Monday, June 9, 2025
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शपथ ग्रहण से पहले मुख्यमंत्री धामी ने लिया ‘पूर्व मुख्यमंत्रियों से आशीर्वाद’ सतपाल महाराज से भी की भेंट

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देहरादून, उत्तराखंड के नए मुख्यमंत्री के तौर पर पुष्कर सिंह धामी की ताजपोशी से भाजपा कार्यकताओं में जोश दिखने लगा। आज रविवार को सीएम धामी को शपथ लेना है। ऐसे में अपने शपथ से पहले उन्होंने प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मेजर जनरल भुवन चन्द्र खंडूरी से बसन्त विहार में मौजूद उनके आवास पर जाकर शिष्टाचार भेंट कर उनका आशीर्वाद लिया। वही सीएम धामी ने निवर्तमान सीएम तीरथ सिंह रावत के भागीरथीपुरम में मौजूद उनके आवास जाकर उनसे शिष्टाचार भेंट की इसके साथ ही साथ उन्होंने पूर्व सीएम त्रिवेन्द्र सिंह रावत से भी डिफेंस कॉलोनी में मौजूद उनके आवास पर जाकर शिष्टाचार भेंट की। इस दौरान उन्होंने उच्च शिष्टाचार का परिचय देते हुए सभी पूर्व सीएम एवं भाजपा के वरिष्ठ नेताओं से अपने लिए आशीर्वाद लिया एवं उनसे अपने लिए मार्गदर्शन मांगा।

इस दौरान मुख्यमंत्री धामी ने नैनीताल सांसद अजय भट्ट एवं बिशन सिंह चुफाल से भी उनके घर जा कर मुलाकात की है।इसके बाद सीएम धामी ने डालनवाला में मौजूद महाराज के आवास में जा कर उनसे भी शिष्टाचार भेंट की साथ ही सीएम धामी काफी देर सतपाल महाराज के साथ उनके घर पर ही रहें।

विधानसभा पहुंचे आप प्रभारी,कार्यक्रम में की शिरकत कार्यकर्ताओं में भरा उत्साह : आप

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देहरादून, विजय शंखनाद अभियान के तहत आज आप प्रदेश प्रभारी दिनेश मोहनिया ने धर्मपुर विधानसभाओं में कार्यकर्ताओं से मुलाकात की। प्रदेश प्रभारी दिनेश मोहनिया इस अभियान के तहत धर्मपुर विधानसभा पहुंचे जहां कार्यकर्ताओं ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया।

आप प्रभारी ने इस दौरान सभी कार्यकर्ताओं का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि जनता अब बीजेपी कांग्रेस दोनों ही पार्टियों से त्रस्त हो चुकी है। उन्होंने कहा कि आप पार्टी की नीतियों से प्रभावित होकर आप पार्टी में लोगों के जुडने का सिलसिला लगातार जारी है। उन्होंने कहा कि उनका मकसद प्रदेश को विकास के रास्ते पर लेकर जाने का है जिसके लिए पार्टी का हर कार्यकर्ता दिन रात मेहनत कर रहा है। उन्होंने कहा कि बूथ बूथ जाकर पार्टी अपने कार्यकर्ताओं को मजबूत कर रही है ताकि आने वाले चुनावों में पार्टी मजबूत होकर चुनाव लड सके।

उन्होंने बीजेपी सरकार पर हमलावार होते हुए कहा कि ,बीजेपी ने जबरन प्रदेश में राजनीतिक संकट पैदा किए। संविधान के मुताबिक प्रदेश में उपचुनाव हो सकता था ,लेकिन बीजेपी ने जानबूझकर ऐसा नहीं किया। उन्होंने आगे कहा कि ,बीजेपी ने पिछले कार्यकाल में भी तीन मुख्यमंत्री बदले थे और एक बार फिर उन्होंने इतिहास दोहराया है। लेकिन जनता इनका खेल समझ चुकी है जिन्हें प्रदेश के विकास से कोई लेना देना नही है। इनका मकसद सिर्फ राजनीति की मलाई खाना है।

उन्होंने कहा कि मिशन विजय शंखनाद सभी विधानसभाओं में चलेगा ,जहां पार्टी का एक ही मकसद है कि हर हाल में अपने बूथ मजबूत करना और अपने बूथ कार्यकर्ता को इस कदर मजबूत बनाना कि वो लोगों तक पार्टी की नीतियों को पहुंचा सके ।

प्रभारी ने कहा कि नेताओं की जिंदाबाद लगानी छोड़ दो, आम आदमी जिंदाबाद करो, अपनी जिंदाबाद करो, दशकों से नेताओं की जिंदाबाद से क्या मिला, न बिजली न पानी, न अच्छे स्कूल, न अच्छे अस्पताल, नेताओं ने सिर्फ अपने घर भरे, एक का पेट बगैर जाता है तो दूसरा, दूसरे का पेट भरता है तो तीसरा मुख्यमंत्री बनता है, अब लक्षण चौथे के हैं। उन्होंने कहा अब कार्यकर्ता तैयार हो जांए क्योंकि अब प्रदेश में दो ही पार्टियों में सीधी टक्कर है,बीजेपी और आप में। जनता बीजेपी का खेल जान चुकी है इसलिए अब बीजेपी अपने कृत्यों को भुगतने के लिए तैयार रहे। जिस जनता ने इन्हें पूरा मैंडेट दिया है वही जनता अब इन्हें अर्श से फर्श पर पहुंचाने का काम करेगी। इस दौरान दोनों ही विधानसभाओं में बूथ कार्यकर्ताओं को सोशल मीडिया की जानकारी भी दी गई ताकि वो सोशल मीडिया का इस्तेमाल पार्टी के प्रचार प्रसार के लिए कर सकें।

छोटी सी बात पर चचेरी बहनों से क्रूरता, बर्बरता का वीडियो हुआ वायरह, देखकर कांप उठेगी रूह

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धार (मध्यप्रदेश), एमपी के अलीराजपुर में युवती के साथ हुई बर्बरता का मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ था कि अब धार जिले के टांडा थाना के तहत ग्राम पीपलवा के ग्रामीणों की क्रूरता का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो में दो युवतियों को लोग लाठी-डंडों से पीटते और उनके साथ जानवरों सा बर्ताव करते नजर आ रहे हैं। वीडियो वायरल होने के बाद मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस ने इस मामले में अब तक सात लोगों को गिरफ्तार किया है।

सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो धार जिले के टांडा थाना क्षेत्र में आने वाले पीपलवा गांव में हुई बर्बरता का है। जानकारी के मुताबिक, युवतियों को उनके चचेरे भाई और रिश्तेदार लाठी-डंडों से पीटते रहे। वीडियो में नजर आता है कि लड़कियां चिल्लाती रहीं, लेकिन इंसानों से हैवान बने लोगों का दिल रत्ती भर नहीं पसीजा। रोती-बिलखती लड़कियां उनसे रहम की भीख मांगती रहीं, लेकिन वहां रहम नहीं लाठी डंडों से पिटाई मिली।

 

वीडियो में नजर आता है कि लड़कियों को युवकों ने तो बेरहमी से पीटा ही, लेकिन वहां मौजूद महिलाओं की भी इंसानियत मर गई, उन्होंने भी जमकर लाठी, पत्थर, लात और घूंसे बरसाए। हैरान कर देने वाली बात यह है कि वहां मौजूद लोगों ने इस घटना का वीडियो मोबाइल में कैद किया, लेकिन किसी ने लड़कियों को बचाने की जहमत नहीं उठाई।

लड़कियों ने लगाया यह आरोप
वीडियो कुछ दिनों पुराना बताया जा रहा है। बर्बरता की शिकार दोनों युवतियां रिश्ते में चचेरी बहनें हैं और दोनों का रिश्ता अलीराजपुर के जोबट में हुआ है। लड़कियों का आरोप है कि मौजूद लोगों ने स्कूल के पास रोककर उन्हें पूछा कि आप मामा परिवार के दो लड़कों से फोन पर बातचीत क्यों करती हो? सिर्फ फोन पर बात करने की बात को लेकर लोगों ने बवाल खड़ा कर दिया और दोनों को जमकर पीटा गया दोनों लड़कियां डर गई, जिस वजह से उन्होंने शिकायत तक दर्ज नहीं करवाई।

 

टांडा थाना प्रभारी विजय वास्कले ने बताया कि वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने घटना पर संज्ञान लिया। लड़कियों को थाने लाकर पूछताछ की। पूछताछ के दौरान लड़कियों ने बताया कि उनके साथ परिवार वालों के जरिये ही मारपीट की गई। पुलिस ने मामला दर्ज कर सात आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।

 

NPS कार्मिक 12 जुलाई को लगाएंगे एक पेड़ पुरानी पेंशन के नाम : डॉ. डी.सी. पसबोला

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‘राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा के आह्वाहन पर 60 लाख कर्मचारी करेंगे वृक्षारोपण’

देहरादून, राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी पी सिंह रावत के नेतृत्व में देश व प्रदेश में गतिमान पुरानी पेंशन बहाली की आंदोलन के क्रम में संगठन प्रति वर्ष 12 जुलाई को वृक्षारोपण का कार्यक्रम करता है। इस वर्ष भी क्रम को जारी रखते हुए वृहद स्तर पर वृक्षारोपण का कार्यक्रम किया जाएगा। जिसमें सभी एन पी एस कर्मचारी एक पौधे को पुरानी पेंशन के संकल्प वृक्ष बतौर लगाएँगे। विगत वर्ष भी संयुक्त मोर्चे की इस पहल से देश में लाखों कार्मिकों ने लाखों वृक्ष लगाए।

उक्त कार्यक्रम के मद्देनजर प्रदेश स्तरीय ऑनलाइन बैठक का आयोजन कर 12 जुलाई के दिशा निर्देश प्रदान किये गए। मोर्चे के प्रदेश अध्यक्ष अनिल बडोनी ने कहा कि संयुक्त मोर्चे ने विगत वर्ष पुरानी पेंशन के नाम एक पौधा 12 जुलाई को रोपित किया था इसी क्रम को जारी रखते हुए एक पौधा पुरानी पेंशन के नाम करते हुए । पुनः सरकार से पुरानी पेंशन बहाली की मांग को रखा जाना है।

प्रदेश महासचिव सीताराम पोखरियाल ने कहा संयुक्त मोर्चा देश का एक मात्र ऐसा संगठन है जिसके पुरानी पेंशन के आंदोलन के नवाचारी तरीको से कई संगठनों ने कोरोना काल मे मुद्दे को बरकार रखने व आंदोलन को जारी रखने की सीख ली है। विगत वर्ष की तरह ही हम पुरानी पेंशन के आगामी वार्षिक कार्यक्रम एक पौधा पुरानी पेंशन के नाम को सफल बनाने के लिए प्रदेश के सभी कार्मिकों का आह्वाहन करते हैं।

मोर्चे के वरिष्ठ उपाध्यक्ष डॉ. डी. सी. पसबोला ने कहा कि वृक्षारोपण करके सरकार व देश वासियों के समक्ष रख कर एक सकारात्मक तरीके से मांग रखने के लिए प्रति वर्ष वृहद वृक्षारोपण का कार्यक्रम जारी किया जाता है। ताकि सरकारों के कानों तक पुनः पुनः यह मांग पहुंचती रहे।

मोर्चे की महिला उपाध्यक्ष योगिता पन्त में कहा कि आगामी 12 जुलाई के कार्यक्रम को सफल बनाते हुए एक पौधा पुरानी पेंशन के नाम अवश्य लगाएं व वृक्षारोपण के माध्यम से सरकार से पुरानी पेंशन बहाली के लिए निवेदन किया जाएगा।

मोर्चे के गढ़वाल मंडल महसचिव नरेश भट्ट ने कहा कि संगठन का इस वर्ष 12 जुलाई को वृक्षारोपण का कार्यक्रम आयोजित हो रहा है। समस्त गढ़वाल मंडल इस पुनीत कार्यक्रम में योगदान देते हुए वृक्षारोपण के माध्यम से पुरानी पेंशन बहाली की मांग सरकारों के समक्ष रखेंगे।

मोर्चे के गढ़वाल मंडल अध्यक्ष जयदीप रावत ने कहा कि ops के लिए पिछले वर्ष भी वृक्षारोपण का कार्यक्रम आयोजित कर हज़ारों की संख्या में पौधे लगाए गए थे । इस वर्ष भी कार्यक्रम को वृहद रूप से सफल बनाया जाएगा। सरकारों तक पुनः सन्देश दिया जाएगा कि पुरानी पेंशन के सरंक्षण से कर्मचारियों को आच्छादित किया जाए

मोर्चे के गढ़वाल मंडल संयुक्त सचिव सौरभ नौटियाल ने कहा कि धरा के संरक्षण हेतु जिस प्रकार वृक्ष आवश्यक हैं उसी प्रकार पुरानी पेंशन के संरक्षण की भी कर्मचारी को आवश्यकता है। सभी कार्मिक इस कार्यक्रम को सफल बनाएं।

मोर्चे की कुमाउं मण्डल महिला उपाध्यक्ष रेणु डांगला ने कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष जी के निर्देशों के क्रम में पूरे देश मे 73 लाख कर्मचारी वृक्षारोपण करेंगे। और सरकारों को कर्मचारी जीवन के संवर्धन व संरक्षण हेतु पुरानी पेंशन बहाली की मांग रखेंगें।

मोर्चे के मण्डलीय अध्यक्ष कपिल पांडे ने कहा कि मोर्चे के पर्यावरण संरक्षण व संवर्धन के जरिये प्रतिवर्ष 12 जुलाई को सरकारों तक पुरानी पेंशन बहाली की मांग हेतु सन्देश दिया जाता है । मेरा सभी कार्मिको से निबेदन है सभी कार्मिक सेवानिवृत जीवन के संरक्षण का सन्देश देते हुए पुरानी पेंशन बहाली की मांग रखते हुए एक पौधा अवश्य रोपित करें।

फिलीपीनी सैन्य विमान में क्रैश के बाद लगी आग, कम से कम 17 की मौत, 40 लोग बचाए गए

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कोटाबेटो. फिलीपीन (Philippines) के एक दक्षिणी प्रांत में सैन्य बलों को ले जा रहे वायुसेना के एक सी-130 विमान के दुर्घटनाग्रस्त (Plane Crash) हो जाने के कारण कम से कम 17 लोगों की मौत हो गई और विमान के जल रहे मलबे से कम से कम 40 लोगों को बचा लिया गया. फिलीपीन के रक्षा मंत्री डेल्फिन लोरेंजाना ने बताया कि बचाव कार्य जारी है. उन्होंने बताया कि विमान में तीन चालकों और चालक दल के पांच सदस्यों समेत 92 लोग सवार थे. विमान में सवार शेष लोग सैन्य कर्मी थे.

लॉकहीड सी-130 हरक्यूलिस फिलीपीन को सैन्य सहायता के रूप में इस साल सौंपे गए अमेरिकी वायु सेना के दो पूर्व विमानों में से एक था. चीफ ऑफ स्टाफ जनरल सिरिलिटो सोबेजाना ने बताया कि विमान रविवार दोपहर को सुलु प्रांत में पर्वतीय कस्बे पाटीकुल के बांगकल गांव में उतरने से कुछ ही देर पहले दुर्घटनाग्रस्त हो गया. सोबेजाना ने बताया कि विमान दक्षिणी कागायन डी ओरो शहर से सैन्य बलों को ले जा रहा था. सरकारी बल सुलु के मुस्लिम बहुल प्रांत में अबु सय्याफ आतंकवादियों के खिलाफ दशकों से लड़ रहे हैं. विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने का कारण तत्काल स्पष्ट नहीं हो पाया है.

उन्होंने बताया कि विमान में सवार कम से कम 40 लोगों को अस्पताल ले जाया गया और सैन्य बल शेष लोगों को बचाने की कोशिश कर रहे हैं. मध्य फिलीपीन में बारिश हो रही है, लेकिन यह तत्काल स्पष्ट नहीं हो पाया है कि सुलु क्षेत्र का मौसम भी प्रभावित हुआ है या नहीं. सुलु के मुख्य शहर जोलो में हवाईअड्डा पर्वतीय क्षेत्र से कुछ किलोमीटर दूर स्थित है. इस क्षेत्र में सैन्य बल अबु सय्याफ के खिलाफ लड़ रहे हैं. कुछ आतंकवादियों ने इस्लामिक स्टेट संगठन से स्वयं को जोड़ लिया है.

अमेरिका और फिलीपीन ने बमबारी, फिरौती के लिए अपहरण करने और सिर कलम करने के मामलों के कारण अबु सय्याफ को काली सूची में डाल दिया है. हालांकि अबु सय्याफ समूह सरकारी कार्रवाई के कारण पिछले कुछ साल में कमजोर हुआ है, लेकिन यह अब भी खतरा बना हुआ है.

 

उत्तराखंड़ : पुष्कर सिंह धामी को मुख्यमंत्री बनाने पर भाजपा में असंतोष, पार्टी शपथ ग्रहण से ठीक पहले डेमेज कन्ट्रोल में लगी

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देहरादून, भाजपा विधायकों में पुष्कर सिंह धामी को मुख्यमंत्री बनाने को लेकर असंतोष बढ़ रहा है। कल बैठक में धामी के नाम की घोषणा होते ही असंतोष दिख गया गया था। सतपाल महाराज और हरक सिंह रावत के हावभाव नाखुशी के थे। इसकी भनक लगते ही केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दोनों नेताओं को फोन कर असंतोष दबाने का प्रयास किया था। लेकिन, फिलहाल असंतोष दबता नहीं दिख रहा है। वरिष्ठ विधायक सतपाल महाराज और हरक सिंह रावत के बाद भाजपा के वरिष्ठ नेता व तीरथ सरकार में कैबिनेट मंत्री बिशन सिंह चुफाल भी नाराज है। चुफाल ने प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक को फोन कर नाराजगी जताई है। सूत्रों का कहना है कि चुफाल ने कौशिक को साफ कह दिया है कि वह शपथ ग्रहण समारोह में शामिल नहीं होंगे। चुफाल ने कहा कि पुष्कर सिंह धामी को मुख्यमंत्री बनाने से पहले पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से विचार विमर्श होना चाहिए था। लेकिन, पार्टी ने वरिष्ठ नेताओं से बात तक नहीं की गई |

गौरतलब है कि बिशन सिंह चुफाल पांच बार के विधायक हैं। पार्टी के कई वरिष्ठ पदों पर वह जिम्मेदारी संभाल चुके हैं। भाजपा सरकार में कैबिनेट मंत्री भी रहे हैं। ऐसे में उनसे जूनियर विधायक को मुख्यमंत्री बनाना उनके गले नहीं उतर रहा है।

सूत्रों का कहना है कि सतपाल महाराज, बिशन सिंह चुफाल, हरक सिंह रावत के अलावा भी बड़ी संख्या में भाजपा विधायक आला कमान के फैसले खुश नहीं है। लेकिन, फिलहाल चुप रहने के अलावा उनके पास कोई विकल्प भी नहीं है। बता दें कि नाराज चल रहे विधायकों में कुछ कांग्रेस पृष्ठभूमि के हैं, जो कुछ साल पहले भाजपा में शामिल हुए हैं। इनमें तीरथ सरकार में मंत्री रहे सतपाल महाराज, हरक सिंह रावत आदि के नाम मुख्य रूप से चर्चा में हैं। इसके अलावा विधायक बिशन सिंह चुफाल समेत कुछ अन्य विधायक भी नाराज बताए जा रहे हैं। चुफाल ने तो प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मदन कौशिक के समक्ष अपनी पीड़ा भी बयां कर दी।

विधायकों में नाराजगी के भाव को देखते हुए भाजपा नेतृत्व तुरंत ही डैमेज कंट्रोल में जुट गया। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक, नैनीताल से सांसद एवं पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट ने चुफाल से मुलाकात कर उन्हें मनाने की कोशिश की। इसके अलावा हरक सिंह रावत, सतपाल महाराज समेत कुछ अन्य विधायकों से भी भाजपा नेतृत्व द्वारा संपर्क साधे जाने की सूचना है।

जानकारी के अनुसार, नाराज भाजपा नेताओं को मनाने का जिम्मा अमित शाह ने धन सिंह रावत को सौंपा है। धन सिंह नाराज चल रहे नेताओ को मनाने घर-घर पहुंच रहे हैं। धन सिंह के फोन से अमित शाह ने नाराज चल रहे हरक सिंह, यशपाल आर्य से फोन पर बात की। अमित शाह थोड़ी देर में महाराज से बात कर सकते हैं।

वहीं मनोनीत मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पूर्व कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज से उनके डालनवाला स्थित आवास में शिष्टाचार भेंट की। ऐसे में लगता है मुख्यमंत्री ने डैमेज कन्ट्रोल की कमान खुद के हाथ मे ले ली है। हालांकि हरक सिंह और सतपाल महाराज की भी सुबह मुलाकात की खबर है।

वहीं विरोध के सुरों के बीच भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक के आवास पर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की बैठक हो रही है। बैठक में प्रदेश प्रभारी दुष्यंत गौतम, मदन कौशिक, महामंत्री संगठन अजय कुमार और प्रदेश महामंत्री कुलदीप कुमार मौजूद हैं। मंत्री धन सिंह रावत, यतीश्वरानंद, बिशन सिंह चुफाल भी भाजपा अध्यक्ष के आवास पर चल रही बैठक के लिए पहुंचे हैं।

ऐसे में सबकी नजरें शाम को राजभवन में होने वाले शपथ ग्रहण पर टिकी हैं। उधर, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने फिर दोहराया कि पार्टी का कोई भी विधायक नाराज नहीं है। सभी पूरी तरह एकजुट हैं।

दुनिया कोविड-19 महामारी के ‘बहुत खतरनाक दौर’ में, कोरोना के डेल्टा वैरिएंट को लेकर WHO ने किया आगाह

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जिनेवा, विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के महानिदेशक टेड्रोस अदहानोम गेब्रेयेसस ने आगाह किया कि दुनिया कोविड-19 महामारी के बेहद खतरनाक दौर में है जिसके डेल्टा जैसे स्वरूप अधिक संक्रामक हैं और वक्त के साथ लगातार बदल रहे हैं। उन्होंने कहा कि जिन देशों की कम आबादी को टीके लगे हैं वहां अस्पतालों में फिर से मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है। उन्होंने शुक्रवार को संवाददाता सम्मेलन में कहा, डेल्टा जैसे स्वरूप अधिक संक्रामक है और कई देशों में यह फैल रहा है। इसी के साथ ही हम इस महामारी के बहुत खतरनाक दौर में हैं।

गेब्रेयसस ने कहा, कोई भी देश अभी तक खतरे से बाहर नहीं है। डेल्टा स्वरूप खतरनाक है और यह वक्त के साथ और बदल रहा है जिस पर लगातार नजर रखने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि डेल्टा स्वरूप कम से कम 98 देशों में पाया गया है और उन देशों में तेजी से फैल रहा है जहां कम और ज्यादा टीकाकरण हुआ है। उन्होंने कहा, ‘जन स्वास्थ्य और सामाजिक उपाय जैसे कि कड़ी निगरानी, जांच, शुरुआती स्तर पर बीमारी का पता लगाना, पृथक वास और चिकित्सीय देखभाल अब भी महत्वपूर्ण हैं।

डब्ल्यूएचओ महानिदेशक ने कहा कि मास्क लगाना, सामाजिक दूरी, भीड़भाड़ वाली जगहों से बचना और घरों को हवादार रखने की की पर्याप्त व्यवस्था अहम है। उन्होंने दुनियाभर के नेताओं से अनुरोध किया कि वे एक साथ मिलकर यह सुनिश्चित करें कि अगले साल तक हर देश की 70 प्रतिशत आबादी को कोविड-19 रोधी टीका लग जाए।

उन्होंने कहा, महामारी को खत्म करने, लोगों की जान बचाने, वैश्विक आर्थिक बहाली तथा खतरनाक स्वरूपों को पैदा होने से रोकने का यह सबसे अच्छा तरीका है। इस सितंबर के अंत तक हम नेताओं से सभी देशों के कम से कम 10 प्रतिशत लोगों को टीका लगाने का अनुरोध कर रहे हैं। डब्ल्यूएचओ ने इस हफ्ते कहा था कि सबसे पहले भारत में पहली बार पाया गया डेल्टा स्वरूप अब करीब 100 देशों में पाया जा रहा है।

फिर फंसा ट्विटर, एमडी मनीष माहेश्‍वरी और कंपनी के खिलाफ एक और शिकायत दर्ज

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नई दिल्‍ली, माइक्रोब्‍लॉगिंग वेबसाइट ट्विटर आजकल भारत में कई तरह की मुश्किलों का सामना कर रही है। इसी क्रम में ट्विटर इंडिया एक और ताजा मुश्किल में फंस गया है। अब दिल्‍ली पुलिस के साइबर सेल में ट्विटर और उसके एमडी मनीष माहेश्‍वरी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई है। इसमें दोनों पर सांप्रदायिक नफरत फैलाने का आरोप लगाया गया है।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार यह शिकायत वकील आदित्‍य सिंह देशवाल की ओर से दर्ज कराई गई है। शिकायतकर्ता ने एथीस्‍ट रिपब्लिक नामक हैंडल द्वारा साझा की गई एक पोस्‍ट पर आ‍पत्ति जताई है। शिकायत में कहा गया है कि ट्विटर यूजर की ओर से पोस्ट की गई सामग्री न केवल अपमानजनक थी, बल्कि समाज में भय, शत्रुता, द्वेष, दुर्भावना, झुंझलाहट, असुविधा, खतरे, बाधा, अपमान, चोट और अपराध के उद्देश्य से पोस्ट की गई है।

वकील ने शिकायत में यह भी कहा है कि यहां यह उल्लेख करना भी अनुचित नहीं होगा कि ये पोस्ट उक्त ट्विटर यूजर द्वारा जानबूझकर हिंदुओं की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के लिए हमारी धार्मिक मान्यताओं का अपमान करने के लिए डाली गई हैं।

शिकायतकर्ता ने ट्विटर कम्‍यूनिकेशंस इंडिया प्राइवेट लि., ट्विटर इंडिया के एमडी मनीष माहेश्‍वरी, ट्विटर इंडिया की पब्लिक पॉलिसी मैनेजर शगुफ्ता कामरान के साथ ही रिपब्लिक एथिस्‍ट के संस्‍थापक आर्मिन नवाबी और सीईओ सुसैन मैकिंटार के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की है।

वकील ने शिकायत में कहा है कि ट्विटर ने एक महत्वपूर्ण सोशल मीडिया इंटरमीडियरी (SSMN) के रूप में ऐसी सामग्री को हटाने के लिए कोई कदम नहीं उठाया है। वह भारतीय कानूनों का घोर उल्लंघन करते हुए अपराध के एक सहयोगी के रूप में काम कर रहा है और इस तरह की ईशनिंदा व अपमानजनक सामग्री दिखा रहा है।

उत्तराखंड : सीएम की कुर्सी पर कोई टिक नहीं पा रहा, क्षेत्रीय दलों में नहीं रहा दमखम : नरेंद्र सिंह नेगी

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पौड़ी, उत्तराखंड़ के पौड़ी में एक कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे गढ़रत्न नरेंद्र सिंह नेगी ने बार-बार सीएम बदले जाने पर चुटकी ली। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में सीएम की कुर्सी पर कोई टिक नहीं पा रहा है। सीएम की कुर्सी इतनी गर्म है कि इसमें जो बैठ रहा है थोड़ी देर बाद चल दे रहा है। उत्तराखंड की राजनीति में स्थायित्व नहीं है। राष्ट्रीय दलों के हाईकमान सीएम की कुर्सी पर कभी इसको बैठा रहे है तो कभी उसको। नेगी ने कहा कि इसीलिए वह क्षेत्रीय दलों के समर्थक थे। लेकिन क्षेत्रीय दलों ने निराश किया। क्षेत्रीय दलों में अब कोई दमखम नहीं है।

उन्होंने वर्तमान में उत्तराखंड की राजनीतिक उठापठक पर क्षेत्रीय दलों को आड़े हाथों लिया है। नेगी ने कहा कि यहां के क्षेत्रीय दलों में दम खम नहीं है। क्षेत्रीय दलों ने निराश किया है। नेगी ने कहा कि मेरी अपनी सोच थी कि क्षेत्रीय दलों के पास ताकत व सत्ता आनी चाहिए। जिससे यहां के संसाधनों का सोच समझ कर उपयोग हो। यहां के दलों का हाईकमान दिल्ली में न बैठा हो। इसी सोच के चलते उन्होंने यूकेडी व उत्तराखंड रक्षा मोर्चा का समर्थन किया था।

लेकिन दोनों दलों ने निराश किया। हालांकि नेगी ने यह भी कहा कि वह न कभी किसी राजनीतिक दल के सदस्य रहे, न हैं और न नहींं रहेंगे। वर्तमान में क्षेत्रीय दलों को समर्थन देने की बात पर नेगी ने कहा कि फिलहाल उनका किसी क्षेत्रीय दल को समर्थन देने का कोई इरादा नहीं है। नेगी ने उत्तराखंड भू-कानून बनाए जाने का भी समर्थन किया।

यूपी जिला पंचायत चुनाव परिणाम 2021: BJP ने लहराया परचम, भाजपा के 75 में से 67 जिला पंचायत अध्यक्ष

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लखनऊ (जेएनएन), उत्तर प्रदेश की सत्ता पर काबिज भारतीय जनता पार्टी ने जिला पंचायत अध्यक्ष पद के चुनाव में अपना परचम लहरा दिया है। भाजपा के 21 प्रत्याशी पहले ही निर्विरोध जीते थे और शनिवार को 53 पदों पर मतदान के बाद आए परिणाम में भारतीय जनता पार्टी ने विपक्ष का मैदान समेट दिया।

भाजपा ने कुल 75 जिला पंचायत अध्यक्ष के पद पर 67 में जीत दर्ज की है। प्रमुख विपक्षी दल समाजवादी पार्टी के खाते में पांच में सीट हैं। राष्ट्रीय लोकदल ने एक सीट पर जीत दर्ज की। जौनपुर से निर्दल श्रीकला रेड्डी और प्रतापगढ़ में जनसत्ता दल जनतांत्रिक की माधुरी पटेल जीती हैं। भाजपा ने समाजवादी पार्टी को उनके गढ़ मैनपुरी, रामपुर, बदायूं व आजमगढ़ के साथ ही कांग्रेस के किले रायबरेली में भी भाजपा के प्रत्याशियों ने शिकसत दी है।

उत्तर प्रदेश की सत्ता का सेमीफाइनल माने जा रहे जिला पंचायत अध्यक्ष पद के चुनाव में भाजपा को प्रत्याशियों को निर्दलियों का काफी समर्थन मिला है। इसके साथ ही भाजपा के साथ गठबंधन करने वाली अपना दल (एस) को भी दो में से एक सीट पर जीत मिली है। जौनपुर में बाहुबली बसपा के पूर्व सांसद धनंजय सिंह की पत्नी श्रीकला सिंह को जीत मिली है। इसके साथ ही समाजवादी पार्टी ने बलिया व आजमगढ़, रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया का दबदबा प्रतापगढ़ में कायम है। उनकी पार्टी जनसत्ता दल ने खाता खोला तो बागपत में रालोदने तमाम उठापटक के बाद भी जीत दर्ज करने में सफलता प्राप्त की |
प्रदेश के 75 जिलों में जिन 22 जिलों में निर्विरोध अध्यक्ष चुने गए हैं, उनमें 21 भाजपा के जिला पंचायत अध्यक्ष हैं। इटावा में समाजवादी पार्टी ने अपना गढ़ बचाने में सफलता प्राप्त की है। 29 जून को नाम वापसी की अवधि गुजरते ही सभी के चुने जाने की घोषणा कर दी गई। निर्विरोध चुने गए अध्यक्षों में जहां 21 भाजपा के हैं वहीं एक मात्र इटावा के जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी ही सपा के हाथ लगी है।
1- मैनपुरी: समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव के संसदीय क्षेत्र मैनपुरी में भाजपा ने जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव जीता। यहां पर भाजपा की अर्चना भदौरिया जिला पंचायत अध्यक्ष बनी हैं।
2- रायबरेली: कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी के संसदीय क्षेत्र रायबरेली में भाजपा प्रत्याशी रंजना चौधरी ने जीत दर्ज की है। रंजना ने 30 मत पाकर कांग्रेस की आरती सिंह को हराया है। कांग्रेस प्रत्याशी आरती सिंह को 22 मत मिले हैं।
3- रामपुर : रामपुर में आजम खान का किला भी ध्वस्त हो गया है। यहां भाजपा के ख्यालीराम लोधी जिला पंचायत अध्यक्ष बने। लोध ने को 19 वोट मिले, जबकि सपा प्रत्याशी नसरीन जहां को 13 वोट मिले। यहां पर नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी ने प्रशासन पर चुनाव में धांधली कराने का आरोप लगाते हुए आंबेडकर पार्क के सामने सपाइयों के साथ धरना शुरू किया।

4- लखनऊ : लखनऊ में भाजपा की आरती जिला पंचायत अध्यक्ष बनी हैं। आरती रावत ने मतदान के बाद यहां पर समाजवादी पार्टी की विजयलक्ष्मी को तीन वोट से हराया। आरती को 14 और विजय लक्ष्मी को 11 वोट मिले। यहां पर जिला पंचायत के कुल 25 वोट थे। समाजवादी पार्टी ने चुनाव में गड़बड़ी का आरोप लगाया है।

5- अम्बेडकरनगर : भाजपा के श्याम सुंदर उर्फ साधू वर्मा ने बसपा के बड़े गढ़ अम्बेडकरनगर में 30 वोट हासिल कर जिला पंचायत अध्यक्ष बनने का गौरव पाया। उनके प्रतिद्वंद्वी समाजवादी पार्टी के अजित यादव को दस वोट मिले। एक वोट खारिज किया गया। यहां पर कुल 41 जिला पंचायत सदस्य हैं।

6- गाजीपुर : गाजीपुर में नामांकन के दिन भाजपा में शामिल होने वाली सपना सिंह ने 27 मत से चुनाव जीता। यहां से जिला पंचायत अध्यक्ष बनीं सपना सिंह ने समाजवादी पार्टी की कुसुमलता को शिकस्त दी। कुसुमलता को 20 वोट मिले हैं।

7- मीरजापुर : भारतीय जनता पार्टी के राजू कन्नौजिया ने तमाम आरोपों के बीच 40 मत के साथ जिला पंचायत अध्यक्ष बनने का गौरव पाया। उनके खिलाफ मैदान में उतरी समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी आशा देवी को सिर्फ चार वोट ही मिले।

8- मुरादाबाद: प्रदेश के पंचायत राज मंत्री चौधरी भूपेंद्र सिंह के क्षेत्र मुरादाबाद में भाजपा की डा. शैफाली सिंह ने बाजी मारी। अमरोहा में भाजपा से ललित तंवर पहले ही निॢवरोध निर्वाचित हो चुके हैं।

9- उन्नाव : अंतिम समय पर टिकट मिलने के बाद भी काफी मेहनत करने वाली शकुन सिंह उन्नाव से जिला पंचायत अध्यक्ष बनी हैं। उन्होंने भाजपा के बाजी अरुण को नौ वोट से हराया है। शकुन ने शनिवार को 28 वोट पाकर अध्यक्ष पद हासिल किया। वहीं, अरुण को 19 वोट प्राप्त हुए। एक वोट सपा की मालती रावत को मिला जबकि तीन वोट अनाधिकृत हो गए।

10- अलीगढ़ : ताला नगरी अलीगढ़ से भाजपा प्रत्याशी श्रीमती विजय सिंह ने 30 वोट से जीत दर्ज की। उनको 38 वोट मिले, जबकि सपा-रालोद गठबंधन प्रत्याशी अर्चना यादव आठ वोट मिले। श्रीमती विजय सिंह पूर्व सीएम कल्याण सिंह के बेटे व एटा सांसद राजवीर सिंह राजू भैया की समधन हैं। अर्चना यादव बंदायू के पूर्व सांसद व अखिलेश यादव के चचेरे भाई धर्मेंद्र यादव की बहन हैं।

11- बरेली: भाजपा की रश्मि पटेल को बरेली में टक्कर नहीं मिली। भाजपा की रश्मि पटेल ने 40 वोट पाकर जीत दर्ज की। उन्होंने समाजवादी पार्टी की विनीता गंगवार को हराया। विनीता को 19 वोट मिले। यहां पर सपा के 26 सदस्य थे, मगर वोट विनीता को 19 वोट मिले। एक मत निरस्त हुआ।

12- बदायूं : समाजवादी पार्टी के गढ़ बदायूं में भाजपा की वर्षा यादव ने सपा की सुनीता शाक्य को पांच वोट से हराया। भाजपा की वर्षा यादव को 28 और सपा की सुनीता शाक्य को 23 मत मिले।

13- सम्भल : भाजपा प्रत्याशी डा. अनामिका यादव सम्भल से जिला पंचायत अध्यक्ष निर्वाचित हो गई है। समाजवादी पार्टी के पुरजोर विरोध व तनातनी के बीच हुए जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में भाजपा प्रत्याशी डा. अनामिका यादव ने विजय हासिल कर ली। उन्हेंं 22 वोट मिले जबकि सपा प्रत्याशी प्रिया उर्फ प्रीती यादव को 13 मत मिले।

14- चंदौली : समाजवादी पार्टी से सांसद रहे रामकिशुन यादव का शुक्रवार रात को जिला पंचायत सदस्यों के चरणों पर गिरने का भी चंदौली में असर नहीं हुआ। यहां पर भाजपा उम्मीदवार दीनानाथ शर्मा ने 30 वोट पाकर जीत दर्ज की। रामकिशुन के भतीजे सपा प्रत्याशी तेजनारायण यादव को मात्र पांच वोट मिले। यहां पर पिछले 24 वर्ष में जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर भाजपा की यह पहली जीत है।

15- महोबा: भाजपा के जेपी अनुरागी सिर्फ दस वोट पाने के बाद भी महोबा के जिला पंचायत अध्यक्ष बने हैं। भाजपा के जेपी अनुरागी को दस और सपा के मृत्युंजय को चार वोट मिले है।

16- अमेठी: केंद्रीय मंत्री स्मृति जुबिन ईरानी का उनके संसदीय क्षेत्र अमेठी में जादू चल गया। यहां भाजपा के राजेश अग्रहरि उर्फ राजेश मसाला ने 36 सदस्यों वाली जिला पंचायत में 31 मत अपने खाते में डाले। समाजवादी पार्टी की शीलम सिंह को मात्र चार मतों से ही संतोष करना पड़ा। एक मत रद हो गया है।

17- औरैया : भाजपा के कमल दोहरे ने औरैया में कमल खिला दिया है। जिला पंचायत अध्यक्ष पद में कमल दोहरे ने जीत दर्ज की। कमल दोहरे को 13 और सपा प्रत्याशी रवि त्यागी को नौ वोट मिले।

18- सीतापुर: भाजपा ने सीतापुर में भी कमाल दिखाया है। यहां जिला पंचायत चुनाव में भाजपा की श्रद्धा सागर गुप्ता जीतीं हैं। उनको 56 वोट मिले जबकि समाजवादी पार्टी की अनिता राजवंशी को 23 वोट प्र संतोष करना पड़ा।

19- सिद्धार्थनगर : भाजपा की शीतल सिंह ने यहां पर 35 वोट की बड़ी जीत दर्ज की है। भाजपा की शीतल सिंह को 40 और समाजवादी पार्टी की पूजा यादव को पांच वोट मिले हैं।

20- बिजनौर : भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी साकेनद्र सिंह ने बिजनौर में जिला पंचायत के चुनाव में बड़ी सफलता हासिल की। साकेन्द्र ने सपा समॢथत चरनजीत कौर को हराया। साकेन्द्र सिंह को 30 वोट मिले हैं।

21- हाथरस : हाथरस में कद्दावर नेता रामवीर उपाध्याय का जादू चल गया है। यहां से उनकी पूर्व सांसद पत्नी सीमा उपाध्याय ने जीत दर्ज की है। सीमा उपाध्याय को 24 में से 13 वोट मिले, जबकि समाजवादी पार्टी व रालोद प्रत्याशी शशि चौधरी को 11 वोट मिले।

22- हरदोई: हरदोई में नरेश अग्रवाल का जादू चला है। जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव की मतगणना में भारतीय जनता पार्टी की उम्मीदवार प्रेमावती ने समाजवादी पार्टी की मुन्नी देवी गौतम को 59 मत से हराया। 72 सदस्यों वाली जिला पंचायत में 71 मत पड़े। भाजपा की प्रेमावती को 65 मत और सपा की मुन्नी देवी गौतम को छह वोट मिले।

23- कानपुर शहर: कानपुर शहर में पूर्व कैबिनेट मंत्री कमला रानी वरुण की बेटी भाजपा प्रत्याशी स्वप्निल वरुण ने 20 वोट से जीत दर्ज की है। भाजपा की स्वप्निल को 25 मिले। समाजवादी पार्टी के राजू दिवाकर को पांच मत मिले और 2 वोट अवैध हो गए।

24- कानपुर देहात: कानपुर देहात में भाजपा की नीरज रानी जिला पंचायत अध्यक्ष बनी हैं। भाजपा समॢथत निर्दलीय प्रत्याशी नीरज रानी ने सपा प्रत्याशी रामसिंह यादव को हराया। नीरज रानी को 32 में से 26 व रामसिंह यादव को पांच वोट मिले। यहां पर एक जिला पंचायत सदस्य ने मतदान नहीं किया। विजयी नीरज रानी सांसद देवेंद्र सिंह भोले के भाई राजेंद्र सिंह की पत्नी हैं। लगातार दो बार से सपा का जिला पंचायत पर कब्जा था लेकिन इस बार सपा को यह सीट गंवानी पड़ी है।

25- शामली: भाजपा की प्रत्याशी को शामली में जीत दर्ज करने के लिए कड़ा संघर्ष करना। उनको कुल कुल दस वोट मिला जबकि रालोद-सपा गठबंधन प्रत्याशी अंजलि को नौ वोट मिली। अंजलि सिर्फ एक वोट से जिला पंचायत अध्यक्ष बनने से चूक गईं। मधु गुर्जर के जीत के बाद कैबिनेट मंत्री सुरेश राणा व अन्य नेताओं ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर बधाई दी।

26- मुजफ्फरनगर : भाजपा ने मुजफ्फरनगर में बम्पर वोट से जीत दर्ज की। भाजपा के डा. वीरपाल निर्वाल को 30 मिले। वहीं विपक्ष के सत्येंद्र बालियान जो केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान के तेहरे भाई हैं, उनको सिर्फ चार वोट मिले। नौ जिला पंचायत सदस्यों ने मत प्रयोग ही नहीं किया। वोटिंग के दौरान ही सत्येंद्र बालियान ने भाजपा पर चुनाव धांधली के आरोप लगाया था। इसके अलावा यहां भाकियू रालोद के कार्यकर्ताओं ने बैरिकैडिंग तोडऩे का प्रयास किया था।

27- अयोध्या: अयोध्या में भाजपा की प्रत्याशी रोली सिंह जिला पंचायत अध्यक्ष बनी । रोली सिंह को 30 वोट मिला, जबकि सपा को केवल 10 वोट। सपा के सदस्यों ने क्रॉस वोटिंग की । सपा सदस्यों ने भाजपा को वोट दिया।

28- बाराबंकी: बाराबंकी जिला पंचायत में पहली बार कमल खिला। राजरानी रावत अध्यक्ष बनीं । निंदूरा चतुर्थ से जिला पंचायत सदस्य राजरानी रावत को 48 और सपा की नेहा आनंद को आठ मत मिले। एक मत अवैध घोषित हुआ। सपा के सदस्यों ने की क्रास वोटिंग, सपा के 15 सदस्य चुने गए थे।

29- लखीमपुर: लखीमपुर में भाजपा प्रत्याशी ओमप्रकाश भार्गव को को कुल 38 वोट मिले। सपा प्रत्याशी को 31 वोट मिले। भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी ओमप्रकाश भार्गव को विजेता होने के बाद डीएम डॉ अरविंद कुमार चौरसिया ने प्रमाण पत्र द‍िया।

30- आजमगढ़ : समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के संसदीय क्षेत्र आजमगढ़ में उनकी नाक बच गई। यहां पर पूर्व मंत्री व सदर विधायक दुर्गा प्रसाद यादव के पुत्र पूर्व ब्लाक प्रमुख विजय यादव ने 84 में से 79 मत पाकर जीत दर्ज की। उनके प्रतिद्वंद्वी भाजपा के संजय निषाद को मात्र पांच मत मिले।

31- बलिया : बसपा के समर्थन से जिला पंचायत सदस्य का चुनाव जीतने वाले पूर्व मंत्री अम्बिका चौधरी के बेटे ने बलिया से समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी के रूप में जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव में जीत दर्ज की। आनंद चौधरी ने 33 पाकर दो मंत्रियों वाले जिले में भाजपा प्रत्याशी को हराया। भाजपा प्रत्याशी सुप्रिया चौधरी को 24 वोट ही मिले।

32- बागपत : भाजपा में जाने के बाद फिर राष्ट्रीय लोकदल में वापसी करने वाली ममता किशोर ने बागपत में भाजपा की प्रत्याशी को सात वोट से हरा दिया। ममता किशोर को 12 और भाजपा की बबली देवी को सात वोट मिले। यहां एक वोट निरस्त हो गया। नामांकन वापसी के घमासान के बाद यह सीट सबसे अधिक संवेदनशील मानी जा रही थी।

33- प्रतापगढ़ : कुंडा से लगातार 25 वर्ष से निर्दलीय विधायक रघुराज प्रताप सिंह ने प्रतापगढ़ में अपना जलवा दिखा दिया। उनकी पार्टी जनसत्ता दल को कांग्रेस सहित पूरे विपक्ष का समर्थन था। उनकी पार्टी जनसत्ता दल लोकतांत्रिक की प्रत्याशी माधुरी पटेल ने 40 मत पाकर जीत दर्ज की। जिला पंचायत अध्यक्ष की महिला आरक्षित सीट के लिए कुल 57 मत पडऩे थे, इसमें से 51 मत पड़े। जनसत्ता दल लोकतांत्रिक प्रत्याशी माधुरी पटेल को 40 मत मिले। सपा प्रत्याशी अमरावती देवी को छह और भाजपा प्रत्याशी क्षमा सिंह को तीन मत मिले। इसके अलावा दो मत अवैध घोषित कर दिए गए।

53 जिलों में कुल 116 उम्मीदवार

जिला पंचायत अध्यक्ष की 53 जिलों में कुल 116 उम्मीदवार मैदान में हैं। इनमें 46 जिलों में दो-दो उम्मीदवार होने के कारण इनके बीच सीधा मुकाबला होगा। इनमें भी अधिकांश में भाजपा व समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी आमने-सामने हैं। चार सीटों पर त्रिकोणीय चुनाव होगा जबकि तीन सीटें ऐसी हैं जिनमें चार-चार उम्मीदवार चुनाव मैदान डटे हैं। चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी तथा समाजवादी पार्टी के बीच चल रही रस्साकशी अपने चरम पर पहुंच चुकी है।

इन जिलों में चुनाव : मुजफ्फरनगर, शामली, बागपत, हापुड़, बिजनौर, रामपुर, संभल, बरेली, बदायूं, अलीगढ़, हाथरस, एटा, कासगंज, मथुरा, फीरोजाबाद, मैनपुरी, कानपुर नगर, फर्रुखाबाद, कन्नौज, औरैया, कानपुर नगर, कानपुर देहात, जालौन, महोबा, हमीरपुर, फतेहपुर, कौशाम्बी, प्रयागराज, प्रतापगढ़, रायबरेली, उन्नाव, हरदोई, लखनऊ, सीतापुर, लखीमपुर खीरी, अमेठी, बाराबंकी, सुलतानपुर, अंबेडकर नगर, अयोध्या, बस्ती, सिद्धार्थनगर, संत कबीर नगर, महराजगंज, कुशीनगर, देवरिया, आजमगढ़, बलिया, गाजीपुर, चंदौली, जौनपुर, भदोही, मीरजापुर व सोनभद्र।

18 जिलों में पहले ही एक-एक नामांकन

राज्य निर्वाचन आयुक्त मनोज कुमार ने बताया कि पीलीभीत, शाहजहांपुर, सहारनपुर व बहराइच के एक-एक प्रत्याशी द्वारा नाम वापस लेने से इन जिलों में एक- एक प्रत्याशी हैं। इन चारों जिलों के अध्यक्ष निर्विरोध चुन लिए गए हैं। 18 जिलों में पहले ही एक-एक नामांकन हुआ था। ऐसे में नाम वापसी की समय सीमा बीतने के बाद सभी संबंधित जिलों के अध्यक्ष भी निर्विरोध निर्वाचित घोषित कर दिए गए। इनमें मेरठ, गाजियाबाद, गौतमबुद्धनगर, बुलंदशहर, अमरोहा, मुरादाबाद, आगरा, इटावा, ललितपुर, झांसी, बांदा, चित्रकूट, श्रावस्ती, बलरामपुर, गोंडा, गोरखपुर, मऊ व वाराणसी जिले शामिल हैं।