Tuesday, April 29, 2025
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वित्त वर्ष 2024-25 में भारत की रिन्यूएबल एनर्जी क्षमता में रिकॉर्ड 29.52 गीगावाट की हुई बढ़ोतरी

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नई दिल्ली ,। वित्त वर्ष 2024-25 में भारत की रिन्यूएबल एनर्जी क्षमता में रिकॉर्ड 29.52 गीगावाट का इजाफा हुआ है, जिससे 31 मार्च, 2025 तक देश की रिन्यूएबल एनर्जी क्षमता बढक़र 220.10 गीगावाट हो गई है। यह जानकारी न्यू एंड रिन्यूएबल एनर्जी मंत्रालय (एमएनआरई) द्वारा दी गई।
पिछले वित्त वर्ष में रिन्यूएबल एनर्जी क्षमता में तेज विस्तार की वजह सोलर एनर्जी क्षमता में 23.83 गीगावाट का इजाफा होना है। वित्त वर्ष 2023-24 में यह आंकड़ा 15.03 गीगावाट का था।
बयान में कहा गया कि देश में कुल स्थापित सोलर एनर्जी क्षमता अब 105.65 गीगावाट हो गई है, जिसमें ग्राउंड-माउंटेड इंस्टॉलेशन (81.01 गीगावाट), रूफटॉप सोलर (17.02 गीगावाट), हाइब्रिड प्रोजेक्ट्स के सोलर कंपोनेंट (2.87 गीगावाट) और ऑफ-ग्रिड सिस्टम (4.74 गीगावाट) शामिल हैं।
वित्त वर्ष 2024-25 में विंड एनर्जी क्षमता में भी मजबूत प्रगति देखी गई है और इस दौरान 4.15 गीगावाट क्षमता जोड़ी गई है। यह आंकड़ा वित्त वर्ष 2023-24 में 3.25 गीगावाट था।
देश में स्थापित कुल विंड एनर्जी क्षमता बढक़र 50.04 गीगावाट हो गई है।
इसके अतिरिक्त, बायोएनर्जी इंस्टॉलेशन की कुल क्षमता 11.58 गीगावाट तक पहुंच गई, जिसमें ऑफ-ग्रिड और वेस्ट-टू-एनर्जी प्रोजेक्ट्स से प्राप्त 0.53 गीगावाट क्षमता शामिल है।
वहीं, देश में छोटे हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट्स की क्षमता बढक़र 5.10 गीगावाट हो गई है, जबकि 0.44 गीगावाट के और प्रोजेक्ट्स क्रियान्वित किए जा रहे हैं।
एमएनआरई के बयान के मुताबिक, स्थापित क्षमताओं के अलावा, भारत में 169.40 गीगावाट की रिन्यूएबल एनर्जी क्षमताएं कार्यान्वयन के अधीन हैं और 65.06 गीगावाट के लिए टेंडर्स पहले से ही जारी किए जा चुके हैं। इसमें हाइब्रिड सिस्टम, राउंड-द-क्लॉक (आरटीसी) पावर, पीकिंग पावर और थर्मल प्लस आरई बंडलिंग प्रोजेक्ट्स जैसे उभरते समाधानों से 65.29 गीगावाट की क्षमता शामिल हैं।
आधिकारिक बयान में कहा गया कि एमएनआरई प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 2030 तक 500 गीगावाट रिन्यूएबल एनर्जी के विजन को प्राप्त करने के लिए लगातार इनिशिएटिव ले रहा है। यह निरंतर वृद्धि भारत की जलवायु लक्ष्यों और ऊर्जा सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाती है और देश भर में रिन्यूएबल एनर्जी के उपयोग को बढ़ाने के लिए सरकार के केंद्रित प्रयासों को रेखांकित करती है।
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प्रदेशवासियों एक बार फिर लगेगा बिजली का झटका

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-बिजली की दरों में 25 से 50 पैसे यूनिट तक वृद्धि

-बीपीएल परिवारों को 10 पैसे यूनिट अधिक देना पड़ेगा

देहरादून, राज्य विघुत नियामक आयोग ने उत्तराखंड में बिजली की दरों में भारी वृद्धि करने की घोषणा की है। पहले से ही महंगाई की मार झेल रहे आम नागरिकों को बिजली दरों की यह बढ़ोतरी अब उनकी जेब पर बड़ा बोझ डालने वाली है। नई दरों के अनुसार यह बढ़ोतरी 25 पैसे प्रति यूनिट से लेकर 50 पैसे प्रति यूनिट तक होगी तथा इस वृद्धि का असर बीपीएल परिवारों पर भी पड़ने वाला है क्योंकि उनको भी अब 10 पैसे प्रति यूनिट अधिक बिल चुकाना होगा। नई दरे 1 अप्रैल से लागू होगी।
नियामक आयोग द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार वर्तमान समय में की गई है वृद्धि अलग—अलग स्लैब और क्षेत्रों के लिए अलग—अलग तय की गई है जो 25 पैसे यूनिट से लेकर 50 पैसे यूनिट तक की वृद्धि की गई है। घरेलू उपभोक्ताओं के लिए शुन्य से 100 यूनिट तक 25 पैसे प्रति यूनिट की बढ़ोतरी की गई है। पहले यह दर 3.40 प्रति यूनिट थी जिसे बढ़ाकर 3.65 कर दिया गया है। 101 यूनिट से 200 यूनिट तक अब 4.90 की जगह 5.25 रुपए प्रति यूनिट देना पड़ेगा। वहीं 201 से 400 यूनिट तक 7.35 की जगह अब 7.80 रुपए प्रति यूनिट देना पड़ेगा। तथा 400 यूनिट से अधिक खर्च करने वालों को 7.35 से बढ़ाकर 7.80 रुपए प्रति यूनिट देना होगा।
नए टैरिफ में फिक्स चार्ज में कोई बदलाव नहीं किया गया है। नई दरों के अनुसार सरकारी संस्थाओं व श्ौक्षणिक संस्थाओं तथा अस्पतालों के लिए 25 किलो वाट तक 30 पैसे प्रति यूनिट तथा 25 किलोवाट से अधिक पर 35 पैसे प्रति यूनिट बिजली दरें बढ़ाई गई है। खास बात यह है कि राज्य के बीपीएल परिवार भी इस बढ़ोतरी से बाहर नहीं रखे गए हैं। राज्य के 4.64 लाख बीपीएल परिवारों को भी अब 10 पैसे प्रति यूनिट अधिक बिजली बिल भुगतान करना पड़ेगा। उल्लेखनीय है कि बीते साल घरेलू उपभोक्ताओं के लिए 33 पैसे प्रति यूनिट बिजली दरें बढ़ाई गई थी तथा व्यावसायिक उपभोक्ताओं के लिए 42 पैसे प्रति यूनिट की बढ़ोतरी की गई थी जबकि छोटे उघोगों के लिए 36 पैसे प्रति यूनिट व बड़े उघोगों के लिए 40 पैसे प्रति यूनिट की बढ़ोतरी की गई थी। इलेक्ट्रिक वाहनों के चार्जिंग स्टेशनों के लिए 66 पैसे प्रति यूनिट दरें बढ़ाई गई थी।

शराब की नई दुकानें खोलने पर सरकार की रोक, डीएम को दिए निर्देश

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देहरादून, उत्तराखंड़ में शराब की नई दुकान खोलने वालों को धामी सरकार ने तगड़ा झटका दिया है। दरअसल जिलाधिकारियों के पास नई दुकानें खोलने के विरोध में कई आपत्तियां दर्ज की गई हैं। आपत्तियों को ध्यान में रखते हुए ही नई दुकानों के आवंटन की प्रक्रिया पर दोबारा से विचार करने के लिए निर्देश जारी किए गए हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन को निर्देश दिए कि प्रदेश में शराब की नई दुकानें खोलने पर फिलहाल रोक लगा दी जाए।
आपको बता दें कि नई आबकारी नीति के तहत सरकार ने पहले ही धार्मिक स्थलों के आसपास शराब की दुकानों पर प्रतिबंध लगा दिया है। मुख्यमंत्री ने भी निर्देश दिए थे कि शिक्षण संस्थाओं और धार्मिक स्थलों के आसपास मदिरा की दुकानें नहीं खोली जाएं। शराब की नई दुकानें खोलने के विरोध में जिलाधिकारियों के समक्ष आपत्तियां दर्ज हुई हैं। इन आपत्तियों के चलते मुख्य सचिव ने नई दुकानों के आवंटन की प्रक्रिया पर पुनर्विचार करने के निर्देश जारी कर दिए हैं। सभी जिलाधिकारियों को इस संबंध में कार्यवाही करने को कहा गया है।

पूर्व सीएम हरीश रावत 15 को मुखबा से करेंगे गंगा सम्मान यात्रा का शुभारंभ

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-जन समस्याएं सुनने और जन मुददों पर भी करेंगे चर्च

-14 अप्रैल को पहुंचेंगे उत्तरकाशी

देहरादून, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत आगामी 15 अप्रैल को गंगा के शीतकालीन प्रवास मुखबा से गंगा सम्मान यात्रा का शुभारंभ करेंगे। इस दौरान वे जनपद सहित टिहरी और श्रीनगर से देवप्रयाग तक गंगा के किनारे पैदल यात्रा कर जनसमस्याओं को सुनेंगे। वहीं स्थानीय लोगों से वार्ता कर जन मुददों पर भी चर्चा की जाएगी।
गंगा सम्मान यात्रा के संयोजक प्रदीप रावत ने बताया कि पूर्व सीएम हरीश रावत आगामी 14 अप्रैल को उत्तरकाशी पहुंचेंगे। उसके बाद 15 अप्रैल को मां गंगा के शीतकालीन प्रवासा मुखबा गांव पहुंचेंगे। वहां पर वे गंगा की विशेष पूजा-अर्चना के बाद शुभारंभ करेंगे। इस दौरान वे हर्षिल, भटवाड़ी, मनेरी, जनपद मुख्यालय में गंगा किनारे पैदल यात्रा करेंगे।
वहीं उसके बाद अगले दिन 16 अक्तूबर को बाबा काशी विश्वनाथ के दर्शन के बाद नगरवासियों से जनसंवाद करेंगे। पूर्व सीएम हरीश रावत उसके बाद डुंडा चिन्यालीसौड़ सहित टिहरी जनपद के कांडीसौड़, डोबाराचांठी में ग्रामीणों से मुलाकात कर भेमुंता गांव तक गंगा सम्मान यात्रा करेंगे। अगले दिन 17 अप्रैल को मलेथा तक उनकी यह यात्रा जारी रहेगी। उसके बाद 18 अप्रैल को श्रीनगर सहित अलकनंदा नदी के तटों और भागीरथी अलकनंदा संगम पर देवप्रयाग में यात्रा को समाप्त कर जनसंवाद करेंगे।

जनमानस की समस्या का समाधान प्रशासन की प्राथमिकता : जिलाधिकारी

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डीएम की फील्ड विसिट, फटकार से आईएसबीटी ड्रेनेज कार्य ने पकड़ी रफ्तार

वर्षों से मानसून सीजन में नासूर बने आईएसबीटी चौक अब नहीं होगा जलमग्न

देहरादून, वर्षों से शहर के एन्ट्री प्वांईट आईएसबीटी पर मानसून सीजन में नासूर बने आईएसबीटी चौक अब जलमग्न नहीं होगा। सीएम की प्ररेणा से जिलाधिकारी के प्रयासों से आईएसबीटी में स्मार्ट सिटी से नया ड्रेनेज सिस्टम निर्माण का काम शुरू हो गया है और जल्द ही इसे पूरा किया जाएगा। इसी क्रम में जिलाधिकारी सविन बसंल ने शिमला बाईपास, आईएसबीटी ड्रेनेज कार्यों का स्थलीय निरीक्षण किया। इस दौरान डीएम ने कार्य कर रहे कार्यदायी संस्था एवं स्मार्ट सिटी के अधिकारियों को कार्यों की मॉनिटिरिंग करने के निर्देश दिए। साथ ही कार्य कर ठेकेदार को मानवश्रम बढाते हुए दिन-राम की अनुमति के तहत कार्य करयों तथा समयबद्ध कार्यों को पूर्ण करने को निर्देशित किया।
सीएम के निर्देश पर अपनी नवरचित आईएसबीटी ड्रेनेज प्लान को लेकर डीएम सविन गंभीर है इसका ही परिणाम है कि डीएम मौका निरीक्षण और फटकार के बाद ड्रेनेज कार्यों ने तेजी पकड़ ली है। विगत दिवस डीएम ने शहर में संचालित निर्माण कार्यों का निरीक्षण करते हुए सम्बन्धित कार्यदायी संस्था तथा ठेकेदारों को धीमी कार्य प्रगति पर फटकार लगाई थी। डीएम ने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि इस वर्ष माननीय सीएम को आईएसबीटी पर जलभराव संकट को लेकर काई विसिट ने करनी पड़े इससे पहले ही वर्षाकाल से पूर्व डेªनेज कार्यों को पूर्ण किया जाए।
आईएसबीटी पर ड्रनेज सुधार हेतु अपूर्व माप की खुदाई हुआ ह्यूम पाइप्स प्रवेशन का कार्य गतिमान है। डीएम ने सख्त निर्देश दिए है कि मावश्रम,मटेरियल, मशीनरी को डबल करें, यह कार्य उनको मई से पूर्व मुक्कमल चाहिए। वर्षों से मानसून सीजन में नासूर बने आईएसबीटी चौक अब जलमग्न नहीं होगा इसके लिए युद्धस्तर पर कार्य गतिमान रखने के निर्देश दिए गए हैं। विगत दिवस डीएम एसपी का बुलेट निरीक्षण आईएसबीटी ड्रेनेज, ट्रैफिक कंट्रोल, फ्लाई ओवर सुधार निर्देशित किया गया है, जिसके क्रम में कार्य तेजी पर हैं। डीएम येन केन स्रोत से रिबॉन्ड टाइम में धरातल पर उतारने में जुटे हैं।
जिलाधिकारी ने स्मार्ट सिटी बजट में योजना के निर्माण के साथ ही इसके रखरखाव का प्रावधान भी किया है।
आईएसबीटी में जलभराव की समस्या दूर होने से आम जनता एवं यात्रियों को अब परेशानी का सामना नहीं करना पडेगा। राजधानी देहरादून में जनमानस को सुगम सुविधा मुहैया कराने में जिलाधिकारी सविन बंसल हर स्तर के कार्यों को धरातल पर उतार रहे है और मुख्यमंत्री के संकल्प को सिद्वी तक ले जाने का काम कर रहे है।
जिलाधिकारी के प्रयासों से जहां देहरादून के पौराणिक धरोहरों की तस्वीर संवरने लगी है वही सुगम और सुरक्षित सड़क सुविधा के लिए अभिनव पहल शुरू की गई है। शहर में नव निर्माण और सौंदर्यीकरण कार्याे के लिए जिलाधिकारी ने स्मार्ट सिटी से बजट 10 करोड़ की धनराशि का प्राविधान किया है।

सुरक्षित चारधाम यात्रा की तैयारी में जुटा परिवहन विभाग

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मुख्यमंत्री के निर्देश पर की जा रही पुख्ता व्यवस्था, कामर्शियल वाहनों के लिए ग्रीन कार्ड अनिवार्य

देहरादून, चारधाम यात्रा को सुरक्षित और सुविधाजनक बनाने के लिए तैयारियां जोरों पर हैं। यात्रा रूटों पर किसी भी प्रकार की असुविधा और दुर्घटनाओं के खतरे को टालने के लिए 13 या इससे अधिक यात्री क्षमता के व्यावसायिक (कमर्शियल) वाहनों के लिए ग्रीन कार्ड अनिवार्य कर दिया गया है। दूसरे राज्यों के ऐसे वाहनों को 15 दिन के लिए ही ग्रीन कार्ड मिलेगा जबकि उत्तराखंड के वाहनों के लिए पूरी यात्रा अवधि के लिए यह कार्ड मान्य होगा। आज शुक्रवार से ग्रीन कार्ड बनाने का काम शुरू भी कर दिया गया है। अभी 15 वाहनों के आवेदन आ चुके हैं।
ऋषिकेश के सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी (प्रशासन) ने बताया कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के आदेशानुसार परिवहन विभाग चारधाम यात्रा में सुरक्षित परिवहन व्यवस्था की तैयारियों में जुटा है। इसी उद्देश्य से ग्रीन कार्ड की व्यवस्था को अनिवार्य कर दिया गया है। चालक को पर्वतीय मार्गों पर वाहन चलाने में दक्ष होना चाहिए। सभी प्रकार के कमर्शियल (व्यावसायिक) वाहनों को विभाग के तकनीकी अधिकारी के निरीक्षण रिपोर्ट के बाद ही ग्रीन कार्ड जारी किया जा रहा है। चालक के पास वाहन का फिटनेस प्रमाणपत्र, बीमा, प्रदूषण जांच प्रमाणपत्र, परमिट से संबंधित सभी दस्तावेज होने अनिवार्य हैं।

दूसरे राज्यों के चालकों के लिए हिल एंडोर्समेंट अनिवार्य :

चारधाम यात्रा पर आने वाले कामर्शियल वाहन चालकों के लिए अब हिल एंडोर्समेंट अनिवार्य कर दिया गया है। इसके लिए चालक को आनलाइन आवेदन कर टेस्ट देना होगा। ऑनलाइन टेस्ट फॉर्म मिलने पर उसे संभागीय परिवहन अथवा सहायक संभागीय परिवहन कार्यालय में प्रस्तुत करना होगा। इसके बाद आवेदक की पर्वतीय रूट पर ड्राइविंग में दक्षता की परीक्षा होगी। जो परीक्षा में पास होगा, उनके लाइसेंस में हिल एंडोर्समेंट कर दिया जाएगा।

दुर्घटना से बचाव के लिए कुछ अन्य मुख्य बिंदु :

-यात्रा मार्गों पर रात 10 बजे से सुबह 4 बजे तक व्यावसायिक (कमर्शियल) वाहनों के चलने पर पूरी तरह रोक रहेगी।
-चालक जूते या ट्रेकिंग शूज पहनकर ही वाहन चलाएं।
-वाहन में फर्स्ट एड बॉक्स अनिवार्य रूप से हो।
-वाहन के पृष्ठ भाग में त्रिकोणीय रेडियम बोर्ड लगाना अनिवार्य होगा।
-वाहन सुरक्षित स्थान पर ही पार्क करें।

लोक उत्सव के रूप में मनाई जाएगी नंदा राजजात यात्रा 2026 : धामी

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देहरादून, वर्ष 2026 में प्रस्तावित नंदा राजजात यात्रा को लोक उत्सव के रूप में मनाया जाएगा। स्थानीय लोगों की यात्रा में अधिकतम सहभागिता हो और सरकार सहयोगी की भूमिका में रहे। नन्दा देवी राजजात यात्रा से संबंधित अभिलेखों को संरक्षित किया जाएगा। यात्रा के अभिलेखों को लिखने एवं उनका संरक्षण गढ़वाल एवं कुमाऊं विश्वविद्यालय की मदद से किया जाएगा। यह निर्देश मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने सचिवालय में नन्दा राजजात यात्रा की तैयारियों को लेकर आयोजित बैठक में दिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह यात्रा उत्तराखंड की धरोहर है। उन्होंने अधिकारियों को नन्दा देवी राजजात यात्रा का देश विदेश में व्यापक प्रचार प्रसार करने के निर्देश दिए। भारतीय दूतावासों के माध्यम से भी संपूर्ण विश्व में नन्दा देवी राजजात यात्रा को पहुंचाया जाएगा, साथ ही उन्हें इस यात्रा से जुड़ने के लिए प्रेरित किया जाए। इस यात्रा के माध्यम से विदेशों से भी उत्तराखंड को जोड़ते हुए इसे ऐतिहासिक रूप देना है। उन्होंने कहा कि राजजात यात्रा में उत्तराखंड की संस्कृति, परम्परा, वेशभूषा, वाद्य यंत्रों की छाप दिखनी चाहिए। इसके लिए संस्कृति विभाग को कार्य योजना तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि विभाग लोक कलाकारों के लिए इस प्रकार की व्यवस्था बनाए जिससे उनको लगातार भुगतान हो।
मुख्यमंत्री ने स्थानीय जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों को यात्रा से जुड़े हितधारकों के साथ बैठक कर उनके सुझाव को भी कार्ययोजना में शामिल करने की बात कही। जिससे बेहतर तरीके से यात्रा का संचालन हो। उन्होंने कहा कि यात्रा का मार्ग उच्च हिमालयी क्षेत्र और संवेदनशील है। यात्रा में बेहतर भीड़ प्रबंधन, पर्यावरण की दृष्टि से आपदा प्रबंधन, सिंगल यूज्ड प्लास्टिक पर प्रतिबंध के लिए एसओपी बनाई जाए। यात्रा मार्ग के साथ ही वैकल्पिक मार्गो का चिन्हीकरण और सुधार, आबादी वाले गांव में छोटी छोटी पार्किंग, पेयजल, शौचालय, इको टेंट कॉलोनी, गाड़- गदेरो का सौंदर्यीकरण, विद्युत आदि की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। यात्रा मार्ग में बेहतर नेटवर्क की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। उन्होंने यात्रा मार्ग में अस्थाई और स्थाई कार्यों को चिन्हित करते हुए स्थाई संरचनाओं की एक माह के भीतर शासकीय स्वीकृति प्रदान कराते हुए कार्य शुरू कराने के भी निर्देश दिए। आपदा विभाग को भू स्खलन वाले क्षेत्रों के चिन्हीकरण के साथ ही आवश्यतानुसार मार्ग में पर्याप्त मात्रा में जेसीबी, पोकलैंड के साथ ही ऑपरेटर तैनात रखने के भी निर्देश दिए।
बैठक में पर्यटन मंत्री श्री सतपाल महाराज ने बताया कि 2026 में भाद्र पक्ष की नंदाष्टमी से यात्रा शुरू होगी। लगभग 20 दिन की 280 किलोमीटर की यात्रा होती है जिसमें 20 किलोमीटर पैदल यात्रा है। यह मां नंदा की मायके से ससुराल की यात्रा है, जो नौटी के पास स्थित कासुवा से होमकुंड तक की है।
बैठक में विधायक श्री अनिल नौटियाल , विधायक श्री भूपाल राम टम्टा, उपाध्यक्ष अवस्थापना अनुश्रवण विकास परिषद श्री विश्वास डाबर, मुख्य सचिव श्री आनंद बर्धन, प्रमुख सचिव श्री आर.के सुधांश, सचिव श्री नितेश झा, श्रीमती राधिका झा, श्री शैलेश बगोली, श्री पंकज पांडेय, श्री सचिन कुर्वे, आयुक्त गढ़वाल श्री विनय शंकर पांडे, श्री विनोद कुमार सुमन सहित अन्य सचिवगण मौजूद रहे।

सामान लेने दुकान गई महिला से मोबाइल और नकदी लूटी

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देहरादून(आरएनएस)।  रायपुर क्षेत्र में बाइक सवार बदमाशों ने सरेआम महिला से मोबाइल और नकदी लूट ली। पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। देहरादून में लगातार इस प्रकार की वारदातों सामने आ रही हैं। पुलिस के अनुसार, निर्मला गुप्ता निवासी अधोईवाला देहरादून में तहरीर दी कि बुधवार को वो सामान लेने के लिए घर से पास की दुकान पर गई थी। वापस लौटते वक्त पीछे से आ रहे दो युवकों ने उनके सामने बाइक रोक दी। महिला इससे पहले कुछ समझ पाती पीछे बैठा युवक बाइक से उतरा और उनके हाथ से मोबाइल और पर्स छीन लिया। इस दौरान वो महिला को धक्का देकर फरार हो गई। शोर सुनकर आसपास के लोग मौके पर पहुंचे और बाइक सवारों को पकड़ने की कोशिश की, लेकिन तब तक वो काफी दूर निकल गए थे। महिला ने बताया कि उनके पर्स में चार हजार रुपये नकद थे। एसओ रायपुर प्रदीप नेगी ने बताया कि तहरीर के आधार पर अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है, आरोपियों की तलाश में सीसीटीवी कैमरे खंगाले जा रहे हैं।

30 जून तक के लिए श्रद्धालु पूजा के लिए करा सकते हैं ऑनलाइन बुकिंग बीकेटीसी की वेबसाइट पर श्रद्धालु करा सकेंगे ऑनलाइन बुकिंग

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देहरादून(आरएनएस)।  श्री बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति ने श्री बदरीनाथ धाम और केदारनाथ धाम में पूजाओं की ऑनलाइन बुकिंग शुरू कर दी है। मंदिर समिति की अधिकारिक वेबसाइट पर जाकर बुकिंग कराई जा सकेगी।
श्री बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति( बीकेटीसी) के मुख्य कार्याधिकारी विजय प्रसाद थपलियाल ने बताया कि विभाग की वेबसाइट www. badrinath- kedarnath.gov.in पर बुकिंग शुरू कर दी गई है। तीर्थयात्री मंदिर समिति की वेबसाइट से श्री बदरीनाथ और श्री केदारनाथ धाम में होने वाली प्रातःकालीन, सांयकालीन समेत लंबी अवधि की पूजाओं की बुकिंग करा सकते हैं। अभी 30 जून तक की बुकिंग कराई जा सकेगी।
बताया कि इस बार पूजाओं के शुल्क में किसी भी तरह का कोई परिवर्तन नहीं किया गया है। उसमें किसी भी तरह की कोई भी बढ़ोतरी नहीं की गयी है। श्री बदरीनाथ धाम की पूजाओं में अभिषेक, महाभिषेक पूजा, वेदपाठ, गीता पाठ, विष्णुसहस्त्रनाम पूजा, चांदी आरती, स्वर्ण आरती, गीत गोविंद पाठ शयन आरती शामिल है। इसी तरह भगवान केदारनाथ की पूआओं में रुद्राभिषेक पूजा,लघु रूद्राभिषेक महामृत्युंजय पाठ, षोडशोपचार पूजा, शायं कालीन आरती आदि शामिल है।
पहले दिन हुई 93 ऑनलाइन बुकिंग  : श्री बदरीनाथ और केदारनाथ धाम की पूजाओं की ऑनलाइन बुकिंग गुरुवार से शुरू की गई। पहले ही दिन वेबसाइट पर अभी तक 93 पूजाएं ऑनलाइन बुक हो चुकी है। श्री बदरीनाथ के लिए कुल 32 महाभिषेक और अभिषेक पूजा बुक की गई। केदारनाथ के लिए 61 षोडशोपचार पूजा बुक हुई हैं। इंटरनेट कार्डिनेटर दीपेन्द्र रावत के अनुसार बदरीनाथ धाम के लिए तीस फीसदी और केदारनाथ के लिए बीस फीसदी पूजाएं ऑनलाइन बुक हो रही हैं।
पूजा के रेट में नहीं हुआ कोई बदलाव :  बीकेटीसी ने पूजा के रेट में किसी भी तरह का कोई बदलाव नहीं किया है। महाभिषेक 4700 रुपए, अभिषेक 4500 रुपए रेट हैं। विशेष पूजा के लिए पूरे दिन भर की पूजा 12 हजार, श्रीमदभागवत शप्थ पाठ 51 हजार, वेद पाठ 2500 रुपए, गीता पाठ 2500 रुपए है। शाम के समय कपूर आरती 201 रुपए, चांदी आरती 401 रुपए, स्वर्ण आरती 501 रुपए, विष्णुसहस्त्रनाम पाठ 701 रुपए रेट तय किए गए। श्रीकेदारनाथ धाम के लिए महाभिषेक पूजा 9500 रुपए, रुद्राभिषेक 7200 रुपए, लघु रुद्राभिषेक पूजा 6100 रुपए, षोडशोपचार पूजा 5500 रुपए, पूरे दिन भर की पूजा के लिए 28600 रुपए रेट तय किए गए। शाम के समय की पूजा के लिए शिव अस्तोत्री पाठ 1000 रुपए, शिव सहस्त्रनाम पाठ 2000 रुपए, शिव नामावाली 2000 रुपए, शिव तांडव स्तोत्रम पाठ 1900 रुपए समेत शाम की सभी आरती में शामिल होने के 2800 रुपए शुल्क तय किए गए हैं।

ऋषिकेश नगर निगम में 18000 वोटों को गलत तरीके काटा गया : अभिनव थापर

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ॠषिकेश, “मेरा वोट मेरा मेरा अधिकार” अभियान भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के निर्देश पर उत्तराखंड कांग्रेस कमेटी ने मेरा वोट, मेरा अधिकार अभियान के तहत मतदाता संरक्षण समिति – गठित की है, जिसमें प्रदेश सह संयोजक श्री अभिनव थापर को महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी है।
इसी अभियान के तहत आज जिला प्रभारी के रूप में ऋषिकेश पहुंचे श्री अभिनव थापर का पार्टी कार्यकर्ताओं ने गर्मजोशी से स्वागत अभिनंदन किया। श्री थापर ने पार्टी कार्यकर्ताओं, वरिष्ठ नेताओ, निकाय चुनावों में पार्टी के अधिकृत प्रत्याशियों के साथ एक विस्तृत बैठक कर व्यापक चर्चा करने के बाद श्री थापर ने प्रेस को संबोधित करते हुए कहा ” कि कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व ने यह विस्तृत ट्रेनिंग कार्यक्रम ” मेरा वोट मेरा अधिकार ” की प्रदेश स्तरीय कार्यकारिणी गठित की है, मेरा वोट – मेरा अधिकार का कांग्रेस पूरे प्रदेश में विस्तृत चरणबद्ध अभियान चलायेगी 14 अप्रैल 2025 को इस अभियान के प्रथम चरण पर प्रदेश समिति विस्तृत ब्यौरा प्रस्तुत करेगी। अभी समित पूरे प्रदेश के 102 निकायों में RTI के माध्यम से सूचना प्राप्त कर यह जानकारी जुटा रही है कि क्यों भारी संख्या में मतदाताओं के नाम काटे गए, या बढ़ाएं गए। इस असंवैधानिक कार्य से लोकतंत्र की हत्या हुई है! भविष्य में इस कृत्य में जो कोई भी संलिप्त पाया जायेगा उसके खिलाफ सख्त कार्यवाही की मांग की जाएगी। यद्यपि राज्य निर्वाचन ने जांच के आदेश दिए है, तथापि हमारा यह अभियान जारी रहेगा” ।
अभिनव थापर ने कहा ऋषिकेश नगर निगम में 18000 वोटों को गलत तरीके काटा गया , एक मनसा देवी वार्ड – 37 से ही 1700 से अधिक वोट काटा गया। ऋषिकेश नगर निगम का नतीजा वोटों के कटने से प्रभावित हुआ ।
उत्तराखंड़ मताधिकार संरक्षण समिति ने उत्तराखंड में जिलेवार, नगर निगम वार विस्तृत कार्यक्रम बना लिया है, और प्रदेश भर में वंचित वोटरों से RTI लगा कर चुनाव आयोग से नाम काटने के कारण जाने जाएंगे।
इसके पश्चात जिलाध्यक्ष मोहित उनियाल एवं पीसीसी सदस्य जयेंन्द्र रमोला ने संगठन पर जोर देने की बात पर कहा कि पूर्व में जो ब्लॉक एवं मंडलम की कमेटीयाँ बनाई गई थी उन पर पुनः ध्यान देने की जरूरत है क्योंकि उनमें से कुछ लोग उसे प्रकार से पार्टी हितों के लिए कार्य करने में सक्रिय भूमिका नहीं निभा रहे हैं तथा कुछ लोग नगर निगम चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी के विरुद्ध कार्य करते हुए पाए गए नगर निगम में मिली हार को बुलाकर हमें आगे की सुध लेते हुए हमें संगठन को मजबूत करने हेतु ब्लॉक एवं मंडलम अध्यक्षों एवं उनकी कार्यकारिणी पर बूथ लेवल से ही परिश्रम करना पड़ेगा तथा आज से ही मतदाता सूची पर काम करना पड़ेगा तभी 2027 में विधायक के चुनाव में अपनी जीत को प्रशस्त कर पाएंगे l
इसी क्रम में नगर निगम ऋषिकेश में महापौर और नगर आयुक्त के बीच हो रहे घमासान के बारे में महानगर कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष नि.पार्षद एडवोकेट राकेश सिंह ने कहा कि आज जो कुछ यहाँ देखने को मिल रहा है वह ऋषिकेश और नगर की जनता के विकास के लिए अच्छे संकेत नहीं है हमने नगर आयुक्त महोदय का वो कार्यकाल भी देखा है जब वो यहाँ उपजिलाधिकारी के पद पर आसीन थे वह बहुत सुलझे हुए और नियमों के बहुत सख्त व्यक्ति है तथा ना खाऊंगा ना खाने दूंगा के मूल मंत्र पर कार्य करते हैं और आज इस झगड़े की भी मुख्य वजह यही है ऋषिकेश स्थित भाजपा की छोटी सरकार को नियमों की सख्ती और कमीशनखोरी पर लगी ये लगाम पसंद नहीं आ रही महापौर और भाजपा के छुटभईया नेताओं तथा उनके चेलों ने जो नगर निगम के विकास कार्यों के लिए आई धनराशि की बंदरबाँट करने की जो योजना बनाई थी वह उनको विफल होती नजर आ रही है जिसके परिणाम स्वरूप ये विरोध हो रहा है और मुख्यमंत्री से उनको यहाँ से हटाने की गुहार लगाई जा रही है इस संबंध में मैं समस्त कांग्रेस कमेटी की ओर से महापौर महोदय एवं मुख्यमंत्री जी को चेता देना चाहता हूँ कि जल्द से जल्द इस विवाद को खत्म कर ऋषिकेश के विकास के कार्यों को आगे बढ़ाये अन्यथा कांग्रेस इस मुद्दे के लिए उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होगी l
आज की इस महत्वपूर्ण बैठक में विजयपाल सिंह रावत,भगवान सिंह पवार, गजेंद्र विक्रम शाही, दीपक प्रताप जाटव, मदन मोहन शर्मा, भगवती प्रसाद सेमवाल, मनीष शर्मा, राकेश अग्रवाल, ऋषि सिंघल,नीरज शर्मा, ललित मोहन मिश्रा, सूरज भट्ट राजेंद्र कोठारी, हरि सिंह नेगी, मनोज गोसाई, मनीष जाटव, रामकुमार भतालिए, अमित सरीन, आदित्य झा, विक्रम जीत वशिष्ठ, सुमित चौहान, प्रदीप जैन,भूपेंद्र राणा, जगजीत सिंह जग्गी, अमित शाह, गौरव यादव गोल्डी आदि कांग्रेसजन उपस्थित रहे l