Wednesday, April 30, 2025
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राजधानी में 11 अप्रैल से प्रदर्शित होगी गढ़वाली फिल्म ‘मेरी प्यारी बोई’

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देहरादून ( के एस बिष्ट), राजधानी में उत्तरा कम्युनिकेशंस एवं सृष्टि आर्ट एवं कम्युनिकेशन के बैनर तले बनी उत्तराखंड की पहली डिजिटल गढ़वाली फिल्म मेरी प्यारी बोई को एक बार फिर से 11 अप्रैल से राजपुर रोड़ स्थित एक पीवीआर में दर्शकों के लिए प्रदर्शित किया जायेगा और यह फिल्म पहाड़ो के संघर्ष एवं पलायन को चित्रित करती है और एक मां के संघर्ष को बखूबी दिखाया गया है। फिल्म के निर्देशक मुकेश धस्माना ने इसे री लांच कर नया सेंसर का सर्टिफिकेट हासिल किया है। इस दौरान फिल्म के पोस्टर को भी लांच किया गया।
यहां राजपुर रोड स्थित एक होटल में फिल्म के निर्देशक मुकेश धस्माना ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा है कि उत्तराखंड की पहली डिजिटल गढ़वाली फिल्म मेरी प्यारी बोई को फिल्म को री लॉन्च किया गया। उन्होंने बताया कि वर्ष 2004 में उत्तरा कम्युनिकेशंस और सृष्टि आर्ट एंड कम्युनिकेशन द्वारा बनाई गई थी और उस समय भी प्रदर्शित किया गया था लेकिन उस समय डिजिटल न होने के कारण यह फिल्म कुछ ही दिन चली थी।
उन्होंने बताया कि इस गढ़वाली फिल्म मेरी प्यारी बोई के निर्माता जितेंद्र जोशी, निर्देशक मुकेश धस्माना व सुरेंद्र भंडारी और गीतकार व संवाद लेखक जीत सिंह नेगी के हैं। उन्होंने बताया कि इस फिल्म के संगीतकार संतोष खेतवाल है। उन्होंने बताया कि जबकि उत्तराखंड की खूबसूरत वादियों और विभिन्न नयनाभिराम लोकेशनों को कैमरे से कैमरामैन विमल विश्वास ने बखूबी कैद किया है।
उन्होंने बताया कि पहाड़ी इलाके में रहने वाली एक महिला के संघर्षमय जीवन की कहानी पर बनाई गई इस फिल्म मेरी प्यारी बोई में बोई यानी मां की शीर्षक भूमिका को बड़ी संजीदगी और कुशलता से जिया है उत्तराखंड की रहने वाली कुशल अभिनेत्री निवेदिता बौंठियाल ने निभाया है और जिन्होंने नवयुवती से लेकर प्रौढ़ विधवा की भूमिका में जान डाल दी है।
उन्होंने कहा कि जिनकी अभिनय क्षमता से प्रभावित होकर तत्कालीन राजनेता एवं मुख्यमंत्री रहे स्वर्गीय पंडित नारायण दत्त तिवारी ने बहुत प्रभावित हुए थे। इस फिल्म के निर्देशक मुकेश धस्माना ने वर्ष 2004 में बनाई अपनी इस फिल्म को अब पहली डिजिटल गढ़वाली फिल्म के रूप में री लॉन्च कर रहे हैं।
इस अवसर पर फिल्म के बारे में वह जानकारी देते हुए मुकेश धस्माना ने कहा कि मेरी इस फिल्म मेरी प्यारी बोई शत प्रतिशत विशुद्ध गढ़वाली फिल्म है, जिसमें वहां पहाड़ के गांव, लोग और उनका जीवन और कल्चर, समस्याओं के बीच जीवन जीने का संघर्ष देखने को मिलेगा। उन्होंने कहा कि मां अपने जीवन में संघर्ष कर बेटे को पढ़ाने के लिए शहर भेज देती है।
उन्होंने कहा कि बेटा पढ़ लिखकर बड़ा आदमी बन जाता है लेकिन वह गांव वापस नहीं जाता है और पलायन के इस दर्द को भी फिल्म में बखूबी दिखाया गया है।
इस अवसर पर पत्रकार वार्ता में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष संगठन सूर्यकांत धस्माना, धीरज रावत, मनीष यादव आदि उपस्थित रहे।

दर्दनाक सड़क हादसा:   शिमला बाईपास पर बस पलटने से 1 छात्र समेत 2 की दर्दनाक मौत

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विकासनगर(आरएनएस)।  उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में दर्दनाक सड़क हादसा हुआ है। शिमला बाईपास पर एक बस पलट गई। सड़क हादसे में एक स्कूल छात्र समेत दो लोगों की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई है।  रोड एक्सीडेंट के वक्त बस डाकपत्थर से देहरादून की ओर जा रही थी। हादसे के वक्त बस में करीब 40 यात्री सहित इंटर कॉलेज के छात्र सवार थे। बस पलटने की वजह से एक छात्र की मौत हुई है, जबकि करीब एक दर्जन छात्र घायल हुए है।  रोड एक्सीडेंट की सूचना मिलते ही पुलिसबल मौके पर पहुंच कर राहत व बचाव कार्य में जुट गया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, थाना सहसपुर के अतर्गत सिघंनीवाल क्षेत्र में एक बस सड़क में पलटकर दुर्घटनाग्रस्त हो गयी थी। पुलिस द्वारा स्थानीय लोगों की सहायता से बस में फंसे घायलों को बाहर निकालकर तत्काल इलाज के लिए प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहाँ डॉक्टर द्वारा बस सवार 01 व्यक्ति तथा एक छात्र को मृत घोषित किया गया। उक्त दुर्घटना मे 14 लोग घायल हुए है, जिनका अस्पताल में उपचार चल रहा है। दुर्घटनाग्रस्त बस विकासनगर से देहरादून की ओर आ रही थी, जो सिहनीवाला के पास सामने से आ रहे एक लोडर वाहन से टकराकर दुर्घटनाग्रस्त हो गई।
घटना की सूचनापर  एसएसपी देहरादून अजय सिंह तत्काल घटनास्थल को रवाना हुए। पुलिस की ओर से सड़क हादसे के कारणों की जांच की जा रही है।

घायलों की पहचान:

01: जगमोहन सिंह पुत्र सुरवीर सिंह, निवासी सरु खेत बड़कोट, उम्र 30 वर्ष
02: पिंटू कुमार पुत्र राम आसरे निवासी सेलकुई, उम्र 35 वर्ष
03: मानसी गुप्ता पुत्री पवन कुमार गुप्ता निवासी डांडा पुर, उम्र 15 वर्ष (छात्रा)
04: गुरमीत पुत्र धर्म पाल निवासी ढकरानी (बस परिचालक), उम्र 21 वर्ष
05: कनीजा खातून पत्नी नसीबुद्दीन निवासी गांधीग्राम, लक्ष्मण चौक, देहरादून, उम्र 60 वर्ष
06: नसीबुद्दीन पुत्र जैनुद्दीन निवासी गांधीग्राम, लक्ष्मण चौक, देहरादून, उम्र 62 वर्ष
07: आवेश पुत्र हसन दीन निवासी ग्राम हसनपुर सहसपुर, उम्र 15 वर्ष (छात्र)
08: मारिया पुत्री मसूद आलम निवासी हसनपुर, उम्र 15 वर्ष (छात्रा)
09: हुमा पुत्री नवाब निवासी शेरपुर, सहसपुर, उम्र 16 वर्ष (छात्रा)
10: मुसीदा पुत्री वाज़िद निवासी हसनपुर, उम्र 15 वर्ष (छात्रा)
11: हर्ष पुत्र सागर निवासी बद्रीपुर 02 वर्ष
12: विनोद वर्मा पुत्र प्रताप सिंह कटा पत्थर विकास नगर देहरादून उम्र 35 वर्ष
13: शोएब पुत्र वाज़िद निवासी मलूकचद उम्र 18 वर्ष (छात्र)
14: शिल्पा पुत्री अरविन्द कुमार निवासी बद्रीपुर उम्र 24 वर्ष

विवरण मृतक:-

01: मृतक कादिल पुत्र साजिद निवासी ग्राम हसनपुर, सहसपुर, उम्र 16 वर्ष (छात्र)
02: पवन पुत्र जयपाल निवासी शेखोवाला, सहसपुर, उम्र- 22 वर्ष

“विश्व स्वास्थ्य दिवस के उपलक्ष्य पर इंडियन रेडक्रॉस द्वारा (सी०पी०आर०) प्राथमिक उपचार प्रशिक्षण एवं चिकित्सा शिविर आयोजित

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हरिद्वार(कुलभूषण) । इंडियन रेडक्रॉस के तत्वाधान में विश्व स्वास्थ्य दिवस के उपलक्ष्य पर जिलाधिकारी/अध्यक्ष इंडियन रेडक्रॉस कर्मेंद्र सिंह के निर्देशन, मुख्य चिकित्साधिकारी/उपाध्यक्ष इंडियन रेडक्रॉस डॉ० राजेश कुमार सिंह के मुख्य संयोजन एवं इंडियन रेडक्रॉस सचिव प्रोफेसर (डॉ०) नरेश चौधरी के नेतृत्व में प्राथमिक उपचार (सी०पी०आर०) प्रशिक्षण एवं चिकित्सा शिविर का आयोजन श्रीराम विद्या मंदिर, श्यामपुर में किया गया। शिविर का शुभारंभ जिलाधिकारी कर्मेंद्र सिंह ने दीप प्रवज्जलित कर किया। जिलाधिकारी कर्मेंद्र सिंह ने कहा कि विश्व स्वास्थ्य दिवस के दिन जनपद हरिद्वार रेडक्रॉस ने सी०पी०आर०(कार्डियो पल्मोनरी रिसियेशन) दिल की धमनी को पुन: चालू करना” के प्रति जो प्रशिक्षण देकर जागरूकता अभियान की अनूठी पहल की है, इससे संपूर्ण जनपद में रेडक्रॉस के तत्वाधान में ही सर्वोच्च प्राथमिकता से जोर-शोर से चलाया जाएगा। जिससे सभी सी०पी०आर० देना सीख जायें। और आवश्यकता पड़ने पर किसी जरूरतबंद की, बहुमूल्य जीवन की रक्षा कर सकेंगे। जिलाधिकारी कर्मेंद्र सिंह ने कहा कि हमें वर्तमान परिपेक्ष्य की व्यस्ता को समझते हुए कुछ समय अपने शरीर के लिए देना है। जिससे हम समय से स्वास्थ्य परीक्षण कराते रहें। और अपने दैनिक दिनचर्या और आहार-विहार पर विशेष केंद्रित होकर अपने स्वास्थ्य के लिए विशेष रूप से जागरूक रहें। मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ० राजेश कुमार सिंह ने कहा की विश्व स्वास्थ्य दिवस मनाने का सही उद्देश्य यही है कि हम जन समाज को मिलकर स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करें। साथ ही साथ ऐसी वस्तुओं के खाने से परहेज करें जिससे हमारे स्वास्थ्य पर हानिकारक प्रभाव पड़ता है। इंडियन रेडक्रॉस सचिव डॉ० नरेश चौधरी ने लगभग 700 प्रतिभागियों को प्राथमिक उपचार देकर प्रशिक्षित किया। तथा सी०पी०आर० का विशेष प्रायोगिक डिमोंसट्रेशन कराया। चिकित्सा शिविर एवं प्राथमिक उपचार प्रशिक्षण का आयोजन श्रीराम विद्या मंदिर श्यामपुर, हरिद्वार में करने के लिए मैनेजिंग ट्रस्टी राजीव भल्ला ने इंडियन रेडक्रॉस के अध्यक्ष जिलाधिकारी कर्मेंद्र सिंह एवं सचिव डॉ० नरेश चौधरी का विशेष धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि वास्तव में इस प्रकार के शिविर समय-समय पर होते रहने चाहिए। और इसका लाभ छात्र-छात्राओं के साथ उनके अभिभावकों को मिला है। शिविर में 760 छात्र-छात्राओं एवं उनके अभिभावकों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। शिविर के संयोजक डॉ० नरेश चौधरी ने अवगत कराया की चिकित्सा टीम में नेत्ररोग विशेषज्ञ प्रोफेसर (डॉ०) गुंजन, प्रस्तुति एवं स्त्रीरोग विशेषज्ञ प्रोफेसर (डॉ०) प्रवेश तोमर, डॉ० अंजली, जनरल फिजिशियन डॉ० विनय, डॉ० गरिमा मिश्रा एवं ऋषिकुल राजकीय आयुर्वेद महाविद्यालय के शरीर रचना, प्रसूति, शालाक्य, कायचिकित्सा विभाग के एमडी स्कॉलरस एवं श्री हंस फाउंडेशन से साजिद के नेतृत्व मोबाइल वैन टीम, जिसमें खून की जांच एवं निशुल्क दवाई की व्यवस्था के साथ सहभागिता रही। आयोजन का संपूर्ण संचालन श्रीराम विद्या मंदिर की प्रधानाचार्या श्रीमती बबीता श्रीनिवास ने उत्कृष्ट रूप से किया। शिविर में स्कूल की कोऑर्डिनेटर श्रीमती पूनम, बलविंद्र सिंह, दीप्ति रावत, पल्लवी शर्मा, पूनम शर्मा, श्रीमती रीमा भल्ला ने सक्रिय सहभागिता की। शिविर में एस०डी०एम० अजयवीर सिंह भी उपस्थित रहे।

अब और तेजी से हो सकेगी अवैध निर्माणों की सुनवाई

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मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण में संयुक्त सचिव के पद पर पीसीएस अधिकारी गौरव चटवाल की हुई तैनाती

–सेक्टर 1 से लेकर 12 तक में व्यावसायिक भवनों की सुनवाई के सौंपा गया है दायित्व

देहरादून, पीसीएस अधिकारी  गौरव चटवाल ने मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण में रिक्त चल रहे संयुक्त सचिव के पद पर पदभार ग्रहण कर लिया है। उपाध्यक्ष ने उन्हें सेक्टर एक से लेकर 12 तक में व्यावसायिक वादों की सुनवाई का दायित्व सौंपा है।
गौरतलब है कि प्राधिकरण में विगत कुछ समय से संयुक्त सचिव पद पर किसी अधिकारी की तैनाती नहीं होने के कारण संबंधित सेक्टर्स के अधिशासी अभियंताओं द्वारा वादों की सुनवाई की जा रही थी परंतु अब इस पद पर  गौरव चटवाल की नियुक्ति के उपरांत अब यह कार्य सक्षम अधिकारी द्वारा क्रियान्वित किया जाने लगा है जिससे आमजन को काफी राहत मिलने लगी है।
उपाध्यक्ष   वंशीधर तिवारी ने कहा कि प्राधिकरण में संयुक्त सचिव की तैनाती होने से अब वादों की सुनवाई का कार्य और भी अधिक प्रभावी रूप से हो सकेगा। सचिव  ने कहा कि उक्त पद पर  चटवाल की नियुक्ति होने के उपरांत वादों की सुनवाई को गति मिलेगी।
संयुक्त सचिव गौरव चटवाल ने बताया कि उपाध्यक्ष एवं सचिव के दिशा-निर्देशों के अनुसार उनके द्वारा सेक्टर 1 से 12 के व्यावसायिक भवनों की सुनवाई के कार्य सुबह दस से शाम पांच बजे तक नियमित रूप से किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आमजन की शिकायतों की सुनवाई के लिए वे हर समय उपलब्ध हैं।
उन्होंने आमजन से अपील की है कि वे मानचित्र स्वीकृति के बाद ही निर्माण कार्य करें। उन्होंने कहा कि किसी प्रकरण में मानचित्र से विचलन कर निर्माण कर लिया गया है तो गुण-दोष के आधार पर नियमानुसार उसको शमन किया जाएगा। ताकि आमजन को राहत मिल सके। उन्होंने कहा कि शहर में अवैध निर्माणों की रोकथाम हेतु प्राधिकरण पूर्णतः प्रतिबद्ध हैं।

पर्यटन सचिव सचिन कुर्वे पहुँचे कार्तिक स्वामी मंदिर, 12 मई को होने वाले भब्य धार्मिक आयोजन तैयारियो का लिया जायजा

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“भगवान कार्तिक स्वामी मंदिर में 12 मई को होगा भव्य पूजा समारोह, तैयारियों का जायजा लेने पहुंचे पर्यटन सचिव ,कार्तिक स्वामी मंदिर, उत्तर भारत का एकमात्र मंदिर जहाँ भगवान कार्तिकेय बालक रूप में विराजमान”

रुद्रप्रयाग(देवेंन्द्र चमोली) – जनपद के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल क्रौंच पर्वत पर स्थित भगवान कार्तिक स्वामी मंदिर में इस वर्ष भी एक विशेष धार्मिक आयोजन होने जा रहा है। 12 मई को मंदिर परिसर में 108 बालमपुरी शंख पूजा और हवन का भव्य आयोजन किया जाएगा। इस भक्ति और आस्था से परिपूर्ण कार्यक्रम का आयोजन पर्यटन विकास परिषद उत्तराखंड, जिला प्रशासन और मंदिर समिति के संयुक्त तत्वाधान में किया जा रहा है।कार्यक्रम की विशेष बात यह है कि इसमें तमिलनाडु के प्रमुख मंदिरों, माईलम एथेनम, कूनमपट्टी एथेनम, कौमारा मुत्त एथेनम और श्रृंगेरी मुत्तू आदि के शिवाचार्य शामिल होंगे। सभी शिवाचार्यगण विशेष पूजा-अर्चना, शंख पूजन और हवन अनुष्ठान संपन्न कराएंगे।
कार्तिक स्वामी मंदिर, उत्तर भारत का एकमात्र मंदिर है जहाँ भगवान कार्तिकेय बालक रूप में विराजमान हैं।

आयोजन से पहले रविवार को पर्यटन सचिव सचिन कुर्वे ने स्वयं कार्तिक स्वामी मंदिर पहुंचकर तैयारियों का जायजा लिया। उन्होंने मंदिर परिसर और आसपास की व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया और पर्यटन विभाग के अधिकारियों तथा मंदिर समिति के सदस्यों के साथ बैठक कर आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए। सचिव पर्यटन ने स्पष्ट किया कि आयोजन को सफल बनाने के लिए सभी तैयारियां समयबद्ध तरीके से पूर्ण की जाएं।उन्होंने यह भी बताया कि पूर्व वर्षों की भांति इस वर्ष भी आयोजन को विशेष स्वरूप में किया जा रहा है, ताकि देशभर से आने वाले श्रद्धालु और पर्यटक एक अविस्मरणीय आध्यात्मिक अनुभव प्राप्त कर सकें। सचिव सचिन कुर्वे ने स्थानीय प्रशासन को निर्देश दिए कि श्रद्धालुओं की सुविधा, सुरक्षा और मूलभूत आवश्यकताओं का विशेष ध्यान रखा जाए।

इस अवसर पर जिला पर्यटन विकास अधिकारी राहुल चौबे, तहसीलदार रुद्रप्रयाग राम किशोर ध्यानी एवं मंदिर समिति से रमेश सिंह नेगी आदि उपस्थित रहे।

सीएम धामी ने रामनवमी और दुर्गा नवमी के अवसर पर मुख्यमंत्री आवास में सपरिवार पूजा-अर्चना की

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देहरादून(आरएनएस)।  मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रामनवमी और दुर्गा नवमी के अवसर पर मुख्यमंत्री आवास में सपरिवार पूजा – अर्चना की। उन्होंने नौ दुर्गा की प्रतीक नौ कन्याओं का पूजन भी किया। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर प्रदेशवासियों को रामनवमी की शुभकामना दी और प्रदेश की खुशहाली व प्रदेशवासियों की सुख – समृद्धि की कामना की।

कान्हा खुद आओ या बुलालो मुझे, फाग सूना पड़ा है तुम्हारे बिना : अंबिका रूही

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अनेकता में एकता भारत की सबसे बड़ी ताकत, हिंदी और उर्दू मौसेरी बहनें : सूर्यकांत

देहरादून, ओल्ड मसूरी रोड में आयोजित मुशायरे व काव्य गोष्ठी में जब परवाज़ ए अमन की अध्यक्ष सुश्री अंबिका रूही ने अपनी नज़्म कान्हा के नाम खत पढ़ा तो श्रोताओं की आंखें नम हो गई। ‘कान्हा खुद आओ या बुलालो मुझे, फाग सूना पड़ा है तुम्हारे बिना,दिल की गलियों की रौनक है रूठी हुई, राग सूना पड़ा है तुम्हारे बिना, आज मथुरा की रंगत पे छाया धुंआ, देखते क्यों तमाशा छुपकर वहां, उस तरफ है ज़ुलेखां सिसकती हुई, इस तरफ कोई मीरा सौदाई हुई, देवता प्यार के आ भी जा, छोड़ ज़िद इश्क तन्हा पड़ा है तुम्हारे बिना …
युवा कवित्री मोनिका मुंतशिर ने अपनी नज़्म ‘याद की हिचकी हमारे दिल को ऐसी आई है, शहर ए जॉ का मौसम भीना भीना हो गया , गा कर खूब तालियां बटोरी।
उर्दू के शायर सुनील साहिल ने
उफ्फ़ ! ये दिल पे कैसी आफत आ गयी, रूह तक दिल की अज़ीयत आ गयी, तुमने तितली को पकड़ कर क्या किया उसके रंगों पर मुसीबत आ गयी, खूब वाह वाही लूटी।
युवा शायर आरिफ अतीब की नज़्म तौबा कर ली इश्क़ पुराना छोड़ दिया। उसकी गली में आना जाना छोड़ दिया।। देखो इश्क़ क़फ़स से भी हो सकता है। पंछी ने अब सर टकराना छोड़ दिया। खूब पसंद की गई।
उर्दू के शायर बदरुद्दीन ज़िया की शायरी ने भी खूब तालियां बटोरी, जब उन्होंने अपनी गजल
फिर संवारे कहाँ संवरती है । कोइ तस्वीर जब बिगड़ती है।।
मेरे चेहरे की सलवटें देखो। ज़िंदगी किस तरह मसलती है।। पड़ा तो उनको खूब वाह वाही मिली। इसके अलावा दर्द गढ़वाली , अमज़द खान अमज़द ने भी अपनी रचनाओं से रंग जमाया। मौका था ओल्ड मसूरी रोड में एक शाम परवाज़े अमन के नाम मुशायरा व कवि गोष्ठी का ।
देहरादून के मशहूर शायर इकबाल की सदारत में संपन्न हुई इस खूबसूरत शाम में बतौर मुख्य अतिथि प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष संगठन सूर्यकांत धस्माना व विशिष्ट अतिथि के रूप में शिक्षाविद् सरदार डी एस मान पूरे समय शायरों व कवियों की रचनाओं पर उनकी हौसला अफ़जाई करते रहे।
धस्माना ने बतौर मुख्य अतिथि अपने संबोधन में परवाज़े अमन की अध्यक्ष सुश्री अंबिका रूही को बधाई देते हुए कहा कि भारत की सबसे बड़ी ताकत अनेकता में एकता का सिद्धांत है और सर्वधर्म संभाव व आपसी प्रेम हमारे देश की रग रग में बसा हुआ है इसीलिए देश भर में अमन के दुश्मनों के लाख चाहने के बाद भी बीते दिनों होली और जुम्मे की नमाज शांति पूर्ण तरीके से संपन्न हो गई। श्री धस्माना ने कहा कि हिंदी और उर्दू मौसेरी बहनें हैं व अन्य सभी भारतीय भाषाएं इनकी छोटी बहने हैं इसलिए जो बहनों को आपस में लड़ाने भिड़ाने की बात करते हैं वे देश के और अमन के दुश्मन हैं। श्री धस्माना ने कहा कि हमें आने वाली पीढ़ियों को इस अनेकता में एकता के मंत्र को समझाना और उस पर अम्ल करना सिखाना होगा तभी देश तरक्की करेगा।
शिक्षाविद् व दून इंटरनेशनल स्कूल के संस्थापक अध्यक्ष सरदार डी एस मान ने परवाज़ ए अमन की पहल का स्वागत करते हुए कहा कि देहरादून व पूरे उत्तराखंड में इस प्रकार के आयोजन होने चाहिए।

अब प्रतिनियुक्ति पर पांच साल से ज्यादा नहीं रह पाएंगे कर्मचारी, सरकार ने जारी की नई गाइडलाइन

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देहरादून, उत्तराखंड़ सरकार ने प्रतिनियुक्ति पर तैनात सरकारी कर्मचारियों के लिए बड़ी घोषणा की है। अब कोई भी कार्मिक अधिकतम पांच साल से अधिक समय तक डेपुटेशन पर नहीं रह सकेगा। राज्य के वित्त विभाग ने पहली बार इसको लेकर स्पष्ट और सख्त गाइडलाइन जारी की है।
अब तक उत्तराखंड में डेपुटेशन या सेवा स्थानांतरण के लिए कोई स्पष्ट नीति नहीं थी। सालों से कर्मचारी उत्तर प्रदेश के 1999 के शासनादेश के आधार पर ही दूसरे विभागों में काम कर रहे थे। कई अधिकारी और कर्मचारी अपने मूल विभाग को छोड़कर वर्षों से मनपसंद जगहों पर तैनात थे।
सीएम धामी ने इस विषय पर गंभीर रुख अपनाते हुए सभी लंबे समय से जारी डेपुटेशन को समाप्त करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद वित्त विभाग ने नई गाइडलाइन जारी की है, जो तुरंत प्रभाव से लागू कर दी गई है।

क्या है नए शासनादेश के प्रमुख बिंदु :
-कर्मचारी केवल तभी डेपुटेशन पर जा सकेगा जब उसने अपने मूल विभाग में 5 साल की सेवा पूरी की हो।
-डेपुटेशन की प्रारंभिक अवधि 3 साल तय की गई है।
-इसके बाद 2 साल का विस्तार केवल वित्त विभाग की अनुमति से मिलेगा।
-सेवा विस्तार के लिए प्रस्ताव 1 माह पहले भेजना होगा।
-मूल विभाग की अनापत्ति, डेपुटेशन विभाग की मांग और कारण शामिल करना होगा l

इसके बाद कर्मचारी को 5 साल तक अपने मूल विभाग में रहना होगा। किसी भी कार्मिक को पूरे सेवा काल में अधिकतम दो बार ही डेपुटेशन पर भेजा जा सकेगा, जिन कर्मचारियों की सेवानिवृत्ति में 5 साल से कम समय बचा है, उन्हें डेपुटेशन नहीं दिया जाएगा।
वहीं वित्त विभाग के इस आदेश के बाद उन कर्मचारियों और अधिकारियों में खलबली मच गई है, जो वर्षों से डेपुटेशन पर मनचाहे विभागों में तैनात थे। अब उन्हें अपने मूल विभागों में लौटना ही होगा।
जारी नई गाइड लाइन के बाद उत्तराखंड सरकार का यह कदम प्रशासनिक पारदर्शिता और समान अवसर की दिशा में एक बड़ा निर्णय माना जा रहा है।

वक्फ की जमीनों की होगी जांच “अवैध कब्जे हटाये जायेंगे, वक्फ बोर्ड व माफिया में हड़कंप”

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देहरादून, संसद में पास हुए वक्फ संशोधन बिल 2025 के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ऐलान किया है कि राज्य में सभी वक्फ की संपत्तियों और जमीनों की जांच कराई जाएगी तथा अवैध रूप से कब्जा कर वक्फ में समाहित की गई जमीनों को कब्जा मुक्त कराया जाएगा तथा उन जमीनों को जनहित कार्यों के लिए उपयोग में लाया जाएगा।
मुख्यमंत्री धामी का कहना है कि नए वक्फ बिल से वक्फ के काम में पारदर्शिता आएगी जो न्याय संगत है। उनका साफ कहना है कि राज्य बनने के बाद वक्फ की संपत्तियों और जमीनों में जो दो गुना से ज्यादा की बढ़ोतरी हुई है वह हैरान करने वाली है। हजारों की संख्या में संपत्तियों बढ़ी है। राज्य बनने से पहले राज्य में वक्फ की 2078 संपत्तियां थी जो अब 5183 हो चुकी है।
उनका कहना है कि भूमाफिया ने अगर सरकार अथवा निजी जमीनों पर कब्जा किया तथा देव स्थान की जमीन कब्जाई है तो उसे सरकार कब्जा मुक्त कराकर सरकार में निहित करेगी। यहंा यह भी उल्लेखनीय है कि भू माफिया द्वारा सरकारी जमीनों पर कब्जा कर उसे वक्फ में शामिल किए जाने के भी कई मामले सामने आए हैं और यह जमीने अब न भू माफिया की रही है और न सरकार की। वक्फ की जमीन पर अगर कोई व्यक्ति गैर कानूनी ढंग से काबिज है तो उससे भी जमीन वापस ली जाएगी।
मुख्यमंत्री की इस घोषणा के बाद वक्फ बोर्ड और भू माफिया में हड़कंप मचा हुआ है। ऐसे कुछ मामले नैनीताल और हरिद्वार के रुड़की क्षेत्र में भी सामने आए है। मुख्यमंत्री ने जांच की जो घोषणा की उसे पर अमल के बाद ही पता चल सकेगा कि वक्फ बोर्ड या फिर माफिया से कितनी जमीनों को कब्जा मुक्त कराया जाता है अभी इसकी कुछ निश्चित जानकारी सामने नहीं आई है।

कालेज प्रशासन से खफा छात्रों ने प्राचार्य कक्ष में की तालाबंदी

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देहरादून, कालेज में हो रहे विकास कार्यो में हो रही लापरवाही के खिलाफ छात्र संघ अध्यक्ष सिद्धार्थ अग्रवाल के नेतृत्व में छात्रों ने प्राचार्य कक्ष में तालाबंदी की।
यहां डीएवी महाविघालय में छात्र संघ द्वारा प्राचार्य कार्यालय में तालाबंदी की गई तथा कॉलेज प्रशासन पर कॉलेज में हो रहे विकास कार्यों में हो रही लापरवाही पर रोष व्यक्त किया गया। छात्र संघ पदाधिकारियों ने बताया कि डीएवी महाविघालय के लाइब्रेरी के पुनर्निर्माण का कार्य विगत 2 सालों से गतिमान है प्राचार्य द्वारा मार्च अंत तक लाइब्रेरी को सुचारू करने का आश्वासन दिया गया किन्तु लचर रवैया के कारण छात्रों को आजतक भी रीडिंग रूम प्राप्त नहीं हुआ। जिस कारण सभी छात्र लाइब्रेरी के लाभ से वंचित हैं। पूर्व में भी लाइब्रेरी कार्यों में अनियमितता एवं कार्य में देरी के कारण छात्र संघ द्वारा समय समय पर महाविघालय प्रशासन को चेताया गया था। छात्र संघ पदाधिकारियों ने बताया कि पूर्व में महाविघालय प्रांगण में सुविधा दी गई थी किन्तु विगत दो वर्षों से कॉलेज की स्थिति का जायजा लेने में भी महाविघालय प्रशासन नाकाम रहा जिस कारण आज छात्र संघ पदाधिकारी प्राचार्य कार्यालय पहुंचे एवं विरोध स्वरूप प्राचार्य की कुर्सी को कार्यालय के मुख्य द्वार पर रख दिया गया। छात्र संघ ने चेतावनी दी कि जब तक छात्रों को लाइब्रेरी नहीं मिलती तब तक प्राचार्य कक्ष में अनिश्चितकाल के लिए तालाबंदी रहेगी। इस अवसर पर छात्र संघ अध्यक्ष सिद्धार्थ अग्रवाल, छात्र संघ महासचिव सुमित कुमार, उपाध्यक्ष अनुज शाह, गौतम राणा सहित अनेकों छात्र मौजूद रहे l