Wednesday, May 14, 2025
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सतपुली : आप ने महंगाई और बेरोजगारी के खिलाफ भाजपा सरकार का पुतला फूंका

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पौड़ी (सतपुली), आम आदमी पार्टी के पौड़ी लोकसभा प्रभारी शशि मोहन कोटनाला के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने महंगाई और बेरोजगारी के खिलाफ सरकार का पुतला फूंका। कार्यकर्ताओं ने भाजपा सरकार को कोसते हुए कहा कि जब से भाजपा सरकार केंद्र और राज्य में आई तब से महंगाई बढ़ती जा रही है ।

बुधवार को विद्युत वितरण खंड सतपुली में सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए कार्यकर्ताओं ने कहा कि बिजली, पानी, गैस, डीजल, पेट्रोल के दाम दिनों दिन बढ़ते जा रहे है। आम आदमी पार्टी के पौड़ी लोकसभा प्रभारी शशिमोहन कोटनाला ने कहा कि सरकार ने गरीबों को लूटने का कार्य किया है। ग्रामीणों के पास रोजगार न होने के कारण सभी परेशान है।

मनरेगा के तहत भी मजदूरों को रोजगार नहीं मिल पा रहा है और महंगाई की मार सर पर है उसके बाबजूद भी यह सरकार बिजली बिलों में कटोती ना कर उन्हें बढ़ा रही है। इस मौके पर आम आदमी पार्टी के संगठन मंत्री करनपाल गुसाईं, महिला मोर्चा विधानसभा अध्यक्ष अनीता रावत, महिला मोर्चा कोषाध्यक्ष श्रीमती बालेश्वरी देवी, राजेश्वरी देवी, जिज्ञासा रावत, संतोष कुकरेती, विधानसभा प्रभारी सोशल मीडिया, प्रिया गुसाईं, जयहरीखाल ब्लॉक अध्यक्ष युद्धवीर सिंह रावत, जयहरीखाल ब्लाक उपाध्यक्ष जितेंद्र सिंह, एकेश्वर ब्लॉक उपाध्यक्ष देवेंद्र सिंह राणा, द्वारीखाल ब्लाक उपाध्यक्ष दिगपाल सिंह नेगी, मनोज रावत, विक्रम सिंह, प्रमोद रावत, संजय पंवार, युवा मोर्चा के अंकित रावत, मंदीप रावत, अतुल बडोला, करन गुसाईं, संदीप रावत, धर्मेन्द्र भंडारी व रजनीश आदि उपस्थित रहे।

युवाओं के आकर्षण का केन्द्र बिन्दु रहे हरिद्वार प्रवास के दौरान मुख्यमंत्री

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हरिद्वार 8 जुलाई (कुलभूषण) मुख्यमंत्री का पदभार ग्रहण  करने के बाद पहली बार  विगत दिवस तीर्थ नगरी हरिद्वार प्रवास पर पहली बार आये  प्रदेष के युवा मुख्यमंत्री  पुष्कर सिंह धामी ने जहा गंगा पूजन कर संतो का आर्षीवाद लिया वही अपने इस प्रवास के दौरान युवाओ में खासा उत्साह भरने में कामयाब रहे ।

मुख्यमंत्री का भाजपा के युवाओ नेताओ ने जोष व उत्साह के साथ उनका तीर्थ नगरी हरिद्वार में स्वागत किया। प्रदेष युवा भाजपा के प्रदेष उपाध्यक्ष पूर्व पार्षद कन्हैया खेवडिया ने अपने युवा समर्थको के साथ हरकी पौडी पहुचने पर मुख्यमंत्री व उनके साथ पहुचे कैबनेट मंत्री स्वामी यतीष्वरानंद का स्वागत किया। इस मौके पर युवा भाजपा कार्यकर्Ÿााओ में उनका स्वागत करने के दौरान उत्साह देखते ही बनता था। हरकी पौडी पहुचने पर युवाओ ने आतिषाबाजी कर मुख्यमंत्री का स्वागत किया।

युवा नेता कन्हैया खेवाडिया ने इस मौके पर कहा कि मुख्यमंत्री ने लम्बे समय तक प्रदेष के युवाओ के अधिकारो के लिए संघर्ष किया है उनके नेतृत्व में युवाओ को प्रदेष में रोजगार के अवसर उपलब्ध होगें।  इस मौके पर नगर के विभिन्न क्षेत्रों में युवाओ का मुख्यमंत्री के प्रति उत्साह देखते ही बनता था।

वही इस दौरान युवाओ ने हरिद्वार ग्रामीण विद्यान सभा क्षेत्र से विद्यायक स्वामी यतीष्वरानंद को कैबनेट में कैबनेट मंत्री बनाये जाने के चलते मुख्यमंत्री के साथ कैबनेट मंत्री बनने के बाद पहली बार हरिद्वार आने पर उनका भव्य स्वागत किया। स्वामी यतीष्वरानंद ने कहा की मुख्यमंत्री के नेतृत्व में युवा प्रदेष सरकार की नीतियो को आम जनता तक पहुचाने की दिषा में अग्रसर हो मुख्यमंत्री के प्रदेष को उन्नति व विकास के मार्ग पर ले जाने के मिषन को पूरा करने में अपना सहयोग देगें उन्होने कहा की युवा ऊर्जावान मुख्यमंत्री प्रदेष के युवाओ को साथ लेकर प्रदेष में विकास का मार्ग प्रषस्त करने की दिषा में अग्रसर होगें इस मौके पर उन्होने पार्टी हाईकमान व मुख्यमंत्री का अभार व्यक्त करते हुए कहा कि उन्हे  जो जिम्मेदारी दी गयी है उसे पूरा करने में वह पूर्ण प्रयास कर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व मुख्यमंत्री की जलनहीत योजनाओ का लाभ जनता तक पहुचाने के लिए निरन्तर प्रयास करेगें जिससे की प्रदेष की गरीब व आम जनता को इन योजनाओ का अधिक से अधिक लाभ समय पर मिल सके।

देहरादून : बार एसोसियेशन में अधिवक्ताओं के बैठने हेतु नर्वनिर्मित चैम्बरों का कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने किया उद्घाटन

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देहरादून, वीरवार को कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने देहरादून के कचहरी परिसर स्थित बार भवन में बार एसोसियेशन देहरादून के अधिवक्ताओं के बैठने हेतु नर्वनिर्मित चैम्बर का उद्घाटन किया।
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री ने कहा कि उत्तराखंड राज्य निर्माण में हमारी मातृ शक्ति, युवाओं का अभूतपूर्व योगदान रहा है। इसी प्रकार हमारे अधिवक्ताओं द्वारा भी राज्य निर्माण में महती भूमिका निभाई है, चाहे स्वयं आंदोलन में भाग लेने की बात हो अथवा आंदोलनकारियों क़ो विधि परामर्श प्रदान करने का मामला। हमारे राज्य के अधिवक्तागण हमेशा कंधे से कन्धा मिला कर सहयोग करते रहे हैं।

उन्होंने कहा कि, अधिवक्ताओं की संख्या में लगातार वृद्धि होने के कारण अधिवक्ताओं के बैठने के लिए जगह की व्यवस्था किए जाना नितांत आवश्यक था, इसी क्रम में बार एसोसिएशन के पदाधिकारियों के द्वारा तकरीबन 620 अधिवक्ताओं के बैठने तथा विधि कार्य संपादित करने हेतु चैंबर्स निर्मित किए गए हैं। इस उपलब्धि के लिए मैं बार एसोसिएशन के समस्त पदाधिकारियों तथा समस्त अधिवक्ता गणों को हार्दिक शुभकामनाएं देता हुँ। मुझे आशा है कि शीघ्र ही अन्य आवश्यक इंतजाम भी किए जाएंगे।

बार एसोसिएशन के अध्यक्ष मनमोहन कंडवाल ने कहा कि देहरादून बार एसोसिएशन में राज्य में सर्वाधिक 4000 अधिवक्ता पंजीकृत हैं। उन्हें सुविधाएं प्रदान करने के लिए हमने एक हद तक कामयाबी प्राप्त की है।हम सौभाग्यशाली हैं कि कैबिनेट मंत्री श्री गणेश जोशी जी द्वारा समय निकालकर आज बार एसोसिएशन के चेंबर से अलॉटमेंट का शुभारंभ किया।

कार्यक्रम में बार के अध्यक्ष मनमोहन कण्डवाल, सचिव अनिल कुमार शर्मा, उपाध्यक्ष राजीव अग्रवाल, सह-सचिव अमित डंगवाल, अल्पना जदली, पुस्तकालय अध्यक्ष ललित भंडारी, पंकज भण्डारी, अनुज शर्मा, अनिल कुमार, अरूण खन्ना, प्रियंका रानी एवं बार के सदस्य आरडी चमोली, अनुज रोहिला, नीरज वर्मा, अर्पित गांधी, अर्पणा चौहान, मधु ठाकुर, अल्पना थापा बार कौसिंग के सदस्य राकेश गुप्ता, कमल यादव आदि अधिवक्ता उपस्थित रहे।

डॉक्टर से लेकर आशा हेल्थ वर्करों को किया जायेगा सम्मानित

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देहरादून,  वैश्विक महामारी कोरोना की तीसरी लहर की सम्भावनाओं को देखते हुए राज्य में दिसम्बर 2021 तक शत प्रतिशत वैक्सीनेशन का लक्ष्य रखा है। इस कार्य को अमलीजामा पहनाने के लिए राज्य, जनपद एवं विधानसभा स्तर पर समितियों का गठन किया जायेगा। स्वच्छता अभियान के तहत राज्यभर के अस्पतालों में प्रत्येक 15 दिन में सफाई व्यवस्था का निरीक्षण किया जायेगा। कोरोना काल के दौरान बेहत्तर कार्य करने के लिए डाक्टरों से लेकर आशाओं तक को सम्मानित करने का फैसला लिया गया है।

यह बात प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री डा. धन सिंह रावत ने सचिवालय स्थित वीर चंद्र सिंह गढ़वाली सभागार में चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग की समीक्षा बैठक के उपरांत कही। उन्होंने कहा कि सरकार ने दिसम्बर 2021 तक 18 वर्ष से ऊपर के सभी लोगों का वैक्सीनेशन कराने का लक्ष्य रखा है ताकि सूबे में कोरोना महामारी से शत प्रतिशत बचाव किया जा सकेगा। इस कार्य को अमलीजामा पहनाने के लिए शासन स्तर पर 5 सदस्यी उच्च स्तरीय समिति का गठन किया जायेगा। समिति प्रत्येक 15 दिन में मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी। इसी प्रकार जनपद स्तर जिलाधिकारी एवं विधानसभा स्तर पर क्षेत्रीय विधायक की अध्यक्षता में समितियों का गठन किया जायेगा जो वेक्सीनेशन एवं कोविड रोकथाम संबंधी अन्य व्यवस्थाओं की लगातार निगरानी करेगी। स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को और बेहत्तर बनाने के लिए प्राथमिक एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में चिकित्सक सहित सहायक स्टाफ की तैनाती एवं आवश्यक उपकरणों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश विभागीय अधिकारियों को दिये गये हैं। डा. रावत ने बताया कि प्रत्येक 15 दिन में राज्यभर के सभी चिकित्सालयों की सफाई व्यवस्था का निरीक्षण किया जायेगा। उन्होंने कहा कि शीघ्र ही विभागीय प्रोन्नति की समीक्षा कर पात्र कार्मिकों को ससमय प्रोन्नति दी जायेगी। इसके अलावा कोरोना काल में बेहत्तरीन सेवाओं के लिए राज्यभर के चिकित्सकों से लेकर आशा हेल्थ वर्करों तक को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया जायेगा।

बैठक के दौरान विभागीय मंत्री ने राज्य में वैक्सीनेशन की वर्तमान स्थिति, चिकित्सालयों में तैनात चिकित्सकों, टेक्नीशियनों एवं पैरा मेडिकल स्टाफ के साथ ही राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण के तहत संचालित आयुष्मान योजना एवं गोल्डन कार्ड के लाभार्थियों की समीक्षा की। इसके अलावा राज्य में संचालित नेशनल हेल्थ मिशन के कार्यों की भी विस्तारपूर्वक जानकारी ली। बैठक में सूबे में संचालित 108 आपातकालीन सेवा एवं विभागीय एम्बुलेंस सेवाओं की समीक्षा करते हुए डा. रावत ने इन सुविधाओं को और बेहत्तर एवं जबावदेह बनाने के निर्देश अधिकारियों को दिये।
बैठक के दौरान स्वास्थ्य सचिव अमित नेगी, डा. पंकज पाण्डे, प्रबंध निदेशक एनएचएम सोनिका, महानिदेशक स्वास्थ्य तृप्ति बहुगुणा, एसीईओ राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण अरूणेंद्र चौहान, डा. सरोज नैथाणी, डा. विनीता शाह, डा. अमित शुक्ल, डा. प्रेम लाल, डा. अभिषेक त्रिपाठी, डा. राजन, एस.एस. चौहान, संजय कुमार सिंह, आर.एस.रावत, नीरज ठाकुर सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।

देहरादून में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शौर्य स्थल पर शहीदों को दी श्रद्धांजलि

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देहरादून। मुख्यमंत्री  पुष्कर सिंह धामी ने चीड़बाग देहरादून स्थित शौर्य स्थल में पुष्पचक्र अर्पित कर शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि देश की रक्षा के लिए हमारे इन शहीद जवानों ने अपना सर्वस्व न्यौछावर किया। युवाओं को हमारे इन जवानों से प्रेरणा लेकर आगे बढ़ना होगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी ने सैन्यधाम को उत्तराखंड का पांचवे धाम की संज्ञा दी है। उत्तराखंड के शहीद सैनिकों की स्मृतियों को संजोने के लिए देहरादून में भव्य सैन्यधाम बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सितम्बर में पूरे प्रदेश में सैनिक सम्मान यात्रा निकाली जाएगी। इस अवसर पर सैनिक कल्याण मंत्री  गणेश जोशी, पूर्व राज्यसभा सांसद  तरुण विजय भी मौजूद थे।

श्रमजीवी पत्रकारों ने लिया एकजुट होकर आगे बढ़ने का फैसला

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देहरादून: श्रमजीवी पत्रकार यूनियन उत्तराखंड की देहरादून जिला इकाई की एक बैठक आज सुभाष रोड स्थित के होटल में आयोजित की गई। इस दौरान सभी यूनियन पदाधिकारियों और सदस्यों ने एकजुट होकर आगे बढ़ने का फैसला लिया। बैठक में मसूरी, ऋषिकेश, डोईवाला और विकासनगर की इकाईयों को मजबूत करने के साथ ही इन सभी इकाईयों के शपथ ग्रहण समारोह आयोजन करवाने का निर्णय भी लिया। साथ एक माह के अंतराल में कोरोना योद्धाओं के सम्मान में एक भव्य समारोह आयोजन करने का निर्णय लिया गया।

गुरुवार को बैठक की शुरूआत सभी सदस्यों ने अपने कोरोना काल के अनुभव के साथ की। सभी सदस्यों और पदाधिकारियांे ने अपने अपने अनुभव और श्रमजीवी पत्रकार यूनियन की मजबूती के लिए सुझाव दिए। इस मौके पर प्रदेश महामंत्री विश्वजीत नेगी ने एकजुट होकर संगठन को मजबूत करने पर जोर दिया। जिलाध्यक्ष चंद्रवीर गायत्री की अध्यक्षता में हुई बैठक में जिले में संगठन की मजबूती के लिए कई सुझाव रखे गए। सभी सदस्यों ने संगठन से पत्रकारों को जोड़ने पर जोर दिया।

एक परिवार की तरह काम करते हुए संगठन को मजबूत करने पर बल दिया गया है। इस मौके पर श्रमजीवी पत्रकार यूनियन के प्रदेश महामंत्री विश्वजीत सिंह नेगी, प्रदेश सचिव विक्रम श्रीवास्तव, जिलाध्यक्ष चंद्रवीर गायत्री, पूर्व अध्यक्ष गोपाल सिंघल, पूर्व उपाध्यक्ष बसंत बल्लभ भट्ट, प्रदेश सदस्य बाॅबी शर्मा, उपाध्यक्ष दीपक जुयाल, कोषाध्यक्ष आशीष डोभाल, उपाध्यक्ष अनिल मित्तल, सचिव मोहित कुमार, सदस्य राहुल, उपाध्यक्ष नीलम ढौंडियाल, सदस्य ज्योत्सना रावत, प्रियंका भंडारी, गुड्डी भंडारी आदि मौजूद थे।

गिरिराज का सुरजेवाला पर तंज, कहा- फटे गुब्बारे में हवा भरने वाले अब बताएंगे…

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नई दिल्ली, बहुप्रतीक्षित मोदी मंत्रिमंडल का विस्तार हो गया है। 43 नए मंत्रियों ने शपथ ली है। 12 लोगों को मंत्रिमंडल से बाहर किया गया। इन सब के बीच कई मंत्रियों के विभागों में बदलाव भी किया गया है। गिरिराज सिंह को अब ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्रालय दिया गया है।

मंत्रिमंडल विस्तार और बदलाव को लेकर कांग्रेस लगातार मोदी सरकार पर हमलावर है। मोदी मंत्रिमंडल के विस्तार को लेकर कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने ट्वीट के जरिए मोदी सरकार पर हमला किया। सुरजेवाला ने लिखा कि खराबी इंजन में है और बदले डिब्बे जा रहे है ! यही तो है “दुर्दशाजीवी मोदी मंत्रिमंडल” के विस्तार की सच्चाई !

सुरजेवाला के इसी ट्वीट के जवाब में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने जबरदस्त पलटवार किया है। गिरिराज सिंह ने लिखा कि फटे गुब्बारे में हवा भरने वाले अब बताएंगे भारत के सबसे सफल प्रधानमंत्री को क्या करना चाहिए?? इससे पहले मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर सुरजेवाला ने कहा कि अगर कामकाज और शासन के आधार पर कैबिनेट विस्तार किया जाएगा तो प्रधानमंत्री मोदी और उनके कई मंत्रियों को पद से हटा दिया जाना चाहिए। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि अगर मंत्रिपरिषद का विस्तार हो रहा है तो वह कामकाज और शासन के आधार पर हो।

मोदी कैबिनेट विस्तार : 43 मंत्रियों ने ली शपथ, सहयोगी दलों का बढ़ा कद, 36 नए मंत्री और सात पुराने मंत्रियों का हुआ प्रमोशन

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“कैबिनेट विस्तार में 43 मंत्रियों ने ली शपथ, सहयोगी दलों का बढ़ा कद, नए मंत्रियों के बारे में जानें
आज 43 मंत्री शपथ लेंगे, जिनमें 36 नए मंत्री और सात पुराने मंत्रियों का प्रमोशन हुआ है। कैबिनेट विस्तार से पहले 12 मंत्रियों ने इस्तीफा दे दिया है। वहीं नए विस्तार में सहयोगियों का दायरा भी बढ़ा है।”

नई दिल्ली, जिस पल का इंतजार किया जा रहा था, जिसको लेकर तमाम तरह की अटकलों लगाई जा रही थी वो घड़ी आ गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मंत्रीपरिषद में विस्तार और फेरबदल किया गया। इसमें 36 नए चेहरों को शामिल किया गया है जबकि सात वर्तमान राज्यमंत्रियों को पदोन्नत कर मंत्रिमंडल में शामिल किया गया। आठ नए चेहरों को भी कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया गया। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने राष्ट्रपति भवन के दरबार हॉल में आयोजित एक समारोह में मंत्रिपरिषद में शामिल किए गए सभी 43 सदस्यों को पद व गोपनीयता की शपथ दिलाई। प्रधानमंत्री मोदी के अलावा उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू, लोकसभा के अध्यक्ष ओम बिरला, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल विपिन रावत सहित कई अन्य गणमान्य व्यक्ति इस अवसर पर मौजूद थे। प्रधानमंत्री के रूप में मई 2019 में 57 मंत्रियों के साथ अपना दूसरा कार्यकाल आरंभ करने के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने पहली बार केंद्रीय मंत्रिपरिषद में फेरबदल व विस्तार किया है।

कैबिनेट मंत्री के रुप में इन चेहरों मे ली शपथ

नारायण राणे- महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। उद्धव ठाकरे को पार्टी अध्यक्ष बनाए जाने के बाद विरोध करने की वजह से 2005 में शिवसेना से निकाले गए। कांग्रेस में गए और राज्य मंत्री बने। कांग्रेस के बाद बीजेपी में आए। कोंकण के बड़े नेता के तौर पर उन्हें देखा जाता है।

सर्वानंद सोनोवाल- असम के 14वें मुख्यमंत्री रह चुके हैं। वर्तमान में असम के मजालु से विधायक हैं। छात्र नेता से उन्होंने राजनीति की शुरुआत की। कचारी जाति से ताल्लुक रखते हैं। आक्रमक युवा नेता के रुप में पहचाने जाते हैं।

वीरेंद्र कुमार- मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ से सांसद हैं। अल्पसंख्यक मामलों के राज्य मंत्री रहे हैं। चार दशक से राजनीति में सक्रिय हैं।महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री रह चुके हैं।

ज्योतिरादित्य सिंधिया- मध्य प्रदेश से राज्यसभा सांसद हैं। कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में आए और मप्र में शिवराज सरकार बनवाने में अहम भूमिका निभाई। हावर्ड और स्टेनफार्ड से पढ़ाई की है। मनमोहन सिंह की सरकार में मंत्री रह चुके हैं।

राम चंद्र प्रसाद सिंह- जेडीयू के कोटे से राज्यसभा सांसद आरसीपी सिंह पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी हैं। देश के पूर्व नौकरशाह रह चुके हैं। नीतीश कुमार के प्रिसिंपल सेक्रेटरी भी रह चुके हैं।

अश्वनी वैष्णव- उड़ीसा से राज्यसभा सांसद हैं। आईआईटी कानपुर से एमटेक की डिग्री ली है। 1994 बैच के आईएएस अधिकारी रह चुके हैं।

पशुपति पारस- रामविलास पासवान के छोटे भाई हैं और बिहार के हाजीपुर से लोकसभा सांसद हैं।

किरण रिजिजू- नार्थ ईस्ट से बीजेपी का बड़ा चेहरा हैं। अरुणाचल प्रदेश के बीजेपी सांसद हैं। मौजूदा मंत्रिमंडल में खेल राज्यमंत्री हैं।

राजकुमार सिंह- बिहार के आरा से बीजेपी के सांसद हैं। मौजूदा मंत्रिमंडल में उर्जा मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) हैं। भारत के पूर्व गृह सचिव रह चुके हैं।

हरदीप सिंह पुरी- यूएन में भारत के स्थायी प्रतिनिधि रहे हैं। 1974 बैच के आईएफएस अफसर हैं। मौजूदा मंत्रिमंडल में नागरिक उड्डयन मंत्री हैं।

मनसुख मंडाविया- पिछली मोदी सरकार में भी राज्यमंत्री थे। अपनी पदयात्रों के लिए मशहूर हैं। गुजरात से राज्यसभा सांसद हैं। अभी दो मंत्रालय में राज्यमंत्री हैं।

भूपेंद्र यादव- बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव हैं। 25 संसदीय कमेटी के सदस्य हैं। 2012 से राज्यसभा सांसद हैं। राजनीति में आने से पहले सुप्रीम कोर्ट में वकील रह चुके हैं।

पुरुषोत्तम रुपाला- 3 बार गुजरात विधानसभा के सदस्य रहे हैं। वर्तमान में गुजरात से राज्यसभा सांसद हैं। अभी कृषि मंत्रालय में राज्यमंत्री हैं। राजनीति में आने से पहले शिक्षक थे।

जी किशन रेड्डी- सिकंदराबाद से बीजेपी सांसद हैं। मौजूदा मंत्रिमंडल में गृह राज्य मंत्री हैं। आंध्र प्रदेश के पूर्व बीजेपी अध्यक्ष रह चुके हैं।

अनुराग ठाकुर- मौजूदा मंत्रिमंडल में वित्त राज्य मंत्री हैं। वर्तमान में हिमाचल के हमीरपुर से सांसद हैं। बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष रह चुके हैं।

राज्य मंत्री की शपथ

पंकज चौधरी- यूपी के महाराजगंज से सांसद हैं। छठी बार लोकसभा पहुंचे हैं। गोरखपुर के डिप्टी मेयर रह चुके हैं।

अनुप्रिया पटेल- कुर्मी समुदाय से ताल्लुक रखती हैं। बीजेपी के सहयोगी अपना दल की नेता हैं। यूपी के मिर्जापुर से सांसद हैं। मोदी सरकार-1 में भी मंत्री रह चुकी हैं।

एसपी सिंह बघेल- यूपी के आगरा से लोकसभा सांसद हैं। चौथी बार लोकसभा सांसद बने। बीजेपी से पहले सपा और बसपा में रह चुके हैं।

राजीव चंद्रशेखर- कर्नाटक से राज्यसभा सांसद हैं। बड़े कारोबारी के तौर पर पहचान है। कंप्यूटर साइंस से एमटेक हैं।

शोभा करंदलजे- उड़ीसा के उड्डपी से बीजेपी सांसद हैं। 2004 में यशवंतपुर से विधायक रही हैं। येदियुरप्पा सरकार में मंत्री रह चुकी हैं।

भानुप्रताप सिंह वर्मा- यूपी के जालैन से सांसद हैं। 1996 में पहली बार लोकसभा पहुंचे। यूपी विधानसभा के भी सदस्य रह चुके हैं। तीन दशक से राजनीतिक जीवन में हैं। पहली बार 1996 में सांसद बने।

दर्शना जरदोश- बीजेपी महिला मोर्चा की महासचिव हैं। गुजरात के सूरत से लोकसभा सदस्य हैं। 2014 में 76.6 प्रतिशत वोट हासिल किया।

मीनाक्षी लेखी- पेशे से वकील हैं। लागातर दो बार नई दिल्ली से लोकसभा पहुंचीं। सुप्रीम कोर्ट में भी वकालत की प्रैक्टिस करती हैं।

अन्नपूर्णा देवी- झारखंड और बिहार में चार बार विधायक रही हैं। बिहार सरकार में भी मंत्री रही हैंं। झारखंड के कोडरमा से सांसद हैं। झारखंड सरकार में कैबिनेट मंत्री रह चुकी हैं।

ए नारायणस्वामी- कर्नाटक के चित्रदुर्ग से सांसद हैं। चार बार के विधायक रहे हैं। कर्नाटक सरकार में कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं।

कौशल किशोर- यूपी में मंत्री रह चुके हैं। यूपी के मोहनलाल गंज से सांसद हैं। पासी समुदाय से ताल्लुक रखते हैं।

अजय भट्ट- नैनीताल से सांसद हैं। उत्तराखंड बीजेपी के अध्यक्ष रह चुके हैं। उत्तराखंड में नेता विपक्ष रह चुके हैं।

बीएल शर्मा- उत्तर प्रदेश बीजेपी के उपाध्यक्ष हैं। लोधी ओबीसी समुदाय से आते हैं। यूपी के पूर्व सीएम कल्याण सिंह के करीबी रहे हैं। राज्यसभा सांसद हैं।

अजय कुमार- यूपी की खीरी से लोकसभा सांसद हैं। एक बार विधायक रह चुके हैं।

देवुसिंह चौहान- 2002 में एआईआर में इंजीनियर रह चुके हैं। गुजरात के खेड़ा से लोकसभा पहुंचे। दो बार गुजरात के विधायक रहे।

भगवंत खुबा- कर्नाटक के बीदर से बीजेपी सांसद हैं। मैकेनिकल इंजीनियरिंग में बीटेक किया है।

कपिल पाटिल- कोऑपरेटिव बैंक के चेयरमैन रहे हैं। एनसीपी छोड़कर बीजेपी में आए। ठाणे जिला परिषद के अध्यक्ष भी रहे हैं।

प्रतिमा भौमिक- त्रिपुरा पश्चिम से सांसद हैं। बायो साइंस से ग्रेजुएट हैं।

सुभाष सरकार- पश्चिम बंगाल के बांकुरा से सांसद हैं। रामकृष्ण मिशन से जुड़े हैं।

भगवत कराद- महाराष्ट्र से राज्यसभा सांसद हैं। दो बार औरंगाबाद के मेयर रहे हैं। संगठन के मामलों में माहिर माने जाते हैं।

राज कुमार रंजन सिंह- इनर मणिपुर से लोकसभा सांसद हैं। भूगोल में एमए और पीएचडी हैं।

भारती प्रवीण पवार- पेशे से डॉक्टर हैं। जिला परिषद की सदस्य रही हैं। डिंडोरी से लोकसभा सांसद हैं। एसटी समुदाय से ताल्लुक रखती हैं।

विशेश्वर टूडू- ओडिशा के मयूरभंज से लोकसभा सांसद हैं। वॉटर रिसोर्स विभाग में सीनियर इंजीनियर थे।

शांतुन ठाकुर- बंगाल के बनगांव से सांसद हैं। मतुआ समुदाय से ताल्लुक रखते हैं। पिता हरिचंद ठाकुर बड़े समाज सुधारक हैं।

मुंजापारा महेंद्र भाई- गुजरात के सुरेंद्रनगर से सांसद हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के स्टैंडिंग कमेची के सदस्य हैं। कोली समाज से आते हैं।

जॉन बराला- पश्चिम बंगाल के अलीपुरद्वार से सांसद हैं। चाय बागान के श्रमिकों के लिए काम किया।

एल मुर्गुन- मद्रास हाईकोर्ट में वकील रहे हैं। राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के वाइस चेयरमैन रहे हैं।

निशित प्रमाणिक- पश्चिम बंगाल के कूच बिहार से सांसद हैं। प्राइमरी स्कूल में असिस्टेंट टीचर रहे हैं।

‘वूमेन पावर’ से लैस है मोदी का नया मंत्रिमंडल, इन महिला सांसद को मिला मंत्री पद

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नई दिल्ली, मोदी कैबिनेट का विस्तार हो गया जिसमें कुल 15 कैबिनेट और 28 राज्य मंत्री बनाए गए हैं। सबसे खास बात रही कि जिन मंत्रियों ने पद की शपथ ली है उनमें 7 महिला मंत्री हैं। साथ ही नरेंद्र मोदी सरकार में महिला मंत्रियों की संख्या बढ़कर 11 हो गई। भाजपा की मीनाक्षी लेखी, शोभा कारंदलजे, दर्शना जरदोश, अन्नपूर्णा देवी, प्रतिमा भौमिक, भारती पवार और अपना दल (एस) की अनुप्रिया पटेल ने राज्य मंत्री के तौर पर शपथ ली।

मीनाक्षी लेखी: भारतीय जनता पार्टी का लोकप्रिय चेहरा और अच्छी वक्तामीनाक्षी लेखी अपने राजनीतिक विरोधियों का मुकाबला करते हुए लंबे वक्त से पार्टी की नीतियों और कार्यक्रमों की वकालत करती रहीं हैं। पेशे से वकील हैं और लगातार दो बार नई दिल्ली से लोकसभा पहुंचीं। सुप्रीम कोर्ट में भी वकालत की प्रैक्टिस करती हैं। वह महिलाओं और पर्यावरण से लेकर कानून तथा विकास से जड़े कई मुद्दों पर संघर्ष के अग्रिम मोर्चे पर रही हैं।

दिल्ली विश्वविद्यालय से कानून में स्नातक करने वाली लेखी ने एक वकील के तौर पर सशस्त्र बलों में महिला अधिकारियों को स्थायी कमीशन देने जैसे कई महत्वपूर्ण मुद्दे उठाए। उनकी अवमानना याचिका के कारण ही कांग्रेस नेता राहुल गांधी को प्रधानमंत्री के खिलाफ ‘‘चौकीदार चोर है’’ टिप्पणी के लिए 2019 में उच्चतम न्यायालय में माफी मांगनी पड़ गयी थी। उन्हें 2010 में भाजपा की महिला मोर्चा का उपाध्यक्ष बनाया गया। सांसद के तौर पर लेखी महिला आरक्षण विधेयक और कार्य स्थल पर महिलाओं के यौन उत्पीड़न (रोकथाम, निषेध और निवारण) विधेयक समेत महत्वपूर्ण विधेयकों का मसौदा तैयार करने वाली समितियों का हिस्सा रहीं। उन्होंने विदेश मामलों पर स्थायी समिति समेत अलग-अलग संसदीय समितियों में भी काम किया। वह सार्वजनिक उपक्रम पर समिति और निजी डेटा सुरक्षा विधेयक, 2019 पर संयुक्त समिति की अध्यक्ष भी रहीं। राजनीति के साथ ही लेखी की सामाजिक कार्यों, साहित्य और सांस्कृतिक गतिविधियों में भी दिलचस्पी रही है।

अनुप्रिया पटेल: भाजपा की सहयोगी पार्टी अपना दल (सोनेलाल) की अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल कुर्मी समुदाय से ताल्लुक रखती हैं। यूपी के मिर्जापुर से सांसद हैं। मोदी सरकार-1 में भी मंत्री रह चुकी हैं। करीब दो साल के अंतराल के बाद केंद्रीय मंत्रिपरिषद में वापस आ गई हैं और उन्हें राज्य मंत्री के रूप में जगह मिली है। वह अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी)की समस्याओं को हल करने के लिए एक अलग मंत्रालय बनाए जाने की मांग उठाती रही हैं। उत्तर प्रदेश में 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव और 2024में लोकसभा चुनाव से पहले मोदी की टीम में उनका शामिल होना महत्वपूर्ण है क्योंकि प्रदेश के पूर्वांचल क्षेत्र में ओबीसी समुदाय के मतदाताओं की बड़ी संख्या है। 2019में राजग के दूसरे कार्यकाल की शुरुआत के बाद से सत्ता से दूर रहने के बाद कुछ दिन पहले अनुप्रिया की दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के आला नेताओं से मुलाकात के पश्चात केंद्रीय मंत्रिपरिषद में उन्हें फिर से शामिल किए जाने की चर्चा बहुत तेजी से फैली थी। अनुप्रिया 2016से 2019तक केंद्र में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री थीं।

अन्नपूर्णा देवी: झारखंड और बिहार में चार बार विधायक रही हैं। बिहार सरकार में भी मंत्री रही हैंं। झारखंड के कोडरमा से सांसद हैं। झारखंड सरकार में कैबिनेट मंत्री रह चुकी हैं। लोकसभा चुनाव जीतने के बाद उन्‍हें पहले झारखंड प्रदेश का उपाध्‍यक्ष बनाया गया। उसके बाद उन्‍हें भाजपा का राष्‍ट्रीय उपाध्‍यक्ष और हरियाणा का सह प्रभारी भी बनाया गया। एक समय लालू प्रसाद यादव के काफी करीब रही अन्‍नपूर्णा देवी को केंद्र में यादव कोटे से मंत्री बनाया गया है।
शोभा करंदलाजे: उड़ीसा के उड्डपी से बीजेपी सांसद हैं। । 2004 में यशवंतपुर से विधायक रही हैं। येदियुरप्पा सरकार में मंत्री रह चुकी हैं। शोभा ने उस समय प्रकाश में आईं, जब बीएसवाई ने उन्हें कर्नाटक राज्य में पहली भाजपा सरकार में मंत्री बना दिया। वह आरएसएस से हमेशा के लिए जुड़ गईं और शादी नहीं करने का फैसला किया। . 2012 में फिर से उथल-पुथल हुई और बीजेपी से इस्तीफा देकर वह कर्नाटक जनता पार्टी से जुड़ गईं. वह कर्नाटक जनता पार्टी की कार्यवाह प्रेसिडेंट बना दी गईं. इसके बाद 2013 में वह फिर से चुनाव लड़ीं और विधायक बनीं. 2014 में कर्नाटक जनता पार्टी भारतीय जनता पार्टी में विलय हो गया।

भारती प्रवीण पवार: पेशे से डॉक्टर हैं। जिला परिषद की सदस्य रही हैं। डिंडोरी से लोकसभा सांसद हैं। एसटी समुदाय से ताल्लुक रखती हैं। वे नाशिक जिला परिषद में कुपोषण और पेयजल की समस्या पर प्रभावी रूप से काम कर चुकी हैं। सार्वजनिक जीवन में आने के पहले वे एक डॉक्टर थीं, उनके पास एमबीबीएस की डिग्री है। नासिक जिले में 8 बार जीत कर आने वाले विधायक ए .टी. पवार की बहू के रूप में भी भारती को पूरे उत्तर महाराष्ट्र में जाना जाता है।

दर्शना जरदोश: गुजरात के सूरत से भारतीय जनता पार्टी की सांसद दर्शना विक्रम जरदोश को भी मंत्री बनाया गया है। बीजेपी महिला मोर्चा की महासचिव हैं। गुजरात के सूरत से लोकसभा सदस्य हैं। 2014 में 76.6 प्रतिशत वोट हासिल किया।

प्रतिमा भौमका: त्रिपुरा पश्चिम से सांसद हैं। बायो साइंस से ग्रेजुएट हैं। 52 वर्षीय सांसद ने 2019 में पश्चिम त्रिपुरा निर्वाचन क्षेत्र से 3,05,689 मतों के अंतर से लोकसभा चुनाव जीता, जबकि उन्हें 5,73,532 मत मिले। लोकसभा सदस्य सलाहकार समिति की सदस्य भी हैं।

कोरोना अपडेट : प्रदेश में आज 77 नये संक्रमित मिले, 104 हुये स्वस्थ

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देहरादून, उत्तराखंड आज बुधवार को एक भी कोरोना मरीज की मौत नहीं हुई। जबकि बीते 24 घंटे में 13 जनपदों में 77 नए संक्रमित मिले हैं। जबकि 104 स्वस्थ हुए हैं, कुल संक्रमितों की संख्या 340959 हो गई है।ओ

स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक बुधवार को 27420 सैंपलों की जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है। देहरादून जिले में 14, हरिद्वार में 13, नैनीताल व रुद्रप्रयाग में 10-10, पिथौरागढ़ में नौ, ऊधमसिंह नगर में पांच, चमोली में चार, चंपावत व पौड़ी में तीन-तीन, टिहरी और अल्मोड़ा में दो-दो, बागेश्वर व उत्तरकाशी जिले में एक-एक संक्रमित मिला |

प्रदेश में 24 घंटे के भीतर किसी भी जिले में एक भी कोरोना मरीज की मौत नहीं हुई है। इससे पहले 28 मार्च 2021 को प्रदेश में एक भी कोरोना मरीज की मौत नहीं हुई थी। वहीं, 104 मरीजों को ठीक होने के बाद डिस्चार्ज किया गया है। अब तक 326147 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। 1506 सक्रिय मरीजों का इलाज चल रहा है। प्रदेश की रिकवरी दर 95.66 प्रतिशत और संक्रमण दर 5.98 प्रतिशत दर्ज की गई है
प्रदेश में बुधवार को ब्लैक फंगस का एक नया मरीज मिला है। जबकि एक मरीज ने इलाज केएंव दौरान दम तोड़ा है। अब कुल मरीजों की संख्या 510 हो गई है, जबकि 102 मरीजों की मौत हो चुकी है। स्वास्थ्य विभाग के हेल्थ बुलेटिन के अनुसार देहरादून जिले में एक मरीज में ब्लैक फंगस की पुष्टि हुई है, जिसे उपचार के लिए एम्स ऋषिकेश में भर्ती किया गया |
आईएमए और निजी अस्पतालों ने डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ के साथ होने वाली अप्रिय घटनाओं पर रोक लगाने के लिए उत्तराखंड चिकित्सा परिचर्या सेवा कर्मी एवं सेवा संस्था अधिनियम को प्रभावी तरीके से लागू करने की मांग की है। जिस पर विभागीय मंत्री ने आश्वासन देते हुए कहा कि सरकार द्वारा इस संबंध में शीघ्र आवश्यक कार्यवाही की जाएगी