देहरादून, इस उत्तराखंड राज्य से बड़ी खबर है कि राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने आज बुधवार को पद से इस्तीफा दे दिया है। राज्यपाल ने अपना इस्तीफा राष्ट्रपति को भेजा गया है। बता दें कि दो दिन पहले बेबी रानी मौर्य ने नई दिल्ली में गृह मंत्री अमित शाह के साथ मुलाकात की थी। इसके बाद से उनके इस्तीफा देने की चर्चाएं तेज हो गईं थी। माना जा रहा है कि यूपी में राज्यपाल बेबी रानी मौर्य सक्रिय राजनीति में फिर से वापसी कर सकती हैं। राज्यपाल के इस्तीफे से राजनैतिक गलियारों में तपिश बढ़ गयी |
बूथ स्तरीय त्रिशक्ति सम्मेलन एंव जनता संग संवाद कार्यक्रम का हुआ आयोजन
(रितेश पाण्डेय ) रुद्रप्रयाग, भरदार क्षेत्र के घैंघडखाल में तिलवाडा सुमाडी मंडल के अन्तर्गत त्रिशक्ति सम्मेलन के माध्यम से 37 बूथों के बूथ कार्यकर्ताओं, प्रबुद्धजनों, मातृशक्ति युवा साथियों से संवाद किया। भरदार क्षेत्र में साढे चार में किये जा रहे कार्यों का जानकारी से अवगत कराया जिसमें वर्तमान में भरदार क्षेत्र में 30 करोड से ज्यादा की लागत से सड़कों का कार्य गतिमान है। इसके साथ ही लम्बे समय से लम्बित भरदार पेयजल योजना का 13 करोड की लागत से फेज वन का कार्य अन्तिम चरण में है, जिसमें 10 ग्राम पंचायतों में पानी का संचालन शुरु हो चुका है। शीध्र ही अन्य ग्राम पंचायतों में शुरू होगा। संचार सेवा से हर क्षेत्र जुडे इसके लिए क्षेत्र में 2 नेटवर्क स्वीकृत कराये गये। सौंदा भरदार में निर्माधीन टावर कार्य सितम्बर माह तक पूर्ण हो जाएगा। इसके साथ ही भरदार क्षेत्र जवाडी में निर्माणाधीन राजकीय महा विद्यालय कार्य अंतिम चरण में है। विधायक निधि से विभिन्न विकास योजनाओं के लिए 32 ग्राम पंचायत और उसके अन्तर्गत आने वाले हाईस्कूल व इंटर_कालेज को 3 करोड तक धनराशि अभी तक विभिन्न कार्यों हेतु प्रदान की गई। जल्द क्षेत्र के जिन सडकों की वन स्वीकृति प्रदान हुई है, उन पर निर्माण कार्य प्रारंभ होगा। इसके साथ ही सरकार की विभिन्न विकास योजनाओं की जानकारी से सभी को अवगत कराया गया। तथा कार्यकताओं की समस्याओं को सुना और पार्टी के वरिष्ठ, निष्ठावान, युवा कार्यकताओं को सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में भाजपा जिलाध्यक्ष दिनेश उनियाल जी, विधानसभा प्रभारी शकुंतला जगवाण जी, बाल सरक्षंण आयोग के सदस्य वाचस्पति सेमवाल जी, चमोली जिला प्रभारी एंव पूर्व जिलाध्यक्ष विजय कप्रवान जी, अध्यक्ष महिला मोर्चा श्रीमती कुंवरि बर्त्वाल जी, अध्यक्ष अनु0 मोर्चा जिलाध्यक्ष कुंवर लाल,जिला महामंत्री श्री विक्रम कंडारी जी,जिला पंचायत सदस्य श्री भारत भूषण भट्ट जी, मंडल अध्यक्ष सुमाड़ी श्री कुलवीर रावत जी, नगर मंडल अध्यक्ष श्री सुरेन्द्र रावत जी, महिला मोर्चा महामंत्री सुमन जमलोकी जी, पूर्व जिला मीडिया प्रभारी ओम प्रकाश बहुगुणा जी, पूर्व मंडल अध्यक्ष दीपराज बंगारी जी, पूर्व मंडल अध्यक्ष अमित रावत जी, मंडल उपाध्यक्ष शंकर सिंह राणा जी, पूर्व महिला मोर्चा अध्यक्ष शशि नौटियाल जी, महिला मोर्चा मंडल अध्यक्ष रीना रावत जी,सभासद तिलवाडा ऊषा भट्ट जी, भाजपा के वरिष्ठ कार्यकर्ता, दिलवर राणा जी, कमल सिंह रावत जी, जयेन्द्र नेगी जी, सुरवीर रौंतेला जी, गुमान सिंह पवार जी, दीपक पंवार जी, दिगपाल राणा जी,नगर महामंत्री भूपेंद्र बिष्ट जी एवं श्री दिगम्बर रामल्वाण जी पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष आशीष कप्रवाण जी, प्रधान घैंघडखाल गुड्डी देवी जी, क्षेत्र पंचायत घैंघडखाल सुमन पंवार जी, प्रधान सौंराखाल हेमराज पुंडीर जी, प्रधान सिलगाँव कमल जी, प्रधान दरमोला संत कुमार जी, प्रधान क्वीला सुनीता देवी जी, प्रधान भ्यूंता मनीष जोशी जी,पूर्व प्रधान बांसी धनाई जी, प्रधान प्रतिनिधि सेमलता दिनेश विष्ट जी प्रधान प्रतिनिधि रौठिया देवराज सिंधवाल जी, क्षेत्र के जनप्रतिनिगण महिलामंदल के अध्यक्ष मातृशक्ति, युवासाथी, पार्टी वरिष्ठ कार्यकर्ता गण समेत समस्त देवतुल्य कार्यकर्ता बन्धु एवं भरदार क्षेत्र की जनता जनार्दन उपस्थित रहे।
कार्यक्रम उपस्थित होने के अपना प्यार सम्मान और आर्शीवाद देने के लिए एंव भारतीय जनता पार्टी के प्रति अपना समर्पण और समर्थन व्यक्त करने के लिए मैं आप सभी भरदार क्षेत्रवासियों का कोटि कोटि धन्यवाद व्यक्त करता हूँ। मैं और हमारी सरकार भरदार क्षेत्र के विकास के लिए समर्पित थी और रहेगी। इस उद्देश से आगे भी निरन्तर विकास कार्य जारी रहेंगे।
सरकार ला रही नए नियम, सड़क पर वाहनों के पों-पों, चों-चों से मिलेगी मुक्ति
नई दिल्ली : गाड़ियों के HORN की आवाज को लेकर एक नया नियम लागू करने की तैयारी में है सरकार। देश की जनता को जल्द गाड़ियों के हॉर्न की कर्कश आवाज से निजात मिलने वाली है. हॉर्न (vehicles horn) की तेज आवाज की जगह भारतीय वाद्य यंत्र की मधुर ध्वनि सुनाई देगी. दरअसल, केंद्रीय सड़क परिवहन राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने हॉर्न की आवाज पर नाराजगी जताते हुए कहा है कि विभाग हॉर्न की आवाज बदलने पर काम कर रहा है. योजना के मद्देनजर दिल्ली में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी (Union Minister Nitin Gadkari) ने अधिकारियों के साथ बैठक की है आने वाले वक्त में इसकी रूपरेखा तैयार कर ली जाएगी.
क्या है नितिन गडकरी की योजना?
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने अधिकारियों के साथ बैठक करके नए नियमों को लेकर रणनीति बनाई है. नितिन गडकरी का कहना है कि आपको जल्द ही गाड़ियों के हॉर्न की कर्कश आवाज से मुक्ति मिल जाएगी.
कैसी होगी हॉर्न की आवाज?
आने वाले दिनों में लोगों को अब चलती हुई सड़क पर वायलिन, बांसुरी, तबले, बिगुल ढोलक की आवाज सुनाई पड़ेगी. केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि आने वाले वक्त में वाहनों के हॉर्न की कर्कश आवाज से मुक्ति मिलेगी. हॉर्न की इरिटेटिंग साउंड की जगह भारतीय संगीत वाद्य यंत्रों की मधुर ध्वनि सुनाई देगी.
आपको बता दें कि पिछले दिनों केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने न्यूज नेशन न्यूज स्टेट के विशेष कार्यक्रम ‘बनारस देखत हौ’ में कहा कि जवाहर लाल नेहरू अटल बिहारी वाजपेयी हिंदुस्तान के दो आदर्श नेता हैं. दोनों कहते थे कि हम हमेशा अपने लोकतांत्रिक मर्यादा का पालन करेंगे. उन्होंने कहा कि इस देश के लोकतंत्र को यशस्वी बनाने के लिए मजबूत विपक्ष की आवश्यकता है. पं. जवाहर लाल नेहरू ने हमेशा अटल बिहारी वाजपेयी का सम्मान किया. मजबूत लोकतंत्र के लिए मजबूत विपक्ष जरूरी है.
गडकरी ने लोकतंत्र की सफलता के लिए विपक्ष को आवश्यक बताते हुए कहा कि लोकतंत्र की गाड़ी अगर ठीक से चले तो सत्तापक्ष के साथ विपक्ष को भी मजबूत होना चाहिए. लोकतंत्र की गाड़ी के दो पहिए हैं-सत्तापक्ष विपक्ष. विपक्ष को मजबूत होना चाहिए सत्तापक्ष पर उसका अंकुश बना रहना चाहिए. उन्होंने कहा कि कांग्रेस को मजबूत विपक्ष बन कर जिम्मेदार विपक्ष की भूमिका निभानी चाहिए. लोकतंत्र के लिए यह आवश्यक है.लोकतंत्र के चारों स्तंभों-विधायिका,कार्यपालिका,न्यायपालिका मीडिया को अपना काम जिम्मेदारी से करने की सलाह देते हुए गडकरी ने कहा कि यदि इसमें से एक भी अंग ठीक से काम नहीं करेगा तो लोकतंत्र ठीक से नहीं चल सकता.
HIGHLIGHTS
नितिन गडकरी ने हॉर्न की आवाज पर जताई नाराजगी
केंद्रीय मंत्री ने अधिकारियों के साथ की बैठक
विभाग गाड़ियों के हॉर्न की आवाज बदलने पर कर रहा काम
परिवर्तन के दौर में भारत के पास नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति भारत के लिए उपयोगी साबित होगी : PM नरेंद्र मोदी
नई दिल्ली, । शिक्षक पर्व के पहले सम्मेलन को संबोधित प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया और उन्होंने भारतीय सांकेतिक भाषा शब्दकोश (श्रवण बाधितो के लिए ऑडियो और पाठ आधारित सांकेतिक ऑडियो किताबें) सीबीएसई की स्कूल गुणवत्ता आश्वासन आकलन रूपरेखा निपुण भारत के लिए निष्ठा शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम और विद्यांजलि पोर्टल का शुभारंभ किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभा को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त करने वाले शिक्षकों को बधाई दी उन्होंने कठिन समय में देश के छात्रों के भविष्य के प्रति शिक्षकों के योगदान की सराहना की उन्होंने कहा कि शिक्षक पर्व के अवसर पर कई नई योजनाएं शुरू की गई है। देश इस समय आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है और आजादी के 100 साल बाद भारत कैसा होगा इसके लिए नए संकल्प ले रहा है। महामारी की चुनौतियों का सामना करने के लिए छात्रों, शिक्षकों और पूछने समुदाय की प्रशंसा करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कठिन समय का मुकाबला करने के लिए विकसित की गई क्षमताओं को और आगे बढ़ाने का आग्रह किया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि यदि हम परिवर्तन के दौर में हैं तो सौभाग्य से हमारे पास आधुनिक और भविष्य की जरूरतों के अनुरूप नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति भी है। प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में जनभागीदारी फिर से भारत का राष्ट्रीय पहचान बनती जा रही है। पिछले छह 7 वर्षों में जनभागीदारी के सामर्थ्य के कारण ही भारत में बहुत ऐसे कार्य हुए जिनकी पहले कल्पना करना भी कठिन लगता था। प्रधानमंत्री ने कहा कि किसी भी देश की प्रगति के लिए शिक्षा न केवल समावेशी होना चाहिए बल्कि समान होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि नेशनल डिजिटल आर्किटेक्चर अर्थात एन डियर शिक्षा में असमानता को खत्म करके उसे आधुनिक बनाने में एक बड़ी भूमिका निभा सकता है देश में टॉकिंग बुक और ऑडियोबुक जैसी तकनीक को शिक्षा का हिस्सा बनाया जा रहा है। भारत के शिक्षक ना केवल किसी वैवाहिक मानक पर खरे उतरे हैं बल्कि उनके पास अपनी विशेष पूंजी भी होती है। उनकी यह विशेष पूंजी विशेष शक्ति उनके भीतर भारतीय संस्कार है।
उड़ विराम महामारी की चुनौतियों का सामना करने के लिए छात्रों शिक्षकों और पूरे शैक्षणिक समुदाय की प्रशंसा करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कठिन समय का मुकाबला करने के लिए विकसित की गई क्षमताओं को और आगे आगे रहा है और आजादी के 100 साल बाद भारत कैसा होगा इसके लिए नए संकल्प दे रहा है
सुप्रीम कोर्ट में हॉकी को राष्ट्रीय खेल घोषित करने वाली याचिका खारिज
नई दिल्ली ,। हॉकी को आधिकारिक रूप से राष्ट्रीय खेल घोषित किए जाने वाली याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई से इंकार कर दिया है। कोर्ट ने याचिका दाखिल करने वाले वकील से कहा है कि आपका उद्देश्य अच्छा हो सकता है, लेकिन हम इस मामले में कुछ नहीं कर सकते न ही ऐसा ओदश दे सकते हैं। कोर्ट ने कहा कि आप चाहें तो सरकार को ज्ञापन दे सकते हैं।
दरअसल, टोक्यो ओलंपिक में महिला और पुरुष हॉकी टीम के बेहतरीन प्रदर्शन के बाद हॉकी को अधिकारिक रूप से राष्ट्रीय खेल घोषित किए जाने की मांग उठने लगी है। इसको लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका भी दाखिल की गई थी। याचिक दाखिल करने वाले वकील विशाल तिवारी ने मांग की थी कि एथेलेटिक्स जैसे खेलों में सुविधाएं बढ़ाई जाएं और हॉकी को राष्ट्रीय खेल घोषित किया जाए। याचिका में कहा गया था कि हॉकी को राष्ट्रीय खेल के रूप में जाना तो जाता ही है, लेकिन उसे अभी तक आधिकारिक रूप से राष्ट्रीय खेल घोषित नहीं किया गया है। हॉकी भारत का गौरव है,जो अपनी पहचान खोता जा रहा है।
कैसे कहलाने लगा हॉकी राष्ट्रीय खेल
1928 से 1956 तक का समय भारतीय हॉकी के लिए स्वर्णकाल कहा जाता है। वैसे तो यह खेल लगभग सभी देशों में खेला जाता है, लेकिन 1928 में भारत हॉकी का विश्व विजेता बना था। वहीं इसके बाद हुए ओलंपिक में भारत ने हॉकी में कई स्वर्ण पदक भी अपने नाम किए। इसी के बाद से हॉकी की लोकप्रियता ऐसी बढ़ी कि इसे भारत का राष्ट्रीय खेल कहा जाने लगा।
विधायक मनोज ने सीएम धामी के सम्मुख रखी तीर्थ पुरोहितों व हक-हकूकधारियों की समस्या
देहरादून, केदारनाथ विधायक मनोज रावत के नेतृत्व में आज चार धाम यात्रा शुरू करने की मांग को लेकर तीर्थ पुरोहित व हक-हकूकधारियों ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात की। उन्होंने अपनी मांग को प्रमुखता से सीएम के सम्मुख रखकर अपनी समस्याओं से अवगत कराया।
इस मौके परम विधायक मनोज रावत ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को एक ज्ञापन भी सौंपा। जिसमें उन्होंने कहा है कि कोरोना की पहली लहर आने पर उत्तराखण्ड के चार धामों के निवासियों और इन धामों से जुड़े हक-हकूकधारियों ने भारी मन के साथ अपनी सदियों पुरानी परंपराओं के साथ समझौता करते हुए सरकारों द्वारा तय करोना प्रोटोकाल का अक्षरश: पालन किया। पहली बार दो सालों से लगातार बाबा केदारनाथ जी की डोली को मोटर वाहन द्वारा उनके धाम पंहुचाया गया।
विधायक मनोज रावत ने तर्क देते हुए कहा है कि वर्तमान में देश और उत्तराखण्ड के सभी तीर्थ और पर्यटक स्थल श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए खोल दिए गए हैं, ऐसे में उत्तराखण्ड के चारों धामों को दर्शनार्थियों के लिए न खोले जाने का निर्णय किसी भी तर्क की कसौटी पर खरा नहीं उतर रहा है।
ये चार धाम न केवल यहां के निवासियों की, बल्कि पूरे राज्य की अर्थव्यवस्था का प्रमुख आधार हैं। चार धाम यात्रा न खुलने से हरिद्वार ऋषिकेश- हल्द्वानी- रामनगर से लेकर चारों धामों तक के व्यवसायी आर्थिक रूप से बर्बाद हो गए हैं। कई व्यवसायिक प्रतिष्ठान बिकने की कगार पर हैं।
विधायक मनोज रावत ने चारों धामों से जुड़े हक-हकूकधारियों, सभी प्रकार के व्यवसायियों तथा दुनिया भर के हिन्दू धर्मावलंबियों की ओर से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से अनुरोध करते हुए कहा है कि अतिशीघ्र चारों धामों के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोलने का निर्णय लिया जाए।
शिक्षा विभाग को स्पष्ट नहीं कि शिक्षक किस तरह के अवकाश पर हैं, लेकिन 1588 शिक्षक चल रहे छुट्टी पर
देहरादून, उत्तराखंड़ में शिक्षा विभाग में एक तरफ शिक्षकों की कमी का रोना लगा रहता है दूसरी तरफ सरकारी स्कूलों में रोज की उपस्थिति की सूचना के अनुसार 1588 शिक्षक छुट्टी पर बताये जा रहे हैं। अब शासन स्तर पर बिना अनुमति व बिना बताए लंबी छुट्टी काट रहे इन शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई होगी। माध्यमिक शिक्षा निदेशक सीमा जौनसारी ने उसके आदेश जारी किए हैं। इस संबंध में गढ़वाल व कुमाऊं के अपर निदेशक के साथ ही सभी जनपदों के मुख्य शिक्षा अधिकारियों को कार्रवाई के लिए पत्र जारी किया गया है। माध्यमिक शिक्षा निदेशक सीमा जौनसारी के अनुसार रोज की रिपोर्ट के आधार पर 1588 शिक्षकों को अवकाश पर दिखाया गया है। इससे स्पष्ट नहीं हो पा रहा है कि शिक्षक किस तरह के अवकाश पर है। अधिकारियों को निर्देश दिए गया हैं कि सही जानकारी एकत्र कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करें।
केंद्रीय मंत्री नित्यानंद की खुली चुनौती, राहुल और तेजस्वी साबित करें, पीएम मोदी सरकार ने कुछ नहीं किया तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा
भागलपुर, बीजेपी मोर्चा की प्रदेश कार्यसमिति की बैठक के दौरान अटल सभागार से केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने खुली चुनौती देते हुए विपक्ष को टारगेट किया। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी और तेजस्वी यादव अगर साबित कर दें कि पीएम मोदी सरकार ने कुछ नहीं किया तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा।
अपने संबोधन में उन्होंने केंद्र की तमाम योजनाओं के बारे में बताते हुए विपक्ष पर जमकर निशाना साधा। नित्यानंद राय ने कहा कि जबसे एक गरीब का बेटा देश का प्रधानमंत्री बना है, तब से विपक्षियों के पेट में दर्द होने लगा हैं। कांग्रेस, राजद वर्षों सत्ता में रहे। गरीबों के लिए उन्होंने क्या ही किया। वे क्या बतला सकते हैं।
नित्यानंद राय ने आगे कहा कि ये सिर्फ अपने और अपनों का पेट भरने का काम करते आए हैं। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी और तेजस्वी यादव कहते हैं कि नरेंद्र मोदी की सरकार ने कुछ नहीं किया है। वैसे लोगों को खुली चुनौती देना चाहता हूं कि वह साबित करें कि हमारी सरकार ने कुछ नहीं किया है। अगर ये ऐसा साबित कर देते हैं, तो मैं राजनीति करना छोड़ दूंगा। भारतीय जनता पार्टी को छोड़ देश को बर्बाद करने वाली कांग्रेस का साथ सभी पार्टियों ने दिया।
उजियारपुर से बीजेपी सांसद नित्यानंद रायनित्यानंद राय ने कहा कि वो दिन दूर नहीं जब देश विश्व गुरु बनेगा। पीएम मोदी के नेतृत्व में देश विकास के पथ पर अग्रसर है। उन्होंने कहा कि बस किसी कि नजर न लगे फिर देखिए देश विश्वभर में परचम लहराएगा। कोरोना संकट के दौरान किए गए कार्यों का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि दुनिया के नंबर वन प्रधानमंत्री हैं नरेन्द्र मोदी हैं। सबसे बड़ा टीकाकरण देश में चलाया जा रहा है। जनता देख रही है, कितना काम किया है। कोई भारत का कुछ बिगाड़ नहीं सकता है। चाहे वह दुनिया का कोई देश हो(साभार जेएनएन)।
सिंचाई व लघु सिंचाई योजनाओं के क्रियान्वयन में कृषि विभाग की भी हो सहभागिता
देहरादून, मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को सचिवालय में कृषि एवं उद्यान आदि विभागों की समीक्षा की। कृषि एवं उद्यान मंत्री श्री सुबोध उनियाल, मुख्य सचिव डॉ. एस.एस. सन्धु, अपर मुख्य सचिव श्री आनन्द बर्धन, सचिव श्री शैलेश बगोली, श्री आर. मीनाक्षी सुन्दरम के साथ ही सम्बन्धित विभागों के अधिकारी समीक्षा बैठक में उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कृषि एवं औद्यानिकी के क्षेत्र की योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन से स्वरोजगार को बढ़ावा देने एवं पलायन रोकने में मदद मिल सकती है। उन्होंने कहा कि अधिक से अधिक किसानों को लाभान्वित करने तथा कृषि उत्पादों को बढ़ावा देने के लिये राज्य एवं केन्द्र सरकार की कृषि एवं औद्यानिक विकास से सम्बन्धित योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जाय।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के परम्परागत उत्पादों के साथ ही फल एवं सब्जी उत्पादन पर विशेष ध्यान दिया जाय। इसके लिये प्रोसेसिंग यूनिटों की स्थापना के साथ ही उत्पादों की मार्केटिंग के लिये मार्केटिंग कम्पनी बनाये जाने की कार्य योजना अविलम्ब तैयार की जाय। उन्होंने कहा कि कृषि उत्पादों को सिंचाई की बेहतर व्यवस्था उपलब्ध कराने के लिये सिंचाई एवं लघु सिंचाई विभाग की योजनाओं के क्रियान्वयन में कृषि विभाग की भी सहभागिता सुनिश्चित करायी जाय।
मुख्यमंत्री ने परम्परागत कृषि विकास योजना तथा इसके अधीन लघु कृषक समूह प्रमाणीकरण के कलस्टर तैयार करने में भी तेजी लाये जाने हेतु भारत सरकार से पुनः अनुरोध किये जाने के भी निर्देश दिये।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में आने वाले करोड़ों पर्यटकों तक राज्य के जैविक एवं परम्परागत उत्पादों की पहुंच बनाने के भी प्रयास होने चाहिए। उन्होंने राज्य के चार जनपदों में मधु ग्राम योजना का प्रस्ताव भी अविलम्ब तैयार करने तथा हार्टिटूरिज्म को बढ़ावा देने पर भी बल दिया।
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये हैं कि किसानों एवं कास्तकारों को गुणवत्ता युक्त बीज एवं खाद आसानी से उपलब्ध हो इसकी व्यवस्था की जाय, उन्होंने उद्यान विभाग के उद्यानों के बेहतर उपयोग पर ध्यान देने तथा उनमें मौसमानुकूल नर्सरी विकसित करने पर भी ध्यान देने को कहा। मुख्यमंत्री ने एरोमा पार्क के विकास में तेजी लाने, जड़ी-बूटी एवं हर्बल उत्पादन को भी स्वरोजगार से जोड़ने की कार्य योजना बनाने को कहा।
सचिव श्री आर मीनाक्षी सुन्दरम ने प्रस्तुतिकरण के माध्यम से विभागीय प्रगति एवं कार्यकलापों की जानकारी दी।
खास खबर : भाजपा हाईकमान से नहीं मिला न्याय तो बनाएंगे भविष्य की रणनीति : उमेश शर्मा ‘काऊ’
देहरादून, रायपुर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा विधायक उमेश शर्मा ‘काऊ’ दिल्ली में बीजेपी हाईकमान के कई नेताओं से मुलाकात के बाद देहरादून वापस लौट आये हैं। दून में आयोजित पत्रकार वार्ता में उन्होंने अपने दर्द को साझा किया, पत्रकारों से बातचीत के दौरान उन्होने कहा कि भाजपा हाईकमान को अपनी पिछले पांच साल की पीड़ा को बताकर वह आए हैं। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से करीब एक एक घंटे तक बातचीत हुई है और अब अंतिम निर्णय पार्टी हाईकमान को करना है।
इस दौरान उन्होंने कहा कि अगर उन्हें न्याय नहीं मिला तो उनका एक संगठन है जिसमें पार्टी के कई विधायक भी है उनके साथ बैठकर आगे की रणनीति तैयार की जाएगी, आपको बता दें कि रायपुर से बीजेपी विधायक उमेश शर्मा काऊ ने अपनी ही पार्टी में चल रही गुटबाजी की शिकायत राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी समेत कई नेताओं से की है। विधायक काऊ का हाल ही में मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में उनका अपनी ही पार्टी के कार्यकर्ताओँ के साथ विवाद हुआ था जिसकी शिकायत के लिए वह दिल्ली गये थे।
विधायक काऊ के समर्थन में आए कैबिनेट मंत्री हरक, केन्द्रीय नेतृत्व से करेंगे बात
देहरादून, विधायक उमेश शर्मा काऊ और पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच हुए विवाद अब गहराने लगा है। राज्य कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत भी विधायक काऊ के समर्थन में आगे आए हैं। उनका कहना है कि वे इस संबध में पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व से बातचीत करेंगे। उन्होंने कहा, एक परिवार के हैं, बाहर और भीतर की बात ठीक नहीं।
बीते शनिवार को रायपुर डिग्री कॉलेज में नए भवन की आधारशिला रखने के कार्यक्रम में स्थानीय विधायक उमेश शर्मा काऊ अपने ही दल के कार्यकर्त्ताओं पर बरस पड़े थे। इस विवाद ने अब तूल पकड़ लिया है। काऊ के समर्थन में आए हरक सिंह रावत ने मीडिया से बातचीत में डा रावत ने कहा कि पांच साल पहले भाजपा में शामिल हुए लोगों के साथ इस तरह का व्यवहार दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि हम लोग पांच साल पहले भाजपा में आए थे और हम एक परिवार की तरह हैं। अगर अब भी बाहर और भीतर की बात होगी तो यह उचित नहीं है।
गौरतलब हो कि भाजपा के विधायक और कार्यकर्त्ता माललदेवता में बीते शनिवार को मुख्यमंत्री के कार्यक्रम से ठीक पहले आपस में भिड़ गए। कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत के सामने काऊ का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया और उन्होंने कार्यक्रम को छोड़ने तक की धमकी दे दी। भाजपा विधायक अपने ही पार्टी के कार्यकर्त्ताओं को औकात में रहने तक की धमकी देने लगे। विधायक जिस कार्यकर्त्ता से उलझे वह जिला पंचायत के सदस्य थे।