देहरादून, राज्य में विधान सभा चुनाव अधिसूचना जारी होने से पहले सरकार ने भाजपा के वरिष्ठ नेत्री श्रीमती कुसुम कंडवाल को उत्तराखंड राज्य महिला आयोग का अध्यक्ष बना दिया है। शासन ने इसके आदेश जारी कर दिए हैं। इससे पहले कुसुम कंडवाल भाजपा के लिए कई अहम पदों पर काम कर चुकी हैं।
कुसुम कंडवाल बनी उत्तराखंड राज्य महिला आयोग का अध्यक्षा, आदेश हुये जारी
उत्तराखण्ड़ पुलिस विभाग में हुए निरीक्षकों/उप निरीक्षकों के तबादले
देहरादून, उत्तराखंड़ पुलिस विभाग ने आज दिनांक 08/01/22 को पुलिस उपमहानिरीक्षक/ वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून महोदय द्वारा निम्न निरीक्षकों/ उप निरीक्षकों के स्थानांतरण उनके नाम के सम्मुख अंकित स्थानों पर किये गए।
अनशनकारी सरोज को जबरन उठाया, आक्रोशित हुए आंदोलनकारी
+सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को बचाने के लिए अनशन पर बैठे आंदोलनकारी सरोज रावत को प्रशासन ने आज जबरन उठाकर कोरोनानेशन अस्पताल मे भर्ती करा दिया है।
+सरोज रावत की तबीयत खराब थी और उनका ब्लड शुगर लेबल भी काफी गड़बड़ाया हुआ था।
+सरोज रावत के अनशन का आज तीसरा दिन था, आंदोलन को 45 दिन पूरे हो चुके हैं।
देहरादून, स्वास्थ्य मंत्री डॉ धन सिंह रावत के देहरादून से बाहर होने के चलते अभी तक अनुबंध को लेकर कोई लिखित आदेश जारी नहीं हो पाया है। साथ ही स्वास्थ्य सचिव डॉ पंकज कुमार पांडे भी कोरोना संक्रमित हैं, और आइसोलेशन मे हैं।
उत्तराखंड क्रांति दल के केंद्रीय मीडिया प्रभारी शिवप्रसाद सेमवाल ने कहा कि सरकार अस्पताल को निजी कंपनी के चंगुल से मुक्त कराने की बजाय अनशन कारियों के आंदोलन का दमन कर रही है, लेकिन आंदोलन जारी रहेगा।
उत्तराखंड क्रांति दल के जिला अध्यक्ष संजय डोभाल ने आक्रोश जताते हुए कहा कि सरकार जानबूझकर इस मुद्दे को टालना चाहती है, ताकि आचार संहिता लगने के बाद यह मुद्दा लटक जाए। उन्होंने सरकार पर निजी कंपनी के साथ सांठ-गांठ होने का भी आरोप लगाया।
महिला मोर्चा की जिला अध्यक्ष सुलोचना ईष्टवाल ने कहा कि सरकार निजी कंपनियों के हित को देखते हुए जनता के स्वास्थ्य को दांव पर लगा रही है।
आदोलन में आज मनीष शर्मा, निर्मला भट्ट, जगदंबा प्रसाद भट्ट, बलवीर सिंह भुवनी भट्ट, रिंकी कुकरेती, संजू किरसाली, भावना मैठाणी, तारा देवी यादव आदि शामिल थे।
अस्पताल आंदोलन को मिला जनसमर्थन, सैकड़ों लोग यूकेडी में शामिल
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र डोईवाला को बचाने के लिए उत्तराखंड क्रांति दल का आंदोलन समाज के वंचित तबके और गरीब लोगों का साथ मिलने लगा है।
केशव पुरी बस्ती से सैकड़ों लोग उत्तराखंड क्रांति दल में शामिल हुए। स्थानीय समाजसेवी श्याम सुंदर के नेतृत्व में सैकड़ों लोगों ने उत्तराखंड क्रांति दल की सदस्यता ली। उत्तराखंड क्रांति दल के जिला अध्यक्ष संजय डोभाल ने बताया कि श्याम सुंदर को जिला सह मंत्री का दायित्व दिया गया है। आज जॉइनिंग करने वालों में ताहिर, काकू, शेखर, रुद्र, रविंदर, लखन, राजा, रिंकू वर्मा, सतीश, रंजीत साहनी, अनवरी देवी, आदि शामिल थे।
सुप्रीमकोर्ट तथा सेबी के फर्जी दस्तावेज तैयार कर 100 करोड रूपये की भूमि का फर्जीवाडा करने वाले गिरोह के 3 सदस्यों को एसटीएफ किया गिरफ्तार
देहरादून, उत्तराखंड़ में जमीनों की खरीद फरोख्त में धोखाधड़ी के मामले आये दिन समाचारों की सुर्खियों में रहते हैं, राज्य एसटीएफ ने उच्चतम न्यायालय तथा सेबी के फर्जी दस्तावेज तैयार कर लगभग 100 करोड रूपये की कीमत वाली भूमि का फर्जी वाडा करने वाले गिरोह के 03 सदस्य गिरफ्तार।
विगत दिनों एसटीएफ को सूचना प्राप्त हुई कि देहरादून जनपद में एक गिरोह सक्रिय है जो कि सरकार द्वारा सीज भूमि के सम्बन्ध में उच्चतम न्यायालय तथा सेबी के फर्जी कागजात तैयार करके करोडो रूपये की जमीनो को अपने नाम करके जनता को भूमि को विक्रय कर धोखाधडी कर रहे है।
व्यापक जनहित के दृृष्टिगत् एस0टी0एफ0 द्वारा जाॅच की गई तो ज्ञात हुआ कि जनपद देहरादून में भाऊवाला, धोरणखास, तरलाआमवाला, बडोवाला एवं मसूरी की सम्पत्तियों को एक कम्पनी SPK Worldcom Pvt Ltd Address 95 Sector 2 Defence colony Dehradun के डायरेक्टर पूजा मलिक एवं संजीव मलिक ने न्यायमूर्ति विक्रमजीत सैन (रिटायर्ड) एवं भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड के फर्जी हस्ताक्षरित दस्तावेजों के आधार पर उत्तराखण्ड, उत्तर प्रदेश, हरियाणा आदि राज्यों के लोगों को विक्रय पत्रों के माध्यम से विक्रय किया जा रहा है।
उक्त सम्पत्तियों के सम्बन्ध में पता करने पर ज्ञात हुआ कि वर्ष 2015 में सी0बी0आई0 की जाॅच के पश्चात् उच्चतम न्यायालय के आदेशानुसार देश भर में विभिन्न स्थानो पर करोडो रूपयों की अचल सम्पत्ति जिसमें 348 सम्पत्ति PGF एवं 14,000 सम्पत्ति PACL दिनांकित 01.04.2015 के आदेषानुसार सीज की गई थी उक्त सम्पत्ति के निस्तारण हेतु भारतीय प्रतिभूति, विनिमय बोर्ड एवं PGF के सदस्य को नामित कर एक विशेष कमेटी गठन किया गया एवं कमेटी के माध्यम से भूमि का निस्तारण किये जाने का आदेश पारित किया गया था।
उत्तर प्रदेश एवं उत्तराखण्ड का एक संगठित भू-माफिया गिरोह जोकि भिन्न भिन्न जगहों से जमीनों की धोखाधडी में जेल जा चुके है, के द्वारा विभिन्न सरकारी एवं गैर सरकारी संस्थानों के कर्मचारियों के साथ सांठ गांठ करके फर्जी दस्तावेज तैयार करके पीजीएफ लि0 वैशाली बिल्डिंग पश्चिम विहार नई दिल्ली की देहरादून भाऊवाला, धोरणखास, तरलाआमवाला, बडोवाला एवं मसूरी स्थित करोड़ो रूपयों की अचत सम्पत्ति को कूटरचित दस्तावेजों के आधार पर उक्त कम्पनी SPK Worldcom Pvt Ltd Address 95 Sector 2 Defence colony Dehradun) नाम पर आवंटित करते हुये विभिन्न लोगों को काफी मात्रा में विक्रय करते हुये धोखाधड़ी करके करोड़ो रूपयों की सम्पत्ति अर्जित कर ली है। जिन दस्तावेजों के आधार पर गिरोह के द्वारा फर्जी एग्रीमेन्ट एवं रजिस्ट्री करायी गयी उनकी व्यापक स्तर पर जाँच की गयी तो पाया कि इनके द्वारा निम्न रजिस्ट्री की गयी-
1. बही संख्या 1 जिल्द 7392 के पृष्ठ 149 से 178 पर क्रमांक 3270 दिनांक 01.07.2021 क्रेता शुभम शर्मा पुत्र राम नरेश शर्मा निवासी पुलिस काॅलोनी नियर काली मन्दिर लाडपुर देहरादून। विक्रेता संजीव मलिक पुत्र कमल मलिक निवासी ए-95 सेक्टर 2 डिफेन्स काॅलोनी देहरादून। रू0 10,50,000/-
2. बही संख्या 1 जिल्द 7392 के पृष्ठ 197 से 226 पर क्रमांक 3272 दिनांक 01.07.2021 क्रेता कविता पत्नी प्रेम चन्द गुप्ता निवासी 471/472 बनखण्डी ग्राम ऋशिकेष देहरादून। विक्रेता संजीव मलिक पुत्र कमल मलिक निवासी ए-95 सेक्टर 2 डिफेन्स काॅलोनी देहरादून। रू0 10,50,000/-
3. बही संख्या 1 जिल्द 7392 के पृष्ठ 119 से 148 पर क्रमांक 3269 दिनांक 01.07.2021 क्रेता नरेन्द्र कुमार पुत्र सौराज सिंह निवासी मनी एनक्लेव नियर चर्च नेहरू ग्राम देहरादून। विक्रेता संजीव मलिक पुत्र कमल मलिक निवासी ए-95 सेक्टर 2 डिफेन्स काॅलोनी देहरादून। रू0 10,50,000/-
4. बही संख्या 1 जिल्द 4102 के पृष्ठ 235 से 264 पर क्रमांक 894 दिनांक 22.01.2021 क्रेता रमेष अरोड़ा पुत्र बलदेव राज अरोडा़ निवासी 171 लेन नं0 ई-1 अमन विहार नियर आर्यन लग्जरी अपार्टमेन्ट सहस्त्रधारा रोड देहादून। विक्रेता पूजा मलिक पत्नी संजीव मलिक निवासी ए-95 सेक्टर 2 डिफेन्स काॅलोनी देहरादून। रू0 8,80,000/-
5. बही संख्या 1 जिल्द 3853 के पृष्ठ 1 से 28 पर क्रमांक 1281 दिनांक 15.02.2021 क्रेता नरेन्द्र कुमार पुत्र सौराज सिंह निवासी मनी एनक्लेव नियर चर्च नेहरू ग्राम देहरादून। विक्रेता पूजा मलिक पत्नी संजीव मलिक ए-95 सेक्टर 2 डिफेन्स काॅलोनी देहरादून। रू0 4,24,000/-
6. बही संख्या 1 जिल्द 3853 के पृष्ठ 29 से 58 पर क्रमांक 1282 दिनांक 15.02.2021 क्रेता विनय कुमार कम्बोज पुत्र हेमराज निवासी गली नं0 1 वाणी विहार अधोईवाला देहरादून। विक्रेता पूजा मलिक पत्नी संजीव मलिक ए-95 सेक्टर 2 डिफेन्स काॅलोनी देहरादून। रू0 8,42,000/-
7. बही संख्या 1 जिल्द 3842 के पृष्ठ 27 से 60 पर क्रमांक 1095 दिनांक 09.02.2021 क्रेता मधुर रस्तोगी पुत्र इन्द्रेष रस्तोगी निवासी 31/34 नेताजी मोहल्ला खुडबुडा मोहल्ला ब्लाॅक 1 देहरादून व दीपक रस्तोगी पुत्र सुभाश रस्तोगी निवासी 45 ए एमडीडीए इन्द्रपुरम निरंजनपुर देहरादून। विक्रेता पूजा मलिक पत्नी संजीव मलिक ए-95 सेक्टर 2 डिफेन्स काॅलोनी देहरादून। रू0 20,95,000/-
उपरोक्त रजिस्ट्रीयों में इनके द्वारा उच्चतम न्यायालय के द्वारा गठित विशेष कमेटी के बैंक खातो में फर्जी लेन-देन को दर्शाकर रजिस्ट्रीयां की जाती थी एवं गठित विशेष कमेटी के अपने नाम फर्जी आदेशो को तैयार कर तथा SEBI के फर्जी प्रमाण पत्र तैयार कर भूमि को अपना कब्जा बताकर धोखाधडी कर पैसा ऐंठ रहे थे इनके द्वारा लगभग 160 बीघा की जमीन जिसकी अनुमानित लागत करीब 100 करोड से उपर है, को अपने नाम बताकर बेच रहे थे ।
उपरोक्त के सम्बन्ध में अब तक जितने भी दस्तावेजों का अवलोकन व उनके बारे में जाँच करने पर पाया गया तथा SEBI से पत्राचार किया गया तो पाया गया कि संजीव मलिक व पूजा मलिक द्वारा जो SEBI वउच्चतम न्यायालय द्वारा गठित समिति के पत्रों के आधार पर रजिस्ट्री व एग्रीमेन्ट कराये गये है वो ना तो SEBI द्वारा जारी किये और ना ही उच्चतम न्यायालय द्वारा गठित समिति द्वारा जारी किये गये है।
जाँच के दौरान अभियुक्त संजीव मलिक एस0टी0एफ0 की जाॅच का पता चलने पर वह देहरादून से फरार हो गया था फरार होकर वह दिल्ली, लुधियाना, अमृृतसर में हयात होटल में रूक रहा था तथा वह अपने पैसे के दम पर व अपने गुर्गो द्वारा गवाहो को प्रभावित कर रहा था जिससे उसका पक्ष मजबूत हो जाये। एस0टी0एफ0 की टीम को सूचना प्राप्त हुई कि संजीव मलिक उपरोक्त हयात होटल, लुधियाना में रूका है इस पर एस0टी0एफ0 की टीम द्वारा लुधियाना में हयात होटल में जाकर संजीव मलिक से पूछताछ की गई तो उसके द्वारा बताया गया कि मेरे दस्तावेज देहरादून में घर पर रखे है जिसे संजीव मलिक द्वारा देहरादून में आकर एस0टी0एफ0 टीम को दिखाया गया तो जानकारी हुई कि यह सब फर्जी है इस पर दिनाॅक 06.01.2022 को एस0टी0एफ0 की टीम द्वारा तीन अभियुक्तो को गिरफ्तार किया गया।
जाॅच में उक्त भूमाफियों द्वारा और कितनी अचल सम्पत्तियों को धोखाधडी कर बेचा गया है या अपने कब्जे दिखाया जा रहा है जिस सम्बन्ध में जाॅच प्रचलित है तथा अपराधियों के आपराधिक इतिहास का पता लगाया जा रहा है।
गिरफ्तार अभियुक्तगण
1. संजीव मलिक पुत्र कमल मलिक निवासी ए-95 सेक्टर 2 डिफेन्स काॅलोनी देहरादून।
2. शुभम पुत्र ब्रहमदत्त निवासी केरी गाॅव प्रेमनगर देहरादून
3. टिन्कू सिंह पुत्र प्रकाश सिंह निवासी भीमवाला अकबरपुर पथरी अमरोहा
पुलिस टीमः-
एस0टी0एफ0,उत्तराखण्ड
नई नजूल नीति अव्यवहारिक, हल्द्वानी के 12000 से भी अधिक परिवार होंगे प्रभावित : बल्यूटिया
(चन्दन सिंह बिष्ट)
हल्द्वानी, कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता दीपक बल्यूटिया ने बताया कि प्रदेश सरकार की ओर से 11 दिसंबर 2021 को उत्तराखंड नजूल भूमि प्रबंधन व्यवस्थापन एवं निस्तारण हेतु जारी नजूल नीति 2021 को अव्यवहारिक बताते हुए कहा कि सरकार द्वारा जारी नजूल नीति ने एक बार फिर से सरकार की मनसा पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
दीपक बल्यूटिया ने कहा कि नई नजूल नीति की धारा 4 के नियम 2 के उपनियम 3 जो कि रिक्त नजूल भूमि पर अवैध रूप से काबिज कब्जेदारों के पक्ष में निम्नवत विनियमित किया जाना है।
“ ऐसे अवैध कब्जेदारों (आवासीय /अनावासीय) की नजूल भूमि की अधिकतम क्षेत्रफल 300 वर्गमीटर को ही अवैध कब्जेदार के पक्ष में प्रभावी सर्किल रेट का 120 प्रतिशत एवं व्यावसायिक श्रेणी पर 150 प्रतिशत लेकर भी नियमित किया जाएगा। जहां पर अवैध कब्जे की भूमि 300 वर्ग मीटर से अधिक है, उनमें अवैध कब्जेदारों से 300 वर्गमीटर से अधिक भूमि का कब्जा वापस प्राप्त करने के उपरांत विनियमित किया जाएगा।”
इससे सरकार ने ऐसे कब्जदार जो वर्षों से 300 वर्ग मीटर से अधिक भूमि में रह रहें लोगों के नियमितीकरण के सपने को चकना चूर कर दिया जिससे मालिकाना हक मिलने का रास्ता बंद हो गया और इससे हल्द्वानी के 12000 से भी अधिक परिवार प्रभावित होंगे।
दीपक बल्यूटिया ने कहा वर्षों से जो लोग नजूल भूमि में रह रहे हैं परिवारों को सरकार ने परेशान करने का काम किया।
दीपक बल्यूटिया ने कहा इस तरह के अव्यवहारिक नीति से भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिलेगा। इस नियम का हवाला देकर लोगों को परेशान किया जाएगा जिसके एवज में मोटी रकम वसूलने का काम किया जाएगा।
इससे जहां प्रदेश भर के हजारों लोगों की जमीनें फ्रीहोल्ड नहीं हो पाएंगी, वहीं नई नजूल नीति से प्रदेश को अरबों रुपए के राजस्व का नुकसान भी उठाना पड़ेगा। साथ ही नजूल भूमि को फ्रीहोल्ड कराने के नाम पर भ्रष्टाचार को भी बढ़ावा मिलेगा।
कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता दीपक बल्यूटिया ने बताया कि प्रदेश सरकार की ओर से 11 दिसंबर 2021 को उत्तराखंड नजूल भूमि प्रबंधन व्यवस्थापन एवं निस्तारण हेतु नजूल नीति 2021 जारी की गई। इस नई नजूल नीति के तहत कब्जे की जमीन को फ्रीहोल्ड कराने के लिए जो दरें और शर्तें लागू की गई है, अलग से नियम थोपा गया है। सरकार ने नजूल भूमि अधिग्रहण के लिए आवासीय और अनावासीय दोनों में अधिकतम क्षेत्रफल की सीमा 300 वर्ग मीटर निर्धारित कर दी है। यह प्रतिबंध लगाया गया है कि जिस किसी व्यक्ति के कब्जे में 300 वर्ग मीटर से अधिक जमीन होगी उसे पहले सरकार को वापस करनी होगी। उसके बाद ही शेष 300 वर्ग मीटर जमीन को विनियमित किया जाएगा। दीपक का कहना है कि नजूल जमीन को फ्रीहोल्ड करने के लिए सरकार ने जो 300 वर्ग मीटर का बैरियर लगा दिया है प्रदेश के हजारों लोगों को नुकसान होगा। उन्होंने कहा कि आज भी फ्रीहोल्ड वाली कई फाइलें लंबित पड़ी हैं। पूर्व में जिन लोगों को भी पट्टे जारी हुए थे उनमें अधिकांश लोगों को 300 वर्ग मीटर से अधिक के थे। अब जो लोग सालों से नजूल भूमि में रह रहे हैं उन्हें अपनी 300 वर्ग मीटर से बाकी की जमीन को सरकार को वापस करनी पड़ेगी। उसके बाद ही उनकी 300 वर्ग मीटर जमीन फ्री होल्ड हो पाएगी।
दीपक का कहना है कि अकेले हल्द्वानी में करीब 70 फीसदी जमीनें नजूल हैं। काठगोदाम से लेकर नारीमन चौराहा क्षेत्र, श्रमिक बस्ती, शीश महल, आवास विकास, सुभाष नगर, गुरुनानक पुरा, तिकोनिया, कुल्यालपुरा, चर्च कंपाउंड, वनभूलपुरा, इंदिरा नगर, शनि बाजार क्षेत्र, हीरानगर, भोलानाथ गार्डन आदि क्षेत्र में अधिकांश जमीनें नजूल हैं। हजारों की संख्या में लोग ऐसे हैं जिनकी फाइलें लंबित पड़ी हुई हैं। अब यह 300 वर्ग मीटर का बैरियर लगने से लोगों को काफी कठिनाई होगी। जबकि इससे पहले वर्ष 2009 और 2014 में जारी हुई नजूल नीति में इस तरह की कोई बाध्यता नहीं थी। नई नीति के अंतर्गत अब लोग तरह-तरह के हथकंडे अपनाएंगे। दफ्तरों में भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिलेगा। प्रभावशाली लोग ले देकर अपना काम करा लेंगे। दीपक ने कहा कि सरकार को इसे संशोधित करना चाहिए। यदि यह सरकार इस नजूल नीति के मानकों में संशोधन नहीं करती है तो कांग्रेस सरकार ही इस पर आगे काम करेगी।
कोरोना का कहर: देश के विभिन्न राज्यों ने बंद किए सभी शिक्षण संस्थान, जानिए सभी राज्यों के अपडेट
देशभर में एक बार फिर से कोरोना महामारी की लहर वापस आ गई है। बीते 24 घंटों में विभिन्न राज्यों से संक्रमण के एक लाख से अधिक मामले दर्ज किए गए हैं। वहीं, कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के भी मामले तेजी से बढ़त जा रहे हैं।
इस प्रकोप का असर आम जन जीवन पर तेजी से पड़ रहा है और इससे देश भर के स्कूल-कॉलेज और अन्य शिक्षण संस्थान भी अछूते नहीं हैं। संक्रमण के प्रकोप को देखते हुए देश के कई राज्यों ने स्कूल-कॉलेजों को बंद कर दिया है। आइए जानते हैं उन राज्यों के बारे में जिन्होंने कोरोना महामारी के प्रकोप को देखते हुए शिक्षण संस्थानों को बंद करने का फैसला किया है…
उत्तर प्रदेश में 10वीं तक के स्कूलों की छुट्टी
उत्तर प्रदेश में भी सरकार ने कोरोना के प्रकोप को देखते हुए 10वीं तक की कक्षाओं को 31 दिसंबर, 2021 से 16 जनवरी, 2022 तक बंद रखने का फैसला किया है। उत्तर प्रदेश में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। बीते दिन राज्य में संक्रमण के 3 हजार से अधिक मामले दर्ज किए गए हैं।
बिहार में स्कूल 21 तक बंद
बिहार में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए राज्य सरकार ने सभी स्कूलों को 21 जनवरी, 2022 तक के लिए बंद कर दिया है। इससे पहले राजधानी पटना में भी स्कूलों को एक हफ्ते के लिए बंद कर दिया गया था। अब सभी स्कूल 21 जनवरी के बाद कोरोना संक्रमण के हालात देखते हुए खोले जाएंगे। हालांकि, ऑनलाइन कक्षाएं चलती रहेंगी और परीक्षा भी समय पर होंगी।
पंजाब में स्कूल-कॉलेज बंद
पंजाब सरकार ने भी कोरोना के मामलों को देखते हुए तत्काल प्रभाव से राज्य के सभी स्कूल-कॉलेजों को बंद कर दिया है। फिलहाल यह बंदी कब तक रहेगी, इसके लिए कोई आधिकारिक सूचना नहीं जारी की गई है।
छत्तीसगढ़ में भी असर
छत्तीसगढ़ की सरकार ने कोरोना पर काबू पाने के लिए राज्य के उन क्षेत्रों में स्कूलों को बंद करने का आदेश जारी किया है, जहां कोरोना संक्रमण की दर 4 फीसदी से अधिक है।
पश्चिम बंगाल में स्कूल-कॉलेजों को बंद करने की घोषणा
पश्चिम बंगाल सरकार ने कोरोना के खतरे को देखते हुए राज्य के सभी स्कूल-कॉलेजों और अन्य शिक्षण संस्थानों को सोमवार, 03 जनवरी, 2022 से बंद करने का फैसला किया है। इन्हें वापस खोलने का फैसला संक्रमण के हालात पर निर्भर करेगा।
हरियाणा में स्कूल और कॉलेज 12 जनवरी तक बंद
कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए हरियाणा सरकार ने राज्य में सभी स्कूल और कॉलेजों को 12 जनवरी 2022 तक बंद करने का फैसला किया है। आगे भी संस्थानों का शुरू होना कोरोना के हालात पर ही निर्भर होगा। सरकार द्वारा जारी किए गए आधिकारिक आदेश में कहा गया है कि राज्य में सभी स्कूल, कॉलेज, पॉलिटेक्निक, आईटी, कोचिंग संस्थान, पुस्तकालय और प्रशिक्षण संस्थान (चाहे सरकारी हो या निजी), आंगनवाड़ी केंद्र आदि बंद रहेंगे।
झारखंड में 15 जनवरी तक स्कूल बंद
झारखंड सरकार ने भी राज्य में सभी स्कूल-कॉलेजों और अन्य शिक्षण संस्थानों को 15 जनवरी तक के लिए बंद कर दिया है। इस बीच कोई भी ऑफलाइन कक्षाएं नहीं लगेंगी। ऑनलाइन कक्षाएं जारी रहेंगी।
तमिलनाडु में कक्षा 1 से 8 तक की ऑफलाइन कक्षाएं बंद
कोरोना के मामलों में तेजी को देखते हुए तमिलनाडु सरकार ने 10 जनवरी 2022 तक पहली से 8वीं तक की कक्षाओं को ऑफलाइन न आयोजित करने का फैसला किया है। सरकार ने 31 दिसंबर 2021 को ही इस बात की घोषणा कर दी थी।
ओडिशा में पहली से 12वीं कक्षा तक के स्कूल बंद
ओडिशा में भी कोरोना संक्रमण के मामलों मे आई तेजी को देखते हुए राज्य सरकार ने सभी कॉलेज, विश्वविद्यालय और तकनीकी शिक्षण संस्थानों को 10 जनवरी से बंद रखने का फैसला किया है। इससे पहले सरकार ने 12वीं कक्षा तक के लिए ऑफलाइन कक्षाओं पर रोक लगा दी है। कुछ दिनों पहले ही सरकार ने पहली से पांचवीं तक की कक्षाओं के लिए स्कूलों को न शुरू करने का निर्णय लिया था। यह कक्षाएं सोमवार 3 जनवरी, 2022 से शुरू होनी थी।
गोवा में स्कूल-कॉलेज 26 जनवरी तक बंद
गोवा में भी कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए राज्य सरकार ने स्कूल और कॉलेजों को 26 जनवरी 2022 तक के लिए बंद करने का फैसला किया है। राज्य के सीएम प्रमोद सावंत ने बताया कि सरकार ने राज्य में रात्रि कर्फ्यू लगाने का भी फैसला किया है।
तेलंगाना में 16 जनवरी तक सभी शिक्षण संस्थानों में छुट्टी
तेलंगाना के सीएम के चंद्रशेखर राव ने राज्य के सभी शैक्षणिक संस्थानों को 8 जनवरी से 16 जनवरी तक छुट्टी घोषित करने का निर्देश दिया है।
कर्नाटक में सभी शैक्षणिक संस्थान बंद
राज्य में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए कर्नाटक सरकार ने भी प्रदेश के सभी शिक्षण संस्थानों को 15 जनवरी तक के लिए बंद कर दिया है।
दिल्ली में येलो अलर्ट के कारण स्कूल बंद
देश की राजधानी दिल्ली में भी कोरोना संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ते चले जा रहे हैं। इस समय दिल्ली में यलो अलर्ट के कारण सभी स्कूलो को अगले आदेश तक बंद रखा गया है। कोरोना के मामलों को देखते हुए ऐसा अंदाजा लगाया जा रहा है कि स्कूल और अधिक समय तक बंद रखे जा सकते हैं।
महाराष्ट्र में भी स्कूल बंद
कोरोना महामारी के कारण देशभर के विभिन्न राज्यों में स्कूल-कॉलेजों के बंद होने का सिलसिला जारी है। अब इन राज्यों की सूची में नया नाम महाराष्ट्र का भी जुड़ गया है। राज्य में सभी कॉलेज और विश्वविद्यालयों में ऑफलाइन कक्षाओं को 15 फरवरी तक के लिए बंद कर दिया गया है। यह नियम राज्य, डीम्ड, निजी विश्वविद्यालयों के साथ-साथ तकनीकी संस्थान और इनसे संबद्ध कॉलेजों पर भी प्रभावी होंगे। हालांकि, ऑनलाइन कक्षाओं का संचालन होगा।
जयपुर में 9 जनवरी तक सभी स्कूल बंद
राजस्थान में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच नई पाबंदियों का एलान कर दिया गया है। इसके मुताबिक, जयपुर में सभी सरकारी और निजी स्कूल तीन जनवरी से बंद रहेंगे। सभी स्कूल-कॉलेज मौजूदा आदेश के मुताबिक नौ जनवरी तक बंद रहेंगे। इसके अन्य जिलों के कलेक्टर शिक्षा विभाग के चर्चा और हालात के मुताबिक इस पर फैसला ले सकते हैं।
असम में भी स्कूल बंद
असम सरकार ने भी तेज होते संक्रमण के मामलों को देखते हुए कामरूप मेट्रोपोलिटन शहर में कक्षा आठवीं और अन्य सभी जिलों में कक्षा पांचवीं तक के स्कूलों को 8 जनवरी, 2022 से लेकर 30 जनवरी, 2022 तक बंद कर दिया गया है। कोई भी ऑफलाइन कक्षाएं संचालित नहीं होंगी।
चंडीगढ़ में भी शिक्षण संस्थान बंद
केंद्रशासित प्रदेश चंडीगढ़ में भी कोरोना महामारी के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए स्कूल-कॉलेज समेत सभी शिक्षण संस्थानों तो तत्काल प्रभाव से बंद कर दिया गया है। हालांकि, ऑनलाइन कक्षाएं चलती रहेंगी।
बिना इंटनरेट करें Google Pay और PhonePe पेमेंट, जानिए स्टेप-बाय-स्टेप प्रोसेस
नई दिल्ली, । यूपीआई बेस्ड पेमेंट सर्विस जैसे गूगल पे, फोनपे, पेटीएम और चलत तेजी से बढ़ा है। हर तरह के काम ऑनलाइन पेमेंट से हो रहे हैं। हालांकि यूपीआई बेस्ड पेमेंट सर्विस के लिए इंटरनेट जरूरी होता है। लेकिन कई मौकों पर इंटरनेट काम नहीं करता है। या फिर आप किसी ऐसे इलाके में होते हैं, जहां इंटरनेट सर्विस मौजूद नहीं होती है, तो आपके लिए ऑनलाइन पेमेंट करना मुश्किल हो जाता है। लेकिन एक ट्रिक है जिसकी मदद से बिना इंटरनेट UPI बेस्ड पेमेंट सर्विस का इस्तेमाल किया जा सकता है।
कैसे करें बिना इंटरनेट पेमेंट
बिना इंटरनेट के पेमेंट करने के लिए यूजर्स को सबसे पहले अपने फोन में *99# टाइप करके कॉलिंग करनी होगी।
इसके बाद आपको बैलेंस चेक, प्रोफाइल, और सेलेक्ट मनी जैसे कई सारे ऑप्शन स्क्रीन पर नजर आएंगे।इसमें से यूजर्स को पहले ऑप्शन “सेलेक्ट मनी” को चुनना होगा। इसके लिए यूजर्स को 1 ऑप्शन टाइप करके सेंड बटन प्रेस करना होगा।
फिर UPI एकाउंट से लिंक मोबाइल नंबर को दर्ज करके सेंड ऑप्शन पर टैप करना होगा। वहीं अगर आप बैंक अकाउंट ऑप्शन सेलेक्ट करते हैं, तो आपको बेनिफिशियरी एकाउंट नेम और IFSC कोड दर्ज करना होगा। साथ ही UPI आईडी दर्ज करने का भी ऑप्शन मिलेगी। फिर जितने पैसे ट्रांसफर करने हैं, उसे दर्ज करना होगा।
यूजर्स को पैसे ट्रांसफर करने के साथ ही पेमेंट को याद रखने के लिए एक मार्क ऐड करने का ऑप्शन दिया जाएगा।
इसके बाद UPI पिन डालकर फाइनल पेमेंट करना होगा। इस तरह यूजर्स बिना इंटरनेट के ऑनलाइन पेमेंट कर पाएंगे।
नोट – बिना इंटरनेट यूपीआई पेमेंट के लिए पहले ये जरूरी है कि आपका नंबर UPI के साथ रजिस्टर्ड होना चाहिए और वही नंबर आपके बैंक खाते से जुड़ा हुआ होना चाहिए. उसी नंबर से आप *99# सर्विस का यूज कर सकते हैं। साथ ही ध्यान रखें कि इस तरह के पेमेंट के लिए आपके 0.50 रुपये चार्ज किए जाएंगे।
सनी देओल की गदर-2 की कहानी शूटिंग पूरी होने से पहले ही लीक, जानिए क्या है फिल्म की स्टोरी
मुंबई, निर्देशक अनिल शर्मा ने बीते साल अपनी फिल्म गदर के सीक्वल ‘गदर 2’ का ऐलान किया था। इसके बाद से ही इस फिल्म को लेकर दर्शकों में उत्साह है।
साल 2001 में आई सुपरहिट फिल्म ‘गदर: एक प्रेम कथा’ के सीक्वल में एक बार फिर सनी देओल और अमीषा पटेल नजर आएंगे। काफी समय से एक हिट की तलाश कर रहे सनी और अमीषा को इस फिल्म से काफी उम्मीदें हैं। हालांकि फिल्म की शूटिंग के दौरान ही कुछ ऐसा हो गया है, जिससे फिल्म के निर्देशक, सनी देओल और अमीषा पटेल बिल्कुल खुश नहीं होंगे।
एंटरटेनमेंट साइट पिंकविला की एक रिपोर्ट के मुताबिक, फिल्म गदर-2 की कहानी 1971 में हुई भारत-पाकिस्तान जंग के इर्द-गिर्द घूमेगी। गदर में 1947 के वक्त पर थी तो ये 1971 के समय पर होगी। फिल्म में सनी देओल और अमीषा के साथ-साथ उत्कर्ष शर्मा भी होंगे। जो गदर में सनी के बेटे थे। इस फिल्म में वो एक फौजी के रोल में होंगे।
साइट ने गदर-2 की कहानी को लेकर दावा किया है कि फिल्म में सनी देओल के बेटे बने उत्कर्ष जंग के दौरान पाकिस्तान में कैद कर लिए जाएंगे। जिसके बाद तारा सिंह यानी सनी देओल अपने बेटे की जान बचाने के लिए पाकिस्तान में जाएंगे। सनी अपने बेटे को कैसे पाक से लेकर आएंगे, इसी को लेकर फिल्म की कहानी होगी।
अमीषा पटेल, सनी देओल और निर्देशक अनिल शर्मा ने बीते साल दशहरा पर ‘गदर 2’ का मोशन पोस्टर अपने-अपने सोशल मीडिया अकाउंट से शेयर किया था। इन लोगों ने ट्विटर अकाउंट से फिल्म का मोशन पोस्टर जारी करते हुए लिखा था कि दशहरा के मौके पर भारतीय सिनेमा में अब तक के सबसे बड़े सीक्वल की घोषणा के साथ हमारा दो दशकों का इंतजार आखिरकार खत्म हो रहा है। गदर-2 का मोशन पोस्टर।
गदर साल 2001 की सबसे बड़ी हिट फिल्मों में शामिल थी। इस फिल्म की कहानी 1947 के तरफ भारत के बंटवारे पर आधारित थी। बंटवारे में तारा (सनी देओल) अपनी बीवी सकीना (अमीषा पटेल) और बेटे बिछुड़ जाते हैं। जिसके बाद वो उनके लेने पाकिस्तान जाते हैं। फिल्म ने उस वक्त कमाई के रिकॉर्ड बनाए थे। फिल्म के गाने भी तब लोगों को खूब पसंद आए थे। ऐसे में जब फिल्म के सीक्वल से भी दर्शकों को काफी उम्मीद हैं।
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oneindia.com
राज्य सरकार ने जारी की गाइडलाइन, स्कूलों व राजनीतिक रैलियों पर 16 जनवरी तक प्रतिबंध
देहरादून। उत्तराखंड शासन ने देर शाम कोविड-19 लेकर नई गाइडलाइन जारी कर दी है। इसके तहत रात 10:00 बजे से सुबह 6:00 बजे तक नाइट कर्फ्यू जारी रहेगा। लेकिन तमाम बदलाव हैं।
सभी स्कूल 16 जनवरी तक बंद रहेंगे। शॉपिंग मॉल जिम सैलून 50 परसेंट की उपस्थिति के साथ खुलेंगे। शादी ब्याह और शव यात्रा में भी सीमित संख्या कर दी गई है। आज सरकार की ओर से नई गाइडलाइंस जारी की गई है जिसके तहत 16 जनवरी तक सभी स्कूलों को बंद करने के निर्देश दिए गए हैं हालांकि यहां यह बताना भी बहुत जरूरी है कि 16 जनवरी तक पहले से ही अधिकांश स्कूलों में शीतकालीन अवकाश घोषित किया जा चुका है।
वही चुनावी माहौल को देखते हुए उत्तराखंड में होने वाली चुनावी रैलियों एवं प्रदर्शनों पर भी 16 जनवरी तक प्रतिबंध लगाने की घोषणा की गई है। रात्रि कालीन कर्फ्यू की व्यवस्था पूर्व की भांति रात 10:00 बजे से सुबह 6:00 बजे तक ही लागू रहेगी।
कोषागार से गबन के आरोपियों को पुलिस ने पकड़ा
नई टिहरी। नरेंद्रनगर कोषागार में लगभग 2.48 करोड़ के गबन के आरोपी कर्मियों सहित अन्य को नरेंद्रनगर पुलिस ने 24 घंटे के भीतर गिरफ्तार किया है। टीम के काम को सराहते हुए एसएसपी नवनीत सिंह भुल्लर ने 2500 रूपये का नगद इनाम देने की घोषणा की है। मीडिया सेल की ओर से जानकारी प्रेस रिलीज में बताया गया कि बीती 6 जनवरी की शाम को वरिष्ठ कोषाधिकारी नमिता सिंह ने थाना नरेंद्रनगर में तहरीर देकर बताया कि कोषागार नरेंद्रनगर में कार्यरत कोषाधिकारी जगदीश चंद्र, लेखाकार विनय कुमार चौधरी तथा पीआरडी सोहबत सिंह पडियार ने विगत कुछ वर्षों से कोषागार के ई-पोर्टल पर लॉगिन कर पेंशनर्स के डाटा में छेड़छाड़ व कूट रचना कर पेंशनर के बैंक खातों के स्थान पर स्वयं अपने तथा अपने परिचितों के बैंक खातों में फर्जी तरीके से पेंशन व एरियर का भुगतान कर सरकारी धन का गबन किया गया है। तहरीर पर थाना नरेंद्रनगर ने 2 करोड़ 48 लाख 46 हजार 829 रूपये का गबन पाया गया। एसएसपी नवनीत सिंह के निर्देश पर त्वरित कार्यवाही को एसएचओ प्रदीप पंत के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया। टीम ने गहन पड़ताल के बाद 24 घंटों के भीतर सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि हम लोग ज्यादातर उन पेंशन फाइलों को छांटते थे, जिन पेंशनर्स की मृत्यु हो चुकी है। फिर हम लोग ई-पोर्टल में उनके जीआरडी नंबर पर उन्हें जीवित दर्शा कर उनके खातों तथा नाम को कूटरचना कर अपने परिचितों का खाता नंबर व नाम आदि डाल देते थे। रुपया अपने परिचितों के खाते में ले लेते थे। इसके पश्चात अपने परिचितों को कमीशन के रूप में कुछ रुपये देकर बाकी सारे रुपये वापस ले लेते थे। इस प्रकार एक षड़यंत्र के तहत धोखाधड़ी करने की नियत से कूटरचना एवं फर्जीवाड़ा कर स्वयं के लिए अनैतिक लाभ अर्जित करते थे।
नाम पता गिरफ्तार अभियुक्तगण:
1:-जगदीश चंद्र (कोषाधिकारी) गबन की गई धनराशि ₹5,13,542/-
2:-विनय कुमार चौधरी (लेखाकार) गबन की गई धनराशि ₹ 1,19,68,579/-
3:-सोहबत सिंह (पीआरडी, नरेंद्रनगर कोषागार) गबन की गई धनराशि ₹ 23,46,748/-
4:-कल्पेश भट्ट (क्लर्क, पशुपालन विभाग नरेंद्रनगर) गबन की गई धनराशि ₹ 26,54,302/-
5:- रणजीत कुमार–गबन की गयी धनराशि ₹ 1,39,325/-
पुलिस टीम थाना नरेंद्र नगर:
1:- प्रभारी निरीक्षक प्रदीप पंत
2:- वरिष्ठ उपनिरीक्षक शमशेर अली
3:- हे0कां0(प्रो) शांति प्रसाद डिमरी
4:- कां0 सुभाष रयाल
5:- कां0 सचिन रावत
6:- कां0 वीरेंद्र सिंह नेगी
7:- कां0 प्रदीप खंडूरी
8:- कां0 चालक तेजवीर सिंह