Tuesday, June 24, 2025
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राज्य सरकार से मिली पुरस्कार राशि से वितरित की गर्म जैकेट

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हरिद्वार 14 फरवरी( कुल भूषण ) देवभूमि बधिर एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष एवं जिलास्तरीय दिव्यांगता समिति के सदस्य संदीप अरोड़ा  ने विष्व दिव्यांग दिवस पर राज्य सरकार से मिली पुरस्कार के रूप  में  पांच हजार रूपये की राषि से चंडीघाट स्थित  श्रीमहन्त दयालपुरी कुष्ठ आश्रम समिति मे गरीब कुष्ठजनो और दिव्यांगजनो एवं जरूरतमंद बच्चो को गर्म जैकेट बांटे।

35 परिवार वाले कुष्ठ आश्रम मे 28 परिवार के सदस्यो को गर्म जैकेट    वितरीत कर समाज के सामने समाजसेवा का उदहारण प्रस्तुत किया । संदीप अरोड़ा ने उपस्थित दिव्यांगजनो से कहा कि यह राज्य पुरस्कार आप सभी दिव्यांगजनो के प्रेम एवं आशीर्वाद स्वरूप मिले है इसलिए इस पुरस्कार पर पहला हक आप सभी का बनता है। संदीप अरोड़ा ने बताया कि कुष्ठ आश्रम के दिव्यांगजनो ने अपनी समस्याये सामने रखी।

कामधेनु गौ विज्ञान प्रतियोगिता का आयोजन 25 फरवरी को

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हरिद्वार 14 फरवरी (कुल भूषण) कामधेनु गौ विज्ञान प्रचार प्रसार प्रतियोगिता के मंथन हेतु ऑनलाइन विडिओ मीटिंग  भारतीय देशी गायोंए  के बारे में छात्रों युवाओं और भारत के प्रत्येक नागरिक को जागरूक करने के लिए राष्ट्रीय कामधेनु आयोग भारत सरकार 25 फरवरी को कामधेनु गौ विज्ञान प्रचार प्रसार परीक्षा आयोजित कर रही है।

जिसके सम्बन्ध में आज रविवार  को राष्ट्रीय कामधेनु आयोग दिल्ली और ५१ स्वयंसेवी संस्थाओं ने भारतीय गाय के वैज्ञानिक पक्ष को उजागर करने हेतु एक वेबिनार का आयोजन किया जिसमें आगामी आयोजित होने वाली कामधेनु गौ विज्ञान प्रचार प्रसार प्रतियोगिता को सफल बनाने की रणनीति बनानेए विचार विमर्श एवं मंथन किया गया

मीटिंग में मुख्य रूप से राष्ट्रीय अध्यक्ष राष्ट्रीय कामधेनु आयोग वल्लभ भाई कथिरिया, मुख्य वक्त पुरीश  कुमार ,राष्ट्रीय संयोजिका मोनिका अरोड़ा, उत्तराखंड जिला हरिद्वार से संयोजक जगदीश लाल पाहवा, मुस्कान फाउंडेशन की संस्थापक नेहा मलिक आचार्य योगी रजनीश, कामनी सडाना ,राकेश मालवीय ,मधुसूदन आर्य सहित अन्य सदस्य ,उपस्थित रहे

चमोली आपदा : आज 12 लोगों के शव बरामद, अब तक 50 लोगों के शव हो चुके हैं बरामद, , तपोवन सुरंग में गाद से बचाव कार्य में आ रही मुश्किल

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देहरादून : उत्‍तराखंड के चमोली जिले में 7 फरवरी को ग्‍लेशियर फटने के कारण आई आपदा में मरने वालों की संख्‍या बढ़कर 50 हो गई है, जबकि 150 से अधिक लोग अब भी लापता हैं। राज्‍य आपदा मोचल बल (SDRF) के अनुसार, रविवार (14 फरवरी) को 12 शव बरामद किए गए हैं, जिसके बाद मृतकों की संख्‍या बढ़कर 50 हो गई है। इनमें से पांच शव रैनी गांव से और पांच तपोवन सुरंग से बरामद किए गए हैं।

इस बीच ऋषिगंगा नदी के ऊपर बनी झील से पानी निकलना शुरू हो गया है, जिससे इस इलाके में बाढ़ का खतरा कम हो रहा है। हालांकि पानी का बहाव बढने पर निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा पैदा हो सकता है। राहत एवं बचाव कार्य युद्धस्‍तर पर जारी हैं, लेकिन तपोवन-विष्णुगाड जल विद्युत परियोजना की सुरंग में फंसे लोगों को निकालने में सबसे अधिक मुश्किलों का सामना गाद के कारण करना पड़ रहा है।

सुरंग में फंसे लोगों तक पहुंचने और उन्‍हें सुरक्षित बाहर निकालने के लिए बचाव टीमों ने शनिवार से इसे चौड़ा करने का काम शुरू कर दिया है। सुरंग से गाद और पानी बाहर निकालने के लिए पाइप और नई मशीनों का सहारा लिया जा रहा है। सुरंग को करीब 300 मिमी तक चौड़ा किया जा रहा है, जिसकी गहराई 12 मीटर की होगी। सुरंग के भीतर 25 से अधिक लोगों के फंसे होने की आशंका है।

 

 

नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती पर श्रद्धांजलि, जॉयदीप मुखर्जी, महासचिव एवं प्रवक्ता, ऑल इंडिया लीगल एड फोरम

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देहरादून , ऑल इंडिया लीगल एड फोरम के महासचिव एवं प्रवक्ता जॉयदीप मुखर्जी ने अपने उत्तराखंड के भ्रमण के दौरान बीजापुर गेस्ट हाउस देहरादून मे लोगो को संबोधित करते हुए कहां कि “18/8/1945 में पूरी दुनिया में एक कथित विमान दुर्घटनाग्रस्त की अफवाह फैल गई, कि जापान के थाय हुको में विमान दुर्घटना में उनकी मृत्यु हो गई। लेकिन सुभाष चंद्र बोस की मृत्यु के बारे में यह समाचार बिल्कुल भी प्रामाणिक नहीं थी।

1956 में तत्कालीन प्रधान मंत्री जवाहरलाल नेहरू ने सहजराज हुसैन की अध्यक्षता में पहला आयोग गठित किया गया था। लेकिन नेताजी सुभाष चंद्र बोस के बड़े भाई सुरेश चंद्र बोस ने कमीशन की रिपोर्ट को स्वीकार नहीं किया और इस रिपोर्ट अपनी असहमति व्यक्त की।

नेताजी के चाहने वालो की मांग पर 1977 एक अन्य आयोग की स्थापना तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने सेवानिवृत्त न्यायाधीश जीडी खोसला की अध्यक्षता में की। लेकिन जीडी खोसला आयोग की रिपोर्ट को मंत्रिमंडल और तत्कालीन प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई ने संसद में खारिज कर दी।

(2)वर्ष 1988 में जब भारत सरकार ने नेताजी को ’मरणोपरांत भारत रत्न’ देने का निर्णय लिया, तब देश में नेताजी के चाहने वालो ने यह विरोध जताया कि पिछली दो रिपोर्टों को अस्वीकार करने के बावजूद, सरकार कैसे नेताजी को ’मरणोपरांत भारत रत्न’ दें सकती है ?

कलकत्ता उच्च न्यायालय में पीआईएल याचिका दायर की गई और कलकत्ता उच्च न्यायालय के तत्कालीन मुख्य न्यायाधीश ने 18 अगस्त 1945 को नेताजी की कथित गुमशुदगी की जांच के लिए सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति मनज के मुखर्जी की अध्यक्षता में एक आयोग गठित करने का आदेश दिया।

 

राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर से गहन जांच के बाद, न्यायमूर्ति मनज के मुखर्जी आयोग ने केंद्र सरकार के समक्ष रिपोर्ट प्रस्तुत की और उस रिपोर्ट में निम्नलिखित निष्कर्ष निकाले गए!

1. नेताजी सुभाष चंद्र बोस की मृत्यु हो चुकी है।

2. नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 18/8/1945 को कथित दुर्घटना में नहीं मरे थे।

3. रंकोजी मंदिर की राख नेताजी सुभाष चंद्र बोस की राख नहीं है।

4. उनकी मृत्यु कहां हुई, यह पता लगाना केंद्र सरकार का कर्तव्य है।

 

1990 में सोवियत रूस के अलग होने के बाद, केजीबी (सोवियत रूस की तत्कालीन खुफिया शाखा) को भंग कर दिया गया था और रूसी सरकार ने केजीबी की फाइलों को डी-क्लासिफाइड फाइलों के रूप में सभी के लिए खोला गया।

 

(3 )केजीबी की विभिन्न फाइलों से यह स्पष्ट है कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस 18 अगस्त 1945 के बाद रूस में थे और उन्होंने सोवियत रूस में शरण ली थी। केजीबी की शीर्ष गुप्त फाइलों का खुलासा करने के लिए रूसी सरकार को आधिकारिक पत्र भेजना केंद्र सरकार के लिए उचित होगा।

 

यह उल्लेख किया गया है कि वर्तमान में केंद्र सरकार ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस के मामले में 41 फाइलों को वर्गीकृत और शीर्ष गुप्त फाइलों के रूप में रखा है। यह उल्लेख करना उचित है कि विभिन्न शोध कर्मचारियों को तत्कालीन केजीबी से अनौपचारिक स्रोतों से दस्तावेज मिल रहे हैं कि नेताजी साइबेरिया के ओम्स शहर में थे (यह आशंका व्यक्त करता है कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस को यस्तुक जेल में बार के पीछे सेल नंबर 45 में रखा गया था)।

 

यह आगे उल्लेख किया गया है कि वर्तमान केंद्र सरकार ने गृह मंत्रालय और रक्षा मंत्रालय से कुछ वर्गीकृत फाइलें खोली हैं और कहा है कि ये फाइलें नई दिल्ली में केंद्रीय सरकार के आर्काइव में रखी गई हैं। लेकिन यह सच है कि वे फाइलें पर्याप्त नहीं हैं।

 

यह उल्लेख करना उचित है कि पश्चिम बंगाल की माननीय मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने वर्ष 2014 में पश्चिम बंगाल पुलिस के सक्षम अधिकारी को निर्देश दिया था कि वे कोलकाता पुलिस, लालबाजार की हिरासत में रखे गये सभी वर्गीकृत फाइलों का खुलासा करें और उन्हें गुप्त सूची से हटा दें।

 

(4)इन फाइलों से, यह स्पष्ट हो गया है कि 1967 तक, कोलकाता में नेताजी सुभाष चंद्र बोस के परिवार के सदस्यों और घर पर पुलिस की आईबी द्वारा नजर राखी जा रही थी, जो भारत के इतिहास के लिए बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है कि नेताजी के परिवार के सदस्य और घर को 1967 तक निगरानी में रखा गया। अब तक यह रहस्य है कि तत्कालीन सरकार ने ऐसा क्यों किया?

 

इन परिस्थितियों में, ऑल इंडिया लीगल एड फोरम के जॉयदीप मुखर्जी, महासचिव और प्रवक्ता केंद्र सरकार से निम्न मागों के लिए अनुरोध कर रहे है।

 

1) नेताजी सुभाष चंद्र बोस के संबंध में शीर्ष गुप्त 41 फाइलों को जल्द से जल्द गुप्त सूची से हटाया जाये, ताकि वास्तविक सच्चाई पता चले।

2) इसके अलावा, केंद्र सरकार को रूस की ओम्स सिटी में साइबेरिया जेल में नेताजी सुभाष चंद्र बोस की मौत के बारे में केजीबी फाइलों का खुलासा करने के लिए राजनयिक तरीके से रूसी सरकार को एक पत्र भेजना चाहिए।

3) भारत के स्वतंत्रता संग्राम में ’आजाद हिंद फौज’ और सुभाष चंद्र बोस के योगदान को स्कूल और कॉलेज के सिलेबस में ठीक से प्रकाशित किया जाना चाहिए।

4) ऑल इंडिया लीगल एड फोरम केंद्र सरकार से 23 जनवरी को नेताजी के जन्मदिन को पूरे भारत में राष्ट्रीय अवकाश घोषित करने की भी मांग करता है।

5) ऑल इंडिया लीगल एड फोरम केंद्र सरकार से आजाद हिंद फौज की संपत्ति और पैसा कहा है इस सच्चाई का खुलासा करने की भी मांग करता है (संपत्ति की कुल राशि उस वक्त बहत्तर करोड़ रुपये थी) इस सच्चाई का खुलासा करने के लिए एक उच्च स्तरीय न्यायिक आयोग का गठन किया जाना चाहिए।

6 ) ऑल इंडिया लीगल एड फोरम, केंद्र सरकार से इतिहासकार प्रतुल गुप्ता द्वारा लिखित पुस्तक ’आईएनए और नेताजी सुभाष चंद्र बोस का योगदानष् को गुप्त सूची से हटाने की मांग कर रहा है। इस पुस्तक को तत्कालीन प्रधान मंत्री जवाहर लाल नेहरू ने वर्गीकृत किया था और उसे केंद्र सरकार के रक्षा अकादमी में वर्गीकृत दस्तावेजों के रूप में आज तक रखा गया है।

 

7) केंद्र सरकार को नेताजी सुभाष चंद्र बोस और आईएनए को उचित सम्मान देने के लिए नेताजी की एक बड़े आकार की ष्कांस्य प्रतिमाष् और आईएनए के एक स्मारक को दिल्ली के लाल किला और इंडिया गेट के सामने स्थापित करना चाहिए। ।

8) 23 जनवरी को “देशप्रेम दिवस” घोषित किया जाना चाहिए।

9) हाल ही में, उत्तर प्रदेश सरकार ने गुमनामी बाबा की प्रामाणिकता या सुभाष चंद्र बोस के साथ किसी भी संबंध का पता लगाने के लिए न्यायिक आयोग का गठन किया था। लेकिन जुसिटिस सहाय की आयोग की रिपोर्ट के निष्कर्षों से यह स्पष्ट है कि तथाकथित गुमानी बाबा सुभाष चंद्र बोस नहीं थे।

इसलिए, हम वर्तमान केंद्र सरकार से हमारे देश के राष्ट्रीय नायक की रहस्यमय मौत के पीछे की वास्तविक सच्चाई का पता लगाने और उसका खुलासा करने की जोरदार मांग करते हैं।

 

हम भारत के महान बेटे को अपनी श्रद्धांजलि दे रहे हैं और मातृ भूमि के स्वतंत्रता संग्राम में उनके योगदान और समर्पण को याद कर रहे हैं।

https://drive.google.com/drive/folders/1ZFgWewJrTQ1zoXM9yvEemiQXC-T8IqSJ?usp=sharing

 

1500 मीटर की दौड़ में मोहित जोशी प्रथम, दीपेश दानू द्वितीय व गौरव देवलाल तृतीय

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पिथौरागढ़- सामाजिक कार्यकर्त्ता जुगल किशोर पाण्डे कि पहल पर भर्ती के लिये तैयारी कर रहे युवाओं के उत्साहवर्धन के लिये 1500 मीटर की दौड़ आयोजित की गई। देव सिंह मैदान में आयोजित 1500 मीटर की दौड़ में मोहित जोशी प्रथम, दीपेश दानू द्वितीय व गौरव देवलाल तृतीय रहे। विजयी रहे धावको को मानस एकेडमी के प्रबन्धक डॉ. अशोक पंत ने स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।

डॉ. पंत ने इस अवसर पर बोलते हुये कहा कि मेहनत व लगन से ही लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है हमारी ऊर्जा व उत्साह हमें जीवन में आने बड़ने की प्ररेणा देता है। प्रशिक्षक राजेन्द्र देवलाल ने सभी का आभार व्यक्त किया।

इस अवसर पर पंकज देवलाल, मानस एकेडमी के एडम आफीसर गजेन्द्र बोरा, हिमांशु सामंत रवि देवलाल, शुभम तिवारी, निखिल नरकोटी हिमांशु बिष्ट, कनिष्का महर, निकिता बम, ज्योति शर्मा ज्योति कार्की, माही मखौलिया गीता आर्या विजय चंद विवेक बम, अनुरांग बसेड़ा राजूधामी, ध्रुव महर भूपेन्द बिष्ट दीपक लोहनी, गुंजन जोशी आदि मौजूद थे।

केन्द्रीय बजट ने भारत को ‘आत्मनिर्भर’ बनने की गति प्रदान की : निर्मला सीतारमण

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नई दिल्ली, केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को कहा कि केंद्रीय बजट 2021-2022 ने भारत को ‘आत्मनिर्भर’ बनने के लिए गति प्रदान की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब गुजरात के मुख्यमंत्री थे, तब से ही आत्मनिर्भर का यह मंत्र उनके अनुभव से प्राप्त हुआ है। फिर, उन्हीं अनुभवों के आधार पर सुधार के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को इस बजट में भी शामिल किया गया। लोकसभा में केंद्रीय बजट पर चर्चा का जवाब देते हुए सीतारमण ने कहा कि कोविड-19 महामारी के कारण सरकार के सामने कई प्रकार की चुनौतियां थीं और इसने ‘प्रोत्साहन और सुधार’ दोनों पर ध्यान केंद्रित किया।

वित्त मंत्री ने कहा कि सरकार ने इस आपदा को एक अवसर में बदल दिया।सीतारमण ने कहा कि कोविड महामारी जैसी चुनौतियां भी सरकार को उन सुधारों को करने से नहीं रोक पाईं जो अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने एवं देश की दीर्घकालिक प्रगति को बनाए रखने के लिए आवश्यक हैं।सीतारमण के भाषण के साथ ही संसद के बजट सत्र के पहले हिस्से का समापन हो गया।एक फरवरी को पेश किए गए केंद्रीय बजट पर चर्चा का जवाब देते हुए सीतारमण ने कहा, “प्रोत्साहन और सुधार – महामारी की स्थिति से एक अवसर हासिल हुआ है। महामारी जैसी चुनौतीपूर्ण स्थिति भी सुधार के लिए कदम उठाने से सरकार को नहीं रोक सकी जो इस देश के लिए दीर्घकालिक प्रगति को बनाए रखने के लिए आवश्यक हैं।”

मंत्री ने यह भी कहा कि केंद्रीय बजट ने भारत को आत्मनिर्भर बनने के लिए गति प्रदान की है।उन्होंने इस बात का भी उल्लेख किया कि बजट 2021-22 प्रधानमंत्री के अनुभवों से लिया गया है जब वह गुजरात के मुख्यमंत्री थे और उन्होंने उस समय बहुत सारे बदलाव देखे थे।सीतारमण ने कहा कि यह बजट पीएम के अनुभव से लिया गया है जब वह गुजरात के सीएम थे। उस समय बहुत कुछ बदलाव हो रहा था। 1991 के बाद लाइसेंस कोटा राज समाप्त हो रहा था और फिर उन्हीं अनुभवों के आधार पर सुधार के प्रति प्रतिबद्धता को इस बजट में भी शामिल किया गया।उन्होंने उल्लेख किया कि ‘जनसंघ’ से लेकर अब तक “हम लगातार भारत और इसके विकास में विश्वास करते हैं।”सीतारमण ने कहा कि भारतीय उद्यमिता कौशल, भारतीय प्रबंधकीय कौशल, भारतीय व्यापार कौशल, भारतीय व्यापार कौशल, भारतीय युवाओं और जनसंघ का सम्मान करते हुए भाजपा ने लगातार ‘भारत में विश्वास किया है’।

दिल्ली : रिंकू शर्मा की हत्या, राम मंदिर के लिए चंदा मांगने को लेकर हुआ था विवाद, 4 आरोपी गिरफ्तार

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नई दिल्ली, दिल्ली के मंगोलपुरी इलाके में 24 साल के रिंकू शर्मा की इलाके के बदमाशों ने लाठी-डंडो से बेरहमी से पिटाई की और बाद में चाकू घोंपकर हत्या कर दी। पुलिस ने इस मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों की पहचान ज़ाहिद, मेहताब, दानिश और इस्लाम के तौर पर हुई है।

पुलिस का कहना है कि घर के पास ही रिंकू अपने दोस्त की जन्मदिन पार्टी में गया था। तभी वहां झगड़ा हो गया और उसकी चाकू मारकर हत्या कर दी गई। हालांकि, परिवार का कहना है कि राम मंदिर के लिए चंदा मांगने को लेकर विवाद हुआ है। बताया जा रहा है कि रिंकू शर्मा भाजपा और वीएचपी से जुड़ा हुआ था और इन दिनों राम मंदिर के लिए चंदा भी जुटा रहा था। वो इलाके में जय श्री राम के नारे लगाता था। 5 अगस्त 2020 को रिंकू ने ‘राम मन्दिर’ बनने की खुशी में इलाके में श्री राम रैली निकाली थी। तब भी आरोपी पक्ष के लोगों ने एतराज जताया था।

घटना के बाद इलाके में दो समुदायों के बीच तनाव फैल गया। जिसकी वजह से इलाके में भारी संख्या में पुलिसबल को तैनात कर दिए गए। हालांकि, परिवार वालों का आरोप है कि दशहरा पर राममंदिर पार्क में प्रोग्राम को लेकर दूसरे समुदाय के लोगों से विवाद चल रहा था, जिसकी वजह से युवक की हत्या की गयी है। युवक के छोटे भाई की शिकायत पर पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। रिंकू अपने पिता अजय शर्मा, मां राधा, छोटा भाई मनु शर्मा और आशु शर्मा के साथ के ब्लॉक मंगोलपुरी में रहता था। वह एक निजी अस्पताल में काम करता था।

मनु शर्मा ने बताया कि उसके घर से कुछ दूरी पर नसरुद्दीन, इस्लाम, जाहिद और मेहताब रहता है। मनु का आरोप है कि कुछ दिन पहले दशहरा पर राम मंदिर पार्क में प्रोग्राम को लेकर आरोपियों का उसके परिवार के सदस्यों के साथ कहासुनी हो गयी थी।

उसके बाद से गली में आते जाते सभी आरोपी जान से मारने की धमकी देते थे। बुधवार रात करीब साढ़े 10 बजे चारों आरोपी कुछ अन्य लोगों के साथ रिंकू के घर पर पहुंचे और दशहरा वाले दिन के विवाद का हवाला देते हुए गाली गलौज करने लगे। रिंकू और मनु ने उनका विरोध किया तो जाहिद ने मनु और रिंकू पर लाठी डंडा से हमला किया और मेहताब ने रिंकू पर ताबड़तोड़ चाकू से हमला कर दिया।

चाकू रिंकू के रीढ की हड्डी में फंस गया। उसके बाद सभी आरोपी फरार हो गये। मनु व परिवार वाले रिंकू को लेकर संजय गांधी अस्पताल पहुंचे। जहां उपचार के दौरान बृहस्पतिवार सुबह रिंकू की मौत हो गयी। देर रात पुलिस ने दबिश देकर चारों नामजद अरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।

धार्मिक संगठन से जुड़े होने की वजह से रिंकू पर हमला होते ही इलाके में तनाव फैल गया। अनहोनी की आशंका को देखते हुए भारी संख्या में पुलिस बल को के ब्लॉक में तैनात कर दिया। साथ ही पुलिस टीम गठित कर आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए दबिश शुरू कर दी गयी। सुबह में रिंकू की मौत के बाद संगठन के लोगों ने थाने का घेराव कर दिया और सभी आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तारी की मांग की। शाम में रिंकू के शव को पुलिस की मुस्तैदी में श्मशान घाट ले जाया गया, जहां उसका अंतिम संस्कार किया गया। रिंकू की मौत के बाद सोशल मीडिया पर भी लोग उसके हत्यारों को जल्द से जल्द फांसी देने की मांग कर रहे हैं।

परिवार वालों ने बताया कि बुधवार शाम इलाके में रहने वाले एक युवक ने अपने जन्मदिन की पार्टी रोहिणी के एम2के मॉल में दी थी। वहां के ब्लॉक के रहने वाले एक युवक की आरोपी से विवाद हो गया था। उस युवक ने एक आरोपी को थप्पड़ दिया था। युवक ने रिंकू को इसख बारे में बताया था। उस वक्त रिंकू से मामले को किसी तरह से शांत कर दिया था। लेकिन रात में सभी आरोपी रिंकू के घर पहुंच गये।

वहीं रिंकू के लिए इंसाफ की मांग रहे लोगों ने इसे #JusticeForRinkuSharma हैशटैग के साथ ट्विटर पर ट्रेंड करना शुरू कर दिया है। वहीं, इस मामले में भाजपा नेता संबित पात्रा ने भी ट्वीट किया है। उन्होंने ट्विटर में लिखा, रिंकु शर्मा, जय श्री राम।

परिश्रम का कोई विकल्प नहीं होता है

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दृढ विश्वास और संकल्प परीक्षा के सफलता का मूल मंत्र है। परिश्रम का कोई विकल्प नहीं होता है। परिश्रम का रिजल्ट आवश्य मिलता है। यह बात प्रशासन द्वारा संचालित प्रतियोगी परीक्षाओं हेतु भल्ला कालेज में चलाये जा रही निशुल्क प्रेरणा कोचिंग में गेस्ट लेक्चर के रूप में मनोज श्रीवास्तव नोडल अधिकारी कुंभ मेला मीडिया ने कही। उन्होंने प्रतियोगी परीक्षाओं के संबंध में महत्वपूर्ण टिप्स देते हुए कहा, हमारे व्यक्तित्व की झलक प्रारंभिक परीक्षा, मुख्य परीक्षा और साक्षात्कार में दिख जाती है।

इसके लिए व्यापक योजना और रणनीति बनाकर अपने मिशन पर जुट जाना चाहिए। प्रमाणिक पुस्तकों का अध्ययन, दिया गया पाठयक्रम और पिछले वर्षों का अनशाॅल्ड प्रश्नपत्र अनिवार्य रूप से हल कर लेना चाहिए। हमें स्पष्ट पता होना चाहिए कि हम किस परीक्षा के लिए योग्य है। अथार्त हमे क्या करना है और क्यों करना है। प्रश्नपत्र को हल करते समय का ध्यान अवश्य रखना चाहिए। पुस्तकों को पढने के समय कोर सेक्टर पर विशेष फोकस रखना चाहिए। क्योंकि सम्पूर्ण पुस्तक की तुलना में कोर सेक्टर से ही अधिकांश प्रश्न तैयार किए जाते है।

अथार्त क्या पढना है से अधिक है कि क्या नहीं पढना है। उन्होंने कहा कि सौ पुस्तकें एक बार पढने से अधिक अच्छा है एक अच्छी पुस्तक को सौ बार पढा जाए।
सहायक अर्थ संख्या अधिकारी व समन्वयक प्रेरणा कोचिंग सुभाष शाक्य ने कहा कि प्रशासन के सहयोग से जनपद के युवा वर्ग को प्रतियोगी परीक्षा हेतु निशुल्क कोचिंग प्रदान की जा रही है। इसका उददेश्य युवा वर्ग को अच्छा नागरिक बनाकर विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं के लिये तैयार करना है।

बैरागी अखाड़े की नाराजगी : हरकत में आया मेला प्रशासन, अवैध अतिक्रमण को हटाया

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हरिद्वार, कुम्भ मेले में अव्यवस्थाओं और उत्तराखंड शासन की उपेक्षा को लेकर नाराज कल बैरागी संतों द्वारा अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद का बहिष्कार किये जाने के बाद आज कुम्भ मेला प्रशासनिक टीम, अपर मेलाधिकारी कुम्भ हरबीर सिंह के नेतृत्व में बैरागी कैम्प क्षेत्र में अतिक्रमण हटाने पहुंची,

पुलिस की सहायता से प्रशासनिक टीम ने क्षेत्र में अतिक्रमण पर करवाई की और नाराज़ साधु संतो को मनाने का प्रयास किया। बैरागी क्षेत्र में मेला प्रशासनिक टीम और पुलिस के साथ अतिक्रमण हटाने पहुंचे अपर मेलाधिकारी हरवीर सिंह का कहना है कि, कुम्भ मेले के आयोजन के लिए शहर में जगह-जगह अतिक्रमण को हटाया जा रहा है। आज इस क्रम में मेला प्रशासन की टीम बैरागी कैम्प क्षेत्र से अतिक्रमण को हटा रही है। बैरागी कैम्प क्षेत्र में अव्यवस्थाओं को लेकर बैरागी संतो की नाराजगी पर अपर मेलाधिकारी का कहना है कि, संतो की कोई नाराजगी नही थी, अपितु संतो की मांग थी कि, बैरागी कैम्प क्षेत्र से अतिक्रमण को जल्द हटाया जाए। यहां लोगो ने विभिन्न रूपो में जगह पर अतिक्रमण किया हुआ है। इसको लेकर आज करवाई की जा रही है।

अपर मेला अधिकारी के नेतृत्व में बैरागी क्षेत्र में अतिक्रमण हटाने पहुंची कुम्भ मेले की प्रशासनिक टीम के बारे में श्री पंच दिगम्बर अणी अखाड़े के बाबा हठयोगी महाराज का कहना है कि, हरिद्वार कुम्भ मेले की प्रशासनिक टीम पूरी तरह से मुस्तैद है। शासन से आदेश मिलने पर हरिद्वार कुम्भ प्रशासन सभी कार्य करने के लिए तैयार है।

कल हमारे द्वारा अखाड़ा परिषद का बहिष्कार किए जाने के बाद आज मेला प्रशासन द्वारा बैरागी क्षेत्र में अतिक्रमण हटाया जा रहा है। मगर व्यवस्थाओं के नाम पर अभी कुछ भी नही किया गया है। आगे समय मे पता चलेगा कि, बैरागियों खालसों और वैष्णव संप्रदाय को कुम्भ मेले में शासन द्वारा किस तरह की व्यवस्थाएं दी जाती है।

बैरागी अखाड़ों की नाराजगी के बाद आज मेला प्रशासन हरकत में आया और तुरंत बैरागी कैंप में अवैध अतिक्रमण को हटाया गया। भगत बैरागी अखाड़ों के संतों में अभी संशय की स्थिति है कि, क्या मेला प्रशासन पूरी तरह से कार्य करेगा या नहीं।

ओएनजीसी का चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में 67 प्रतिशत घटा शुद्ध लाभ

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नई दिल्ली/ टीम डिजिटल। सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी तेल और प्राकृतिक गैस निगम (ओएनजीसी) ने शनिवार को कहा कि तेल और गैस की कीमतों में गिरावट के चलते चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में उसका शुद्ध लाभ 67 प्रतिशत घट गया। कंपनी ने यहां एक बयान में कहा कि अक्टूबर-दिसंबर 2020 तिमाही में उसका एकल शुद्ध लाभ 1,378 करोड़ रुपये था,

जो इससे पिछले वर्ष की इसी तिमाही के 4,226 करोड़ रुपये के मुकाबले 67.4 प्रतिशत कम है। खास बात यह है कि इस कंपनी में भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा कंपनी बोर्ड में स्वतंत्र निदेशक रहे हैं। इस दौरान कंपनी को कच्चे तेल के लिए प्रत्येक बैरल 43.9 डालर की कीमत मिली, जबकि इससे एक साल पहले की समान अवधि में यह आंकड़ा 58.24 डालर प्रति बैरल था।

इस तरह समीक्षाधीन अवधि में गैस की कीमत 3.23 डॉलर प्रति एमएमबीटीयू से घटकर 1.79 प्रति एमएमबीटीयू रह गई। इस दौरान कंपनी की कुल आय 28 प्रतिशत घटकर 17,024 करोड़ रुपये रही। कंपनी बोर्ड ने शनिवार को हुई बैठक में 35 प्रतिशत का अंतरिम लाभांश को मंजूरी दी, जो पांच रुपये अंकित मूल्य के इक्विटी शेयर पर प्रति शेयर 1.75 रुपये है। कंपनी ने एक बयान में बताया कि इस मद में कुल 2,201.55 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इसके अलावा बोर्ड ने गैस और एलएनजी व्यवसाय की मूल्य श्रृंखला पर ध्यान केंद्रित करने के लिए एक पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी के गठन को मंजूरी दी। ओएनजीसी ने कहा कि उसके बोर्ड ने रणनीतिक निवेश के रूप में इंडियन गैस एक्सचेंज लिमिटेड (आईजीएक्स) में पांच प्रतिशत इक्विटी के अधिग्रहण को भी मंजूरी दी है।