Thursday, May 15, 2025
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अब स्मार्टफोन से होगी शराब पीने वालों की पहचान? ऐसे पकड़ लेगा सेंसर

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न्यूयॉर्क: आज के दौर में स्मार्टफोन (Smartphone) ज्यादातर लोगों के लिए सिर्फ बात करने भर के लिए जरूरत नहीं रह गया बल्कि एक अहम जरूरत बनता जा रहा है. लोग स्मार्टफोन के जरिए ही कई काम निपटा लेते हैं. अब स्मार्टफोन शराब पीने वाले व्यक्ति की भी पहचान कर सकता है. ये काम होगा स्मार्टफोन सेंसर की मदद से. सेंसर की मदद से शराब पीने वाले लोगों की पहचान की जा सकेगी, एक नई स्टडी में ऐसा दावा किया गया है.

भांग का नशा करने वालों पर हुई स्टडी

स्टडी में भांग का नशा करने वाले शख्स की पहचान करने के लिए स्मार्टफोन सेंसर डेटा का उपयोग किया गया था. जिसमें स्मार्टफोन सेंसर डेटा के कॉम्बिनेशन को 90 प्रतिशत तक सही पाया गया. रटगर्स यूनिवर्सिटी के रिसर्चर टैमी चुंग ने कहा, किसी व्यक्ति के फोन में सेंसर का उपयोग करके, हम यह पता लगा सकते हैं कि वह शख्स कब नशे में है और संबंधित नुकसान को कम करने के लिए इसका सबसे अधिक प्रभाव कब और कहां हो सकता है.
90 प्रतिशत तक सटीक जानकारी

जर्नल ड्रग एंड अल्कोहल डिपेंडेंस में पब्लिश स्डटी के लिए, शोधकर्ताओं ने उन युवा युवाओं से इकट्ठे किए गए डेटा का विश्लेषण किया गया जो भांग का नशा कर रहे थे. इन युवाओं ने प्रति सप्ताह कम से कम दो बार भांग का सेवन किया. स्टडी में पाया गया कि सप्ताह के दिन और दिन में भांग के नशे की सेल्फ-रिपोर्टिंग का पता लगाने में स्मार्टफोन सेंसर ने 90 प्रतिशत तक सटीक सूचना दी. इसके जरिए नशे की टाइमिंग का भी पता लगाया जा सका. अब दावा किया जा रहा है कि शराब का नशा करने वालों की भी पहचान हो सकेगी.

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का बड़ा बयान, भारत को SBI जैसे 4 या 5 और बैंकों की जरूरत

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केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Union Finance Minister Nirmala Sitharaman) ने कहा कि अर्थव्यवस्था और उद्योग की बढ़ती जरूरतों को पूरा करने के लिए भारत को भारतीय स्टेट बैंक (SBI) के बराबर आकार के 4 से 5 बैंकों की जरूरत है। इंडियन बैंक्स एसोसिएशन (Indian Banks’ Association) की 74वीं वार्षिक आम बैठक में ये बात साझा की।

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने रविवार को कहा कि उद्योग को इस बारे में सोचने की जरूरत है कि भारतीय बैंकिंग तत्काल और लंबी अवधि में कैसी होनी चाहिए। यह क्षेत्र बड़े पैमाने पर डिजिटल प्रक्रियाओं द्वारा संचालित होने जा रहा है। भारत को बहुत अधिक बैंकों और बहुत अधिक बड़े आकार के बैंकों की जरूरत है। ताकि देश की बढ़ती जरूरतों को पूरा करने के लिए रिकवरी हो सके।

सीतारमण ने वार्षिक बैठक में ये भी कहा कि महामारी से पहले ही बैंकों का विलय अर्थव्यवस्था की नई, बदलती और बढ़ती आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए किया गया था। अर्थव्यवस्था पूरी तरह से एक अलग विमान में जा रही है। महामारी से पहले भी सम्मेलन के लिए प्रेरक शक्ति यह थी कि भारत को बहुत अधिक बैंकों की आवश्यकता है। लेकिन बहुत अधिक बड़े बैंकों की।

आंध्र प्रदेश और ओडिशा के तट से टकराया चक्रवाती तूफान, पांच मछुआरे समुद्र में बहे, शुरू हुई तेज बारिश

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नई दिल्ली, एएनआइ। आंध्र प्रदेश और ओड़िशा के तटीय इलाकों से चक्रवाती तूफान गुलाब टकरा गया है। आंध्र प्रदेश में चक्रवात तूफान के दस्तक देते ही श्रीकाकुलम में भारी बारिश शुरू हो गई है। साथ ही तेज हवाएं भी चल रही हैं। जिला प्रशासन द्वारा तूफान से प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है। आइएमडी ने ताजा जानकारी दी है कि ओडिशा के भुवनेश्वर में भी चक्रवाती तूफान गुलाब के टकराने की प्रक्रिया रविवार शाम से शुरू हो गई है और यह करीब तीन घंटे तक जारी रह सकती है। इस प्रणाली ने आंध्र प्रदेश के कलिंगपट्टनम और ओडिशा के गोपालपुर के बीच के भूभाग को प्रभावित किया है। आइएमडी द्वारा चक्रवात की चेतावनी और उत्तर आंध्र प्रदेश और दक्षिण ओडिशा के तटीय इलाकों के लिए जारी की गईं हैं। दोनों ही राज्यों के तटीय इलाकों के पास तेज बारिश शुरू हो गई है।

# | Srikakulam in Andhra Pradesh witnessed strong winds and heavy rainfall due to Cyclone Gulab (Earlier visuals)

As per IMD, the landfall process has commenced in coastal regions of Andhra Pradesh and Odisha pic.twitter.com/RKSLzv5cGs

Cyclone Gulab LIVE UPDATES:

– चक्रवाती तूफान के चलते आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम के पांच मछुआरे आज शाम समुद्र में बह गए। ये सभी मछुआरे मंडासा तट पर लौट रहे थे की तभी तेज लहरें आईं और उनकी नाव पलट गई, जिसके चलते वे सभी समुद्र में बह गए। पुलिस और अन्य अधिकारी उन्हें बचाने की कोशिश कर रहे हैं। यह जानकारी वज्रपुकोट्टुरु के सब इंस्पेक्टर गोविंदराव ने दी है।

पीएम मोदी ने आंध्र प्रदेश के सीएम से ली स्थिति की जानकारी

इसके पहले चक्रवात तूफान से उत्पन्न स्थिति की जानकारी के लिए लिए पीएम नरेंद्र मोदी ने आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी से बात की थी। पीएम ने ट्वीट कर कहा था कि केंद्र से हर संभव सहायता का आश्वासन दिया है। मैं सभी की सुरक्षा और कल्याण के लिए प्रार्थना करता हूं।

वहीं, ओडिशा सरकार ने बचाव दल को संवेदनशील इलाकों में भेजा है। इसके साथ ही लोगों को निचले इलाकों से निकालने के लिए आदेश जारी किया है। ओडिशा डिजास्टर रैपिड एक्शन फोर्स (ODRAF) की 42 टीमों और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) के 24 दस्तों को दमकल कर्मियों के साथ सात जिलों- गजपति, गंजम, रायगडा, कोरापुट, मलकानगिरी, नबरंरपुर और कंधमाल में भेजा गया है।

NDRF की आठ टीमें आपातकालीन स्थिति के लिए रखी गईं रिजर्व में

एक अधिकारी ने बताया कि चक्रवाती तूफान से गंजम के गंभीर रूप से प्रभावित होने की आशंका है और अकेले उस क्षेत्र में 15 बचाव दल तैनात किए गए हैं। इसके अलावा, 11 अग्निशमन इकाइयां, ODRAF की छह टीमें और NDRF की आठ टीमें आपातकालीन उद्देश्यों के लिए रिजर्व में रखी गई हैं।

सरकारी अधिकारियों की रद हुईं छुट्टियां

गजपति और कोरापुट के जिला प्रशासन ने सरकारी कर्मचारियों की 25 और 26 सितंबर को छुट्टियां और छुट्टियां रद कर दी हैं। कलेक्टरों ने सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों को किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए अपने-अपने मुख्यालय पर डटे रहने का निर्देश दिया है।

दून में दो दिवसीय उत्तराखंड एडवेंचर फेस्ट शुरू, उत्तराखंड में रोमांच से भरपूर साहसिक पर्यटन की असीम संभावनाएं : डा. हरक सिंह

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देहरादून, उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद ने फिक्की फ्लो के सहयोग से रविवार को मालसी स्थित एक फार्म में दो दिवसीय एडवेंचर फेस्ट का आयोजन किया। इस मौके पर वन मंत्री हरक सिंह रावत ने पर्वतारोहण संबंधी सेवाओं के लिए सिंगल विंडो सिस्टम का उद्घाटन किया।

इसे वन विभाग व एनआइसी उत्तराखंड ने बनाया है। इस विंडो के शुरू होने से पर्वतारोहियों को अपने अभियान की अनुमति लेने को विभिन्न विभागों के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। इसके बाद पैनल चर्चा के दौरान डा. हरक सिंह रावत ने कहा कि उत्तराखंड में रोमांच से भरपूर साहसिक पर्यटन की असीम संभावनाएं हैं। साहसिक खेलों को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश सरकार और वन विभाग की ओर से पर्यटन विभाग की हर संभव मदद की जाएगी। पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर ने कहा कि प्रदेश में वन एवं वन्यजीव पर्यटन के साथ साहसिक खेलों की संभावनाओं और पर्यटन गतिविधियों को बढ़ाने देने के उद्देश्य से फेस्ट का आयोजन किया जा रहा है।
इसके साथ ही पर्यटन में करियर बनाने का सपना देख रहे छात्रों को साहसिक खेलों की बारीकियों से भी रूबरू करवाया जाएगा। एडवेंचर फेस्ट में राफ्टिंग, पैराग्लाइडिंग, माउंटेन बाइकिंग, हाट एयर बेलून, कैंपनिंग, आइस स्केटिंग, कयाकिंग समेत स्थानीय व्यंजन के स्टाल लगाए गए हैं। इस दौरान प्रमुख वन संरक्षक राजीव भरतरी, फिक्की फ्लो राज्य संयोजक डा. नेहा शर्मा, कर्नल अश्विनी पुंडीर, विवेक सिंह चौहान, पूनम चंद आदि मौजूद रहे।

कलयुगी पिता की हरकत…!, चार वर्षीय बेटी को बनाया हवस का शिकार, पुलिस से बचने को गंगा में लगाई कूद

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ऋषिकेश, कलयुगी बाप ने एक ऐसा कार्य किया कि हरकोई हदप्रद है, घटना ॠषिकेश के शीशमझाड़ी क्षेत्र की है, जहां मासूम के लिये पिता हैवानियत बनकर आया। उसने अपनी चार वर्षीय बेटी को हवस का शिकार बना डाला। पीडि़ता की मां की तहरीर पर पुलिस ने आरोपित के खिलाफ दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया। पुलिस से बचने के लिए उसने गंगा में कूद लगा दी थी, जल पुलिस की मदद से उसे दबोचा गया।

मुनिकीरेती के थाना प्रभारी निरीक्षक कमल मोहन भंडारी के अनुसार घटना के वक्त बच्ची कमरे में अकेली थी, उसकी मां घर के आंगन में कपड़े धो रही थी। बच्ची की चीख पुकार सुनकर वह कमरे में गई तो पति की हरकत देखकर उसके पैरों तले जमीन खिसक गई। वह बच्ची के साथ दुष्कर्म कर रहा था। पत्नी को कमरे में आता देख वह फरार हो गया।

प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि पीडि़ता की मां ने पुलिस को घटना की सूचना दी। पीड़ि‍ता का एसपीएस राजकीय चिकित्सालय ऋषिकेश में मेडिकल कराया गया। डाक्टरों के मुताबिक मेडिकल में बच्ची से दुष्कर्म की पुष्टि हुई है। पुलिस के अनुसार आरोपित की तलाश की जा रही थी, तभी वह शीशमझाड़ी के समीप गंगा में कूद गया। वह गंगा की धारा के साथ बहने लगा।

जल पुलिस और आपदा प्रबंधन विभाग दल ने त्रिवेणी घाट के पास उसे सुरक्षित नदी से बाहर निकालकर गिरफ्तार कर लिया, दुष्कर्म के आरोपित पिता को जब पुलिस ढूंढ रही थी तो वह बचने के लिए गंगा में कूद गया। पुलिस ने तत्काल आपदा प्रबंधन दल और जल पुलिस को इसकी सूचना दी। मुनिकीरेती की टीम गंगा में आरोपित को निकालने के लिए जब गंगा में पहुंची तो वह धारा के साथ बहने लगा। जल पुलिस की टीम में चंद्रभागा के समीप इस व्यक्ति को गंगा से बाहर निकाला और उसे कैलाश गेट पुलिस चौकी लाया गया। आरोपित को पुलिस ने हिरासत में लेकर उससे पूछताछ की।

 

 

गांधी स्तंभ के नीचे कृष्णा नगर कालोनीवासियों की जबरदस्त भीड़, एक दिवसीय उपवास पर बैठे लोग

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ऋषिकेश, कृष्णा नगर कालोनी जनकल्याण संघर्ष समिति के बैनर तले स्थानीय नागरिकों ने त्रिवेणी घाट गांधी स्तंभ के नीचे एक दिवसीय उपवास शुरू किया। कालोनी वासी स्थानीय विधायक के खिलाफ काम नहीं तो वोट नहीं का नारा बुलंद करते हुए कृष्णा नगर को नगर निगम में शामिल किए जाने की मांग कर रहे हैं। कृष्णा नगर कालोनी जनकल्याण संघर्ष समिति के बैनर तले स्थानीय नागरिक लंबे समय से क्षेत्र को नगर निगम में शामिल किए जाने की मांग कर रहे हैं। नगर निगम की ओर से इस संबंध में प्रस्ताव पारित हो चुका है। तत्कालीन मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत इसकी घोषणा कर चुके हैं।

 

जन आशीर्वाद यात्रा में यहां पहुंचे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी एक सप्ताह पूर्व सार्वजनिक रूप से यह घोषणा कर चुके हैं कि वह कृष्णा नगर वासियों को उजडऩे नहीं देंगे। इसके बावजूद इस दिशा में कोई कार्रवाई आगे नहीं बढ़ी है। संघर्ष समिति ने इस मामले में रविवार को गांधी स्तंभ के नीचे एक दिवसीय उपवास कार्यक्रम की घोषणा की थी। जिसके तहत जहां उपवास धरना शुरू कर दिया गया।

कृष्णा नगर कालोनी वासी लोक निर्माण विभाग निरीक्षण भवन हरिद्वार रोड से पैदल मार्च निकालते हुए गांधी नंबर तक पहुंचे। उन्होंने स्थानीय विधायक प्रेमचंद अग्रवाल के खिलाफ नारेबाजी की। नागरिकों का कहना है कि 14 वर्ष बीतने के बाद भी विधायक ने यहां के 3000 परिवार और 15000 आबादी की चिंता नहीं की। यहां के निवासियों को सिर्फ राजनीतिक दलों के जलसों की भीड़ बनाया जाता रहा है |

प्रधानमंत्री की घर-घर शौचालय योजना, हर घर नल योजना, स्वच्छता अभियान, उज्ज्वला योजना का लाभ कृष्णा नगर के नागरिकों को नहीं मिल पा रहा है। इस मामले में संघर्ष समिति के मुख्य संरक्षक डा. बीएन तिवारी ने बताया कि प्रत्येक रविवार को कृष्णा नगर वासी अपनी मांग और विधायक के खिलाफ प्रभात फेरी निकालेंगे। 15 अक्टूबर से इस मांग को लेकर अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया जाएगा। उपवास में संघर्ष समिति अध्यक्ष अशोक बेलवाल, रामवृक्ष तिवारी, खुशहाल सिंह, प्रेम बहादुर, हनीफ, मोहन, अरुण कुमार, नवल, भरत शाह आदि शामिल हुए।

सीपीएम का 16वां जिला सम्मेलन : भारत बंद के समर्थन में कार्यकर्ताओं ने निकाली रैली

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विकासनगर, भारत की कम्युनिस्ट पार्टी मा‌र्क्सवादी का 16वां जिला सम्मेलन बढ़ती सांप्रदायिकता, जनसमस्याओं और केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ बड़े जन आंदोलन विकसित करने के संकल्प के साथ संपन्न हो गया। सहसपुर में आयोजित सम्मेलन में कार्यकर्ताओं ने सोमवार 27 सितंबर के भारत बंद के समर्थन में सहसपुर बाजार में रैली भी निकाली। सम्मेलन में 17 सदस्यीय जिला कमेटी के सात सदस्यों की मौजूदगी में कामरेड राजेंद्र पुरोहित जिला सचिव व सचिव मंडल में कमरुद्दीन, अनंत आकाश, लेखराज, माला गुरुंग, किशन गुनियाल, शंभू प्रसाद ममगाईं चुने गए।
सम्मेलन में हुए चुनाव में जिला कमेटी में शेर सिंह, सुधा देवली, भगवंत पयाल, सुंदर थापा, हिमांशु चौहान, रंजन सोलंकी, नुरैशा अंसारी, याकूब अली, गगन गर्ग, पुरुषोत्तम बडोनी को रखा गया है।

स्थायी आमंत्रित सदस्यों में अमर बहादुर शाही, विनोद खंडूरी, जानकी चौहान, रजनी गुलेरिया, इंदेश नौटियाल को चुना गया। तीन स्थान रिक्त रखे गए हैं। सम्मेलन में सांप्रदायिकता, बेरोजगारी, मंहगाई, अशिक्षा व जनता के विभिन्न मुद्दों पर संघर्ष का संकल्प लिया गया। इस दौरान जिले के करीब सौ कार्यकत्र्ताओं ने पार्टी के प्रतिनिधित्व के रूप में हिस्सेदारी कर वर्तमान राजनैतिक स्थिति से लेकर अपने क्षेत्र और जनपद की विभिन्न समस्याओं पर अपनी बात रखी और सुझाव रखे। सम्मेलन में केंद्र सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ एकजुटता के साथ संघर्ष करने के लिए व्यापाक जन आंदोलन विकसित करने और जनता को शिक्षित करने का फैसला लिया गया।

मंहगी शिक्षा, मंहगाई, बेरोजगारी, शीर्ष स्तर पर भ्रष्टाचार व अनियोजित विकास के सवाल पर संघर्ष का निर्णय लिया गया। सम्मेलन में दलित, अल्पसंख्यक, महिलाओं के उत्पीड़न व अपराध के सशक्त आंदोलन को विकसित करने का निर्णय भी लिया। सम्मेलन में तीन कृषि कानूनों, मजदूर विरोधी कानूनों के खिलाफ एकजुटता प्रदर्शित की गई। सम्मेलन में वक्ताओं ने अनियोजित विकास, स्मार्ट सिटी की आड़ में भविष्य में जनता पर अनेक प्रकार के कर व विभागों के निजीकरण कर स्थानीय निकायों को कमजोर और अधिकारहीन करने की साजिश की संज्ञा दी। सम्मेलन में मलिन बस्तियों के नियमितकरण का सुझाव दिया। स्वास्थ्य व्यवस्था का सार्वभौमिकरण कर सभी को सस्ती स्वास्थ्य व्यवस्था की मांग भी की गई। आय, व्यय का विवरण एनएस पंवार ने दिया, जबकि शंभू प्रसाद ममगाईं ने रिपोर्ट पेश की। इस पर सचिव राजेंद्र पुरोहित ने जवाब दिया। सम्मेलन व रैली में शिव प्रसाद देवली, उदय राम ममगाईं, राजकुमार बस्नेत, रजनी गुलेरिया, सुप्रिया भंडारी, गगन गर्ग, मोनिका, जानकी, चंदा, याकूब अली,देवसिंह, शिशुपाल नेगी, बलदेव राम टम्टा, रविन्द्र नौडियाल, सीमा, नवीन, दयाकृष्ण, पीयूष शर्मा, विजय भट्ट, इंद्रेश नौटियाल, सतीश धौलाखंडी, इस्लाम, सुंदर थापा,रामसिंह भंडारी, पर्यवेक्षक सुरेंद्र सजवाण आदि शामिल रहे।

मुख्यमंत्री ने किया परिवहन क्षेत्र के व्यवसायों, चालक, परिचालक, क्लीनर कोविड राहत पैकेज का शुभारम्भ

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देहरादून,  मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को मुख्यमंत्री आवास स्थित जनता दर्शन हॉल में कोविड-19 से प्रभावित परिवहन व्यवसायियों (चालक/परिचालक/क्लीनर) को सरकार द्वारा दी जाने वाली आर्थिक सहायता योजना का विधिवत शुभारंभ किया। कार्यक्रम में मौजूद विभिन्न बस, टैक्सी यूनियन से जुड़े पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री का आभार जताया। इस योजना के तहत प्रदेश भर के 103235 चालक/परिचालक/क्लीनर को 2000 रुपए प्रतिमाह की दर से 6 माह तक प्रदान किया जाएगा।

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि सरकार लगातार प्रयास कर रही है कि कोविड से प्रभावित हर वर्ग, हर व्यवसाय से जुड़े लोगों को लाभ पहुँचाया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड के कारण सरकार को राजस्व प्राप्तियां भी सीमित हुई हैं लेकिन सरकार साझेदार के रूप में काम करेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार सरेंडर पॉलिसी और हिल इंडोसमेंट नियमावली पर भी विचार करेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार चारधाम यात्रा के अंतर्गत की संख्या बढ़ाने का भी प्रयास करेगी। सरकार की तरफ से चारधाम में सभी व्यवस्था की जा रही है, कोविड प्रोटकॉल का भी पूरा पालन चारधाम यात्रा में किया जा रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने हाल में ही एवियशन फ्यूल टैक्स में 18 प्रतिशत की कटौती करते हुए बड़ा निर्णय लिया है। सरकार के इस निर्णय के बाद भले ही हमारे राज्य को टैक्स का कुछ नुकसान उठाना पड़े लेकिन प्रदेश के लिए यह फायदेमंद होगा। एवियशन कंपनीज रिफ्यूलिंग और नाइट स्टे हेतु अधिक से अधिक प्रदेश का रुख़ करेंगी। एविएशन कंपनियों के मूवमेंट से इसका सीधा फायदा स्थानीय व्यवसायियों को टैक्सी संचालकों को लाभ होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा युवा प्रदेश है, सबका साथ, सबका विकास एवं सबका विश्वास की नीति के साथ हम प्रदेश को विकास की राह पर मार्ग पर आगे ले जा रहे हैं। उत्तराखण्ड हिन्दुस्तान का सबसे बेहतर राज्य बने हम सबके सहयोग से इस दिशा में कार्य कर रहे हैं। हमारा एजेंडा सिर्फ विकास का है।

कार्यक्रम में अध्यक्षता करते हुए परिवहन मंत्री श्री यशपाल आर्य ने परिवहन व्यवसायियों को दिए जा रहे इस आर्थिक पैकेज को लेकर मुख्यमंत्री का आभार जताया। परिवहन मंत्री श्री आर्य ने कहा कि प्रदेश में कोविड काल के बाद आर्थिक गतिविधियों पर काफी प्रभाव पड़ा है, सरकार ने सीमित संसाधनों के बावजूद परिवहन क्षेत्र के व्यवसायियों के हित में यह निर्णय लिया।

सचिव परिवहन डॉ. रंजीत सिन्हा ने कार्यक्रम में जानकारी देते हुए बताया कि इस योजना के तहत पहले चरण में 36100 परिवहन व्यवसायों को डीबीटी के माध्यम से राज्य सरकार द्वारा आगामी 6 माह तक रुपए दो हजार प्रतिमाह आर्थिक सहायता दी जाएगी। जिसमें 34635 चालक, 930 परिचालक और 535 क्लीनर शामिल हैं। सचिव परिवहन ने बताया कि इस योजना के सफल क्रियान्वयन हेतु परिवहन विभाग द्वारा ऑनलाइन पोर्टल का निर्माण करते हुए व्यापक प्रचार-प्रसार के माध्यम से राज्य के समस्त सार्वजनिक वाहनों के चालकों, परिचालकों एवं क्लीनर्स को उक्त पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन हेतु आमंत्रित किया गया था। पोर्टल पर प्राप्त आवेदनों का विभागीय स्तर पर सत्यापन करते हुए पात्र लाभार्थियों की सूची तैयार की गई है।

परिवहन आयुक्त श्री दीपेन्द्र चौधरी ने आभार व्यक्त किया, कार्यक्रम में परिवहन विभाग के तमाम अधिकारियों समेत विभिन्न परिवहन यूनियन के पदाधिकारी मौजूद रहे।

विश्व पर्यटन दिवस पर मुख्यमंत्री ने दी प्रदेशवासियों को शुभकामना

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मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने विश्व पर्यटन दिवस के अवसर पर प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं दी हैं। विश्व पर्यटन दिवस की पूर्व संध्या पर जारी अपने संदेश में मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश का नैसर्गिक प्राकृतिक सौन्दर्य सदियों से पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र रहा है। जबकि यहां के चारधाम देश व दुनिया के करोड़ों लोगों के आस्था के केंद्र रहे हैं। प्रदेश की अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान करने मे पर्यटन का महत्वपूर्ण योगदान है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्यटन दिवस को मनाये जाने का मुख्य उद्देश्य, दुनियाभर में लोगों को पर्यटन के महत्व के प्रति जागृत करना है। उन्होंने कहा कि पर्यटन की किसी भी देश के सामाजिक, सांस्कृतिक और आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका होती है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में चारधाम सड़क परियोजना एवं ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेलवे लाईन का निर्माण तेजी से हो रहा है। इससे प्रदेश में आने वाले पर्यटकों, तीर्थयात्रियों को आवागमन में आसानी होगी। रोड़ कनेक्टिविटी एवं हवाई कनेक्टिविटी के विस्तार से निश्चित रूप से राज्य के पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और राज्य की आर्थिकी के लिए लाभकारी होगा। श्री केदारनाथ धाम का पुनर्निर्माण कार्य अंतिम चरण पर है। इसे विश्व स्तरीय धार्मिक स्थल बनाया जा रहा है।

बद्रीनाथ मन्दिर के सौन्द्रयीकरण की दिशा में पहल की गई है। उन्होंने कहा कि साहसिक पर्यटन के दृष्टिगत माउंटेनियरिंग, रिवर राफ्टिंग, ट्रैकिंग, कैम्पिंग, पैराग्लाईडिंग, माउंटेन बाईकिंग आदि गतिविधियों का भी राज्य में काफी विस्तार हुआ है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमण के चलते आर्थिक मंदी से जूझ रहे चारधाम यात्रा और पर्यटन से जुड़े कारोबारियों के लिए राज्य सरकार ने 200 करोड़ रुपए के आर्थिक पैकेज जारी कर संजीवनी देने का काम किया। जिसकी बदौलत चारों धाम के होटल, रेस्टोरेंट, टैक्सी संचालक आदि के साथ ही पर्यटन क्षेत्र से जुड़े लोगों के लिए एकमुश्त सहायता राशि सरकार द्वारा उपलब्ध करायी गई है। यह धनराशि लाभार्थियों के खाते में सीधे जमा करायी जा रही है।

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि पर्यटन हमारी आर्थिकी का महत्वपूर्ण विषय रहा है। इसके लिये राज्य में नये पर्यटन स्थलों के विकास के साथ ही पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा देने तथा पर्यटकों की सुख सुविधाओं का विशेष ध्यान दिये जाने पर कार्य किया जा रहा है। हमारा प्रयास राज्य के नैसर्गिक प्राकृतिक सौन्दर्य, समृद्ध सांस्कृतिक विरासत एवं जैव विविधता को देश व दुनिया के सामने लाना है।

सन्त शिरोमणि स्वामी वामदेव जी महाराज की प्रतिमा का मुख्यमंत्री धामी ने किया अनावरण

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हरिद्वार, प्रदेश के मुखिया पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को आस्था पथ, हरिद्वार में ब्रह्मलीन वीतराग सन्त शिरोमणि स्वामी वामदेव जी महाराज की प्रतिमा का अनावरण किया तथा सन्तों का अशीर्वाद लिया। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर घोषणा की कि आस्था पथ स्थित यह वाटिका सन्त शिरोमणि स्वामी वामदेव के नाम से जानी जायेगी तथा इस वाटिका की देखरेख का कार्य हरिद्वार-रूड़की विकास प्राधिकरण करेगा।

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने संबोधन में कहा कि ब्रह्मलीन बीतराग सन्त शिरोमणि स्वामी वामदेव जी महाराज श्री राम मन्दिर आन्दोलन के स्तम्भ सन्त थे। वे विलक्षण प्रतिभा के धनी थे। उन्होंने गोरक्षा तथा श्री राम मन्दिर के लिये अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम उत्तराखण्ड को आध्यात्मिक राजधानी बनाने के साथ ही आर्थिक रूप से भी सशक्त व मजबूत राज्य बनाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि कोविड-19 की वजह से कांवड़ यात्रा हमें प्रतीकात्मक करनी पड़ी, जिसमें सभी का सहयोग प्राप्त हुआ। उन्होंने कहा कि आगामी दिसम्बर माह तक पूरे प्रदेश में सम्पूर्ण वैक्सीनेशन किया जायेगा। बागेश्वर तथा रूद्रप्रयाग जनपद में शत-प्रतिशत वैक्सीनेशन हो गया है तथा कुछ जनपदों में 95 प्रतिशत तक वैक्सीनेशन हो गया है। उन्होंने कहा कि हमें केन्द्र से पर्याप्त वैक्सीन प्राप्त हो रही है।

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि जो भी घोषणाएं की जा रही हैं, वे सभी पूर्ण की जायेंगी। वित्त विभाग से परामर्श के बाद ही घोषणा की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि जिस कार्य का भी हम शिलान्यास करेंगे, उसका लोकार्पण भी करेंगे। उन्होंने कहा कि अगले 10 सालों में उत्तराखण्ड को अनेक क्षे़त्रों में अग्रणी राज्य बनाया जायेगा।

स्वामी अनन्त गिरि महाराज ने कहा कि स्वामी वामदेव जी ने हमेशा सनातनी परम्पराओं का पालन किया। महानिर्वाणी अखाड़ा के सचिव महन्त रविन्द्रपुरी ने कहा कि सभी के अथक प्रयासों से आज मां गंगा के तट पर स्वामी वामदेव की प्रतिमा का अनावरण हुआ, जिसके लिये सभी बधाई के पात्र हैं।

इस अवसर पर जगत्गुरू शंकराचार्य, महामण्डलेश्वर हरिचेतनानन्द, स्वामी वासुदेवानन्द महाराज, श्री राजेन्द्र देवाचार्य, विश्व हिन्दू परिषद के संरक्षक श्री दिनेश चन्द्र , डॉ. सच्चिदानन्द साक्षी ,श्री महन्त ज्ञानदेव जी महाराज निर्मल अखाड़ा, महन्त अविचलदास जी महाराज, स्वामी राजेन्द्र देवाचार्य , महामण्डलेश्वर अनन्तदेव गिरिजी महाराज, स्वामी देवानन्द सरस्वती महाराज, आचार्य धर्मदेव , स्वामी ललितानन्द , स्वामी जितेन्द्रानन्द, श्री नितिन गौतम, पूर्व मेयर श्री मनोज गर्ग, जिलाधिकारी श्री विनय शंकर पाण्डेय, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. योगेन्द्र सिंह रावत, अपर जिलाधिकारी श्री प्यारेलाल शाह, एचआरडीए सचिव श्री उत्तम सिंह चौहान, एसडीएम श्री पूरण सिंह राणा, सिटी मजिस्ट्रेट श्री अवधेश कुमार सिंह सहित पदाधिकारीगण तथा साधु-सन्त उपस्थित थे।

उत्तराखंड चारधाम यात्रा : 26 सितंबर 4 बजे सायं तक तीर्थयात्रियों/ दर्शनार्थियों की संख्या निम्नवत् रही |

श्री बदरीनाथ धाम – 750
श्री केदारनाथ धाम – 639

श्री गंगोत्री धाम- 461
श्री यमुनोत्री धाम- 400

कुल दर्शनार्थियों की संख्या – 2250

18 सितंबर से 26 सितंबर तक
चारधाम पहुंचे संपूर्ण तीर्थ यात्रियों की संख्या- 17552 (सत्रह हजार पांच सौ बावन)

• श्री हेमकुंड साहिब जी /
श्री लोकपाल तीर्थ में आज 604 श्रद्धालु पहुँचे |