Friday, June 6, 2025
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विधानसभा चुनाव की तैयारियां को लेकर अधिकारियों की बैठक, पोलिंग बूथों का निरीक्षण करने के साथ ही फ्लैग मार्च के दिये निर्देश

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देहरादून, राज्य में विधानसभा चुनाव को लेकर प्रत्येक स्तर पर तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं। गढ़वाल मंडल आयुक्त सुशील कुमार ने कानून व शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए उठाए जा रहे कदमों की जानकारी लेने के साथ ही कोविड गाइडलाइन का सख्ती से अनुपालन कराने के निर्देश दिए। साथ ही निर्वाचन ड्यूटी में लगे कार्मिकों की हौसला अफजाई करते हुए सतर्कता व आत्मविश्वास से ड्यूटी करने की अपील की। इस दौरान पुलिस उप महानिरीक्षक गढ़वाल करन सिंह नगन्याल ने भी पुलिसकर्मियों को मादक पदार्थ व धनराशि के परिवहन पर कड़ी निगरानी रखने के निर्देश दिए।

शुक्रवार को कलेक्ट्रेट परिसर स्थित ऋषिपर्णा सभागार में तैयारियों को लेकर समीक्षा बैठक हुई। जिला निर्वाचन अधिकारी डा. आर राजेश कुमार ने जनपद में निर्वाचन की तैयारियों व व्यवस्था की जानकारी दी। बताया कि जनपद के मतदेय स्थलों, निर्वाचन कार्य में कोविड गाइडलाइन के तहत सभी औपचारिकताएं व कार्मिकों का प्रशिक्षण, पोलिंग पार्टियों के लिए सामग्री वितरण की तैयारी, पोलिंग पार्टियों की रवानगी के स्थल, वाहन, स्ट्रांग रूम, मतगणना स्थल आदि सभी व्यवस्थाओं पर तेजी से कार्य किया जा रहा है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जन्मेजय खंडूरी ने निर्वाचन कार्यों को सफलतापूर्वक संपादित करने के लिए पुलिस बल की तैयारियों से अवगत कराया |

मंडल आयुक्त ने निर्वाचन की समस्त गतिविधियों को कोविड प्रोटोकाल के अनुसार संपादित करने के निर्देश दिए। उन्होंने प्रशिक्षण स्थल पर थर्मल स्क्रीनिंग, मास्क व शारीरिक दूरी का पालन करवाने के साथ ही नियमित सैनिटाइजेशन को कहा। दिव्यांग एवं अधिक उम्र के मतदाताओं की सहायता के लिए प्रत्येक मतदेय स्थल पर पोलिंग सहायक नियुक्त करने और सभी रिटर्निंग अधिकारियों को अपने-अपने विधानसभा क्षेत्र में पोलिंग बूथों का निरीक्षण करने के साथ ही फ्लैग मार्च के निर्देश दिए।

ब्रैकिंग : विस्फोटक होने लगा कोरोना संक्रमण, आज मिले 3848 मरीज, दून में सबसे अधिक 1362 संक्रमित मिले

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देहरादून, उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण लगातार विस्फोटक रूप लेता जा रहा है जो प्रशासन के माथे पर चौंता की लकीर खड़ी कर रहा है, राज्य में शनिवार को राज्य में 3848 नए मामले सामने आए हैं। वहीं दो संक्रमितों की मौत हुई। अब तक कुल 7428 मरीजों की मौतें हो चुकी है। पिछले 24 घंटे में 1184 मरीज स्वस्थ हुए हैं। इन्हें मिलाकर 337537 मरीजों ने संक्रमण को मात दी है। वर्तमान में 14892 सक्रिय मरीजों का इलाज चल रहा है। प्रदेश की रिकवरी दर 91.90 प्रतिशत और सैंपल जांच के आधार पर संक्रमण दर 12.42 प्रतिशत पहुंच गई है।
देहरादून जिले में सबसे ज्यादा 1362 संक्रमित मिले हैं। नैनीताल में 719, हरिद्वार में 641, ऊधमसिंह नगर में 412, चंपावत में 67, पौड़ी में 168, अल्मोड़ा में 128, टिहरी में 109, पिथौरागढ़ में 50, बागेश्वर में 75, चमोली में 63, रुद्रप्रयाग में 26, उत्तरकाशी जिले में 28 संक्रमित मिले हैं।

कोई भी लक्षण को न छुपाएं, फ्लू ओपीडी में दिखाएं, कोरोना टेस्टिंग जरूर कराएं

कोरोना बढ़ते संक्रमण के बीच
दून मेडिकल कॉलेजमचिकित्सालय के कोरोना नोडल अधिकारी डॉ. अनुराग अग्रवाल ने कोरोना के नए वैरियंट ओमीक्रॉन से ऐसे लोगों को सतर्क रहने के लिए कहा है। जिनको पहले से कोई बीमारी है। उन्होंने कहा कि ओमीक्रॉन वायरस बहुत तेजी से फैलता है। ज्यादातर केस में ये हल्के लक्षण ही पैदा करता है जैसे कि बुखार, बदन दर्द, पीठ दर्द, गला खराब होना, खांसी, दस्त आदि। लेकिन जो मरीज बड़ी आयु के हैं या फिर पुरानी बीमारियों से ग्रसित हैं, उनमें ये गम्भीर रूप ले सकता है।

सभी आमजन से अपील है कि ऐसे कोई भी लक्षण को न छुपाएं, फ्लू ओपीडी में दिखाएं, कोरोना टेस्टिंग जरूर कराएं। डॉक्टर के परामर्श से दवाएं लें। पुराने मरीज अपनी दवाएं ना छोड़ें। मास्क व सोशल डिस्टेसिंग का का पालन जरूर करें। नंबर आने पर वैक्सीन जरूर लें।

दून अस्पताल में इस वक्त 26 मरीज भर्ती है। जिनमें सर्वाधिक 21 से 40 साल की उम्र के 10 मरीज हैं। आठ मरीजों को डिस्चार्ज किया गया है और चार नए मरीज भर्ती हुए हैं। नौ मरीज आईसीयू में भर्ती हैं। शनिवार को अस्पताल में कोविशील्ड की 230 और कोवेक्सीन की 135 डोज लगाई गईं। 357 लोगों ने आरटीपीसीआर जांच कराई है। ओपीडी में 910 मरीजों ने डॉक्टरों से परामर्श लिया।

यूपी विधान सभा चुनाव : भाजपा ने जारी की 107 प्रत्याशियों की सूची

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नई दिल्ली,भाजपा मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री और उत्तर प्रदेश के चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि हमारी सरकार सभी को साथ लेकर चलेगी। सबका साथ, सबका विकास ही हमारा प्रयास है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में गरीब कल्याण के लिए एक नई विश्वास आज देश में सामने आई है।

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर सभी पार्टियों ने अपने उम्मीदवारों की सूची जारी करने की शुरुआत कर दी है। इसी कड़ी में सत्तारुढ़ भारतीय जनता पार्टी ने अपनी पहली सूची जारी की। दिल्ली के भाजपा हेड क्वार्टर में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री और उत्तर प्रदेश के चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि हमारी सरकार सभी को साथ लेकर चलेगी। सबका साथ, सबका विकास ही हमारा प्रयास है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में गरीब कल्याण के लिए एक नई विश्वास आज देश में सामने आई है। उन्होंने कहा कि देश की जनता का विश्वास भाजपा पर है और एक बार फिर से पार्टी उत्तर प्रदेश में चुनाव जीतेगी। आज कुल 107 सीटों पर नामों का ऐलान हुआ। धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि 107 में से 83 सीटों पर भाजपा के विधायक थे लेकिन सिर्फ 63 विधायकों को ही फिर से उम्मीदवार बनाया गया है। जिन 20 लोगों को टिकट नहीं दिया गया है उन्हें संगठन के काम में लगाया गया है जबकि 21 नए प्रत्याशियों को शामिल किया गया है।

धर्मेंद्र प्रधान ने अपने संबोधन में बताया कि पहले चरण के 58 सीटों में से 57 सीटों के लिए उम्मीदवार जबकि दूसरे चरण के 55 में से 48 सीटों के लिए भी उम्मीदवारों के नाम की घोषणा हो गई। बाकी के नामों पर चर्चा पार्लियामेंट्री बोर्ड कर चुकी है और पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा को इसकी जिम्मेदारी दे दी गई है। अपने ऐलान में धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि योगी आदित्यनाथ गोरखपुर शहर से चुनावी मैदान में उतरेंगे जबकि केशव प्रसाद मौर्य प्रयागराज जिले के सिराथू सीट से चुनावी मैदान में उतरेंगे। बाकी नामों की घोषणा करते हुए पार्टी महासचिव अरुण सिंह ने बताया कि नोएडा से पंकज सिंह उम्मीदवार होंगे। अतरौली से संदीप सिंह को फिर से टिकट दिया गया है। साहिबाबाद से सुनील शर्मा चुनावी मैदान में होंगे जबकि मथुरा से श्रीकांत शर्मा एक बार फिर से चुनाव लड़ेंगे। जेवर से धीरेंद्र सिंह को पार्टी ने टिकट दिया है। बेबी रानी मौर्य को आगरा ग्रामीण से टिकट दिया गया है। गाजियाबाद से अतुल गर्ग के प्रत्याशी होंगे। आगरा कैंट से डॉक्टर जी एस धर्मेश को टिकट दिया गया है। आगरा दक्षिण से योगेंद्र उपाध्याय चुनावी मैदान में होंगे।

दूसरे चरण में बेहट से नरेश सैनी को टिकट दिया गया है। सहारनपुर नगर से राजीव गुंबर को टिकट दिया गया है। सहारनपुर से जगपाल सिंह को टिकट दिया गया है। देवबंद से बृजेश सिंह रावत चुनावी मैदान में होंगे। नजीमाबाद से कुंवर भारतेंदु सिंह को टिकट दिया गया है। नगीना से डॉक्टर जसवंत को टिकट दिया गया है। धामपुर से अशोक कुमार राणा को टिकट दिया गया है। धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि योगी जी की सरकार ने पिछले 5 साल में गुंडाराज, भ्रष्टाचारियों, माफियों पर नकेल कसने का काम किया है। बेटियां रात में भी निडर होकर घूम सकती हैं। मैं दावे से कह सकता हूं कि योगी जी ने यूपी को दंगामुक्त राज्य बनाकर दिया है। आज यूपी में मेडिकल कॉलेज खुल रहे हैं, एक्सप्रेस-वे बन रहे हैं। जो यूपी एक समय में बीमारू राज्य के रूप में जाना जाता था, आज वही यूपी देश में विकास के रूप में नंबर-1 बनकर ऊभरा है।

अखिलेश यादव के साथ किसी तरह का कोई गठबंधन नहीं, दलितों का किया अपमान : भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर

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लखनऊ, उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले यह उम्मीद लगायी जा रही थी कि उत्तर प्रदेश की भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आज़ाद समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन करने वाली है लेकिन भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर ने शनिवार को घोषणा की कि उनकी पार्टी समाजवादी पार्टी (सपा) के साथ गठबंधन नहीं करेगी।

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले यह उम्मीद लगायी जा रही थी कि उत्तर प्रदेश की भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आज़ाद समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन करने वाली है लेकिन भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर ने शनिवार को घोषणा की कि उनकी पार्टी समाजवादी पार्टी (सपा) के साथ गठबंधन नहीं करेगी। चंद्रशेखर ने ऐलान किया है कि वह किसी भी पार्टी के साथ गठबंधन नहीं कर रहे हैं वह राज्य में अकेले के दम पर लड़ाई कलड़ेंगे। चंद्रशेखर ने समाजवादी पार्टी से किसी भी तरह का गठबंधन न करने के ऐलान के दौरान चंद्रशेखर ने अखिलेश यादव पर जोरदार हमला बोला और कहा कि अखिलेश ने दलितों का अपमान किया है। दलित किसी की दया के मोहताज नहीं है। वह अपनी लड़ाई अकेले दम पर लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव दलितों को गंभीरता से नहीं लेते है। उन्होंने बार बार पार्टी को बुलाया लेकिन सही तरीके से मांगों को गंभीरता से नहीं लिया और आखिर में मुझे लगा कि अखिलेश यादव को चुनाव में दलितों की जरूरत नहीं हैं।
आपको बता दें कि अटकलें यह कि भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन कर सकते हैं। समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव और चंद्रशेखर आजाद शनिवार को दोपहर 12.30 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस करने वाले थे लेकिन सुबह चंद्रशेखर ने ऐलान किया कि वह अकेले ही पीसी करेंगे। इस दौरान ही अखिलेश यादव के साथ किसी भी तरह का कोई गठंबंधन नहीं करने का ऐलान किया।

पिछले लगातार कुछ समय से चल रही अखिलेश यादव के साथ मुलाकात पर चंद्रशेखर आज़ाद ने कहा था कि “गठबंधन की पुष्टि हो गई है। इसलिए मैं वहां जा रहा हूं [प्रेस कॉन्फ्रेंस के लिए]। मैं सुबह 10 बजे प्रेस को बताऊंगा कि ैकिन शर्तों पर सब कुछ तय किया गया है। आजाद ने सपा के साथ सीट बंटवारे के समझौते के बारे में ब्योरा देने से भी परहेज किया।

हालांकि, पुलिस ने आजाद को उनके लखनऊ कार्यालय में कोविड -19 प्रतिबंध और धारा 144 के मद्देनजर प्रेस कॉन्फ्रेंस करने से इनकार कर दिया था। पुलिस ने कहा कि उन्होंने इस संबंध में पहले पार्टी को नोटिस जारी किया था लेकिन पार्टी ने इसे नजरअंदाज कर दिया। बाद में पार्टी को पुलिस से बात करने के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस करने की इजाजत दी गई।

मास्क न पहनने व शारीरिक दूरी का पालन न करने पर 33 हजार लोगों पर कार्रवाई, 56 लाख का वसूला जुर्माना

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देहरादून, राज्य में लगातार बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए सरकार की ओर से मास्क व शारीरिक दूरी का पालन करने के सख्त निर्देश जारी किए गए हैं। आदेशों के बाद भी लोग जुर्माना देने को तैयार हैं, लेकिन आदेश मानने को तैयार नहीं हैं। एक जनवरी से 10 जनवरी तक केवल 10 दिनों में पुलिस ने मास्क न पहनने व शारीरिक दूरी का पालन न करने पर 33,007 के खिलाफ कार्रवाई करते हुए 56 लाख 25 हजार रुपये जुर्माना वसूला।

राज्य में तेजी से बढ़ते कोरोना मरीजों की संख्या को देखते हुए सरकार की ओर सार्वजनिक स्थलों पर मास्क और शारीरिक दूरी का पालन करने के आदेश जारी किए गए हैं। मास्क न पहनने पर अब 500 रुपये जुर्माना निर्धारित किया गया है। इसके बावजूद लोग जुर्माना भरने को तैयार हैं,लेकिन मास्क पहनने को तैयार नहीं हैं। प्रदेश में नियमों का उल्लंघन करने वालों में सबसे पहला हरिद्वार जिला है। यहां अब तक 10365 व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई कर 15 लाख 92 हजार रुपये जुर्माना वसूला जा चुका है।

इसके बाद दूसरा स्थान जीआरपी का है, यहां रेलवे स्टेशन पर बिना मास्क व शारीरिक दूरी का पालन न करने वाले 5671 व्यक्तियों का चालान कर उनसे नौ लाख 81 हजार रुपये वसूला गया।

इसके बाद तीसरे स्थान पर देहरादून जिला है, जहां 5191 व्यक्तियों के चालान कर नौ लाख 30 हजार रुपये वसूले गए। यह हाल तब है जब पुलिस की ओर से सिर्फ अभियान चलाकर मास्क न पहनने व शारीरिक दूरी का पालन न करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। यदि नियमित तौर पर ऐसे व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई निरंतर जारी रहे तो यह संख्या बढ़ सकती है |

Google Pay पर मिलेगा सबसे तगड़ा कैशबैक और गिफ्ट कार्ड, पेमेंट करते समय बस करें ये काम

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नई दिल्ली। Google Pay कुछ ही समय में काफी पॉपुलर प्लेटफॉर्म बन गया है जिसकी मदद से लोग आसानी से पलक झपक ने भर की देरी में पैसे ट्रांसफर कर सकते हैं। आपने देखा होगा कि जब आप Google Pay का इस्तेमाल शुरु करते हैं तो इस पर आपको अच्छा खासा कैशबैक भी मिलता है और साथ ही साथ तगड़े रिवार्ड्स भी मिलते हैं लेकिन समय के साथ ही यह कम हो जाते हैं। ऐसा क्यों होता है बहुत सारे लोग इस बात को लेकर परेशान रहते हैं। हालांकि आप भी अगर इस दिक्कत से परेशान हैं तो अब हम आपको एक ऐसा तरीका बताने जा रहे हैं जिसकी मदद से आप इस ऐप का इस्तेमाल करके पेमेंट पर अच्छा खासा कैशबैक जीत सकते हैं जैसे शुरुआत में मिला करता था। बहुत सारे लोग इस प्लेटफार्म का इस्तेमाल करने के दौरान कई तरह की गलतियां करते हैं और यही वजह है कि उनका कैशबैक कम होता जाता है। आज हम आपके लिए इस समस्या को ठीक करने का बेहतरीन तरीका लेकर आए हैं।
नई दिल्ली। Google Pay कुछ ही समय में काफी पॉपुलर प्लेटफॉर्म बन गया है जिसकी मदद से लोग आसानी से पलक झपक ने भर की देरी में पैसे ट्रांसफर कर सकते हैं। आपने देखा होगा कि जब आप Google Pay का इस्तेमाल शुरु करते हैं तो इस पर आपको अच्छा खासा कैशबैक भी मिलता है और साथ ही साथ तगड़े रिवार्ड्स भी मिलते हैं लेकिन समय के साथ ही यह कम हो जाते हैं। ऐसा क्यों होता है बहुत सारे लोग इस बात को लेकर परेशान रहते हैं। हालांकि आप भी अगर इस दिक्कत से परेशान हैं तो अब हम आपको एक ऐसा तरीका बताने जा रहे हैं जिसकी मदद से आप इस ऐप का इस्तेमाल करके पेमेंट पर अच्छा खासा कैशबैक जीत सकते हैं जैसे शुरुआत में मिला करता था। बहुत सारे लोग इस प्लेटफार्म का इस्तेमाल करने के दौरान कई तरह की गलतियां करते हैं और यही वजह है कि उनका कैशबैक कम होता जाता है। आज हम आपके लिए इस समस्या को ठीक करने का बेहतरीन तरीका लेकर आए हैं।
कम अमाउंट का ट्रांजैक्शन

अगर आप एक ही अकाउंट पर एक साथ भारी-भरकम ट्रांजैक्शन करते हैं तो ऐसा ना करें आपको थोड़ा रुक कर उस अकाउंट पर रकम का ट्रांजैक्शन करना चाहिए। भारी अमाउंट पर आपको मनचाहा कैशबैक नहीं मिलेगा ऐसे में आपको कम अमाउंट का ट्रांजैक्शन करना चाहिए।

इन एक्टिव अकाउंट पर ना करें ट्रांजैक्शन

अगर आप ऐसे अकाउंट पर ट्रांजैक्शन कर रहे हैं जिससे ना के बराबर ट्रांजैक्शन हुआ हो तो ऐसे अकाउंट पर आपको ट्रांजैक्शन नहीं करना चाहिए इससे आपको कैशबैक और रिमोट मिलने की संभावना काफी कम हो जाती है। सिर्फ ऐसे ही अकाउंट पर ट्रांजैक्शन करें जो गूगल पेमेंट करते रहते हैं।

E-Shram पोर्टल पर 22 करोड़ ने कराया रजिस्ट्रेशन, जानें बाकी बचे 1000 रुपये कब देगी सरकार

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ई-श्रम पोर्टल (E-Shram Portal) पर रजिस्ट्रेशन कराने वाले असंगठित क्षेत्र के कामगरों की संख्या 22 करोड़ रुपये के पार पहुंच चुकी है। यूपी की योगी सरकार ने हाल में ही ई-श्रम पोर्टल पोर्टल पर रजिस्टर लोगों के खातों में 1000 रुपये की किश्त भेजी थी।

अब लोग अगर किश्त का इंतजार कर रहे हैं। यहां आपको बता रहे हैं कि अगली किस्त कब आयेगी।

यूपी में रजिस्ट्रेशन संख्या 8 करोड़ के करीब

योगी सरकार द्वारा श्रमिकों को हर महीने 500 रुपये देने की घोषणा के बाद रजिस्ट्रेशन की ऐसी बाढ़ आई कि यहां संख्या 8 करोड़ के करीब पहुंच गई। वहीं, केंद्र सरकार ने इस पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन का टारगेट 38 करोड़ कामगरों का रखा है।यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार ने बीते महीने दो करोड़ श्रमिकों के खाते में 1000 रुपये ट्रांसफर किये थे। इस घोषणा से पहले ही पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन की बाढ आ गई थी। महीने तक भत्ता दिया जाएगा। कुल 2000 रुपये दिये जाने है जिसकी अब 1,000 रुपये की किश्त दी जा चुकी है।

10 मार्च के बाद आएंगे पैसे

अभी एक बार फिर योगी सरकार मजदूरों के खाते में 1000 रुपये ट्रांसफर करेगी। योजना के मुताबिक दिसंबर से मार्च तक पैसे ट्रांसफर हो सकते हैं। अभी यूपी में चुनाव आचार संहिता लगी है। ऐसे में अगली सरकार चाहे जिसकी बने, बाकी के 1000-1000 रुपये 10 मार्च के बाद ही आएंगे।

करा सकते हैं ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन

कामगार ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के लिए E-Shram के मोबाइल एप्लीकेशन या वेबसाइट पर विजिट कर सकते हैं। इसके अलावा पोर्टल पर अपना रजिस्ट्रेशन कराने के लिए कॉमन सर्विस सेंटर (Common Service Centres -CSC), स्टेट सेवा केंद्र (State Seva Kendra), श्रम सुविधा केंद्र (Labour Facilitation Centres) चुनिंदा पोस्ट ऑफिस के डिजिटल सेवा केंद्रों (Digital Seva Kendras) में भी जा सकते हैं।

पूरे देश में लागू होता है कार्ड

यहां नामांकन के बाद मिलने वाला e-Shram कार्ड पूरे भारत में स्वीकार किया जाएगा। इसमें नामांकन करने वालों को PMSBY के तहत दुर्घटना बीमा कवरेज मिलेगा। दुर्घटना से हुई मृत्यु या अस्थाई रूप से विकलांग होने पर 2 लाख रुपये और आंशिक रूप से विकलांग होने पर 1 लाख रुपये की राशि दी जाएगी।

मिलते हैं ये फायदे

कामगारों के पास e-Shram Card पर एक Universal Account Number होगा, जिसे पूरे देश में स्वीकार किया जाएगा। अब उन्हें सामाजिक सुरक्षा लाभ हासिल करने के लिए कई जगहों पर रजिस्ट्रेशन कराने की जरूरत नहीं पड़ेगी। अगर किसी कामगार ने e-Shram पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कराया है और अगर उसका एक्सीडेंट हो जाता है तो मृत्यु या स्थाई रूप से शारीरिक विकलांगता (permanent disability) पर 2 लाख रुपये मिलेंगे।

ट्रेन-बसें खाली, ऑटो-रिक्शा वाले भी यात्रियों का करते रहे इंतजार

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कोरोना ने लोगों के अंदर काफी खौफ पैदा कर दिया। ऐसे में मकर संक्रांति स्नान पर्व पर हरिद्वार स्नान करने के लिए लोग नहीं पहुंच पाए। ट्रेनें और रोडवेज बसें बिल्कुल खाली पड़ी रही।

जबकि ऑटो, ई-रिक्शा वाले भी सवारियों का इंतजार करते रहे।

मकर संक्रांति स्नान पर्व पर व्यापारियों से लेकर ऑटो, विक्रम, ई-रिक्शा आदि सभी को इंतजार रहता है। इस दिन लाखों की संख्या में श्रद्धालु आने से कारोबार चलता है। लेकिन इस बार बेहद ही कम संख्या में श्रद्धालु आए। रोडवेज बस अड्डे पर यूपी सहित विभिन्न राज्यों के जिलों की बसें खाली आती रही और यहां से कम ही यात्री लेकर रवाना होती नजर आई। जबकि ट्रेनों की भी यही स्थिति रही। स्टेशन पर सन्नाटा पसरा दिखा। रोजाना की तरह ही रेलवे स्टेशन पर काफी कम यात्री दिखाई दिए। जबकि यहां खड़े रहने वाले ऑटो, विक्रम के चालक भी सवारियों के आने का इंतजार करते नजर आए।

राजनीति में बढ़ते अपराधीकरण से निपटने को चुनाव आयोग ने किए ये खास इंतजाम

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देहरादून।  उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022 के लिए 14 फरवरी को मतदान होना है, जिसके लिए 21 जनवरी को अधिसूचना जारी की जाएगी।  सभी राजनीतिक दल अपने प्रत्याशियों का नाम फाइनल करने में लगे हुए हैं।  वहीं चुनाव आयोग ने राजनीति में बढ़ते अपराधीकरण से निपटने के लिए खास इंतजाम किए हैं।  जिसके तहत दागी उम्मीदवारों को टिकट देने वाली पार्टियों को जानकारी देनी होगी कि उसे उम्मीदवार बनाने के पीछे की मजबूरी क्या थी।  चुनाव आयोग की इस गाइडलाइन को लेकर उत्तराखंड की मुख्य निर्वाचन अधिकारी सौजन्या ने जानकारी दी।
उत्तराखंड की मुख्य निर्वाचन अधिकारी सौजन्या ने बताया कि निर्वाचन आयोग ने प्रत्याशियों के साथ-साथ राजनीतिक पार्टियों के लिए भी उम्मीदवार के आपराधिक इतिहास को सार्वजनिक करने को लेकर दिशा-निर्देश जारी किया है।  इस बार राजनीतिक दलों को आपराधिक पृष्ठभूमि वाले उम्मीदवारों की जानकारी अखबार, टीवी चैनल्स के माध्यम से विज्ञापन देकर सार्वजनिक करनी होगी।  साथ ही साथ दागी कैंडिडेट को भी पर्चा वापस लेने की अंतिम तारीख से मतदान के दो दिन पहले तक आपराधिक रिकॉर्ड का ब्योरा अखबारों और टीवी चैनलों के माध्यम से मतदाताओं के सामने रखना होगा।
उत्तराखंड की मुख्य निर्वाचन अधिकारी सौजन्या ने बताया कि उम्मीदवारों को कैंपेन पीरियड के दौरान स्थानीय समाचार पत्रों और राष्ट्रीय समाचार पत्रों में तीन बार अपनी आपराधिक पृष्ठभूमि से जुड़े विवरण का व्यापक प्रचार प्रसार करना होगा।  राजनीतिक दलों को अपनी वेबसाइट पर प्रत्याशियों के आपराधिक रिकॉर्ड की जानकारी साझा करनी होगी। इसके अलावा उत्तराखंड की मुख्य निर्वाचन अधिकारी सौजन्या ने बताया कि राजनीतिक दलों के लिए यह अनिवार्य है कि वे उम्मीदवारों के रूप में चुने गए लंबित आपराधिक मामलों वाले व्यक्तियों के बारे में विस्तृत जानकारी अपनी वेबसाइट पर अपलोड करें।  साथ ही पार्टियों को उम्मीदवार का चयन करने के लिए एक कारण भी देना होगा।  बता दें इसमें जिताऊ उम्मीदवार को वजह बताना शामिल नहीं है।
उम्मीदवार के आपराधिक विवरण का पहली बार प्रकाशन नाम वापसी की अंतिम तारीख के पहले चार दिनों के भीतर करवाना होगा।  दूसरी बार इसका प्रकाशन नाम वापसी की अंतिम तारीख के पांचवें से आठवें दिन के अंदर करवाना होगा।  तीसरे और अंतिम बार इसका प्रकाशन नाम वापसी के नौवें दिन से चुनाव प्रचार के अंतिम दिन के बीच करवाना होगा।  निर्विरोध रूप से जीतने वाले प्रत्याशी और उनकी पार्टी का भी कोई आपराधिक इतिहास रहा हो तो इससे जुड़ी जानकारी प्रकाशित करवानी होगी।

तलाकशुदा पत्नी के घर पूर्व पति का हंगामा

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रुड़की।  चार साल की बेटी को अपने साथ ले जाने को लेकर एक शख्स ने अपनी तलाकशुदा पत्नी के घर पर जमकर हंगामा किया। विरोध करने पर तलाकशुदा पत्नी समेत दो लोगों से मारपीट की। पुलिस ने मारपीट धमकी देने समेत विभिन्न धाराओं में आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। गंगनहर कोतवाली क्षेत्र निवासी महिला ने बताया कि 23 फरवरी 2017 को रजत शर्मा निवासी रुड़की के साथ विवाह हुआ था। शादी के बाद ही दंपत्ति में मनमुटाव शुरू हो गया। 20 जुलाई 2021 को दोनों के बीच तलाक हुआ। आरोप है कि तभी से रजत आए दिन शारीरिक और मानसिक उत्पीड़न करता आ रहा है। परिचितों को भी फोन पर आपत्तिजनक मैसेज और फोटो, वीडियो भेजे जाते हैं। सोशल मीडिया के जरिए भी परेशान किया जा रहा है। 6 जनवरी 2022 को रजत घर आया और जबरन चार साल की बेटी को लेकर जाने की जिद करने लगा। जबकि कोर्ट ने बेटी की कस्टडी मां को दी है। विरोध करने पर मारपीट की, बीच-बचाव में आई मां के साथ भी अभद्रता की। आरोप है कि ब्लेकमेल कर पैसे की डिमांड की जाती है। शोर-शरबा होने पर रजत जान से मारने की धमकी देकर फरार हो गया। पीड़ित ने आरोपी से जान माल का खतरा बताया है। इंस्पेक्टर ऐश्वर्य पाल ने बताया कि रजत शर्मा पुत्र नरेश कुमार शर्मा निवासी डिफेंस कॉलोनी कोतवाली रुड़की के खिलाफ मारपीट धमकी देने समेत विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।