Thursday, May 15, 2025
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मैक्स हॉस्पिटल में साधारण ब्रोंकोस्कोपी का उपयोग कर निकाला 7 सीएम का बड़ा ट्यूमर

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देहरादून, एक जीवन रक्षक प्रक्रिया कर 63 वर्षीय महिला रोगी की डाक्टरों द्वारा जान बचायी गई। इस प्रक्रिया के तहत साधारण ब्रोंकोस्कोपी का उपयोग करके 7 सीएम के एक बड़े आकार के ट्यूमर को रोगी की छाती से सफलतापूर्वक निकाल दिया गया। यह सफलता मैक्स सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल, देहरादून के डाक्टरों ने हासिल की |

डाक्टरों के अनुसार जब यह रोगी अस्पताल आयी थी तो उसे सांस लेने में काफी परेशानी हो रही थी, उनकी छाती में धीरे-धीरे बढ़ने वाला एक ट्यूमर था, जिसने उनकी दाई नली पूरी तरह और मुख्य श्वासनली (ट्रैकिया) को प्रभावित करना शुरू कर दिया था । इससे पहले, शहर के दूसरे अस्पताल में ट्यूमर को हटाने के दो असफल प्रयास किये गये जिसमें रोगी दो बार वेंटीलेटर पर चला गया। मैक्स अस्पताल देहरादून में इंटरवेंशनल पल्मोनोलॉजिस्ट- सीनियर कंसल्टेंट, डॉ वैभव चाचरा ने उनका सफलतापूर्वक इलाज किया। इसके लिए एनेस्थीसिया विभाग से डॉ मंदार केटकर और डॉ गौरव अग्रवाल के साथ डॉक्टरों की एक समर्पित टीम के सक्षम मार्गदर्शन, असाधारण कौशल और विशेषज्ञता से यह मुमकिन हो पाया ।

 

ब्रोंकोस्कोपी कई प्रकार से की जा सकती है लेकिन हमारे देश में ऐसे इंटरवेंशनल पल्मोनोलॉजिस्ट / ब्रोंकोस्कोपिस्ट की संख्या बहुत कम है, जो इस प्रक्रिया को सटीकता के साथ करते हैं। पल्मोनोलॉजी के सीनियर कंसल्टेंट डॉ वैभव चाचरा 2018 से मैक्स अस्पताल, देहरादून में कार्यरत हैं और उत्तराखंड राज्य में 2012 से इंटरवेंशनल पल्मोनोलॉजी शुरू करने वाले पहले डॉक्टर है। डॉ. वैभव को पल्मोनोलॉजी के क्षेत्र में नौ वर्षों से अधिक का अनुभव है। मैक्स हॉस्पिटल में थोरैकोस्कोपी, ट्रेकिअल स्टेंटिंग, ट्यूमर डीबल्किंग से लेकर फॉरेन बॉडी को निकालने और एंडोब्रोंकियल अल्ट्रासाउंड (इबीयुएस) तक सभी तरह की इंटरवेंशनल प्रक्रियाओं की सुविधाएं उपलब्ध कर रहा है। दरअसल, मैक्स हॉस्पिटल को उत्तराखंड में सबसे पहले इबीयुएस को लाने का गौरव हासिल है।

इस मामले के बारे में विस्तार से बताते हुए, डॉ वैभव चाचरा ने कहा, “यह मरीज ब्रोन्कियल अस्थमा से पीड़ित थी और उसे इनहेलर दिए गए थे, लेकिन उससे कोई राहत नहीं मिल रही थी। सीटी स्कैन में पता चला कि उसका दाहिना मुख्य ब्रोन्कस लगभग पूरी तरह से बाधित हो गया था और पॉज़िट्रॉन एमिशन टोमोग्राफी (पीईटी) स्कैन में पीईटी पॉजिटिव नोड्स के साथ ट्यूमर दिखा। उसे सांस लेने में लगातार तकलीफ हो रही थी और ट्यूमर हटाने (डीबल्किंग ) या सर्जरी से निकालने के लिए दूसरे टर्शियरी केयर सेंटर में ले जाया गया। पहले प्रयास में रोगी के ऑक्सीजन स्तर में गिरावट के कारण, उसे बाईपैप (एनआईवी) सपोर्ट पर रखा गया । उसके बाद, उसी केंद्र में डीबल्किंग का रिजिड ब्रोंकोस्कोपी के द्वारा फिर प्रयास किया गया । लेकिन ऑक्सीजन का स्तर फिर से गिर जाने के कारण यह प्रक्रिया असफल हो गयी और इसके कारण उसे लंबे समय तक वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखना पड़ा।”

इस मामले के बारे में बताते हुए, डॉ चाचरा ने कहा, “हमने तुरंत ट्यूमर को निकालने का फैसला किया। शुरू में, हमने प्रक्रिया से ठीक पहले बेहोश करने की क्रिया के समय उसके एसपीओ2 के स्तर में गिरावट दर्ज की, लेकिन हमारी अत्यधिक कुशल एनेस्थीसिया टीम ने स्थिति को अच्छी तरह से संभाला। इस टीम में डॉ मंदार केतकर और डॉ गौरव अग्रवाल शामिल थे। ट्यूमर को शुरू में (एपीसी) आर्गन प्लाज़्मा कोगुलेशन की मदद से जला दिया गया और फिर इसे पूरी तरह से साधारण ब्रोंकोस्कोपी का उपयोग करके 7 सीएम बड़े ट्यूमर को सफलतापूर्वक निकाल दिया। इससे पूरा दाहिना फेफड़ा को साफ करने और खोलने में मदद मिली जो पहले ट्यूमर के कारण बाधित हो गया था। उसी सीटिंग में, हमने एंडोब्रोंकियल अल्ट्रासाउंड (इबीयुएस) की मदद से पीईटी पॉजिटिव लिम्फ नोड्स का भी सैम्पल लिया। फिर हमने अगले दिन चेक ब्रोंकोस्कोपी की जिसमें ट्यूमर का कोई कण नहीं मिला। रोगी अच्छी तरह से ठीक हो गयी और प्रक्रिया के 48 घंटों के भीतर ही अस्पताल से डिस्चार्ज के लिए फिट थी।

पुलिस ने खोए बच्चे को माता से मिलाया

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हरिद्वार 3 अगस्त (कुलभूषण)   सोमवार देर शाम जगजीतपुर क्षेत्र में पुलिस टीम को कृष्णा पुत्र भीम उम्र लगभग 8 साल अकेला बच्चा  फुटबॉल ग्राउंड पुलिस चौकी जगजीतपुर थाना कनखल  जनपद हरिद्वार में मिला था जो अपने माता.पिता का नाम व पता नहीं बता पा रहा था बच्चे के माता पिता का पता लगाने हेतु पुलिस चौकी जगजीतपुर थाना कनखल से महिला कांस्टेबल रेखा व कांस्टेबल हरेंद्र को नियुक्त किया गया और क्षेत्र के समाजसेवियों को भी व्हाट्सएप नंबर पर बच्चे का फोटो प्रसारित किया गया जिनके द्वारा तत्परता दिखाते हुए मेहनत और लगन के साथ स्थानीय लोगों से संपर्क करते हुए बच्चे के परिजनों का पता लगाया गया   और बच्चे को मां रेखा नेगी पत्नी सचिन नेगी को सुपुर्द किया बच्चे की मां ने बताया कि वर्तमान में  गणपति धाम फेस टू  हरिद्वार में रह रही हूं    मेरा बच्चा दिमागी रूप से कमजोर है यह घर से बिना बताए चला गया था बच्चे से मिलकर मां बहुत प्रसन्न हुई पुलिस द्वारा बच्चे को अपनी मां से मिलाने के  कार्य की जनता द्वारा  भूरी भूरी प्रशंसा की गई

डीपीएस की श्रेया व शिवांग ने किया स्कूल का नाम रौशन

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हरिद्वार 3 अगस्त (कुलभूषण )  सीबीएससी बोर्ड की दसवी की परीक्षा में डीपीएस स्कूल के बच्चो ने अपनी सफलता का परचम लहराया। स्कूल की श्रेया कर्णवाल व शिवांग सिंह ने 99.6 प्रतिशत अंको के साथ स्कूल में प्रथम स्थान प्राप्त किया। स्कूल के 180 बच्चो ने 90 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त कर स्कूल का नाम रोशन किया ।
स्कूल के प्रधानाचार्य डा0 अनुपम जग्गा  एवं विद्यालय प्रबंधन ने सभी विद्यार्थियों अभिभावकों एवं  शिक्षकों को बच्चों की इस सफलता एवं शानदार रिजल्ट के लिए बधाई एवं शुभकामनाएं दी।

भारतीय हॉकी टीम का सपना टूटा, सेमीफाइनल में बेल्जियम ने 5-2 से हराया- पीएम मोदी ने बढ़ाया हौसला

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टोक्यो, ओलंपिक में हॉकी के दूसरे सेमीफाइनल में भारत को बेल्जियम के हाथों हार का सामना करना पड़ा। विश्व चैंपियन बेल्जियम ने भारतीय पुरूष हॉकी टीम को 5-2 से हराकर मुकाबला जीत लिया है, आखिरी क्वार्टर में लगातार तीन पेनल्‍टी कॉर्नर बेल्जियम को मिले और हेंड्रिक्‍स ने इसे गोल में बदल दिया।

जिसके बाद बेल्जियम ने भारत पर बढ़त हासिल कर ली। बेल्जियम को पेनल्‍टी स्‍ट्रोक मिला और हेंड्रिक्‍स ने गोल दागकर हैट्रिक पूरी की, इसी के साथ बेल्जियम ने भारत पर 4-2 से बढ़त हासिल की थी। तीसरे क्‍वार्टर में कोई गोल नहीं हुआ, जबकि शुरुआती दोनों क्‍वार्टर में दनादन गोल हुए, स्‍कोर 2-2 से बराबरी हो गया था। 38वें मिनट में भारत को पेनल्‍टी कॉर्नर मिला था, मगर टीम फायदा नहीं उठा पाई। भारतीय हॉकी टीम के पास अभी भी इतिहास रचने का मौका है, भारत ने 1980 के बाद से ओलंपिक में मेडल नहीं जीता है। अब वो ब्रॉन्‍ज के लिए खेलेगी। उसका सामना ऑस्‍ट्रेलिया और जर्मनी में से किसी एक से होगा।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज कहा कि हार और जीत जीवन का हिस्सा है और देश को अपने खिलाड़ियों पर गर्व है।
प्रधानमंत्री ने ओलंपिक में भारतीय हॉकी टीम को सेमीफाइनल मुकाबले में ब्राजील के साथ रोमांचक और कड़े संघर्ष वाले मैच ने मिली हार के बाद यह बात कही। मोदी ने मंगलवार को ट्वीट कर कहा, हार और जीत जीवन का हिस्सा होती है। हमारी हॉकी टीम ने ओलंपिक में अपना अच्छा प्रदर्शन किया और किसी बात का महत्व है। टीम को उसके अगले मैच के लिए शुभकामनाएं। भारत को अपने खिलाड़ियों पर गर्व है।

भारतीय ओलंपिक विजेताओं को घर बनाने के लिए मुफ्त सीमेंट उपहार में देगा श्री सीमेंट

काेलकाता, श्री सीमेंट्स ने भारतीय ओलंपिक विजेताओं को उनके घर बनाने में मदद करने के लिए मुफ्त सीमेंट देने की घोषणा की है। कंपनी के प्रबंध निदेशक एचएम बांगुर ने इस बारे में कहा, “ भारत के एथलीट खेल कौशल के उच्चतम स्तर पर प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं और हमें गौरवान्वित कर रहे हैं। एक भारतीय और एक खेल उत्साही दोनों के रूप में मुझे लगता है कि जो कुछ हमारे एथलीट कर रहे हैं उसके लिए उन्हें कुछ न कुछ वापस देना महत्वपूर्ण है। ”Shree Cement Revs Up Oxygen Supply for Covid Hospitals in India | Business  Wire

 

पीएम मोदी और शाह से मिले पूर्व सीएम त्रिवेन्द्र, राजनैतिक चर्चायें शुरू, क्या मिल सकती है बड़ी जिम्मेदारी..?

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देहरादून, उत्तराखंड़ के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात ने राज्य राजनैतिक तपिस को फिर हवा दे दी । इस भेंट के काफी मायने निकाले जा रहे हैं, पूर्व सीएम ने पीएम मोदी को उत्तराखंड में फिर विधानसभा चुनाव जीतने का भरोसा दिया है,

वहीं, शाह से उनकी राज्य के राजनीतिक हालातों पर चर्चा हुई। सोमवार को प्रधानमंत्री कार्यालय की तरफ से पूर्व सीएम त्रिवेंद्र को मोदी से मुलाकात का 12 बजकर पांच मिनट पर भेंट का वक्त दिया था, लेकिन इस दौरान संसद भवन में मोदी कुछ वरिष्ठ अफसरों के साथ मीटिंग में थे। यह मीटिंग खत्म होने के 20 मिनट बाद त्रिवेंद्र की मोदी से मुलाकात हुई। इस दौरान लगभग आधा घंटें से ज्यादा राज्य के विभिन्न मसलों पर उन्होंने मोदी के संग चर्चा की। उन्होंने चार साल तक उत्तराखंड में जनता की सेवा का मौका देने पर पीएम का आभार भी जताया। सूत्रों ने बताया कि त्रिवेंद्र ने उनसे आगामी विधान सभा चुनावों की रणनीति पर भी चर्चा की और भरोसा दिया कि भाजपा राज्य में दोबारा सत्ता में आएगी और एक कार्यकर्ता के रूप में वे इसके लिए कड़ी मेहनत करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि जो भी जिम्मेदारी उन्हें दी जाएगी वे ईमानदारी से उसका पालन करेंगे |

इससे पहले पूर्व सीएम ने केंद्रीय मंत्री शाह से भी मुलाकात की और राज्य के राजनीतिक हालातों पर चर्चा की। उन्होंने विपक्ष कांग्रेस में हुए हालिया फेरबदल से भी शाह को अवगत कराया और राज्य में बने ताजा राजनीतिक समीकरणों की जानकारी दी। सूत्रों का कहना है कि इस दौरान उन्होंने गढ़वाल-कुमाऊं के हालिया दौरे में मिले फीडबैक से शाह को वाकिफ कराया।
राज्य में अगले साविधान सभा चुनाव होने हैं और भाजपा हरहाल में फिर सत्ता में काबिज होना चाहती है, जबकि उत्तराखंड़ का राजनैतिक इतिहास हर बार सत्ता बदलता है, ऐसे में पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत के पीएम मोदी व केंद्रीय गृह मंत्री शाह से मुलाकात के बाद फिर राज्य में चर्चाएं तैरने लगे हैं। त्रिवेंद्र के करीबी लोगों का मानना है कि पार्टी राष्ट्रीय संगठन में उन्हें अहम जिम्मेदारी मिल सकती है। दरअसल, मौजूदा समय में राजनीतिक रूप से गढ़वाल पिछड़ गया है। पार्टी हाईकमान इसकी भरपाई के लिए त्रिवेंद्र को संगठन में कोई औहदा दे सकता है। इसी साल नौ मार्च को सीएम पद से इस्तीफा के बाद त्रिवेंद्र की भाजपा के शीर्ष दिग्गजों से यह पहली मुलाकात है।

हल्द्वानी : आंख के कैंसर से पीड़ित कमल के परिवार ने लगाई मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मदद की गुहार

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आर्थिक तंगी में जी रहा है कमल का परिवार

(चन्दन सिंह बिष्ट)

हल्द्वानी (गौलापार), कैंसर ऐसी बीमारी है जो सिर्फ एक इंसान को नहीं, बल्कि उसके पूरे परिवार को तोड़कर रख देती है। मरीज के साथ उसका परिवार भी हर दिन पीड़ा से गुजरता है। उस पर अगर परिवार गरीब हो तो भगवान के सहारे दिन काटने के अलावा कोई चारा नहीं बचता। इस समय प्राइवेट अस्पतालों में इलाज करना हर किसी के संभव में नहीं है । ऊपर से अगर बीमारी कैंसर जैसी खतरनाक हो तो फिर गरीब व्यक्ति के लिये इलाज करना उतना ही कठिन हो जाता है । जितना चांद पर पहुंचना ।

कुछ ऐसी ही समस्या हल्द्वानी गौलापार ( देवला मल्ला )के रहने वाले कमल कुलौरा( 40)और उनका परिवार भी ऐसे ही दर्द से गुजर रहा है। आंख के कैंसर से जूझ रहे कमल के इलाज के लिए परिवार वालों के पास पैसे नहीं है। मुसीबत के वक्त में कमल के इस परिवार ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और सामाजिक संगठनों से मदद की गुहार लगाई है । और परिवार को 5 लाख रुपये से अधिक की आर्थिक सहायता की जरूरत है। फिलहाल कमल कुलौरा का इलाज ऋषिकेश के एम्स हॉस्पिटल में चल रहा है।

प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व मे देश में चल रहा दुनिया का सबसे बङा कोविड टीकाकरण अभियान : मुख्यमंत्री धामी

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देहरादून, मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्यमंत्री कैम्प कार्यालय से एक्सिस बैंक द्वारा चिकित्सा स्वास्थ्य विभाग को प्रदान किए गए ऑक्सीजन कंसंट्रेटर के वाहन का फ्लैग ऑफ किया। एक्सिस बैंक द्वारा स्वास्थ्य विभाग को 31 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर प्रदान किए गए।

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने एक्सिस बैंक का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि कोविड के दौरान एक्सिस बैंक द्वारा जनसेवा के अनेक कार्य किए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा की प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में देश हर क्षेत्र में तेजी से प्रगति कर रहा है। देशभर में कोविड टीकाकरण तेजी से चल रहा है। उत्तराखंड में चार माह में शत प्रतिशत लोगों का टीकाकरण किया जाएगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि केन्द्र सरकार एवं राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न जन कल्याणकारी योजनाओं का लाभ आम जन तक पहुंचाने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के मार्गदर्शन एवं उत्तराखंड की जनता के सहयोग से प्रदेश को आगे बढ़ाया जा रहा है। राज्य सरकार जनता की साझीदार के रूप में कार्य कर रही है।

इस अवसर एक्सिस बैंक के श्री डी.के दास, श्री विवेक, श्री रघुवीर सिंह चौहान, श्री नितिन गुप्ता, श्री पंकज रावत उपस्थित थे

जारी हुआ सीबीएसई बोर्ड के 10वीं का रिजल्ट, इस साल 99.04 प्रत‍िशत छात्र हुये पास

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नई दिल्ली, केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ( CBSE BOARD) की कक्षा 10वीं का रिजल्ट मंगलवार को जारी कर दिया गया। परीक्षार्थी सीबीएसई बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट cbseresults.nic.in या cbse.gov.in पर जाकर रिजल्ट ( CBSE Board10th Result ) चेक कर सकते हैं। जिन लोगों को अपना रोल नंबर नहीं पता है, वे cbseresults.nic.in पर रोल नंबर फाइंडर का इस्तेमाल कर सकते हैं। रिजल्ट डिजिलॉ़कर पर भी उपलब्ध है।

इस साल दसवीं में कुल 99.04 प्रत‍िशत छात्र पास हुए हैं। लड़कों का उत्तीर्ण प्रतिशत 98.89 प्रतिशत और लड़कियों का 99.24 प्रतिशत है, जो छात्र अपने सीबीएसई परिणाम 2021 से खुश नहीं हैं, वे वैकल्पिक परीक्षा के लिए cbse.nic.in पर आवेदन कर सकते हैं। पंजीकरण प्रक्रिया जल्द ही बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट पर शुरू होगी।
गौरतलब है कि कोरोना महामारी के कारण इस वर्ष सीबीएसई की 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं रद्द कर दी गईं थीं। जिसके बाद 10वीं 12वीं के छात्रों का परिणाम तैयार करने के लिए मूल्यांकन नीति जारी की गई थी।
वहीं इससे पहले सीबीएसई 12वीं के परिणाम शनिवार 31 जुलाई को ही जारी कर चुका है।

Paytm और PhonePe से कितना आसान है e-RUPI, जानें कैसे करें इस्तेमाल

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ( PM Narendra Modi ) ने आज यानी सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये डिजीटल पेमेंट ( Digital Payment ) के नए प्लेटफॉर्म e-RUPI को लॉन्च किया. इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि e-RUPI अगस्त 2014 में शुरू हुई डिजिटल इंडिया ( Digital India ) का एक अहम हिस्सा है. उन्होंने कहा कि e-RUPI से यह सुनिश्चित हो सकेगा पैसा जिस काम के लिए दिया जा रहा है, उसी काम में लगेगा. आपको बता दें कि नेशनल पेमेंट कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया ( National Payment Corporation of India ) ने e-RUPI को अपने UPI प्लेटफॉर्म पर विकसित किया है. इसके साथ ही e-RUPI के डवलपेमेंट में वित्तीय सेवा विभाग, स्वास्थ्य परिवार कल्याण मंत्रालय राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण का सहयोग लिया गया है. आइए हम आपको बता दें कि e-RUPI को किस तरह से पेमेंट मोड़ में यूज कर सकते हैं.

कैसे करें इस्तेमाल

e-RUPI का इस्तेमाल करना काफी आसान है. उदाहरण के तौर पर आप अगर किसी हॉस्पिटल में पेमेंट कर रहे हैं तो इसके लिए आपके पास वाउचर होगा. इसको सरकार या किसी व्यक्ति द्वारा भेजा सकता है. पेमेंट करने के लिए आपको सबसे पहले e-RUPI ऐप को खोलकर वाउचर निकालना होगा. जिसके बाद आप हॉस्पिटल में e-RUPI वाउचर दिखाकर भुगतान कर सकते हैं. इस दौरान आपका वाउचर QR कोड में तब्दील हो जाएगा हॉस्पिटल का स्टॉफ QR कोड स्कैन करेंगे. जैसे ही QR कोड स्कैन होगा, वैसे ही आपको उसका एक वेरिफिकेशन कोड मिलेगा. एक वेरिफिकेशन कोड आपको बताना होगा.

सरकार कल्याणकारी योजनाओं के लिए सीधा रिडीम कोड भेज सकेगी

जैसे ही आप यह वेरिफिकेशन कोड बताते हैं, वैसे ही आपका वाउचर रिडीम हो जाता है. जिसके बाद आपका भुगतान सफल हो जाता है. आपको बता दें कि इस एप को शुरुआती दौर में हेल्थ सेक्टर में इस्तेमाल किया जा रहा है. लेकिन निकट भविष्य में इसमें भी अन्य सुविधाएं जुड़ जाएंगी. इसका सबसे बड़ा फायदा सरकारी योजनाओं में हो सकेगा. क्योंकि सरकार कल्याणकारी योजनाओं के लिए सीधा रिडीम कोड भेज सकेगी. इसके साथ ही इसको डिजीटल पेमेंट के अन्य माध्यमों के तौर पर भी इस्तेमाल किया जा सकेगा.

कोरोना कर्फ्यू : 10 अगस्त तक बढ़ाया गया , राज्य सरकार ने जारी की कोरोना कर्फ्यू की SOP, जानें

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देहरादून : उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण को रोकने को लेकर प्रदेश में लगाये गये कोविड कर्फ्यू को 10 अगस्त तक के लिए बढ़ा दिया गया है. इसको लेकर मुख्य सचिव ने SOP जारी कर दी हैं. उत्तराखंड में अब 10 अगस्त सबह 6 बजे तक कोविड कर्फ्यू लागू रहेगा. हालांकि उत्तराखंड में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में लगातार कमी आ रही हैं.कोविड-19 के नियमों का पालन करने के साथ ही आरटीपीसीआर की नेगेटिव रिपोर्ट या फिर वैक्सीनेशन की दोनों डोज लगने की रिपोर्ट अनिवार्य होगी।