केंद्र सरकार ने फैमिली पेंशन को लेकर एक अहम बदलाव किया है। इसका फायदा रक्षा मंत्रालय के कर्मचारियों को मिलेगा। रक्षा मंत्रालय की ओर से जारी बयान के मुताबिक मानसिक या शारीरिक रूप से विकलांग बच्चों और भाई-बहनों को पारिवारिक पेंशन देने के लिए आय मानदंड बढ़ाने का फैसला हुआ है।
वर्तमान में, एक विकलांग बच्चा या मृतक पेंशनभोगी का भाई-बहन पारिवारिक पेंशन के लिए पात्र हैं। हालांकि, पारिवारिक पेंशन उन्हें ही मिलती है जिन्हें बाहरी आय 9,000 रुपये से अधिक नहीं हो। इसका लाभ वही परिवार ले सकता है जिसकी दूसरे स्रोतों से होने वाली कुल आय, मृत सरकारी कर्मचारी/पेंशनर को मिले आखिरी वेतन का 30 प्रतिशत और उस पर स्वीकृत मंहगाई राहत भत्ते के बराबर या उससे कम हो। इस तरह के मामलों में वित्तीय लाभ आठ फरवरी 2021 से प्रभावी होंगे।
केंद्रीय सिविल सेवा (पेंशन) नियम, 1972 के नियम 54(6) के अनुसार, मृत सरकारी कर्मचारी या पेंशनभोगी का मानसिक या शारीरिक रूप से अशक्त बच्चा/भाई-बहन आजीवन पारिवारिक पेंशन के लिए पात्र है। इसी नियम के तहत पेंशन दिया जाता है। आपको बता दें कि बीते दिनों केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने भी पेंशन के नियमों में बदलाव की बात कही थी।
बदल गए फैमिली पेंशन के नियम, जानिए किन लोगों को मिलेगा फायदा
उद्यमियों की सहायता के लिए सिंगल विंडो सिस्टम का किया जाए सरलीकरण, बनाई जाए प्रभावी एवं कारगर नीति
देहरादून। मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को सचिवालय में उद्योग विभाग की समीक्षा की। उन्होंने प्रदेश में उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए व्यापक प्रयासों की जरूरत बताते हुए बड़े उद्योगपतियों से संवाद कर प्रदेश में उद्योग लगाने हेतु आकर्षित करने, उद्योगों में स्थानीय लोगों को अधिक से अधिक रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने, उद्यमियों की सहायता के लिए सिंगल विंडो सिस्टम का सरलीकरण और अधिक प्रभावी बनाए जाने के साथ ही उद्योगों की स्थिति एवं समस्याओं आदि की जानकारी के लिए कांक्रीट ऑडिट की व्यवस्था पर ध्यान देने को कहा है।
मुख्यमंत्री ने प्रदेश के पर्वतीय क्षेत्रों में औद्योगीकरण को बढ़ावा देने के साथ ही औद्योगिक क्षेत्रों में अवस्थापना सुविधाओं के विकास पर ध्यान देने के भी निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि उद्योगों से संबंधित लंबित प्रकरणों का त्वरित निस्तारण तत्परता एवं समयबद्धता के साथ किया जाए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा उद्योगों के हित में लिए गए निर्णयों की भी जानकारी उद्यमियों को होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि राज्य में औद्योगिक अवस्थापना सुविधाओं के विकास एवं निवेशकों से संवाद से निवेश संवर्धन एवं आर्थिक विकास में मदद मिलेगी। उन्होंने युवाओं में उद्यमिता एवं स्वरोजगार के प्रति अभिरुचि पैदा करने की भी जरूरत बताई। उन्होंने मेगा इंडस्ट्रियल पॉलिसी, मेगा टेक्सटाइल पॉलिसी, क्रय वरीयता नीति, एम.एस.एम.ई. इकाइयों को दी जाने वाली सहूलियतों से संबंधित नियमों में किए जाने वाले आवश्यक संशोधनों पर त्वरित कार्यवाही किए जाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने इन विषयों पर त्वरित निर्णय हेतु मुख्य सचिव के स्तर पर सभी सम्बन्धित विभागों की बैठक आयोजित किये जाने के भी निर्देश दिये हैं।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने औद्योगिक विकास योजना को विस्तारित किये जाने, जनपद हरिद्वार मे इन लेण्ड कन्टेनर डिपो की स्थापना, सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यम के अन्तर्गत कल्स्टर विकास योजनाओं, अमृतसर-कोलकता इंडस्ट्रियल कोरिडोर, खटीमा एवं टनकपुर में सिड़कुल की स्थापना से सम्बन्धित प्रस्तावों के क्रियान्वयन मे भी तेजी लाये जाने को कहा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा उद्देश्य प्रदेश में औद्योगिकरण को बढ़ावा देना है। राज्य में उद्योगों के अनुकूल माहोल है। कानून व्यवस्था की भी कोई समस्या नही है। बिजली की उपलब्धता है, इनके साथ ही राज्य का शान्त एवं स्वच्छ वातावरण उद्यमियों के अनुकूल है। इसके लिये सभी विभागों को समेकित प्रयासों पर ध्यान देना होगा। राज्य का औद्योगिक वातावरण प्रदेश की आर्थिकी एवं रोजगार सृजन में भी मददगार है।
बैठक में सचिव उद्योग श्रीमती राधिका झा ने व्यापक प्रस्तुतीकरण के माध्यम से प्रदेश में उद्योगों की स्थिति विभागीय कार्यों एवं प्रदेश में व्यापक औद्योगिकीकरण के लिये किये जा रहे प्रयासों, नीतियों कार्यक्रमों के साथ ही सिडकुल औद्योगिक क्षेत्र हरिद्वार पंतनगर, सेलाकुई, कोटद्वार,आईटी पार्क देहरादून, सितारगंज एस्कार्ट फार्म में उपलब्ध एवं आवंटित भूमि आदि की भी जानकारी दी।
बैठक मे कैबिनेट मंत्री श्री गणेश जोशी, मुख्य सचिव डॉ. एस.एस.सन्धू, अपर मुख्य सचिव श्री आनन्द वर्धन, प्रबन्ध निदेशक सिड़कुल श्री रोहित मीणा, निदेशक उद्योग श्री सुधीर नौटियाल, उप निदेशक श्री अनुपम द्विवेदी एवं अन्य अधिकारियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से सभी जनपदों के महाप्रबन्धक उद्योग उपस्थित थे।
रियलिटी शो बिग बॉस में दिखेंगी उत्तराखंड की डोनल बिष्ट
देहरादून। रियलिटी शो बिग बॉस के 15वें सीजन में उत्तराखंड के चमोली की डोनल बिष्ट भी नजर आएंगी। डोनल का बिग बॉस में जाना तय हो गया है। वे टेलीविजन और वेब सीरीज की दुनिया का चिर-परिचित चेहरा हैं। ग्लैमर वर्ल्ड में आने से पहले वे एक न्यूज चैनल में बतौर एंकर काम कर रही थीं। बिग बॉस का यह सीजन दो अक्तूबर से कलर्स चैनल पर प्रसारित होगा। डोनल ने डीडी नेशनल के लिए चित्रहार (2015) भी होस्ट किया है।
वे सबसे पहले टीवी शो ‘एयरलाइंस’ में नजर आई थीं। इसके बाद ‘टि्व्स्ट वाला लव’ में लीड रोल में दिखीं, जिसमें उन्होंने डॉक्टर शैली का किरदार निभाया था। ‘कलश-एक विश्वास’ में डोनल ने साक्षी देओल की भूमिका अदा की थी। इसके अलावा वे ‘एक दीवाना था’, ‘लाल इश्क’ और ‘दिल तो हैप्पी है जी’ में भी काम कर चुकी हैं। डोनल सोशल मीडिया में काफी सक्रिय हैं। इंस्टाग्राम पर उनके फॉलोवर की संख्या एक मिलियन के करीब है। सुशांत सिंह राजपूत मामले में उन्होंने बेबाकी से अपनी राय रखी थी। कभी वे ब्यूटी टिप्स देती नजर आती रहीं तो कभी अपने अनुभव भी प्रशंसकों से साझा करती रहीं। दर्शकों को भी उन्हें बिग बॉस-15 में देखने का इंतजार है। डोनल ने पत्रकारिता की पढ़ाई के बाद मॉडलिंग और एक्टिंग में करियर बनाया है। चित्रहार की एंकरिंग से टेलीविजन की दुनिया में शुरुआत करने के बाद डोनल ने स्टार प्लस, लाइफ ओके जैसे कई चैनल में सीरियल्स किए। एक शार्ट वेब सीरीज में भी डोनल बिष्ट ने अभिनय किया है।
डोनल के अलावा एक्टर प्रतीक सहजपाल, उमर रियाज, एक्ट्रेस शमिता शेट्टी और कोरियोग्राफर निशांत भट्ट भी यहां नजर आएंगे।
मुख्यमंत्री ने हरिद्वार में किया महिला स्वयं सहायता समूहों की कार्यशाला को सम्बोधित
हरिद्वार/देहरादून, मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने आजादी का अमृत महोत्सव के अन्तर्गत उत्तराखण्ड राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन एवं ग्राम्य विकास विभाग द्वारा रूपराज पैलेस, शाहपुर शीतलाखेड़ा, हरिद्वार में महिला स्वयं सहायता समूहों की एक दिवसीय कार्यशाला में प्रतिभाग किया।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कार्यक्रम स्थल पर विभिन्न विभागों एवं स्वयं सहायता समूहों द्वारा लगायी गयी विभिन्न उत्पादों की प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया। उन्होंने स्वयं सहायता समूहों के प्रयासों की भी सराहना की।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि लालढांग क्षेत्र में झूला पुल का निर्माण किया जायेगा। बहादरपुर जट में एक डिग्री कॉलेज का निर्माण कराया जाएगा। लालढांग के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र का सुदृढ़ीकरण किया जाएगा तथा जनपद हरिद्वार में प्रदेश स्तरीय किसान भवन का निर्माण किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा बनाये गये बहुत सारे उत्पाद बाजारों में बिक नहीं पाये, हमारी सरकार स्वयं सहायता समूह, जो स्वरोजगार योजनाओं को चला रही हैं, उनकी सहायता के लिये आगे आई है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने स्वयं सहायता समूहों को दिये जाने वाले ऋण पर ब्याज की प्रतिपूर्ति हेतु कुल 1451 स्वयं सहायता समूहों को रू0 111.2749 लाख बटन डिजिटल माध्यम जारी किये।
कार्यक्रम में कोरोना महामारी से प्रभावित शंकुल स्तरीय संगठनों (सीएलएफ) के आर्थिक सुदृढ़ीकरण हेतु मुख्यमंत्री द्वारा कुल 14 सीएलएफ को पाँच-पाँच लाख रूपये की आर्थिक सहायता के चेक भी वितरित किये गये। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कोरोना काल में उत्कृष्ट कार्य करने वाले स्वयं सहायता समूहों को प्रमाण पत्र तथा स्वयं सहायता समूहों को वित्तीय सहायता उपलब्ध कराने वाले बैंकों को भी प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित भी किया।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने इस अवसर पर कोरोना महामारी में अपने रोजगार से प्रभावित कुल 3128 स्वयं सहायता समूहों को आर्थिक मजबूती दिये जाने के उद्देश्य से पूर्व घोषित 06 माह तक प्रतिमाह रूपये 2000/ की किस्त के हिसाब से 03 माह हेतु रूपये 6000/ की धनराशि के चेक भी वितरित किये।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी, उज्जवला योजना लेकर आये, जिसके तहत महिलाओं को गैस का चूल्हा दिया गया। प्रधानमंत्री ने बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओं अभियान शुरू किया, जिससे बालक-बालिकाओं में असमानता दूर हुई है। मुख्यमंत्री ने आयुष्मान भारत योजना का जिक्र करते हुए कहा कि इसका लाभ अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति तक मिल रहा है। उन्होंने कहा कि आयुष्मान भारत योजना के तहत प्रतिवर्ष 05 लाख रूपये का इलाज मुफ्त किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अभी तक साढ़े तीन लाख लोग इस योजना के तहत लाभान्वित हो चुके हैं। उन्होंने बताया कि इस योजना में अब कई गम्भीर बीमारियों का इलाज भी शामिल किया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हर घर को नल से जल योजना के तहत वर्ष 2023 तक हर घर को स्वच्छ जल मिलेगा। ग्रामीण क्षेत्रों में इस योजना के तहत केवल एक रुपये में कनेक्शन दिया जाएगा। जबकि शहरी क्षेत्रों में 100 रू. में कनेक्शन की व्यवस्था की गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम जितनी घोषणाएं करेंगे, उनको पूरा भी करेंगे। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार के तीन मंत्र है, सरलीकरण, समाधान तथा निस्तारण। श्री धामी ने कहा कि हमने अधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि प्रत्येक कार्यालय दिवस में प्रातः 10 से 12 बजे तक उपस्थित रहकर आम जनता की समस्याओं का निराकरण करें। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में उत्तराखण्ड हर क्षेत्र में देश का अग्रणी राज्य बनेगा तथा उत्तराखण्ड की हर व्यवस्था विश्व स्तरीय होगी। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर शहीद भगत सिंह की जयंती के अवसर पर उनको सादर नमन कर श्रद्धांजलि अर्पित की।
कार्यक्रम में ग्राम्य विकास मंत्री श्री स्वामी यतीश्वरानन्द ने कहा कि महिला स्वयं सहायता समूहों को हर क्षेत्र में कैसे मजबूत किया जाए, कैसे उनके बनाये उत्पादों के लिए बाजार उपलब्ध कराया जाए, इसके लिए हमारी सरकार लगातार प्रयासरत है। इस अवसर पर विधायक लक्सर श्री संजय गुप्ता ने मुख्यमंत्री को स्थानीय समस्याओं से भी अवगत कराया।
कार्यक्रम में विधायक खानपुर श्री कुंवर प्रणय सिंह चैम्पियन, विधायक रानीपुर श्री आदेश चैहान, विधायक ज्वालापुर श्री सुरेश राठौर, विधायक रूड़की श्री प्रदीप बत्रा, विधायक-झबरेड़ा श्री देशराज कर्णवाल, जिलाध्यक्ष भाजपा डॉ0 जयपाल सिंह चौहान, चेयरमेन नगर पालिका लक्सर श्री अम्बरीष गर्ग जिला महामंत्री श्री विकास तिवारी, अपर सचिव/ आयुक्त ग्रामीण विभाग श्री आनन्द स्वरूप, जिलाधिकारी हरिद्वार श्री विनय शंकर पाण्डेय, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ0 योगेन्द्र सिंह रावत सहित पदाधिकारीगण एवं अधिकारीगण उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री धामी की ओर से की जा रही नई घोषणाओं पर पूर्व सीएम हरीश रावत ने साधा निशाना
देहरादून, प्रदेश कांग्रेस चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष हरीश रावत ने कहा कि पिछली सरकार की घोषणाओं को मुख्यमंत्री धामी अपनी उपलब्धियों के तौर पर गिना रहे हैं । साथ ही उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि भाजपा सरकार ने पिछली कांग्रेस सरकार की कई योजनाओं को अकाल मौत दी है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की ओर से की जा रही नई घोषणाओं पर पूर्व मुख्यमंत्री ने निशाना साधा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री धामी पिछली सरकार की घोषणाओं को अपना बता रहे हैं।
पिछली कांग्रेस सरकार ने 2014 से 2016 में चुनाव आचार संहिता लगने तक महिलाओं के आर्थिक सशक्तीकण, महिला पुष्टाहार और महिला सम्मान को लगातार प्राथमिकता दी। महिला स्वावलंबन का आधार आंगनबाड़ी, आशा बहनों और भोजन माताओं के मानदेय की राशि बढ़ाई। उनके लिए न्यूनतम 5000 रुपये मानक निर्धारित किया। उन्होंने कहा कि भोजन माताओं को वर्दी अलाउंस देने का निर्णय भी किया गया था। आंगनबाड़ी की बहनों को टेक होम राशन योजना से जोड़कर अतिरिक्त आय का रास्ता ढूंढा गया।
उनके लिए छुट्टियां मान्य करने के साथ आंगनबाड़ी कोष की स्थापना भी की गई। इससे सेवाकाल समाप्त होने के बाद भी उन्हें निश्चित राशि बतौर सहायता मिल सकेगी। उन्होंने कहा कि राज्य में आर्थिक गतिविधियों के अभाव में महिला स्वयं सहायता समूहों पर कर्ज बढ़ रहा था। पिछली सरकार ने कर्ज की समाप्ति के लिए निश्चित राशि अनुदान के तौर पर दी। टेक होम राशन व इंदिरा अम्मा कैंटीन की गतिविधियों के साथ जोड़कर आर्थिक गतिविधियों में महिलाओं की भागीदारी को बढ़ाया। नए महिला स्वयं सहायता समूह गठित करने की प्रेरणा दी। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि जंगलों से चीड़ की पत्तियों के एकत्रीकरण के लिए महिलाओं को मनरेगा कर्मी का दर्जा दिया गया। उन्होंने बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ के नारे को मूर्त रूप देने को गौरा देवी कन्या धन समेत तमाम योजनाओं के लिए पिछली कांग्रेस सरकार को श्रेय दिया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मेगा स्वरोजगार शिविर का किया शुभारम्भ
देहरादून, प्रदेश के मुखिया पुष्कर सिंह धामी ने सर्वे चौक स्थित महिला आई.टी.आई. परिसर में मेगा स्वरोजगार शिविर का शुभारम्भ किया। उन्होंने विभिन्न विभागों द्वारा चलाई जा रही स्वरोजगार योजनाओं के स्टॉलों का निरीक्षण भी किया उन्होंने विभिन्न विभागों द्वारा चलाई जा रही स्वरोजगार योजनाओं के स्टॉलों का निरीक्षण भी किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने स्वरोजगार योजनाओं के तहत लाभार्थियों को ऋण स्वीकृति पत्र एवं चेक वितरित भी किये।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि इस स्वरोजगार शिविर के माध्यम से अनेक लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे। रोजगार एवं स्वरोजगार को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार द्वारा निरंतर प्रयास किये जा रहे हैं। सरकारी सेवाओं में रिक्त पदों पर भर्ती प्रक्रिया में तेजी लाई गई है। स्वरोजगार को बढ़ावा देने के लिए केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा अनेक योजनाएं चलाई जा रही हैं। राज्य में औद्योगिक विकास के लिए उद्योग पॉलिसी का सरलीकरण किया जा रहा है। जन समस्याओं का समाधान जल्द हो इसके लिए कार्यों के सरलीकरण, समाधान और निस्तारण पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आर्थिक विकास के लिए स्वरोजगार एक अच्छा माध्यम है। स्वरोजगार के माध्यम से एक व्यक्ति अपने साथ कई लोगों को रोजगार से जोड़ सकता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के सभी जनपदों में स्वरोजगार के लिए शिविर लगाए जा रहे हैं। इन शिविरों में स्वरोजगार योजनाओं से संबंधित सभी विभागों एवं बैंकर्स को स्टॉल लगाने के निर्देश दिये गये हैं। लोगों की समस्याओं का समाधान एक ही स्थान पर हो, इसके प्रयास किये जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि जन समस्याओं का समाधान त्वरित हो इसके लिए अधिकारियों प्रत्येक कार्यदिवस में 02 घण्टे जन सुनवाई कर उनका समाधान करने के निर्देश दिये गये हैं।
उद्योग मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि प्रदेश में स्वरोजगार को बढ़ावा देने के लिए अनेक योजनाएं चलाई जा रही हैं। मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के तहत अभी तक 113 करोड़ रूपये के ऋण स्वीकृत किये जा चुके हैं। 10 हजार से अधिक लोगों को स्वरोजगार से जोड़ा गया है। राज्य में उद्योगों को बढ़ावा दिया जा रहा है।
इस अवसर पर विधायक खजान दास, जिलाधिकारी देहरादून डॉ. आर. राजेश कुमार, मुख्य विकास अधिकारी देहरादून नितिका खण्डेलवाल एवं विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
पाक की साजिश नाकाम : नकली करंसी और हथियार बरामद, गिरफ्तार आतंकी ने किए कई खुलासे
श्रीनगर, जम्मू-कश्मीर में बीएसएफ जम्मू ने तलाशी अभियान के दौरान अखनूर क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास 2,75,000 रुपए मूल्य के नकली भारतीय नोट, हथियार, गोला-बारूद और नशीले पदार्थ बरामद किए। ये कार्रवाई कल रात की गई है। उधर, जम्मू-कश्मीर के बारामूला जिले में नियंण रेखा पर निगरानी कर रहे जवानों ने मंगलवार को घुसपैठ की एक और कोशिश नाकाम कर दिया और इस दौरान मुठभेड़ में एक आतंकवादी को मार गिराया तथा एक को जख्मी हालत में गिरफ्तार कर लिया। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि मुठभेड़ के दौरान चार सैनिक भी घायल हुए हैं। जिस आतंकी को गिरफ्तार किया गया वह पाकिस्तान के पंजाब के दिपलपुर में गांव वासेववाला का रहने वाला है।
आतंकी का नाम अली बाबर है और इसने सातवीं तक की पढ़ाई की है, लेकिन इतनी कम उम्र में ही वह आतंक के रास्ते पर चल निकला और सीधा भारत में ऑपरेशन के लिए आ गया। 25 सितंबर को ऑपरेशन के दौरान पाकिस्तानी आतंकी अतीक उर रहमान को मार गिराया गया था और उसी के बाद उसके साथ मौजूद अली बाबर ने सरेंडर कर दिया था। इसी ने जानकारी दी कि सभी 6 आतंकी पाकिस्तान के पंजाब के रहने वाले थे। अली बाबर ने पिता की मौत के बाद लश्कर ज्वाइन की थी, उसके घर पर मां और बहन है।
2019 में अली बाबर ने खैबर पख्तनूवा में ट्रेनिंग ली थी। अली बाबर ने बताया कि अतीक उर रहमान ने उसे मां के इलाज के लिए 20 हजार रुपये देने की बात कही थी, जबकि 30 हजार रुपये वापसी पर देने थे। मेजर जनरल वीरेंद्र वत्स जीओसी, 19 डिविजन ने बताया कि उरी में एलओसी पर नौ दिनों तक आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन चलाया गया। आतंकी घुसपैठ की जानकारी मिलने पर यह ऑपरेशन 18 सितंबर को शुरू किया गया था। इस दौरान आतंकियों से मुठभेड़ हुई। दो आतंकी भारतीय सीमा में थे जबकि चार आतंकी सीमा पार थे। जवाबी कार्रवाई के बाद पाकिस्तान की तरफ के चार आतंकी वापस चले गए।
कन्हैया और जिग्नेश कांग्रेस में शामिल , राहुल गांधी ने दिलाई सदस्यता
नई दिल्ली, सीपीआई नेता और जेएनयू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार और गुजरात के निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवानी आज मंगलवार को कांग्रेस में शामिल हो गए। कन्हैया कुमार और जिग्नेश ने राहुल गांधी की मौजूदगी में कांग्रेस का ‘हाथ’ थामा है।
इससे पहले दोनों ने दिल्ली के शहीद-ए-आजम भगत सिंह पार्क में राहुल गांधी से मुलाकात की। जिग्नेश गुजरात के निर्दलीय विधायक हैं, जबकि कन्हैया अब तक भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी से जुड़े रहे हैं। दोनों के कांग्रेस में शामिल होने से पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मनीष तिवारी ने अपनी ही पार्टी पर तंज किया। उन्होंने कम्युनिस्ट विचारक रहे कुमारमंगलम की पुस्तक ‘कम्युनिस्ट्स इन कांग्रेस’ का हवाला दिया जिससे यह प्रतीत होता है कि वह पार्टी पर कटाक्ष कर रहे हैं। तिवारी ने ट्वीट किया किया कुछ कम्युनिस्ट नेताओं के कांग्रेस में शामिल होने की अटकलें हैं।
कन्हैया कुमार साल 2019 में बेगूसराय से भाकपा के एक टिकट पर लोकसभा का चुनाव लड़े थे, लेकिन इस चुनावी जंग में उन्हें भारतीय जनता पार्टी के दिग्गज नेता गिरिराज राज सिंह से मात मिली थी। मेवानी गुजरात में वडगाम निर्वाचन क्षेत्र से निर्दलीय विधायक और राष्ट्रीय दलित अधिकार मंच (आरडीएएम) के संयोजक हैं। गुजरात विधानसभा के अगले वर्ष दिसंबर में होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले उनका कांग्रेस में शामिल होना एक महत्वपूर्ण राजनीतिक घटना है। कुमार और मेवानी नरेंद्र मोदी सरकार की नीतियों के कठोर आलोचक रहे हैं। कुमार अखिल भारतीय छात्र परिषद की तरफ से जेएनयू छात्र संघ के अध्यक्ष रह चुके हैं।
फिर कांग्रेस में घमासान : नवजोत सिद्धू ने पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष पद से दिया इस्तीफा
चंडीगढ़, पंजाब में बड़ा सियासी घटनाक्रम हुआ है। पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष पद से नवजोत सिंह सिद्धू ने इस्तीफा दे दिया है। इस्तीफे की खबर ने सियासी हलकों में हडक़ंप मचा दिया है। बहुत ही संक्षिप्त त्याग पत्र में नवजोत सिद्धू ने लिखा है कि वह पंजाब के भविष्य को लेकर किसी से समझौता नहीं करेंगे। उनका एक ही एजेंडा है वो है पंजाब का भला करना। सिद्धू ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को अपना इस्तीफा भेज दिया है। उधर एक अन्य महत्वपूर्ण घटनाक्रम में आज पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह दिल्ली जा रहे हैं और कयास लगाए जा रहे हैं उनकी मुलाकात गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से होने वाली है।
पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर का करारा वार : मैंने पहले ही कहा था सिद्धू अस्थिर आदमी है..?
चंडीगढ़, पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू अपने पद से इस्तीफा देने की खबर फैलते ही पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर ने ट्वीट किया कि सिद्धू न तो अच्छे आदमी हैं और पंजाब के लिए स्थिर आदमी नहीं हैं।
इधर, सिद्धू के मीडिया एडवाइजर सुरिंदर डल्ला ने कहा कि नवजोत सिद्धू सैद्धांतिक राजनीति कर रहे हैं। नई सरकार ने कांग्रेस हाईकमान के नए 18 सूत्रीय फार्मूले पर कोई काम नहीं किया। पिछले 5 दिनों में नई सरकार में ऐसा कुछ देखने को नहीं मिला। ज्ञातव्य है कि सिद्धू नई सरकार बनने के बाद कम दिखाई दे रहे थे । ऐसा माना जा रहा है कि विभागों का बंटवारा उनके मन मुताबिक नहीं हुआ तथा अधिकारियों की नियुक्ति में भी उनसे सलाह मशविरा नहीं किया गया। सिद्धू सीएम के किसी कार्यक्रम में नजर नहीं आ रहे थे। दऱअसल आज नवजोत सिद्धू ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र भेज का पंजाब प्रदेश कांग्रेस समिति के अध्यक्ष का पद छोड़ने की घोषणा की लेकिन यह भी कहा कि वह कांग्रेस पार्टी की सेवा करते रहेंगे। पंजाब की राजनीति में हलचल पैदा करने वाले इस पत्र में सिद्धू ने कहा, “समझौता करने से इंसान के चरित्र का पतन होता है और वह पंजाब के भविष्य एवं पंजाब की भलाई के एजेंडे के साथ समझौता नहीं कर सकते हैं। इसलिए वह पंजाब प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के पद से इस्तीफा दे रहे हैं। लेकिन वह कांग्रेस पार्टी की सेवा करते रहेंगे।”
गांव से ढाई किलोमीटर सड़क बनाकर युवक ने गांव को मुख्य सड़क से जोड़ा
उत्तरकाशी। उत्तरकाशी जिला नौगांव ब्लाक के फुवाण गांव निवासी गब्बर सिंह रावत ने गांव से ढाई किलोमीटर सड़क बनाकर अपने गांव को मुख्य सड़क से जोड़ दिया है। यही नहीं गांव में बच्चों के लिए खेल मैदान और गांव में सुचारु पेयजल योजना की मरम्मत भी अपने पैसों से कराई। इन कार्यों को करने में उन्होंने करीब 14.50 लाख रुपये खर्च किए। दरअसल, उत्तरकाशी के नौगांव ब्लॉक के अंतर्गत पट्टी गौडर के फुवाण गांव के ग्रामीणों के लिए यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग के चामी से सड़क स्वीकृत हुई। वर्ष 2016 में पांच किलोमीटर सड़क कटिंग का कार्य हुआ तथा छानी नामे तोक तक सड़क पहुंची। लेकिन, उससे आगे सड़क निर्माण को लेकर कोई कार्रवाई नहीं हुई। लेकिन, छानी तोक से फुवाण गांव के ग्रामीणों को ढाई किलोमीटर की पैदल आवाजाही करनी पड़ रही थी।
पहाड़ी रास्ता होने के कारण ग्रामीणों को अधिक परेशानी हो रही थी। गांव में सड़क, स्वास्थ्य, शिक्षा, पेयजल की परेशानियों को देखते हुए गांव के गब्बर सिंह रावत ने कुछ वर्ष पहले देहरादून जनपद के विकासनगर में घर बनाया। लेकिन, गांव से आवाजाही जारी रखी। गब्बर सिंह ने अपनी और ग्रामीणों की आवाजाही की परेशानी को समझा, अपने संसाधनों से गत एक जुलाई से सड़क काटनी शुरू की। बीती 15 सितंबर को ढाई किलोमीटर सड़क का कार्य पूरा हुआ था गांव सड़क से जुड़ा। इस सड़क निर्माण के लिए गब्बर सिंह को ग्रामीणों का पूरा सहयोग मिला। जिन ग्रामीणों के खेत सड़क की जद में आ रहे थे, उन ग्रामीणों ने किसी तरह को विरोध नहीं किया, बल्कि गब्बर सिंह रावत का सहयोग किया। इस सड़क निर्माण के कार्य में गब्बर सिंह की करीब दस लाख रुपये की जमापूंजी खर्च हुई। गब्बर सिंह रावत ने बताया कि जब विभागीय अधिकारियों और राजनेताओं ने सड़क निर्माण के लिए कोई कार्रवाई नहीं की तो उन्होंने गांव तक सड़क पहुंचाने का निर्णय लिया। उन्होंने बताया कि मेरी जमापूंजी ग्रामीणों के जीवन से बढ़कर नहीं है। इसलिए सड़क निर्माण, खेल मैदान निर्माण और पेयजल लाइन की मरम्मत के लिए अपनी जमा पूंजी खर्च की है।
फुवाण गांव में प्राथमिक विद्यालय है। पांचवीं के बाद गांव के बच्चों को जंगल और पहाड़ी पैदल मार्ग से तीन किलोमीटर दूर गातू जूनियर हाईस्कूल में जाना पड़ता है। लेकिन गातू में आठवीं तक का ही विद्यालय है। आठवीं के बाद सबसे निकटवर्ती बर्नीगाड़ इंटर कालेज की दूरी 20 किलोमीटर है। फुवाण गांव में बच्चों के लिए खेल का मैदान भी नहीं था। जहां बच्चे खेल कूद के साथ दौड़ आदि की तैयारी कर सकें। इसके लिए प्राथमिक विद्यालय के निकटा गब्बर सिंह ने मैदान बनाने की योजना बनाई। इसके लिए गांव के 45 परिवारों ने एक लाख रुपये एकत्र किए, लेकिन मैदान निर्माण में चार लाख रुपये की धनराशि खर्च हुई। जिसमें तीन लाख रुपये गब्बर सिंह रावत ने अपनी तरफ से खर्च की। पहाड़ी काटकर 50 मीटर लंबा तथा 15 मीटर चौड़ा खेल मैदान बनाया है। पेयजल आपूर्ति के लिए 16 किलोमीटर दूर से पेयजल योजना आती है। लेकिन गत वर्ष पेयजल कई स्थानों पर क्षतिग्रस्त हुई। ग्रामीणों ने कई बार विभाग से संपर्क किया। लेकिन जब समाधान नहीं हुआ तो गब्बर सिंह रावत ने 1.50 लाख रुपये खर्च कर पेयजल लाइन की मरम्मत करवाई। अब गांव में जलजीवन मिशन से भी घर-घर नल पहुंच चुके हैं।
ग्रामीणों ने बनाया निर्विरोध प्रत्याशी: वर्ष 2019 में पंचायत चुनाव हुए तो फुवाण गांव में अनुसूचित जाति पुरुष के लिए प्रधान की सीट आरक्षित थी। लेकिन, गांव में अनुसूचित जाति का एक ही परिवार होने के कारण परिवार में कोई भी पात्र प्रत्याशी नहीं मिला। जिसके कारण चुनाव नहीं हुए। वर्ष 2020 में फुवाण गांव में सीट सामान्य हुई लेकिन, कोविड के कारण अभी तक प्रधान के उपचुनाव नहीं हो पाए हैं। लेकिन अब फुवाण गांव के ग्रामीणों ने यह तय किया है कि गब्बर सिंह रावत उनका प्रधान प्रत्याशी होगा। जिससे निर्विरोध प्रधान बनाया जाएगा।