Sunday, May 11, 2025
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पौड़ी : जिलाधिकारी कार्यालय के बाहर पेड़ चढ़ी आंदोलनकारी महिलाएं

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पौड़ी, जनपद के जिलाधिकारी कार्यालय में उस समय हड़कंप मच गया जब दो महिलायें देवदार के पेड़ पर चढ़कर नारेबाजी करने लगी, वाकया मंगलवार सुबह आठ बजे का है जब चिह्नित आंदोलनकारी मंच के बैनर तले दो आंदोलनकारी रेवती देवी व कांति देवी जिलाधिकारी कार्यालय परिसर के बाहर देवदार के पेड़ पर चढ़ गई। महिलाओं का कहना था कि वह पेंशन सहित अन्य मांगों के लिए तीन माह से आंदोलन कर रहे हैं। लेकिन, प्रशासन उनकी मांगों को गंभीरता से नहीं ले रहा है। जिससे मजबूर होकर उन्हें यह कदम उठाना पड़ा। करीब सात घंटे बाद प्रशासन की ओर से मांगों पर कार्यवाही का आश्वासन दिए जाने के बाद महिलाएं पेड़ से उतरी |

आंदोलनकारी महिलाओं के पेड़ पर चढ़ने से कुछ अन्य आंदोलनकारी महिलाओं ने जिला कार्यालय के बाहर कुछ समय के लिए जाम लगा दिया। सूचना पर पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे। चिन्हित राज्य आंदोलनकारी महिलाओं का कहना था कि वह तीन माह से आंदोलन कर रहे हैं। लेकिन, जनप्रतिनिधि, प्रशासनिक अधिकारी उनकी काई सुनवाई नहीं कर रहे हैं। चिन्हित राज्य आंदोलनकारी समिति की प्रदेश महासचिव बीरा भंडारी ने कहा कि सभी आंदोलनकारियों को परिचय पत्र दिए गए हैं।

लेकिन, प्रशासन की ओर से इन्हें आंदोलनकारियों को मिलने वाली कोई भी सुविधा नहीं दी जा रही है। जिला प्रशासन दोहरे मानक अपना रहा है। बीरा भंडारी ने बताया कि उक्त महिलाएं सुबह आठ बजे पेड़ पर चढ़ गई थी। दोपहर करीब डेढ़ बजे एडीएम डॉ. एसके बरनवाल महिलाओं से वार्ता करने पहुंचे। एडीएम कार्यालय में हुई वार्ता में एडीएम डॉ. बरनवाल ने आश्वासन दिया कि आंदोलनकारियों के चिन्हीकरण का मामला एक बार फिर चिन्हिकरण समिति के समक्ष रखा जाएगा। आंदोलकारियों को एक सप्ताह का समय दिया गया है। इस दौरान कोतवाल विनोद गुसाईं, एसएसआइ महेश रावत, आंदोलनकारी युद्धवीर सिंह रावत, सुषमा रावत सहित अन्य महिलाएं मौजूद थी।

है नमन उनको जो इस देह को अमरत्व देकर, इस जगत में शौर्य की जीवित कहानी हो गए

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देहरादून, स्वामी विवेकानंद जी की जयंती के अवसर पर जनता दर्शन हाॅल, मुख्यमंत्री आवास में आयोजित ‘राष्ट्रभक्ति कवि सम्मेलन’ में कवि डा. कुमार विश्वास, सुश्री कविता तिवारी,  राजीव राज, रमेश मुस्कान और तेजनारायण शर्मा ‘बेचैन’ ने अपनी कविताओं से समां बांध दिया। कोविड प्रोटोकाॅल का पालन करते हुए सीमित संख्या में आमंत्रित किए गए लोगों के बीच राष्ट्र, संस्कृति, सेना की वीरता, मातृ शक्ति सहित विभिन्न विषयों पर काव्य प्रस्तुतियां की गईं। डा. कुमार विश्वास ने अपने अंदाज में कवि सम्मेलन को संचालित कर लोगों को कवि सम्मेलन में सहभागी बनाया। राष्ट्रभक्ति, देश के लिए बलिदान की भावना, भारतीय संस्कृति के महत्व पर प्रस्तुत की गई कविताओं पर सभागार दर्शकों की तालियों से गूंजता रहा। बीच-बीच में कवियों ने व्यंग्य से दर्शकों को हंसाया भी और कविताओं के माध्यम से संदेश भी दिया।

कविताओं की गहराई को समझने की जरूरत

कार्यक्रम में अतिथि कवियों का स्वागत करते हुए मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि स्वामी विेवकानंद जी हम सभी के आदर्श हैं। उन्होंने पूरी दुनियां में भारतीय दर्शन और आध्यात्मिकता का परचम लहराया। मुख्यमंत्री ने कहा कि भारतीय संस्कृति उस छाते की तरह है जिसके नीचे सभी दर्शन, विचार, मत, सम्प्रदाय खुली सांस के साथ आश्रय लेते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कवि मुक्त होते हैं, उन्हें मुक्त होना भी चाहिए। जहां न पहुुंचे रवि वहां पहुंचे कवि। हमारा दायित्व है कि उनकी कविताओं की गहराईयों को समझें। कविताओं के संदेश को समझ कर हम समाज, शासन में सुधार करने की कोशिश भी करते हैं। मुख्यमंत्री ने सभी काव्य प्रस्तुतियों की सराहना करते हुए कहा कि लम्बे समय बाद छोटे स्तर पर इस तरह का आयेाजन किया गया है। हमारा देश कोविड से जंग जीतने की ओर है। वैक्सीनेशन भी शुरू किया जा रहा है। आशा है कि हम जल्द ही कोरोना से पूरी तरह से मुक्त होंगे और बड़े स्तर पर इस तरह का आयेाजन करेंगे।

ये गंगा का किनारा है

इससे पहले डा. कुमार विश्वास ने ‘है नमन उनको जो इस देह को अमरत्व देकर, इस जगत में शौर्य की जीवित कहानी हो गए…………………………………………..है नमन उनको जिनके सामने बौना हिमालय, जो धरातल पर गिर पड़े, आसमानी हो गए’’ कविता से शहीदों को नमन किया। डा. विश्वास ने गंगा पर भी कविता सुनाई जो उन्होंने उत्तराखण्ड में ही लिखी थी। ‘खिलौने साथ बचपन तक, जवानी बस रवानी तक, सभी अनुभव भरे किस्से बस बुढ़ापे की कहानी तक, जवानी में बस सहारे हैं बस जिंदगी भर के, मगर ये जिंदगी के आखिरी पल का सहारा है, ये गंगा का किनारा है, ये गंगा का किनारा है’’। डा. विश्वास ने अपनी प्रसिद्ध कविता ‘कोई दीवाना कहता है, कोई पागल समझता ह’ सहित अन्य कई कई कविताएं भी सुनाईं।

हमारा देश पावन आरती के थाल जैसा है

सुश्री कविता तिवारी ने मां शारदा की वंदना करते हुए अपनी ओजस्वी सुर में ‘‘धन द्रव्य सम्पदा तो नहीं मांग रही हूं, जो मांग रही हूं वो सही मांग रही हूं, कविता की पंक्ति पंक्ति राष्ट्र जागरण बने, आशीष आप सब से यही मांग रही हूं।’’  उत्तराखण्ड की दिव्यता और पवित्रता को नमन करते हुए उन्होंने ‘धरा यहां धरती के सम्मुनत भाल जैसा है, यहां की संस्कृति का रूप शुभटक साल जैसा है, कोई उपमा में सारे विश्व को कह दे शिवाला तो, हमारा देश पावन आरती के थाल जैसा है।’’ कविता सुनाई।

यादें झीनी रे

श्री राजेश राज ने बचपन पर आधारित  कविता ‘यादें झीनी रे झीनी रे’ का मधुर गायन कर लोगों को बचपन की यादों में लौटा दिया। श्री तेजनारायण शर्मा बेचैन ने कोरोना काल में घटित घटनाओं पर आधारित कविता प्रस्तुत की।
कार्यक्रम में केबिनेट मंत्री श्री मदन कौशिक, डा.हरक सिंह रावत, राज्य मंत्री डा. धन सिंह रावत, विधायक श्री गणेश जोशी, श्री हरबंस कपूर, सचिव श्रीमती राधिका झा, श्री दिलीप जावलकर, प्रसिद्व गायक श्री नरेंद्र सिंह नेगी, श्री प्रीतम भर्तवाण सहित अन्य गणमान्य उपस्थित थे।

कुलीवेगार क्रान्ति शताब्दी समारोह- क्रान्तिकारियों के नाम पर सजा राजनीति का मंच

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“सर्वदलीय विचार गोष्ठी में दिखा काग्रेसी चुनावी सभा जैसा मखहौल”

(देवेन्द्र चमोली)
रुद्रप्रयाग- आजादी की लड़ाई को एक नई दिशा देने वाले ऐतिहासिक ककोड़ाखाल विद्रोह का शताब्दी समारोह राजनीतिक महत्वाकांक्षा की भेंट चड़ गया। ककोड़ा खाल में आयोजित समारोह में मुख्य अतिथि प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के साथ मंच पर काग्रेसियों का जमवाड़ा देखने को मिला मंच पर बैठने की होड़ से ये कार्यक्रम किसी चुनावी मंच से कम नहीं दिखा। मंच से ककोड़ाखाल के ऐतिहासिक आन्दोलन के बारे में कम पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत व उनके कार्य काल की उपलब्धियों को वक्ता गिनाते रहे। स्थिति ये थी कि पूरे छैत्र में जनता इसे काग्रेंस का कार्यक्रम कहती नजर आ रही थी।

बतादें कि 12 जनवरी 1921 का दिन स्वतंत्रता के इतिहास में अभूतपूर्व दिन था। आज से 100 वर्ष पूर्व गढ़ केशरी अनुसुइया प्रसाद बहुगुणा के नेतृत्व में अग्रेजों द्वारा थोपी कुली बेगार व कुली वर्दाइस प्रथा के खिलाफ स्थानीय लोगों नै वगावत का विगुल फूंका व ककोड़ाखाल रात्रि विश्राम को पहुंचे अंग्रेज डिप्टी कमीश्नर पी. मेसन का जमकर विरोध हुआ व कमीश्नर व उनके मातहतों के लिये बने टैंट व खाद्य सामग्री को आंदोलनकारियों द्वारा नष्ट कर दिया था विरोध इतना भयानक था कि पी.मेसन को रातों रात अपने परिवार के साथ वहां से चुपचाप भागना पड़ा दश्जयूला छैत्र को विट्रिस हुकूमत ने 10 नम्बरी घोषित कर दिया व लघभग 84 लोगों को जेल मे डाल दिया था। इस आंदोलन के दो दिन बाद बागेश्वर में भी ऐसा ही वीद्रोह हुआ । इस ऐतहासिक आंदोलन ने अग्रेजों की चूले हिला कर रख दी थी।

आज के का कार्यक्रम आयोजकों द्वारा इस ऐतिहासिक आंदोलन की 100वीं वर्ष गांठ पर विचार गोष्ठी होना प्रचारित किया गया जिसके लिये सामाजिक, राजनैतिक, साहित्यिक छैत्रों से जुड़े लोगों के अलावा स्थानीय जनता व जनप्रतिनिधियों को आयोजक मंडल की ओर से बुलाया गया लेकिन ये कार्यक्रम विचार गोष्ठी न होकर काग्रेंस का कार्यक्रम बनकर रह गया। 11 बजे से शुरु होने वाला यह कार्यक्रम पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के 1.30 पर पहुंचने के बाद शुरु हो पाया जबकि निमंत्रण कार्ड मे कहीं पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत का कोई जिक्र नहीं था। कार्यक्रम की गम्भीरता इससे साफ झलकती है कि इस कार्यक्रम में सत्तारूढ़ दल के ग्राम स्तर के पदाधिकारी तक ने शिरकत नहीं की भले ही ये तर्क जरूर दिया जा रहा था कि कि कार्यक्रम के अध्यक्ष जनता उच्चतर माध्यमिक विद्यालय ककोड़ाखाल के अध्यक्ष भाजपा पृष्ठ भूमि के है लेकिन उन्हे भी कार्यक्रम में कहीं तवज्जो नहीं मिली वक्ताओं के संबोधन में तक उनका नाम नहीं लिया गया कार्यक्रम का बुलावा स्कूल के प्रबंधक जो कि काग्रेंस कमेठी के जिला अध्यक्ष भी है उनकी ओर से हफ्ते भर पहले से दिया जा रहा था।

लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के साथ जुटे काग्रेंस के कुनबे को देखते हुये वे भी अपने दायित्वों व सामाजिक सरोकारों को भूल गये स्थिति ये थी कि जब पूर्व मुख्यमंत्री अपने संबोधन के लिये उठे तो लगभग दो मिनट तक कार्यक्रम आयोजकों द्वारा थमाई लिस्ट के अनुसार वहां उपस्थित काग्रेस कार्यकर्ताओं के नाम संबोधित करते रहे जबकि कार्यक्रम में छैत्र के सम्मानित प्रधान, छैत्र पंचायत प्रतिनिधि सहित आयोजक मंडल द्वारा बुलाये गये लोग भी उपस्थित थे।

कार्यक्रम का संचालन स्वयं आयोजक मंडल के सदस्य जो कि काग्रेंस के जिलाध्यक्ष भी है कर रहे थे। इस कार्यक्रम को पार्टी विशेष का बनाये जाने को लेकर स्थानीय जनता व जनप्रतिनिधियों में भी आक्रोश देखने को मिला कार्यक्रम के बाद अन्य दलों से जुड़े कई स्थानीय के कार्यकर्ता व ग्रामीण इस आयोजन के तौर तरीकों पर बहस करते दिखे।

किसानों का 47 वें दिन भी धरना जारी : अब 26 जनवरी की परेड में राइट में टैंक तो लेफ्ट में चलेगा ट्रैक्टर : राकेश टिकैत

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नई दिल्ली, कृषि कानूनों के विरोध में किसान अब 26 जनवरी को दिल्ली में ट्रैक्टर परेड करने की तैयारी में हैं। इसी बीच भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा है कि 26 जनवरी के परेड में राइट में टैंक तो लेफ्ट में ट्रैक्टर चलेगा। राकेश टिकैत ने कहा कि इस दौरान किसानों के हाथों में तिरंगा भी होगा। साथ ही राकेश टिकैत ने कहा कि किसान अपने हक़ की लड़ाई लड़ रहा है और वह किसी भी तरह की शहादत को लेकर तैयार है।

टिकैत ने आगे कहा कि उबड़ खाबड़ खेतों में चलने वाला हमारा ट्रैक्टर दिल्ली की चमचमाती सड़कों पर भी चलेगा। उन्होंने कहा कि ट्रैक्टर परेड के दौरान किसान तिरंगे झंडे को साथ लेकर चलेंगे और सरकार पानी की बौछार तक नहीं कर पायेगी। साथ ही उन्होंने कहा कि अगर सरकार किसानों पर लाठीचार्ज करेगी तो किसान राष्ट्रगान गाएँगे। इसके अलावा राकेश टिकैत ने मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि यह सरकार तो अंग्रेजों से भी खतरनाक है। कम से कम अंग्रेजों को पहचाना तो जा सकता था लेकिन इन्हें तो पहचाना भी नहीं जा रहा है।

राकेश टिकैत ने आगे कहा कि सरकार किसानों को कोई सुविधा नहीं दे रही है। अब सरकार के पास सिर्फ एक रास्ता बचा है कि वे तीनों कृषि कानून को वापस कर लें। साथ ही राकेश टिकैत ने सोमवार को उच्चतम न्यायालय में कृषि क़ानूनों के ऊपर हुई सुनवाई को लेकर कहा कि हम सुप्रीम कोर्ट का धन्यवाद करते हैं कि उन्होंने किसानों का पक्ष वहां पर रखा। सुप्रीम कोर्ट ने पहली सुनवाई में भी कहा था कि सरकार किसानों के साथ बातचीत करे।

कृषि क़ानून केंद्र सरकार ने बनाए हैं तो इसे वापस भी सरकार ही लेगी, दिल्ली से सटे अलग अलग सीमाओं पर पिछले 47 दिन से देशभर के किसान धरना दे रहे हैं। सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में हुई सुनवाई के दौरान केंद्र सरकार को जमकर फटकार लगायी गयी थी। सुप्रीम कोर्ट ने यहाँ तक कह दिया था कि अगर आप कुछ नहीं कर सकते हैं तो इन क़ानूनों पर हम ही रोक लगा देंगे |

रिंग रोड़ का निर्माण नहीं होने से गुस्साये रायवाला के ग्रामीण, लोनिवि कार्यालय में किया प्रर्दशन

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ऋषिकेश। रायवाला में रिंग रोड का निर्माण नहीं होने पर गुस्साये रायवाला के जनप्रतिनिधि और ग्रामीण रेलवे रोड स्थित लोनिवि कार्यालय पहुंचे। कार्यालय परिसर के बाहर ग्रामीणों ने लोनिवि के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए आक्रोश जताया। मौके पर पहुंचे लोनिवि के अधिशासी अभियंता विपुल सैनी ने ग्रामीणों से वार्ता कर मामला शांत किया।रायवाला प्रधान सागर गिरी के नेतृत्व में सोमवार को ग्रामीण लोनिवि कार्यालय के बाहर एकत्रित हुए।

गुस्साए ग्रामीणों ने लोनिवि के खिलाफ नारेबाजी की। ग्रामीणों ने कहा कि रायवाला की रिंग रोड पर चलना खतरे से खाली नहीं है। जगह-जगह बने गड्ढे दुर्घटनाओं को न्योता दे रहे हैं। कई आंदोलन और धरना प्रदर्शन करने के बाद जुलाई 2018 में करीब पांच किमी रिंग रोड निर्माण के लिए स्वीकृति मिली थी। लोनिवि को कार्यदायी संस्था नियुक्त किया गया था। इतना समय बीत जाने के बाद भी लोनिवि ने सड़क का निर्माण कार्य शुरू नहीं किया। जिससे लोगों को आवागमन में परेशानी हो रही है।

विभाग को कुंभकरण की नींद से जगाने के लिए ग्रामीणों ने विभाग कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन करने का ऐलान किया। धरना प्रदर्शन के बाद लोनिवि के ईई ने सड़क का निर्माण कार्य जल्द शुरू करने का आश्वासन दिया। करीब दोपहर बाद लोनिवि की जेसीबी और अन्य मशीन सड़क निर्माण करने के लिए रायवाला पहुंच गई है, इस मौके पर अनिल कुमार, शंकर धनैै, दिव्या बेलवाल, जयानंद डिमरी, संदीप खंत्वाल, विनोद नेगी, आशु कंडवाल, गौरव चौहान, मुकेश भट्ट, अंकित तिवारी, सूरज चौहान आदि मौजूद थे।

उत्तराखंड : राज्य में हल्की पड़ रही कोरोना रफ्तार, आज 184 नए संक्रमित मिले ,14 मरीजों की हुई मौत

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देहरादून, राज्य में कोरोना संक्रमण की रफ्तार लगातार हल्की पड़ती जा रही है, पिछले तीन चार दिनों के आंकड़े इसका संकेत दे रहे हैं, जबकि राज्य में आज मंगलवार को कोरोना के 184 नए मरीज मिले और 11 संक्रमितों की मौत हो गई। इसके साथ ही राज्य में कुल मरीजों की संख्या 93961 पहुंच गई है।

जबकि अभी तक 1589 लोगों की मौत हो चुकी है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी हेल्थ बुलेटिन के अनुसार मंगलवार को अल्मोड़ा में चार, बागेश्वर में दो, चमोली में दो, चम्पावत में एक, देहरादून में 89, हरिद्वार में 18, नैनीताल में 43, पौड़ी में छह, पिथौरागढ़ में एक, रुद्रप्रयाग में दो, टिहरी में तीन, यूएस नगर में नौ और उत्तरकाशी जिले में चार मरीजों में कोरोना वायरस का संक्रमण मिला है। एम्स ऋषिकेश में भर्ती एक, दून मेडिकल कॉलेज में दो, कैलाश अस्पताल में दो, महंत इंद्रेश अस्पताल में एक, हल्द्वानी मेडिकल कॉलेज में चार और उजाला अस्पताल काशीपुर में एक संक्रमित की मौत हो गई।
राज्य के विभिन्न अस्पतालों में इलाज कर रहे 276 मरीजों को ठीक होने के बाद डिस्चार्ज किया गया। इससे अभी तक ठीक होने वाले कुल मरीजों की संख्या 88472 हो गई है। जबकि आज राज्यभर से 12 हजार के करीब सैंपल जांच के लिए भेजे गए।

देहरादून : कचरा प्रबंधन पर ऐतिहासिक पहल, वेस्ट वारियर्स और इकोग्रुप के बीच समझौता, शहर को दिलायेंगे कूड़े से मुक्ति

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देहरादून, देहरादून शहर में प्रभावी कचरा प्रबंधन को गति देने के लिए ऐतिहासिक है, जिसमें शहर के दो प्रमुख गैर-सरकारी संगठनो ने आज साथ मिलकर इस महान काम करने का संकल्प लिया । शहर में कूड़ा प्रबंधन से जुड़ी गतिविधियों के लिए वेस्ट वॉरियर्स और इकोग्रुप ने एक समझौता ज्ञापन ( एम ओ यू ) पर हस्ताक्षर किए

इको ग्रुप एवम वेस्ट वॉरियर सोसायटी में हुआ समझौता ज्ञापन।

वेस्ट वारियर्स ने इकोग्रुप को आईईसी गतिविधियों और जागरूकता अभियानों के लिए कार्यान्वयन भागीदार के रूप में साथ लिया है। इस वित्तीय वर्ष में, इकोग्रुप द्वारा न्यूनतम 15 जागरूकता अभियान शुरू किए जाएंगे जिससे वेस्ट वारियर्स के माध्यम से कचरे के रिसाइक्लिंग को बढ़ावा देने में मदद मिलेगी ताकि देहरादून शहर को जीरो वेस्ट की दिशा में आगे बढ़ाया जा सके।
एमओयू पर हस्ताक्षर श्री नवीन सदाना, वेस्ट वारियर्स और श्री आशीष गर्ग, इकोग्रुप द्वारा इस आशय के लिए किए गए। इस मौके पर इकोग्रुप से संजय भार्गव, अमित जैन, अनिल मेहता और वेस्ट वॉरियर्स से अंकिता चमोला और भुवन कापरी भी मौजूद थे।

स्टेशन अधीक्षक का व्यापार मण्डल प्रतिनिधियों ने किया अभिनन्दन

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हरिद्वार 12 जनवरी (कुल भूषण ) शहर व्यापार मंडल और जिला व्यापार मंडल के नेतृत्व में शिव मूर्ति व्यापार मंडल के व्यापारियों ने स्टेशन अधीक्षक  एम के सिंह उत्तर रेलवे हरिद्वार को पुष्प भेंट कर उनको सम्मानित कर उनका अभार व्यक्त किया शिव मूर्ति व्यापार मंडल के महामंत्री  राजू मनोचा ने कहा अधिकारियों का किसी समस्या के लिए ध्यान आकर्षित  कराते हुए और  समस्या के लिए विरोध भी करते हैं l

तो हमारा कर्तव्य बनता है जो अधिकारी उन समस्याओं को गंभीरतापूर्वक ध्यान देते हुए अपने उच्च अधिकारियों के पास व्यापारियों की मांग को सार्थक  मानते हुए अपनी  रिर्पोट  सहानुभूति पूर्वक भेजता है तो हमारा भी फर्ज बनता है कि हम ऐसे अधिकारियों का सम्मान करें उसी परिपेक्ष में आज शिव मूर्ति व्यापार मंडल के समस्त व्यापारियों ने स्टेशन अधीक्षक उत्तर रेलवे हरिद्वार का स्वागत किया l

विदित हो की पिछले कुछ समय से व्यापारियो द्वारा रेलवे निकासी गेट को लेकर तथा ट्रेनो के पुन षुरू होने के चलते व्यापारियो से स्टेषन अधीक्षक द्वारा उनकी मांगो को उचित माध्यम से अपने सर्वोच्च अधिकारीयो को भेजे जाने के लिए उनका स्वागत किया l    स्वागत करने वालों में राजेंद्र प्रसाद भट्ट डॉ संजय वर्मा जुगल किशोर अरोड़ा दीपक दुआ पंकज आहूजा अरविंद अग्रवाल शिव मूर्ति व्यापार मंडल के कोषाध्यक्ष जॉनी अरोड़ा अनिल अरोड़ा नीरज जैन कुलदीप ग्रोवर  अनूप कुमार मुकेश मनोचा संजीव अग्रवाल हिमांशु गुप्ता गौरव दुआ निखिल कुमार  आदि व्यापारियों     उपस्थित थे  l

 

स्वामी विवेकानन्द ने अपनी शिक्षाओं से बताया राष्ट्रवाद का सार . डा बत्रा

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हरिद्वार 12 जनवरी (कुल भूषण ) एस  एम  जे एन  पी जी  कालेज में स्वामी विवेकानन्द के जन्मदिवस के अवसर पर राष्ट्रीय युवा दिवस स्वामी विवेकानन्द जी के विचारों की उत्तराखण्ड राज्य के परिप्रेक्ष्य में प्रासंगिकता विषय पर राज्य स्तरीय निबन्ध प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।

निबन्ध प्रतियोगिता में कालेज के स्नातक व स्नातकोत्तर कक्षाओं के 169 छात्र.छात्राओं ने अपना पंजीयन करवाया जिसमें से 138 छात्र.छात्राओं ने प्रतियोगिता में प्रतिभाग किया। उक्त जानकारी देते हुए काॅलेज के प्राचार्य डा सुनील कुमार ने बताया कि प्रतियोगिता में राज्य स्तर पर प्रथम तीन स्थान प्राप्त करने वाले प्रतियोगियों को नकद पुरस्कार के रूप में क्रमश रु 100000 रु 75000 व रु 50000 की धनराशि का वितरण 23 जनवरी 2021 को नेता जी सुभाष चन्द्र बोस के जन्मदिवस के अवसर पर किया जायेगा।

स्वामी विवेकानन्द के जन्म दिवस के अवसर पर कालेज में निर्मित शौर्य दीवार पर वीर सैनिकों को नमन करते हुए कालेज के प्राचार्य डा सुनील कुमार बत्रा ने कहा कि अपने विचारो से दुनियाभर मां भारत का नाम रोशन करने वाले स्वामी विवेकानन्द का आज जन्मदिन है।

वह एक सच्चे राष्ट्रभक्त थे उनकी राष्ट्रभक्ति व प्रेम की भावना किसी से छुपी नहीं है। डा बत्रा ने बताया कि स्वामी विवेकानन्द ने अमेरिका के शिकागो में आयोजित हुए विश्व धर्म सम्मेलन में हिन्दू धर्म के महान विचारों को दृढ़ता से रखा था। उन्होंने कहा कि विवेकानन्द की सोच आज भी न सिर्फ हिन्दुस्तानी युवाओं अपितु दुनिया के अनेक देशों में प्रेरणास्त्रोत है। यही वजह है कि देश में 12 जनवरी को उनके जन्मदिवस के अवसर पर राष्ट्रीय युवा दिवस मनाया जाता है।

मुख्य अनुशासन अधिकारी डा सरस्वती पाठक ने राष्ट्रीय युवा दिवस की शुभकामना देते हुए कहा कि स्वामी विवेकानन्द एक प्रेरणादायक व्यक्तित्व थे जिसके कारण वे आज भी पूरी दुनिया में प्रसिद्ध हैं।

मुख्य अधिष्ठाता छात्र कल्याण डा संजय कुमार माहेश्वरी ने स्वामी विवेकानन्द के विचारों की उत्तराखण्ड राज्य के परिप्रेक्ष्य में प्रासंगिकता विषय पर आयोजित राज्य स्तरीय निबन्ध प्रतियोगिता में प्रतिभाग करने वाले प्रतिभागियों को अपनी शुभकामना देते हुए सभी छात्र.छात्राओं से स्वामी विवेकानन्द के आदर्शों का पालन करने का आह्वान किया।

इस अवसर पर डा जगदीश चन्द्र आर्य डा सुषमा नयालए डा शिवकुमार चैहान डा मनोज कुमार सोही वैभव बत्रा विवेक मित्तलए डा कुसुम नेगी डा प्रज्ञा जोशी विनीत सक्सेना डा अमिता श्रीवास्तव पंकज यादव आदि उपस्थित थे।

 

कुंभ 2021 : आयोजन में कम समय बचे होने के दृष्टिगत कार्यो में तेजी लाने के प्रमुख सचिव ने दिये निर्देश

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देहरादून , मुख्य सचिव श्री ओमप्रकाश की अध्यक्षता में मंगलवार को सचिवालय में कुम्भ मेले से सम्बन्धित विभिन्न विभागों के प्रस्तावों को अनुमोदित किया गया। मुख्य सचिव श्री ओमप्रकाश ने कुम्भ 2021 के आयोजन में कम समय बचे होने के दृष्टिगत कार्यो में तेजी लाने के निर्देश दिए।

उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि आवश्यक कार्यों को छोड़ा न जाए। उन्होंने सख्त निर्देश दिये कि कुम्भ कार्यो से सम्बन्धित वित्तीय स्वीकृति के आदेश 20 जनवरी तक निश्चित रूप से निर्गत कर दिये जाएं। उन्होंने धीमी गति से चल रहे कार्यों में तेजी लाते हुए जनवरी माह तक पूर्ण किए जाने के निर्देश दिए। इसके साथ, जिन कार्यों के जी.ओ. अभी तक जारी नहीं हुए हैं, उन्हें 20 जनवरी तक जारी किए जाने के भी निर्देश मुख्य सचिव ने दिए।

मुख्य सचिव ने कहा कि नगर निगम हरिद्वार में अपर मुख्य नगर आयुक्त सहित लेखपाल एवं कानूनगो आदि की तैनाती शीघ्र सुनिश्चित की जाए। उच्चाधिकार प्राप्त समिति की बैठक में पार्किंग निविदा समिति, भू-आबंटन समिति, आई.सी.टी. सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट हेतु समिति सहित विभिन्न नगर निकायों हेतु स्वच्छता निविदा समितियों के गठन को भी अनुमोदन प्रदान किया गया। बैठक के दौरान मिल्क एण्ड डेरी प्रोडक्ट, फूड सेफ्टी डिपार्टमेंट, होमगार्ड, सूचना आदि विभागों हेतु आवश्यक बजट को भी अनुमोदन प्रदान किया गया।
सचिव शहरी विकास श्री शैलेश बगोली ने बताया कि अब तक कुम्भ मेले से सम्बन्धित 749 करोड़ लागत के कुल 166 कार्यों को अब तक स्वीकृति प्रदान की जा चुकी है।
बैठक के दौरान मेलाधिकारी श्री दीपक रावत ने बताया कि कुम्भ मेला 2021 में कुम्भ मेला की कहानियों का चित्रण, लाईट एण्ड साउण्ड शो, चंडीघाट में आयोजित होने वाले शो और चिर-परिचित आवाज में वॉयस ओवर और बैकग्राउण्ड म्यूजिक आकर्षण का केन्द्र होंगे।

बैठक में महानिदेशक सूचना डॉ0 मेहरबान सिंह बिष्ट द्वारा कुम्भ मेले-2021 में सूचना विभाग द्वारा किये जाने वाले मीडिया सेन्टर की स्थापना, संचालन, अनुरक्षण एवं प्रचार प्रसार से सम्बन्धित कार्ययोजना का प्रस्तुतीकरण दिया गया।
इस अवसर पर सचिव श्री अमित नेगी, श्री नितेश कुमार झा, श्रीमती सौजन्या, प्रभारी सचिव शहरी विकास श्री विनोद कुमार सुमन एवं आई0जी0 कुम्भ मेला श्री संजय गुंज्याल सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।