Sunday, June 8, 2025
Home Blog Page 1346

दिल्ली सरकार ने पद्म पुरस्कारों के लिए केंद्र को भेजी सिफारिश

0

नई दिल्ली, (आरएनएस)। दिल्ली सरकार ने स्वास्थ्यकर्मियों के सम्मान में बड़ा फैसला लिया है। इस बार सरकार देश के सर्वोच्च पुरस्कार के लिए तीन डॉक्टरों के नाम केंद्र सरकार के पास भेजे हैं। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बताया कि हमारे पास 9,427 लोगों के नामों के सुझाव मिले थे।

केजरीवाल ने बताया कि डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया के नेतृत्व वाली हमारी कमेटी ने पद्म पुरस्कारों के लिए तीन डॉक्टरों- आईएलबीएस से डॉ. एसके सरीन, एलएनजेपी से डॉ. सुरेश कुमार और मैक्स अस्पताल से डॉ. संदीप बुद्धिराजा के नामों को चयनित किया है।  बता दें कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पहले ही इस बात का एलान कर दिया था कि दिल्ली सरकार पद्म भूषण, पद्म विभूषण और पद्मश्री अवार्ड के लिए जिनके नाम केंद्र को भेजेगी, वह नाम दिल्ली की जनता बताएगी।

दिल्ली का कोई भी नागरिक padmaawards.delhi@gmail.com पर पूरी जानकारी के साथ किसी भी डॉक्टर या स्वास्थ्यकर्मी का नाम 15 अगस्त तक भेज सकता है। इसे लेकर उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की अध्यक्षता में सर्च एंड स्क्रीनिंग कमेटी भी बनाई गई थी। मुख्यमंत्री ने मीडिया से बातचीत में यह भी कहा था कि दिल्ली सरकार पूरे देश में अकेली सरकार है, जिसने कोरोना काल में लोगों की सेवा करते-करते शहीद हुए स्वास्थ्यकर्मियों और फ्रंटलाइन वर्कर्स के परिवारों को एक-एक करोड़ रुपये की सम्मान राशि दी है।

 

कलयुगी भतीजे का कारानामा : विश्वास जगाकर सगी चाची से तीन साल तक किया दुष्कर्म, बैंक खाते में भी किया हाथ साफ

0

काशीपुर, यूएस नगर से एक ऐसी खबर आ रही है कि जिसे सुनकर सभी सन्न रह जायेंगे, जनपद के कुंडेश्वरी क्षेत्र में एक कलयुगी भतीजे ने सगी चाची को विश्वास में लेकर दुष्कर्म करने के बाद धोखाधड़ी से उसके खाते से नकदी निकालने का मामला सामने आया है। इतना ही नहीं कलयुगी भतीजे ने मुंह खोलने पर चाची को जान से मारने की धमकी दी। जब पीड़िता भतीजे की इस हरकत से तंग आ गयी तो उसने मामले की शिकायत मुख्यमंत्री पोर्टल पर की, जिसके बाद पुलिस ने आरोपी के खिलाफ विभिन्न धाराओं में अभियोग पंजीकृत करते हुए उसकी गिरफ्तारी के प्रयास शुरू कर दिए हैं।

प्राप्त जानकारी के अनुसार पीड़ित ने पुलिस को दी तहरीर में कुंडेश्वरी क्षेत्र निवासी एक महिला ने बताया कि वर्ष 2016 की 4 जुलाई को उसके पति की मृत्यु हो गई। उसके तीन बच्चे हैं। पति की मृत्यु के बाद जेठ नेपाल सिंह के पुत्र प्रदीप का घर आना जाना हो गया। इस दौरान भतीजे ने चाची को विश्वास में लेकर उसके साथ शारीरिक संबंध स्थापित कर लिए। प्रदीप चाची के बैंक का सभी काम खुद किया करता था।

कलयुगी भतीजे ने चाची के बैंक की चेक बुक व एटीएम कार्ड वगैरह अपने पास ले लिए। वह चाची से जरूरी दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करा लेता था। बैंक सेवा एटीएम के सहारे लगातार नगदी भी निकलता रहा।पीड़िता का आरोप है कि लगभग 1 माह पूर्व जब उसके खाते में रुपए नहीं बचे तो प्रदीप ने उसके पास आना बंद कर दिया। पीड़िता द्वारा बैंक से जानकारी लेने पर पता चला कि उसके खाते से तमाम नकदी निकाल ली गई है। बीते 30 मई को जब पीड़िता ने इस बारे में भतीजे से जानकारी लेने का प्रयास किया तो वह आग बबूला हो गया और उसने मुंह खोलने पर जान से मारने की धमकी दे डाली।

पीड़िता का आरोप है कि घटना के तत्काल बाद वह न्याय की गुहार लगाने कुंडेश्वरी चौकी पहुंची लेकिन पुलिस ने उसकी शिकायत नहीं सुनी। थक हार कर पीड़ित ने मामले की शिकायत मुख्यमंत्री पोर्टल पर की। घटना का संज्ञान लेते हुए पुलिस को उक्त मामले में आरोपी के विरुद्ध केस दर्ज करने के निर्देश दिए गए। इसी पर हरकत में आई पुलिस ने आरोपी के खिलाफ विभिन्न धाराओं में अभियोग पंजीकृत करते हुए उसकी गिरफ्तारी के प्रयास शुरू किए हैं।

अधिशासी अभियंता के ऑफिस में घुसकर ताना तमंचा, टेंडर निरस्त करने का बनाया दबाव

0

विकासनगर, पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों पर हर समय कभी ठेकेदार का दबाव तो कभी जनता का दबाव आये दिन बना रहता है, पर अगर कोई पीडब्ल्यूडी ऑफिस में आये और अधिकारियों पर तमंचा तानकर धमकी दे जाय और अभी तक उसकी गिरफ्तारी नहीं हो पायी, अब आरोपी की गिरफ्तारी की मांग को लेकर शनिवार को अधिकारियों और कर्मचारियों ने कार्य बहिष्कार किया। कर्मचारियों ने कहा कि कार्यालय पर लगा ताला आरोपी गिरफ्तारी के बाद ही खुलेगा। घटना के चौबीस घंटे बाद भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं होने से कर्मचारियों में रोष है। उत्तराखंड डिप्लोमा इंजीनियर्स एसोसिएशन ने लोनिवि मंत्री को ज्ञापन प्रेषित कर जल्द कार्रवाही की मांग की है।

शुक्रवार को तारली गांव निवासी एक युवक तमंचा लेकर लोनिवि कार्यालय में अधिशासी अभियंता के कक्ष में घुस गया था। युवक ने अधिशासी अभियंता पर तमंचा तानकर टेंडर निरस्त करने का दबाव बनाया, जिसके बाद कार्यालय में हड़कंप मच गया। कर्मचारियों ने किसी तरह युवक को काबू में कर उसे कार्यालय से बाहर किया। घटना से दहशत में आए लोनिवि अधिकारियों और कर्मचारियों ने उप जिलाधिकारी कालसी को तहरीर देकर आरोपी युवक की गिरफ्तारी की मांग की। अधिशासी अभियंता डीपी सिंह, सहायक अभियंता आरसी शर्मा ने बताया कि घटना के चौबीस घंटे से अधिक समय बीत जाने के बावजूद आरोपी युवक को गिरफ्तार नहीं किया गया है,

जिससे सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को अपनी सुरक्षा के प्रति चिन्तित हैं और आरोपी की गिरफ्तारी नहीं होने से ऐसी घटनाओं के दुबारा होने की आशंका बनी रहेगी। उन्होंने बताया कि सभी कर्मचारियों ने निर्णय लिया है कि जब तक आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हो जाती तब तक कार्यालय पर ताला लटका रहेगा। उधर, राजस्व उप निरीक्षक सुखदेव जिनाटा ने बताया कि आरोपी को पकड़ने के लिए राजस्व पुलिस की टीम संभावित ठिकानों पर दबिश दी जा रही है।

सरलीकरण, समाधान और निस्तारण पर होगा सरकार का फोकस : सीएम पुष्कर सिंह धामी

0

– विकास की धारा को समाज के अंतिम छोर तक पहुंचाना है सरकार का लक्ष्य

– मुख्यमंत्री बोले : सामूहिक सहभागिता से दूर होगी बेरोजगारी की समस्या

देहरादून। समग्र विकास के लिए ‘सतत विकास लक्ष्य’ पर सदन में चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री  पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि राज्य सरकार विकास की धारा को समाज के अंतिम छोर तक पहुंचाने के अभियान पर चल रही है। इसके लिए सरकार ने तीन बिंदु निर्धारित किये हैं जो सरलीकरण, समाधान और निस्तारण हैं। सतत विकास लक्ष्य पर सदन में स्वस्थ परिचर्चा करवाने के लिए उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष श्री प्रेमचन्द अग्रवाल का आभार जताया। उन्होंने कहा कि परिचर्चा में भाग लेने के लिए सदस्यों में काफी उत्साह दिखा। उनकी ओर से कई महत्त्वपूर्ण सुझाव मिले जिन्हें सरकार भविष्य में अमल में लाएगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कई बार यह देखने में आता है कि सरकारी प्रक्रिया जटिल होने से जनहित के काम प्रभावित हो जाते हैं। पत्रावलियां अनावश्यक रूप से सिस्टम में घूमती रहती हैं। आगे ऐसा न हो इसके लिए जनहित और विकास से जुड़े मामलों में प्रक्रिया को सरल बनाया जाएगा। उसके बाद उनका समाधान ढूंढा जायेगा और फिर तत्काल उसका निस्तारण किया जायेगा। इस बात पर ध्यान दिया जा रहा है कि जो अधिकारी जिस काम के लिए है वो अपने स्तर से ही उसे पूरा करे, इसके लिए उसकी जवाबदेही तय की जाएगी। किसी भी कीमत पर प्रकरणों को लंबित नहीं रहने दिया जायेगा। सरकार का ‘नो पेंडेंसी’ पर फोकस रहेगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व और दिशानिर्देशन में हमारे देश ने कोरोना के खिलाफ मजबूती से जंग लड़ी। इस चुनौती से लड़ते वक्त देश कई मामलों में आत्मनिर्भरता की ओर आगे बढ़ा। पीपीई किट, ऑक्सीजन कंसंट्रेटर और मास्क व तमाम जीवन रक्षक दवाओं के निर्माण में हमने लंबी लकीर खींची है। देश में दुनिया का सबसे बड़ा वेक्सिनेशन अभियान चल रहा है। उत्तराखण्ड में भी यह अभियान सफलतापूर्वक लक्ष्य की ओर बढ़ रहा है। प्रधानमंत्री जी से इस संबंध में मैंने आग्रह किया था तो उसके बाद उत्तराखण्ड को इस माह अब तक 20 लाख टीके मिल चुके हैं। जबकि पहले हमको 5–6 लाख टीके प्रति माह मिलते थे। इस गति से हम आगामी दिसंबर माह तक पूरे राज्य में टीकाकरण अभियान को 100 फीसद पूरा कर लेंगे। उन्होंने कहा कि गरीब कल्याण योजना के तहत लंबे समय से करोड़ों लोगों को मुफ्त राशन मुहैया करवाया जा रहा है। सरकार की यह उपलब्धि तब है कि जब कुछ पड़ोसी देश सीमा पर अशांति फैलाने के असफल प्रयास जारी रखे हुए हैं।

सामूहिक सहभागिता से दूर होगी बेरोजगारी की समस्या

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि सरकार की तरफ से वर्तमान में लगभग 22 हजार से ज़्यादा सरकारी पदों पर भर्ती प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में बेरोजगारी की समस्या सामूहिक सहभागिता से ही हल हो सकेगी जिसके लिए हमें स्वरोजगार की तरफ भी रुख करना होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वरोजगार के लिए बहुत सी योजना राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही हैं लिहाजा युवाओं को इसके लिए प्रोत्साहित करना होगा।

दून- दिल्ली एलिवेटेड रोड के लिए 12000 करोड़ स्वीकृत

मुख्यमंत्री ने कहा कि चारधाम यात्रा मार्ग समेत तमाम सड़कों का कार्य प्रदेश में तेजी से चल रहा है। देहरादून से दिल्ली की दूरी आने वाले समय में महज 2 घंटे में पूरी हो जाएगी, इसके लिए एलिवेटेड रोड बनकर तैयार हो जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि इसके लिए 12000 करोड़ रुपए की स्वीकृति हो चुकी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि बरसात कम होने के बाद आगामी 15 सितंबर से प्रदेश में सड़कों को गड्ढा मुक्त करने का लेकर विशेष अभियान चलाया जाएगा।सड़कों की मरम्मत के लिए अधिकारियों को पहले ही DPR तैयार करने के निर्देश दे दिए हैं।

बदरीनाथ धाम के लिए 250 करोड़ की व्यवस्था

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने केदारनाथ धाम के विकास को लेकर हो रहे पुनर्निर्माण कार्यों के बारे में कहा कि केदारपुरी में पुनर्निर्माण का काम तेजी से चल रहा है। इसके साथ ही बदरीनाथ धाम के लिए 250 करोड़ रुपए सीएसआर के माध्यम से प्राप्त हो चुके हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि बदरीनाथ धाम का निर्माण कार्य सबसे दक्ष निर्माण एजेंसी को दिया जाएगा।

पूरे होंगे सभी कार्य

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि सरकार द्वारा जो घोषणाएं की गई हैं उनका शिलान्यास भी किया जाएगा और समय व तरीके से वह काम पूरे भी होंगे। उन्होंने कहा कि जो भी घोषणाएं सरकार के स्तर पर की जा रही हैं उनका लोकार्पण जल्द से जल्द किया जाए सरकार इसके लिए प्रतिबद्ध है।

करोड़ों के पेकेज से दी राहत

मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना काल में कई लोगों की आजीविका प्रभावित हुई है। राज्य सरकार ने पर्यटन, परिवहन कारोबार से जुड़े व्यवसायों को 200 करोड़, आजीविका मिशन व महिला स्वयं सहायता समूहों को 118 करोड़ के आर्थिक पैकेज जारी कर राहत पहुंचाई है। समूह ख व ग की नौकरियों के आवेदन के लिए आयु सीमा में एक वर्ष की छूट प्रदान की गई है।

आफत की बारिश जनजीवन हुआ अस्त व्यस्त, गलोगी धार में लगातार मलवा गिरने से लग रहा जाम

0

मसूरी। पर्यटन नगरी मसूरी में गलोगी धार भूस्खलन नासूर बन गया है तथा लगातार मलवा आने से दुर्घटनाएं भी होने लगी है। मसूरी देहरादून मार्ग पर गलोगी धार के पास भूस्खलन होने से कई किलोमीटर लंबा जाम लग रहा है, जिससे स्थानीय लोगों के साथ ही पर्यटकों के वाहन भी फंसे रहे हैं। ऐसे में जान माल को खतरा पैदा हो गया है। गलोगी में हो रहे भूस्खलन पर पूर्व विधायक जोत सिंह गुनसोला ने कहा कि मसूरी देहरादून मार्ग के अलावा वैकल्पिक मार्ग की भी अति आवश्यकता है। ताकि लोगों को परेशानी से बचाया जा सके।

उन्होंने कहा कि उनके कार्यकाल में किमाड़ी मोटर मार्ग का निर्माण करवाया गया था जो आज रख रखाव के अभाव में खस्ताहाल हो चुका है और जिस पर अभी तक कोई कार्य नहीं किया गया। उन्होंने पालिका पर भी निशाना साधते हुए कहा कि झड़ी पानी कोलू खेत मार्ग भी वैकल्पिक मार्ग के रूप में अपनाया जा सकता था लेकिन पालिका की लापरवाही के चलते यह मार्ग भी आज जीर्ण शीर्ण अवस्था में है। उन्होंने कहा कि मसूरी देहरादून मार्ग पर विभाग की लापरवाही से लगातार भूस्खलन हो रहा है क्योंकि मार्ग चौड़ीकरण के नाम पर बड़े-बड़े पहाड़ों को काट दिया गया है।

वही गुजरात से आए पर्यटक ने बताया कि वह लगभग 1 घंटे से जाम में फंसे हुए हैं उन्हें बताया गया है कि पहाड़ी से लगातार मलबा आने के कारण यातायात रोका गया है। उन्होंने पुलिस कर्मियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि पुलिस प्रशासन लगातार घटना पर नजर बनाए हुए हैं और पर्यटकों के सुविधा को देखते हुए कार्य कर रही है। दिल्ली से आए पर्यटक ने बताया कि बरसात के समय पहाड़ों में लगातार पत्थर और पहाड़ी गिरने का भय बना होता है लेकिन प्रशासन पूरी तरह से काम कर रहा है और मार्ग को यातायात के लिए खोला जा रहा है। मालूम हो कि ़ऋषिकेश रानी पोखरी का पुल टूटने व ऋषिकेश नरेंद्र नगर मार्ग बंद होने के बाद टिहरी, उत्तरकाशी, पौड़ी श्रीनगर जाने वाले वाहन मसूरी मार्ग से होकर गुजर रहे हैं जिसके कारण इस मार्ग पर वाहनों की आवाजाही बढ़ गई है जिससे बहुत लंबा जाम लग रहा है। यह जाम मसूरी टिहरी बाई पास पर भी लग रहा है जिससे लोगों को परेशानी उठानी पड़ रही है।

मसूरी घूमने आई महिला पर्यटक की हार्ट अटैक से मौत

0

मसूरी। लाइब्रेरी स्थित एक होटल में एक महिला पर्यटक की मौत हो गई। जिसकी सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची व शव को कब्जे में लेकर पंचनामा किया व पोस्ट मार्टम हेतु भेज दिया। लाइब्रेरी स्थित होटल विष्णु पैलेस में मुकीम पुरा दिल्ली से एक पर्यटक परिवार घूमने आया था, जिसमें पारूल बंसल पत्नी की रात में मृत्यु हो गई। जब सुबह उन्हें जगाया गया तो वह नहीं उठी जिस पर परिजनों ने 108 को बुलाया जिस पर उन्होंने बताया कि महिला की मौत तीन चार घंटे पूर्व हो चुकी है।

इस पर पुलिस को सूचना दी गई व मौके पर एसआई प्रमोद कुमार मय फोर्स पहुंचे व शव को कब्जे में लेकर पोस्ट मार्टम के लिए भेज दिया वहीं दिल्ली से महिला के पति व पुत्र को सूचना दे दी जो मसूरी के लिए निकल गये हैं। होटल स्वामी रामकुमार ने बताया कि दिल्ली से आई महिला पर्यटक अपनी बहन, भाई व भागी के साथ मसूरी घूमने आये थे तथा इन्हें यहां पांच दिन हो गये थे और आज उन्हें चेकआउट करना था व उन्हांेने दिल्ली से अपनी गाड़ी भी मंगा ली थी जो मसूरी पहुंच गई थी, प्रातः जब महिला पारूल को उठाया गया तो वह नहीं उठी व उसकी मौत हो गई। एसआई प्रमोद कुमार ने बताया कि प्रथम दृश्टा मौत का कारण हार्ट अटैक है जिससे उनकी मौत हो गई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है व परिजनो को सूचना दे दी गई है।

मैक्स हॉस्पिटल, देहरादून ने थोरैसिक सर्जरी ओपीडी का शुभारंभ कर अपनी चिकित्सा विशेषज्ञता को दिया नया आयाम

0

देहरादून,  प्रमुख स्वास्थ्य सेवा प्रदाता मैक्स सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल, देहरादून ने आज थोरैसिक सर्जरी ओपीडी शुरू की। इस थोरैसिक सर्जरी ओपीडी का शुभारंभ प्रमुख स्वास्थ्य सेवा प्रदाता मैक्स हास्पीटल की ओर से मरीजों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं सुलभ कराने के उद्देश्य से किया गया है। इस ओपीडी में फेफड़ों, छाती की दीवार, मीडियास्टिनम और एसोफेगस की सर्जरी जैसी स्थितियों के लिए विशेषज्ञ सलाह और उपचार प्रदान किया जाएगा।

मैक्स हॉस्पिटल ने इस ओपीडी को अपने देहरादून हॉस्पिटल में शुरू करने का फैसला किया क्योंकि देश के उत्तरी हिस्से में कोविड से संबंधित फेफड़ों के संक्रमण और कोविड के बाद की जटिलताओं के मामलों में वृद्धि देखी जा रही है। चूंकि श्लेष्मा झिल्ली और श्वसन मार्ग पर वायरस का घातक प्रभाव पड़ता है,जिसके कारण फेफड़ों में सूजन पैदा हो सकती है, फेफड़ों में तरल भर सकता है और कुछ मामलों में ऊतक को गंभीर क्षति भी हो सकती है जिसमें रोगियों को फेफड़े के प्रत्यारोपण की आवश्यकता हो सकती है।

ओपीडी की स्थापना मैक्स सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल, वैशाली के थोरैसिक एंड रोबोटिक थोरैसिक सर्जरी के निदेशक और प्रमुख सर्जन डॉ प्रमोज जिंदल ने किया। डॉ जिंदल भारत के कुछ प्रशिक्षित थोरैसिक और थोरैसिक ऑन्को-सर्जन (कैंसर सर्जन) में से एक हैं। वह 15 वर्षों से अधिक समय से थोरैसिक सर्जरी की प्रैक्टिस कर रहे हैं और उन्होंने दुनिया के विभिन्न प्रमुख थोरैसिक सर्जिकल केंद्रों में प्रशिक्षण लिया है। वह कंसल्टेशन के लिए हर महीने के दूसरे मंगलवार और चौथे शुक्रवार को मैक्स हॉस्पिटल, देहरादून में ओपीडी आयोजित करेंगे।

ओेपीडी के शुभारंभ के अवसर पर, डॉ प्रमोज जिंदल ने कहा, “ग्लोबैकन 2020 द्वारा जारी एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत में विभिन्न प्रकार के कैंसर में फेफड़ों का कैंसर समग्र रूप से चौथे स्थान पर है। एक आम धारणा है कि चौथे चरण में फेफड़ों के कैंसर के निदान के बाद, रोगी केवल कुछ महीने ही जीवित रह पाता है, लेकिन उपचार की तकनीक में प्रगति के साथ, यह धारणा बदलने लगी है। अत्याधुनिक डायग्नोस्टिक विधियों की मदद से फेफड़ों के कैंसर के लक्षणों का प्रारंभिक अवस्था में ही पता लगाया जा सकता है। फेफड़े हमारे सबसे संवेदनशील अंग हैं, और वे बहुत जल्दी संक्रमित भी हो जाते हैं। इसलिए अगर हमें सांस की समस्या है तो हमें नियमित रूप से अपने फेफड़ों की जांच करानी चाहिए। देर से उपचार कराने से न केवल उपचार के परिणाम प्रभावित होते हैं, बल्कि रोगी के जीवन की गुणवत्ता और जीवित रहने की दर के भी प्रतिकूल परिणाम हो सकते हैं।“

देहरादून में इस ओपीडी सेवा के शुरू होने से मैक्स हॉस्पिटल इस शहर और आसपास के क्षेत्र में अधिक मरीजों की सेवा कर सकेगा। इस ओपीडी सेवा के शुरू होने पर मैक्स हॉस्पिटल में 28 तारीक को श्वास नाली एवं छाती से सम्बंधित रोगो का निशुल्क जांच शिविर भी लगाया गया। अस्पताल ने पहले ही अपनी अत्याधुनिक तकनीक और बेहतरीन चिकित्सा और शल्य चिकित्सा कौशल के मिश्रण के साथ एक तृतीयक देखभाल सुविधा के रूप में खुद को स्थापित कर लिया है। उनका ध्यान हमेशा दूसरे शहरों में लोगों के लिए सेवाएं उपलब्ध कराने पर रहा है ताकि रोगियों को स्वास्थ्य सेवाएं मिल सके और इस तरह उनके जीवन की गुणवत्ता बेहतर हो सके। सभी सर्जरी मैक्स हॉस्पिटल, देहरादून में की जाएंगी, जबकि ओपीडी में मरीजों को परामर्श और चिकित्सा सलाह के साथ-साथ ऑपरेशन से पहले और बाद में देखभाल की सुविधा प्रदान की जाएगी।

मैक्स सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल, देहरादून के वाइस प्रेसिडेंट (ऑपरेशंस) और यूनिट हेड डॉ संदीप सिंह तंवर ने कहा, “मैक्स सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल में, हमारा प्रयास आम आदमी को फेफड़ों से संबंधित समस्याओं से संबंधित प्रासंगिक जानकारी उपलब्ध कराना है, जिसमें कोविड के असर के कारण बाद में होने वाली समस्याएं भी शामिल हैं। बड़े महानगरों के बाहर के मरीजों को विश्व स्तरीय थोरैसिक सर्जरी का लाभ उठाने में मुश्किल होती है और उन्हें अक्सर लंबी दूरी की यात्रा में भारी खर्च उठाना पड़ता है। इसके अलावा, ऐसे मामलों के इलाज में समय महत्वपूर्ण है ताकि फेफड़ों को और अधिक नुकसान होने से रोका जा सके। यह ओपीडी शहर में मरीजों को उनके दरवाजे पर विश्व स्तरीय उपचार समाधान प्रदान करके देहरादून हॉस्पिटल के स्वास्थ्य संबंधी बुनियादी ढांचे के लिए और अधिक मूल्यवान होने जा रहा है।“

अफगानिस्तान से श्री गुरु ग्रंथ साहिब का स्वरूप सुरक्षित भारत पहुंचा, गुरूद्वारों के प्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री और पीएम का धन्यवाद ज्ञापित किया

0

देहरादून, गुरूद्वारों के अध्यक्ष और प्रतिनिधियों ने विधानसभा स्थित मुख्यमंत्री कार्यालय सभागार में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से भेंट की। आज शनिवार को उन्होंने अफगानिस्तान से श्री गुरु ग्रंथ साहिब के स्वरूप को सुरक्षित भारत पहुंचाए जाने पर मुख्यमंत्री के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को धन्यवाद ज्ञापित किया। कहा कि प्रधानमंत्री ने सिक्ख समाज का मान बढाया है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री के विधानसभा कार्यालय में पहली बार अरदास सम्पन्न की गई और कढाह प्रसाद बांटा गया। मुख्यमंत्री को शाल और कृपाण भी भेंट की गई।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में दुनिया में देश का मान बढा है। अफगानिस्तान से भारतीयों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित की जा रही है। उत्तराखंड के लोगों को वहां से सुरक्षित लाने के लिए राज्य सरकार विदेश मंत्रालय के संपर्क में है। बहुत से लोग वापस लाए जा चुके हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि वे हर पल सिख समाज के साथ हैं। जब भी जरूरत होगी, उन्हें अपने साथ पाएंगे।
इस अवसर पर विधायक राजेश शुक्ला, उत्तराखंड सिख विकास परिषद के अध्यक्ष बलजीत सोनी, गुरु सिंह सभा के अध्यक्ष गुरबक्श सिंह, गुलजार सिंह, गुरप्रीत सिंह, सुरेंद्र बत्रा, जगमिंदर सिंह छाबडा, चरणजीत सिंह, सेवा सिंह मठारू सहित अन्य उपस्थित थे।

प्रसिद्ध विचारक गोविंदाचार्य ने डाकपत्थर में यमुना आरती के बाद यमुना दर्शन यात्रा की हुई शुरूआत

0

देहरादून (विकासनगर), प्रसिद्ध विचारक व राष्ट्रीय स्वाभिमान आंदोलन के संस्थापक केएन गोविंदाचार्य ने डाकपत्थर में यमुना आरती कर यमुना दर्शन यात्रा की शुरूआत की। जगह जगह आपदा की वजह से यात्रा को उत्तराखंड के कई शहरों से लोकर जाना था, लेकिन प्राकृतिक आपदा की वजह से जगह जगह रास्ते बंद होने की वजह से डाकपत्थर से चली यात्रा हिमाचल के पांवटा साहिब होकर दिल्ली जा रही है। विचारक गोविंदाचार्य ने कहा कि प्रकृति केंद्रित विकास की ही वर्तमान में जरूरत है। उन्होंने पांवटा साहिब गुरुद्वारे में मत्था टेका। यात्रा के दौरान जनसंवाद किया जा रहा है। प्रसिद्ध विचारक ने कहा कि प्रकृति केंद्रित विकास के लिए साहस व साधन भी है, केवल शासन व प्रशासन में बैठे हुए जिम्मेदारों को इस बात पर विश्वास कर उसी अनुसार योजनाएं बनानी हैं। आत्मनिर्भर भारत रामराज्य की अवधारणा पर खड़ा हो, इसमें सरकारी व गैर सरकारी संस्थाओं का क्या रोल हो सकता है, इसके लिए वे यमुना दर्शन व अध्ययन यात्रा पर निकाल रहे हैं।

प्रसिद्ध विचारक गोविंदाचार्य को यमुना दर्शन यात्रा यमुनोत्री हिमालय से शुरू करनी थी, लेकिन भूस्खलन की वजह से मार्ग बंद होने पर विकासनगर के डाकपत्थर से यात्रा का शुभारंभ किया। यात्रा 14 सितंबर को प्रयागराज में संपन्न होगी। राष्ट्रीय स्वाभिमान आंदोलन के संस्थापक केएन गोविंदाचार्य ने बताया कि यात्रा पूरी होने पर वह अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंपेंगे।

यात्रा के दौरान उनके साथ स्वाभिमान आंदोलन के संगठन मंत्री बसवराज पाटिल, संयोजक पवन श्रीवास्तव, मुख्य समन्वयक यात्रा जीवकांत झा, कार्यक्रम समन्वयक मंटू तिवारी, प्रेस समन्वयक विवेक त्यागी, अजय सिंह आदि थे।

दिनदहाड़े युवक को घर में घुसकर मारी गोली, अस्पताल में भर्ती, पुलिस जांच में जुटी

0

देहरादून, विकासनगर कोतवाली अंतर्गत जीवनगढ़ में बाइक सवार तीन बदमाशों ने एक युवक को गोली मारकर गंभीर घायल करने की खबर है । घायल को एक अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां से उसे हायर सेंटर रेफर कर दिया गया। पुलिस मौके पर मामले की जांच कर रही है।

मिली जानकारी के मुताबिक
डाकपत्थर चौकी अंतर्गत जीवनगढ़ के कश्यप मोहल्ले में पंकज बहल(29 पुत्र) वीरेंद्र सिंह अपने घर पर था। दोपहर में बाइक सवार तीन बदमाश उसके घर पर आए, किसी बात को लेकर पंकज की बाइक सवारों से बहस हो गयी। दोनों पक्षों में खींचातानी भी हुई, इसी बीच बाइक सवार बदमाशों ने तमंचे से पंकज के ऊपर फायर झोंक दिया। गोली पेट में लगने से पंकज गंभीर घायल हो गया, जिसके बाद बदमाश बाइक पर सवार होकर फरार हो गए।

सूचना मिलने पर सीओ वीडी उनियाल, कोतवाल प्रदीप बिष्ट, एसएसआइ कुलवंत सिंह, चौकी इंचार्ज हिमानी चौधरी मय पुलिस बल के मौके पर पहुंचे। तब तक स्वजन गंभीर घायल को कालिंदी अस्पताल में भर्ती करा चुके थे। पुलिस ने पूरे घटनाक्रम की जानकारी लेकर आसपास क्षेत्र के सीसीटीवी कैमरे खंगाले। आरोपितों का सुराग लगाने को पुलिस टीम जगह जगह दबिश दे रही है। एसएसआई कुलवंत सिंह के अनुसार घटना की जांच की जा रही है, यह पता किया जा रहा है कि किस वजह से गोली मारी गई।