Thursday, May 1, 2025
Home Blog Page 1404

प्रेमनगर में पुस्ता गिरने की घटना : लोक निर्माण मंत्री ने एनएच अधिकारियों को लगाई जमकर फटकार

0

देहरादून, प्रदेश के लोक निर्माण मंत्री श्री सतपाल महाराज ने शुक्रवार को प्रेम नगर स्थित पांवटा हाईवे को चौड़ा करने के बाद सड़क किनारे बनाए गए पुस्ते के ढह जाने के बाद औचक निरीक्षण करते हुए कार्य में लापरवाही बरतने पर मौके पर मौजूद नेशनल हाईवे के अधिकारियों को जमकर लताड़ लगाई।

प्रदेश के लोक निर्माण मंत्री श्री सतपाल महाराज ने शुक्रवार को प्रेमनगर (देहरादून) पांवटा हाईवे को चौड़ा करने के दौरान लगभग 6 माह पूर्व सड़क के किनारे बने पुस्ते के ढह जाने को गंभीरता से लेते हुए मौके पर जाकर निरीक्षण करने के साथ-साथ लापरवाही बरतने पर नेशनल हाईवे के मुख्य अभियंता ओम प्रकाश सहित वहां उपस्थित एन.एच. के अन्य अधिकारियों को भी जमकर फटकार लगाई। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की हादसों को न्यौता देने वाली इस प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। लोक निर्माण मंत्री श्री महाराज ने क्षतिग्रस्त पुस्ते के आसपास मार्किंग और वैरीकेटिंग ना लगाए जाने पर हादसे की आशंका को देखते हुए उपस्थित नेशनल हाईवे के अधिकारियों को जमकर खरी-खोटी सुनाई।

उन्होंने कहा कि हम इसकी जांच करेंगे, ताकि इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृति दोबारा ना हो। श्री महाराज ने अधिकारियों को यह भी निर्देश दिए कि सड़क के किनारे नालियों की साफ-सफाई होनी समय समय पर होनी चाहिए ताकि सड़क पर पानी न रुकेने पाये।

लोक निर्माण मंत्री ने कहा कि सड़कों पर जहां कहीं भी गड्ढे हो उनको तुरंत भरने के साथ-साथ सड़कों को सीधा सुगम और स्वच्छ रखा जाए। उन्होने बताया कि पुस्ते के ढह जाने के लिए कांट्रेक्टर ने अपनी गलती मानकर मरम्मत का कार्य प्रारंभ कर दिया है।

ज्ञात हो कि हाल ही में पांवटा हाईवे प्रेमनगर में हल्की बारिश के पश्चात नेशनल हाईवे के किनारे 6 माह पूर्व बना पुस्ता ढह गया था जिसका निरीक्षण करने लोक निर्माण मंत्री श्री सतपाल महाराज यहां पहुंचे थे।

निरीक्षण के दौरान श्री सतपाल महाराज ने नेशनल हाईवे के अधिकारियों को चेतावनी देते हुए पुस्ते की गुणवत्ता की जांच के भी निर्देश दिए हैं। इस मौके पर स्थानीय विधायक श्री हरबंस कपूर के अलावा नेशनल हाईवे के मुख्यअभियंता ओम प्रकाश, अधीक्षण अभियंता रणजीत एवं अधिशासी अभियंता ओमपाल आदि मौजूद थे।

उत्तरकाशी : इंद्रावती नदी के रिचार्च जोन मानपुर गांव में कैबिनेट मंत्री जोशी ने किया रुद्राक्ष की पौध का रोपण

0

 

उत्तरकाशी, हरेला पर्व के अवसर पर काबीना मंत्री श्री गणेश जोशी ने उत्तरकाशी के इंद्रावती नदी के रिचार्च जोन मानपुर गांव में रुद्राक्ष की पौध का रोपण किया। वहीं जिलाधिकारी श्री मयूर दीक्षित ने माल्टा की पौध लगाई। यमुनोत्री विधायक केदार सिंह रावत ने रुद्राक्ष व डीएफओ पुनीत तोमर ने माल्टा की पौध रोपित की। उत्तराखंड की संस्कृति का प्रतीक हरेला पर्व के शुभ अवसर पर काबीना मंत्री श्री गणेश जोशी ने प्रदेश वासियों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी। वृक्षारोपण कार्यक्रम में जहां ग्रामीण महिलाओं द्वारा बढ़चढ़कर प्रतिभाग किया गया वहीं आईटीबीपी, वन,मंगल दल फाउंडेशन, महिला मंगल दल व पीआरडी जवानों द्वारा इंद्रावती के सभी आठ रिचार्च जोन में बृहद रूप से वृक्षारोपण किया गया।

हरेला पर्व के अवसर पर इंद्रावती नदी के सम्पूर्ण रिचार्च जोन पर विभिन्न प्रजाति के बांज, देवदार, सिरस, रीठा, तेजपात,कचनार, दाड़िम, हिंसाल, जंगली गुलाब,नींबू, माल्टा,रुद्राक्ष, अनार, नेपियर, टिंगोंड़ आदि के 1लाख 16 हजार पौध लगाई गई है।

केबिनेट मंत्री श्री जोशी ने अपने सम्बोधन में सभी जनपदवासियों को हरेला पर्व की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि राज्य सरकार ने पर्यावरण संरक्षण व संवर्धन को लेकर हरेला पर्व के अवसर पर प्रदेश में 1 करोड़ विभिन्न प्रजाति के छायादार,फलदार की पौध लगाने का संकल्प लिया है । इसी के तहत आज जनपद उत्तरकाशी में एक लाख से अधिक पौध रोपित की गई है। ग्राम प्रधान मानपुर की मांग पर स्वास्थ्य केंद्र भवन निर्माण के लिए धनराशि आवंटित करने व गांव को लिफ्ट पयेजल योजना से जोड़ने का भरोसा दिया।

इस अवसर पर ब्लाक प्रमुख डुंडा शैलेंद्र कोहली,भटवाड़ी विनीता रावत, जिलाध्यक्ष भाजपा रमेश चौहान, जिला महामंत्री हरीश डंगवाल, लोकेंद्र विष्ट, सुरेश चौहान, विजय बहादुर,जिला पंचायत सदस्य चंदन पंवार,बालशेखर नौटियाल, ग्राम प्रधान मानपुर धर्मेंद्र भंडारी, सीडीओ गौरव कुमार,एसडीएम देवेंद्र नेगी, सीवीओ डॉ प्रलंयकरनाथ, सीएचओ डॉ रजनीश सिंह प्रबंधक एक्सिस बैंक कुलबीर परमार आईएलएसपी के कपिल उपाध्याय सहित आईटीबीपी, वन,पीआरडी जवानों व ग्रामीण द्वारा बढ़चढ़कर प्रतिभाग किया गया।

अल्मोड़ा: आई क्यू अस्पाल में भी हुआ पौधा रोपण

अल्मोड़ा, उत्तराखण्ड़ में ‘हरेला पर्व’ हर्षोल्लास से मनाया जा रहा है, पूरे राज्य जगह जगह पर लोग पौधों का रोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दे रहे हैं | हरियाली दिवस के उपलक्ष में आई-क्यू अस्पताल अल्मोड़ा डा. दुर्गापाल ने अपने सहयोगियों के साथ वृक्षारोपण किया, इस अवसर लोगों का वृक्ष लगाकर घरती को हराभरा करने का सार्थक संदेश डा. दुर्गापाल ने दिया | हरेला पर हुये इस वृक्षारोपण कार्यक्रम में आई क्यू अस्पताल के सुंदर, बालम, भास्कर, नितेज, केशर ,भुवन आदि मौजूद थे।

उत्तराखंड : पुलिस ने किया ‘ऑपरेशन मर्यादा’ शुरू, धार्मिक स्थलों पर हुड़दंग मचाने वालों की अब खैर नहीं

0

देहरादून, उत्तराखंड राज्य के धार्मिक स्थलों पर मर्यादा उल्लंघन करने वाले अब सतर्क हो जाएं। जी हां, धार्मिक स्थलों पर कई बार ऐसे मामले देखे जाते हैं जो मर्यादा के खिलाफ होते हैं। जिसे देखते हुए अब उत्तराखंड पुलिस ने उत्तराखंड राज्य में ऑपरेशन मर्यादा शुरू कर दिया है। इसके तहत हरिद्वार के गंगा तटों समेत प्रदेश के सभी तीर्थ स्थलों पर मर्यादा की व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने के लिए पुलिस टास्क फोर्स का गठन कर दिया है।

ऑपरेशन मर्यादा के तहत हरिद्वार ऋषिकेश सहित तमाम गंगा घाटों और राज्य के सभी तीर्थ स्थानों में मर्यादा को कायम रखने के लिए जिलेवार विशेष पुलिस टास्क फोर्स का गठन किया गया है। ऐसे में अगर कोई भी व्यक्ति इन स्थानों पर मर्यादा का उल्लंघन करते दिखाई देता है तो उसके खिलाफ कार्यवाही की जाएगी। इसके लिए प्रदेश के सभी धार्मिक स्थलों पर पुलिस की विशेष टीमें तैनात की जाएंगी जो इन सभी चीजों पर निगरानी रखेगी।

आपको बता दें पिछले दिनों हरिद्वार के गंगा घाटों से मर्यादा उल्लंघन के मामले सामने आए थे। जहां गंगा किनारे बैठकर कुछ लोगों ने हुक्का पीने जैसी घटनाओं को अंजाम दिया था। यही नहीं, इससे पहले भी तमाम मामले सामने आ चुके हैं, जिसे देखते हुए उत्तराखंड पुलिस ने अब कमर कस ली है। लिहाजा गंगा तटों और तीर्थ स्थलों पर हुड़दंग मचाने या मर्यादा भंग करने से पहले सावधान हो जाएं। क्योंकि ऑपरेशन अभियान के तहत मुकदमा दर्ज कर कठोर से कठोर कार्यवाही की जाएगी।

देहरादून : एनडीआरएफ जौलीग्रांट में हुआ वृक्षारोपण, उत्तराखण्ड़ का महत्वपूर्ण लोक पर्व है ‘हरेला’ : मुख्यमंत्री

0

देहरादून, मुख्यमंत्री  पुष्कर सिंह धामी ने हरेला पर्व के अवसर पर एस.डी.आर.एफ बटालियन, जौलीग्रांट में वृक्षारोपण किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि हरेला उत्तराखंड का महत्वपूर्ण लोक पर्व है। हमें व्यापक स्तर पर वृक्षारोपण के साथ ही उनके संरक्षण पर भी विशेष ध्यान देना होगा। विज्ञान तेजी से तरक्की कर रहा है। इससे मानव जीवन में सुख सुविधाएं तो बढ़ी हैं, लेकिन पर्यावरण संतुलन के लिए अधिक से अधिक वृक्षारोपण जरुरी है।May be an image of 5 people, people standing and text that says 'MADAD 1 मित्रता, सेवा सुरका SDR 12 उत्तराखण्ड के लोकपर्व इेल नाएँ 16 नार'

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि कोविड को वजह से वैश्विक स्तर पर पर्यावरण संरक्षण के प्रति चिंता बढ़ी है। पर्यावरण संरक्षण के प्रति लोगों में जागरूकता बढ़ी है। उन्होंने कहा कि कोविड के दौरान उत्तराखंड पुलिस द्वारा सराहनीय कार्य किया किया गया। मिशन हौंसला के तहत पुलिस द्वारा अनेक जरूरतमंदों की सेवा की गई।May be an image of 3 people, people standing and outdoors

स्वास्थ्य एवं आपदा प्रबंधन मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि हरेला पर्व उत्तराखंड कि संस्कृति से जुड़ा पर्व है। हरेला पर्व के अवसर पर प्रदेश में वृहद स्तर पर वृक्षारोपण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि एस.डी.आर.एफ द्वारा उत्तराखंड में सराहनीय कार्य कार्य किया जा रहा है।

पुलिस महानिदेशक श्री अशोक कुमार ने कहा कि इस वर्ष पुलिस द्वारा प्रदेश में एक लाख वृक्षारोपण का लक्ष्य रखा गया था। 5 जून से अभी तक पुलिस द्वारा 90 हजार से अधिक वृक्षारोपण किए जा चुके हैं।

इस अवसर पर अपर पुलिस महानिदेशक श्री पी.वी. के. प्रसाद, अपर प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री श्री अभिनव कुमार एवं पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।May be an image of 1 person, standing and outdoors

हल्द्वानी : मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य बने प्रो. जोशी, प्रो. भैंसोड़ा को अल्मोड़ा की मिली जिम्मेदारी

0

हल्द्वानी, विवाद में रहे अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य की कुर्सी आखिरकार चली गई, शासन ने प्राचार्य डा. राम गोपाल नौटियाल की जगह हल्द्वानी मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य प्रो. चंद्र प्रकाश भैंसौड़ा को अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज की जिम्मेदारी दे दी गई है। वहीं, मेडिकल कॉलेज हल्द्वानी के प्राचार्य प्रो. अरुण जोशी को बनाया गया है। गुरुवार को चिकित्सा शिक्षा सचिव डा. पंकज कुमार पांडेय की ओर से गुरुवार को आदेश जारी कर दिया गया है।

जिले की कोविड प्रभारी मंत्री के तौर पर रेखा आर्य 11 जून को अल्मोड़ा के विकास भवन में बैठक ले रही थी। राजकीय मेडिकल कॉलेज अल्मोड़ा के प्राचार्य प्रो. राम गौपाल नौटियाल कोविड भी मौजूद थे। आरोप था कि उन्होंने प्रजेंटेशन को रोककर फोन रिसीव कर लिया था। डा. नौटियाल ने बताया कि फोन विधानसभा उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह चौहान का था। नाराज मंत्री ने इसी को मुद्दा बना लिया था। 25 जून को उन्होंने सचिव स्वास्थ्य को पत्र लिखकर कार्रवाई की मांग कर दी थी। इसके बाद यह विवाद कई दिनों तक चलता रहा |

उत्तराखंड़ शासन ने प्राचार्य प्रो. नौटियाल को मेडिकल कॉलेज में टीबी व चेस्ट विभाग के विभागाध्यक्ष पद पर भेजा है। डा. नौटियाल की डाक्टर के रूप में भी अच्छी छवि रही है। वहीं, प्राचार्य के रूप में भी उनकी छवि ईमानदार अधिकारी के रूप में रही है। उन्होंने मेडिकल कॉलेज को शुरू कराने को लेकर लगातार प्रयास किए। जबकि, उन पर स्थानीय नेताओं को नौकरी पर रखने का भी दबाव था। उपकरणों को मनमाने तरीके से खरीदने को लेकर भी दबाव बनाया गया था। उन्होंने नियमविरुद्ध काम करने से इन्कार कर दिया था।

राजकीय मेडिकल कॉलेज हल्द्वानी के अधीन संचालित डा. सुशीला तिवारी राजकीय चिकित्सालय चिकित्सा अधीक्षक की जिम्मेदारी संभाल रहे प्रो. अरुण जोशी का कोविडकाल में सराहनीय काम रहा। अस्पताल में कुमाऊं भर से कोरोना संक्रमित मरीज पहुंचे थे। मरीजों को उचित इलाज उपलब्ध कराने से लेकर व्यवस्था को दुरुस्त करने में अहम भूमिका निभाई।

Pension News! पेंशन स्लिप नहीं मिलने से हैं परेशान, तो हो जाइए निश्चिंत; बैंक अब इस तरह भेजेंगे यह दस्तावेज

0

नई दिल्ली, पीटीआइ। पेंशनर्स के लिए एक और अच्छी खबर है। अब पेंशन पाने वालों को अकाउंट में पैसा क्रेडिट होने के बाद SMS और Email के साथ-साथ WhatsApp पर भी अकाउंट में पेंशन क्रेडिट होने की जानकारी मिलेगी। सरकार ने बैंकों को इस बाबत निर्देश दिया है कि वे पेंशनर्स को उनके अकाउंट में पेंशन क्रेडिट होने के बाद SMS और Email के साथ-साथ WhatsApp जैसे सोशल मीडिया ऐप पर भी पेंशन स्लिप भेज सकते हैं। एक ऑफिशियल ऑर्डर में यह कहा गया है। इस ऑर्डर में कहा गया है कि पेंशनर्स की सुविधा को बढ़ाने के लिए यह फैसला किया गया है।

पेंशन एंड पेंशनर्स वेलफेयर की ओर से जारी एक ऑर्डर में कहा गया है, ”Bank एसएमएस और ईमेल के अलावा WhatsApp जैसे सोशल मीडिया ऐप का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।”

पेंशन स्लिप इन कार्यों के लिए है जरूरी

पेंशन देने वाले बैंकों के केंद्रीय पेंशन वितरण केंद्रों (CPPC) की एक अहम बैठक पिछले महीने हुई थी। इस बैठक में पेंशनर्स को मासिक पेंशन का ब्रेकअप उपलब्ध कराने पर चर्चा हुई थी। आदेश में कहा गया है कि बैंक वेलफेयर से जुड़े यह कदम उठाने के लिए तैयार हुए क्योंकि पेंशनर्स को पेंशन स्लिप की जरूरत इनकम टैक्स, डियरनेस रिलीफ पेमेंट्स और DR Arrears सहित अन्य उद्देश्यों के लिए पड़ती है।

इस हालिया आदेश में कहा गया है, ”इस तरह हर पेंशन वितरण करने वाले बैंक को पेंशनर्स को पेंशन क्रेडिट होने के बाद पेंशन स्लिप एसएमएस और ईमेल (जहां उपलब्ध हो) के जरिए भेजना चाहिए।”

पेंशन स्लिप में होते हैं ये विवरण

इस ऑर्डर में कहा गया है कि पेंशन स्लिप में मासिक पेंशन का पूरा विवरण होता है। इसमें क्रेडिट हुई रकम के साथ-साथ अगर किसी तरह की कटौती हुई है तो उसकी पूरी जानकारी होती है।

सरकार के इस फैसले से ऐसे सभी पेंशनर्स को बड़ी राहत मिलेगी, जिन्हें किसी तकनीकी दिक्कत की वजह से पेंशन स्लिप नहीं मिलने पर काफी परेशानी का सामना करना पड़ता था। इसकी वजह यह है कि आज के समय में बड़े पैमाने पर लोग WhatsApp का इस्तेमाल करते हैं।

राज्य कर्मचारियों एवं पेंशनरों का एक छत के नीचे मिलेगी स्वास्थ्य सुविधाएं

0

देहरादून,  राज्य सरकार आयुष्मान कार्ड के जरिये सूबे के प्रत्येक नागरिकों को स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करेगी। जिसके लिए राज्यभर में सभी लोगों के आयुष्मान कार्ड बनाये जायेंगे। इस योजना के अंतर्गत आगामी 60 दिनों में 70 लाख आयुष्मान कार्ड बनाने का लक्ष्य रखा गया है जिसके लिए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देशित कर दिया गया हैं। गोल्डन कार्ड में राज्य कर्मचारियों एवं पेंशनर्सों को आ रही दिक्कतों का समाधान किया जायेगा साथ ही कर्मचारियों को एक छत के नीचे सभी स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया करायी जायेगी।

चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डा. धन सिंह रावत ने सचिवालय स्थित डीएमएमसी सभागार में अटल आयुष्मान एवं गोल्डन कार्ड योजना की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार सूबे के सभी नागरिकों को अटल आयुष्मान योजना के अंतर्गत स्वास्थ्य सुविधाएं देने को प्रतिबद्ध है जिसके लिए सभी लोगों का आयुष्मान कार्ड बनाये जाने के लिए दो माह का लक्ष्य रखा गया है। विभागीय मंत्री ने कहा कि अभी तक 44 लाख आयुष्मान कार्ड जारी हो चुके हैं आगामी दो माह के भीतर 70 लाख आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए विभागीय अधिकारियों निर्देश दिये गये हैं। डा. रावत ने बताया कि राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद द्वारा संज्ञान में लाई गई अटल आयुष्मान योजना की व्यवहारिक दिक्कतों को जल्द दूर कर राज्य कर्मचारियों एवं पेंशनरों को एक छत के नीचे कैशलेस चिकित्सा सुविधाएं मुहैया कराई जायेगी।

बैठक में राज्य स्वास्थ्य अभिकरण के चेयरमैन दिलीप कोटिया ने बताया कि सर्वाधिक आयुष्मान कार्ड जारी करने वाले राज्यों में उत्तराखंड देशभर में तीसरे स्थान पर है जबकि छत्तीसगढ़ प्रथम और केरल द्वितीय स्थान पर है। अब तक तीन लाख लोगों ने इस महत्वकांक्षी योजना का लाभ उठाया है। इस योजना के तहत राज्य में 205 अस्पताल को संबद्ध किया किया गया है जिसमें 102 सरकारी तथा 103 निजी अस्तपाल है। जबकि देशभर में 25 हजार अस्पताल पंजीकृत हैं। उन्होंने बताया कि आयुष्मान कार्ड का लाभ सार्वधिक डायलिसिस एवं कैंसर के मरीजों ने उठाया।

बैठक में चेयरमैन राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण दिलीप कोटिया, सचिव स्वास्थ्य अमित नेगी, मुख्य कार्यकारी अधिकारी राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण अरूणेंद्र सिंह चौहान, निदेशक संजीव कुमार सिंह, डा. ए.के. गोयल, अनुसचिव जसविंदर कौर, अनुभाग अधिकारी राकेश धर द्विवेद, स्टेट कोर्डिनेटर आईएसए अतुल जोशी सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।

खुशफहमी न पालें, लापरवाही से फिर बढ़ सकते कोरोना के मामले, केंद्र ने राज्यों को दी चेतावनी

0

नई दिल्ली, प्रेट्र। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने गुरुवार को राज्यों के साथ देश के अनेक हिस्सों में, खासतौर पर हिल स्टेशनों पर कोरोना नियमों के उल्लंघन के मामले को उठाया और महामारी की रोकथाम के लिए सार्वजनिक स्वास्थ्य संबंधी कदम उठाने की जरूरत बताई। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को लिखे पत्र में कहा कि इस समय खुशफहमी पालने से कोरोना के मामले फिर से बढ़ने की आशंका है। उन्होंने कहा कि देश के अनेक भागों, विशेष रूप से हिल स्टेशनों, सार्वजनिक परिवहन और बाजारों में कोविड नियमों का उल्लंघन होते देखा गया है। यह कहने की जरूरत नहीं कि इस समय पर इतनी खुशफहमी संक्रमण के मामलों में एक बार और इजाफा कर सकती है।

केंद्र ने कोरोना नियमों के उल्लंघन का मामला राज्यों के साथ उठाया

भूषण ने कहा कि कोरोना रोकथाम और प्रबंधन के सिद्धांतों का पालन अत्यावश्यक है और जांच, निगरानी, उपचार, टीकाकरण और कोरोना अनुकूल व्यवहार का पालन करने की पांच सूत्री रणनीति पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। कुछ दिन पहले ही केंद्रीय गृह मंत्रालय ने हिल स्टेशनों समेत देश के अनेक हिस्सों में कोरोना संबंधी नियमों की अवहेलनाओं के विषय को उठाया था। साथ ही राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से दिशानिर्देशों का अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई को कहा था।

राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को बुधवार को लिखे गए पत्र में केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने कहा कि सार्वजनिक वाहनों में कोरोना से बचाव के आचरण का पालन नहीं किया जा रहा है। साथ ही शारीरिक दूरी के नियमों का उल्लंघन कर बाजारों में भीड़ उमड़ रही है।

भल्ला ने स्पष्ट कहा है कि दूसरी लहर अभी खत्म नहीं हुई है और किसी भी तरह की लापरवाही की कोई गुंजाइश नहीं है। इसलिए लोग कोरोना से बचाव के नियमों का जरूर पालन करें। केंद्रीय गृह सचिव ने कहा है कि संक्रमण के मामलों में कमी और सक्रिय मामलों में गिरावट के बाद विभिन्नि राज्यों में धीरे-धीरे आर्थिक गतिविधियों को खोला जा रहा है। ऐसा करते वक्त विशेष सावधानी बरते जाने की जरूरत है। किसी भी संस्थान, परिसर, बाजार या इस तरह के स्थलों पर कोरोना प्रोटोकाल का उल्लंघन होता है तो वहां दोबारा पाबंदियां लगाई जा सकती हैं।

ज्ञात हो कि देश में पिछले दो दिनों से कोरोना के मामले लगातार बढ़ रह हैं। स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के मुताबिक देश में पिछले 24 घंटों के दौरान 41,806 नए मामले सामने आए हैं। इसके साथ देश में कोरोना के कुल पॉजिटिव मामलों की संख्या बढ़कर 3,09,87,880 हो गई है। आंकड़ों के मुताबिक बीते 24 घंटों के दौरान 581 मरीजों की मौत हुई है। इसके बाद देश में कुल मौतों की संख्‍या बढ़कर 4,11,989 हो गई है। इस दौरान 39,130 मरीज डिस्चार्ज भी हुए हैं जिसके बाद इनकी संख्‍या बढ़कर 3,01,43,850 हुई।

भूकंप: हिमाचल प्रदेश के शिमला में भूकंप के झटके, रिक्टर पैमाने पर 3.6 रही तीव्रता, दहशत में घरों से निकल आए लोग

0

हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में बुधवार शाम करीब 7:47 बजे भूकंप का झटका महसूस किया गया। रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 3.6 रही। भूकंप का केंद्र जमीन के अंदर 10 किलोमीटर गहराई पर था।

हालांकि भूकंप के किसी तरह के जानमाल के नुकसान की सूचना नहीं है। भूकंप का झटका महसूस होने पर कई लोग अपने घरों से बाहर निकले। बता दें हिमाचल की राजधानी शिमला भूकंप की दृष्टि से अति संवेदनशील भागों में आती है।

हिमाचल भूकंप की दृष्टि से सिस्मिक जोन चार और पांच में आता है। कांगड़ा, चंबा, लाहौल, कुल्लू और मंडी भूकंप की दृष्टि से सबसे अति संवेदनशील क्षेत्र हैं। ये क्षेत्र सिस्मिक जोन पांच में आते हैं जबकि प्रदेश के अन्य क्षेत्र जोन चार के तहत आते हैं।

 

1905 के भूकंप में 20 हजार से ज्यादा गईं थी जानें
कांगड़ा में 4 अप्रैल, 1905 की अलसुबह आए 7.8 की तीव्रता वाले भूकंप में 20 हजार से ज्यादा इंसानी जानें चली गई थीं। भूकंप से एक लाख के करीब इमारतें तहस-नहस हो गई थीं, जबकि 53 हजार से ज्यादा मवेशी भी भूकंप की भेंट चढ़ गए थे।

निजी कार पर ड्राइविंग सिखाने पर ट्रेनिंग स्कूल के 5 वाहन सीज

0

देहरादून। निजी कार पर ड्राइविंग सिखा रहे ट्रेनिंग स्कूल की पांच कारों को परिवहन विभाग की प्रवर्तन टीम ने सीज कर दिया। जनपद में यातायात व परिवहन नियम तोड़ने वाले वाहन चालकों के विरुद्ध परिवहन विभाग की प्रवर्तन टीम ने ताबड़तोड़ कार्रवाई की। इस दौरान एक डग्गामार बस भी सीज की गई।

ऋषिकेश-टिहरी मार्ग पर निजी बस में ज्यादा किराया लेने की शिकायत मिलने पर बस का चालान किया गया। सुबह से शाम तक चली कार्रवाई में 55 वाहन का चालान किया गया। इस दौरान ओवरलोड बस और विक्रम समेत डंपर पर भी कार्रवाई हुई। आरटीओ प्रवर्तन संदीप सैनी के आदेश पर देहरादून शहर, विकासनगर व ऋषिकेश क्षेत्र में सुबह से शाम तक अभियान चला। इस दौरान 20 दुपहिया, दो कार समेत 11 भारी वाहनों के चालान भी किए गए। इस दौरान शहरभर में पांच वाहन ऐसे सीज हुए जो निजी वाहन होते हुए व्यावसायिक ढंग से आवेदकों को ड्राइविंग सिखाने का काम कर रहे थे। दून से दिल्ली जा रही डग्गामार बस भी आशारोड़ी पर सीज की गई जबकि यात्रियों को रोडवेज बस से भेजा गया।

इस दौरान बिना सीट बेल्ट कार चलाने वाले दो और वाहन चलाते वक्त मोबाइल का प्रयोग कर रहे नौ चालक का चालान किया गया। दूसरे राज्य में पंजीकृत वाहन को देना होगा उत्तराखंड का टैक्स: उत्तराखंड में रहकर दूसरे राज्य में पंजीकृत वाहन चलाने वालों को अब एमवी एक्ट के तहत उत्तराखंड का टैक्स जमा करना होगा। आरटीओ संदीप सैनी ने बताया कि जो ऐसे लोग हैं उन्हें नियमों के मुताबिक अब अपने वाहन को उत्तराखंड में पंजीकरण के शुल्क का अंतर जमा कराना होगा। विभाग इस पर कार्रवाई की तैयारी कर रहा। अभी दो माह की मोहलत दी जा रही है कि लोग खुद की मर्जी से वाहन के पंजीकरण शुल्क को जमा करा दें।

58 चालक का लाइसेंस किया निलंबितः नियमों को तोड़ने वाले 58 चालकों का ड्राइविंग लाइसेंस अगले तीन माह के लिए निलंबित करने की संस्तुति प्रवर्तन टीम की ओर से की गई है। आरटीओ संदीप सैनी ने बताया कि प्रदूषण जांच व हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट को लेकर भी चेकिंग चल रही।