टाटा मैजिक में युवती से सामूहिक दुष्कर्म के मामले में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने महानगर कांग्रेस अध्यक्ष डॉ जसविंदर सिंह गोगी के नेतृत्व में एश्लेहॉल चौक पर राज्य की भाजपा सरकार के खिलाफ नारेबाजी की तथा भाजपा सरकार का पुतला फूंका।
गोगी ने कहा कि प्रशासन और कानून व्यवस्था के मामले में राज्य की भाजपा सरकार पूरी तरह असफल हो गई है। हर दिन महिलाओं के खिलाफ अपराध अनियंत्रित तरीके से बढ़ रहे हैं। अंकिता भंडारी से लेकर रुद्रपुर में नर्स से दुष्कर्म और हत्या का मामला फिर देहरादून के आईएसबीटी में हुई दुष्कर्म की घटना, और अब राज्य की राजधानी में टाटा मैजिक के अंदर दिन दहाड़े युवती से दुष्कर्म की घटना सामने आई है।
गोगी ने कहा कि भाजपा के शासन में अपराधी बेखौफ हैं और देवभूमि में डकैती से लेकर बलात्कार जैसे अपराध आये दिन सामने आ रहे हैं। गोगी ने कहा कि इस
जघन्य अपराध में शामिल लोगों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई हो। राज्य की राजधानी में, व्यस्त क्षेत्र में जहां पुलिस भी मौजूद रहती है बलात्कार जैसी घटना हुई है। धामी सरकार के लिए ये शर्म की बात है। इन लगातार घटनाओं का मतलब ये है कि मुख्यमंत्री का कानून व्यवस्था पर कोई नियंत्रण नहीं रह गया है। गोगी ने कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ता पीड़ित किशोरी को न्याय न मिलने तक चुप नहीं बैठेंगे।
इस दौरान प्रदेश उपाध्यक्ष पूरण सिंह रावत , मोहन थापली, सावित्री थापा, मनमोहन शर्मा ,ललित बदी, अभिषेक तिवारी , संजय गौतम ,लक्की राणा , शिवम् , सूरज छेत्री मुकीम अहमद ,मंजू चौहान ,वीरेंद्र पवार ,पूनम कंडारी, प्रदीप कुमार, निधि,नीरज, राम सिंह, वंदना, मीना ,शजाद अंसारी, रवि हसन,आदर्श ,अशोक कुमार ,हरिंद्र सिंह बेदी, शजाद अली,भूपेंद्र यादव, जुगल सिंह, निहूल सिंह आदि उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री धामी ने  किया पं.गोविन्द बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विवि पंतनगर में 116वां अखिल भारतीय किसान मेला एवं कृषि उद्योग प्रदर्शनी का शुभारंभ

0

देहरादून(आरएनएस)।   मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पं.गोविन्द बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय पंतनगर पहुँचकर 116वां अखिल भारतीय किसान मेला एवं कृषि उद्योग प्रदर्शनी का शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने विभिन्न स्टॉलों का निरीक्षण किया और हरेला उद्यान का वर्चुअल शुभारम्भ भी किया। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने विभिन्न जनपदों से आये प्रगतिशील कृषकों को स्मृति चिन्ह एवं प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने 116वां किसान मेला एवं कृषि उद्योग प्रदर्शनी की बधाई देते हुए कहा कि भारत में हरित क्रांति के अग्रदूत के रूप में अपनी एक अलग पहचान बनाने वाले गोविन्द बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में आकर उन्हें हर्ष का अनुभव हो रहा है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के किसान मेले प्रदेश के किसान भाईयों की उन्नति में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, क्योंकि इस प्रकार के कृषि मेलों के माध्यम से वैज्ञानिक, किसान एवं उद्यमी एक ही स्थान पर कृषि सम्बन्धी नवीनतम तकनीकों तथा विभिन्न जानकारियों का आदान-प्रदान कर सकते हैं। किसानों को उन्नत बीज, पौध, कृषि यंत्र और जैविक खाद सहित कृषि से जुड़ी सभी आवश्यक वस्तुएं एक ही स्थान पर मिल जाती हैं। उन्होंने आशा व्यक्त की कि इस मेले में उपलब्ध कराई जा रही तकनीकी जानकारियों से हमारे किसान अवश्य लाभान्वित होंगे।  मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रतिवर्ष आयोजित होने वाला यह मेला वास्तव में कृषि का एक ऐसा कुंभ है, जो किसानों को आधुनिक तकनीकी का बोध कराकर उन्हें समृद्ध बनाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश के किसानों को कुशल, समृद्ध और आधुनिक सुख-सुविधा युक्त बनाने के लिए व्यापक स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं। आज एक ओर उपज बढ़ाने के लिए तकनीकी के प्रयोग और नवाचार को बढ़ावा दिया जा रहा है, वहीं दूसरी ओर मोदी सरकार द्वारा किसानों को सभी प्रमुख फसलों पर बढ़ी हुई एम.एस.पी देकर किसानों की आय में बढ़ोत्तरी सुनिश्चित की जा रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों के प्रति मोदी जी की प्रतिबद्धता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इस बार जब उन्होंने प्रधानमंत्री पद की शपथ ली तो सबसे पहले उन्होंने किसान भाईयों को किसान सम्मान निधि आवंटित करने वाली फाइल पर हस्ताक्षर किए। किसान सम्मान निधि की योजना के जरिए आज उत्तराखंड के भी लगभग 8 लाख से अधिक किसानों को आर्थिक संबल मिल रहा है,  इतना ही नहीं, मोदी जी के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने पिछले दिनों किसान भाईयों का जीवन स्तर बेहतर करने और उनकी आय बढ़ाने के उद्देश्य से करीब 14 हज़ार करोड़ रुपये की लागत वाली कुल सात नई योजनाओं को भी मंजूरी दी है। जिन योजनाओं से किसानों को बड़े पैमाने पर लाभ मिलेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रेरणा से राज्य सरकार भी प्रदेश के किसानों के उत्थान एवं समृद्धि हेतु संकल्पित होकर निरंतर कार्य कर रही है। वर्तमान में प्रदेश में किसानों को तीन लाख रुपए तक का ऋण बिना ब्याज के दिया जा रहा है तथा किसानों को कृषि उपकरण उपलब्ध कराने के उद्देश्य “फार्म मशीनरी बैंक“ योजना के जरिये कृषि उपकरण खरीदने के लिए 80 फीसदी तक की सब्सिडी दी जा रही है। उन्होंने कहा कि गेहूं खरीद पर कृषकों को प्रति क्विंटल 20 रू. का बोनस दिया जा रहा है, गन्ने के रेट में भी 20 रूपए प्रति क्विंटल की बढ़ोत्तरी की गई है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा किसानों के लिए नहर से सिंचाई को बिल्कुल मुफ्त कर दिया गया है। चाय बागान धौलादेवी, मुन्स्यारी और बेतालघाट को जैविक चाय बागान के रूप में परिवर्तित किया जा रहा है। सगंध खेती को बढ़ावा देने के लिए 6 एरोमा वैली विकसित करने पर कार्य किये जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बार के बजट में 200 करोड़ रूपए का प्रावधान विशेष रूप से पॉलीहाउस निर्माण के लिए किया है, जिससे किसानों की आय बढ़ने के साथ ही रोजगार के साधन भी बढ़ेंगे। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्रों में वर्षा आधारित खेती को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए लगभग 1000 करोड़ रुपये की लागत से “उत्तराखंड क्लाइमेट रिस्पॉन्सिव रेन-फेड फार्मिंग प्रोजेक्ट“ भी स्वीकृत किया गया है। फलों के उत्पादन को बढ़ाने के लिए भी सरकार विभिन्न स्तर पर काम कर रही है, जिसके अंतर्गत सेब और कीवी का उत्पादन व्यापक स्तर पर बढ़ाने के उद्देश्य से राज्य में एप्पल और कीवी मिशन की शुरुआत की गई है। एप्पल मिशन के अंतर्गत सेब के बागान लगाने वाले किसानों को 80 प्रतिशत सब्सिडी दी जा रही है। कीवी के बगीचे स्थापित करने में भी सरकार हर संभव मदद कर रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पं.गोविन्द बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय “उन्नत कृषि-समृद्ध किसान“ के संकल्प को साकार करने के लिए निरंतर काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि यहां पर विकसित की गई फसलों, सब्जियों एवं फलों की विभिन्न प्रजातियां और अनेक उन्नत कृषि तकनीकें ना सिर्फ उत्तराखंड बल्कि पूरे देश के किसानों को फायदा पहुंचा रही हैं। आज आयोजित हो रहा यह किसान मेला निश्चित रूप से किसान भाईयों के उत्थान में अहम योगदान देगा।
पं.गोविन्द बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कुलपति डॉ. मनमोहन सिंह चौहान ने सभी अतिथियों व किसानों का स्वागत करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में प्रदेश विकास की ओर अग्रसर है तथा प्रदेश की जीडीपी भी तेजी से बढ़ी है। उन्होंने पंतनगर विश्वविद्यालय की प्रगति की जानकारी देते हुए कहा कि पूरे देश में दलहन की 28 बीज स्वीकृत हुए हैं जिसमें से 10 बीज पंतनगर विश्वविद्यालय के खाते में आये हैं। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय ग्लोबल बनने जा रहा है विगत दो वर्षों में विश्वविद्यालय द्वारा 7 एमओयू अंतरराष्ट्रीय स्तर के हुए हैं तथा विश्वविद्यालय द्वारा 300 कृषक प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किये गए हैं तथा ड्रोन व एआई तकनीक (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) पर भी विश्वविद्यालय द्वारा कार्य किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि बद्री गाय का क्लोन भी विश्वविद्यालय द्वारा तैयार किया जा रहा है।
इस अवसर पर विधायक शिव अरोड़ा, तिलक राज बेहड़, राज्य मंत्री अनिल कपूर डब्बू, पूर्व विधायक राजेश शुक्ला, जिलाध्यक्ष भाजपा कमल जिंदल, गुंजन सुखीजा, जिला महामंत्री भाजपा अमित नारंग, प्रदेश मंत्री विकास शर्मा, पूर्व जिलाध्यक्ष विवेक सक्सेना, उप महानिदेशक यूएस गौतम, मंडलायुक्त दीपक रावत, जिलाधिकारी उदय राज सिंह, एसएसपी मणिकांत मिश्र, मुख्य विकास अधिकारी मनीष कुमार, संयुक्त मजिस्ट्रेट आशिमा गोयल, एसपी सिटी मनोज कत्याल सहित अन्य जनप्रतिनिधि, अधिकारीगण व किसान आदि उपस्थित थे।

 

स्वर्गपुरी आश्रम में डॉ. महेश भंडारी के निधन पर श्रद्धांजलि सभा आयोजन

 

देहरादून, दून रेजीडेंट्स वेलफेयर फ्रंट के अध्यक्ष डा. महेश भंडारी के निधन पर शहर के सामाजिक लोगों ने शोक सभा आयोजित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी । डा. भंडारी ने शिक्षा के क्षेत्र में अपनी सेवाएं दी। रिटायर होने के बाद डालनवाला में रहने वाले डा. भंडारी ने सफाई, सुरक्षा, यातायात के मुद्दे पर मुखरता से आवाज बुलंद की।
संयुक्त नागरिक संगठन के महासचिव सुशील त्यागी ने जानकारी देकर बताया कि वह लंबे समय से गुर्दे एवं फेफड़ों की बीमारी से ग्रसित थे। पुणे में बेटी के पास रहकर अपना इलाज करा रहे थे। कई दिनों से एक अस्पताल में वेंटीलेटर पर थे।
डॉ. महेश भंडारी के निधन पर स्वर्गपुरी आश्रम रेसकोर्स में आयोजित श्रद्धांजलि सभा में उनके चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित करते हुए सामाजिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने अपने संदेश में डॉ. भंडारी की सेवाओं को अतुलनीय बताते हुए उनको दून का नवरत्न बताया।
सभा में विधायक खजान दास,हीरा सिंह बिष्ट, विनोद चमोली, ब्रिगेडियर केजी बहल, डॉ मुकुल शर्मा, चौधरी ओमवीर सिंह, मुकेश नारायण शर्मा, सुशील त्यागी, सूर्यकांत धस्माना, आशा टम्टा, जी एस जस्सल, आरिफ खान, नवीन सदाना, योगेश अग्रवाल, श्वेता राज तलवार, विशंभर नाथ बजाज, विकास दीवान, आशा मनोरमा डोबरियाल, कांति नंदा, पुनीत मित्तल आदि शामिल थे ।

 

नागरिकों को ‘मित्र हेल्पलाइन’ की मदद से मिलेगी कानूनी मदद, आईटीडीए ने पोर्टल व मोबाइल एप किया तैयार

“सरकारी विभागों से संबंधित शिकायतें भी करा सकेंगे दर्ज”

May be an image of 1 person and phone

देहरादून, अब प्रदेश में न्याय मित्र हेल्पलाइन की मदद से लोगों को कानूनी मदद मिल सकेगी। मुख्य सचिव के निर्देश पर आईटीडीए ने इसका पोर्टल व मोबाइल एप तैयार कर दिया है, जिसका उद्घाटन हाईकोर्ट की मुख्य न्यायाधीश रितु बाहरी ने किया।
न्याय मित्र के माध्यम से राज्य के नागरिक मुफ्त कानूनी सहायक ले सकेंगे। अपने मामले स्थायी लोक अदालतों में दर्ज करा सकेंगे। यह अगले दो माह में पूर्ण रूप से जनमानस के लिए मुहैया करा दिया जाएगा। हेल्पलाइन के माध्यम से न केवल कानूनी सहायता मिलेगी, बल्कि सरकारी विभागों से संबंधित शिकायतें भी दर्ज करा सकेंगे जो सीएम हेल्पलाइन पर भेज दी जाएंगी।

 

हिमालय एवं गंगा बचाओ अभियान : विधायक किशोर और संतों ने किया गंगा पूजन व दुग्धाभिषेकMay be an image of 2 people and temple

हरिद्वार, हिमालय बचाओ एंव गंगा बचाओ अभियान के तहत भाजपा विधायक किशोर उपाध्याय एवं संत समाज ने श्री चेतन ज्योति आश्रम के अध्यक्ष स्वामी ऋषिश्वरानंद महाराज के नेतृत्व में हर की पैड़ी ब्रह्म कुंड पर गंगा सभा पदाधिकारियों के साथ गंगा पूजन एवं दुगधाभिषेक कर विश्व कल्याण की कामना की।
मीडिया से बातचीत के दौरान भाजपा विधायक किशोर उपाध्याय ने कहा कि वर्तमान समय में हम सभी को गंगा एवं हिमालय के प्रति सजग रहकर इनके अस्तित्व को बचाने के लिए आगे आना होगा। ग्लेशियर लगातार तेजी से पिघल रहे हैं और गंगा का वेग लगातार घट रहा है। यदि इसी प्रकार गंगा का वेग घटता रहा और ग्लेशियर पिघलते रहे तो आने वाली पीढ़ी पर गौमुख से लेकर गंगासागर तक भयंकर संकट आ सकता है। उन्होंने कहा कि इस अभियान को लेकर राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से उनकी बातचीत हुई है और उन्होंने आश्वासन दिया है कि जल्द ही हरिद्वार से बुद्धिजीवी, समाजसेवी, डॉक्टर, वकील तथा विभिन्न संगठनों के लोगों को मिलाकर एक कमेटी तैयार की जाएगी जो हिमालय एवं गंगा बचाओ अभियान के तहत लोगों को जागरूक करने का कार्य करेगी।
श्री चेतन ज्योति आश्रम के अध्यक्ष स्वामी ऋषिश्वरानंद ने कहा कि राज्य सरकार को गंगा की स्वच्छता एवं अविरलता निर्मलता बनाए रखने के लिए कठोर कानून बनना चाहिए। देवभूमि आने वाला कोई भी व्यक्ति अथवा श्रद्धालु गंगा में गंदगी न फेंके और गंगा की निर्मलता व कोमलता बनी रहे। मिलजुलकर सभी के प्रयासों से हिमालय और गंगा का अस्तित्व बच सकता है हम सभी को इसके प्रति जागरूक होना होगा। साथ ही राज्य सरकार को भी विभिन्न कार्यक्रमों और एलईडी टीवी के जरिए लोगों को जागरूक करना होगा कि वह किसी भी प्रकार की पॉलिथीन पुराने वस्त्र अथवा सामग्री गंगा में प्रवाहित ना करें। संत समाज जल्द ही इसके लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मिलकर वार्ता करेगा।
युवा भारत साधु समाज के महामंत्री स्वामी रविदेव शास्त्री एवं गंगा सभा अध्यक्ष नितिन गौतम ने कहा कि मां गंगा करोड़ों श्रद्धालु भक्तों की आस्था का प्रतीक है गंगा की स्वच्छता एवं निर्मलता बनाए रखना हम सभी देशवासियों का कर्तव्य है। हम सभी की गंगा और पर्यावरण के प्रति आस्था और श्रद्धा बनी रहेगी तभी भाभी पीढ़ी का भविष्य सुरक्षित रहेगा। इस अवसर पर महंत श्रवण मुनि, महंत दिनेश दास, महंत ज्योतिर्मयानंद, स्वामी हरिहरानंद महंत सुतिक्षण मुनि,योगी आशुतोष, स्वामी गगनदेव गिरी, स्वामी प्रेमविक्रम सहित कई लोग मौजूद रहे।May be an image of 2 people and temple

धामी सरकार के तीन साल में बनाई 1481 किमी लंबी ग्रामीण सड़क

0

– इस अवधि में 519 नई सड़कों और 195 सेतुओं का निर्माण किया गया।

देहरादून(आरएनएस)।   पुष्कर सिंह धामी सरकार के तीन साल बेमिसाल के दौरान पीएमजीएसवाई में उत्तराखण्ड में कुल 1481 किमी लंबाई युक्त 519 सड़कों का निर्माण किया गया, जिस कारण 250 सौ से अधिक आबादी वाले 35 नए गांवों तक सड़क पहुंच पाई।  धामी सरकार के तीन साल के कार्यकाल में जहां योजना के तहत कुल 1481 किमी लम्बाई युक्त 519 नई सड़कों और 195 सेतुओं का निर्माण किया गया, वहीं पहले से निर्मित 159 किमी लंबी 61 ग्रामीण सड़कों का भी अपग्रेडेशन किया गया। इन सड़कों और पुलों के निर्माण पर कुल 2310 करोड़ रुपए व्यय किए गए। धामी सरकार के दौरान 250 से अधिक जनसंख्या की 35 बसावटों को सड़क से जोड़कर ग्रामीणों की आवाजाही सुगम की गई है। योजना के तहत प्रथम और दूसरे चरण के कार्य अब पूरे होने की स्थिति में पहुंच गए हैं, अब पीएमजीएसवाई तृतीय चरण के तहत पूर्व में निर्मित सड़कों के अपग्रेडेशन के लिए 1824 करोड़ रुपए की स्वीकृति भारत सरकार से मिल गई है, इसके तहत कुल 2288 किमी लंबी सड़कों का अपग्रेडेशन किया जाना है। इसके अलावा वाइब्रेंट विलेज योजना के तहत सड़क से वंचित आठ बसावटों को सड़क सम्पर्क से जोड़े जाने के लिए 119 करोड़ की स्वीकृति भारत सरकार से प्राप्त की गई है। इसके बाद प्रदेश में 150 से कम जनसंख्या की कुल 1796 बसावटें ही ऐसी रह गई हैं, जहां सड़क नहीं पहुंच पाई है।
प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना दिसम्बर, 2000 में केंद्र की तत्कालीन अटल बिहारी वाजपेई सरकार ने प्रारम्भ की थी। योजना का मुख्य उद्देश्य गांवों को सम्पर्क मार्गों से जोड़ना है। यह योजना 90 प्रतिशत केंद्र पोषित है, शेष दस प्रतिशत अंशदान राज्य सरकार का होता है। योजना के प्रारंभ होने से अब तक उत्तराखण्ड में कुल 2329 सड़कों और 312 पुलों का निर्माण पूरा कर लिया गया है। योजना पर अब तक कुल 10183 करोड़ रुपए खर्च हो चुके हैं, जिसके फल स्वरूप 250 से अधिक जनसंख्या वाली 1846 बसावटों को सड़क से जोड़ा जा चुका है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की प्रेरणा से गांवों को सड़कों से जोड़ने के लिए प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना पर तेजी से काम किया जा रहा है। सड़कें प्रगति का आधार होती हैं, इसलिए हमारी सरकार का संकल्प है कि प्रत्येक गांव तक सडक पहुंचे।  साथ ही सड़क मार्ग से वंचित शेष गांवों तक भी सड़क पहुंचाने के प्रयास किए जा रहे हैं।