Monday, June 2, 2025
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आतिशबाजी से गोदाम में लगी आग, दमकल की गाड़ियां ने बमुश्किल पाया आग पर काबू

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हरिद्वार, जनपद के रानीपुर के कोतवाली क्षेत्र के सलेमपुर में दीपावली के दिन जलता हुआ राकेट गिरने से कबाड़ी के गोदाम में भयंकर आग लग गई। गोदाम में रखा सभी सामान जलकर राख हो गया। सूचना पर दमकल की गाड़ियां आग बुझाने के लिए मौके पर पहुंची। काफी देर के बाद आग पर काबू पाया गया।

दीपावली के मौके पर आतिशबाजी हो रही और इस बीच रानीपुर कोतवाली क्षेत्र के एक गोदाम में देर शाम को राकेट से अचानक आग लग गई। आग लगने से खुले गोदाम में रखा सामान जलकर खाक हो गया। आग की लपटें उठती देख ग्रामीणों के होश उड़ गए। आग की सूचना मिलते ही दमकल की कई गाड़ियां मौके पर पहुंची। दमकल विभाग की टीमें काफी देर तक आग बुझाने में लगी रहीं।

वहीं, दूसरी ओर रुड़की शहर के चंद्रपुरी में स्थित गोयल फर्नीचर शोरूम में भी दीपावली की रात करीब दस बजे अचानक आग लग लग गई। शोरूम से आग की लपटें उठती देख किसी ने दमकल विभाग को सूचना दी, जिसके बाद दमकल विभाग की टीम ने मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। आग लगने की वजह का अभी पता नहीं चल पाया है। इस दौरान मौके पर अफरा-तफरी का माहौल रहा।

मजार के पास मिले लावारिस बैग से हड़कंप, पुलिस ने बैग को कब्जे में लिया

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हरिद्वार, जनपद के रुड़की स्थित पिरान कलियर में दरगाह ईमाम साहब मार्ग पर एक मजार के पास लावारिस बैग में सिक्योरिटी गार्ड की वर्दी के साथ दो नाली बंदूक मिलने की सूचना से हड़कंप मच गया, पुलिस ने लावारिस बैग को कब्जे में लिया और उसके मालिक की तलाश शुरू कर दी।

मिली जानकारी के मुताबिक पिरान कलियर में गुरुवार की शाम दरगाह इमाम साहब मार्ग पर एक मजार के पास काले रंग का बैग पड़ा दिखाई दिया। लावारिस बैग से निकली दो नाली बंदूक दिखाई देने पर हड़कंप मच गया। काफी देर तक बैग एक जगह रखा रहा। किसी ने इसकी सूचना पुलिस को दी। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने लावारिस बैग की तलाशी ली। जिसमें एक दो नाली बंदूक, बीएसएस कंपनी की सिक्योरिटी गार्ड की वर्दी और सलमान नाम के व्यक्ति के आधार कार्ड की फोटो कॉपी व एक महिला के आधार कार्ड की फोटो कॉपी बरामद हुई।

पुलिस ने बैग स्वामी की आसपास तलाश के लिए लोगों से पूछताछ की। साथ ही सीसीटीवी कैमरों की फुटेज चेक की, लेकिन बैग स्वामी का कोई पता नहीं चल पाया। पुलिस ने बैग समेत दो नाली बंदूक व अन्य सामान को कब्जे में लेकर उसके मालिक की तलाश शुरू कर दी।

थानाध्यक्ष धर्मेंद्र राठी ने बताया कि एक लावारिस बैग मिला है, जिसके मालिक की तलाश की जा रही है।

खनन माफिया सक्रिय, ड्यूटी कर रहे आईआरबी के जवानों को फावड़ा और डंडे से धमकाया

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हरिद्वार, उत्तराखंड़ में नदियों से रेत बजरी खनन का काम मुनाफे का काम है तभी तो इस कार्य माफियाओं का गठजोड़ अपना दबदबा बनाये रगता है, हरिद्वार में रुड़की के मंगलौर में खनन रोकने के लिए ड्यूटी कर रहे आईआरबी के कांस्टेबलों के साथ खनन माफिया ने धक्का-मुक्की की और खनन कर रहे लोगों ने जवानों को धमकाया और फावड़ा और डंडे लेकर पीछे भागे। इतना ही नहीं दोबारा मौके पर खनन कर रहे लोगों ने उनके घेर लिया। इसपर जवान ने हवाई फायर कर भीड़ को तितर-बितर किया। मामले में फिलहाल अज्ञातों पर मुकदमा दर्ज किया गया है,
प्रशासन द्वारा अवैध खनन रोकने के लिये आईआरबी के जवान अर्जुन सिंह रावत, सहकर्मी दीपक भंडारी, राजकुमार कुकरेती और सेक्शन इंचार्ज सुनील गैरोला के साथ नारसन शक्ति घाट पर तैनात किए गए थे। शुक्रवार की सुबह सात बजे जब वह मौके पर पहुंचे तो उन्होंने देखा कि कुछ ट्रैक्टर-ट्राली और भैंसा बुग्गी के साथ 20-25 लोग घाट से रेत निकाल रहे हैं।
टीम ने जब उनको रेत निकालने से मना किया तो खनन माफिया ने आइआरबी के जवानों के साथ धक्का-मुक्की की। इस दौरान वे फावड़े और डंडे लेकर उनके पीछे भी दौड़े। जवानों ने मौके से किसी तरह से भागकर अपनी जान बचाई और फोन कर नारसन पुलिस चौकी पर जानकारी दी। इसी बीच मौके पर एक बुलेट पर सवार दो लोग आए और उन्होंने खनन कर रहे लोगों को भड़काना शुरू कर दिया।

इस पर खनन करने वालों ने सभी आइआरबी के जवानों को घेर लिया और मारपीट का प्रयास किया। खुद को भीड़ से घिरा देख अर्जुन सिंह रावत ने अपनी राइफल से ब्लैक कार्टेज के द्वारा हवाई फायर कर भीड़ को तितर-बितर किया। भगदड़ में एक व्यक्ति मौके पर अपनी मोटरसाइकिल छोड़ भाग गया। पुलिस ने मोटरसाइकिल को कब्जे में लेकर अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।

विधि-विधान के साथ बंद हुये गंगोत्रीधाम के कपाट, बाबा केदारनाथ के कल होंगे कपाट बंद

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उत्तरकाशी/रुद्रप्रयाग, उत्तराखंड़ मे विश्व प्रसिद्ध गंगोत्री धाम के कपाट अन्नकूट के पर्व पर आज शुक्रवार दोपहर 11 बजकर 45 बजे पर बंद किए गए, जिसके बाद गंगा की डोली मां गंगा के जयकारों के साथ मुखवा के लिए रवाना हुई। कपाट बंद होने से अब देश-विदेश के श्रद्धालु मां गंगा के दर्शन उनके शीतकालीन प्रवास मुखीमठ (मुखवा) में कर सकेंगे। वहीं, यमुनोत्री धाम के कपाट भैया दूज के अवसर पर छह नवंबर को दोपहर 12 बजकर 15 मिनट पर बंद होंगे। यमुना की डोली लेने के लिए खरसाली गांव से शनि महाराज की डोली इसी दिन सुबह यमुनोत्री पहुंचेगी। विश्व प्रसिद्ध गंगोत्री धाम के कपाट बंद किए जाने के अवसर पर शुक्रवार की सुबह साढ़े आठ बजे मां गंगा के मुकुट को उतारा गया। इसके बाद श्रद्धालुओं ने निर्वाण के दर्शन किए। वेद मंत्रों के साथ मां गंगा की मूर्ति का महाभिषेक किया गया। उसके बाद विधिवत हवन पूजा-अर्चना के साथ दोपहर 11 बजकर 45 मिनट पर अमृत बेला में कपाट बंद किए गए, जिसके बाद गंगा की डोली लेकर तीर्थ पुरोहित मुखवा के लिए प्रस्थान हुए।

वहीं केदारनाथ धाम के कपाट शीतकाल के लिए बंद करने प्रक्रिया शुरू हो गई है और कल 6 नवम्बर शनिवार को सबुह ठीक आठ बजे कपाट शीतकाल के छह महीनों के लिए बंद कर दिए जाएंगे। देवस्थानम बोर्ड ने बाबा की उत्सव डोली को सजाने का कार्य शुरू कर दिया है। सुबह तड़के चार बजे से मंदिर के कपाट बंद करने की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। अब आने वाले छह महीनों तक भोले बाबा शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर में ही भक्तों के दर्शन देंगे,
छह महीने तक उच्च हिमालय में विराजमान रहने में बाद अब शीतकाल के लिए भाले के कपाट बंद कर दिए जाएंगे।
मुख्य पुजारी बागेश लिंग ने बताया कि केदारनाथ धाम कपाट शीतकाल के लिए बंद होने से पूर्व स्वंभू शिवलिंग पर घी का लेप से ढक देंगे।

जिसके बाद तय समय पर मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में मुख्य द्वार को सीलबंद कर दिया जाएगा। भोले बाबा की उत्सव डोली को देवस्थानम बोर्ड ने सजाने का कार्य शुरू कर दिया है। डोली अपने प्रथम रात्रि निवास के लिए फाटा-रामपुर पहुंचेगी। दूसरे दिन यानी सात नवंबर को डोली विश्वनाथ मंदिर गुप्तकाशी पहुंची। आठ नवंबर को ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में विराजमान हो जाएगी। सभी भक्त आने वाले छह महीनों के लिए यहीं पर बाबा के दर्शन कर सकेंगे। इस संबंध में देवस्थानम बोर्ड के केदारनाथ मंदिर प्रभारी युद्ववीर सिह पुष्पवाण ने बताया कि उत्सव डोली को श्रृंगार किया जा रहा है।

 

पीएम मोदी ने की पूजा अर्चना

केदारनाथ धाम के कपाट बंद होने से एक दिन पहले शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बाबा केदार की पूजा अर्चना की। प्रधानमंत्री मोदी ने करीब 18 मिनट तक की पूजा। इसके बाद उन्‍होंने स्वयंभू शिवलिंग की परिक्रमा की। पीएम ने आदि शंकराचार्य की 12 फीट ऊंची प्रतिमा का भी अनावरण किया।

पीएम मोदी ने केदारनाथ में किया 225 करोड़ रुपये के कार्यों का लोकार्पण

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रुद्रप्रयाग (केदारनाथ), पीएम नरेन्द्र मोदी की परिकल्पना के अनुरूप केदारनाथ में चल रहे पुनर्निर्माण कार्यों का आज उन्होंने अवलोकन किया। इसके साथ प्रधानमंत्री ने क्षेत्र म 225 करोड़ की लागत से पूर्ण हो चुके कार्यों का लोकार्पण किया। इनमें आदि शंकराचार्य की समाधि स्थली और प्रतिमा भी शामिल है। इसके अलावा उन्होंने 184 करोड़ की लागत के कार्यों का शिलान्यास किया।
प्रधानमंत्री ने यहां स्थित इग्लू हट में डिजिटली केदारनाथ में अब तक हुए और वहां चल रहे कार्यों की पूरी जानकारी ली। उनके समक्ष प्रस्तुतीकरण भी दिया गया। बाद में उन्होंने विभिन्न पुनर्निर्माण कार्यों का लोकार्पण किया। इसमें आदि शंकराचार्य की पुनर्निर्मित समाधि स्थली एवं प्रतिमा भी शामिल है, जिसके दर्शन से तीर्थयात्रियों को आध्यात्मिक चेतना की अनुभूति होगी। इसके अलावा केदारपुरी में तीर्थ पुरोहितों के लिए स्थायी आवास, सरस्वती नदी के तट पर बाढ़ सुरक्षा व घाट, मंदाकिनी नदी के तट पर बाढ़ सुरक्षा को भार वाहक दीवार और गरुड़चट्टी के लिए मंदाकिनी नदी पर नवनिर्मित पुल का प्रधानमंत्री ने लोकार्पण किया। इसके अलावा उन्होंने जिन कार्यों का शिलान्यास किया, उनमें केदारनाथ धाम में संगम घाट का पुनर्विकास व रेन शेल्टर शेड, प्राथमिक चिकित्सा एवं पर्यटक केंद्र, मंदाकिनी आस्था पथ पंक्ति प्रबंधन, मंदाकिनी वाटर एटीएम एवं मंदाकिनी प्लाजा, प्रशासनिक कार्यालय एवं अस्पताल भवन, केदारनाथ में संग्रहालय (म्यूजियम) और सरस्वती सिविक एमेनिटी भवन शामिल हैं।

इस अवसर पर प्रदेश के मुखिया पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि पीएम के नेतृत्व में पिछले पांच साल में प्रदेश में करोड़ों रुपये की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन हुआ है। रेलवे परियोजना ऋषिकेश-कर्णप्रयाग पर काम चल रहा है। सरकार की भारत माला परियोजना के तहत चार धाम आल वेदर रोड पर काम चल रहा है।प्रधानमंत्री ने किया 400 करोड़ के केदारनाथ पुनर्निर्माण कार्यों का लोकार्पण  और शिलान्यास, जानें क्या मिलेगी सौगात

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने केदारनाथ धाम में गोवर्धन पूजा के अवसर पर शुक्रवार को बाबा केदार की पूजा-अर्चना एवं जलाभिषेक किया। इस दौरान उन्होंने लगभग 400 करोड़ की योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। इसमें आदि गुरू श्री शंकराचार्य जी के पुनर्निर्मित समाधि स्थल और नई प्रतिमा का अनावरण के साथ तीर्थ पुरोहितों के आवास, सरस्वती नदी के तट पर बाढ़ सुरक्षा तथा घाटों का निर्माण, मन्दाकिनी नदी तट पर बाढ़ सुरक्षा हेतु भार वाहक दीवार, गरुड़ चट्टी के लिये मन्दाकिनी नदी पर पुल के निर्माण कार्यों का लोकार्पण किया। प्रधानमंत्री द्वारा जिन योजनाओं का शिलान्यास किया गया उनमें श्री केदारनाथ धाम में संगम घाट का पुनर्विकास एवं रेन शैल्टर शेड, प्राथमिक चिकित्सा एवं पर्यटक सुविधा केन्द्र, मन्दाकिनी आस्था पथ पंक्ति प्रबन्धन, मन्दाकिनी वाटर एटीएम एवं मन्दाकिनी प्लाजा, प्रशासनिक कार्यालय एवं अस्पताल भवन, केदारनाथ तीर्थ स्थल में संग्रहालय (म्यूजियम) परिसर, सरस्वती सिविक एमेनिटी भवन का निर्माण कार्य शामिल है। इस अवसर पर राज्यपाल ले.ज.(से.नि) श्री गुरमीत सिंह, कैबिनेट मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत, सांसद एवं पूर्व मुख्यमंत्री श्री तीरथ सिंह रावत, विधायक एवं भाजपा प्रदेश अध्यक्ष श्री मदन कौशिक, मुख्य सचिव डॉ. एस.एस. सन्धु आदि भी उपस्थित थे।पीएम मोदी केदारनाथ धाम पहुंचे, भगवान शिव की पूजा अर्चना कर चढ़ावे के रूप  में उत्तराखंड को देंगे 400 करोड़ की सौगात
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि उन्हें पूरा विश्वास था कि आपदा के बाद केदारनाथ धाम पूरी आन बान और शान के साथ फिर से खड़ा होगा। केदारनाथ पुनर्निर्माण को उन्होंने ’ईश्वरी कृपा’ बताया और इसमें योगदान देने वाले प्रत्येक व्यक्ति का आभार प्रकट किया।
उन्होंने कहा कि केदारनाथ में भारत की संस्कृति की व्यापकता का अलौकिक दृश्य दिखाई देता है। यहां आकर महसूस होता है कि भारत की ऋषि परंपरा कितनी महान है। मैं यहां जब भी आता हूं कण-कण से जुड़ जाता हूं। उन्होंने कहा कि गरुड़चट्टी से मेरा पुराना नाता है। मेरा सौभाग्य है कि गोवर्धन पूजा के दिन उन्हें केदारनाथ दर्शन का सौभाग्य मिला है।
प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि केदारनाथ में तेजी से विकास कार्य हो रहे हैं। 2013 की आपदा के दौरान मैं गुजरात का मुख्यमंत्री था। इस दौरान केदारनाथ आपदा को याद कर प्रधानमंत्री मोदी भावुक हो गए। उन्होंने कहा कि आपदा में जो नुकसान यहां हुआ, वो अकल्पनीय था। हर कोई सोचता था कि क्या ये हमारा केदारनाम धाम फिर से उठ खड़ा हो पाएगा, लेकिन उन्हें पूरा विश्वास था कि यह धाम पहले से अधिक आन-बान-शान के साथ खड़ा होगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्होंने केदारनाथ के पुनर्निर्माण का जो सपना देखा था वो आज पूरा हो रहा है। इस आदि भूमि पर शाश्वत के साथ आधुनिकता का ये मेल, विकास के ये काम भगवान शंकर की सहज कृपा का ही परिणाम हैं। उन्होंने पुनर्निर्माण कार्यों में तत्परता दिखाने के लिए मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी की तारीफ की। उन्होंने इन पुनीत प्रयासों के लिए मंदिर के रावल, पुजारियों और इन निर्माण कार्यों की जिम्मेदारी उठाने वाले सभी लोगों को भी धन्यवाद दिया। खासतौर पर उन्होंने पुनर्निर्माण कार्य करने वाले श्रमिकों का धन्यवाद करते हुए कहा कि बर्फबारी और कड़कड़ाती ठंड के बीच यहां निर्माण का काम करना बेहद मुश्किल था।
प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि आदि गुरु शंकराचार्य जी ने पवित्र मठों की स्थापना की और द्वादश ज्योतिर्लिंगों के पुनर्जागरण का काम किया। बाल्यावस्था में ही उन्होंने सबकुछ त्यागकर देश, समाज और मानवता के लिए जीने वालों के लिए एक सशक्त परंपरा खड़ी की है। आदि गुरु शंकराचार्य को शंकर का अवतार बताते हुए उन्होंने कहा कि ’शं करोति सः शंकरः’ का तात्पर्य है, जो कल्याण करे, वही शंकर है। इस व्याकरण को भी आचार्य शंकर ने प्रत्यक्ष प्रमाणित किया। उन्होंने अपना पूरा जीवन जन-साधारण के कल्याण में खपा दिया। आज हम सभी आदि शंकराचार्य जी की समाधि की पुनः स्थापना के साक्षी बन रहे हैं। एक समय था जब आध्यात्म को, धर्म को केवल रूढ़ियों से जोड़कर देखा जाने लगा था। लेकिन, भारतीय दर्शन तो मानव कल्याण की बात करता है, जीवन को पूर्णता के साथ समग्र तरीके में देखता है। आदि शंकराचार्य ने समाज को इस सत्य से परिचित कराने का काम किया है।केदारनाथ धाम पहुंचे PM मोदी, पूजा-अर्चना के बाद आदि शंकराचार्य की प्रतिमा  का करेंगे अनावरण । PM Modi to visit Kedarnath temple today, to unveil Adi  Guru Shankaracharya statue ...
प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि हमारे यहां सदियों से चारधाम यात्रा का महत्व रहा है। तीर्थाटन हमारे यहां जीवन काल का हिस्सा माना गया है। अब हमारी सांस्कृतिक विरासतों को, आस्था के केंद्रों को उसी गौरव भाव से देखा जा रहा है, जैसा देखा जाना चाहिए। उन्होंने देशवासियों का आह्वान किया कि वे तीर्थ और धार्मिक स्थलों का भ्रमण जरूर करें।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज अयोध्या में भगवान श्रीराम का भव्य मंदिर पूरे गौरव के साथ बन रहा है, अयोध्या को उसका गौरव वापस मिल रहा है। अभी दो दिन पहले ही अयोध्या में दीपोत्सव का भव्य आयोजन पूरी दुनिया ने देखा। भारत का प्राचीन सांस्कृतिक स्वरूप कैसा रहा होगा, आज हम इसकी कल्पना कर सकते हैं। इसी तरह उत्तर प्रदेश में काशी का भी कायाकल्प हो रहा है। विश्वनाथ धाम का कार्य बहुत तेज गति से पूर्णता की तरफ आगे बढ़ रहा है। अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने अयोध्या, काशी और मथुरा का जिक्र किया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारा देश अब गौरव के साथ अपने लिए बड़े लक्ष्य तय कर रहा है। देश कठिन समय सीमाएं निर्धारित करता है, तो कुछ लोग कहते हैं कि इतने कम समय में ये सब कैसे होगा, होगा भी या नहीं होगा। तब मैं कहता हूं कि समय के दायरे में बंधकर भयभीत होना अब भारत को मंजूर नहीं है।
उत्तराखण्ड के संदर्भ में प्रधानमंत्री ने कहा कि चारधाम सड़क परियोजना पर तेजी से काम हो रहा है, चारों धाम सुरक्षित हाईवे से जुड़ रहे हैं। भविष्य में यहां केदारनाथ तक श्रद्धालु केबल कार के जरिए आ सकें, इससे जुड़ी प्रक्रिया भी शुरू हो गई है। यहां पास में ही पवित्र हेमकुंड साहिब जी भी हैं। हेमकुंड साहिब जी के दर्शन आसान हों, इसके लिए वहां भी रोप-वे बनाने की तैयारी है। पीएम मोदी ने कहा कि उत्तराखंड के तेजी से विकास कार्य हो रहे हैं। इसी का नतीजा है कि चारधाम यात्रा आने वाले भक्तों की संख्या लगातार रिकॉर्ड बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि आने वाले 10 वर्षों में यहां पिछले 100 वर्षों से अधिक श्रद्धालु यात्रा के लिए पहुंचेंगे।
उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के लोगों ने कोरोना संक्रमण में साहस का परिचय दिया। कोरोना टीकाकरण की पहली डोज में शत प्रतिशत लक्ष्य हासिल किया है। ये उत्तराखंड की ताकत है, सामर्थ्य है। पहाड़ का पानी और पहाड़ की जवानी अब उसी के काम आएगी, पलायन रुकेगा। इसके लिए प्रधानमंत्री ने मुख्यमंत्री श्री धामी को धन्यवाद भी दिया। कहा कि मुझे पूरा विश्वास है जितनी ऊंचाई पर उत्तराखंड है भविष्य में वह उतनी ही ऊंचाई हासिल करेगा।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केदारनाथ में आदि शंकराचार्य की मूर्ति का किया  अनावरण - pm modi unveils statue of adi shankaracharya - UP Punjab Kesari

उत्तराखण्ड के प्रति प्रधानमंत्री का है विशेष लगाव- मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री जी का हिमालय तथा यहां पर स्थित मंदिरों से विशेष लगाव रहा है। चाहे कैलाश मानसरोवर की यात्रा हो अथवा केदारपुरी में तप एवं ध्यान साधना हो, यहां की भूमि से आपने सदैव एक असीम आध्यात्मिक दिव्य ऊर्जा प्राप्त की है, जिसने आपको निरंतर भारत वर्ष के समग्र कल्याण का कार्य करने की शक्ति दी है। उन्होंने कहा कि हिन्दू धर्म संस्कृति में आदि गुरु शंकराचार्य जी को कौन नहीं जानता। वे भारत की राष्ट्रीय एवं आध्यात्मिक चेतना के सूत्रधार थे। भारत की गौरवशाली संस्कृति, परंपराओं, वेदों एवं उपनिषेदों के असीम ज्ञान के संरक्षण व संवर्धन का श्रेय आदिगुरू शंकराचार्य जी को ही जाता है। उनकी इसी महान परंपरा को आगे बढ़ाने का कार्य आज हमारे प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में हो रहा है।

भारतीय संस्कृति एवं सनातन धर्म के इतिहास का महत्वपूर्ण अवसर

मुख्यमंत्री ने कहा कि केदारधाम के पुनर्निर्माण एवं आदि गुरु शंकराचार्य जी की समाधि की पुनर्स्थापना के लिए आदि गुरु जैसी ही जिजीविषा, संकल्प और धैर्य की आवश्यकता थी, जो प्रधानमंत्री मोदी जी के नेतृत्व में परिलक्षित होती है। आज का दिन भारतीय संस्कृति एवं सनातन धर्म के इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा। उन्होंने कहा कि मोदी जी के निर्देशन में केदारपुरी में जहां प्रथम चरण के 225 करोड़ के कार्य पूर्ण हो चुके हैं वहीं 184 करोड़ के कार्य द्वितीय चरण में गतिमान है। इसके साथ ही बद्रीनाथ धाम के मास्टर प्लान के लिए जहां 245 करोड़ रूपये से अधिक स्वीकृत हो चुके हैं। वहीं गंगोत्री व यमनोत्री के लिए भी करोड़ों रूपये के कार्य स्वीकृत हो चुके हैं। यह इस बात का प्रमाण है कि प्रधानमंत्री जी जो कहते हैं, जो सोचते हैं, वही अन्तोत्गत्वा करते हैं।

प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में सम्पूर्ण विश्व में बढ़ रहा है भारत तथा भारतीय संस्कृति का मान, सम्मान एवं स्वाभिमान

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में आज भारत एवं भारतीय संस्कृति का मान, सम्मान, स्वाभिमान संपूर्ण विश्व में बढ़ रहा है तथा भारत विश्व गुरू के पद पर पुनः आरूढ़ होने के लिए तैयार हो रहा है। देश में जो कार्य कभी नामुमकिन से प्रतीत होते थे वे आज पूर्णता की ओर बढ़ रहे हैं। चाहे वो राम मंदिर का मुद्दा हो, धारा 370 का मुद्दा हो, तीन तलाक का मुद्दा हो या शक्तिशाली भारत के सम्पूर्ण विकास की बात हो। इस अवसर पर मुख्यमंत्री धाम ने राज्य में चल रही केन्द्र की परियोजनाओं का जिक्र करते हुए राज्य सरकार की उपलब्धियां भी गिनाईं।

राज्य के विकास में मिल रहा है केन्द्र सरकार का भरपूर सहयोग

मुख्यमंत्री ने कहा कि केन्द्र सरकार के सहयोग से राज्य में ऐसे बहुत से काम हुए हैं, जो पहले नामुमकिन लग रहे थे। पिछले पांच वर्षों में केन्द्र सरकार द्वारा करीब एक लाख करोड़ रूपये से अधिक की विभिन्न परियोजनाएं प्रदेश के लिये स्वीकृत हुई है। जिनमें से बहुत सी योजनाएं पूर्ण हो चुकी है और अन्य पर कार्य चल रहा है। हम पहाड़ में रेल का सपना देखते थे। मोदी जी ने इस सपने को साकार किया है। आज ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना तथा सामरिक दृष्टि एवं भौगोलिक दृष्टि से महत्वपूर्ण टनकपुर-बागेश्वर रेल परियोजना पर तेजी से काम हो रहा है। इसी प्रकार चार धाम ऑल वेदर रोड, भारत माला प्रोजेक्ट पर भी तीव्र गति से काम किया जा रहा है। चार धाम यात्रा उत्तराखण्ड के लिए लाइफ लाईन है और ये परियोजनाएं जहां चारधाम यात्रा को सुगम बनाएंगी, पर्यटन को बढ़ावा देगी वहीं हमारी अर्थव्यवस्था में क्रांतिकारी परिवर्तन भी लाएगी।मोदी ने अध्यात्म से उत्त्तराखण्ड के विकास तक कही अपने मन की - Avikal  Uttarakhand

प्रधानमंत्री के कुशल नेतृत्व में संचालित हो रहा सबसे बड़ा ’सबको वैक्सीन-मुफ्त वैक्सीन’ अभियान

मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले दो वर्षों से हम कोरोना महामारी से जूझ रहे हैं। परन्तु प्रधानमंत्री के नेतृत्व में हमने जहां एक ओर इस महामारी से डटकर मुकाबला किया है, वहीं विकास की गति को भी आगे बढ़ाया है। यह माननीय प्रधानमंत्री जी का ही नेतृत्व है कि देश में दुनिया का सबसे बड़ा कोविड वैक्सीनेशन अभियान ’सबको वैक्सीन-मुफ्त वैक्सीन’ चल रहा है। पूरी दुनिया में इसकी सराहना की जा रही है। प्रदेश सरकार ने भी सफलतापूर्वक कोविड की प्रथम डोज को लगाने का लक्ष्य समय से पूर्व ही शत प्रतिशत प्राप्त कर लिया है। साथ ही दूसरी डोज भी करीब 50 प्रतिशत लोगों को लगाई जा चुकी है। कोरोना महामारी से प्रभावित पर्यटन, परिवहन, क्षेत्रों के लिये 200 करोड़ का राहत पैकेज, स्वास्थ्य क्षेत्र की मजबूती एवं इससे जुड़े कार्मिकों को प्रोत्साहन हेतु 205 करोड़ तथा महिला सशक्तिकरण एवं रोजगार को बढ़ावा देने के लिये 118 करोड़ का राहत पैकेज प्रदान किया जा रहा है। यह राशि डीबीटी के माध्यम से सीधे लोगों के खातों में भेजी जा रही हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा, जन-स्वास्थ्य, बिजली, पानी, कनेक्टिविटी, रोजगार, महिला एवं बाल विकास, खेती-किसानी, सिंचाई हर क्षेत्र में उत्तराखंड ने पिछले पांच वर्षों में अभूतपूर्व तरक्की की है। माननीय प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व और मार्गदर्शन में हमारी सरकार उत्तराखंड में जो विकास कार्य कर रही है वे ’’न भूतो न भविष्यति’’ हैं।
हमारी सरकार ने जहां 24 हजार सरकारी पदों को भरने की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी है, वहीं मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना तथा नैनो उद्यम योजना के द्वारा हम लाखों को स्वरोजगार द्वारा आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने की ओर बढ रहे हैं।

केदारनाथ धाम पहुँचे पीएम मोदी, गर्भगृह में की पूजा, लिया आशीर्वाद, आदि शंकराचार्य की मूर्ति का भी किया अनावरण

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देहरादून/रुद्रप्रयाग, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एक बार फिर केदारनाथ धाम पहुंचे। यहां उन्होंने मंदिर में पहुंच बाबा केदार का आशीर्वाद लिया। गर्भगृह में प्रधानमंत्री ने लगभग 18 मिनट तक की पूजा। 8 बजकर 42 मिनट पर पूजा शुरू हुई, जो नौ बजे तक चली। इसके बाद पीएम मोदी ने स्वयंभू शिवलिंग की परिक्रमा भी की। पूजा के दौरान पुरोहितों ने पीएम मोदी के अगले पांच साल प्रधानमंत्री बनने की भी कामना की। इसके बाद पीएम मोदी ने आदि शंकराचार्य की 12 फीट ऊंची प्रतिमा का अनावरण किया

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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आदि शंकराचार्य की 12 फीट ऊंची और 35 टन वजनी प्रतिमा का अनावरण किया। इस दौरान उन्होंने वहां बैठकर मानस पूजा की। ये प्रतिमा कर्नाटक के मैसूर में में तैयार की गई। कृष्ण शिला से निर्मित इस प्रतिमा को पिछले दिनों पहले गौचर और इसके बाद वायुसेना के हेलीकाप्टर की मदद से केदारनाथ पहुंचाया गया था |

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का देवभूमि उत्तराखंड से लगाव किसी से छुपा नहीं है। आज फिर एक बार पीएम मोदी केदारनाथ धाम पहुंचे। विशेष विमान से हेलीपैड पर पहुंचने के बाद वे मंदिर के लिए पैदल ही निकल पड़े। हालांकि, हेलीपैड पर ऑल टेरिन वाइकल भी रखा गया था, लेकिन पीएम मोदी ने पैदल मंदिर तक पहुंचने का निर्णय लिया |

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आदि शंकराचार्य की मूर्ति के अनावरण समेत करीब 320 करोड़ की योजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया। पीएम मोदी ने जिन योजनाओं का शिलान्यास किया उनमें आदि शंकराचार्य की समाधि, सरस्वती नदी पर घाट निर्माण, तीर्थ पुरोहितों के आवास, मंदाकिनी नदी पर सुरक्षा दीवार और गरुड़ चट्टी पैदल मार्ग पर पुल का निर्माण शामिल हैं।

प्रधानमंत्री ने केदारनाथ में अब तक हुए कार्य और भविष्य में होने वाले द्वितीय चरण के तहत कार्यों की डाक्यूमेंट्री से रूपरेखा भी देखी। हेलीपैड से प्रधानमंत्री मंदिर तक पैदल ही पहुंचे, हेलीपैड पर ऑल टेरिन वाइकल भी रखा गया था, लेकिन वह पैदल ही निकल पड़े। केदारनाथ में अभी तापमान 3 डिग्री सेंटीग्रेड लेकिन मौसम साफ और धूप खिली है |

एयरपोर्ट पर प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के उत्तराखंड दौरे को लेकर जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर पुलिस अलर्ट मोड पर रही। एयरपोर्ट के चारों ओर चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात रही। राज्यपाल गुरमीत सिंह, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल, कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी,केबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल, पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, विधायक सहसपुर सहदेव पुंडीर, विधायक राजपुर खजादास, विधायक हरबंस कपूर, विधायक उमेश शर्मा, विधायक विनोद चमोली, अनिल गोयल भी पीएम मोदी के स्वागत के लिए जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर मौजूद रहे।

 

अब एक गोली करेगी कोरोना का काम तमाम! ब्रिटेन ने मोल्नुपिराविर दवा को दी मंजूरी

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लंदन. ब्रिटेन ने कोविड-19 के सफल उपचार (COVID-19 Treatment) में मददगार मानी जा रही दुनिया की पहली एंटीवायरल गोली के सशर्त उपयोग को मंजूरी दी है. ब्रिटेन पहला देश है, जिसने इस गोली से उपचार को उपयुक्त माना है. हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि यह गोली कितनी जल्द उपलब्ध होगी.

अट्ठारह साल और इससे अधिक उम्र के कोरोना संक्रमित ऐसे लोगों को इस गोली के उपयोग करने की मंजूरी दी गई है जिनमें कम से कम एक ऐसा कोई कारक नजर आ रहा है जिससे स्थिति गंभीर हो सकती है. इस दवा का नाम ‘मोल्नुपिराविर’ (Merck’s molnupiravir Pill) है. कोविड के हल्के-फुल्के संक्रमण वाले व्यक्तियों को यह गोली दिन में दो बार लेनी पड़ेगी.

कोरोना के लक्षणों को कम कर देती मोल्नुपिराविर की गोली
यह एंटीवायरल गोली कोरोना के लक्षणों को कम कर देती है और तेजी से स्वस्थ होने में मदद करती है. अस्पतालों पर बोझ कम करने तथा गरीब देशों में संक्रमण पर अंकुश लगाने में यह मददगार हो सकती है. इस गोली से महामारी के खिलाफ लड़ने के लिए जरूरी दो तरीकों औषधि और रोकथाम में मददगार होगी.

अमेरिका और यूरोप भी इस दवा पर कर रहे विचार
अमेरिका, यूरोप और कुछ अन्य देशों में संबंधित नियामक इस दवा की समीक्षा कर रहे हैं. अमेरिका के खाद्य एवं औषधि प्रशासन ने पिछले महीने कहा था कि वह इस गोली की सुरक्षा और असर के बारे में पता करने के लिए नवंबर के आखिर में एक पैनल की बैठक बुलाएगा. औषधि निर्माता कंपनी ‘मर्क’ ने इस दवा को विकसित किया है. अक्टूबर में ब्रिटिश अधिकारियों ने घोषणा की थी कि ‘मोल्नुपिराविर’ की 480,000 खुराक हासिल की है और इन सर्दियों में इनसे हजारों लोगों के उपचार में मदद मिलने की उम्मीद है. ब्रिटेन के स्वास्थ्य मंत्री साजिद जावीद ने कहा, ‘यह हमारे देश के लिए ऐतिहासिक दिन है क्योंकि ब्रिटेन दुनिया का पहला देश है जिसने ऐसे एंटीवायरस को मंजूरी दी है जिसे घर पर ही कोविड के उपचार के लिए लिया जा सकता है.’

 

इन सरकारी कर्मचारियों की बढ़ी सैलरी, डीए बढ़ने से खाते में इतनी आएगी पगार

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केंद्रीय कर्मचारियों और राज्य सरकार के कर्मचारियों को बंपर दिवाली गिफ्ट मिल रहा है. पिछले कुछ महीने से जारी यह वृद्धि अब तक चली आ रही है. समय-समय पर सरकारें अपने कर्मचारियों के लिए डीए, डीआर और सैलरी बढ़ाने का ऐलान कर रही है. कुछ वृद्धि तो कुछ महीने पहले से जोड़कर प्रभावी की गई है जिससे कर्मचारियों को एरियर का भी लाभ मिल रहा है या आगे मिलेगा.

अभी हाल में दो बार डीए (DA) में बढ़ोतरी की गई है. पहले सरकार ने इसे 28 परसेंट किया और बाद में बढ़ती महंगाई को देखते हुए 3 फीसदी और वृद्धि की गई. डीए की तरह महंगाई राहत या DR में भी बढ़ोतरी की गई है. यह नियम सभी केंद्रीय कर्मचारियों के लिए है. लेकिन बैंकों के प्रोबेशनरी अफसरों (Bank PO) को कुछ ज्यादा बढ़ोतरी मिली है. दिवाली से ठीक पहले बैंकिंग सेक्टर के कर्मचारियों और अधिकारियों को बढ़ी हुई सैलरी का लाभ मिला है. 8 लाख कर्मचारियों को होगा फायदा
एक प्राइवेट न्यूज चैनल की रिपोर्ट बताती है कि सरकार के इस कदम से 8 लाख बैंकर्स और सपोर्टिंग स्टाफ की सैलरी बढ़ जाएगी. इन कर्मचारियों की सैलरी नवंबर से बढ़ कर मिलेगी. यानी कि नवंबर अंत या दिसंबर शुरू में जो सैलरी आएगी, वह बढ़कर आएगी. यह बढ़ोतरी इसलिए है क्योंकि दिवाली से पहले केंद्र सरकार ने इन कर्मचारियों के महंगाई भत्ते में इजाफा किया है. यह महंगाई भत्ता एक तिमाही के लिए जारी किया गया है. ताजा बढ़ोतरी के साथ महंगाई भत्ता बढ़कर 30.38 फीसदी हो गया है.

अखिल भारतीय बैंक अधिकारी परिसंघ (AIBOC) के अपडेट के अनुसार, नवंबर, दिसंबर, जनवरी के लिए महंगाई भत्ते में वृद्धि की गई है. गौरतलब है कि महंगाई भत्ते में 37 स्लैब की बढ़ोतरी की गई है. अपडेट के अनुसार, अगस्त, सितंबर और अक्टूबर के लिए 30 स्लैब में वृद्धि की गई थी. यह बढ़ोतरी AIACPI (ऑल इंडिया एवरेज कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स) के आंकड़े जारी होने के बाद आई है.

कितनी बढ़ेगी सैलरी
सरकारी बैंक में कार्यरत प्रोबेशनरी ऑफिसर्स (Bank PO) का वेतन 40,000 रुपये से लेकर 42,000 रुपये प्रति माह तक होता है. इसमें मूल वेतन का हिस्सा 27,620 रुपये प्रति माह है. वहीं डीए में 3 फीसदी से ज्यादा की बढ़ोतरी से सैलरी में सीधी बढ़ोतरी हो रही है. पदोन्नति के बाद बैंक पीओ का अधिकतम मूल वेतन 42,020 रुपये हो जाता है.

बीते गुरुवार को केंद्रीय मंत्रिमंडल ने केंद्र सरकार के कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के लिए 3 प्रतिशत महंगाई भत्ता (डीए) और महंगाई राहत (डीआर) बढ़ोतरी को मंजूरी दे दी थी. 3 प्रतिशत की वृद्धि मूल वेतन/पेंशन के 28 प्रतिशत की मौजूदा दर से अधिक है. इस कदम से लगभग 47.14 लाख केंद्र सरकार के कर्मचारियों और 68.62 लाख पेंशनभोगियों को फायदा होगा. इस पर सरकारी खजाने से सालाना 9,488.70 करोड़ रुपये खर्च होंगे. एक बैठक के बाद केंद्रीय मंत्रिमंडल ने डीए और डीआर बढ़ोतरी को मंजूरी दे दी थी. यह केंद्र सरकार के कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के लिए एक बड़ा कदम है. इससे सैलरी में संतोषजनक बढ़ोतरी होगी.

KBC 13: कटरीना कैफ का सवाल सुन उड़े अमिताभ बच्चन के होश, अक्षय का हंसते-हंसते हुए बुरा हाल

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नई दिल्ली, जेएनएन। बॉलीवुड एक्टर अक्षय कुमार और कटरीना कैफ की फिल्म ‘सूर्यवंशी’ कल यानी 5 नवंबर को सिनेमाघरों में रिलीज़ होने वाली है। उससे पहले अक्षय और कटरीना अपनी फिल्म का प्रमोशन करने में लगे हुए।

इसी सिलसिले में दोनों स्टार्स जल्द ही अमिताभ बच्चन के फेमस शो ‘कौन बनेगा करोड़पति 13’ में पहुंचेगे।

सोनी ने अपने इंस्टाग्राम पर एपिसोड की कुछ क्लिप शेयर की हैं जिनमें कटरीना, अमिताभ बच्चन से ढेर सारी बाते करती दिख रही हैं। लेकिन इसी बीच कटरीना ने अमिताभ से एक ऐसा सवाल पूछा जिसका जवाब देना तो दूर, बिग बी वो सवाल सुनकर ही हक्का-बक्का रह गए। कटरीना का सवाल सुनकर अक्षय हंसते-हंसते लोटपोट हो गए और अमिताभ तो कुछ बोल ही नहीं पाए। वैसे कटरीना का सवाल इतना फनी है कि वाकई आपकी भी हंसी बंद नहीं होगी।

प्रोमो में दिख रहा है कि अमिताब, अपने सामने हॉटसीट पर बैठे अक्षय और कटरीना से पूछते हैं ‘कटरीना आपने आज के खेल के लिए कैसे तैयारी की है’। जवाब में एक्ट्रेस कहती हैं कि उन्होंने ‘इतिहास की किताबें पढ़ीं, भूगोल (geography) की किताबें पढ़ीं और कुछ चीज़ें गूगल पर सर्च कीं’। कटरीना की बातें सुन अक्षय उन्हें हैरानी भरी नज़रों से देखते हैं। इसके बाद अमिताभ अक्षय से पूछते हैं ‘अक्षय आपने क्या तैयारी की है’। जवाब में एक्टर कहते हैं कुछ नहीं सर मुझे जो आता है मैं वो बता दूंगा।कटरीना कैफ, अक्षय कुमार

अक्षय की बात खत्म होने के बाद कटरीना जो पूछती हैं वो शो के अबतक के इतिहास में किसी ने बिग बी से नहीं पूछा होगा। एक्ट्रेस पूछती हैं ‘सर लाइफ लाइन हम एक ही बार यूज़ कर सकते हैं या हर सवाल के लिए हमें लाइफलाइन मिलेगी’। एक्ट्रेस का सवाल सुन अक्षय का हंसते-हंसते बुरा हाल हो जाता है और वो कहते हैं ‘सर ये सवाल आपसे आजतक किसी ने नहीं पूछा होगा’। इसके बाद कटरीना भी हंसने लगती हैं। ये वीडियो काफी फनी है आप भी देखें।

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ऑफिस असिटेंट और अन्य पदों पर निकली बंपर भर्ती, जल्द करें आवेदन

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Bank of India Recruitment 2021: बैंक ऑफ इंडिया ने ऑफिस असिस्टेंट और अन्य पदों पर आवेदन करने के लिए उम्मीदवारों से आवेदन आमंत्रित किए हैं। योग्य उम्मीदवार BOI की आधिकारिक साइट bankofindia.co.in के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।

पद के लिए आवेदन करने की अंतिम तिथि 15 नवंबर, 2021 तक है। यह भर्ती अभियान संगठन में 12 पदों को भरेगा। चयनित उम्मीदवारों को अनुबंध के आधार पर नियुक्त किया जाएगा।

पदों का विवरण

फैकल्टी – 1 पद

ऑफिस असिस्टेंट – 4 पद

ऑफिस अटेंडेंट – 2 पद

चौकीदार सह माली – 4 पद

फाइनेंशियल लिटरेसी काउंसलर – 1 पद

पात्रता मापदंड

उम्मीदवार जो उपरोक्त पदों के लिए आवेदन करना चाहते हैं, वे यहां उपलब्ध विस्तृत अधिसूचना के माध्यम से पूर्ण शैक्षणिक योग्यता और आयु सीमा की जांच कर सकते हैं।

चयन प्रक्रिया

संकाय के लिए चयन प्रक्रिया में लिखित परीक्षा, व्यक्तिगत साक्षात्कार और प्रदर्शन/प्रस्तुति शामिल है। कार्यालय सहायक पदों के लिए चयन प्रक्रिया में लिखित परीक्षा और व्यक्तिगत साक्षात्कार, परिचारक, चौकीदार सह माली और वित्तीय साक्षरता परामर्शदाता पद में साक्षात्कार शामिल है।

ऐसे करें आवेदन

उम्मीदवारों को आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध आवेदन पत्र को डाउनलोड करना होगा और आवेदन पत्र भरना होगा और आधिकारिक अधिसूचना पर दिए गए पते पर भेजना होगा। अधिक जानकारी के लिए उम्मीदवार बैंक ऑफ इंडिया की आधिकारिक साइट देख सकते हैं।