Wednesday, May 14, 2025
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बाल दिवस पर बच्चों के लिए धाद ने किया ‘एक चिट्ठी लिखिए’ कार्यक्रम का शुभारंभ

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देहरादून, बाल दिवस पर धाद ने राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बनियावाला (सहयोगी- महाबीर सिंह रावत), राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय बनियावाला (सहयोगी- जुगल किशोर जुगरान) एवं राजकीय प्राथमिक विद्यालय गोरखपुर देहरादून (सहयोगी अमोल सक्सेना) में एक कोना कक्षा का की स्थापना के साथ एक चिट्ठी लिखिए कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इसके साथ ही यह कार्यक्रम आज से पूरे प्रदेश के सार्वजनिक शिक्षा से जुड़े विद्यालयों में एक माह तक चलेगा जिसमें बच्चे स्कूल में पढी गई किसी भी किताब पर कोना कक्षा कार्यक्रम के सहयोगी अथवा अपने प्रधानाध्यापक/ प्रधानाचार्य के नाम एक आभार प्रदर्शन करेंगे।
इस अवसर पर वरिष्ठ साहित्यकार श्री मुकेश नौटियाल एवं मेजर (से.नि.) महाबीर सिंह रावत विशिष्ट अतिथि के तौर पर उपस्थित रहे। साहित्यकार मुकेश नौटियाल ने कोना कक्षा कार्यक्रम की सराहना करते हुये बच्चों को पुस्तक निर्माण की प्रक्रिया से अवगत कराया।उन्होंने बच्चों को साहित्यिक कृतियों को पढने के लिए प्रेरित किया। कोना कक्षा के मुख्य संयोजक गणेश उनियाल ने बताया कि यह कार्यक्रम पूरे एक माह तक (14 नवम्बर से 14 दिसम्बर) प्रदेश भर में चलेगा उसके उपरांत विद्यालयों से प्राप्त चिट्ठियों का राज्यस्तर पर मूल्यांकन किया जायेगा और श्रेष्ठ दस प्रतिशत चिट्ठियों को पुरस्कृत किया जायेगा।
श्री महाबीर रावत ने बच्चों को अच्छी आदतें, स्वच्छता, ईमानदारी एवं कड़ी मेहनत के लिए प्रेरित किया।
कार्यक्रम का संचालन आशा डोभाल ने किया। उन्होंने इस अवसर पर फूलदेई रचनात्मक प्रतिभाग 2024 का परिणाम भी घोषित किया जिसमें उन्होंने बताया कि 118 बच्चों का प्रदेशभर से चयन किया गया और शीघ्र ही बच्चों के पुरस्कार संबंधित विद्यालयों में भेज दिये जायेंगे। अंत में तीनों विद्यालयों के पांच पांच बच्चों को श्रेष्ठ चिट्ठी पुरस्कार श्री मुकेश नौटियाल के करकमलों द्वारा दिये गए।
विद्यालय के प्रधानाध्यापक अनूप सक्सेना द्वारा कार्यक्रम के लिए धाद का आभार व्यक्त किया गया। अंत में बच्चों को बालवन का भ्रमण करवाया गया जिसमें बालवन की टीम द्वारा पर्यावरण संरक्षण की जानकारी दी गई। इस अवसर पर धाद की ओर से विकास मित्तल, अनिमेष, राजेंद्र विरमानी, जी एस बिष्ट, शुभम, संजय, जूनियर हाईस्कूल की प्रधानाध्यापिका श्रीमती मीना टमटा, प्राथमिक विद्यालय की प्रधानाध्यापिका श्रीमती उर्मिला ध्यानी एवं अन्य शिक्षक, शिक्षिकाएं उपस्थित रहे।

इतिहास रचेगा वैली ऑफ वर्ड्स का साहित्य महोत्सव

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16 नवंबर से देहरादून में जुटेंगे देश के प्रसिद्ध लेखक और विद्वान।

देहरादून (कुलभूषण)।। वैली ऑफ वर्ड्स साहित्य महोत्सव का आठवां संस्करण रचनात्मकता, ज्ञान, और कलात्मक अभिव्यक्ति का एक रोमांचक उत्सव होने जा रहा है। 16 नवंबर से शुरू हो रहे महोत्सव में देश के अनेक प्रमुख साहित्यकार और विद्वान साहित्य-संस्कृति से लेकर रक्षा और सैन्य रणनीतियों तक पर विमर्श करेंगे। इस बार युवा लेखकों और पाठकों पर विशेष फोकस रहेगा।

फेस्टिवल डायरेक्टर और भारत की आईएएस अकादमी के पूर्व निदेशक डॉ. संजीव चोपड़ा के अनुसार, महोत्सव में 50 सत्रों में विभिन्न विधाओं, शैलियों और ज्वलंत विषयों को शामिल करते हुए 75 प्रतिष्ठित लेखकों को आमंत्रित किया गया है। इनके अलावा 100 से अधिक विद्वान अन्य सत्रों में मौजूद रहेगें इसमें 12 पुस्तक विमोचन, चार विचारोत्तेजक विमर्श और छह प्रदर्शनी शामिल होंगी। इस दौरान प्रतिष्ठित वैली ऑफ वर्ड्स-आरईसी पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे, जिसमें अंग्रेजी और हिंदी कथा साहित्य, गैर-कथा साहित्य, अनुवाद और बाल साहित्य जैसी विभिन्न श्रेणियों में उत्कृष्ट कृति को एक – एक लाख का पुरुस्कार प्रदान किया जाएगा।
पुरस्कार पाने वालों में स्मृति रवींद्र (अंग्रेजी कथा, द वुमन हू क्लाइम्ब्ड ट्रीज), मनोज मित्त (अंग्रेजी गैर-कथा, कास्ट प्राइड: बैटल्स फॉर इक्वलिटी इन हिंदू इंडिया), उदय प्रकाश (हिंदी कथा, अंतिम नींबू), डॉ. सुरेश पंत (हिंदी गैर-कथा, शब्दों के साथ-साथ), शबनम मिनवाला (यंग एडल्ट लेखन, ज़ेन), विभा बत्रा (बाल साहित्य/चित्र पुस्तक, द छऊ चैंप), सुभाष नीरव (हिंदी अनुवाद, अंबर परियां), और अंजुम कटयाल (अंग्रेजी अनुवाद, ट्रुथ/अनट्रुथ) शामिल हैं।

वैली ऑफ वर्ड्स ने समसामयिक मुद्दों पर भी चर्चा के लिए सत्र निर्धारित किए हैं। इनमें यूनिफॉर्म सिविल कोड, प्रवास और पलायन, प्रिंट मीडिया का भविष्य जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर विमर्श किया जाएगा। इन सत्रों में देश के अनेक प्रतिष्ठित विद्वानों, कुलपतियों, विधिवेत्ताओं और नीति निर्माताओं को आमंत्रित किया गया है।

इस साल, एक उल्लेखनीय नई पहल Lead@VoW निर्धारित की गई है। इसके अंतर्गत विभिन्न स्कूलों के चयनित छात्र वन अनुसंधान संस्थान और वन्यजीव संस्थान जैसी प्रतिष्ठित संस्थाओं का दौरा करेंगे, जिससे उन्हें भारत के वैज्ञानिक और पर्यावरणीय क्षेत्रों में मूल्यवान अनुभव प्राप्त होगा। स्कूली बच्चे विभिन्न प्रदर्शनियों व प्राचीन वस्तुओं पर आधारित्व सत्रों में भी शामिल होंगे। कॉलेज के छात्रों को साहित्य, संस्कृति और समाज के अंतर्संबंधों पर केंद्रित कार्यशालाओं और चर्चाओं के संयोजन का जिम्मा भी दिया गया है।

युवाओं को सांस्कृतिक और बौद्धिक गतिविधियों का सक्रिय हिस्सा बनाने के लिए महोत्सव में और भी कई रंग दिखाई देंगे।जिसमें इति नृत्य और इति नाट्य जैसे कार्यक्रम शामिल हैं। शालिनी राव द्वारा क्यूरेट किया गया इति नृत्य भारत की महान शास्त्रीय नृत्य परंपराओं को उजागर करेगा, जिसमें प्रसिद्ध कलाकार कीर्ति कुरांडे (कथक), रात्रि मणिक (मणिपुरी), और संदीप कुंडू (कुचिपुड़ी) प्रस्तुति देंगे। वहीं, सीआईआई के सहयोग से स्कूली छात्रों द्वारा अभिज्ञान शाकुंतलम नाटक की प्रस्तुति होगी।

प्रदर्शनियां भी इस महोत्सव का एक अभिन्न हिस्सा हैं, जो सांस्कृतिक अनुभव को समृद्ध करती हैं। इस कड़ी में उत्तराखंड के संग्रहालयों पर एक प्रदर्शनी आयोजित की जाएगी, जो अंजलि भरतरी द्वारा क्यूरेट की जाएगी। इसके साथ हेस्को से जुड़े स्वयं सहायता समूहों के उत्पाद प्रदर्शित किए जाएंगे। इति लेख में पुस्तकों का एक चयनित संग्रह प्रस्तुत किया जाएगा, जबकि इति स्मृति में वैली ऑफ वर्ड्स की यादगार वस्तुएं होंगी। इसके अतिरिक्त, एक प्रदर्शनी उत्तराखंड और ट्राइब्स इंडिया के बेहतरीन उत्पादों को प्रदर्शित करेगी।

वैली ऑफ वर्ड्स साहित्य महोत्सव के मौजूदा संस्करण में राजनीति और सैन्य रणनीति से लेकर साहित्य और संस्कृति तक के विभिन्न विषयों पर गहन चर्चा होगी। भारत की रक्षा बहसों को देखते हुए, वैली ऑफ वर्ड्स ने लेफ्टिनेंट जनरल पीजेएस पन्नू की अध्यक्षता में सैन्य इतिहास और रणनीति पर एक समर्पित खंड निर्धारित किया है। इसके तहत भारत के रक्षा बजट और वैकल्पिक रणनीतियों पर मंथन होगा। इस बार एक नया अभियान तैयार किया गया है, जो विचारधाराओं के बीच संवाद को प्रोत्साहित करेगा और वैश्विक तथा राष्ट्रीय मुद्दों पर गहन बहसों को बढ़ावा देगा।

एक विशेष सत्र में वैली ऑफ वर्ड्स अपने दो वरिष्ठ सदस्यों, प्रख्यात पत्रकार डॉ. जसकिरण चोपड़ा और प्रसिद्ध वैज्ञानिक प्रोफेसर धीरेंद्र शर्मा को श्रद्धांजलि अर्पित करेगा, जिनका पिछले वर्ष निधन हो गया। इस सत्र में आमंत्रित अतिथि डॉ. जसकिरण की काव्य रचनाओं का पाठ करेंगे। प्रोफेसर धीरेंद्र शर्मा की स्मृति का सम्मान प्रोफेसर राजेंद्र डोभाल द्वारा किया जाएगा, जिसमें कृत्रिम बुद्धिमत्ता और भविष्य की चिकित्सा पर इसके पर चर्चा होगी।

वैली ऑफ वर्ड्स की चेयरपर्सन रश्मि चोपड़ा के अनुसार, हिंदी साहित्य प्रेमियों के लिए इस महोत्सव में पुरस्कार विजेता हिंदी पुस्तकों के लेखक—डॉ. सुरेश पंत, सुभाष नीरव, और उदय प्रकाश, अन्य प्रमुख हिंदी लेखकों के साथ चर्चाओं में भाग लेंगे। लक्ष्मी शंकर बाजपेयी, ममता किरण, इंद्रजीत सिंह, सुशील उपाध्याय और अंजुम शर्मा भी सत्रों में योगदान देंगे। विमर्श सत्रों के अलावा, मुशायरा और काव्य सत्र भी आयोजित होगा जिसमें हिंदी, अंग्रेजी और उर्दू की कविताएं प्रस्तुत की जाएंगी। महोत्सव में पांच हिंदी पुस्तकों के विमोचन के साथ सादनीरा पत्रिका के विशेष संस्करण का लोकार्पण भी होगा।

वैली ऑफ वर्ड्स इस वर्ष अपनी प्रकाशन श्रृंखला वॉवेल्स (VoWels) भी लॉन्च कर रहा है, जिसमें लेखको के साक्षात्कार, चयनित पुस्तकों की समीक्षाएं, और विभिन्न महोत्सव खंडों के क्यूरेटरों के लेख शामिल होंगे। बोर्ड सदस्य किशोर मेनन द्वारा डिज़ाइन की गई वॉवेल्स महोत्सव की गतिविधियों का संपूर्ण दृष्टिकोण प्रस्तुत करेगी।

डॉक्टर संजीव चोपड़ा ने कहा कि महोत्सव का प्रभाव निरंतर बढ़ रहा है, जिसमें आरइसी, ओएनजीसी, नेस्ले, और उत्तराखंड सरकार जैसे प्रायोजक सक्रिय सहयोग दे रहे हैं। जिससे यह देहरादून, इंदौर, पुणे, चेन्नई और नई दिल्ली जैसे शहरों का एक प्रमुख साहित्यिक – सांस्कृतिक आयोजन बन गया है।

इस वर्ष का एक विशेष सत्र उत्तराखंड के उच्च क्षेत्रों से जनसंख्या पर पलायन के प्रभाव और इसके राष्ट्रीय सुरक्षा पर संभावित परिणामों पर केंद्रित सत्र भी निर्धारित किया गया है।डॉ. कुलदीप दत्ता द्वारा क्यूरेट किया गया यह सत्र ग्रामीण से शहरी क्षेत्रों में स्थायी प्रवास की बढ़ती प्रवृत्ति, विशेष रूप से सीमा के गांवों में, और इसके प्रशासनिक, राजनीतिक, सामाजिक, और रक्षा परिप्रेक्ष्य पर प्रभावों की गहनता से जांच करेगा। इस चर्चा में उत्तराखंड के पूर्व मुख्य सचिव इंदु पांडे और अन्य विशेषज्ञों की भागीदारी होगी।

इसके साथ, फ्यूचर सिटीज पर केंद्रित एक सत्र भारत में शहरीकरण द्वारा उत्पन्न चुनौतियों और अवसरों की पड़ताल की जाएगी। शहरी नियोजन विशेषज्ञ आशीष की अध्यक्षता में यह चर्चा भविष्य के शहरों की जरूरतों—जैसे बुनियादी ढांचा, स्थिरता, और नियोजन—पर केंद्रित होगी। इस सत्र में दून विश्वविद्यालय के विशेषज्ञ अखिलेश और अविनाश शामिल होंगे।।

एक अन्य विशिष्ट सत्र पोएट्री@90 में ब्रिगेडियर कृष्ण गोपाल बहल के जीवन और साहित्यिक योगदान का उत्सव मनाए जाएगा। एक सैन्य पृष्ठभूमि और इंजीनियरिंग में अनुभव होने के बावजूद, ब्रिगेडियर बहल अपनी काव्य कृतियों के लिए जाने जाते हैं।
महोत्सव में भारत में तुर्की के राजदूत फिरात सुनेल के साथ एक चर्चा भी होगी, जो उनके उपन्यास द लाइटहाउस फैमिली पर केंद्रित होगी।

इस साल वाले का इस महोत्सव में साहित्य संस्कृति और समकालीन चुनौतियां में रुचि लेने वाले लेखन विद्वानों के साथ-साथ युवाओं तथा स्थानीय प्रबुद्ध लोगों को भी आमंत्रित किया गया है महोत्सव में निशुल्क प्रवेश की व्यवस्था की गई है।

उत्तराखंड राज्य युवा महोत्सव के आखिरी दिन प्रियंका मेहर के गीतों पर थिरके दूनवासी

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देहरादून: उत्तराखंड राज्य युवा महोत्सव 2024 का समापन देहरादून के परेड ग्राउंड में भव्यता और जोश के साथ हुआ। महोत्सव के समापन समारोह में उत्तराखंड के राज्यपाल पीवीएसएम, यूवाईएसएम, एवीएसएम, वीएसएम (सेवानिवृत्त) लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। उनके साथ खेल एवं युवा कल्याण के विशेष प्रमुख सचिव अमित कुमार सिन्हा भी मौजूद रहे।

इस मौके पर राज्यपाल गुरमीत सिंह ने कहा,”आज के दौर में खिलाड़ियों को अन्य पहलुओं के अलावा तकनीकी पहलुओं का भी ध्यान रखना चाहिए। मुझे बेहद खुशी है कि इन पांच दिनों में सभी प्रतिभागियों ने एक परिवार की तरह भाग लेते हुए अपने खेल में काफी सुधार किया है। मुझे लगता है कि आने वाले समय में उत्तराखंड के युवा एक सशक्त शक्ति के रूप में उभरेंगे और राज्य का नाम रोशन करेंगे। खेलों के साथ-साथ महोत्सव में कला, शिल्प, परिधान, भोजन और बहुत कुछ खूबसूरती से प्रदर्शित किया गया। महोत्सव में युवा प्रतिभागियों में अत्यधिक जुनून देखकर मुझे बेहद खुशी हुई। सामान्य खेलों के अलावा, मुझे महोत्सव में पारंपरिक खेलों को शामिल होते देखकर खुशी हुई, जो फैशन से बाहर हो चुके थे। सभी खिलाड़ियों को मेरी सलाह है कि अपने कोच का कभी अनादर न करें। हमेशा उनके प्रति सम्मान रखें, क्योंकि यह आपको विकास के उच्चतम स्तर पर ले जाएगा। अंत में, मेरी सभी से अपील है कि कृपया नशे से दूर रहें।”

कार्यक्रम के दौरान प्रसिद्ध उत्तराखंडी गायिका प्रियंका मेहर ने शानदार प्रस्तुति दी, जिनकी मधुर आवाज और लयबद्ध गीतों ने दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया। उन्होंने ‘बेडू पाको’ और ‘चैता की चैत्वाली’ जैसे अपने हिट गानों से मौजूद सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। ये दोनों गीत उत्तराखंड की संस्कृति और सुंदरता को बखूबी दर्शाते हैं।

इससे पहले, फेस्टिवल में ‘डिजिटल अरेस्ट: नेविगेटिंग द इंटरसेक्शन ऑफ टेक्नोलॉजी एंड प्राइवेसी’ नामक सत्र का आयोजन हुआ। प्रमुख लेखक और साइबर विशेषज्ञ अमित दुबे के नेतृत्व में, सत्र में युवाओं पर डिजिटल सर्विलांस और डेटा प्राइवेसी के प्रभाव पर चर्चा की गई। दुबे ने डिजिटल रेस्पोंसिबिलिटी के महत्वपूर्ण पहलुओं पर चर्चा की, और इस बारे में अंतर्दृष्टि प्रदान की कि कैसे युवा अपनी ऑनलाइन पहचान की रक्षा कर सकते हैं और निरंतर कनेक्टिविटी के युग में प्राइवेसी संबंधी चिंताओं को दूर कर सकते हैं। इंटरैक्टिव सत्र में युवाओं और पेशेवरों ने उत्सुकता से भाग लिया, जिसमें कई लोगों ने सुरक्षित डिजिटल प्रथाओं के बारे में प्रासंगिक सवाल उठाए।

बाल दिवस के अवसर पर दिन के दौरान कई जीवंत शो ने उपस्थित लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। कई आकर्षणों में से एक प्रो पंजा लीग प्रतियोगिता में युवाओं और वयस्कों की उत्साही भागीदारी के साथ प्रभावशाली शक्ति प्रदर्शन देखने को मिला। इसी दौरान घुड़सवारी शो ने भी दर्शकों का मन मोह लिया। महोत्सव के दौरान आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं के परिणाम घोषित किए गए, जिनमें उत्कृष्ट प्रतिभाओं को सम्मानित किया गया।

शास्त्रीय गायन प्रतियोगिता में हरिद्वार की प्रतिभा प्रथम, देहरादून के सुमित द्वितीय तथा पिथौरागढ़ की निशा तृतीय स्थान पर रहीं। इसी तरह शास्त्रीय नृत्य प्रतियोगिता में देहरादून की निशिता प्रथम, देहरादून की प्रियल द्वितीय तथा ऊधमसिंह नगर की उदिशा तृतीय स्थान पर रहीं। शास्त्रीय वादन प्रतियोगिता में पिथौरागढ़ के अभिषेक प्रथम, देहरादून के अमन द्वितीय तथा चंपावत की गीताक्षी तृतीय स्थान पर रहीं।

कार्यक्रम में युवा कल्याण एवं प्रान्तीय रक्षक दल विभाग के निदेशक प्रशांत आर्या, अतिरिक्त निदेशक आर सी डिमरी, संयुक्त निदेशक अजय अग्रवाल, उप निदेशक शक्ति सिंह व एस के जयराज, वित्त नियंत्रक भास्करानंद पांडे, सहायक निदेशक नीरज गुप्ता व दीप्ति जोशी और स्पोर्ट्स कॉलेज के प्रिंसिपल राजेश ममगाईं मौजूद रहे।

पांच दिवसीय इस महोत्सव में उत्तराखंड की बेहतरीन शिल्पकला और पाककला की परंपराओं को दर्शाया गया। लगभग 200 स्टॉलों पर स्टार्टअप, युवा समूहों और स्वयं सहायता समूहों द्वारा बनाए गए स्थानीय हस्तशिल्प, वस्त्र और मिलेट्स आधारित उत्पादों की विविध रेंज प्रदर्शित की गई, जो क्षेत्र की पारंपरिक कलात्मकता को दर्शाती है।

शिविर में 110 बच्चों के दांतों का मुफ्त चेकअप किया

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देहरादून, रायपुर ब्लाक के जीयूपीएस आराघर (नंबर 2) में स्माइलिंग स्कूल के तहत हिमडेन्ट फाउंडेशन की ओर से गुरुवार को एक दिवसीय मुफ्त दंत चिकित्सा शिविर लगाया गया। जिसमें फाउंडेशन के दंत रोग विशेषज्ञ डॉ आदित्य वोहरा और डॉ दीपिका द्वारा 110 बच्चों का चेकअप तथा काउंसलिंग की गई। इसके साथ ही डॉ. आदित्य वोहरा द्वारा विद्यार्थियों को दातों की सही तरीके से देखभाल करने के साथ उसके बचाव के संबंध में महत्वपूर्ण जानकारी दी। इस मौके पर मुख्य अतिथि के रूप में महानिदेशक विद्यालयी शिक्षा उत्तराखण्ड झरना कमठान तथा रायपुर क्षेत्र विधायक श्री उमेश शर्मा (काउ) शामिल हुए। उन्होंने फाउंडेशन द्वारा किए जा रहे निशुल्क सेवाभाव के कार्यों की प्रसंसा की। इस मौके पर कि संस्था के सदस्य अनूप कुमार, मोहित रावत विद्यालय के प्रधानाध्यापक, अध्यापक, छात्र और विद्यालय की भोजन माता आदि उपस्थित रहे।

क्रीडॉन के संस्थापक ने उत्तराखंड राज्य युवा महोत्सव में युवाओं को एआई की क्षमता से भारतीय खेलों में क्रांति लाने के लिए प्रेरित किया

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देहरादून,  क्रीडॉन के संस्थापक और सीईओ, एक प्रमुख एआई-संचालित फैन एंगेजमेंट प्लेटफॉर्म, प्रतीक गोयल ने उत्तराखंड युवा महोत्सव 2024 में “कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) भारतीय खेल पारिस्थितिकी तंत्र में क्रांति ला सकती है कैसे?” विषय पर एक प्रेरणादायक वार्ता दी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा उद्घाटित यह कार्यक्रम राज्य के स्थापना दिवस को मनाता है और भारत के भविष्य को आकार देने में युवाओं की अपार क्षमता को उजागर करता है।

प्रतीक का सत्र भारतीय खेल इकोसिस्टम में एआई की परिवर्तनकारी शक्ति पर केंद्रित था। उन्होंने बताया कि कैसे एआई का उपयोग एथलीट प्रदर्शन को बढ़ाने, चोटों को रोकने, प्रतिभा स्काउटिंग में क्रांति लाने और व्यक्तिगत प्रशंसक अनुभव बनाने के लिए किया जा सकता है। बड़ी मात्रा में डेटा का विश्लेषण करके, एआई मूल्यवान अंतर्दृष्टि प्रदान कर सकता है जो प्रशिक्षण व्यवस्था को अनुकूलित कर सकता है, संभावित स्वास्थ्य जोखिमों की पहचान कर सकता है और खेलों की दुनिया में छिपे हुए रत्नों को उजागर कर सकता है।

सत्र की मुख्य विशेषताएं: एआई-संचालित एथलीट प्रदर्शन वृद्धि: एआई प्रशिक्षण दिनचर्या को अनुकूलित करने और एथलेटिक क्षमता को अधिकतम करने के लिए प्रदर्शन मेट्रिक्स का विश्लेषण कैसे कर सकता है।
एआई के माध्यम से चोट की रोकथाम: चोटों की भविष्यवाणी और रोकथाम के लिए एआई का उपयोग करना, जिससे यह सुनिश्चित हो सके कि एथलीट स्वस्थ रहें और अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करें।
प्रतिभा स्काउटिंग में क्रांति लाना: असाधारण क्षमता वाले युवा प्रतिभाओं की पहचान के लिए एआई का उपयोग करना, भविष्य के खेल सितारों के विकास में तेजी लाना।
व्यक्तिगत प्रशंसक अनुभव: एआई-संचालित व्यक्तिगत सामग्री और इंटरैक्टिव प्लेटफार्मों के माध्यम से इमर्सिव और आकर्षक फैन अनुभव बनाना।

“एआई में भारतीय खेल इकोसिस्टम में क्रांति लाने की क्षमता है। इसकी शक्ति का उपयोग करके, हम एथलीटों, टीमों और प्रशंसकों के लिए समान रूप से नए अवसरों को अनलॉक कर सकते हैं। क्रीडॉन इस परिवर्तन को चलाने और भारतीय खेलों के भविष्य को सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध है,” प्रतीक गोयल, संस्थापक और सीईओ, क्रीडॉन ने कहा। सत्र में उत्तराखंड सरकार के विशेष प्रमुख सचिव (खेल) श्री अमित सिन्हा, आईपीएस, विभिन्न विभागों के गणमान्य व्यक्तियों, प्रशिक्षकों और एथलीटों ने भाग लिया ।

क्रीडॉन के बारे में क्रीडॉन भारत का अग्रणी एआई-संचालित फैन एंगेजमेंट प्लेटफॉर्म है। यह मंच प्रशंसकों, खेलों और ब्रांडों को जोड़ता है ताकि वे सामग्री बना सकें, वितरित कर सकें, जुड़ाव पैदा कर सकें, माप सकें और मुद्रीकरण कर सकें। क्रीडॉन का प्लेटफॉर्म प्रशंसकों को उनके पसंदीदा खिलाड़ियों और टीमों से जुड़ने का माध्यम प्रदान करता है, साथ ही ब्रांडों को उनके लक्षित दर्शकों तक पहुंचने के लिए शक्तिशाली उपकरण प्रदान करता है। अधिक जानने के लिए,  https://www.kreedon.com/ पर जाएं।

कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने केदारनाथ उपचुनाव प्रचार में सतेराखाल मंडल के विभिन्न गांवों में किया जन संपर्क, लोगों से भाजपा के पक्ष में वोट की अपील

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मंत्री बोले – डबल इंजन सरकार द्वारा केदारनाथ में संचालित विकास यात्रा उपचुनाव की साक्षी बनेगी और भाजपा प्रत्याशी आशा नौटियाल प्रचंड बहुमत से विजयी होंगी।

केदारनाथ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कायाकल्प को कोई भी नहीं भूल सकता – गणेश जोशी।

केदारनाथ उप चुनाव एक तरफा, भाजपा की प्रचंड जीत निश्चित – गणेश जोशी

रुद्रप्रयाग। कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने बुधवार को केदारनाथ विधानसभा उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी आशा नौटियाल के समर्थन में आज अगस्त्यमुनि के सन ग्राम पंचायत, दरम्वाड़ी, स्यूंड ग्राम पंचायत, चौकी वर्सिल गांव में सूक्ष्म सभाएं और जनसंपर्क कर कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने केदारवासियों से भाजपा के पक्ष में मतदान की अपील की।
कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने अपने सम्बोधन में कहा कि दुर्भाग्यवंश हमें इस उप चुनाव में जाना पड़ा स्व. विधायक शैला रानी रावत जी हमेशा ही अपने क्षेत्र के विकास के लिए संघर्षरत रही। उन्होंने कहा कि स्व.शैला रानी रावत कि आकांक्षाओं और कार्यों को आगे बढ़ाने के लिए केदारनाथ से भाजपा ने आशा नौटियाल को उम्मीदवार बनाया है। उन्होंने कहा कि स्वर्गीय शैला रानी रावत के प्रति केदारनाथ वासियों का लगाव और स्नेह साफ नजर आ रहा हैं। उन्होंने केदारनाथ की जनता से अपील करते हुए कहा कि आगामी 20 नवम्बर को होने वाले उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी आशा नौटियाल को अपना अमूल्य वोट देकर भारी मतों से विजय बनाकर स्व. शैला रानी रावत को सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल मार्गदर्शन और प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में हमारी सरकार लगातार जन भावनाओं के अनुरूप कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि केदारनाथ धाम के प्रति प्रधानमंत्री का विशेष लगाव किसी से छिपा नहीं है। उन्होंने कहा कि केदारनाथ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कायाकल्प को कोई भी नहीं भूल सकता है। उन्होंने कहा कि केंद्र एवं राज्य सरकार केदारनाथ धाम के सर्वांगीण विकास के लिए पूरी प्रतिबद्धता से कार्य कर रही है। कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने भरोसा जताते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में डबल इंजन सरकार द्वारा केदारनाथ में संचालित विकास यात्रा इस उपचुनाव की साक्षी बनेगी और भाजपा प्रत्याशी आशा नौटियाल को केदारनाथ की जनता अधिक मतों से विजयी बनाएगी। उन्होंने कहा कि केदारनाथ विधानसभा का चुनाव एक तरफा है और भाजपा की प्रचंड जीत सुनिश्चितभाई। जन संवाद के दौरान कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने ग्रामीणों की विभिन्न समस्याएं सुनी और उनके निराकरण का भरोसा भी दिलाया।
इस अवसर पर मंडल संयोजक गंभीर सिंह, विक्रम पेलडा, चंडी प्रसाद सेमवाल, विकास नौटियाल, हिमांशु दरमोड़ा, जगमोहन रावत, सचेंद्र रावत, हेमंत बर्तावल, ग्राम प्रधान अरविंद डिमरी, उमेद सिंह, पुष्पा सेमवाल, धनेश्वरी देवी, ऊषा चमोला सहित कई लोग उपस्थित रहे।

शारीरिक, मानसिक एवं आध्यात्मिक प्रक्रियाओं के लिये भी ​ अत्यन्त आवश्यक है खेल: श्री महन्त रविन्द्र पुरी ​

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जसपाल राणा इंस्टीट्यूट में लहराया एस.एम.जे.एन. के खिलाड़ियों का परचम
लम्बी कूद व ट्रिपल जम्प में खुशहाल ने जीता गोल्ड मैडिल
हरिद्वार,(कुलभूषण)। जसपाल राणा इंस्टीटयूट, देहरादून द्वारा दिनांक 11 व 12 नवम्बर, 2024 को आयोजित अन्र्तमहाविद्यालयीय एथलेक्टिस प्रतियोगिता में एस.एम.जे.एन. काॅलेज के खिलाड़ियों ने जमकर पदक प्राप्त किये। बी.काॅम. प्रथम सेमेस्टर के छात्रा खुशहाल ने लम्बी कूद, ट्रिपल जम्प व रिले दौड़ 4ग्र100 में सिल्वर पदक प्राप्त किया। हेमर थ्रो में बी.काॅम. पंचम सेमेस्टर के छात्र प्रांजल ने स्वर्ण पदक व बी.काॅम. पंचम सेमेस्टर के छात्र अमन ने सिल्वर पदक प्राप्त किया।
​बी.ए. तृतीय सेमेस्टर के छात्र आलोक, बी.काॅम. पंचम सेमेस्टर के छात्रा सिद्धार्थ, जाॅनी ने रिले दौड़ 4ग्र100 में सिल्वर पदक प्राप्त किया। बी.काॅम. तृतीय सेमेस्टर के छात्र पार्थ ने शाॅटपुट में सिल्वर पदक, बी.काॅम. पंचम के छात्रा औजस ने हाई जम्प में सिल्वर, बी.ए. पंचम की छात्रा पूजा ने ट्रिपल जम्प में सिल्वर, बी.ए. प्रथम की छात्रा संजना ने लम्बी कूद में कांस्य पदक प्राप्त किया। वहीं महाविद्यालय की बी.एससी. पंचम सेमेस्टर की छात्रा कु. अपराजिता ने काव्य लेखन प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त किया। आज महाविद्यालय पहुंचने पर समस्त विजेता छात्र-छात्राओं का प्राचार्य प्रो. सुनील कुमार बत्रा तथा खेलकूद समिति द्वारा स्वागत किया गया।
​इस अवसर पर काॅलेज प्रबन्ध समिति के अध्यक्ष श्री महन्त रविन्द्र पुरी जी महाराज ने विजेता खिलाड़ियांे को आशीर्वाद प्रदान किया। इस प्रकार की खेलकूद प्रतिभाओं का जनपद एवं महाविद्यालय में विकसित होना अत्यन्त हर्ष का विषय है। श्री महन्त ने कहा कि खेल से एक ओर शरीर स्वस्थ रहता है वहीं दूसरी ओर प्रतियोगिता तथा संघर्ष की भावना, सामूहिक जिम्मेदारी सहयोग, अनुशासन की भावना का कोषागार भी खेलो के माध्यम से ही विकसित होता है। उन्होंने कहा कि कोई भी खेल खेलना शारीरिक, मानसिक एवं आध्यात्मिक प्रक्रियाओं के लिये भी अत्यन्त आवश्यक है।
​काॅलेज के प्राचार्य प्रो. सुनील कुमार बत्रा ने समस्त खिलाड़ियों को अपनी शुभकामना देते हुए कहा कि छात्र जीवन के लिए शिक्षा के साथ-साथ खेलकूद का भी बड़ा महत्व है। टीम भावना से खेलने पर यह सामूहिक प्रयासों के तहत अन्ततः विजयश्री को प्राप्त करती है। इससे समाज में संयुक्त रूप से कार्य करने की प्रवृत्ति को प्रोत्साहन मिलता है। प्रो. बत्रा ने खेलकूद समिति के विनय थपलियाल, डाॅ. सुषमा नयाल, विशेष रुप से खेलकूद छात्र प्रशिक्षक संदीप कुमार व छात्रा प्रशिक्षक कु. रंजीता की भूरि-भूरि प्रंशसा की।
​इससे पूर्व समस्त खिलाड़ियों तथा खेलकूद प्रशिक्षकों का श्री महन्त रविन्द्र पुरी द्वारा शाॅल भेंट व नगद पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया।
​इस अवसर पर मुख्य रुप से प्रो. जगदीश चन्द्र आर्य, डाॅ. मनोज सोही, डाॅ. शिवकुमार चैहान, डाॅॅ. मोना शर्मा, डाॅ. लता शर्मा, डाॅ. आशा शर्मा, डाॅ. अनुरीषा, डाॅ. विनीता चैहान, वैभव बत्रा, डाॅ. विजय शर्मा आदि शिक्षकों ने विजेता खिलाड़ियों को अपनी शुभकामना प्रेषित की।

कवियों के टेंडर होना दुर्भाग्यपूर्ण : धस्माना

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-अखबारों के बाद अब सियासी गलियारों में भी चर्चा का विषय बना कवियों के टेंडर का मामला

-श्रीनगर गढ़वाल नगर निगम ने मांगे हैं कवि सम्मेलन के लिए टेंडर

-बैकुंठ चतुर्दशी मेले के अंतर्गत 17 नवंबर को प्रस्तावित है कवि सम्मेलन

देहरादून, उत्तराखंड में कवि सम्मेलन के लिए टेंडर आमंत्रित किए जाने का मामला अख़बारों की सुर्खियां बनने के बाद अब सियासी गलियारों में भी चर्चा का विषय बना हुआ है। इस मामले में बुधवार को प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने मीडिया से बातचीत करते हुए सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए। कहा कि यदि सरकार कवियों के भी टेंडर करेगी, तो इस प्रदेश का भगवान ही मालिक है।
गौरतलब है कि श्रीनगर गढ़वाल में 14 नवंबर से 20 नवंबर तक बैकुंठ चतुर्दशी एवं विकास प्रदर्शनी मेले का आयोजन किया गया है। इसमें स्टालों और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के अलावा कवि सम्मेलन के लिए भी टेंडर आमंत्रित किया गया है। कवियों के टेंडर मांगा जाना चर्चा का विषय बना हुआ है। पहले तो यह मामला कुछ समाचार पत्रों और न्यूज़ पोर्टल में आया, लेकिन अब यह सियासी गलियारों में भी पहुंच गया है।
कांग्रेस नेता सूर्यकांत धस्माना ने तो बुधवार को पत्रकार वार्ता में कवियों के टेंडर मांगे जाने पर आश्चर्य व्यक्त किया। उन्होंने सवाल किया कि क्या सबसे कम पैसे मांगने वाले को कवि सम्मेलन में आमंत्रित किया जाएगा। उन्होंने भाजपा सरकार की मंशा पर सवाल उठाते हुए कहा कि मीडिया के बाद सरकार क्या कवियों को भी खरीदना चाहती है। उन्होंने नागार्जुन और दिनकर जैसे कवियों का हवाला देते हुए भाजपा सरकार को ऐसे कामों से बाज आने की नसीहत दी।

 

 

बाल दिवस पर धाद करेगा ‘एक चिट्ठी लिखिये’ उत्सव का शुभारम्भ

“सार्वजनिक शिक्षा से जुड़े हुए स्कूल के बच्चे पढ़ी हुई किताबों के बारे में चिट्ठी लिखेंगे”

देहरादून, सर्वजनिक शिक्षा में समाज की रचनात्मक भूमिका के अभियान के तहत कोना कक्षा का-धाद द्वारा बाल दिवस के अवसर पर एक चिट्ठी लिखिये उत्सव शुरू करने जा रहा है | धाद द्वारा आयोजित इस उत्सव का शुभारंभ 14 नवम्बर ‘बाल दिवस’ के उपलक्ष में राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, बनियावाला में प्रातः 11 बजे से
मेज. (से.नि.) महावीर सिंह रावत तथा साहित्यकार एवं संयोजक बालवन
मुकेश नौटियाल की गरिमामय उपस्थिति में किया जायेगा | यह कार्यक्रम 14 दिसम्बर 2024 तक सकारात्मक रुप से चलता रहेगा |

उत्सव की यह होगी सार्थक गतिविधि :
●जिसमें सार्वजनिक शिक्षा से जुड़े हुए स्कूल के बच्चें इस वर्ष पढ़ी हुई किताबों के बारे में चिट्ठी लिखेंगे
● कोना कक्षा का कार्यक्रम से जुड़े हुए स्कूल कोना सहयोगियों द्वारा भेजी गयी किताबों के बारे में लिखेंगे.
●वहीं अन्य स्कूल के छात्र अपने प्रधानाचार्य अथवा परिचित को इस वर्ष पढ़ी गयी किताबों के बारे में चिट्ठी लिख सकते हैं।
●चिट्ठियों का यह उत्सव पूरे एक माह तक चलेगा. जिसमें प्रदेश के सैकड़ों बच्चे 14 नवंबर से शुरू होकर 14 दिसंबर तक चिट्ठियाँ लिखेंगे.
●इस दौरान लिखी गयी चिट्ठियों मे से श्रेष्ठ 10 प्रतिशत चिट्ठियों को पुरस्कृत किया जाएगा।

धाद के एक चिट्ठी लिखिए कार्यक्रम के संयोजक राजीव पांथरी ने बताया कि कोना कक्षा धाद का एक ऎसा कार्यक्रम है जहां आम समाज का  कोई व्यक्ति अपने छोटे से अंशदान के साथ किताबों का कोना बनाता है।

 

जनपद स्तरीय संस्कृत छात्र प्रतियोगिता का विधायक ने किया उद्धाटन

नैनबाग (शिवांश कुंवर), उत्तराखंड़ संस्कृत अकादमी के तत्वाधान में जनपद टिहरी की जनपद स्तरीय संस्कृत छात्र प्रतियोगिता का आयोजन श्री देव सुमन अटल उत्कृष्ट राजकीय इंटर कॉलेज चंबा में किया गया, जिसका उद्घाटन टिहरी विधान सभा के विधायक किशोर उपाध्याय द्वारा किया गया l
बतौर मुख्य अतिथि किशोर उपाध्याय जी द्वारा कहा गया की संस्कृत और संस्कृति भारत की आत्मा है संस्कृत को बढ़ावा हम सभी को देना चाहिए संस्कृत बचेगी तो हमारे संस्कार बचेंगे और भारत जगदगुरु के रूप में प्रतिस्थापित होगा जनपद संयोजक शैलेंद्र डोभाल द्वारा उत्तराखंड संस्कृत अकादमी के संपूर्ण कार्यों को जनमानस के समक्ष रखा गया विद्यालय के प्रधानाचार्य रामेश्वर प्रसाद सकलानी द्वारा संस्कृत के उत्थान के लिए सभी से आह्वान किया l
जनपद सहसंयोजक डॉ. चंद्रशेखर नौटियाल द्वारा बताया गया कि यह प्रतियोगिता दो वर्गों में कनिष्ठ वर्ग एवं वरिष्ठ वर्ग में की जा रही है उद्घाटन के दिन कनिष्ठ वर्ग की संस्कृत नाटक, संस्कृत समूह गान, संस्कृत समूह नृत्य, संस्कृत वाद विवाद ,संस्कृत आशु भाषण, श्लोकोच्चारण 6 प्रकार की प्रतियोगिताएं की जा रही है तथा कल दिनांक 14 नवंबर को वरिष्ठ वर्ग की इन्हीं 6 प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग किया जाएगा l
इस अवसर पर सोहनलाल गौड़, ख्याली राम डिमरी, पुष्पेंद्र शर्मा, जयप्रकाश नौटियाल, सुदर्शन नौटियाल,राकेश बधानी, गुरुप्रसाद रयाल, आशा भट्ट, विनोद सिहं, सन्दीप भट्ट,दाताराम पूर्वाल, नेहा अग्रवाल, सन्दीप भट्ट, प्रदीप दिनश,सुरीला प्रसाद, लक्ष्मी प्रसाद,रामस्वरूप आदि उपस्थित रहे l

उत्तराखण्ड में जल्द लागू होगा सशक्त भू—कानून : धामी

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भू—कानून लागू करने को लेकर मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में विधानसभा भराड़ीसैंण में हुई अहम बैठक

चमोली, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रदेश में जल्द लागू होगा भू—कानून जिसको जन भावनाओं के अनुरूप बनाए जाने की दिशा में सरकार काम कर रही है।
आज यहां मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने विधानसभा भवन भराड़ीसैंण में उत्तराखण्ड में सख्त भू—कानून के सम्बन्ध में भू कानून के लिए बनाई गई समिति एवं अन्य पूर्व उच्चाधिकारियों एवं बुद्धिजीवियों के साथ भू कानून के ड्राफ्ट पर चर्चा की गई। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार भू कानून को लेकर अत्यंत गंभीर है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में लागू होने वाले भू—कानून को जन भावनाओं के अनुरूप बनाए जाने की दिशा में काम कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस चर्चा के दौरान बहुत से अच्छे सुझाव आए हैं, जिन्हें भू कानून में शामिल किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि एसडीएम और तहसीलदार स्तर पर भी भू कानून को लेकर जनता से सुझाव लिए जाएंगे, जिनमें से अच्छे सुझावों को इसमें शामिल किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि एक सशक्त भू कानून का ड्राफ्ट स्थानीय लोगों की आवश्यकताओं और विकास के पहलुओं को ध्यान में रखते हुए तैयार किया जा रहा है।
बैठक में मुख्य सचिव राधा रतूडी, पूर्व मुख्य सचिव इंदु कुमार पाण्डेय, सुभाष कुमार, अपर मुख्य सचिव आनन्द बर्द्धन, बीपी पाण्डेय, पूर्व डीजीपी अनिल रतूड़ी, प्रमुख सचिव आर.के. सुधांशु, सचिव शैलेश बगोली, एस.एन. पाण्डेय सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।

क्षेत्रवाद और वर्गवाद की निम्न स्तरीय राजनीति के मंसूबों को जनता करेगी नाकाम : सीएम

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-यात्रा डायवर्ट की अफवाह संकीर्ण मानसिकता और हास्यास्पद : धामी

-सीएम धामी के दौरे से केदारनाथ उपचुनाव के मुद्दे गरमाए

अगस्त्यमुनि, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि केदारनाथ उप चुनाव मे कांग्रेस यात्रा को अन्यत्र शिफ्टिंग की अफ़वाह फैला रही है।चन्द्रापुरी के स्यालसौड में भाजपा अनुसूचित जाति स्वाभिमान सम्मेलन में धामी ने कहा कि उनकी सरकार शैलारानी के सपनों को धरातल पर उतारने का काम करेगी। विपक्ष पर आक्रामक प्रहार करते हुए उन्होंने कहा कि विपक्ष अफवाह फैलाने की सभी हदें पार कर रहा है। उन्होंने कहा कि चार धाम पर आने के लिए कोई भी श्रद्धालु एक दिन मे यह तय नही करता कि उसे कहाँ जाना है। यात्रा के लिए कोई भी काफी पहले पारिवारिक विचार विमर्श करता है। कांग्रेस द्वारा फैलाई जा रही अफवाह न केवल उसकी निम्न मानसिकता है, बल्कि हास्यास्पद भी है। उन्होंने कहा कि सनातन और बाबा केदार की धरती को भी क्षेत्र और वर्गवाद मे झोंकने की कोशिश की जा रही है, और जिस तरह से सभी लोगों ने सामूहिक रूप से आपदा के खिलाफ एकजुटता का परिचय दिया वह उनके बुरे मंसूबों को नाकाम करेंगे।
उन्होंने कहा कि केदारनाथ को सवारने का दावा करने वालों की हकीकत जनता जानती है। जब 2013 मे आपदा आई तो लोग कुप्रबंधन से काल कवालित हुए और घोटाले हो गए। खधान के ट्रक रास्ते मे खड़े हो गए, क्योंकि युवराज विदेश यात्रा पर थे।
धामी ने कहा कि कांग्रेस ने केदारनाथ की शिला को दिल्ली ले जाने की अफवाह भी फैलाई है। उन्होंने केदारनाथ की सौगंध खाते हुए कहा कि उन्होंने कभी भी केदारनाथ धाम की प्रतिष्ठा को ठेस पहुंचाने का काम नहीं किया है। कांग्रेस के पास कोई भी मुद्दा नहीं है इसलिए लोगों की भावना के साथ खेल रही है। मेरे पिछले तीन वर्षों के कार्यकाल में सबसे अधिक यात्री चार धाम यात्रा पर आये। इस वर्ष 56 दिनों की केदारनाथ यात्रा कम होने और आपदा से प्रभावित होने के बाबजूद भी सोलह लाख से अधिक यात्रियों ने दर्शन किये। जुलाई माह में केदारनाथ पैदल यात्रा मार्ग पर आयी भीषण यात्रा में प्रभावितों को मदद देने में हमने कोई कोर कसर नहीं छोड़ी। मैंने स्वयं मंत्रीयो सहित 24 घंटे के अन्दर मौके पर पहुंच कर आपदा प्रबंधन का कार्य अपने हाथों में लेते हुए सोलह हजार से अधिक यात्रियों को तत्काल रेस्क्यू करवाया, जिस कारण जनहानि पर रोक लगी। हम सब साथ मिलकर नया केदार बनायेंगे। कहा कि लब जिहाद लैंड जिहाद और थूक जिहाद के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करते हुए 500 एकड़ जमीन को हमने अतिक्रमण से मुक्त कराया। उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि लैंड जिहाद बढ़ावा देने वाले आज अपने आप को सनातनी बता रही है। जिस सरकार ने 2015 में मुम्बई के बसई में बद्रीनाथ मन्दिर बनवाया वो हमें अपने जैसा बता रहे हैं। जबकि हमने चार धाम के मन्दिर न बन पाए इसके लिए कानून बनाया। हमने समान बाबा साहेब के सपनों को धरातल पर उतारने के लिए समान नागरिकता कानून बनाया। हमने सशक्त नकल विरोधी कानून बनाकर भी बनाना और जल्द ही सशक्त भू कानून भी बना रहे हैं।
उन्होंने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद से ही पिछड़ों एवं अनूसूचित जाति जनजाति के समाज को आगे बढ़ाने के लिए बजट में बढ़ोतरी कर उनकी आर्थिकी व सामाजिक दृष्टि से आने बढ़ाने का अवसर दिया जा रहा है। उन्होंने केदारनाथ विधानसभा में अनुसूचित बस्ती में किये जा रहे सौ से अधिक विकास कार्यों की चर्चा करते हुए कहा कि उनकी सरकार अनुसूचित जाति जनजाति के उत्थान के लिए कृतसंकल्पित है।
उन्होंने केदारनाथ के गांव गांव से बड़ी संख्या में आये हुए अनूसूचित जाति की माता बहनों के जोश देखकर कहा कि अब समय आ गया है कि कांग्रेस को जड़ से उखाड़ना है। और इस बार में भाजपा प्रत्याशी आशा नौटियाल को रिकार्ड मतों से विजयी बनाना है।
सम्मेलन में उपस्थित केन्द्रीय मंत्री अजय टम्टा ने कहा कि वंचित व सोशित समाज की सभी समस्याओं का निदान केवल भाजपा ही कर सकती है, इसलिए भाजपा को जीतना जरूरी है। भाजपा प्रत्याशी आशा नौटियाल ने भगवान केदारनाथ से सभी के मंगल की कामना की और दिवंगत शैलारानी को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि भाजपा मन्दिर बनाती है जबकि कांग्रेस मन्दिरों पर राजनीति करती है। उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने अपनी विधायक निधि तक खर्च नहीं किए जिससे केदारनाथ का विकास रुका। क्षेत्र के विकास के लिए भाजपा के पक्ष में वोट करने की अपील की।
सभा को ऐश्वर्या रावत, कुलदीप रावत, देवेश नौटियाल, कर्नल अजय कोठियाल ने भी संबोधित करते हुए अपने समर्थकों को भाजपा के पक्ष में वोट करने की अपील की। सभा को कैबिनेट मंत्री रेखा आर्य और सतपाल महाराज ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला पंचायत अध्यक्ष अमरदेई शाह ने की जबकि संचालन अनुसूचित जाति के जिला महामंत्री चन्द्र मोहन उखीयाल ने किया। इस अवसर पर विधायक खजान दास, शक्ति लाल शाह, भोपाल राम टम्टा, दुर्गेश्वर लाल, भरत चौधरी, अनूसूचित जाति के प्रदेश अध्यक्ष समीर आर्य, जिलाध्यक्ष राजेंद्र शाह, जिलाध्यक्ष महावीर पंवार, गजेन्द्र अजय, चण्डी प्रसाद भट्ट, आदित्य कोठारी सहित बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता व पदाधिकारी सहित अनूसूचित के महिलाएं मौजूद रहीं।

 

 

श्री बदरीनाथ धाम के कपाट बंद की प्रक्रिया शुरू

पंच पूजा के‌ पहले दिन श्री गणेश मंदिर के कपाट बंद

प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पंच पूजा में शामिल होकर भगवान बदरीविशाल के दर्शन कियेBig breaking :-श्री बदरीनाथ धाम के कपाट बंद की प्रक्रिया शुरू, पंच पूजा के‌  पहले दिन आज देर शाम श्री गणेश मंदिर के कपाट बंद हुए। - News Height

चमोली(जोशीमठ), श्री बदरीनाथ धाम के कपाट के कपाट बंद होने की प्रक्रिया आज बुधवार प्रात: से शुरु हो गयी है देर शाम को श्री गणेश मंदिर के कपाट बंद हो जायेंगे।
आज श्री गणेश जी के मंदिर परिसर स्थित मंदिर में रावल, धर्माधिकारी वेदपाठी आचार्यों द्वारा पूजा-अर्चना के पश्चात विधिवत पंच स्नान के पश्चात गणेश जी की मूर्ति को निर्वाण रूप में लाकर श्री बदरीनाथ मंदिर गर्भगृह में बदरीश पंचायत के साथ दर्शनार्थ रखा गया।
प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी आज प्रात: श्री बदरीनाथ धाम दर्शन को पहुंचे। बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने की प्रक्रिया के तहत पहली पंच पूजा में शामिल हुए। भगवान बदरीविशाल के साथ ही उन्होंने बदरीश पंचायत में विराजमान हुए श्री गणेश जी की पूजा-अर्चना एवं दर्शन किये सबकी मंगलकामना की। इस अवसर पर सैकड़ों श्रद्धालुजन भी दर्शन को पहुंचे है।
पंच पूजा के अंतर्गत आज रावल अमरनाथ नंबूदरी श्री गणेश जी के कपाट बंद करेंगे।इस अवसर पर धर्माधिकारी राधाकृष्ण थपलियाल वेदपाठी रविंद्र भट्ट, अमित बंदोलिया पूजा-अर्चना संपन्न करेंगे। बीकेटीसी मीडिया प्रभारी डा हरीश गौड़ ने बताया कि कल 14 नवंबर बृहस्पतिवार को आदि केदारेश्वर तथा आदि गुरु शंकराचार्य मंदिर के कपाट बंद होंगे तथा 15 नवंबर को वेद पुस्तकों की पूजा-अर्चना तथा वेद ऋचाओं का वाचन बंद होगा।
आज पंच पूजा के अवसर पर बीकेटीसी उपाध्यक्ष किशोर पंवार, सूचना निदेशक बंशीधर तिवारी, मंदिर समिति सदस्य भास्कर डिमरी,ऋषि प्रसाद सती, उपजिलाधिकारी चंद्रशेखर वशिष्ठ,मुख्य कार्याधिकारी विजय प्रसाद थपलियाल, बदरीनाथ धाम प्रभारी अधिकारी विपिन तिवारी, मंदिर अधिकारी राजेंद्र चौहान,ईओ नगर पंचायत सुनील पुरोहित,प्रशासनिक अधिकारी कुलदीप भट्ट, राजेंद्र सेमवाल, मीडिया प्रभारी डा हरीश गौड़, योगंबर नेगी ,अमित डिमरी, नरेंद्र सिंह, हरीश जोशी आदि मौजूद रहे।