Tuesday, June 17, 2025
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शीतकालीन गद्धीस्थल में विराजे बाबा केदार, तुंगनाथ के मार्ग में बन विभाग का रोडा श्रद्धालुओं में आक्रोश

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(देवेंन्द्र चमोली)  रुद्रप्रयाग- भगवान केदारनाथ की चल विग्रह उत्तसव डोली आज अपने शीतकालीन गद्धीस्थल ऊखीमठ पहुँच गयी। ऊखीमठ पहुँचने पर बाबा की डोली का स्थानीय लोगों व उपस्थित श्रद्धालुओं ने भोले के जयकारे के साथ भब्य स्वागत किया।
आज केदारनाथ की डोली आगमन के लिये ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ को भव्य रूप से फूलों से सजाया गया है। इस अवसर पर हजारों श्रद्धालुओं ने बाबा केदारनाथ जी की डोली के दर्शन किये।

“उधर अपने शीत कालीन प्रवास के लिये मक्कूमठ आ रही भगवान तुंगनाथ की डोली मक्कू बैंड पर रुक गयी, यहाँ डोली मार्ग में बन विभाग ने अपने टैंट लगाये है। वन विभाग के रवैये के खिलाफ श्रद्धालुओं में रोष व्याप्त है।
बता दें कि भगवान तुंगनाथ मंदिर के कपाट बीते 04 नवंबर सोमवार दोपहर को बंद हुए , तुंगनाथ की उत्सव डोली ने कल चोपता प्रवास किया आज उत्सव डोली चोपता से भनकुन पहुंचना था। लेकिन मक्कू बैंड के पास पुराने परंम्परागत डोली मार्ग में बन विभाग ने अपने टैंट गाड दिये। जिससे रास्ता बंद है। डोली व डोली के साथ चल रहे श्रद्धालु घंटो से यहीं खडे है। परम्परागत डोली आने जाने का मार्ग बंद होने से तुंगनाथ छैत्र में बन विभाग व प्रशासन की कार्य प्रणाली से लोगों मे आक्रोश है। सात नवंबर को पंचमुखी उत्सव डोली शीतकालीन गद्दीस्थल श्री मर्केटेश्वर मंदिर ऊखीमठ पहुंचेगी इसी के साथ श्री मर्केटेश्वर मंदिर मक्कूमठ में शीतकालीन पूजाएं शुरू हो जायेंगी“।

श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने भगवान केदारनाथ की पंचमुखी डोली के शीतकालीन गद्दीस्थल श्री ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ पहुंचने के अवसर पर श्रद्धालुओं को शुभकामनाएं दी है तथा डोली यात्रा में शामिल सभी को धन्यवाद दिया है। कहा कि भगवान केदारनाथ की पंचमुखी डोली के शीतकालीन गद्दीस्थल पहुंचने के बाद श्री ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में भगवान केदारनाथ जी की शीतकालीन पूजाएं शुरू है गयी है।
इस अवसर पर श्रीनिवास पोस्ती, रणजीत सिंह राणा, अधिशासी अभियंता अनिल ध्यानी, केदारसभा अध्यक्ष राजकुमार तिवारी,केदारनाथ मंदिर प्रभारी अधिकारी यदुवीर पुष्पवान, प्रधान पुजारी शिवशंकर लिंग, डोली प्रभारी प्रदीप सेमवाल, धर्मेंद्र तिवारी, अरविंद शुक्ला कुलदीप धर्म्वाण, प्रेम सिंह रावत, बीरेश्वर भट्ट, अभिरतन धर्म्वाण, अनूप तिवारी, रणवीर पुष्पवान, आचार्य संजय तिवारी, वेदप्रकाश त्रिवेदी, प्रकाश शुक्ला, हिमांशु बर्त्वाल सहित मंदिर समिति कर्मचारी मौजूद रहे।

राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय अगस्त्यमुनि में पेट्रोल लेकर छत पर चडे छात्र, पुलिस प्रशासन मौके पर

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(देवेंन्द्र चमोली)
रुद्रप्रयाग- श्रीदेव सुमन विवि द्वारा बैक पेपर के रिजल्ट समय से जारी न करने व अगले सेमेस्टर की फीस एडवांस लेने को लेकर अगस्त्यमुनी महाविद्यालय के छात्र आक्रोशित है। विश्वविद्यालय की अनिमियता के खिलाफ छात्र संघ पदाधिकारी व छात्र नेता महाविद्यालय की छत पर चड गये। बताया जा रहा है कि आक्रोशित छात्र अपने साथ पेट्रोल लेकर छत पर चडे है। सूचना मिलने के बाद स्थानीय थाना पुलिस मौके पर पहुँच कर छोत्रों को समझाने का प्रयास कर रही है।
विभिन्न मांगों को लेकर छात्र संघ अध्यक्ष नितिन नेगी के साथ आधा दर्जन छात्र नेता मुख्य परिसर की छत पर चडे गये व विश्वविद्यालय की अनियमितता के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। सभी छात्र अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़े बताये जा रहे है।
छात्र नेता अभिषेक सेमवाल, अभिनव भट्ट, भानु प्रकाश चमोला, गौरव भट्ट, आर्यन करांसी विश्वविद्यालय द्वारा बैक पेपर का परिणाम समय से जारी न करने, व छात्रों से एडवांस शुल्क लिये जाने को लेकर विश्वविद्यालय के खिलाफ मुख्य परिसर की छत पर चडे हैं। मौके पर पुलिस प्रशासन मौजूद हैं। व छात्रों से वार्ता जारी है।

पीएमजीएसवाई में भूमि मुआवजा वितरण के लंबित प्रकरण को प्राथमिकता ले अधिकारी – गणेश जोशी

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देहरादून,। सूबे के ग्राम्य विकास मंत्री गणेश जोशी से आज उनके कैंप कार्यालय में पीएमजीएसवाई में आउटसोर्स के माध्यम से लगाए गए जेई और कंप्यूटर ऑपरेटर कर्मचारियों एक प्रतिनिधि मंडल ने मुलाकात की। इस दौरान प्रतिनिधिमंडल ने ग्राम्य विकास मंत्री गणेश जोशी को अवगत कराया कि कुछ पदों को विभाग द्वारा हटाया जा रहा है।
ग्राम्य विकास मंत्री गणेश जोशी ने मुख्य कार्यकारी अधिकारी यूआरआरडीए व अन्य अधिकारीगण के साथ बैठक कर विस्तार से चर्चा कर आवश्यक दिशा निर्देश दिए। मंत्री गणेश जोशी ने अधिकारियों को प्रदेश में पीएमजीसवाई के अंतर्गत क्षतिग्रस्त हुई सड़कों के मरम्मत के कार्य शीघ्र अति शीघ्र किया जाए। उन्होंने अधिकारियों को फील्ड में जाकर क्षतिग्रस्त हुई सड़कों को दुरुस्त करने के भी निर्देश दिए। विभागीय मंत्री ने अधिकारियों को पीएमजीएसवाई के अंतर्गत सड़कों, पुलों के निर्माण कार्यों की समयबद्ध तरीके से कार्य करने के अधिकारियों को निर्देश दिये। ग्राम्य विकास मंत्री गणेश जोशी ने पीएमजीएसवाई में भूमि मुआवजा वितरण के लंबित प्रकरण को प्राथमिकता लेते हुए शीघ्रता से कार्य किए जाए।
इस अवसर पर यूआरआरडीए के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हिमांशु खुराना सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।

पुरानी पेंशन बहाली को लेकर कर्मचारियों का सचिवालय कूच, बेरिकेडिंग पर चढ़ कर जताया विरोध

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“ओपीएस बहाली न होने पर सीएम आवास कूच की दी चेतावनी”

देहरादून, सोमवार को दून की सड़कों पर राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली मोर्चा से जुड़े कर्मचारियों ने सचिवालय कूच किया । पुरानी पेंशन बहाली को लेकर परेड ग्राउंड से सचिवालय घेराव को लेकर चले कर्मचारियों को सुभाष रोड पर लगाए गए बेरिकेडिंग पर रोक दिया गया, इस कर्मचारियों की पुलिस कर्मियों के साथ जमकर धक्का मुक्की हुई। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के मुताबिक प्रदेश भर से आए कर्मचारी सोमवार को परेड ग्राउंड में जुटे। यहां ढोल, दमाऊ के साथ कर्मचारियों ने सचिवालय कूच किया, कर्मचारियों की भीड़ को देखते हुए पूरे समय पुलिस साथ साथ मुस्तैद से डटी रही। सुभाष रोड पर लगाए गए बेरिकेडिंग पर भी बड़ी संख्या में पुलिस कर्मी तैनात रहे। यहां कर्मचारियों को आगे बढ़ने से रोकने में पुलिस के पसीने छूट गए। कर्मचारियों ने बेरिकेडिंग पर चढ़ कर जमकर विरोध जताया।
इस दौरान राष्ट्रीय अध्यक्ष बीपीएस रावत ने कहा कि सरकार कर्मचारियों के सब्र का इम्तिहान न ले। देहरादून में निकाली गई रैली अभी सिर्फ ट्रेलर है। उन्होंने जल्द ओपीएस बहाली न होने पर सीएम आवास कूच की चेतावनी दी। इसके साथ ही भविष्य में परिजनों के साथ सड़कों पर उतरा जाएगा।
वहीं प्रदेश अध्यक्ष जयदीप रावत ने कहा कि कर्मचारियों के साथ किसी भी तरह का भेदभाव नहीं होना चाहिए। सरकार की गलत नीतियों के कारण मौजूदा समय में कर्मचारियों को तीन तीन तरह की पेंशन से जोड़ा जा रहा है। कुछ कर्मचारियों को पुरानी पेंशन दी जा रही है। कुछ को नई पेंशन स्कीम तो कुछ को यूपीएस से जोड़ने की तैयारी है।
कार्यकारी अध्यक्ष मनोज अवस्थी ने कहा कि सरकार अधिक विकल्पों पर माथापच्ची करने की बजाय सीधे ओपीएस को लागू करे। प्रदेश प्रभारी विक्रम सिंह रावत ने कहा कि पुरानी पेंशन बहाली तक ये आंदोलन जारी रहेगा। केंद्र और राज्य सरकारें जल्द कर्मचारियों को पुरानी पेंशन का लाभ सुनिश्चित कराएं। महामंत्री सीताराम पोखरियाल ने कहा कि आने वाले समय में इस आंदोलन को सामाजिक आंदोलन में तब्दील कर दिया जाएगा। समाज के सभी वर्गों को इससे जोड़ा जाएगा। क्योंकि पुरानी पेंशन कर्मचारियों की सामाजिक सुरक्षा से जुड़ा विषय भी है। मुख्यमंत्री के पीआरओ राजेश सेठी को कर्मचारियों ने सीएम को संबोधित ज्ञापन सौंपा।
इस मौके पर पूर्णानंद नौटियाल, राम सिंह चौहान, आशीष जोशी, रमेश पैन्यूली, मुकेश बहुगुणा, सोहन सिंह रावत, अशोकराज उनियाल, गिरीश पनेरु, आनंद सिंह पुजारी, जगदीश बिष्ट, पंकज बधानी, श्याम सिंह सरियाल, हेमंत पैन्यूली, संजय बिजल्वाण, महादेव मैठाणी, संदीप मौर्य, अनंत राम शर्मा, गोविंद सिंह नेगी, रंजीता विश्वकर्मा, संगीता जोशी, बबीता रानी, निर्मला राणा, मंजू असवाल, वंदना भट्ट, रोहित जोशी, अभिषेक नवानी, राजीव उनियाल, पूरण फर्स्वाण, अंकित रौथाण, लक्ष्मण सिंह सजवाण, त्रिलोक सिंह रावत, अवधेश सेमवाल, सुरेंद्र बछेती, लक्ष्मण रावत, जसपाल सिंह रावत, युद्धवीर सिंह, सतीश कुमार, बृजमोहन रावत, कीर्ति भट्ट, राकेश रावत, सौरभ नौटियाल आदि मौजूद रहे।

नेहरू कॉलोनी में बनेगा MDDA का नया ऑफिस, बोर्ड ने दिया अनुमोदन

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-प्राधिकरण सभागार में गढ़वाल आयुक्त एवं अध्यक्ष एमडीडीए की अध्यक्षता में हुआ 110 वीं बोर्ड बैठक का आयोजन

शाह कल्याणपुर में 1.181 हेक्टेयर भूमि की (लैंड पुलिंग) को भी अनुमोदन प्रदान किया

देहरादून, गढ़वाल मंडल आयुक्त एवं मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष महोदय श्री विनय शंकर पांडेय की अध्यक्षता में 110 वीं बोर्ड बैठक का आयोजन किया गया। बोर्ड बैठक में प्राधिकरण कार्यालय को आगामी भविष्य में नए स्थान पर शिफ्ट करने से लेकर विभिन्न विकास कार्यों, मानचित्र इत्यादि के प्रकरणों को बोर्ड ने अपना अनुमोदन प्रदान किया।

सोमवार को प्राधिकरण सभागार में आयोजित बोर्ड बैठक में सर्वप्रथम प्राधिकरण के वित्तीय वर्ष 2024-25 के बजट की मदों में पुनरीक्षण को बोर्ड द्वारा अनुमोदन प्रदान किया गया।

बोर्ड द्वारा प्राधिकरण क्षेत्रान्तर्गत नेहरू कॉलोनी में आवास विकास परिषद के रिक्त भूखंड क्षेत्रफल 3113.44 वर्ग मीटर (सामुदायिक सेवाएं) में प्राधिकरण कार्यालय के निर्माण के संबंध में अनुमोदन प्रदान किया गया।

बोर्ड की ओर से प्राधिकरण द्वारा तरला नागल में बनाए गए सिटी फॉरेस्ट पार्क में प्रदान की जा रही विभिन्न सुविधाओं जैसे साइकिलिंग ट्रैक, पाथवे, किड्ज प्ले, ओपन जिम, ओपन एरिया थिएटर, मुक्ताकाश मंच आदि पर चर्चा के उपरांत इस पार्क के उपयोग को अनुमोदन प्रदान किया गया। लगभग 12.45 हेक्टेयर क्षेत्रफल में निर्मित इस पार्क को हरित संरक्षण योजना पर आधारित किया गया है।

बोर्ड ने विकासनगर के शाह कल्याणपुर में 1.181 हेक्टेयर भूमि की (लैंड पुलिंग) को भी अनुमोदन प्रदान किया है। इसके अलावा बोर्ड बैठक में विभिन्न विकास कार्यों के साथ ही ईको रिसोर्ट निर्माण, गेस्ट हाउस आदि निर्माण के प्रकरणों को भी अनुमोदन प्रदान किया।

बोर्ड बैठक में प्राधिकरण के उपाध्यक्ष महोदय श्री बंशीधर तिवारी सहित अन्य विभागों के अधिकारीगण उपस्थित रहे।

दर्दनाक हादसा : मरने वालों की संख्या 36 पहुंची, अल्मोड़ा व पौड़ी के एआरटीओ प्रर्वतन निलंबित

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सीएम ने मृतकों को चार —चार लाख रुपये मुआवजा देने के दिए निर्देश

 

अल्मोड़ा, उत्तराखंड़ के सल्ट क्षेत्र के कुपी गांव के पास हुए बस हादसे में मरने वालों की संख्या 36 हो गई है। जबकि गंभीर रूप से घायल कई लोगों को रामनगर के सरकारी चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है। इस बीच मुख्यमंत्री ने दो एआरटीओ प्रवर्तन अधिकारियों को निलंबित करने के आदेश दिए है। इनमें से एक पौड़ी और दूसरा अल्मोड़ा क्षेत्र का है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मृतकों के परिजनों को चार—चार और घायलों को उपचार के लिए एक एक लाख रुपये का मुआवजा देने का ऐलान किया है। तीन घायलों को एम्स ऋषिकेश के लिए एयर लिफ्ट किया गया है। बताया जा रहा है कि बस में पचास से अधिक लोग सवार थे l
मिल रही जानकारी के अनुसार आज सुबह लगभग साढ़े आठ बजे पौड़ी जिले के गौरीखाल से चली एक निजी बस अल्मोड़ा के सल्ट विकास खंड क्षेत्र के कूपी गांव के पास अनियंत्रित होकर खाई में गिर गई। 42 सीटर इस बस में सवारियों की संख्या क्षमता से ज्यादा बताई जा रही है।
हादसे के बाद बीस यात्रियों ने मौके पर ही दम तोड़ दिया था जबकि गंभीर रूप से घायल 16 लोगों ने रामनगर चिकित्सालय पहुंच कर या पहुंचने से पहले रास्ते बाद दम तोड़ा। मंडलायुक्त दीपक रावत ने बताया कि एम्स से डाक्टरों की टीम रामनगर भेजी गई है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस हादसे पर गंभीरता दिखाते हुए पौड़ी और अल्मोड़ा क्षेत्र के एक एक एआरटीओ प्रर्वतन को तुरंत निलंबित करने के आदेश दिए है। दोनों ही जिलों के इन एआरटीओ की जिम्मेदारी थी कि वे अपने अपने इलाकों में चलने वाले वाहनों की फिटनेस आदि मौके बे मौके जांचते रहें। लेकिन फौरी जांच में ऐसा दिखाई नहीं पड़ रहा। इसलिए सीएम ने मामले की कुमाऊं मंडला​युक्त दीपक रावत को प्रकरण की न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं।
सीएम ने मृतकों के परिजनोंको चार चार लाख और घायलों को एक एक लाख रुपये की फौरी राहत देने का आदेश भी दिया है। इस बीच रामनगर के चिकित्सालय पहुंचाए गए यात्रियों की हालत गंभीर बनी हुई है।

शब्दों का सृजन-स्थल हिमालय की गोद में भारत का पहला लेखक गाँव -गुरमीत सिंह

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लेखक गाँव :* उत्तराखण्ड की पावन धरा, जहाँ हिमालय का सौम्य आशीर्वाद और माँ गंगा की अविरल धारा समाहित हैं, वह सदा से ही साहित्य, संस्कृति, और कला की महान साधना का केंद्र रही है। इसी विरासत को संजोते हुए ‘स्पर्श हिमालय फाउंडेशन’ द्वारा भारत के पहले ‘लेखक गाँव’ की स्थापना का प्रयास एक प्रेरणादायी पहल है, जो इस गौरवशाली धरती के सृजनशील मनकों को एक नई दिशा प्रदान करने का संकल्प रखता है। उत्तराखंड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह ने इस पहल की सराहना करते हुए इसे युवा लेखकों और सृजनशील आत्माओं के लिए एक सुनहरे अवसर का स्वरूप माना।

उन्होंने कहा कि लेखक गाँव केवल एक स्थान नहीं, बल्कि एक मंच है जहाँ रचनाकार अपने विचारों और अनुभूतियों को समाज के समक्ष ला सकते हैं। यह वह स्थान है, जहाँ शब्दों की साधना की जाएगी, और जिनके माध्यम से समाज को नई दिशा मिलेगी। हमारे प्राचीन वेद, पुराण, और उपनिषद इस धरती पर ही सृजित हुए हैं, जिनमें सभ्यता की अमूल्य धरोहरें निहित हैं। इस लेखक गाँव की स्थापना उत्तराखंड के ज्ञान और साहित्य की निरंतरता का आधुनिक युग में पुनः साक्षात्कार कराएगी, जिससे आज की पीढ़ी उस पवित्र विरासत को महसूस कर सकेगी।

*साहित्य और समाज के लिए एक नई राह*

राज्यपाल ने कहा कि लेखन समाज को न केवल सजग करता है, बल्कि उसकी भावनाओं, आदर्शों और चुनौतियों को दिशा भी देता है। चाहे सामाजिक मुद्दों पर प्रखर दृष्टिकोण प्रस्तुत करना हो या मानवता के मूल्यों की रक्षा हेतु लोगों को प्रेरित करना, साहित्य सदा से ही समाज का सशक्त माध्यम रहा है। डॉ. रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ का साहित्य समाज को जागरूक करने का माध्यम रहा है, जो हमें शिक्षा, पर्यावरण और राष्ट्रभक्ति जैसे विषयों पर सोचने के लिए प्रेरित करता है। ‘लेखक गाँव’ के रूप में उनका यह प्रयास सृजन की शक्ति को नए स्तर तक ले जाएगा।

*नवाचार की दिशा में साहित्य का संचार*

लेखक गाँव में आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए राज्यपाल गुरमीत सिंह ने कहा आज, चौथी औद्योगिक क्रांति के युग में, जब तकनीकी विकास जीवन के हर क्षेत्र में अपने पंख फैला चुका है, साहित्य और लेखन भी इस बदलाव का हिस्सा बन रहे हैं। डिजिटल प्लेटफार्मों के माध्यम से साहित्य को वैश्विक पाठकों तक पहुँचाने का जो अवसर प्राप्त हुआ है, वह न केवल हमारी क्षेत्रीय भाषाओं की धरोहर को संरक्षित कर रहा है, बल्कि युवा पीढ़ी को भी इसके प्रति आकर्षित कर रहा है। ‘लेखक गाँव’ की यह पहल युवाओं को उनकी जड़ों से जोड़ेगी और उन्हें आत्म-चिंतन के नए आयाम प्रदान करेगी।

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) और तकनीकी नवाचार के माध्यम से हम साहित्य को न केवल संरक्षित कर सकते हैं बल्कि क्षेत्रीय साहित्य का वैश्विक स्तर पर संचार कर सकते हैं। यह तकनीकी प्रगति लेखकों को सशक्त बनाएगी कि वे अपने विचारों को और भी व्यापक रूप में समाज तक पहुँचा सकें। डिजिटल प्लेटफार्मों पर लेखन के माध्यम से युवा पीढ़ी को साहित्य के प्रति आकर्षित करना और इसे समाज के अन्य पहलुओं से जोड़ना, एक समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित रखने का मार्ग प्रशस्त करता है।

*परिवर्तन का आधार: साहित्य और समाज की साझेदारी*

लेखन, चाहे वह एक कविता हो, एक निबंध, एक ब्लॉग या फिर एक समाचार संपादकीय – यह समाज में जागरूकता का प्रसार करने और सकारात्मक परिवर्तन लाने का एक सशक्त माध्यम है। यह लेखनी की ताकत ही है कि लेखक अपने विचारों और शोध को जनमत में बदल सकते हैं।

उत्तराखंड की धरती, जहाँ महर्षि वेदव्यास, गुरु द्रोणाचार्य और आदि शंकराचार्य की तपस्या का अमिट प्रभाव है, वहीं आधुनिक काल में सुमित्रानंदन पंत और शैलेश मटियानी जैसे महान साहित्यकारों ने इस धरती को गौरव प्रदान किया है। यह पुण्यभूमि साहित्य, कला और संस्कृति के क्षेत्र में एक नई प्रेरणा का स्रोत बन सकती है, जहाँ नवोदित लेखक अपनी लेखनी के माध्यम से समाज में नए बदलाव का संचार कर सकें।

*नए भारत के निर्माण में साहित्य का योगदान*

महोत्सव को सम्बोधित करते हुए राज्यपाल ने कहा कि आज जब भारत ‘विकसित भारत’, ‘आत्मनिर्भर भारत’, और ‘विश्वगुरु भारत’ के संकल्पों के साथ आगे बढ़ रहा है, तब यह आवश्यक है कि हम अपनी सांस्कृतिक और साहित्यिक जड़ों को मजबूती से थामे रहें। एक नए भारत की दिशा में साहित्य और लेखन का यह प्रयास एक अहम भूमिका निभा सकता है।
राज्यपाल गुरमीत सिंह ने कहा की उत्तराखण्ड की इस धरती पर लेखक गाँव की स्थापना न केवल एक स्थल की रचना है, बल्कि हमारी सांस्कृतिक और साहित्यिक जड़ों से जुड़े रहने का एक प्रयास है। इस पहल के लिए स्पर्श हिमालय फाउंडेशन और इसके संस्थापक डॉ. रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ को हम सभी की ओर से हार्दिक शुभकामनाएँ।

उन्होंने कहा कि ‘स्पर्श हिमालय फाउंडेशन’ का यह महोत्सव इस दिशा में एक सार्थक प्रयास है, जो उत्तराखंड को एक साहित्यिक पहचान प्रदान करेगा। यह महोत्सव, जो साहित्य, कला, और संस्कृति के सृजनात्मक प्रवाह का केंद्र बन चुका है, निस्संदेह आने वाले समय में समाज को नई दिशा देगा और साहित्य, संस्कृति, तथा कला के क्षेत्र में नए आयाम स्थापित करेगा।

बड़ी खबर(अल्मोड़ा) बड़ा हादसा, खाई में बस गिरने से कई लोगों की मौत, सीएम धामी ने जताया दुख

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अल्मोड़ा: उत्तराखंड के अल्मोड़ा से बड़े बस हादसे की सूचना सामने आई है। अल्मोड़ा के मार्चुला में बस खाई में गिर गई। इस हादसे में अब तक पांच लोगों के शव निकालने की बात सामने आई है। बताया जा रहा है कि बस में करीब 35 लोग सवार थे। बस नैनी डांडा से रामनगर जा रही थी। अभी तक 22 लोगों की मौत की सूचना हालांकि घायलों और मृतकों की संख्या आधिकारिक रूप से पुष्टि नहीं हो पाई है। बचाव अभियान के लिए जिला प्रशासन ने टीम और एंबुलेंस मौके पर भेज दी है।

सीएम पुष्कर सिंह धामी ने अल्मोड़ा में बस हादसे पर सचिव आपदा प्रबंधन,आयुक्त कुमाऊँ मंडल और डीएम अल्मोड़ा से फोन पर बात कर घटना की जानकारी ली और बचाव और राहत कार्य तेजी से चलाने के निर्देश दिए। एसडीआरएफ के साथ ही एनडीआरएफ की टीम भी घटना स्थल पर पहुँच गई हैं।रेस्क्यू और बचाव कार्य प्रारंभ कर दिया गया है।May be an image of 2 people and helicopter

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योगी आदित्यनाथ को जान से मारने की धमकी देने वाली मुंबई की महिला फातिमा गिरफ्तार

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मुंबई  (आरएनएस)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को रविवार सुबह जान से मारने की धमकी देने के मामले में एटीएस ने के ठाणे के उल्हासनगर में एक फातिमा नाम की महिला को पकड़ कर मुंबई लाई है। महिला का मानसिक हालत ठीक नहीं बताई जा रही है। इसलिए उसे गिरफ्तार नहीं किया गया है। पुलिस उसकी मानसिक जांच कराएगी। पुलिस ने उसे पकडऩे के बाद नोटिस दिया गया है। महिला की उम्र 24 साल है। महिला ने मुंबई पुलिस को दी धमकी में कहा था कि अगर योगी आदित्यनाथ ने 10 दिन में इस्तीफा नहीं दिया तो हम उन्हें बाबा सिद्दीकी की तरह मार डालेंगे।
बताया जा रहा है कि फातिमा महाराष्ट्र के ठाणे के उल्हासनगर की रहने वाली है। उसके पिता का लकड़ी के कारोबारी हैं। पुलिस के मुताबिक फातिमा पढ़ी-लिखी है, लेकिन मानसिक रूप से ठीक नहीं है। उसने सीएम योगी को जान से मारने की धमकी क्यों दी, अभी तक इसकी जानकारी नहीं हो पाई है।
बता दें कि रविवार सुबह उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को देश की आर्थिक राजधानी मुंबई से जान से मारने की धमकी मिली थी। मुंबई पुलिस के ट्रैफिक कंट्रोल नंबर पर यह संदेश आया था। जिसमें लिखा है, अगर योगी आदित्यनाथ ने 10 दिन में इस्तीफा नहीं दिया, तो हम उन्हें बाबा सिद्दीकी की तरह मार डालेंगे।
बताया जा रहा है कि किसी अज्ञात ने मुंबई पुलिस कंट्रोल को मैसेज कर सीएम योगी को जान से मारने की धमकी दी। मुंबई पुलिस ने इस धमकी की जानकारी यूपी पुलिस को दी। इसके बाद पुलिस ने इस मामले पर तत्परता दिखाते हुए तुरंत जांच शुरू कर दी है।
पुलिस मामले की गंभीरता को देखते हुए कई ऐंगल पर एक साथ जांच कर रही है। साथ ही जरूरत पडऩे पर मुंबई पुलिस से भी सहायता ली जाएगी।
पहली बार नहीं है जब सीएम योगी को धमकी दी गई है। पिछले साल दिसंबर में और फिर मार्च 2024 में भी जान से मारने की धमकी दी गई थी। इसी साल मार्च में लखनऊ के महानगर स्थित नियंत्रण कक्ष में फोन कर सीएम योगी आदित्यनाथ को धमकी दी गई थी। पुलिस ने बताया था कि रात करीब 10 बजे एक नंबर से कॉल आई थी। कथित तौर पर एक युवक ने फोन कर सीएम योगी आदित्यनाथ को बम से उड़ाने की बात कही थी।
वहीं दिसंबर 2023 में सीएम योगी, राम मंदिर और यूपी एसटीएफ चीफ को भी बम से उड़ाने की धमकी दी गई थी। बताया गया था कि एक मेल कर योगी आदित्यनाथ, तत्कालीन एसटीएफ चीफ को बम से उड़ाने की धमकी दी गई थी। इस मामले के आरोपी जुबैर खान को बाद में गिरफ्तार कर लिया गया था।
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21 नवंबर को पैठानी में होगी उच्च शिक्षा परिषद् की बैठक: डॉ धन सिंह रावत

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छात्राओं के साथ छेड़खानी की घटना होने पर होगी त्वरित एवं कठोर कार्यवाही

महाविद्यालयों के प्राचार्यों व शिक्षकों की बायोमेट्रिक उपस्थिति कोषागार से होगी लिंक

देहरादून, सूबे के उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने आज अपने आवास स्थित कैंप कार्यालय में उच्च शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक लेते हुए विभागीय अधिकारियों को दिए उक्त निर्देश। उन्होंने विभिन्न विषयों पर चर्चा करते हुए उनके समाधान हेतु त्वरित कार्यवाही करने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि राज्य और देश के विकास में उच्च शिक्षण संस्थानों की महत्वपूर्ण भूमिका है और इसकी गुणवत्ता और उन्नयन हमारा नैतिक दायित्व है। उन्होंने कहा कि छात्र हित में हम सभी को अपनी भूमिका का ईमानदारी से निर्वहन करना है। संस्थानों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा हेतु अनुशासन तथा सुचिता बहुत आवश्यक है। उन्होंने कहा कि संसथान के शिक्षकों एवं कर्मियों को अपने आचरण और व्यवहार से उदाहरण प्रस्तुत करना होगा। मंत्री उच्च शिक्षा ने कहा कि सरकार छात्राओं और महिलाओं की सुरक्षा के प्रति संवेदनशील है और यदि कोई भी कार्मिक इसका दोषी पाया जाता है तो कठोर विधिक कार्यवाही सहित उसे सेवा से भी बर्खास्त किया जायेगा।
उन्होंने उच्च शिक्षा की गुणवत्ता और उन्नयन पर मंथन के लिए 21 नवंबर को बनास पैठानी में उच्च शिक्षा परिषद् की बैठक आहूत करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही उन्होंने प्रत्येक जनपद में विकसित भारत की संकल्पना को लेकर तथा राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 पर 26 जनवरी तक संगोष्ठी आयोजित करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा की मा प्रधानमंत्री जी के विकसित भारत के संकल्प को जन जन का संकल्प बनाना होगा और इसके लिए युवा ऊर्जा सबसे महत्वपूर्ण है।
उन्होंने उच्च शिक्षा अनतर्गत समस्त विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों में ऐकडेमिक कैलेंडर का कड़ाई से शत प्रतिशत अनुपालन सुनिश्चित करने को कहा। डॉ. रावत ने उच्च शिक्षा विभाग अंतर्गत राज्य विश्वविद्यालयों को अनिवार्य रूप से नैड डिजिलॉकर के माध्यम से ही समर्थ पोर्टल पर परीक्षा परिणाम घोषित करने के निर्देश दिए जिससे क्रेडिट मैपिंग सुनिश्चित किया जा सके।
उन्होंने समस्त विश्वविद्यालयों को 30 नवंबर तक दीक्षांत समारोह कराने के भी निर्देश प्रदान किये जो अपरिहार्य स्थिति में अधिकतम 15 दिसंबर तक हो सकता है ।
मंत्री उच्च शिक्षा ने महाविद्यालयों एवं विश्वविद्यालयों में छात्रों सहित प्राचार्य एवं प्राध्यापकों की उपस्थिति सुनिश्चित करने के सख्त निर्देश दिए। उन्होंने प्राचार्य एवं प्राध्यापकों सहित समस्त कार्मिकों की बायोमेट्रिक उपस्थिति को कोषागार से जोड़ने के निर्देश दिए। डॉ. रावत ने समस्त उच्च शिक्षण संस्थाओं को 31 मार्च तक नैक कराने के निर्देश सहित उच्च शिक्षा के उन्नयन हेतु अन्य निर्देश दिए।

बैठक में निदेशक उच्च शिक्षा डॉ. अंजु अग्रवाल, संयुक्त निदेशक डॉ. ए. एस. उनियाल, सहायक निदेशक प्रो. दीपक कुमार पाण्डेय, सलाहकार रूसा प्रो. एम. एस. एम रावत एवं प्रो. के. डी. पुरोहित उपस्थित थे।