Sunday, June 22, 2025
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प्रसिद्ध गायिका सिमरन चौधरी ने किया दून में लाइव शो  

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 देहरादून: ‘वॉयस ऑफ़ इंडिया’ की प्रसिद्धि एवं लोकप्रिय गायिका सिमरन चौधरी ने आज देहरादून के ज़िओन एयर लाउंज में लाइव प्रस्तुति दी। सिमरन एक हिंदुस्तानी शास्त्रीय प्रशिक्षित गायिका हैं और हाल ही में उन्होंने ‘गुज़र जाएगा’ प्रोजेक्ट में अमिताभ बच्चन के साथ और ‘जरुरत’ प्रोजेक्ट में शत्रुघ्न सिन्हा, सोनाक्षी सिन्हा के साथ काम करा है।

इस अवसर के दौरान, उन्होंने अपने नवीनतम ट्रैक ‘मेहरबानियां’ के साथ साथ ‘बेस तेरी आन’, ‘शाह काला’ और ‘हवा बनके’ की प्रस्तुति दी।
सिमरन चौधरी अपने नए लॉन्च किए गए गाने ‘मेहरबानियां’ के प्रचार के लिए देहरादून में हैं। वह ‘मेहरबानिया टूर’ के तहत 6 अन्य शहरों का भी दौरा करेंगी।
उल्लेखनीय है कि ‘मेहरबानियां’ के संगीत वीडियो को देहरादून के प्रसिद्ध निर्देशक और विज्ञापन फिल्म निर्माता वरुन प्रभुदयाल गुप्ता द्वारा फिल्माया गया है। शहर के विभिन्न वन स्थानों पर फिल्माया गया यह वीडियो, संयुक्त रूप से एम्प्लिफाई और हेड्स अप एंटरटेनमेंट द्वारा निर्मित किया गया है। इस म्यूजिक वीडियो के लॉन्च होने के एक हफ्ते के भीतर ही इसको 4 मिलियन से अधिक व्यू प्राप्त हो गए हैं ।
इस अवसर पर, निर्देशक वरुन प्रभुदयाल ने कहा, “देहरादून को शूटिंग स्थान के रूप में चुना गया था, इसलिए हम इस खूबसूरत शहर से ही ‘मेहरबानियां टूर’ की शुरुआत कर रहे हैं। मैं इस म्यूजिक वीडियो की सफलता के लिए हेड्स अप एंटरटेनमेंट के ओनर एवं एग्जीक्यूटिव प्रोडूसर सम्रान्त विरमानी और प्रोड्यूसर राज सूरी को दिल से धन्यवाद देना चाहता हूं। ”
उन्होंने आगे कहा, “‘मेहरबानियां’ गीत स्वतंत्र संगीत लेबल एम्प्लीफाई के पुन: लॉन्च का प्रतीक है। अब तक हमने दुनिया भर में नए इंडी कलाकारों को बढ़ावा देते हुए लगभग 400 गाने और लगभग 1500 कलाकारों को सफलतापूर्वक लॉन्च किया है। ”
देहरादून में जन्मे और पले-बढ़े वरुन प्रभुदयाल गुप्ता म्यूजिक वीडियो और विज्ञापन फिल्म निर्देशक, उद्यमी और निर्माता हैं। हाल ही मे उन्होंने ‘गुज़र जाएगा’ प्रोजेक्ट में अमिताभ बच्चन के साथ और ‘जरुरत’ प्रोजेक्ट में शत्रुघ्न सिन्हा, सोनाक्षी सिन्हा के साथ बतौर निर्देशक के रूप में काम किया है ।

देव भूमि के छात्र-छात्राओं ने लैब भ्रमण में जाना कीटनाशकों की गुणवत्ता और प्रबंधन

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देहरादून,। देव भूमि ग्रुप आॅॅफ इंस्टिट्यूट के छात्र-छात्राओं ने कीटनाशकों की गुणवत्ता और कीट प्रबंधन को लेकर विस्तृत जानकारी हासिल की। जूलॉजी और माइक्रोबायोलॉजी विभाग द्वारा कृषि निदेशालय, उत्तराखंड सरकार की कीटनाशक गुणवत्ता नियंत्रण प्रयोगशाला के भ्रमण का आयोजन किया गया। जिसका उद्देश्य छात्र-छात्राओं को कीटनाशको की गुणवत्ता के साथ साथ कीट प्रबंधन को लेकर छात्र-छात्राओं को विस्तार से जानकारी मुहैया कराना था। डॉ. दिव्या अग्रवाल (इवेंट संयोजक) और सुश्री पद्मा चोरोल (इवेंट कोऑर्डिनेटर) के साथ विभाग के 20 छात्र—छात्राओं ने इस भ्रमण में प्रतिभाग किया।

छात्रों को कृषि निदेशालय के सहायक निदेशक श्री सुरेंद्र ने संस्थान के विभिन्न पहलुओं और कीटनाशक गुणवत्ता नियंत्रण प्रयोगशाला के कामकाज और विश्लेषणात्मक उपकरणों के सिद्धांतों और अनु प्रयोगों के बारे में  विस्तार पूर्वक जानकारी दी। इस भ्रमण पर छात्रों ने कई विश्लेषणात्मक उपकरणों के प्रयोग और विभिन्न कीटों, उनके प्रबंधन और नियंत्रण विधियों और विभिन्न कीटनाशकों के संबंध में विस्तृत जानकारी हासिल की।

छात्रों ने पूरे उत्साह के साथ लैब विजिट में प्रतिभाग किया और कीट प्रंबधंन से लेकर प्रयोगशाला में प्रयोग किये जाने वाले उपकरणों को लेकर कई सवालों का भी उन्हे जवाब मिला। श्री देवेंद्र, छात्र-छात्राओं की अपने विषय को लेकर उत्सुकता को देखकर खासे प्रभावित हुए। जिस पर उन्होने छात्र-छात्राओं की प्रंशसा की। विजिट संयोजक डॉ. दिव्या अग्रवाल ने बताया कि छात्र-छात्राओं को उनके विषय की विस्तृत जानकारी जुटाने के उददेश्य से लैब भ्रमण आयोजित किया गया। जिसमें 20 छात्र-छात्राओं ने प्रतिभाग किया।उन्होने कहा कि छात्रों का उत्साह देखने लायक था।

इससे पूर्व में जूलॉजी और माइक्रोबायोलॉजी विभाग द्वारा “सांख्यिकी: इसके उपयोग और अनुसंधान कार्य में कार्यान्वयन” विषय पर परिचर्चा आयोजित की गयी। जिसमें जानेमाने सांख्यिकीविद डॉ.अमित मित्तल कार्यक्रम में मुख्य वक्ता थे। व्याख्यान में जूलॉजी विभाग की डॉ.दिव्या अग्रवाल कार्यक्रम संयोजक रही। इसके अलावा डॉ. प्रेरणा बडोनी (माइक्रोबायोलॉजी / सीबीजेड के एचओडी ) और सुश्री पद्मा चोरोल डॉ.भावना त्रिवेदी और सुश्री सुरभि प्रधान सहित बड़ी संख्या में छात्र—छात्राओं ने प्रतिभाग किया।

मुख्यमंत्री ने की ‘‘घरैकि पहचाण चेलिक नाम’ की शुरुआत

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नैनीताल , परम्परागत रीति को नई दिशा देते हुये समाज के सृजन के उददेश्य से बालिकाआंे को अपेक्षाकृत अधिक सम्मान देते हुये ‘‘घरैकि पहचाण चेलिक नाम’’ कार्यक्रम की अभिनव शुरूआत सूबे के मुख्यमंत्री  त्रिवेन्द्र सिह रावत ने टीआरसी सूखाताल मे आयोजित कार्यक्रम में की। प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी जी के बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान को उत्तराखंड में एक कदम और आगे बढ़ाया जा रहा है।

इस परंपरा के तहत परिवार की सबसे छोटी बेटी के नाम पर उस घर की पट्टिका लगाई जाएगी, ताकि घर की पहचान बिटिया के नाम पर हो सके। प्रथम चरण में इस नई परंपरा की शुरुआत नैनीताल जिले की नैनीताल नगरपालिका से की गयी और जिले के सभी विकासखंडों का एक-एक ग्राम चयनित किया गया है। सबसे अहम बात यह है कि पट्टिका में बेटी के नाम की पट्टिका बनाए जाने में ऐपण कला का प्रयोग किया जा रहा है, जिससे स्थानीय कला को भी प्रोत्साहन मिलेगा।

मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि यह छोटी सी कोशिश एक दिन अभियान बनेगी और हर घर का नाम बेटी के नाम पर होगा। हमारी सरकार महिला सशक्तिकरण के लिए कृत संकल्प है। उन्होंने कहा कि हाल ही में सरकार ने महिलाओं को पति की पैतृक संपत्ति में सहखातेदार का अधिकार दिया है। इससे महिलाओं को स्वरोजगार के लिए बैंक से लोन मिल सकेगा और वे स्वावलंबी बन सकेंगी। उन्होंने कहा कि महिला सशक्तिकरण के लिए हमें महिलाओं को समान अधिकार और समान अवसर देने होंगे। हमारी सरकार द्वारा महिलाओं को आर्थिक, मानसिक के साथ ही शारीरिक दृष्टि से भी सशक्त बनाया जा रहा है। उनके सम्मान में कोई कसर बाकी नहीं रखी जायेगी। समारोह में कई महिलाओं को उनके बेटी के नाम की पट्टिका घर पर लगाने के लिए मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने प्रदान की। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि रूरल ग्रोथ सेंटर्स के आज बहुत अच्छे परिणाम सामने आ रहे हैं।

आज हमने उन ग्रोथ सेंटर्स के लिए स्वयं सहायता समूहों से 5 लाख रूपए तक की खरीदारी सरकार द्वारा किए जाने का निर्णय हुआ है। हम इन समूहों को 5 लाख रूपए तक का ब्याज मुक्त ऋण भी दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमें नौकरी की मानसिकता से हटना होगा। इसके लिए हमारी सरकार ने स्वरोजगार सृजित करने का कार्य किया है। इसी के तहत स्वरोजगार योजना, सोलर स्वरोजगार योजना, मुख्यमंत्री कृषक कल्याण योजना, घसियारी योजना, युवाओं के लिए मोटर बाइक टैक्सी, पिरूल से बिजली उत्पादन योजना आदि संचालित की जा रही है ताकि हम अपने पैरों पर खड़े हो सकें।

श्री रावत ने कहा कि राज्य गठन के समय राज्य में वाहनों की संख्या लगभग 4.5 लाख थी और वर्तमान में राज्य में वाहनों की संख्या 26 लाख से अधिक है। श्री रावत ने वाहनों की बढ़ती संख्या को देखते हुए घोषणा की कि नैनीताल में पार्किंग के लिए भवाली में 300 वाहनों की पार्किंग, कचहरी परिसर में 400 वाहनों की बहुमंजिला पार्किंग, फासी गधेरा में 100 वाहनों की पार्किंग का निर्माण किया जाएगा। अभी तक यहां 450 वाहनों की पार्किंग है, अब 800 वाहनों की पार्किंग और होने से यह संख्या लगभग तिगुनी हो जाएगी।

श्री रावत ने 4338.35 लाख की धनराशि के कार्यो का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया गया। जिसमें 4002.40 लाख के कार्यों का शिलांयास तथा 335.95 लाख के कार्यों का लोकार्पण किया गया। जिसमें नैनीताल-कालाढूगी मोटर मार्ग पर केएमवीएम पार्किग से बारात घर एवं देवदार लाॅज के सामने रोड के किनारे सरफेस पार्किंग लागत 69.85 लाख एवं नैनीताल-हल्द्वानी मोटर मार्ग मे रूसी बैण्ड से डांट तल्लीताल नैनीताल तक सौन्दर्यीकरण कार्य लागत 48.08 लाख की लागत की योजनाओं का लोकार्पण किया। इसके साथ ही मुख्यमंत्री श्री रावत ने तहसील परिसर हल्द्वानी मे बने हाईटैक शौचालय लागत 29.43 लाख, खैरना मे हाईटैक शौचालय लागत 39.68 लाख,रूसी बाईपास मे हाईटैक शौचालय लागत 99.88 लाख, तहसील परिसर लालकुआं मे हाईटैक शौचालय लागत 17.85 लाख व मुक्तेश्वर में 31.22 लाख एवं की लागत से बनने वाले हाईटैक शौचालय का लोकार्पण किया।
श्री रावत ने 2577.42 लाख की लागत से सूखाताल को रिचार्जिंग जोन एवं टूरिस्ट डेस्टिनेशन, 605.05 लाख की लागत से सातताल मे विकास एवं सौन्दर्यीकरण कार्य, 214.83 लाख की लागत से मल्लीताल नाला न-23 तिराहे से जलसंस्थान के कार्यशाल तक नाला कवरिंग, 158.91 लाख की लागत से सूखाताल में कार पार्किंग,छत पर कुमाऊंनी शैली मे हाॅट एवं फूड एण्ड क्राफ्ट कोर्ट का निर्माण तथा 446.19 लाख की लागत से मुक्तेश्वर सर्किट में हिमालय दर्शन थीम के आधार पर विकास एवं भीमताल मे करकोटक की चोटी का पर्यटन की दृष्टि से विकास एवं सौन्दर्यीकरण का शिलान्यास किया।

इस अवसर पर सांसद अजय भट्ट ने कहा कि प्रदेश सरकार श्री रावत के नैतृत्व में बेहतर काम कर रही है और विकास की नई इबारत लिख रही है। क्षेत्रीय विधायक संजीव आर्य ने कहा कि घरैकि पहचान, चेलिक नाम के तहत नैनीताल जनपद में 8000 घरों का चयन कर उनमें बेटी के नाम की पट्टियां लगाई जाएंगी। मण्डायुक्त अरविन्द सिंह ह्यांकी ने कहा कि जल संरक्षण एवं संवर्धन के क्षेत्र में श्री रावत द्वारा की गयी पहल एवं सहयोग राज्य के लिए भागीरथ प्रयास साबित होगा। जिलाध्यक्ष बीजेपी प्रदीप बिष्ट ने धन्यवाद ज्ञापित किया।

कार्यक्रम में अध्यक्ष जिला पंचायत बेला तोलिया, विधायक राम सिंह कैड़ा, विधायक दीवान सिंह बिष्ट, पूर्व विधायक डाॅ.शैलेन्द्र मोहन सिंघल, दर्जा मत्री केदार जोशी, रेनु अधिकारी, मनोज साह, कुन्दन बिष्ट, प्रदेश प्रवक्ता प्रकाश रावत, पीआरओ माननीय मुख्यमंत्री विजय बिष्ट, गोपाल रावत, प्रदीप जनोटी, सचिन साह, दीपक मलकानी, विवके साह, जगदीश बिष्ट, राजेन्द्र जीना, सुमित नदगली,के अलावा आनन्द बिष्ट, गजाला कमाल, मनोज जोशी, डीएन भट्ट, अरविन्द पडियार, दया किशन पोखरिया, प्रेमा अधिकारी, आयुष भण्डारी, पूरन बिष्ट, आईजी अजय रौतेला, जिलाधिकारी धीराज गब्र्याल, अपर सचिव माननीय मुख्यमंत्री डाॅ.महेरबान सिंह बिष्ट, मुख्य विकास अधिकारी नरेन्द्र सिंह भण्डारी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रीति प्रियदर्शनी, प्रबन्ध निदेशक केएमवीएन रोहित कुमार मीणा, जीएम केएमवीएन अशोक जोशी, संयुक्त मजिस्ट्रेट प्रतीक जैन, सचिव जिला विकास प्राधिकरण पंकज उपाध्याय, उप जिलाधिकारी अनुराग आर्य, गौरव चटवाल, जिला विकास अधिकारी रमा गोस्वामी, जिला कार्यक्रम अधिकारी अनुलेखा बिष्ट, डीएसडीओ एलएम जोशी के अलावा गणमान्य व्यक्ति तथा अधिकारी उपस्थित थे।

यूकास्ट के तत्वाधान में लक्ष्य एवं अग्रणी संस्था ने मनाया 35 वां राष्ट्रीय विज्ञान दिवस

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देहरादून , 35वें राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के उपलक्ष्य में उत्तराखंड राज्य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद, लक्ष्य एवं अग्रणी संस्था ने मिलकर शहीद दुर्गामल्ल पीजी कालेज, डोईवाला में कार्यशाला का आयोजन किया गया। महाविद्यालय के लगभग 300 विद्यार्थियों व अध्यापकों ने प्रतिभाग किया। कार्यक्रम में विज्ञान एवं तकनीकी विषयों पर विद्यार्थियों हेतु प्रतियोगिता का भी आयोजन हुआ जिसमें अतिथियों द्वारा बच्चों को पुरस्कृत किया गया।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डा.डी पी उनियाल, संयुक्त निदेशक, यूकास्ट ने विज्ञान दिवस को मनाने के बारे में विस्तृत जानकारी दी, उन्होंने कोविड वैक्सीन के बारें लोगों को जागरूक किया साथ ही जीवन में विज्ञान की उपयोगिता के बारे में बताया।
मुख्य वक्ता डा.बृजमोहन शर्मा, स्पैक्स संस्था द्वारा बताया गया कि कैसे विज्ञान से मानव जीवन को सरल बनाया जा सकता है। उन्होंने पानी के उपर विस्तृत जानकारी उपलब्ध करायी साथ ही कैसे बंद बोतल के पानी की गुणवत्ता की जांच की जा सकती है, उसका प्रत्यक्ष उदाहरण दिया।

विशिष्ट अतिथि अमित पोखरियाल, अध्यक्ष पीआरएसआई एवं प्रबंधक जनसम्पर्क यूकास्ट ने कहा कि केन्द्र और राज्य सरकार विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में निरंतर कार्यरत है, राज्य सरकार शीघ्र ही लोगो को झाझरा में साइंस सिटी की सौगात देने वाली है जिसका एमओयू राज्य सरकार और एनसीएसएम के मध्य हो गया है जो देश विदेश के पर्यटकों का आकर्षण का केन्द्र बनेगी, उन्होंने यह भी बताया कि प्रदेश में उच्च गुणवत्ता की रिसर्च के लिए साइंस एन्ड टेक्नोलोजी कालेज-आयसर(इंडियन इंस्टिट्यूट आफ साइंस एन्ड एजुकेशन रिसर्च सेन्टर) को भी खोलने हेतु राज्य सरकार प्रयासरत है, शीघ्र ही हमारा प्रदेश देश में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में अग्रणी बनेगा। अमित पोखरियाल ने कहा कि समय आ गया है कि अब विकास और पर्यावरण का समन्वय बनाकर प्रदेश आगे बढ़े।

इस अवसर पर अग्रणी विकास संस्थान के अध्यक्ष अवनीश मलावी ने कार्यक्रम का समन्वय और संचालन किया तथा लक्ष्य संस्थान के अध्यक्ष रामेश्वर प्रसाद सेमवाल द्वारा उपस्थित बच्चो को वैज्ञानिक दृष्टिकोण विकसित करने के नये तरीके बताये।
इस अवसर पर सुनील राणा, किशन सिंह असवाल, डा प्रशान्त सिंह, डोईवाला कालेज के अध्यापक आदि उपस्थित रहे।

उपनल प्रबंधन का फरमान : पांच दिन से गैरहाजिर कर्मियों की सेवा समाप्त, आदेश हुये जारी

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देहरादून, उपनल कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर आंदोलित हैं, उधर उपनल ने सेवा समाप्ति का एक फरमान जारी किया है, जिसमें प्रबंधन ने विभिन्न विभागों में उपनल के माध्यम से प्रायोजित संविदा कर्मचारियों के अकारण पांच दिन से अधिक अवकाश पर रहने वालों की सेवा समाप्त करने का फरमान जारी कर दिया है।

उपनल के उप महाप्रबंधक (अ.प्रा) मनोज रावत ने सभी विभागों का पत्र लिखकर कहा है कि संज्ञान में आया है कि कुछ विभागों में उपनल द्वारा प्रायोजित संविदा कर्मी बिना कारण कार्यालय से अनुपस्थित हो रहे हैं। पत्र में कहा गया है कि यदि कोई भी उपनल कर्मी अकारण विभाग से अनुपस्थित रहता है तो उपस्थिति पंजिका में उन्हें अनुपस्थित दर्शाय जाए। जो भी उपनल कर्मी पांच दिन या उससे अधिक अकारण अनुपस्थित रहते हैं, उस स्थित में उनकी सेवा को समाप्त किया जाए एवं उनके स्थान पर उपनल को मांग भेजी जाय |

राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद दिया उपनल कर्मचारियों को अपना समर्थन

राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के प्रांतीय पदाधिकारियों ने आज एकता विहार स्थित धरना स्थल पर जाकर अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठे उपनल कर्मचारी महासंघ का समर्थन व्यक्त किया।

धरना स्थल पर उपनल कर्मचारियों को संबोधित करते हुए कहा कि परिषद के नेताओं ने कहा कि उपनल कर्मचारी महासंघ की नियमितीकरण के लिए नियमावली बनाने की मांग का राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद पूर्व से ही समर्थन करता रहा है तथा शाासन एवं सरकार के स्तर पर होने वाली वार्ताआंे मंे लगातार इस मांग पर चर्चा भी की है। परिषद लगातार इस प्रयास में है कि उपनल कर्मचारी महासंघ की मांगों के समाधान के लिए शासन एवं सरकार के स्तर पर वार्ता के लिए समय निर्धारित किया जा सके। इस संबंध में परिषद ने अपर मुख्य सचिव कार्मिक राधा रतूड़ी एवं मुख्य सचिव ओमप्रकाश से अनुरोध भी किया है।

परिषद के प्रदेश कार्यकारी महामंत्री अरूण पाण्डे ने कहा कि कि प्रदेश के विभिन्न विभागों/परियोजनाओं मंे उपनल कर्मचारी आउटसोर्स के रूप में पूरी निष्ठा एवं ईमानदारी से कार्य सम्पादित कर रहे हैं। जबकि, मानदेय के रूप में उन्हें अत्यन्त अल्प धनराशि का भुगतान किया जा रहा है। इस दौरान प्रदेश अध्यक्ष ठा0 प्रहलाद सिंह, चैधरी ओमवीर सिंह आदि कर्मचारी नेता उपस्थित थे।

भारतीय अर्थव्यवस्था की हालत में सुधार, अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में 0.4 प्रतिशत की वृद्धि

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नई दिल्ली: कोरोना वायरस महामारी के बीच भारतीय अर्थव्यवस्था में चालू वित्त वर्ष में लगातार दो तिमाही में गिरावट के बाद तीसरी तिमाही अक्टूबर-दिसंबर में 0.4 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) की तरफ से जारी आंकड़े में यह जानकारी दी गई है. इससे पूर्व वित्त वर्ष 2019-20 की इसी तिमाही में अर्थव्यवस्था में 3.3 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी.

जीडीपी में गिरावट का अनुमान

एनएसओ के राष्ट्रीय लेखा के दूसरे अग्रिम अनुमान में 2020-21 में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में 8 प्रतिशत की गिरावट का अनुमान जताया गया है. जनवरी में एनएसओ ने चालू वित्त वर्ष 2020-21 में अर्थव्यवस्था में 7.7 प्रतिशत की गिरावट का अनुमान जताया था. एक साल पहले 2019-20 में जीडीपी में 4 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी.

चालू वित्तवर्ष की पहली -दूसरी तिमाही में आई थी गिरावट

कोरोना वायरस महामारी और उसकी रोकथाम के लिए लगाए गए ‘लॉकडाउन’ के कारण चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में अर्थव्यवस्था में 24.4 प्रतिशत की गिरावट आयी थी। वहीं दूसरी तिमाही जुलाई-सितंबर में जीडीपी में 7.3 प्रतिशत की गिरावट आयी थी. चीन की अर्थव्यवस्था में अक्टूबर-दिसंबर, 2020 में 6.5 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी. वहीं जुलाई-सितंबर में वृद्धि दर 4.9 प्रतिशत रही थी।

जनवरी में आठ मुख्य उद्योगों का उत्पादन 0.1 प्रतिशत बढ़ा

वहीं, इस साल जनवरी महीने में आठ बुनियादी उद्योगों का उत्पादन मामूली रूप से 0.1 प्रतिशत बढ़ा. यह मुख्य रूप से उर्वरक, इस्पात और बिजली के उत्पादन में वृद्धि के कारण हुआ. वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय द्वारा शुक्रवार को जारी शुरुआती आंकड़ों के अनुसार, जनवरी 2020 में इन क्षेत्रों का उत्पादन 2.2 प्रतिशत बढ़ा था. जनवरी 2021 में कोयला, कच्चा तेल, प्राकृतिक गैस, रिफाइनरी उत्पाद और सीमेंट के उत्पादन में गिरावट आयी. हालांकि, उर्वरक, इस्पात और बिजली के उत्पादन में क्रमशः 2.7 प्रतिशत, 2.6 प्रतिशत और 5.1 प्रतिशत की वृद्धि हुई. अप्रैल-जनवरी 2020-21 के दौरान, इन क्षेत्रों का उत्पादन साल भर पहले की इसी अवधि में 0.8 प्रतिशत की वृद्धि की तुलना में 8.8 प्रतिशत गिरा. आठ प्रमुख उद्योग औद्योगिक उत्पादन सूचकांक में 40.27 प्रतिशत योगदान देते हैं.

‘रोजगार दो या डिग्री वापस लो’ नारे के साथ NSUI का सीएम आवास कूच, कार्यकर्ताओं और पुलिस में धक्का मुक्की, कई गिरफ्तार हुये

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देहरादून। मुख्यमंत्री आवास कूच के दौरान भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (NSUI) के कार्यकर्त्‍ता हाथीबड़कला में रोके जाने पर पुलिस से भिड़ गए। आगे जाने के लिए कार्यकर्त्‍ताओं ने पुलिस के साथ काफी देर तक धक्का-मुक्की और नोकझोंक की। कुछ कार्यकर्त्‍ता बैरिकेडिंग पर भी चढ़ गए।

बैरिकेडिंग पार करने में नाकाम रहने पर हंगामा भी किया। हालांकि, पुलिस के आगे उनकी एक नहीं चली। हालात पर काबू पाने के लिए पुलिस ने 50 से अधिक नेताओं व कार्यकर्त्‍ताओं को गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद करीब एक घंटे तक सड़क पर बैठकर धरना देने के बाद कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने मुख्यमंत्री को ज्ञापन प्रेषित किया। ज्ञापन देने के बाद कार्यकर्त्‍ता लौट गए। वहीं, गिरफ्तार किए गए नेताओं और कार्यकर्त्‍ताओं को रेसकोर्स स्थित पुलिस लाइन ले जाया गया। वहां से कुछ ही देर में सभी को निजी मुचलके पर रिहा कर दिया गया।

एनएसयूआइ ने ‘रोजगार दो या डिग्री वापस लो’ कार्यक्रम के तहत शुक्रवार को मुख्यमंत्री आवास कूच का एलान किया था। इसके लिए सभी कार्यकर्त्‍ता राजपुर रोड स्थित कांग्रेस भवन में एकत्र हुए। कूच में कांग्रेस के दिग्गज नेता और कार्यकर्त्‍ता भी शामिल होने के लिए पहुंचे। वहां पर एनएसयूआइ के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष श्याम सिंह चौहान और जिला अध्यक्ष सौरभ ममगाईं ने सभा को संबोधित करते हुए प्रदेश सरकार पर बेरोजगारों के साथ छल करने का आरोप लगाया। करीब दो बजे कार्यकर्त्‍ता जुलूस की शक्ल में कांग्रेस भवन से मुख्यमंत्री आवास के लिए निकले, दिलाराम चौक पहुंचकर कार्यकर्त्‍ताओं ने केंद्र और राज्य सरकार के खिलाफ खूब नारेबाजी की।

करीब पौने तीन बजे कार्यकर्त्‍ताओं का हुजूम हाथीबड़कला पहुंचा। यहां उन्हें रोकने के लिए पहले से भारी पुलिस बल तैनात था। आगे जाने से रोकने पर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह और एनएसयूआइ के अध्यक्ष मोहन भंडारी दो दर्जन कार्यकर्त्‍ताओं के साथ बैरिकेडिंग पर चढ़ गए। हालांकि, पुलिस ने किसी को भी आगे जाने नहीं दिया। इसके चलते करीब 15 मिनट तक पुलिस व कांग्रेस कार्यकर्त्‍ताओं के बीच तीखी झड़प हुई। हंगामा तब बढ़ गया, जब पुलिस ने बैरिकेडिंग पर चढ़े नेताओं को नीचे उतारने के लिए धकेलना शुरू करने के बाद पुलिस ने गिरफ्तारी शुरू की, तब जाकर मामला शान्त हुआ |

प्रदेश में नियुक्त दायित्व धारियों से मुख्यमंत्री ने की भेंट

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• जन समस्याओं के समाधान के साथ ही जन कल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में बनें सहयोगी।
• प्रदेश का समग्र एवं संतुलित विकास हमारा ध्येय है।

देहरादून, मुख्यमंत्री  त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री आवास में दायित्व धारियों से भेंट की। मुख्यमंत्री ने सभी दायित्व धारियों का आह्वान किया कि वे जन समस्याओं के समाधान तथा जन कल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में सहयोगी बनें। उन्होंने कहा कि आगामी 18 मार्च को प्रदेश सरकार के चार वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर सभी विधान सभा क्षेत्रों में कार्यक्रमों का आयोजन किया जाना है। इस आयोजन की सफलता में भी सभी को सहयोगी बनना होगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन दायित्व धारियों को जो भी दायित्व मिला है वे उसका पूरे मनोयोग से निर्वहन करें। पिछले चार साल में राज्य के सन्तुलित एवं समग्र विकास के लिये जो प्रभावी प्रयास किये गये हैं, उन्हें जनता तक पहुंचाने का भी कार्य किया जाय। उन्होंने कहा कि प्रदेश के हित में राज्य सरकार द्वारा अनेक एतिहासिक निर्णय लिये हैं चाहे वह सडकों, पुलों का निर्माण हो अथवा अन्य अवस्थापना सुविधाओं का विकास या सीधे आम जनता के हित से जुड़ी योजनायें, सभी के हित में दलगत राजनीति से ऊपर उठकर बिना किसी भेद भाव के हर क्षेत्र का विकास हमारा ध्येय रहा है। सभी विधान सभा क्षेत्रों के लिये क्षेत्र की आवश्यकता के अनुरूप करोड़ों की योजनायें स्वीकृत कर उनपर कार्य किया गया है।

उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने जनता से भ्रष्टचार मुक्त प्रशासन का वादा किया था जिस पर हम खरे उतरे हैं। पिछले पिछले चार साल में संस्थागत भ्रष्टाचार को रोकने में हम सफल हुए हैं। नारसन से लेकर नाभिढांग तक पहले समस्या भ्रष्टाचार को लेकर रहती थी, जिसे रोकने में हम कामयाब हुए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि जनता की समस्याओं के समाधान के प्रति हम संवेदनशीलता के साथ कार्य कर रहे हैं।

सी.एम. क्यू आर टी के माध्यम से जनता के मध्य जाकर जन समस्याओं एवं जन भावनाओं की जानकारी प्राप्त कर उनके त्वरित समाधान का प्रयास किया जा रहा है। किसानों के हित में उन्हें 3 लाख तक तथा कृषक समूहों को 5 लाख तक का बिना ब्याज का ऋण दिये जाने के साथ ही पति की पैतृक सम्पत्ति में पत्नी को भागीदार बनाने का निर्णय लेकर हमने किसानों एवं महिलाओं को सम्मान देने का कार्य किया है।
इस अवसर पर शहरी विकास मंत्री  मदन कौशिक तथा उच्च शिक्षा राज्य मंत्री डॉ धन सिंह रावत के साथ ही सभी दायित्वधारी गण उपस्थित थे।

इसरो के PSLV-C51 में होगी पीएम मोदी की तस्वीर और भगवद गीता, 28 फरवरी को भरेगा उड़ान

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नई दिल्ली, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन की कामयाबी का एक और सितारा आसमान में चमकने जा रहा है। इसरो का पोलर सेटेलाइट लॉच व्हीइकल यानी कि पीएसएलवी सी-51 इस बार अपने साथ 19 सेटेलाइट को साथ लेकर उड़ान भरने की तैयारी में है। इसके साथ ही भगवद गीता की एक इलेक्ट्रॉनिक प्रति और पीएम मोदी की एक फोटो और उनका नाम लेकर अंतरिक्ष में जाएगा।

निजी क्षेत्र का यह पहला सेटेलाइट होगा जो दूसरे अंतरिक्ष मिशन की तरह भगवद गीता, पीएम की फोटो और अन्य 25000 लोगों के नामों को लेकर अंतरिक्ष जाने वाला है। इस नैनो सेटेलाइट को पोलर सेटेलाइट लॉन्च व्हीइकल से प्रक्षेपित किया जाएगा। पीएसएलवी सी-51 29 फरवरी को प्राथमिक उपग्रह ब्राजील के अमजोनिया-1 के अलावा 18 अन्य उपग्रहों को भी लेकर जाएगा। इसरो 28 फरवरी को पीएसएलवी-सी51 रॉकेट से ब्राजील के सेटेलाइट और तीन भारतीय सेटेलाइट लॉन्च करेगा। ये तीनों भारतीय सेटेलाइट असल में भारत के ही स्टार्टअप द्वारा विकसित की गई है।

पीएम मोदी की तस्वीर भी आसमान की ऊंचाइयों में पृथ्वी के चक्कर काटेगी। यह कदम पीएम की आत्मनिर्भर पहल और निजी कंपनियों के अंतरिक्ष की राह खोलने वाले निर्णय से एकजुटता दिखाने के लिए उठाया जा रहा है।

अंतरिक्ष में भगवद गीता

सतीश धवन सैटेलाइट को स्पेस किड्स इंडिया नाम के स्टार्टअप ने बनाया है। इस मिशन में भगवद गीता को अंतरिक्ष में भेजने का फैसला लिया गया है। इससे पहले भी लोग बाइबल को अतंरिक्ष में ले जा चुके हैं।

इन उपग्रहों को चेन्नई से 100 किमी दूर श्रीहरिकोटा स्पेसपोर्ट से सुबह दस बजकर 24 मिनट पर पोलर सैटेलाइट लांच व्हीकल (पीएसएलवी) सी-51 के माध्यम से प्रक्षेपित किया जाना है। बताया गया कि प्राथमिक पेलोड अमेजोनिया-1 है और कथित तौर पर धरती पर नजर रखने वाला धरती का ऐसा पहला उपग्रह है जिसका निर्माण पूर्ण रूप से ब्राजील ने किया है। इसके अलावा जो अन्य तीन पेलोड हैं उनके नाम हैं आनंद, सतीश धवन और यूनिटीसैट।

‘आनंद’ का निर्माण भारत के अंतरिक्ष स्टार्टअप पिक्सल ने किया है और ‘सतीश धवन उपग्रह’ चेन्नई के स्पेस किड्ज इंडिया ने बनाया है। यूनिटीसैट तीन उपग्रहों का मेल है। सिवन ने इस मिशन के बारे में कहा था, ‘‘यह हमारे लिए, पूरे देश के लिए खास है। यह अंतरिक्ष (क्षेत्र) में सुधारों के नए दौर की शुरुआत करेगा(साभार प्रभा साक्षी)।

ग्रीन बोनस के लिए उत्तराखंड को यूएन में देनी चाहिए दस्तक : डॉ. राजीव कुमार

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देहरादून, नीति आयोग के उपाध्यक्ष डा.राजीव कुमार ने पर्यावरणीय सेवाओं को सहेजने के एवज में उत्तराखंड की ग्रीन बोनस की मांग पर सहमति जताई। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड को कार्बन क्रेडिट इकट्ठा करने पर ध्यान देना चाहिए। संयुक्त राष्ट्र संघ पर्यावरण बचाने और कार्बन क्रेडिट के लिए मदद करता है। इसकी प्रक्रिया को समझते हुए उत्तराखंड को संयुक्त राष्ट्र संघ में दस्तक देनी चाहिए। यह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मिले तो बेहतर रहेगा। राष्ट्रीय स्तर पर इसे लेकर थोड़ी स्पर्धा हो सकती है, यह ठीक भी है। बावजूद इसके अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कार्बन क्रेडिट के एवज में मदद मिले तो इसका दुनियाभर में अच्छा संदेश जाएगा।

उत्तराखंड दौरे पर आए नीति आयोग के उपाध्यक्ष डा. कुमार आज शुक्लापुर स्थित हेस्को मुख्यालय में पत्रकारों से रूबरू थे। उन्होंने सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की तर्ज पर सकल पर्यावरणीय उत्पाद (जीडीपी) की जरूरत पर भी सहमति जताई। उन्होंने कहा कि नीति आयोग प्रयास करेगा कि इस पर काम हो। हमारा देश पर्यावरण के प्रति उदासीन होकर आगे नहीं बढ़ सकता। अर्थव्यवस्था और पर्यावरण को साथ लेकर चलना होगा। इस बारे में नए सिरे से सोचने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि पाश्चात्य व विकसित देशों ने पर्यावरण को तहस-नहस कर दिया, लेकिन हमारी परंपरा ‘वसुधैव कुटंबकम’ की है। हमने हमेशा यही कहा है कि मनुष्य व प्रकृति साथ चलें। उन्होंने कहा कि नीति आयोग राज्यों के लिए पर्यावरणीय रैंकिंग भी शुरू करेगा।

डा.कुमार ने निजी निवेश को प्रोत्साहित करने की पैरवी की। उन्होंने कहा कि हम निजी निवेश को प्रोत्साहन देकर उससे आमदनी व रोजगार के अवसर बढ़ाएं। इससे जो राजस्व मिलेगा, उसका उपयोग समाज के अंतिम व्यक्ति के हित में होना चाहिए। इससे कल्याणकारी राज्य की अवधारणा सशक्त होगी। साथ ही सभी के लिए समान अवसर हों। उन्होंने स्टेट सोशलिज्म को नौकरशाही का प्रतीक भी बताया। उन्होंने कहा कि निजी क्षेत्र के बिना देश नहीं चल सकता। साथ ही स्टेट इंटरवेंशन के तरीके में बदलाव पर भी जोर दिया, उन्होंने कृषि को लाभकारी बनाने पर बल देते हुए कहा कि जिस तरह से हेस्को ने बीज से बाजार तक जैसी तकनीकी इजाद की है, उसे किसान करने लगें और राज्य से सहायता मिले तो किसानों की आमदनी दोगुना हो जाएगी। विकेंद्रित तौर पर यह हो सकता है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में प्रतिव्यक्ति औसत आय बढ़ाने के प्रयास तेज करने होंगे। विकास और पर्यावरण के सामंजस्य के प्रति सोचना होगा। गांव का विज्ञान व संसाधन ही इसका रास्ता हैं, जो बताते हैं कि विकास और पर्यावरण साथ चल सकते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि रोजगार के मद्देनजर राज्य में नए प्रोजेक्ट आने चाहिए। आपदा से जुड़े सवाल पर उन्होंने कहा कि यह एनडीएमए का मेंडेट है। साथ ही कहा पावर प्रोजेक्टों के संबंध में जल्दबाजी से कोई फैसला नहीं लिया जाना चाहिए। इस मौके पर हेस्को के संस्थापक पद्भूषण डा.अनिल प्रकाश जोशी भी मौजूद थे |