Tuesday, June 17, 2025
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नया Income Tax पोर्टल 7 जून को लॉन्च होगा, जानिए इस पोर्टल के बारे में सारी जरूरी बातें

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नई दिल्ली. भारत सरकार के वित्त मंत्रालय (Finance Ministry) 7 जून 2021 को नया इनकम टैक्स (Income Tax) पोर्टल www । incometax.gov.in लॉन्च करने जा रहा है. नया पोर्टल (Portal)ज्यादा आधुनिक होगा और टैक्सपेयर्स के लिए बेहद आसान होगा. क्योंकि इसका मकसद टैक्सपेयर्स (Taxpayers) के लिए झंझट कम करना है. मौजूदा वक्त में , इनकम टैक्स रिटर्न और फॉर्म्स दाखिल करने का काम अभी www.incometaxindiaefiling.gov । in पोर्टल पर होता है. पहले ये पोर्टल इनकम टैक्स रिटर्न , ऑडिट रिपोर्ट और दूसरे कई फॉर्म्स को ऑनलाइन दाखिल करने की सहूलियत देता था. गुजरे कुछ वर्षों में कई अन्य मॉड्यूल भी इससे जुड़े हैं जो कि फेसलेस असेसमेंट , अपील और नोटिसों के जवाब देने की सुविधा देते हैं. ये इसके कंप्लायंस सेक्शन में आते हैं.

ये दिक्क्तें आ रही थी

मौजूदा पोर्टल फिलहाल अच्छी तरह से काम कर रहा है , लेकिन तय तारीख के करीब इसके कामकाज में दिक्कतें आने के वाकये देखे गए हैं , इसके अलावा , टैक्सपेयर्स के डॉक्युमेंट्स अपलोड करने में कम कैपेसिटी , ऑडिट रिपोर्ट दाखिल करने या असेसमेंट या दूसरे नोटिसों के जवाब देने में मुश्किलों के मामले आते हैं. साथ ही ये कई टैक्सपेयर्स के लिए काफी उलझाऊ भी है.

नए इनकम टैक्स पोर्टल में ये कुछ अहम फीचर होंगे

1- नया टैक्सपेयर फ्रेंडली पोर्टल तत्काल इनकम टैक्स रिटर्न (ITR) को प्रोसेस कर सकता है , ताकि इससे टैक्सपेयर्स के रिफंड जल्द जारी हो सकें.

2- सभी इंटरेक्शंस और अपलोड या पेंडिंग एक्शन सिंगल डैशबोर्ड पर दिखाई देंगे ताकि टैक्सपेयर्स इन्हें पूरा कर सकें.

3- मुफ्त ITR प्रीपेरेशन सॉफ्टवेयर ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीके से उपलब्ध होगा और इसमें इंटरेक्टिव सवाल होंगे ताकि टैक्सपेयर्स टैक्स की जानकारी नहीं होने पर भी आसानी से अपने ITR दाखिल कर सकें. इसमें जानकारियां प्रीफिल्ड होंगी और इससे टैक्सपेयर्स का डेटा एंट्री का काम बेहद कम हो जाएगा.

4- टैक्सपेयर्स की मदद के लिए एक नया कॉल सेंटर होगा जिसमें इनके सवालों के तुरंत जवाब मिलेंगे , इसके साथ ही ट्यूटोरियल्स , वीडियो और चैटबोट / लाइव एजेंट जैसी चीजें भी इसमें होंगी.

5- डेस्कटॉप पर मिलने वाले सभी प्रमुख पोर्टल फंक्शंस मोबाइल ऐप पर भी उपलब्ध होंगे , जो कि बाद में मोबाइल नेटवर्क पर कभी भी पूरी तरह से एक्सेस की सहूलियत देंगे.

6- नए पोर्टल पर नया ऑनलाइन टैक्स पेमेंट सिस्टम लागू किया जाएगा और इसमें कई नए पेमेंट ऑप्शंस दिए जाएंगे. इनमें नेटबैंकिंग , UPI, क्रेडिट कार्ड और RTGS/NEFT जैसे पेमेंट विकल्प होंगे. टैक्सपेयर किसी भी बैंक से अपने टैक्स का पेमेंट कर पाएंगे.

एक्सपर्ट ओपिनियन – अभिषेक अनेजा CA ने जैसा मनीकंट्रोल को बताया, उन्हीं के शब्दों में –

E- गवर्नेंस की सफलता इसी बात पर आधारित है कि इन सेवाओं को आम नागरिक कितनी आसानी से और कितनी जल्दी हासिल कर सकते हैं. टैक्सपेयर्स को उनके रिटर्न फाइल करने , रिफंड मिलने , दस्तावेज अपलोड करने और नोटिसों का जवाब देने की प्रक्रिया जितनी आसान होगी लोगों को उतनी ही सहूलियत मिलेगी. हम उम्मीद कर सकते हैं कि अतिरिक्त फीचर्स के साथ नए पोर्टल में यूजर सैटिस्फैक्शन के नए ऊंचे मानदंड तय किए जाएंगे. लेकिन , इसमें पूरा मामला इस पोर्टल के जरिए टैक्सपेयर्स को सहूलियत देने या इसकी कैपेसिटी बढ़ाने का नहीं है , बल्कि इसके जरिए टैक्स चोरों पर शिकंजा भी कसे जाने की मंशा है.

गुजरे कुछ वर्षों से इनकम टैक्स डिपार्टमेंट अलग – अलग घरेलू और इंटरनेशल अथॉरिटीज के साथ ऑटोमैटिक इंफॉर्मेशन आदान – प्रदान के सिस्टम को इंटीग्रेट करने की कोशिश कर रहा है. आयकर विभाग क्रेडिट कार्ड कंपनियों , टैक्सपेयर्स के इनवेस्टमेंट और दूसरे खर्चों के आंकड़े इकट्ठे करने और इसकी जानकारी का विश्लेषण कर रहा है. टैक्सपेयर्स के आंकड़ों का 360 डिग्री पर विश्लेषण हो रहा है और विभाग ने टैक्स चोरी को रोकने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को भी इसमें शामिल किया है.

इसके अलावा , कॉरपोरेट अफेयर्स मिनिस्ट्री ने ऑनलाइन पोर्टल का वर्जन 3.0 भी लॉन्च किया है ताकि मौजूदा सर्विसेज और मॉड्यूल्स को सुधारा जा सके और ई – एडजुडिकेशन , कंप्लायंस मैनेजमेंट सिस्टम , एडवांस हेल्पडेस्क , फीडबैक सर्विसेज , यूजर डैशबोर्ड , सेल्फ – रिपोर्टिंग टूल्स और नई मास्टर डेटा सर्विसेज जैसी नई फंक्शनैलिटीज को शामिल किया जा सके. ये नए पोर्टल इनकम टैक्स , एमसीए और जीएसटी जैसे अलग – अलग सरकारी डिपार्टमेंट्स के बैक एंड्स को सिंक्रोनाइज करेंगे और इससे सूचनाओं का आसानी से प्रवाह मुमकिन हो पाएगा. ये तो आने वाला वक्त ही बताएगा कि नया इनकम टैक्स पोर्टल कैसे काम करेंगा और क्या ये अपने मकसद में सफल हो पाएगा और टैक्सपेयर्स , प्रोफेशनल्स और इनकम टैक्स डिपार्टमेंट को कुछ सहूलियतें मुहैया करा पाएगा या नहीं.( साभार –News18)

हरिद्वार : 50 लाख से बनने वाली सड़कों का मंत्री स्वामी यतीश्वरानन्द ने किया शिलान्यास

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( कुलभूषण)

हरिद्वार, हरिद्वार ग्रामीण विधानसभा में गन्ना विकास एवं चीनी उद्योग मंत्री स्वामी यतीश्वरानन्द ने करोड़ों रूपये की लागत से बनने वाली सड़क व पुल का शिलान्यास किया। उन्होंने जमालपुर के समीप मायाविहार कॉलोनी में नारियल फोड़कर वैदिक मंत्रोच्चारण के करीब 50 लाख रुपये से बनने वाली सड़कों का शिलान्यास किया। यह सभी सड़कें राज्य योजना के बजट से स्वामी यतीश्वरानन्द के प्रस्ताव व प्रयासों से बनेगी।

इसके बाद मंत्री स्वामी यतीश्वरानन्द ने सराय बसेड़ी मार्ग पर बनने वाले पुल का भी शिलान्यास किया। पुल के निर्माण में करीब दो करोड़ रुपये खर्च होंगे। इस पुल की मांग काफी लंबे समय से क्षेत्रवासियों द्वारा लगातार की जा रही थी। इसके बनने से क्षेत्र के लोगो को काफी फायदा होगा। हरिद्वार ग्रामीण व ज्वालापुर विधानसभा के कई गांवों को जोड़ने वाले सराय बसेड़ी मार्ग पर बड़ी संख्या में लोगो की आवाजाही रहती है।

मंत्री स्वामी यतीश्वरानन्द ने कहा कि वह क्षेत्र के विकास के लिए कोई कसर नही छोड़ेंगे। गांवों की गलियों से लेकर, संपर्क मार्ग व पुलों के साथ साथ बाढ़ नियंत्रण के भी कई कार्य क्षेत्र में होने जा रहे है।

इस अवसर पर पंकज चौधरी, सुशील राजराणा, जगवीर सिंह, नाथीराम, तरुण चौधरी, अंकित चौहान, पिंटू सैनी, अरविंद प्रधान, सुशील, भाष्कर जोशी, विनोद मीणा, राघवानंद, राजेश सैनी, विकास प्रधान, गुरबाज सिंह, ऋषिपाल, डॉ मुबारिक आदि उपस्थित रहे।

उत्तराखंड़ : आईएमए की 12 जून को होगी पासिंग आउट परेड, कोविड के चलते कैडेट्स के परिजन नहीं होंगे शामिल

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देहरादून, कोरोना काल में दूसरी बार आईएमए की परेड़ होगी,वर्ष 2020 में कोरोना की वजह से कोरोना गाइडलाइन के अनुसार ही परेड़ हुई थी, इस वर्ष भारतीय सैन्य अकादमी (आईएमए) में पासिंग आउट परेड आगामी 12 जून को होगी। कोरोना संक्रमण को देखते हुए इस बार भी परेड में कई तरह की पाबंदियां होंगी। पास आउट हो रहे जेंटलमैन कैडेट्स के परिजन पीओपी में शामिल नहीं हो सकेंगे।

वहीं सेना के चुनिंदा अधिकारी ही परेड में शिरकत करेंगे। बताया जा रहा है कि परेड की कवरेज के लिए इस बार चुनिंदा मीडिया संस्थानों के प्रतिनिधियों को ही प्रवेश मिलेगा।
अकादमी में पीओपी को लेकर तैयारियां चल रही हैं। पीओपी से पहले ग्रेजुएशन सेरेमनी, अवॉर्ड सेरेमनी व फुल ड्रेस रिहर्सल परेड भी होगी। कोरोनाकाल में यह दूसरा अवसर है जब कैडेट्स के परिजन पीओपी में शामिल नहीं हो सकेंगे। इससे पहले पिछले वर्ष जून में हुई पासिंग आउट परेड में भी कैडेटों के परिजन शामिल नहीं हुए थे। अकादमी के सैन्य अधिकारियों व उनके परिवार के सदस्यों ने कैडेटों के कंधों पर सितारे लगाए थे, हालांकि इसके बाद दिसंबर 2020 में कोरोना के मामले कम होने पर कैडेट्स के परिजनों को पीओपी में शामिल होने दिया गया था। लेकिन, इस बार कोरोना के कहर को देखते हुए ज्यादा सावधानी बरती जा रही है।

साल 2020 के दिसंबर में हुई पीओपी में भारतीय सैन्य अकादमी से डेढ़ साल का प्रशिक्षण पूरा कर 325 युवा अफसर सेना का हिस्सा बने थे। इनमें उत्तराखंड के 24 युवा भी शामिल थे। इसके अलावा अफगानिस्तान सहित मित्र देशों के 70 जेंटलमैन कैडेट भी आईएमए से पास आउट हुए थे।

पासिंग आउट परेड में रखा गया था कोरोना नियमों का ध्यान कोरोना संक्रमण के कारण पिछले साल भी पीओपी में कैडेट्स के कुछ ही परिजन शामिल नहीं हुए थे। वहीं, पासिंग आउट परेड में सोशल डिस्टेंसिंग के साथ ही सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए थे। साथ ही कैडेट्स को मास्क लगाना अनिवार्य किया गया था।

बड़ी खबर : CBSE Board 12th Exam 2021, प्रधानमंत्री मोदी की बैठक में बड़ा फैसला, 12वीं बोर्ड परीक्षा रद्द

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नई दिल्ली, बोर्ड परीक्षाओं को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बैठक में अहम फैसला लेते हुए 12वीं की बोर्ड परीक्षा को रद्द कर दिया गया है। इस बैठक में सीबीएसई के चेयरमैन के साथ रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और प्रकाश जावड़ेकर भी मौजूद रहे। इस अहम बैठक में 12वीं के एग्जाम को लेकर मंथन हो रहा है कि कोरोना संकट में किस तरह बच्चों की परीक्षा करवाए जाएंगे, एग्जाम होंगे भी या नहीं होंगे, इसपर फैसला किया जाएगा।

इससे पहले शिक्षामंत्री रमेश पोखरियाल निशंक आज बोर्ड परीक्षाओं को लेकर कोई फैसला लेने वाले थे मगर अचानक तबीयत बिगड़ने के बाद उन्‍हें AIIMS में भर्ती कराया गया है। शिक्षा मंत्रालय को परीक्षाओं के संबंध में अपने फैसले की जानकारी सुप्रीम कोर्ट को 3 जून तक देनी है। केंद्र सरकार ने कल 31 मई को सुप्रीम कोर्ट से परीक्षाओं पर निर्णय लेने के लिए 2 दिनों का समय मांगा था. ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद इस बैठक की अध्‍यक्षता करेंगे।

प्रधानमंत्री मोदी इस बैठक में परीक्षाएं आयोजित करने के दोनो विकल्‍प और परीक्षाएं रद्द करने के विकल्‍प पर अधिकारियों के साथ विचार करेंगे। CBSE बोर्ड ने पिछले सप्‍ताह हुई केंद्रीय मंत्रियों की बैठक में परीक्षा आयोजित करने के दो विकल्‍प सुझाए थे। पहला विकल्‍प था सभी विषयों की परीक्षा घटे हुए एग्‍जाम पैटर्न पर आयोजित करना, और दूसरा विकल्‍प था केवल महत्‍वपूर्ण विषयों की परीक्षा आयोजित करना।

 

गहराता जा रहा रामदेव एलोपैथी विवाद : प्रदेश में सरकारी और प्राइवेट डॉक्टरों ने काला फीता बांधकर आज किया काम

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देहरादून, बाबा रामदेव और एलोपैथी विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा, दोनों तरफ बयानबाजी जारी है, इस बीच विरोध स्वरूप प्रदेशभर में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन और प्रांतीय चिकित्सा सेवा संघ से जुड़े डॉक्टरों ने आज मंगलवार को काला फीता बांधकर काम किया। बाबा रामदेव के एलोपैथी और उससे जुड़े डॉक्टरों के खिलाफ दिए गए बयान के खिलाफ डॉक्टरों ने विरोध जताया। इसमें एम्स और सभी मेडिकल कॉलेजों के जूनियर डॉक्टर भी शामिल रहे।

आईएमए के सचिव डा. अजय खन्ना ने बताया कि बाबा रामदेव के एलोपैथी को लेकर दिए गए बयान से सभी डॉक्टरों में गुस्सा है। आईएमए के साथ ही सभी सरकारी व निजी मेडिकल कॉलेज, एम्स के जूनियर डॉक्टर भी विरोध में शामिल हुए।
आईएमए के डा. खन्ना ने बताया कि पीएमएचएस डॉक्टरों ने भी उनको समर्थन दिया है। राष्ट्रीय नेतृत्व के आह्वान पर पूरे देश में डॉक्टर काला फीता बांधकर ही काम कर रहे हैं। इससे स्वास्थ्य सेवाओं पर कोई असर नहीं पड़ा। डॉ. अजय खन्ना ने कहा कि हमने बाबा को खुली बहस की चुनौती दी, लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया है। हम अभी भी उनके जवाब का इंतजार कर रहे हैं।

प्रांतीय चिकित्सा सेवा संघ(पीएमएचएस) के प्रदेश महासचिव डॉ मनोज वर्मा ने कहा कि बाबा रामदेव के बयान से डॉक्टरों का मनोबल गिरा है। डॉक्टर कोरोना संक्रमित मरीजों को ठीक करने में दिन रात जुटे हैं। ऐसे में बाबा रामदेव का एलोपैथी चिकित्सा पद्धति को लेकर दिया गया बयान निंदनीय है। वहीं, उन्होंने सरकार पर हमला बोलते ह़ुए कहा कि सरकार भी इस मामले में कुछ नहीं कर रही है। इसलिए उन्होंने सभी सरकारी चिकित्सकों से अपील की कि वे भी आईएमए के आंदोलन में अपना समर्थन दें।

इसलिए शुरू हुआ था विवाद
हाल ही में बाबा रामदेव का एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें उन्होंने एलोपैथी को निशाना बनाया था, उन्होंने कहा था कि टीके लगवाने के बाद भी कई डॉक्टरों की मौत हो गई। उनके इस बयान पर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने कड़ा एतराज जताते हुए माफी की मांग की थी, बाबा रामदेव के बयान के बाद इंडियन मेडिकल एसोसिएशन उत्तराखंड की ओर से बाबा रामदेव को एक हजार करोड़ का मानहानि का नोटिस भी भेज चुका है। वहीं, यह मामला अब पीएम मोदी तक भी पहुंच गया है

मोदी सरकार पर पुण्य प्रसून बाजपेयी ने कसा तंज, सात बरस चाहे सोने के फ्रेम में जड़ दो, सच छुपेगा नहीं ..!

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वरिष्ठ पत्रकार पुण्य प्रसून बाजपेयी सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहते हैं। आए दिन बाजपेयी मोदी सरकार को अपने पोस्ट के जरिए घेरते दिखाई देते है। इस बार भी पत्रकार ने अपने पोस्ट में मोदी सरकार पर तंज कसा। बाजपेयी ने अपने पोस्ट में कहा- ‘7 बरस, चाहे 7 आरसीआर में रख दो.. चाहे सोने के फ़्रेम में जड़ दो। सच छुपेगा नहीं, आईना झूठ बोलता ही नहीं।’

अपने एक अन्य पोस्ट पर बाजपेयी ने लिखा- ‘मतलब की है सत्ता सारी। बिछड़े सभी बारी बारी।’ पुण्य प्रसून बाजपेयी के पोस्ट देख ढेरों लोगों के कमेंट आने शुरू हो गए। श्रवण कुमार नाम के एक यूजर ने कहा- हां, आपको तो दिक्कत होगी ही। गरीब के घर बिजली पहुंच गई। गरीब को घर मिल रहा है। हर भारतवासी को घर खरीदने पर 2.5 लाख सरकार लोन चुका रही है। हर गांव तक सड़क जा रही है। रेल का नवीनीकरण हो रहा है। हर जिला मुख्यालय पर एक एक मेडिकल कॉलेज अनिवार्य बनाने का कार्यक्रम चल रहा है।

अंकित नाम के यूजर ने लिखा- ‘सर शायद ही 2018 तक आपका मुझसे बड़ा कोई फैन हो, लेकिन अब नहीं। पहले आप दोनों पक्ष रखते थे, दस्तक देखे बिना नींद नहीं आती थी।’ एक यूजर ने इस यूजर को जवाब देते हुए कहा- ‘अंकित, सत्ता पक्ष में सिर्फ़ झूठ ही है। उसे पहले देखना पड़ेगा। विपक्ष अगर मज़बूत नहीं है तो उसे और सवाल पूछने का काम कोई समझदार पत्रकार नहीं करेगा। आप इतने अमीर तो नहीं कि भारत में जो हो रहा है, उसे भुगत कर भी ख़ुश रहेंगे? थोड़ा परिपक्व हों, पुण्यप्रसून जी सिर्फ़ आंकड़े रख रहे हैं।’

मुकेश शर्मा नाम के यूजर ने लिखा- बिल्कुल सर, ये सात साल बेमिसाल है। हमने सपने में भी नही सोचा था कि मोदी जी इतनी जल्दी धारा 370 हटा देंगे। राम मंदिर का निर्माण कार्य चालू करा देंगे। निश्चित रूप से ये ऐतिहासिक कार्यकाल रहा मोदीजी का- धन्यवाद आभार।

इ.बेड नाम के एक यूजर ने इस यूजर को जवाब दिया- और लाखों को बेरोजगार कर दिया। भुखमरी और बेरोजगारी में देश को दुनिया में नंबर 1 स्थान पर पहुंचाया। ऑक्सीजन का लार्जेस्ट प्रोड्यूसर होने के बाद भी लाखों लोग ऑक्सीजन की कमी से मर गए। और क्या चाहिए? एक यूजर ने लिखा- 7 बसर, आतंकियों को ठिकाने लगाना जारी! 35 A हटाया ! 370 खत्म कर दिया ! CAA लागू !

सूर्यप्रकाश नाम के यूजर ने कहा- सच या झूठ तो 2024 में पता चल ही जायेगा। लेकिन इन 7 बरस में आप अपने आप पर ध्यान दें। बिशाल नाम के यूजर बोले- लोग तो सात साल में जिस मुद्दे पर इस सरकार को लाए थे पूरा का पूरा मुद्दा ही भुला गए। डीजल पेट्रोल का दाम, रूपए का अवमूल्यन, बेरोजगारों को रोजगार, लोकपाल बिल, भ्रटाचार, किसानों की दोगुनी आय, काला धन और 15 लाख रुपए। सारे मुद्दे जस के तस(साभार जनसत्ता)|

ॠषिकेश : विस अध्यक्ष ने दी पर्यावरणविद् बहुगुणा को दी श्रद्धांजलि देकर आवास पर किया पौधरोपण

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ऋषिकेश, विश्व विख्यात पर्यावरणविद् पद्म भूषण सुंदरलाल बहुगुणा को विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने भावभीनी श्रद्धांजलि दी। इस दौरान उन्होंने उनके निवास स्थान पर पारिजात का पौधरोपण कर उनके चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की।

पर्यावरणविद सुंदरलाल बहुगुणा की तेरहवीं संस्कार विधि के अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने उनके निवास स्थान थानो में पारिजात का पौधरोपण किया। इस अवसर पर अग्रवाल ने कहा है कि स्वर्गीय सुंदरलाल बहुगुणा ने जीवन पर्यंत पेड़-पौधों के संरक्षण और संवर्धन के लिए कार्य किया। सामाजिक समरसता का उदाहरण प्रस्तुत करते हुए जातिवाद ऊंच-नीच इन सब कुरीतियों को समाप्त कर पर्यावरणविद बहुगुणा ने एक आदर्श समाज की स्थापना के लिए प्रयास किया।

इस अवसर पर पदमविभूषण डा. अनिल जोशी, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता किशोर उपाध्याय, आम आदमी पार्टी के नेता कर्नल अजय कोठियाल, राजीव नयन बहुगुणा, प्रदीप बहुगुणा, सुबोध बहुगुणा, भाजपा नेत्री विनोद उनियाल, एडीएफओ डीपी बलूनी, मनोज द्विवेदी उपस्थित थे

कांग्रेस ने की ‘एक वृक्ष एक परिवार’ अभियान की शुरुआत, सप्ताहभर चलेगा अभियान

ऋषिकेश: पर्यावरणविद स्‍वर्गीय सुंदरलाल बहुगुणा के घर से कांग्रेस ने एक सप्ताह तक चलने वाले एक वृक्ष एक परिवार अभियान की शुरुआत की। इस दौरान उनके पुत्र राजीव नयन बहुगुणा के साथ कांग्रेस के प्रदेश महासचिव राजपाल खरोला ने नीम और आंवला का पौधा लगा कर अभियान की शुरुआत की।

कोरोना संक्रमण के कारण प्राण गंवाने वाले नागरिकों को श्रद्धांजलि देने के लिए कांग्रेस ने एक से सात जून तक एक वृक्ष एक परिवार अभियान चलाने की घोषणा की थी।

सोमवार को कांग्रेस के प्रदेश महासचिव राजपाल खारोला ने पर्यावरणविद सुंदरलाल बहुगुणा के थानों स्थित उनके घर से अभियान की शुरुआत की। कांग्रेस महासचिव ने स्वर्गीय बहुगुणा की धर्मपत्नी विमला बहुगुणा और उनके पुत्र राजीव बहुगुणा से मुलाकात कर पर्यावरण संरक्षण से जुड़े इस अभियान की जानकारी दी। सोमवार को पर्यावरणविद सुंदरलाल बहुगुणा की तेरहवी थी। इस दौरान उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किए गए। कांग्रेस प्रदेश महासचिव खरोला ने बताया कि कोरोना संक्रमण के कारण पर्यावरणविद सुंदरलाल बहुगुणा का निधन हुआ। इस संक्रमण के कारण कई नागरिकों की असमय मृत्यु हुई है। कई घरों के चिराग बुझ गए। उन्होंने कहा कि संक्रमण काल में ऑक्सीजन की सबसे ज्यादा कमी महसूस की गई। पर्यावरणविद सुंदरलाल बहुगुणा स्वयं ऑक्सीजन और पर्यावरण को बचाए रखने के लिए पूरी जिंदगी संघर्ष करते रहे। पेड़ बचाओ अभियान के तहत उन्होंने पूरे विश्व को सकारात्मक संदेश दिया। खरोला ने कहा की स्वर्गीय बहुगुणा की पुण्य स्मृति पर हम अभियान की शुरुआत कर रहे हैं,

ऋषिकेश और आसपास क्षेत्र में एक सप्ताह के भीतर अभियान के दौरान जिन घरों में भी कोरोना संक्रमण के कारण जिस परिवार के सदस्य की मृत्यु हुई है उनके घर में जाकर एक पौधा दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि आज पूरा विश्व मान रहा है कि ऑक्सीजन की कमी को कृत्रिम साधनों से पूरा नहीं किया जा सकता, बल्कि प्राकृतिक साधन यानी वृक्ष इसके लिए आवश्यक है। स्वर्गीय बहुगुणा के स्वजन ने पर्यावरण संरक्षण के लिए शुरू किए जाने वाले इस कार्यक्रम को वर्तमान समय की जरूरत बताया।

पेयजल निगम के राजकीयकरण को लेकर कर्मचारियों ने उठाई आवाज, तीन माह से वेतन न म‍िलने पर आक्रोश

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देहरादून, अधिकारी-कर्मचारी संयुक्त समन्वय समिति की प्रांतीय कार्यकारिणी की ऑनलाइन बैठक में पेयजल निगम के राजकीयकरण की आवाज उठाई गई इसके साथ ही पेयजल निगम के कर्मचारियों को तीन माह से वेतन नहीं मिलने पर आक्रोश व्यक्त किया गया।

अधिकारी-कर्मचारी संयुक्त समन्वय समिति के प्रांतीय अध्यक्ष इं. जितेंद्र सिंह देव की अध्यक्षता में हुई बैठक में तीन माह से रुके वेतन व पेंशन का भुगतान शीघ्र करने, सेवानिवृत्त कार्मिकों के वर्षों से लंबित एरियर, ग्रेच्युटी, नकदीकरण, राशिकरण व अन्य लंबित लाभों का शीघ्र भुगतान करने, अटल आयुष्मान योजना को पेयजल निगम में लागू करने, निगम में चयनित कनिष्ठ अभियंताओं के प्रमाण पत्र सत्यापन को तत्काल कराते हुए कनिष्ठ अभियंता के रिक्त पदों पर भर्ती के आदेश जारी करने की मांग की गई। बैठक में इंजीनियर राजेश गुप्ता, इं. रामकुमार, इ. अजय बेलवाल, इं. अरविंद सजवाण, पीएस रावत, धर्मेंद्र चौधरी, मनमोहन नेगी, आरके रोनिवाल, ईश्वर पाल शर्मा, लक्ष्मी नारायण भट्ट समेत अन्य मौजूद रहे।

प्रभार सौंपने में वरिष्ठता का पालन नहीं करने का लगाया आरोप

उत्तराखंड डिप्लोमा इंजीनियर संघ ने पेयजल निगम में पदों का प्रभार सौंपने में वरिष्ठता का पालन नहीं करने का आरोप लगाया है। संघ के पदाधिकारियों ने कहा कि इस तरफ ध्यान नहीं दिया गया तो वह आंदोलन की राह पकड़ेंगे। सोमवार को संघ के पदाधिकारियों की बैठक हुई। इसमें अधीक्षण अभियंता और अधिशासी अभियंता के पद पर प्रभारी अधिकारियों की नियुक्ति व स्थानांतरण आदेश पर विस्तारपूर्वक विचार-विमर्श किया गया। संघ के महासचिव अजय बैलवाल ने बताया कि बैठक में संज्ञान में आया कि निगम में अधिशासी अभियंता सिविल के कुल स्वीकृत पद 58 हैं, इनके सापेक्ष प्रभारी अधिकारी नियुक्त किए जाने के आदेश जारी किए गए हैं। इस आदेश में वरिष्ठता का पालन नहीं किया गया है।

बैठक में विभागीय पदोन्नति पर भी चर्चा की गई। महासचिव ने कहा कि लंबे समय से निगम प्रबंधन की ओर से सिर्फ आश्वासन दिए जाते रहे हैं। उच्च पदों पर तो पदोन्नति की कार्रवाई की गई हैं, लेकिन अन्य पदों पर पदोन्नति नहीं की जा रही। जबकि, सदस्यों की निरंतर सेवानिवृत्ति हो रही है। इस संबंध में विभागीय मंत्री व सचिव की ओर से निर्देश दिए जाने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। मई में पदोन्नति के पात्र एक सदस्य का स्वर्गवास भी हो गया है, ऐसे में संगठन ने निर्णय लिया है कि तत्काल इन मसलों में कार्रवाई नहीं होने पर कार्यकारिणी उच्चाधिकारी समिति की बैठक बुलाकर आंदोलन की घोषणा की जाएगी। बैठक में अध्यक्ष रामकुमार, संरक्षक अरविंद कुमार चतुर्वेदी, वरिष्ठ उपाध्यक्ष अरविंद सजवाण, आरके सिंह, नीटू सिंह, भजन सिंह चौहान, अरविंद सैनी आदि उपस्थित रहे।

लोक कलाकार प्रकाश मोहन गढ़वाली का हाल जानने अस्पताल पहुंचे संस्कृति मंत्री

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देहरादून। उत्तराखंड की संस्कृति के लिए काम करने वाले उत्तराखंडी लोक कलाकार प्रकाश मोहन गढ़वाली जिनका इलाज हिमालयन अस्पताल में चल रहा है। उनका हालचाल जाने के लिए मंगलवार को प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री श्री सतपाल महाराज स्वयं जौलीग्रांट स्थित हिमालयन हॉस्पिटल पहुंचे और उनके परिजनों से मिलकर उनका हालचाल जाना।

प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री श्री सतपाल महाराज ने मंगलवार को हिमालयन हॉस्पिटल पहुंचकर उत्तराखंडी लोक कलाकार प्रकाश मोहन गढ़वाली के परिजनों से मुलाकात कर उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी प्राप्त की। श्री महाराज ने श्री प्रकाश मोहन की तीमारदारी में लगे उनकी पत्नी और दामाद को व्यक्तिगत रूप से इलाज के लिए आर्थिक सहायता देने के साथ-साथ संस्कृति विभाग से भी उन्हें हर संभव मदद का आश्वासन दिया। उन्होंने अस्पताल प्रशासन से कहा कि उनके इलाज में किसी प्रकार की कमी नहीं होनी चाहिए। श्री सतपाल महाराज ने कहा कि सभी लोक कलाकारों की मदद करना हमारा दायित्व है।

ज्ञात हो कि संस्कृति मंत्री श्री सतपाल महाराज को कल (सोमवार) को जैसे ही पता चला कि लोक कलाकार प्रकाश मोहन गढ़वाली स्वास्थ्य खराब होने के कारण जौलीग्रांट स्थित हिमालयन अस्पताल में भर्ती हैं, उन्होंने तत्काल उसी समय हिमालयन अस्पताल में उनकी तीमारदारी में लगे उनके दामाद राजकुमार से फोन पर बात कर उन्हें मदद का भरोसा दिलाया था। इतना ही नहीं श्री महाराज ने तत्काल संस्कृति विभाग के महानिदेशक आशीष चौहान से बात कर विभाग से उन्हें मदद दिए जाने का भी निर्देश दिया।

उत्तराखंडी लोक कलाकार प्रकाश मोहन गढ़वाली पूर्व में कोटद्वार स्थित अस्पताल में भर्ती थे लेकिन तबीयत खराब होने पर उन्हें देहरादून के हिमालयन अस्पताल रेफर किया गया था।

हल्द्वानी : कोरोना कर्फ्यू से नाराज व्यापारियों ने मांगी भीख, किया प्रदर्शन

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हल्द्वानी, कोरोना काल में लगातार लग रहे कोरोना कर्फ्यू से अब व्यापारियों की हालत खराब होती जा रही, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति डगमगाने लगी है | सरकार के कोरोना कर्फ्यू बढ़ाने व कारोबारियों को राहत न देने के विरोध में व्यापारियों ने मंगलवार को हाथ पर कटोरा रख भीख मांगकर एसडीएम कोर्ट पर प्रदर्शन किया। व्यापारियों ने सिटी मजिस्ट्रेट के माध्यम से सीएम तीरथ सिंह रावत को ज्ञापन भेजकर बाजार खोलने का निर्णय जल्द लेकर कारोबारियों को राहत देने की मांग की।

देवभूमि उद्योग व्यापार मण्डल के पदाधिकारी व सदस्य मंगलवार दोपहर एसडीएम कोर्ट पर जुटे। सभी अपने साथ खाली कटोरा लेकर आए थे। यहां उन्होंने हाथ पर कटोरा रखकर सांकेतिक प्रदर्शन कर अपना विरोध जताया। संगठन के प्रदेश महामंत्री राजकुमार केसरवानी ने कहा कि पिछले सवा साल से कारोबार पर कोरोना संक्रमण की मार पड़ रही है। पिछले साल लॉकडाउन की वजह से महीनों तक कारोबार ठप रहे।

अनलाक लगने के बाद धीरे-धीरे कारोबारी पटरी पर आने लगे तो इस साल फिर कोरोना कफ्यू लगा दिया गया। सरकार लगातार कोरोना कफ्यू की अवधि बढ़ाती जा रही है, ऐसे में कारोबारियों के सामने कटोरा लेकर भीख मांगने के अलावा कोई विकल्प नहीं रह गया है। कारोबारी व परिवार गंभीर आर्थिक संकटों जूझ रहे हैं। बिजली-पानी बिल, बैंक कर्ज व किराया चुकाना दूर, कारोबारियों के सामने दाल-रोटी तक का संकट खड़ा हो चुका है। सरकार लगातार कारोबारियों की पीड़ा को नजरअंदाज कर कोरोना कफ्यू बढ़ाती जा रही है। ऐसे में कारोबारियों के सामने करो या मरो की स्थिति खड़ी हो चुकी है। व्यापारियों ने कहा कि अगर जल्द सरकार ने निर्णय नहीं लिया तो वह आदेशों की परवाह किए बिना खुद अपने प्रतिष्ठान खोलने को मजबूर हो जाएंगे।

इस दौरान देवभूमि उद्योग व्यापार मंडल के कुमायूं मंडल युवा अध्यक्ष अतुल कुमार गुप्ता, कॉर्डिनेटर जगमोहन सिंह चिलवाल, जिलाध्यक्ष राकेश बेलवाल, हेमन्त साहू, अजय कृष्ण गोयल, ज़ाकिर हुसैन, सुमित साहू, विनोद जोशी, जतिन अग्रवाल, हर्षित गुप्ता, बैभव गुप्ता, पंकज कश्यप आदि मौजूद रहे।