Monday, June 9, 2025
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तड़के पांच बजे बजी साहब की घंटी, आनन-फानन में दौड़े अधिकारी

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-6 बजे गार्बेज प्वाइंट एवं वर्कशॉप पर पंहुचे डीएम, 32 वाहन नहीं हो पाए थे, डोर टू डोर कूड़ा उठान के लिए रवाना। कंपनी पर लगाया लाखों का जुर्माना

-कंपनी को कार्य प्रणाली से डीएम बेहद नाराज
-अपने प्रदर्शन में सुधार की समीक्षा का अंतिम अवसर
-डीएम की अपेक्षा/ निर्देशन के अनुरूप प्रदर्शन न कर पाने पर वापस लिया जा सकता संपूर्ण काम

देहरादून, तड़के पांच बजे अपर नगर आयुक्त, उप नगर आयुक्त नगर निगम के फोन पर बजी डीएम साहब की घंटी, तो आनन-फानन में दौड़े अधिकारी और सर्वे चौक पहुंचे।

जिलाधिकारी सविन बंसल ने आज औचक निरीक्षण कर कंपनियों के वर्कशॉप एवं निकासी स्थल पंहुचे। निर्धारित समय पर वाहन कूड़ा कलेक्शन हेतु ना निकलने पर पेनल्टी लगाने के निर्देश, वाहन के मूवमेंट के सत्यापन हेतु कार्मिकों की ड्यूटी लगाने के निर्देश, खराब वाहनों को ठीक कराने तथा संबंधित कंपनियों की आरसी काटने के निर्देश।
जिलाधिकारी ने शहर की सफाई व्यवस्थाओं के भ्रमण गार्बेज प्वाइंट भगत सिंह कॉलोनी पंहुचे। डीएम ने घंटाघर से सर्वे चौक, शस्त्रधारा रोड भगत सिंह कॉलोनी, माता मंदिर रोड, कारगी चौक का निरीक्षण कर कूड़ा उठान व्यवस्थाओं का जायजा लिया।
जिलाधिकारी ने आज नगर निगम देहरादून की सफाई व्यवस्था का प्रात: 6:00 बजे से द्वारा आकस्मिक निरीक्षण किया। निरीक्षण दौरान सबसे पहले ईकान एवं वाटर ग्रेस कंपनी के वर्कशॉप का निरीक्षण किया गया जिसमें 14 बहन पार्किंग में खड़े पाएं गए। इसके उपरांत लगभग 7:00 बजे आईटी पार्क के निकट इकॉन वाटर ग्रेस कंपनी की पार्किंग का औचक निरीक्षण किया गया निरीक्षण दौरान 18 वाहन डोर टू डोर कलेक्शन के खड़े पाएं गये जिसमें से पार्किंग एवं वर्कशॉप में 8 वाहन ब्रेकडाउन होना पाया गया तथा 24 वाहन पूर्व में दिए गए निर्देशों के क्रम में 7:00 बजे तक वार्डों में उपस्थिति देने के लिए प्रस्थान न पर 7:00 बजे तक पार्किंग स्थल पर ही खड़े पाए जाने पर जिला अधिकारी महोदय द्वारा घोर नाराजगी व्यक्त करते हुए इकान एवं वाटर ग्रेस कंपनी के विरुद्ध डोर टू डोर वाहन संचालन व्यवस्था सही न होने, यथा समय वाहनों को वार्डो में ना भेजने पर 60000 का जुर्माना लगाने के निर्देश दिए गए जिसके क्रम में दोनों कंपनियों के विरुद्ध जुर्माना लगाया गया। इसके उपरांत जिला अधिकारी महोदय द्वारा शहर में स्थित विभिन्न जीवीपी प्वाइंटों का औचक निरीक्षण किया गया जिसमें भगत सिंह कॉलोनी जीबी पॉइंट में काफी गंदगी पाई गई । इसके उपरांत सरस्वती विहार बायपास रोड जीवीपी पॉइंट का औचक निरीक्षण किया गया जिसमें सनलाइट कंपनी की छोटी डोर टू डोर वाहनों के द्वारा GVP पॉइंट से कूड़ा उठाया जाने पर घोर नाराजगी व्यक्त की गई तथा कंपनी के विरुद्ध 20000 का जुर्माना लगाने के निर्देश दिए गए दिए गए निर्देशों के क्रम में कंपनी के विरुद्ध 25000 का जुर्माना लगाया गया।

इसके उपरांत जिलाधिकारी द्वारा करगी ट्रांसफर सेंटर का औचक निरीक्षण किया गया औचक निरीक्षण दौरान तीनों कंपनियों का अत्यधिक कूड़ा एकत्रित होने साफ सफाई ठीक न रखने तथा कूड़े की गाड़ियां निर्धारित मानकों के विपरीत कूड़ा ट्रांसफर करने मुख्य मार्ग की तरफ व्यू कटर न लगाने पर तीनों कंपनियों के विरुद्ध 75000 का जुर्माना लगाने के निर्देश दिए गए इस प्रकार तीनों कंपनियों के विरुद्ध कार्यवाही करते हुए कल 180000/का जुर्माना लगाया गया जिसकी कटौती कंपनी के मासिक भुगतान पर करते हुए वसूली जाएगी किया गया निरीक्षण दौरान अपर नगर आयुक्त वीर सिंह बुदियाल उपनगर आयुक्त, गोपाल राम बिनवाल, वरिष्ठ सफाई निरीक्षक राजेश बहुगुणा राजेश पवार आदि उपस्थित रहे।

 

122 वीं जयंती पर याद किये गए लोक नायक जयप्रकाश नारायण

देहरादून, दून पुस्तकालय एवं शोध केंद्र तथा सर्वोदय मंडल देहरादून के संयुक्त तत्वाधान में भारत में सम्पूर्ण क्रान्ति के मसीहा लोक नायक जयप्रकाश नारायण की 122वीं जयंती का आयोजन दून पुस्तकालय के सभागार में किया गया । इसमें वक्ताओं ने लोक नायक जयप्रकाश नारायण के व्यक्तित्व और उनके कार्यों पर प्रकाश डाला. वक्ताओं ने उनसे जुड़े कई संस्मरण भी साझा किये l

कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के तौर पर बोलते हुए प्रमुख साहित्यकार, पत्रकार और थत्यूड़ (जौनपुर) विकास खंड के पूर्व प्रमुख सोमवारी लाल उनियाल ने जयप्रकाश नारायण के क्रांतिकारी और सर्वोदय में उनके योगदान को रेखांकित किया और गुजरात और बिहार आंदोलन में उनकी नेतृत्वकारी भूमिका तथा आपात काल के दौरान मीसा नजरबन्दी के दौरान खराब स्वास्थ्य के बावजूद जनता सरकार के गठन में उनकी भूमिका पर विस्तृत व भावपूर्ण प्रकाश डाला।
सह वक्ता के रूप में बोलते हुए समाज़वादी विचारक डॉ. सत्य नारायण सचान ने जयप्रकाश नारायण के नेतृत्व में भारतीय राजनीति में हुए क्रांतिकारी परिवर्तनों के पश्चात लोकतंत्र की पुनर्स्थापना में उनके अप्रतिम योगदान का स्मरण किया।
कार्यक्रम के प्रारंभ में एस.एम.जे.एन.पी.जी. कालेज के पूर्व प्राचार्य डॉ.अवनीत कुमार घिल्डियाल ने अपने बीज वक्तव्य को प्रस्तुत करते हुए जयप्रकाश नारायण के व्यक्तित्व और कृतित्व पर विस्तार पूर्वक जानकारी दी।
इस सभा का संचालन शहर के सुप्रसिद्ध अधिवक्ता हरवीर सिंह कुशवाहा ने किया.सभा के अंत में धन्यवाद ज्ञापन जिला सर्वोदय मंडल देहरादून के अध्यक्ष यशवीर आर्य ने दिया।

कार्यक्रम की समाप्ति पर भारत और उत्तराखंड़ की मशहूर गांधीवादी सर्वोदय सेविका शशि प्रभा रावत के निधन पर सर्वोदय मंडल की जिला मंत्री कुसुम रावत ने शोक प्रस्ताव पढ़ते हुए उनके त्याग तपस्या पूर्ण जीवन, उनकी सादगी और सर्वोदय के प्रति आजीवन समर्पण और निष्ठा का स्मरण दिलाया।उपस्थित लोगों ने शशि प्रभा रावत को मौन श्रद्धांजलि दी।

कार्यक्रम में सर्वोदय विचारों के प्रवर्तक डॉ. विजय शंकर शुक्ल ने भी विचार रखे.कार्यक्रम में राजेन्द्र गुप्ता,राम चन्द्र यादव, नीरू शर्मा,इन्दु शुक्ला,रश्मि, के. बी. नैथानी,पैन्यूली,नवीन मित्तल,सुरेंद्र सिंह ,जयप्रकाश दिनकर, चंद्रशेखर तिवारी, राकेश कुमार, देवेंद्र कांडपाल, शैलेन्द्र नौटियाल, सहित कई गणमान्य व्यक्ति,लेखक, साहित्यकार व युवा पाठक उपस्थित रहे।

हेल्थ एजुकेटेड विलेजेज योजना पर फिलहाल लगा पलीता

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-अनुपस्थित कार्मिकों का रोके एक दिन का वेतन
-जिला पंचायत सदन में देंगे धरना आवश्यक हुआ तो जाएंगे हाईकोर्ट

मुनस्यारी, जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया की अनूठी पहल पर प्रस्तावित 14 ग्राम पंचायतों को हेल्थ एजुकेटेड विलेजेज बनाए जाने की योजना पर पलीता लग गया। खेतभराड में निर्वाचित जनप्रतिनिधि दो घंटे इंतजार करते रहे।अपेक्षित कार्मिक कार्यशाला में नहीं आए।
जिला पंचायत सदस्य ने सदन में स्वास्थ्य विभाग के खिलाफ अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन की जाने की धमकी दी है। साथ ही सीएमओ को पत्र लिखकर अनुपस्थित कार्मिकों का एक दिन का वेतन रोकने का पत्र 24 घंटे के भीतर जारी करने को कहा l जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया शिक्षा तथा स्वास्थ्य के अलावा स्वरोजगार के क्षेत्र में लगातार नवाचार कर रहे है।
इसी क्रम में विकासखंड के 14 गांव को हेल्थ एजुकेटेड विलेजेज बनाए जाने के लिए तीन स्थानों पर कार्यशाला प्रस्तावित थी। इस योजना की थीम है कि बीमार होने से पहले अस्पताल आइए।
थीम में एक स्वस्थ ग्राम पंचायत की परिकल्पना की गई है। पहली कार्यशाला में न्याय पंचायत बांसबगड के खेत भराड के पंचायत घर में 2 घंटे इंतजार करने के बाद भी कोई कार्मिक नहीं पहुंचा।
उसके बाद निर्वाचित जनप्रतिनिधियों को निराश होकर वापस लौटना पड़ा। जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को ईमेल के माध्यम से पत्र भेजकर निर्गमन कार्मिकों का एक दिन का वेतन काटने का आदेश 24 घंटे के भीतर निर्गत किए जाने की मांग की। उन्होंने कहा कि अगर यह आदेश उनके पास नियत समय पर नहीं पहुंचा तो वह सक्षम अधिकारियों से मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा इस तरह के लापरवाह वेतन तथा मानदेय भोगी कार्मिकों को संरक्षण दिए जाने की शिकायत करेंगे।
इसी के साथ इस पत्र पर अनुपालन करने के लिए उच्च न्यायालय में जनहित याचिका भी दायर करेंगे। उन्होंने कहा कि जिला पंचायत सदन की आगामी बैठक में मुख्य चिकित्सा अधिकारी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन कालीन धरना दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि एक समूह जो सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मुनस्यारी को अव्यवस्थाओं का केंद्र बन चुका है। उन पर तत्काल कार्रवाई की जाने की मांग को लेकर लगातार पत्र प्रेषित कर रहे है। उस पर कार्यवाही जिला स्तर पर नहीं हुई तो के वह शीघ्र ही देहरादून जाएंगे और स्वास्थ्य मंत्री के आवास पर अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठेंगे।
उन्होंने कहा कि जनता ने हम प्रतिनिधियों को इन अधिकारी और कर्मचारियों से कार्य करवाने के लिए कुर्सी में बैठाया है। वह उसे कर्तव्य को निभाते रहेंगे।

वरिष्ठ जन ही परिवार तथा संस्कृति के स्तंभ: प्रो बत्रा

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हरिद्वार (कुलभूषण ) एस. एम. जे. एन. पी.जी. कॉलेज में गरबा के रंग, डांडिया के संग कार्यक्रम का आयोजन बड़े हर्षौल्लास के साथ किया गया। यह कार्यक्रम कॉलेज के आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ तथा यूको बैंक गोविंदपुरी के संयुक्त तत्वाधान में मनाया गया। इस अवसर पर गरबा डांडिया प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया, जिसमें युवा प्रतिभागियों ने समूह नृत्य प्रस्तुत किया। इस प्रतियोगिता में टीम स्टार (अंशिका, इशिका आयुषी , विभि) ने प्रथम स्थान, टीम क्लासिक (वृंदा, देवीका, शगुन खुशी) ने द्वितीय स्थान, टीम मेपल(अलिस्बा, ललिता, चमन, प्रांजल) की टीम ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।
डांडिया गरबा प्रतियोगिता के निर्णायक मंडल में डॉ अमित मल्होत्रा , श्रीमती रुचिता सक्सेना, डॉ रजनी सिंघल, डॉ रेनू सिंह, डॉ पूर्णिमा सुंदरियाल, डॉ वंदना सिंह , डॉ पुनीता शर्मा, डॉ पद्मावती तनेजा आदि ने मुख्य भूमिका निभाई।
कॉलेज के प्राचार्य एवं मुख्य अतिथि श्रीमती कमला कालरा द्वारा सभी टीमों को पुरस्कृत भी किया गया। इस अवसर पर यूको बैंक गोविंदपुरी के प्रबंधक श्री दिनेश शर्मा जी ने युवाओं द्वारा दी गई प्रस्तुतियों की सराहना की और विजेताओं को बधाई दी। कार्यक्रम में उपस्थित हरिद्वार नागरिक मंच के संस्थापक सदस्य सतीश जैन ने कहा कि एस एम जे एन कॉलेज प्रो बत्रा के नेतृत्व में उच्च शिक्षा के साथ साथ समसामयिक विषयों पर भी उत्कृष्ट कार्य कर रहा हैं। इस अवसर सतीश जैन ने युवाओं के साथ अपने अनुभवों को साझा किया
गरबा महोत्सव के अवसर पर जहां एक ओर युवाओं ने अहम भागीदारी निभाई वही दूसरी ओर वरिष्ठजनों ने भी गरबा महोत्सव में उपस्थित हो कार्यक्रम में चार चांद लगा दिये। इस अवसर पर मुंबई से कार्यक्रम में सम्मिलित होने आयी श्रीमती कमला कालरा ने युवाओं को अपना आशीर्वाद देते हुए कहा कि त्योहारों पर दिखने वाली ये चमक आप जैसे चमकते दियों से ही रोशन होती हैं। कार्यक्रम में उपस्थित वरिष्ठजनों में श्री होशियार सिंह तथा श्री अश्वनी कुमार जगता ने भी गरबा डांडिया संध्या का आनंद लिया। कार्यक्रम में कॉलेज के प्राचार्य प्रो सुनील कुमार बत्रा ने कहा कि युवाओं में भारतीय संस्कृति तथा परंपराओं को जीवित रखने के लिए ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन बहुत आवश्यक हैं जिनमें परिवार के वरिष्ठ जन भी उपस्थित हो। उन्होंने कहा कि वरिष्ठजन न केवल हमें परंपराओं से जोड़े रखने में सक्षम होते हैं अपितु हमारी संस्कृति और संस्कार के मजबूत स्तंभ के रूप में कार्य करते हैं। कार्यक्रम में वरिष्ठजनों का सम्मान करते हुए आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ के समन्वयक डॉ संजय माहेश्वरी ने कार्यक्रम में उपस्थित होने के लिए वरिष्ठजनों का हृदय से आभार व्यक्त किया।
कार्यक्रम में प्रतियोगिता के पश्चात महाविद्यालय के सभी प्राध्यापको तथा प्राध्यापिकाओं ने भी डॉ अमिता मल्होत्रा,चारु, इशिका के गीतों एवं भजनों पर गरबे की ताल के साथ डांडिया किया। कार्यक्रम में मंच संचालन प्रशिक्षु गौरव बंसल एवं अर्शिका द्वारा किया गया।
कार्यक्रम में प्रो तेजवीर सिंह तोमर, डॉ मनमोहन गुप्ता, डॉ नलिनी जैन, प्रो विनय थपलियाल, प्रो जे सी आर्य, डॉ शिवकुमार चौहान, डॉ एम के सोही, डॉ विनीता चौहान, वैभव बत्रा, श्री विनीत सक्सेना, श्री यादवेंद्र सिंह आदि उपस्थित रहे।

 

गुरुकुल कांगड़ी विद्यालय में प्रारंभ हुई विजयादशमी क्रीडा प्रतियोगिता

हरिद्वार (कुलभूषण ) गुरुकुल कांगड़ी विद्यालय हरिद्वार की परंपरागत विजयादशमी क्रीडा प्रतियोगिता का मशाल प्रज्वलित कर एवं छात्रों को शपथ दिलाकर हर्षोउल्लास के साथ प्रारंभ हुआ प्रतियोगिता का उद्घाटन गुरुकुल के मुख्याधिष्ठाता डॉ0 दीनानाथ शर्मा ने किया।उन्होंने छात्रों को बधाई देते हुए खेल को जीवन का महत्वपूर्ण अंग बताया तथा गुरुकुलीय शिक्षा को शारीरिक, आत्मिक उन्नति का मूल बताया। उन्होंने छात्रों को खेल भावना से खेलने की प्रेरणा मुख्याध्यापक का डॉ0 विजेंद्र शास्त्री ने कहा कि गुरुकुल में विजयदशमी क्रीडा प्रतियोगिता प्रतिवर्ष आयोजित होती है ।जिसमें छात्र अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करते हैं ।उन्होंने बताया कि गुरुकुल के छात्र ब्लॉक, जनपद एवं प्रदेश स्तर पर चयनित होकर प्रतिवर्ष विद्यालय का गौरव बढ़ाते हैं ।योग में गुरुकुल के छात्र राष्ट्रीय स्तर तक उत्तराखंड देवभूमि का प्रतिनिधित्व करते हैं ।इस अवसर पर त्रिभाषा भाषण प्रतियोगिता के संयोजक डॉo योगेश शास्त्री ने बताया कि प्रतियोगिता में दलगत प्रथम स्थान तीनों भाषाओं में गुरुकुल कांगड़ी विद्यालय का रहा। गुरुकुल कांगड़ी विद्यालय पांचवी बार लगातार इस पुरस्कार को प्राप्त करने वाला विद्यालय बना ।द्वितीय पुरस्कार डी पी एस बी एच एल तृतीय कन्या गुरुकुल देहरादून चतुर्थ सरस्वती विद्या मंदिर मायापुर तथा पांचवा बी एम मुंजाल ने प्राप्त किया। गुरुकुल कांगड़ी विद्यालय हरिद्वार के छात्र समीर राज ने संस्कृत भाषा सर्वोत्तम वक्ता का पुरस्कार प्राप्त किया। वहीं अंग्रेजी में भी गुरुकुल कांगड़ी विद्यालय के ऋषि गौतम ने प्रथम स्थान तथा कार्तिक पुरी ने हिंदी में द्वितीय स्थान प्राप्त किया।

विजयी प्रतिभागियों को व्यक्तिगत एवं दलगत पुरस्कार प्रदान किए गए ।आज विजयदशमी प्रतियोगिता के उद्घाटन सत्र में विजयी छात्रों ने विजयी ट्रॉफी गुरुकुल के मुख्याधिष्ठाता डॉoदीनानाथ शर्मा को प्रदान की ।विजयदशमी प्रतियोगिता के संयोजक लोकेश शास्त्री एवं सहसंयोजक धर्म सिंह ने बताया कि प्रतियोगिता का समापन 11 अक्टूबर को प्रातः 11:00 बजे होगा ।जिसमें विजयी छात्रों को पुरस्कार, मेडल, ट्रॉफी एवं प्रमाण पत्र प्रदान किए जाएंगे ।प्रतियोगिता में जितेंद्र वर्मा ,अशोक कुमार, डॉo हुकुमचंद ,अश्वनी कुमार, डॉo बृजेश विद्यालंकर ,वेदपाल सिंह, अमित कुमार ,राजकमल, अशोक कुमार, दीपकमल, विजय कुमार ,गौरव शर्मा, धर्मेंद्र आर्य ,मामराज, धीरज दत्त कौशिक, तुषार सिंह ,योगेश शर्मा एवं समस्त अधिष्ठातागण उपस्थित रहे ।कार्यक्रम का संचालन पी.टी.आई लोकेश शास्त्री ने किया।

राज्य में आर्थिकी एवं पारिस्थितिकी में संतुलन हेतु  मुख्यमंत्री ने किया ‘त्रि-स्तम्भीय और नौ-सूत्रीय रणनीति कार्यक्रम का शुभारंभ

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देहरादून(आरएनएस)।  मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य में आर्थिकी और पारिस्थितिकी में संतुलन के लिए ‘त्रि-स्तम्भीय और नौ-सूत्रीय रणनीति कार्यक्रम का शुभारंभ किया। राज्य में ईकोलॉजी और इकोनॉमी में संतुलन के लिए मुख्यमंत्रीपुष्कर सिंह धामी के मार्गदर्शन में नियोजन विभाग द्वारा तीन स्तंभों समुदाय सशक्तिकरण अभियान, नवाचार एवं तकनीकी अभियान तथा वित्तीय स्वायत्तता एवं साक्षरता अभियान पर रणनीति बनाई गई है।
मुख्यमंत्रीपुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रधानमंत्रीनरेन्द्र मोदी के विकसित भारत के संकल्प को पूर्ण करने के लिए हम सबको अपना विशेष योगदान देना है। राज्य सरकार द्वारा विकास के साथ ही पर्यावरण संतुलन पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। उन्होंने सभी विभागों से अपेक्षा की है कि आज जो ‘त्रि-स्तम्भीय और नौ-सूत्रीय रणनीति कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया है, इस पर सभी विभाग तेजी से कार्य करेंगे। सभी विभागों को नवरात्रि के पावन पर्व पर संकल्प लेकर राज्य में आर्थिकी एवं पारिस्थितिकी में संतुलन बनाकर कार्य करने की दिशा में आगे बढ़ना है।
राज्य की आर्थिकी एवं पारिस्थितिकी में संतुलन के लिए प्रत्येक स्तम्भ के लिए तीन सूत्रीय रणनीति बनाई गई है। पहले स्तम्भ समुदाय सशक्तिकरण अभियान के तहत तीन सूत्र पारंपरिक प्रथाओं का पुनरावर्तन, उचित उपभोग हेतु व्यवहार परिवर्तन एवं युवाओं का कौशल उन्नयन है। दूसरे स्तम्भ नवाचार एवं तकनीकी अभियान के तहत तीन सूत्र ग्रीन टेक्नोलॉजी को प्रोत्साहन, तकनिकी आधारित त्वरित समाधान एवं सर्कुलर इकॉनमी का अंगीकरण है। तीसरे स्तम्भ वित्तीय स्वायत्तता एवं साक्षरता अभियान के तहत तीन सूत्र ग्रीन प्रैक्टिसेज का मानकीकरण, कार्बन क्रेडिट हेतु सहभागिता एवं सतत परियोजनाओं हेतु ब्रिज फंडिंग की रणनीति है।
इस अवसर पर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, अपर मुख्य सचिवआनंद बर्द्धन, प्रमुख सचिव न्यायप्रदीप पंत, प्रमुख सचिवआर.के सुधांशु,एल. फैनई, सचिवशैलेश बगोली,दिलीप जावलकर, डॉ. बी.वी.आर.सी. पुरुषोत्तम, डॉ.पंकज कुमार पाण्डेय,चन्द्रेश यादव,वी. षणमुगम,विनोद रतूड़ी, निदेशक अभियोजनपी.वी.के प्रसाद, अपर सचिवविजय जोगदंडे, अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी सीपीपीजीजी डॉ. मनोज पंत एवं संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।

नकली नोट गिरोह का भंडाफोड़, पुलिस ने सुनार सहित दो को किया गिरफ्तार

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नैनीताल, जनपद पुलिस ने नकली नोट गिरोह का भंडाफोड़ करते हुये दो लोगोें को हजारो की नगदी सहित गिरफ्तार कर लिया है। गैंग का मास्टर मांइड एक सुनार है जो यूपी से भी कई मामले में फरार चल रहा है।
मिली जानकारी के अनुसार हल्दूचौड़ पुलिस को सूचना मिली कि दो युवक नकली नोट की खेप को लेकर आ रहे हैं। सूचना मिलते ही पुलिस सक्रिय हुई और छानबीन शुरू कर बेरीपडाव में दो युवाओं को गिरफ्तार किया गया। तलाशी लेने पर युवकों के पास से पुलिस ने 9 हजार 800 सौ रुपये नकली नोट बरामद हुए।
पुलिस क्षेत्राधिकारी नितिन लोहनी ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों में से एक लालकुआं का जाना माना ज्वेलर्स शुभम वर्मा है, जो इस काम का सरगना है। इसके अलावा पुलिस ने अन्य युवक राजू को भी गिरफ्तार किया है। बताया कि आरोपी नकली नोट कहां से लेकर आए और कहां चलाते हैं, इसकी पूछताछ की जा रही है। बताया जा रहा कि पकड़ा गया मुख्य आरोपी सुनार पूर्व में उत्तर प्रदेश बहेड़ी क्षेत्र में नकली सोना बेचने और खरीदने के मामले में फरार चल रहा था। मास्टरमाइंड ज्वेलर्स उत्तर प्रदेश के बरेली, बहेड़ी, मुरादाबाद के क्षेत्रों में कई सुनारों को चूना लगा चुका है।

नाबालिक से दुष्कर्म पर फूटा जनाक्रोश, सड़कों पर उतरे लोग, कर्णप्रयाग का बाजार भी बंद

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‘आरोपी युवक गिरफ्तार, क्षेत्र में भारी तनाव, वीडियो बनाकर धमकियां दे रहा था आरोपी’

चमोली (कर्णप्रयाग), पहाड़ महिलाओं और लड़कियों से छेड़छाड़ और दुष्कर्म की घटना रूकने का नाम नहीं ले रही, ताजा मामला चमोली जनपद के थराली का है जहां एक नाबालिक लड़की के साथ पहले दुष्कर्म करने और उसका वीडियो बनाकर सार्वजनिक करने के आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है लेकिन इस मामले का पता चलने के बाद थराली और कर्णप्रयाग में तनाव का माहौल बना हुआ है। लोग सड़कों पर उतर आए हैं तथा बाजार बंद हो गया है।
मिली जानकारी के अनुसार आरोपी युवक नाई की दुकान चलाता है और अन्य समुदाय का है। युवक द्वारा 6 माह पहले लड़की से दोस्ती की गई और फिर उसके साथ शारीरिक संबंध बनाए गए। आरोपी ने लड़की के साथ दुष्कर्म का आपत्तिजनक वीडियो बनाया और फिर उसे डराया—धमकाया जाने लगा। बताया जा रहा है कि लड़की ने जब उसकी बात मानने से मना किया तो उसका वीडियो वायरल करने की धमकियां दी जाने लगी तब इस मामले का खुलासा तीन—चार दिन पूर्व हो सका। जिसके बाद परिजनों की तहरीर पर पुलिस ने आरोपी युवक दिलबर खान को गिरफ्तार कर लिया है।
मामले की खबर जब कुछ हिंदू संगठनों व क्षेत्र के अन्य लोगों को हुई तो वह आज सड़कों पर उतर आए तथा आरोपी की दुकान में तोड़फोड़ और आग लगाने का प्रयास भी किया। मौके पर पहुंची पुलिस ने मामले को शांत कराना चाहा तथा लोगों को आरोपी युवक को गिरफ्तार करने की जानकारी दी गई लेकिन लोगों में भारी गुस्सा व आक्रोश देखा गया जिसके मद्देनजर क्षेत्र में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया। इस मामले की आग थराली से कर्णप्रयाग तक जा पहुंची है तथा यहां भी लोगों ने बाजार बंद करा दिया और पुलिस प्रशासन के खिलाफ आंदोलन शुरू कर दिया है। क्षेत्र वासियों का कहना है कि अभी पुरोला की घटना को लेकर इतना बवाल हुआ था फिर भी अन्य राज्यों के गैर हिंदू संप्रदाय के लोग पहाड़ पर मौजूद हैं जिन्हें बाहर नहीं किया जा रहा है।
बीते समय में तमाम ऐसी घटनाओं के बाद पुलिस द्वारा सभी जिलों में वेरीफिकेशन ड्राइव चलाया जा रहा है तथा ऐसे संदिग्ध लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है लेकिन घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं जिससे स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश है। समाचार लिखे जाने तक क्षेत्र में भारी तनाव था लोग सड़कों पर है तथा भारी संख्या में पुलिस की तैनाती है।

गढ़वाली भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल किया जाना चाहिए : एम.एस. रावत

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पौड़ी, आयोजित दो दिवसीय अखिल भारतीय गढ़वाली भाषा व्याकरण, मानकीकरण को लेकर हुई कार्यशाला में विभिन्न जगहों से साहित्यकारों ने गढ़वाली भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची शामिल करने की जौरदार पैरवी की, श्रीनगर में दो दिन चले इस मंथन के द्वितीय दिन की अध्यक्षता करते हुए दिल्ली में गढ़वाली, कुमाउनी, जौनसारी अकादमी के पूर्व उपाध्यक्ष, मयूर पब्लिक स्कूल दिल्ली केे चेयरमैन मनवर सिंह रावत ने की, अपने उद्बोधन में उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि भारत सरकार को गढ़वाली भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल कर देना चाहिए। उन्होंने कहा कि गढ़वाली लगभग एक हजार साल पुरानी भाषा है और इसमें प्रचुर साहित्य है। शब्दकोष से लेकर साहित्य की हर विधा में लगातार काम हो रहा है। इसलिए अब समय आ गया है कि साहित्य बिरादरी व समाज को भी इस दिशा में आगे आना होगा। जब गढ़वाली भाषा संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल होगी तभी रोजगार परक बनेगी।
रावत ने कहा कि उत्तराखण्ड लोक-भाषा साहित्य मंच दिल्ली लगातार अपने भाषाई सरोकारों के प्रति सजग है तथा लगातार दिल्ली समेत उत्तराखण्ड के दूरस्थ क्षेत्रों में अपनी भाषा के प्रति लोगों को जोड़ रहा है। खासकर नई पीढ़ी को अपनी भाषा, साहित्य से जोड़ने का प्रयास सराहनीय है। उन्होंने कहा कि जैसा काम उत्तराखण्ड लोक-भाषा साहित्य मंच दिल्ली कर रहा है वैसा काम उत्तराखण्ड में रह रहे साहित्यकार और भाषाई सरोकारों के लिए बने संगठन क्यों नहीं कर रहे हैं? इस बारे में समाज को सोचना होगा।
मनवर सिंह रावत ने कहा कि उत्तराखण्ड लोक-भाषा साहित्य मंच दिल्ली के संयोजक वरिष्ठ साहित्यकार दिनेश ध्यानी, रमेश चन्द्र घिल्डियाल, दर्शन सिंह रावत, जयपाल सिंह रावत, सुशील बु़डाकोटी शैलांचली, पयाश पोखड़ा, दीनदयाल बन्दूणी, जगमोहन सिंह रावत जगमोरा, गिरधारी रावत, द्वारिका भट्ट, प्रदीप सिंह रावत खुदेड़, द्वारिका चमोली, भगवती प्रसाद जुयाल समेत कई साहित्यकार हैं जो उत्तराखण्ड लोक-भाषा साहित्य मंच दिल्ली के साथ मिलकर लगातार काम कर रहे हैं। दिल्ली एनसीआर में मंच द्वारा ग्रीष्मकालीन कक्षाओं का संचालन बताता है कि इन लोंगों को अपनी भाषा सरोकारों की कितनी चिन्ता है। 5 और 6 अक्टूबर को आयोजित इस कार्यशाला में नई पीढ़ी को भाषा सिखाने हेतु मंच की सक्रियता का ही परिणाम है कि हमारे नौनिहाल लगातार भाषा सीख रहे हैं। रावत ने कहा कि उत्तराखण्ड लोक-भाषा साहित्य मंच दिल्ली का यह प्रयास अपने आप में सराहनीय है। किसी भी संगठन के द्वारा हेमवती नन्दन बहुगुणा केन्द्रीय विश्व विद्यालय में इस प्रकार का विराट आयोजन अपने आप में निराला है और किसी भी संगठन ने अभी तक इस प्रकार का साहस नही किया। इसके लिए उत्तराखण्ड़ लोक-भाषा साहित्य मंच दिल्ली तो बधाई का हकदार है ही साथ ही हेमवती नन्दन बहुगुणा केन्द्रीय विश्व विद्यालय श्रीनगर की कुलपति प्रोफेसर अन्नपूर्णा नौटियाल जी का भी हम धन्यवाद करते हैं जिन्होंने इस भव्य आयोजन की अनुमति मंच को दी तथा हर प्रकार से सहयोग किया। ऐसे आयोजन लगातार होने चाहिए तभी नई पीढ़ी अपनी भाशा, संस्कृति व सरोकारों से अच्छे से जुड़ पायेगी। रावत ने कहा कि दिनेश ध्यानी का उत्साह और किसी भी बड़े से बड़े काम को करने का जज्बा काबिले तारीफ है। अन्यथा दिल्ली में रहकर श्रीनगर गढ़वाल में इतना बड़ा आयोजन करना आम आदमी के बूते की बात नहीं है। इसके लिए ध्यानी जी की पूरी टीम भी बधाई की पात्र है।
रावत ने कहा कि जब मैं दिल्ली में गढ़वाली, कुमाउनी, जौनसारी भाषा अकादमी का उपाध्यक्ष था तो मैंने कई काम शुरू कि जिससे हमारे साहित्यकारों को लाभ हो तथा हमारी भाषा का प्रचार, प्रसार हो व लोगों में जागरूकता आये। लेकिन कुछ काम अधूरे रह गये थे जिनको मैं अपने स्तर पर पूरा करने का प्रयास कर रहा हूं। उन्हौंने बताया कि हमने साहित्य सम्मान शुरू किये हैं तथा आने वाले समय में हमारा प्रयास है कि दिल्ली में एक पुस्तकालय की स्थापना हो जिसमें हर प्रकार का साहित्य हो ताकि लोगों को किताबें ढूंढने मे परेशानी न हो।
रावत ने कहा कि इस कार्यशाला में सुप्रसिद्व लोकगायक नरेन्द्र सिंह नेगी की उपस्थिति भी इंगित करती है कि इस आयोजन के प्रति हमारे लोक गायक और कलाकार भी कितने सजग और जुडे हुए हैं। उन्हौंने कहा कि नरेन्द्र सिंह नेगी की गीतों को सुनकर और गुनगुनाकर एक पीढ़ी जवान हुई है इसलिए नेगी जी के साथ अन्य कलाकारों को भी अपनी भाषा के प्रति सजग होकर आगे आना चाहिए।
ज्ञातव्य हो मनबर सिंह रावत दिल्ली एनसीआर में जानेमाने उद्यमी हैं तथा मयूर पब्लिक स्कूल के माध्यम से जहां उन्हौंने कई लोगों को रोजगार दिया है वहीं अपने स्कूल के माध्यम से खेल में भी प्रतिभाओं को निखारने का काम लगातार कर रहे हैं।
सामाजिक क्षेत्र में भी मनबर सिंह रावत का योगदान सराहनीय है। दिल्ली स्थित गढ़वाल भवन, गढ़वाल हितैषिणी सभा जो कि सौ साल पूरा कर चुकी है उसके आजीवन सदस्य हैं तथा पूर्व में कई पदों पर रहते हुए वर्तमान में सलाहकार मण्डल के सदस्य हैं। उत्तराखण्ड लोक-भाषा साहित्य मंच दिल्ली की इस कार्यषाला के लिए वै दिल्ली से विशेष रूप से चौरास श्रीनगर आये थे।
रावत ने कहा कि हमारी भाषा ही हमारी पहचान है और इसके बिना हमारी पहचान कायम नहीं रह सकती है। इसलिए आज हमें अपने आर्थिक विकास के साथ-साथ अपनी भाषा और संस्कृति का विकास भी करना होगा। इस कार्यशाला में श्रीनगर के शोधछात्रों की भागीदारी से भी श्री रावत काफी खुश थे। उन्होंने कहा कि युवापीढ़ी की यह भागीदारी इस आयोजन को सफलता को मंजिल तक ले जाती है। हमारी नौजवान पीढ़ी अगर अपने भाषाई सरोकारों से जुड़ेगी तो निश्चिंत ही हमारी भाषा का भविष्य उज्वल होगा। रावत ने कहा कि अगर हर तरफ इस प्रकार के आयोजन होते रहने चाहिए और निरन्तर होते रहेंगे तो सरकार को भी समाज की सजगता के आगे उनकी बात को मानना पड़ेगा।
इसलिए अब श्रीनगर हेमवती नन्दन बहुगुणा केन्द्रीय विश्व विद्यालय से जो आवाज उत्तराखण्ड लोक-भाषा साहित्य मंच ने दी है उसे रूकना नहीं चाहिए तथा गढ़वाली भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल किया जाना चाहिए।

घंटाघर समेत छह चौराहों पर धरना-प्रदर्शन और शोभायात्रा पर लगी रोक, आदेश हुये जारी

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-शहर में जनमानस को सुगम सुविधा मुहैया कराना पहली प्राथमिकताः डीएम

देहरादून, जिलाधिकारी सविन बंसल ने गांधी पार्क और घंटाघर समेत छह चौराहों पर धरना-प्रदर्शन और शोभायात्रा निकालने पर प्रतिबंध लगा दिया है।
शहर क्षेत्र के प्रमुख चौराहों पर आये दिन प्रदर्शन, जुलूस, शोभायात्रा, रैली के कारण शहर के प्रमुख चौराहों पर जाम की स्थिति बनी रहती थी, जिसका प्रभाव सबसे अधिक प्रमुख मार्गों एवं चौराहों के आस-पास के यातायात पर पड़ता है, जिसके कारण चौराहों के चारों ओर का मार्ग पूर्णतः अवरूद्ध हो जाता है।
जिलाधिकारी एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा संयुक्त रूप से विस्तृत मंथन के उपरान्त शहर में वर्षों से चली आ रही समस्या को गंभीरता से लेते हुए जन मानस के हित में शहर के प्रमुख 6 चौराहों पर नई व्यवस्था बनाई गई, जिसके तहत प्रमुख स्थलों, मार्गाे पर इस प्रकार के धरना प्रदर्शन, जुलूस, शोभायात्रा, रैली आदि विभिन्न कार्यक्रमों के संचालन होने से आवश्यक सेवाओं, यातायात के बाधित होने से जन सामान्य में असन्तोष परिलक्षित हो रहा है, जिस पर रोक लगाने का निर्णय लिया गया है। डीएम ने व्यापक जनहित के दृष्टिगत घण्टाघर, गांधी पार्क, एस्लेहॉल चौक, दर्शन लाल चौक, तहसील चौक, बुद्धा चौक जैसे महत्वपूर्ण व्यस्ततम् स्थानों पर धरना प्रदर्शन, जुलूस, शोभायात्रा, रैली प्रतिबन्धित करने के आदेश जारी किए।

अब यह रहेगी व्यवस्था :

विभिन्न संगठनों / दलों की ओर से सचिवालय कूच किये जाने हेतु जुलूस / जनसमूह परेड ग्राउण्ड परिसर के बाहर निकट ढुंगा हाउस एकत्रित होने के पश्चात् कनक चौक होते हुए पैसिफिक तिराहा से आगे बढ़ेगा एवं आयकर तिराहे पर जाएगा। परेड ग्राउंड से राजभवन / सी०एम० आवास कूच किये जाने हेतु जनसमूह को पैसिफिक तिराहे पर ही रोका जाएगा। पारम्परिक शोभा यात्राओं / धार्मिक जुसूसों हेतु विशेष परिस्थितियों में समय, मार्ग व संख्या के निर्धारण करने हेतु जिला प्रशासन, पुलिस / यातायात प्रशासन के साथ बैठक के उपरान्त कार्ययोजना तैयार कर क्रियान्वित की जायेगी।

राज्य में देहरादून-अल्मोड़ा हेलीकॉप्टर सेवा शुरू

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-यमुनोत्री, गौचर एवं जोशियाड़ा के लिए सहस्त्रधारा हेलीपोर्ट से प्रारम्भ होगी हवाई सेवा

-सहस्त्रधारा हेलीपोर्ट पर बने ’पैसेंजर्स टर्मिनल भवन’ का किया लोकार्पण

-उत्तराखण्ड एयर कनेक्टिविटी के अन्तर्गत मुख्यमंत्री उड़न खटोला योजना के तहत किया जायेगा इनका संचालन

देहरादून, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरुवार को सहस्त्रधारा हेलीपोर्ट पर बने ’पैसेंजर्स टर्मिनल भवन’ का लोकार्पण व ’देहरादून-अल्मोड़ा हेलीकॉप्टर सेवा’ का शुभारंभ किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने प्रदेश में तीन नए स्थानों यमुनोत्री, गौचर एवं जोशियाड़ा के लिए सहस्त्रधारा हेलापोर्ट से हवाई सेवा प्रारंभ करने की घोषणा की। इनका संचालन उत्तराखण्ड एयर कनेक्टिविटी के अन्तर्गत मुख्यमंत्री उड़न खटोला योजना के तहत किया जायेगा। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर अल्मोड़ा से वर्चुअल रूप से जुड़े यात्रियों से संवाद भी किया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस हवाई सेवा के लिए राज्य सरकार बहुत दिनों से प्रयासरत थी और आज देहरादून में सहस्त्रधारा हेलीपैड का भी विस्तार हो गया है। उन्होंने कहा कि अल्मोड़ा-देहरादून की सेवा प्रारंभ होने से पहले ही राज्य में चिन्यालीसौड़, गौचर, मुनस्यारी, श्रीनगर, हल्द्वानी, पिथौरागढ़ की सेवाएं चल रही हैं। इन सेवाओं से निश्चित रूप से सभी को लाभ होगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उड़ान योजना के अंतर्गत देहरादून से अल्मोड़ा के बीच हेली सेवा से एक ओर पर्यटन, आर्थिकी, रोजगार स्वरोजगार को बढ़ावा मिलेगा तो वहीं हमारी मातृशक्ति जो उत्पाद बना रही है उनको भी निश्चित ही इससे लाभ मिलेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि बेहतर कनेक्टिविटी के साथ ही हम सबके जीवन में एक बेहतर बदलाव लाने का काम भी यह सेवा करेगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि अल्मोड़ा राज्य के प्राचीन नगरों में से एक है। इसका अपना एक ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व है। जागेश्वर धाम, चितई गोल्ज्यू का स्थान, कटारमल सूर्य मंदिर ऐसे अनेक स्थान यहां हैं जो लोगों की आस्था के केंद्र हैं और यहां पर हैं। नंदा देवी मंदिर आदि प्रमुख स्थान भी अल्मोड़ा को विशेष बनाते हैं। उन्होंने कहा कि इस हेली सेवा से पर्यटक अब आसानी से अल्मोड़ा जा सकेंगे। अभी तक सड़क मार्ग से यह यात्रा थोड़ी लंबी होती थी लेकिन इस सेवा के प्रारंभ होने से अब लोगों को आसानी होगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश में हवाई सेवाओं का आधुनिकीकरण होने के साथ ही स्वदेशीकरण हो रहा है तो वहीं दूसरी ओर आम नागरिकों को भी यह सेवा मिले, विशेषकर हमारे जैसे कठिन भौगोलिक परिस्थितियों वाले राज्य के लिए इन हेली सेवाओं का बहुत महत्व है। एक समय था जब पूरे देश के अंदर रेल सेवा को प्राथमिकता दी जाती थी लेकिन पिछले कुछ समय से हवाई सेवा एक प्रमुख परिवहन का रास्ता बन गया है और लोगों में यह अत्यंत लोकप्रिय भी हो रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री की दीर्घकालिक सोच के कारण यह सब संभव हो पाया है। उन्होंने कहा कि इस टर्मिनल का बहुत अद्भुत तरह से विस्तार किया गया। आपदा के दौरान इसकी स्थापना की गई थी। प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन और भारत सरकार के सहयोग से राज्य के नागरिक उड्डयन विभाग ने इस क्षेत्र में कुशलता से किया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत सरकार की ’उड़ान’ योजना के अंतर्गत प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में अच्छी सेवा प्रदान की जा रही है। राज्य सरकार का प्रयास है कि आने आले समय मे श्रद्धालुओं एवं पर्यटकों को आवागमन में हर प्रकार की सुविधा उपलब्ध कराई जाए और इसमें सबसे महत्वपूर्ण भूमिका हमारी हवाई सेवा की है। उन्होंने कहा कि जॉलीग्रांट एयरपोर्ट को भी हम अंतरराष्ट्रीय स्तर का बनाया जा रहा है। वहां नए टर्मिनलों का शुभारंभ पहले ही किया जा चुका है। आज देश के समस्त प्रमुख शहरों के लिए जॉलीग्रांट से हवाई सेवाएं चल रही हैं। इसके साथ ही पंतनगर एयरपोर्ट के विस्तार के लिए 800 एकड़ से भी ज्यादा जमीन नागरिक उड्डयन मंत्रालय को हस्तांतरित कर दी गई है। उसकी सारी प्रक्रिया पूरी हो गयी है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री जी से भेंट के दौरान निवेदन किया कि हमारी चिन्यालीसौड़ की हवाई पट्टी का संचालन भी ठीक प्रकार से हो। इसके अलावा, पिथौरागढ़ के लिए ट्रायल लैंडिंग हो रही है। दिल्ली से पिथौरागढ़ तक दो ट्रायल लैंडिंग हो चुकी है और अभी एक लैंडिंग और होगी उसके एक बड़ा काम होगा।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के आदि कैलाश, जागेश्वर धाम के दर्शन के बाद से वहां श्रद्धालुओं की संख्या लगातार बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश में हेली सेवाओं के अधिक से अधिक विस्तार हेतु संकल्पबद्ध होकर कार्य कर रही है।

सहस्त्रधारा हेलीपोर्ट में नवनिर्मित यात्री टर्मिनल भवन अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित है। वर्तमान में यात्रियों की निरन्तर बढ़ती संख्या को ध्यान में रखते हुए इस भवन को डिजाइन किया गया है। जिसके निर्माण में सरकार द्वारा 2482.96 लाख रुपये का निवेश किया गया है। इस भवन में एक समय में लगभग 400 यात्रियों की बैठने की सुविधा है। जिसमें यात्रियों की सुविधा के लिए कई आधुनिक सुविधाएँ शामिल की गई हैं।
इस रूट पर मै० पवन हंस लिमिटेड डबल इंजन हेलीकॉप्टर के माध्यम सेवा प्रदान की जाएगी। इस योजना से उत्तराखण्ड राज्य विशेषकर कुमायूँ क्षेत्र के आम नागरिकों/पर्यटकों को सस्ते दरों में हेलीकॉप्टर सेवा का लाभ प्राप्त होगा। यह हेलीकॉप्टर सेवा सप्ताह में 06 दिन संचालित होगी, जिसका प्रति व्यक्ति किराया रू० 4989 निर्धारित किया गया है, जिसमें लगभग 55 मिनट का समय लगेगा।

इस अवसर पर केन्द्रीय राज्य मंत्री अजय टम्टा, कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज, प्रेमचंद अग्रवाल, गणेश जोशी, राज्यसभा सांसद नरेश बंसल, विधायक खजान दास, उमेश शर्मा काऊ, सविता कपूर, गढ़वाल आयुक्त शविनय शंकर पाण्डेय, यूकाडा की सीईओ श्रीमती सोनिका, वर्चुअल माध्यम से अल्मोड़ा के विधायक मनोज तिवारी, जिलाधिकारी अल्मोड़ा आलोक कुमार पाण्डेय उपस्थित थे।

मोरी ब्लॉक के अंतर्गत जंगल में वज्रपात होने से 43 भेड़ बकरियों की मौत

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उत्तरकाशी (मोहन सिंह राणा )मोरी ब्लॉक के धारा गांव के जंगल में वज्रपात होने से 43 भेड़-बकरियों की मृत्यू हुई है। जिलाधिकारी डॉ.मेहरबान सिंह बिष्ट के निर्देशानुसार प्रशासन की टीम के द्वारा के द्वारा मौके पर जाकर नुकसान का जायजा लेने के साथ ही प्रभावित भेड़पालकों रू. एक लाख बहत्तर हजार की राहत राशि वितरित की है।

तहसील मोरी के अंतर्गत धारा गांव के निकटवर्ती बायलुड़ी तोक के जंगल में गत सायं करीब 6 बजे अचानक वज्रपात होने के कारण धारा, जखोल व फिताड़ी गांव के भेड़पालकों की भेड़-बकरियों की मृत्यू होने की सूचना प्राप्त हुई थी। सूचना मिलने पर आज राजस्व एवं पशुपालन विभाग की टीम ने मौके पर पहॅुचकर वस्तुस्थिति का जायजा लेकर अपनी रिपोर्ट प्रशासन को दी है। तहसीलदार मोरी जबर सिंह असवाल ने बताया कि इस घटना में धारा गांव के पांच, जखोल के पॉंच और फिताड़ी गांव के दो भेड़पालकों की कुल 24 बकरी, 16 भेड़ एवं 03 मेमनों की मौत हुई है। उन्होंने बताया कि निर्धारित मानकों के अनुसार प्रति मृत पशु चार हजार रूपए की दर से कुल एक लाख बहत्तर हजार रूपये की सहायता राशि प्रभावित लोगों को वितरित कर दी गई है।