देहरादून(आरएनएस)। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को सागरताल नालापानी, देहरादून में बलभद्र खलंगा विकास समिति द्वारा आयोजित ‘50वाँ खलंगा मेला’ में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने खलंगा मेला आयोजन समिति को 5 लाख रुपए दिए जाने की घोषणा की। ‘50वाँ खलंगा मेला स्मारिका’ का विमोचन भी मुख्यमंत्री द्वारा किया गया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने संबोधन में कहा कि खलंगा मेला पूर्वजों की वीरता और अदम्य साहस को स्मरण करने का अवसर है। उन्होंने महान सपूत सेनानायक कुंवर बलभद्र थापा और उनके वीर साथियों, वीरांगनाओं को भी नमन किया। उन्होंने कहा खलंगा की वीरभूमि में वर्ष 1814 के एंग्लो-गोरखा युद्ध में सेनानायक कुंवर बलभद्र थापा और उनके वीर सैनिकों ने मातृभूमि की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दी थी। इस युद्ध में कुंवर बलभद्र थापा और उनके वीर सैनिकों ने ब्रिटिश सैनिकों की विशाल सेना का सामना करते हुए अपनी वीरता और रणनीतिक कौशल से ब्रिटिश सेना को खदेड़ दिया था।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ये युद्ध हमारे वीर गोरखा योद्धाओं के अदम्य साहस और मातृभूमि के प्रति उनके असीम प्रेम का प्रतीक है, जो हमेशा हमें देशभक्ति की प्रेरणा देता रहेगा। खलंगा की गाथा हमारे वीर पूर्वजों के अप्रतिम साहस का एवं हमारी गौरवशाली विरासत का प्रतीक है। उन्होंने कहा ये मेला हमारी समृद्ध सांस्कृतिक परंपराओं को सहेजते हुए उसे अगली पीढ़ी तक पहुंचाने का भी एक माध्यम है। हमारे देश की ऐतिहासिक धरोहरें हमारे गौरवमयी अतीत की पहचान होने के साथ हमारे संस्कृति रूपी वट वृक्ष की मजबूत जड़ें भी हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हमारी संस्कृति को मजबूत करने का कार्य पूरे देश में किया जा रहा है। प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में विकास के साथ विरासत को भी आगे बढ़ाया जा रहा है। खलंगा युद्ध स्मारक को भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के संरक्षण में रखना, इसका बड़ा उदाहरण है। उन्होंने कहा राज्य सरकार गोरखा समाज के उत्थान के प्रति पूर्णतः प्रतिबद्ध है और उनके विकास व कल्याण के लिए निरंतर प्रयासरत है। निश्चित ही ऐसे आयोजनों से नई पीढ़ी को इन गोरखा समाज की परंपराओं को संजोए रखने तथा अपने पूर्वजों की वीरता और बलिदान को याद रखने में सहायक सिद्ध होंगे।
इस अवसर पर विधायक उमेश शर्मा काऊ, बलभद्र ख़लंगा विकास समिति के अध्यक्ष कर्नल विक्रम सिंह थापा, कुलदीप बुटोला, विश्वास डाबर, विजय बलूनी, पदम सिंह, ब्रिगेडियर राम सिंह थापा एंव लोग मौजूद रहे।
सीएम धामी ने किया बलभद्र खलंगा विकास समिति द्वारा आयोजित ‘50वाँ खलंगा मेला’ में प्रतिभाग
एसबीआई में बंद पड़े खाते को फिर से शुरू करने का मौका, बैंक ने शुरू किया नया कैंपेन
नईदिल्ली,। एसबीआई में बंद पड़े सेविंग और करेंट अकाउंट को फिर से शुरू करने का अच्छा मौका है। दरअसल, भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने निष्क्रिय खातों को सक्रिय करने के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए एक राष्ट्रव्यापी अभियान शुरू किया है। बैंक ने कहा कि बचत या चालू खाते को तब निष्क्रिय माना जाता है, जब ग्राहक ने दो साल से अधिक समय तक खाते में कोई लेन-देन नहीं किया हो। एसबीआई ने एक बयान में कहा कि इन खातों को सक्रिय करने के लिए पुन: केवाईसी (अपने ग्राहक को जानो) प्रक्रिया की आवश्यकता होती है।
खाते में नियमित लेन-देन की आवश्यकता और निष्क्रिय खातों की श्रेणी में आने से रोकना मुख्य संदेश है। एसबीआई के चेयरमैन सी एस शेट्टी ने पीएमजेडीवाई (प्रधानमंत्री जनधन योजना) खातों को सक्रिय स्थिति में बनाए रखने और ग्राहकों को निर्बाध रूप से लेन-देन करने में सक्षम बनाने के लिए पुन: केवाईसी प्रक्रिया को अक्षरश: लागू करने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने बैंक प्रतिनिधियों से आग्रह किया कि वे इस अंतर को पाटने के लिए प्रौद्योगिकी का उपयोग करें तथा अंतिम उपभोक्ता तक पहुंचें, जिससे ग्राहक अनुभव बेहतर हो।
कैंपेन की शुरुआत से पहले, एसबीआई ने गुरुग्राम में एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित किया, ताकि आम लोगों को निष्क्रिय खातों को सक्रिय करने के महत्व के बारे में जागरूक किया जा सके। कार्यशाला में पीएमजेडीवाई खातों के महत्व और निष्क्रिय खातों को फिर से सक्रिय करने के महत्व पर जोर दिया गया। इसके अतिरिक्त, कार्यशाला में ग्राहक सेवा बिंदुओं (सीएसपी) को उनके जोखिम प्रोफाइल के आधार पर वर्गीकृत करने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) और मशीन लर्निंग (एमएल) मॉडल के कार्यान्वयन को प्रदर्शित किया गया। प्रौद्योगिकी का लाभ उठाकर, एसबीआई बैंकिंग उद्योग में जोखिम प्रबंधन और परिचालन दक्षता के लिए एक नया मानक स्थापित कर रहा है, साथ ही नियामक अनुपालन में सुधार और बेहतर ग्राहक सेवा प्रदान कर रहा है। उद्योग की मांग से निपटने के लिए नई पहल शुरू करने और चैनल को अधिक लचीला, जोखिम कम करने वाला और ग्राहक उन्मुख बनाने में एसबीआई द्वारा किए गए प्रयासों की सराहना की।
मुख्यमंत्री धामी और मंत्री रेखा आर्या द्वारा खेल महाकुंभ 2024 का उद्घाटन
देहरादून: खेल महाकुंभ उत्तराखंड 2024 का उद्घाटन आज उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, युवा कल्याण, पीआरडी एवं खेल मंत्री रेखा आर्या और रायपुर के विधायक उमेश शर्मा काऊ द्वारा किया गया। युवा कल्याण एवं पीआरडी विभाग द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में खेल और एथलेटिक भावना को मध्यनजर रखते हुए राज्य भर से प्रतिभागियों ने भाग लिया।
उद्घाटन समारोह की शुरुआत उत्तराखंड के विभिन्न जिलों अल्मोड़ा, पिथौरागढ़, चंपावत, बागेश्वर, नैनीताल, हरिद्वार, टिहरी, चमोली, उत्तरकाशी, पौड़ी गढ़वाल, उधम सिंह नगर और देहरादून के प्रतिभागियों द्वारा मार्च पास्ट से हुई। इसके बाद मुख्यमंत्री धामी ने चंपावत की चैंपियन खिलाड़ी मीनाक्षी सिंह को मशाल सौंपी, जिसके बाद शपथ ग्रहण समारोह हुआ।
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने खेल महाकुंभ उत्तराखंड 2024 के आयोजन के लिए राज्य खेल विभाग को बधाई दी। उन्होंने कहा, “लड़कों से ज्यादा लड़कियों की सक्रिय भागीदारी देखकर मुझे बेहद खुशी हो रही है, जो आज के दौर में महिलाओं के सशक्तीकरण को दर्शाता है। यह आयोजन एक बड़ा अवसर है, जो पूरे राज्य से प्रतिभागियों को एक साथ लाता है और उन्हें विभिन्न खेलों में अपनी प्रतिभा और कौशल दिखाने के लिए एक मंच प्रदान करता है।” उन्होंने खेल विकास के लिए सरकार की प्रतिबद्धता पर भी प्रकाश डालते हुए कहा, “इस वर्ष विजेता एथलीटों को ₹11 करोड़ की राशि प्रदान की जाएगी। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में हमारी राज्य सरकार खेलों को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण कदम उठा रही है। सरकार अपने क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले एथलीटों को सरकारी नौकरी भी दे रही है।”
धामी ने खेलों के प्रति बदलते सामाजिक दृष्टिकोण के बारे में बात करते हुए कहा, “पहले, माता-पिता केवल पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित करते थे और खेल को इतना महत्व नहीं देते थे। लेकिन आज, यह दृष्टिकोण बदल गया है और अब खेल को पढ़ाई के समान ही महत्वपूर्ण माना जाता है, और माता-पिता अपने बच्चों को विभिन्न खेलों में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करते हैं।” उन्होंने नए मैदानों और आधुनिक स्टेडियमों के निर्माण के साथ-साथ मौजूदा स्टेडियमों के रखरखाव में सरकार के प्रयासों पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा, “हम जल्द ही राज्य में एक खेल विश्वविद्यालय स्थापित करने की दिशा में भी काम कर रहे हैं। हमारी सरकार हमेशा एथलीटों के साथ खड़ी रहेगी और मैं यहां मौजूद सभी खिलाड़ियों को अधिक से अधिक खेलों में भाग लेने और उत्तराखंड का गौरव बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित करता हूं।”
सीएम धामी ने आगे कहा, “मुझे यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि जनपद स्तरीय खेल महाकुंभ में भाग लेने वाले सभी प्रतिभागियों को स्पोर्ट्स किट दी जाएगी। इसके अलावा, खेल महाकुंभ के राज्य स्तर के सभी विजेताओं को सरकारी नौकरियों में 4% आरक्षण का लाभ मिलेगा।”
मंत्री रेखा आर्या ने सभा को संबोधित करते हुए राज्य में खेलों की बेहतरी के लिए उत्तराखंड सरकार द्वारा लागू की गई कई प्रमुख पहलों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, “मुख्यमंत्री धामी जी के नेतृत्व में हमारी सरकार ने 4% खेल आरक्षण, ‘पदक लाओ नौकरी पाओ योजना’ और खेल विकास कोष की स्थापना आदि की शुरुआत की है।” उन्होंने एथलीटों के समग्र विकास पर सरकार के फोकस और आगामी राष्ट्रीय खेलों में छात्रों को उत्कृष्ट प्रदर्शन करने में मदद करने की सरकार की प्रतिबद्धता पर जोर दिया। आर्या ने खेल विश्वविद्यालय स्थापित करने की आगामी योजनाओं के बारे में भी बताया, जो पेशेवर प्रशिक्षण और सहायता प्रदान करेगा, जिससे राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अभ्यास के लिए अनुकूल वातावरण उपलब्ध होगा। उन्होंने कहा, “इस विश्वविद्यालय के माध्यम से, हमारा लक्ष्य समाज और विश्व स्तर पर खेलों की धारणा को बदलना है।” मंत्री आर्या ने आगे विश्वास व्यक्त किया कि यह खेल महाकुंभ आगामी राष्ट्रीय खेलों में सफलता के लिए एथलीटों को तैयार करने में मदद करेगा और उन्हें उत्कृष्टता का लक्ष्य रखने के लिए प्रोत्साहित करेगा। उन्होंने कहा कि 3 लाख से अधिक प्रतिभागियों में से 12,000 से अधिक छात्रों का चयन किया गया है और उम्मीद जताई कि मलखंभ, पिट्टू और मुर्गा झपट जैसे पारंपरिक खेलों का राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिनिधित्व किया जाएगा। उन्होंने कहा, “राष्ट्रीय रिकॉर्ड तोड़ने वाला कोई भी एथलीट ₹1 लाख का पुरस्कार पाने का पात्र होगा।”
विधायक उमेश शर्मा काऊ ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया और मुख्यमंत्री धामी के पदभार ग्रहण करने के बाद से युवाओं में खेलों के प्रति ऊर्जा और उत्साह में वृद्धि की सराहना की। काऊ ने सभी प्रतिभागियों को बधाई देते हुए कहा, “सभी क्षेत्रों में, विशेष रूप से खेलों में ऊर्जा का पुनरुत्थान हुआ है।”
खेल एवं युवा कल्याण विभाग के विशेष प्रमुख सचिव अमित कुमार सिन्हा ने हाल के वर्षों में खेल महाकुंभ के आयोजन में हुई महत्वपूर्ण प्रगति पर प्रकाश डाला। “यह खेल महाकुंभ का 8वां संस्करण है और इस वर्ष, 3 लाख से अधिक छात्रों ने इस आयोजन में भाग लिया है, जिसमें दो प्रमुख नवाचार हैं: विजेताओं के बैंक खातों में पुरस्कार राशि का सीधा वितरण, और ऑनलाइन पंजीकरण। इन कदमों ने प्रक्रिया को और अधिक पारदर्शी और कुशल बना दिया है।”
कार्यक्रम के दौरान प्रतिभागियों ने मलखंभ, मुर्गा झपट और पिट्ठू सहित विभिन्न पारंपरिक खेलों में अपने कौशल का प्रदर्शन किया और उत्तराखंड की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को दर्शाया।
समारोह के दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी उपलब्धियों के लिए तीन एथलीटों को चेक प्रदान किए। अमीषा चौहान को 20वीं विंटर डेफ ओलंपिक 2024 स्कीइंग प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए ₹50 लाख, सोनिया को 27वीं नेशनल फेडरेशन सीनियर एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने के लिए ₹2 लाख, और राहुल सरनालिया को 22वीं नेशनल फेडरेशन जूनियर अंडर-20 कप एथलेटिक्स प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक हासिल करने के लिए ₹1 लाख का पुरस्कार दिया गया।
खेल महाकुंभ 2024 के पहले दिन की शुरुआत करते हुए सीएम धामी ने तिरंगे गुब्बारे छोड़े और उसके बाद वॉलीबॉल प्रतियोगिता का उद्घाटन किया।
कार्यक्रम में युवा कल्याण एवं पीआरडी विभाग के निदेशक प्रशांत आर्या, अपर निदेशक आर सी डिमरी, संयुक्त निदेशक अजय अग्रवाल, उप निदेशक शक्ति सिंह व एस के जयराज, वित्त नियंत्रक भास्करानंद पांडे, सहायक निदेशक नीरज गुप्ता व दीप्ति जोशी, और स्पोर्ट्स कॉलेज के प्रिंसिपल राजेश ममगाईं समेत कई गणमान्य लोग और अधिकारी मौजूद रहे।
सरकारी भूमि कब्जाने वाले भू-माफियाओं का खेल बंद हो : अभिनव थापर
“कांग्रेस प्रवक्ता अभिनव थापर के ” भाजपा के 15 साल, दून नगर निगम बेहाल, अभियान में मसूरी विधानसभा में हुआ भू-माफियाओं के सरकारी जमीन कब्जाने पर प्रदर्शन”
देहरादून, नगर निगम देहरादून के मसूरी विधानसभा क्षेत्र के तरला नांगल – वार्ड 4 राजपुर में भाजपा के पिछले 15 सालों से भाजपा नगर निगम की अनदेखी से नाराज क्षेत्रवासियों ने कांग्रेस प्रवक्ता अभिनव थापर के नेतृत्व में सरकारी भूमि पर प्रदर्शन किया । उल्लेखनीय है कि कांग्रेस प्रवक्ता अभिनव थापर द्वारा ” भाजपा के 15 साल, दून नगर निगम बेहाल ” अभियान में जारी हेल्पलाइन पर देहरादून के विभिन्न वार्डों के लोग अपनी विभिन्न समस्याओं से अवगत करवा रहे है। इसी अभियान क्रम में आज कांग्रेस प्रवक्ता अभिनव थापर द्वारा जारी हेल्पलाइन पर जनसमस्याओं के क्रम में आज क्षेत्रवासियों के साथ तरला नांगल में भू-माफियाओं के खिलाफ प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि नगर निगम देहरादून में पिछले 15 साल यानी 2008 से भाजपा का ही मेयर है और कई साल से इस क्षेत्र में भाजपा का विधायक और सांसद है किंतु यहाँ भू-माफियाओं के खुल्ला खेल है। मसूरी विधानसभा के राजपुर वार्ड-4 के तरला नांगल क्षेत्र में लगभग 3 बीघा जमीन गोल्डन फारेस्ट की है जिसपर कई वर्षों से अवैध निर्माण चल रहा है। 2021 से अब तक इस पर क्षेत्रीय जनता द्वारा कई बार जिलाधकारी, तहसीलदार व नगर निगम कार्यालय को शिकायत की गई है जिसपर बार-बार सिर्फ कार्य रोका गया और अवैध ध्वस्तीकरण व भूमि अधिग्रहण की कार्यवाही नहीं की गई।
कांग्रेस प्रवक्ता अभिनव थापर ने कहा कि माननीय सुप्रीम कोर्ट के आदेशों के क्रम में गोल्डन फॉरेस्ट की भूमि सरकार द्वारा अधिग्रहण कर नगर निगम देहरादून को इस पर क्षेत्रीय जनता के लिए पार्क, जिसमे बच्चों के लिये झूले व बुजुर्गों के लिये हरित क्षेत्र विकसित किया जाना चाहिए। इस भूमि पर तत्काल अवैध निर्माण का ध्वस्तीकरण, भूमि का नगर निगम देहरादून में अधिग्रहण व भू-माफियाओं के खिलाफ सख्त कानूनी कार्यवाही करनी चाहिए।
वार्ड 4 राजपुर के तरला नांगल में कांग्रेस प्रवक्ता अभिनव थापर के ” भाजपा के 15 साल, दून नगर निगम बेहाल ” अभियान में आनंद वर्मा, पंकज बंगवाल, पंकज पंवार, रीना आले, अरुण कर्णवाल, गगनदीप मदान, नरेंद्र, नेहा, रमेश सती, सुरेंद्र मल्होत्रा आदि क्षेत्रवासियों ने सरकार के खिलाफ अपना विरोध दर्ज कर अभियान में हिस्सा लिया।
कल के लिए जल अभियान, भविष्य की उम्मीद
“राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कांगड़ा के छात्रों ने गोद लिया जल स्रोत”
टिहरी, कल के लिए जल अभियान से प्रेरित होकर एक विद्यालय एक जलस्रोत कार्यक्रम के अंतर्गत चैतराम सेमवाल शिक्षक के सार्थक प्रयास के माध्यम से राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कांगड़ा, भिलंगना के शिक्षकों एवं छात्र-छात्राओं ने कांगड़ा हल्सी का धारा गोद लिया गया, इसमें शिक्षकों एवं छात्र छात्राओं के द्वारा जल स्रोत के कैचमेंट क्षेत्र में अपने अपने जन्मदिन के निमित जल कुंड, कच्चे तालाब बनाए जा रहे है। साथ ही छात्रों के द्वारा जल स्रोत के आस पास पौधा रोपड़, फुलवारी लगाने के साथ सफाई की गई, मासिक सफाई की जाएगी। छात्रों के द्वारा जल डिसचार्ज का मैजरमेंट किया जाएगा।
जल दूत सम्मान से सम्मानित शिक्षक चैत राम सेमवाल ने बताया कि जलवायु परिवर्तन एवं बढ़ते मानवीय हस्तक्षेप के कारण कई प्राकृतिक जल स्रोत संकट में है, समय रहते यदि हम नही संभाले तो पानी की समस्या बिकराल हो जायेगी। हमारा प्रयास है की पढ़ाई के दौरान ही छात्रों को जल संकट से निपटने के लिए तैयार किया जाए। वर्तमान समय में बच्चो के द्वारा अपना जन्मदिन बड़े धूमधाम से मनाया जाता है हमारा प्रयास है की बच्चे अपने जन्मदिन पर तालाब बना कर जन्मदिन मनाए।
उत्तराखंड़ राज्य जल संरक्षण के ब्रांड एंबेसडर द्वारिका प्रसाद सेमवाल ने कहा की कल के लिए जल अभियान के माध्यम से स्कूलों को जल संरक्षण की मुहिम से जोड़ा जा रहा है। जिसके अंतर्गत छात्रों एवं शिक्षको को जल संरक्षण के लिए प्रेरित किया जा रहा। यह बिल्कुल नया एवं अनोखा प्रयोग है ।
जल स्रोत को गोद लेने के अवसर पर विद्यालय के प्रधानाचार्य आर के मलिक , शिक्षक लोकेंद्र राणा, गौतम सिंह,हरिशंकर बिष्ट, श्रीमती साधना पवार, बलवीर सिंह पवार, श्रीमती गीता गौतम, मुरलीधर जोशी, गंभीर सिंह एवं ग्राम प्रधान संजय सिंह तथा अनुज, मनोज, साहिल, कृष्णा, कंचन, करिश्मा, शिवानी, सलोनी ग्रामीण मौजूद रहे।
जौनपुर क्षेत्र में बूढ़ी दीपावली का त्योहार शुरू
नैनबाग (शिवांश कुंवर), उत्तराखण्ड़ के जौनपुर क्षेत्र में बूढ़ी दीपावली का त्योहार शुरू हो गया है, जो कि हर्ष उल्लास के साथ मनाया जा रहा है। यह त्योहार जौनपुर क्षेत्र की एक पारंपरिक और सांस्कृतिक विरासत है, जो कि पौराणिक समय से चली आ रही है।
इस त्योहार में ग्रामीणों द्वारा भांड तैयार किया जाता है, जो कि एक पारंपरिक रस्सा होता है। इस त्योहार में विभिन्न प्रकार के पकवान भी बनाए जाते हैं, जो कि ग्रामीणों द्वारा सामूहिक रूप से तैयार किए जाते हैं। भांड का त्योहार टटोर गाँव,कोटी गाँव में बड़ी धूम-धाम से मनाया जाता है,जिसमें दूर-दूर गांव से इन गांव में आकर भांड का त्यौहार बड़े पारंपरिक रूप से वह सांस्कृतिक नृत्य करके त्योहार का लुप्त उठाते हैं, इस त्योहार में सभी बाहर रह रहे लोग अपने गांव पहुंचते हैं, जो कि इस त्योहार को और भी विशेष बनाता है। अरविंद रावत ने बताया कि बूढ़ी दीपावली को बड़े हर्ष उल्लास के साथ मनाई जाती है, जो कि पूरे ग्रामीण सामूहिक रूप से इस त्यौहार का लुफ्त उठाते हैं।
इस त्योहार में गांव के सभी लोग, जिनमें पुरुष, महिलाएं, युवा, बुजुर्ग आदि शामिल रहते हैं और इस त्योहार को मनाने में सक्रिय रूप से भाग लेते हैं।
इस मौके पर इस मौके पर दीवान सिंह रावत,डॉ. वीरेंद्र सिंह रावत, बच्चन सिंह रावत, अर्जुन सिंह रावत,विक्रम रावत,गंभीर सिंह रावत,प्रधान दिनेश खन्ना,रणबीर रावत,अरविन्द रावत (बिन्नी),नरेश तोमर,स्वराज रावत,अजय पाल रावत,खजान रावत,धीरेंद्र रावत,दिनेश रावत,धजवीर रावत,सिकंदर रावत,महेश तोमर,संजय रावत,विकास रावत,अमन रावत,अभिषेक रावत आदि मौजूद रहे।
स्कूल की दीवारों पर छात्रों द्वारा बनाए गए संदेश चित्र
नैनबाग (शिवांश कुंवर),सरदार सिंह रावत राजकीय आदर्श इंटर कॉलेज नैनबाग में छात्र- छात्राओं द्वारा स्कूल की दीवारों पर बनाए गए संदेश चित्र एक रचनात्मक और आकर्षक तरीके से विचारों और भावनाओं को व्यक्त करने का एक अच्छा उदाहरण है।
इन चित्रों के माध्यम से,छात्र अपनी कल्पना, रचनात्मकता, और आत्म-व्यक्ति को प्रदर्शित कर सकते हैं। ये चित्र स्कूल के वातावरण को भी आकर्षक व रंगीन बना रहे है, संदेश चित्रों के माध्यम से व्यक्त कर सकते हैं,छात्र-छात्राओं द्वारा बनाए गए चित्र संदेश मित्रता और सहयोग का महत्व,पर्यावरण संरक्षण, प्रदूषण नियंत्रण,शिक्षा और ज्ञान का महत्व,पानी का संरक्षण सामाजिक मुद्दों और जीवन के सकारात्मक पहलुओं का प्रदर्शन इन चित्रों के माध्यम से छात्र-छात्राओं द्वारा किया गया, छात्र-छात्राएं न केवल अपनी रचनात्मकता को प्रदर्शित कर सकते हैं, बल्कि वे समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने के लिए समाज को भी प्रेरित कर सकते है, प्रधानाचार्य डॉ. चंद्रशेखर नौटियाल का कहना है, कि छात्र-छात्राएं पढ़ाई के साथ इस तरह के क्रियाकलाप होने से छुपी हुई प्रतिभाओं को निखारने का माध्यम भी है,और समय-समय पर स्कूल में पढ़ाई के साथ-साथ बहुत सारे क्रियाकलापों का होना भी जरूरी है। जो छात्र-छात्राओं को अपनी रचनात्मकता को प्रदर्शित करने का अवसर प्रदान करती है।
उत्तराखण्ड राज्य एड्स नियंत्रण समिति द्वारा विश्व एड्स दिवस पर एड्स से बचाव को जागरूकता रैली का आयोजन
देहरादून । उत्तराखण्ड राज्य एड्स नियंत्रण समिति, स्वास्थ्य विभाग, उत्तराखण्ड सरकार द्वारा दिनांक 1 दिसम्बर 2024 को विश्व एड्स दिवस के उपलक्ष्य पर गांधी पार्क, देहरादून से एक वृहद राज्य स्तरीय जागरूकता रैली का आयोजन किया। नाको, भारत सरकार द्वारा इस वर्ष विश्व एड्स दिवस के अवसर पर “TAKE THE RIGHTS PATH” थीम दी गयी है। जागरूकता रैली का फ्लैग ऑफ कर्नल आलोक गुप्ता, एस०एच०ओ० तथा डॉ० अमित शुक्ला, अपर परियोजना निदेशक द्वारा संयुक्त रूप से हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया गया। जागरूकता रैली गांधी पार्क से आरम्भ होकर गांधी पार्क, घंटाघर, दर्शनलाल चौक, दून चौक, बुद्धा चौक, परेड ग्राउण्ड से होते हुए गांधी पार्क में सम्पन्न हुई।
रैली के सम्पन्न होने के अवसर पर अपर परियोजना निदेशक, डॉक्टर अमित शुक्ला द्वारा बताया गया उत्तराखंड राज्य एड्स नियन्त्रण सीमित द्वारा एचआईवी एड्स की जागरूकता तथा एचआईवी एड्स से संबंधित प्रदेश भर में दी जारी सुविधाओं के बारे में विस्तृत रूप से बताया। इसके पश्चात् कर्नल आलोक गुप्ता द्वारा बताया गया कि एचआईवी किन कारणों से होता है और हम उसे कैसे बच सकते हैं अगर कोई व्यक्ति एचआईवी पॉजिटिव हो जाता है तो वह किस प्रकार से एक अच्छी जिंदगी जी सकता है और सरकार द्वारा किस प्रकार से निशुल्क सभी एचआईवी पॉजिटिव लोगों की सहायता दवा तथा अन्य रूप से की जा रही है
कर्नल, आलोक द्वारा बताया गया कि एड्स का ज्ञान ही बचाए जान होता है इसलिए एचआईवी से दूर रहने के लिए समाज में हम सबको साथ मिलकर के इस बीमारी के खिलाफ लोगों को जागरूक करना चाहिए। उक्त जागरूकता रैली में जनपद देहरादून के विभिन्न सरकारी एवं गैर सरकारी कॉलेजों के छात्र-छात्राओं जैसे भारत स्काउट एण्ड गाईड, नर्सिंग स्कूल एण्ड कॉलेज, एन०एस०एस० द्वारा उक्त जागरूकता रैली में प्रतिभाग किया गया एवं उक्त जागरूकता रैली में विभिन्न सरकारी एवं गैर सरकारी संस्थाओं के प्रतिनिधियों द्वारा प्रतिभाग किया गया। उक्त के अतिरिक्त जागरूकता रैली में जनपद देहरादून में कार्यरत विभिन्न टी०आई० संस्थाओं- बालाजी सेवा संस्था, पी०जी०के०एस, एग्नस कुंज सोसाइटी, रूद्रा हिमालय जन-जागृति समिति के प्रतिनिधि एवं उत्तराखण्ड राज्य एड्स नियंत्रण समिति, देहरादून के अधिकारीगण एवं कर्मचारीगण एवं विभिन्न अधिकारियों एवं कर्मचारियों द्वारा प्रतिभाग किया गया।
पीआरएसआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ अजीत पाठक ने सूचना महानिदेशक बंसीधर तिवारी से शिष्टाचार भेंट की
उत्तराखंड के बहुआयामी पर्यटन और उपलब्धियों को अपने राष्ट्रव्यापी नेटवर्क में साझा करेगा पीआरएसआई
देवभूमि उत्तराखंड के प्रति प्रत्येक देशवासी के मन में अगाध श्रद्धा: डॉ पाठक
देहरादून, पब्लिक रिलेशन सोसाइटी ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ अजीत पाठक ने सूचना महानिदेशक बंसीधर तिवारी से शिष्टाचार भेंट कर पीआरएसआई के रायपुर, छत्तीसगढ़ में होने जा रहे नेशनल कॉन्फ्रेंस के लिए आमंत्रित किया। दोनों के बीच उत्तराखंड के 25 वें वर्ष रजत जयंती वर्ष में लोक संपर्क और संचार की भूमिका पर चर्चा की गई।
पाठक ने कहा कि देवभूमि उत्तराखंड के प्रति प्रत्येक देशवासी के मन में अगाध श्रद्धा है। पिछले कुछ वर्षों में उत्तराखंड की प्रगति सराहनीय है। सतत विकास लक्ष्यों में नीति आयोग द्वारा जारी रैंकिंग में उत्तराखंड प्रथम स्थान पर रहा है। सीएम श्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा नकल विरोधी कानून और यूसीसी पर लिए गए निर्णय अन्य राज्यों के लिए उदाहरण बने हैं। प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन और सीएम पुष्कर सिंह धामी जी के नेतृत्व में उत्तराखंड में विरासत के संरक्षण और विकास, दोनों ही पहलुओं पर उत्कृष्ट काम हो रहे हैं।
सूचना महानिदेशक तिवारी ने इस बात पर जोर दिया कि उत्तराखंड की प्रगति और यहां पर्यटन के विविध आयामों की जानकारी देश भर में जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि इसमें पब्लिक रिलेशन सोसाइटी ऑफ इंडिया महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।
पाठक ने उत्तराखंड की प्रगति की सराहना की और पीआरएसआई के व्यापक अखिल भारतीय नेटवर्क के बारे में जानकारी साझा की। उन्होंने राज्य की उपलब्धियों, निवेश और पर्यटन की जानकारी का प्रचार प्रसार देश भर में करने में एक सेतु के रूप में पीआरएसआई का उपयोग करने की प्रतिबद्धता व्यक्त की।
इस अवसर पर पीआरएसआई देहरादून चैप्टर के अध्यक्ष रवि बिजारनिया और सचिव अनिल सती भी मौजूद थे।
लोकसंपर्क में सोशल मीडिया का महत्वपूर्ण उपयोग: डॉ पाठक
पब्लिक रिलेशन्स सोसाइटी ऑफ इंडिया (पीआरएसआई)के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अजीत पाठक का देहरादून चैप्टर ने स्वागत किया
देहरादून, पब्लिक रिलेशन्स सोसाइटी ऑफ इंडिया (पीआरएसआई)के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अजीत पाठक का देहरादून चैप्टर ने स्वागत किया। डॉ पाठक ने आज देहरादून में राष्ट्रीय विज्ञान कांग्रेस में संबोधित किया। इस अवसर पर, पीआरएसआई देहरादून चैप्टर की लीडरशिप टीम ने डॉ. पाठक का गर्मजोशी से स्वागत किया।
पीआरएसआई देहरादून चैप्टर के अध्यक्ष रवि बिजारणियां, सचिव अनिल सती, कोषाध्यक्ष सुरेश भट्ट, सदस्य वैभव गोयल और सदस्य संजय पांडे ने डॉ. पाठक को स्मृति चिन्ह भेंट किया और उनके योगदान की सराहना की।
डॉ पाठक ने कहा कि पीआरएसआई को मजबूत बनाने के लिए सभी पीआर प्रोफेशनल्स को अपने साथ जोड़ने की आवश्यकता है।
उन्होंने पब्लिक रिलेशन में सोशल मीडिया और आईटी के प्रभावी और सकारात्मक उपयोग पर बल दिया।
केदारनाथ में भाजपा की जीत की देशभर में हो रही चर्चा : महेंद्र भट्ट
देहरादून(आरएनएस)। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कहा कि केदारनाथ विधानसभा सीट पर भाजपा की जीत के चर्चे पूरे देश में हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नेता भी अब स्वीकार कर रहे हैं कि उसके पास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सीएम पुष्कर धामी जैसे नेताओं का विकल्प नही है। शनिवार को बलवीर रोड स्थिति भाजपा प्रदेश कार्यालय में केदारनाथ क्षेत्र की नव निर्वाचित विधायक आशा नौटियाल का स्वागत किया गया। इस अवसर पर प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने केदारनाथ की जनता का आभार जताते हुए कहा कि यह जनादेश क्षेत्रवाद और अफवाहों के जहर को समाप्त करने और विकास की नीतियों को आगे बढ़ाने वाला है।
भट्ट ने कहा कि केदारनाथ जीत की चर्चा और खुशी देश भर में है। इस दौरान महेंद्र भट्ट ने पार्टी के कार्यकर्ताओं को एकजुट होकर निकाय चुनावों के लिए भी तैयार रहने को कहा। उन्होंने कहा कि हमे निकाय, पंचायत और 2027 के विधानसभा चुनावों में भी जीत दर्ज करनी है। इस अवसर पर संगठन महामंत्री अजेय कुमार, महामंत्री आदित्य कोठारी, खिलेंद्र चौधरी, विधायक भरत चौधरी, पुनीत मित्तल, मनवीर चौहान, चंडी प्रसाद भट्ट, विनोद उनियाल, मधु भट्ट, कुलदीप रावत, सिद्धार्थ अग्रवाल, देवेंद्र भसीन, सुनीता विद्यार्थी, कमलेश रमन आदि मौजूद रहे।
केदारनाथ पर राजनीति करने वालों को सिखाया सबक : आशा
इस अवसर पर विधायक आशा नौटियाल ने कहा कि केदारनाथ की जनता ने उन्हें जिताकर मंदिर के नाम पर होने वाली विपक्ष की नकारात्मक राजनीति को जबाव दिया है। इसके साथ ही केदारनाथ प्रतिष्ठा को लेकर चलने वाली छल कपट की राजनीति करने वालों को सबक बताया। उन्होंने मुख्यमंत्री धामी का आभार जताते हुए केदारनाथ के विकास कार्यों को धरातल पर उतारने के लिए सभी से सहयोग का अनुरोध किया।
जिला पंचायत अध्यक्षों को प्रशासक बनाने पर पंचायत संगठन नाराज, सीएम तथा पंचायती राज मंत्री का पुतला जलाएंगे
-4 दिसंबर को देहरादून में होगी बैठक
-त्रिस्तरीय पंचायत में दो पंचायतों की उपेक्षा से बड़ा आक्रोश
-जिला पंचायत सदस्यों को भी किया पैदल
देहरादून, उत्तराखंड त्रिस्तरीय पंचायत संगठन ने त्रिस्तरीय पंचायत व्यवस्था में केवल जिला पंचायत अध्यक्षों को प्रशासक बनाए जाने पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्ति की। उन्होंने सरकार पर विश्वास घात का आरोप लगाया। कहा कि सरकार और कुछ लोगों के बीच खेला हुआ है। जिसे उत्तराखंड की आम जनता के बीच ले जाया जाएगा और 1 दिसंबर को उत्तराखंड के 12 जनपदों के विकासखंड तथा जिला मुख्यालय में मुख्यमंत्री तथा पंचायती राज मंत्री का पुतला जलाया जाएगा। 4 दिसंबर को देहरादून में तीनों पंचायतों की बैठक बुलाई गई है। जिसमें आगे की रणनीति बनाई जाएगी।
उत्तराखंड में 12 जनपदों में त्रिस्तरीय पंचायत का कार्यकाल बढ़ाए जाने की मांग लगातार की जा रही थी। सरकार द्वारा ग्राम पंचायत तथा क्षेत्र पंचायत में प्रशासक नियुक्त कर दिए गए है।
जिला पंचायत में प्रशासक नियुक्त किए जाने पर सरकार देरी कर रही थी। संगठन ने पहले ही शंका व्यक्त कर दी की थी।
जिला पंचायत अध्यक्षों तथा सरकार के मध्य कुछ गोपनीय वार्ता चल रही थी।
आज देर सायं सरकार द्वारा 12 जनपदों में जिला पंचायत अध्यक्षों को प्रशासक बनाए जाने का पत्र आ जाने के बाद उत्तराखंड के पंचायत संगठन में उबाल आ गया है।
संगठन के राज्य संयोजक जगत मर्तोलिया ने कहा कि राज्य सरकार ने ग्राम पंचायत, क्षेत्र पंचायत के साथ-साथ जिला पंचायत सदस्यों के साथ धोखा किया है। उन्होंने कहा कि सरकार के इस धोखे का जवाब दिया जाएगा। हमारा संगठन ईट का जवाब पत्थर से देने के लिए तैयार है।
उन्होंने कहा कि भ्रम की स्थिति पैदा की जा रही है कि जिला पंचायत के लिए अलग एक्ट है। उन्होंने कहा कि त्रिस्तरीय पंचायत के लिए एक एक्ट है।
उसके बावजूद भी सरकार ने अपने अधिकारों का प्रयोग करते हुए जिला पंचायत अध्यक्षों को प्रशासक बनाया है। उन्होंने कहा कि जिला पंचायत के सदस्यों को भी बैरंग कर दिया गया है।
उन्होंने स्पष्ट किया कि सरकार ने 12 जनपदों के 70 हजार सदस्यों में से मात्र 12 सदस्यों को लाभ देकर जो राजनीतिक अपराध किया है। उसकी सजा भी जनता उन्हें देगी। उन्होंने कहा कि संगठन अपने मान सम्मान के लिए हर कुर्बानी देने को तैयार है, इसीलिए 4 दिसंबर को देहरादून कूच का आवाहन किया गया है।
उन्होंने कहा कि तीनों पंचायतों के लिए एक पंचायत एक्ट है।
इसलिए सरकार को तत्काल पूर्व में ग्राम पंचायत तथा क्षेत्र पंचायत के लिए की गई प्रशासकों की व्यवस्था में बदलाव लाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि सरकार को अनुच्छेद 213 का सहारा लेकर अध्यादेश लाकर प्रशासनिक समिति के माध्यम से ग्राम पंचायत, क्षेत्र पंचायत तथा जिला पंचायत में ग्राम प्रधान, क्षेत्र प्रमुख, जिला पंचायत अध्यक्षों के अलावा तीनों पंचायतों सदस्यों को भी इस बढ़ोत्तरी में शामिल करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि 2001 में उत्तराखंड की सरकार ने प्रशासनिक समिति के फार्मूले को अपनाया था। उन्होंने स्पष्ट किया कि अपने मान सम्मान के लिए उत्तराखंड में पंचायत की सदस्य लंबी लड़ाई का मन बना चुके है।
श्री सत्य साईं संजीवनी अस्पताल ने किया प्रसूति एवं स्त्री रोग चिकित्सा शिविर का आयोजन
रायवाला(दे.दून), नेपाली फार्म स्थित खैरी खुर्द पंचायत घर में श्री सत्य साईं संजीवनी अस्पताल रायवाला के आयोजन पर एक दिवसीय प्रसूति एवं स्त्री रोग चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें 52 महिलाओं ने चिकित्सा शिविर का लाभ लिया।
शनिवार को नेपाली फार्म स्थित खैरी खुर्द पंचायत घर में श्री सत्य साईं संजीवनी अस्पताल रायवाला द्वारा आयोजित एक दिवसीय निःशुल्क प्रसूती एवं स्त्री रोग चिकित्सा शिविर में उपचार को आए 52 मरीजों के बीपी, सुगर, हीमोग्लोवीन की जाँच व फिटल हार्ट किए गए।चिकित्सीय जाँच उपरान्त उन्हें निःशुल्क औषधि प्रदान की गयी। सत्य साईं संजीवनी हॉस्पिटल की समन्वयक उषा रतूड़ी ने बताया कि शिविर में आए मरीजों की जाँच के बाद 17 गर्भवती महिलाओं को उनके निःशुल्क ईलाज के लिए रायवाला स्थित हॉस्पिटल बुलाया गया है।
स्कूल की दीवारों पर छात्रों द्वारा बनाए गए संदेश चित्र
नैनबाग (शिवांश कुंवर),सरदार सिंह रावत राजकीय आदर्श इंटर कॉलेज नैनबाग में छात्र- छात्राओं द्वारा स्कूल की दीवारों पर बनाए गए संदेश चित्र एक रचनात्मक और आकर्षक तरीके से विचारों और भावनाओं को व्यक्त करने का एक अच्छा उदाहरण है।
इन चित्रों के माध्यम से,छात्र अपनी कल्पना, रचनात्मकता, और आत्म-व्यक्ति को प्रदर्शित कर सकते हैं। ये चित्र स्कूल के वातावरण को भी आकर्षक व रंगीन बना रहे है, संदेश चित्रों के माध्यम से व्यक्त कर सकते हैं,छात्र-छात्राओं द्वारा बनाए गए चित्र संदेश मित्रता और सहयोग का महत्व,पर्यावरण संरक्षण, प्रदूषण नियंत्रण,शिक्षा और ज्ञान का महत्व,पानी का संरक्षण सामाजिक मुद्दों और जीवन के सकारात्मक पहलुओं का प्रदर्शन इन चित्रों के माध्यम से छात्र-छात्राओं द्वारा किया गया, छात्र-छात्राएं न केवल अपनी रचनात्मकता को प्रदर्शित कर सकते हैं, बल्कि वे समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने के लिए समाज को भी प्रेरित कर सकते है, प्रधानाचार्य डॉ. चंद्रशेखर नौटियाल का कहना है, कि छात्र-छात्राएं पढ़ाई के साथ इस तरह के क्रियाकलाप होने से छुपी हुई प्रतिभाओं को निखारने का माध्यम भी है,और समय-समय पर स्कूल में पढ़ाई के साथ-साथ बहुत सारे क्रियाकलापों का होना भी जरूरी है। जो छात्र-छात्राओं को अपनी रचनात्मकता को प्रदर्शित करने का अवसर प्रदान करती है।
विवेकानंद फाउंडेश ने लगाया मधुमेह जागरूकता शिविर, तीन सौ से अधिक लोगों का हुआ निःशुल्क स्वास्थ्य परीक्षण
देहरादून, आगामी 6 माह चलने वाले मधुमेह जागरूकता अभियान का शुभारंभ आज विधायक सहदेव सिंह पुण्डीर ने दीप प्रज्वलन कर किया, शनिवार को सहसपुर में स्वामी विवेकानंद फाउंडेशन (रजिo) के सानिध्य में मधुमेह जागरूकता अभियान का शुभारंभ एक दीप प्रज्वलन समारोह के साथ प्रारंभ हुआ l यह छह महीने तक चलने वाला अभियान समाज में मधुमेह के प्रति जागरूकता फैलाने और स्वस्थ जीवनशैली को बढ़ावा देने की एक अनूठी पहल है। कार्यक्रम संयोजक सचिन गुप्ता* ने बताया कि अभियान के पहले दिन निःशुल्क मधुमेह जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें निःशुल्क ब्लड शुगर, HbA1c, बीपी, वजन और यूरिक एसिड की जांच की गई। डॉक्टरों की कुशल टीम ने 300 से अधिक लोगों का निःशुल्क स्वास्थ्य परीक्षण किया। शिविर में मधुमेह से बचने के उपायों के साथ-साथ मधुमेह रोगियों को स्वस्थ जीवन जीने के लिए “क्या करें और क्या न करें” पर विस्तृत मार्गदर्शन प्रदान किया गया।
स्वास्थ्य सेवाओं के साथ रक्तदान का संदेश: इस शिविर में लगभग 50 लोगों ने रक्तदान कर सामाजिक उत्तरदायित्व का उत्कृष्ट उदाहरण प्रस्तुत किया।
संस्था के संरक्षक सचिन गुप्ता ने कहा कि इस अभियान का उद्देश्य समाज के हर वर्ग को मधुमेह जैसी गंभीर बीमारी से बचने के लिए जागरूक करना है। अगले छह महीनों तक यह अभियान देहरादून महानगर के हर क्षेत्र में संचालित होगा। हमारा लक्ष्य है कि अधिक से अधिक लोग इसका लाभ उठाएं और स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं।
इस अवसर पर
वरिष्ठ समाजसेवी टी.एस रावत, संस्था अध्यक्ष आयुष खोलिया, सागर चौधरी, अंकुर, विनोद पंवार,कैप्टन डी एस नेगी,एम पी एस राठौर, प्रदीप जैन, सचिन गुप्ता, फ़ुलक सिंह भंडारी, कैप्टन डी एस राणा जी सेना मेडल और अन्य गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति ने आयोजन को और भी गरिमामय बना दिया।
स्वामी विवेकानंद फाउंडेशन का यह अभियान समाज के हर वर्ग के लिए एक प्रेरणा है और मधुमेह जैसी खतरनाक बीमारी से बचाव की दिशा में एक ऐतिहासिक पहल है।
दो दिवसीय दून वैली चित्रकला कार्यशाला का शुभारंभ
देहरादून, रेयर ट्रेजर्स में शनिवार को दो दिवसीय दून वैली चित्रकला कार्यशाला का शुभारंभ हुआ। इस विशेष आयोजन में देहरादून के 10 प्रतिष्ठित कलाकारों ने भाग लिया। रेयर ट्रेजर्स, जो पिछले छह महीनों से कला और संस्कृति का केंद्र बना हुआ है, ने इस कार्यशाला के माध्यम से कला के उत्थान में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया। यह केंद्र अपनी अनमोल पुरानी मूर्तियों, चित्रों, हस्तकला, धातु कला, और सजावटी एंटीक वस्तुओं के संग्रह के लिए प्रसिद्ध है।
इस कार्यशाला में विभिन्न कला शैलियों और विधाओं का प्रदर्शन किया गया। वरिष्ठ कलाकार चंद्र बी. रसैली ने अपनी कलाकृति में देहरादून के शहरी परिदृश्य को जीवंत किया। प्रतिष्ठित कलाकार जाकिर हुसैन ने सिटी लाइफ को अमूर्त शैली में चित्रित कर अपनी विशिष्ट कला शैली का परिचय दिया।
रास बिहारी बोस सुभारती विश्वविद्यालय के ललित कला विभाग के विभागाध्यक्ष संतोष कुमार साहनी ने अपनी रचना में एल्युजन कला का उपयोग करते हुए रंगों के प्रकाश, और छाया का अद्भुत सामंजस्य प्रस्तुत किया। जिसमे पहाड़ो की रानी मसूरी को कैनवास पर जीवंत मूर्त रूप में उकेरे, देवभूमि उत्तराखंड विश्वविद्यालय के सहायक आचार्य डॉ. मंतोष यादव ने उत्तराखंड के प्राकृतिक सौंदर्य को रंगों के माध्यम से कैनवास पर उकेरकर दर्शकों को आकर्षित किया।
महिला कलाकार कहकशां ने अपनी कलाकृति में भारतीय लोक चित्रकला, प्रकृति, और पशु-पक्षियों का अद्भुत समागम प्रस्तुत किया। युवा कलाकार राहुल, जो ए-शोल कला संस्थान के संयोजक हैं, ने अपनी रचना सत्यम् शिवम् सुंदरम् के माध्यम से आध्यात्मिकता को मूर्त रूप दिया।
देहरादून की मुक्ता जोशी ने उत्तराखंड के लैंडस्केप को अमूर्त शैली में चित्रित किया। वहीं, रितेश शर्मा ने अपनी कलाकृति में प्राकृतिक दृश्यों को यथार्थ रूप में प्रस्तुत किया। देवभूमि उत्तराखंड विश्वविद्यालय के छात्र आदित्य पुंडीर ने अपनी अमूर्त रचना में महिला को सृजन की देवी के रूप में चित्रित कर दर्शकों का मन मोह लिया।
कार्यक्रम की संयोजिका गिन्नी वासुदेव ने अपने संबोधन में भारतीय कला और संस्कृति के उत्थान की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने इसे हमारी अमूल्य धरोहर बताया जिसे प्रत्येक घर में संजोने की आवश्यकता है। सह-संयोजक राजेश वासुदेव (वासु) ने सभी कलाकारों को सम्मानित करते हुए उनके योगदान की सराहना की।
इस कार्यशाला में हजारों दर्शक शामिल हुए और कलाकारों की रचनात्मकता की सराहना की। इस आयोजन ने न केवल स्थानीय कलाकारों को एक मंच प्रदान किया, बल्कि दर्शकों को कला के विविध रूपों से जोड़ने का कार्य भी किया। कार्यक्रम में कुन जुयाल, स्नेहा, और देव ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
दून वैली चित्रकला कार्यशाला ने देहरादून की कला संस्कृति को एक नई पहचान दी है। इस आयोजन ने कला और कलाकारों को प्रोत्साहन देकर कला के संरक्षण और संवर्धन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। यह कार्यशाला कला प्रेमियों और कलाकारों के लिए एक प्रेरणादायक मंच साबित हुई है।
50वें स्वर्ण जयंती खलंगा मेला पूजा अर्चना और विभिन्न कार्यक्रमों के साथ हुआ शुरू
देहरादून, साईकिल रैली और चंद्रायनी माता की पूजा अर्चना के साथ 50वें स्वर्ण जयंती खलंगा मेले का शुभारम्भ हुआ।शनिवार को बलभद्र खलंगा विकास द्वारा 50वें स्वर्ण जयंती खलंगा मेला —2024 के प्रथम दिन का शुभारंभ हुआ। सर्वप्रथम बलभद्र खलंगा विकास समिति के अध्यक्ष कर्नल विक्रम सिंह थापाजी, गोर्खाली सुधार सभा के अध्यक्ष पदम सिंह थापा, समिति उपाध्यक्षा सूश्री बीनू गुरूंग, सचिव प्रभा शाह एवं उपस्थित महानुभावोें ने खलंगा युद्ध स्मारक (सहस्त्रधारा रोड) में पुष्पाजंलि अर्पित करते हुए वीरों को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की। तत्पश्चात स्वास्थ्य जागरूकता , पर्यावरण संरक्षण संवर्धन एवं स्वच्छता के संदेश हेतु प्रातः7ः00 बजे ’खलंगा बहादुरी साईकिल रैली प्रारंभ हुई।
यह रैली खलंगा युद्ध स्मारक सहस्त्र धारा रोड से प्रारंभ होकर खलंगा युद्ध कीर्ति स्तंभ नालापानी में समाप्त हुई। समिति अध्यक्ष कर्नल विक्रम थापा सिंह ने हरी झण्डी दिखाकर रैली का शुभारंभ किया। इस साईकिल रैली का नेतृत्व पहाड़ी पैडलर्स एवं दून बाइक राइडर्स टीम के कर्नल अनिल गुरूंगजी ने किया। चन्द्रयानी मंदिर नालापानी में पूजा, यज्ञ, कीर्तन एवं भण्डारो बलभद्र खलंगा विकास समिति द्वारा आयोजित ऐतिहासिक भव्य 50वें स्वर्ण जयंती खलंगा मेला 2024 के पूर्व दिवस में चन्द्रयानी मंदिर नाला पानी देहरादून में पूजा— अर्चना यज्ञ एवं विशाल भण्डारे का आयोजन प्रतिवर्ष की भांति किया गया।
सचिव प्रभा शाह ने अवगत कराया कि नाला पानी पर्वतीय श्रृंखला के सबसे ऊंचे शिखर जिस पर कभी सेनानायक वीर बलभद्र थापा एवं उनके वीर सैनिकों का सुदृढ़ खलंगा किला आज भी गर्व से मस्तक उठाए खड़ा है। सन 1814 में गोर्खाली तथा उत्तर भारत के गढ़वाली एवं कुमाऊंनी और स्थानीय लोग लगभग 600 वीर, वीरांगनाओं , योद्धाओं ने सेनापति बलभद्र थापा के नेतृत्व में अदम्य साहस का परिचय देते हुए तीन बार अंग्रेजों के आक्रमण को पूरी तरह विफल कर दिया था। इस युद्ध में सेनानायक बलभद्र थापा के केवल 600 सैनिकों जिनमें वीर वीरांनाओं एवं बच्चों ने भी अपने प्राचीन हथियारों भरवा बंदूक, धनुष —बाण ,घुयेत्रो, भाला —बरछी और खुखरी से लगभग 3500 से भी अधिक आधुनिक हथियारों एवं गोला बारूद से लैस थी, कई बार परास्त कर लोहे के चने चबवा दिए थे। वीर सेनानायक बलभद्र थापा एवं उनके वीर सैनिक इस चंद्रयानी मंदिर में प्रतिदिन पूजा अर्चना किया करते थे। यह मंदिर खुले प्रांगण में है। यह भी मानना है कि इस मंदिर पर किसी भी छत जैसा निर्माण किए जाने पर भी छत नहीं रहती हैं। समिति द्वारा इस मंदिर की चारदीवारी निर्माण हेतु वन विभाग से संपर्क एवं लिखित निवेदन किया गया है। आज प्रातः से चंद्रयानी मंदिर नालापानी में अध्यक्षजी एवं समिति सदस्यों नेम पंडित कृष्णा पंथी के साथ पूजा —यज्ञ किया घविशाल भंडारे का आयोजन भी किया गया। सायं 6 बजे खलंगा युद्ध स्मारक सहस्त्रधारा रोड में बलभद्र खलंगा समिति एवं भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण देहरादून मण्डल के संयुक्त तत्वाधान में रंगारंग सांस्घ्कृतिक संध्या का आयोजन भी किया जायेगा। प्रति वर्ष की भांति इस वर्ष भी रविवार 01 दिसम्बर 2024 को प्रातः 11 बजे से ऐतिहासिक भव्य 50वें स्वर्ण जयंती खलंगा मेला—2024 ,सागरताल नालापानी में प्रारंभ होगा।
इस आयोजन में कर्नल सीबी थापा, कर्नल एमबी राना, राम सिंह थापा, कै.वाईबी थापा, संजय थापा , एडवोकेट एलबी गुरूंग,पूर्व अध्यक्ष राम सिंह थापा, दीपक बोहरा, कर्नल डीएस खड़का, शमशेर थापा, श्रीमती सुनीता गुरूंग, श्रीमती नीरा थापा, श्रीमती उषा उनियाल, रणवीर थापा, अशोक वल्लभ शर्मा, राकेश उपाध्याय, अनिल थापा, राजू गुरूंग, श्रीमती शुभवंती उपाध्याय, इंद्रेश उपाध्याय एवं रायपुर कीर्तन मंडली एवं अन्य उपस्थित रहे।
भाजपा सरकार पर बरसे कांग्रेस नेता धस्माना, बेरोजगारी, महंगाई और भ्रष्टाचार पर उठाए सवाल
उत्तरकाशी, यमुना घाटी में कांग्रेस की बैठक के दौरान प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने प्रदेश की भाजपा सरकार पर जोरदार हमला बोला। उन्होंने प्रदेश में बढ़ती बेरोजगारी, महंगाई और भ्रष्टाचार को लेकर सरकार को आड़े हाथों लिया।
धस्माना ने कहा कि भाजपा सरकार की युवा विरोधी नीतियों के चलते प्रदेश के युवा आज बेरोजगारी के संकट से जूझ रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि पिछले आठ वर्षों से प्रदेश में पुलिस और फॉरेस्ट गार्ड जैसी महत्वपूर्ण भर्तियां नहीं हुई हैं। जिन भर्तियों की प्रक्रिया शुरू हुई भी, वे भ्रष्टाचार और घोटालों की भेंट चढ़ गईं। महंगाई के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि बढ़ती कीमतों ने आम जनता की कमर तोड़ दी है। उन्होंने कहा, “सरकार में बैठे लोग भ्रष्टाचार में आकंठ डूबे हुए हैं और जनता के दुख-दर्द से पूरी तरह बेखबर हैं।”
धस्माना ने यह भी आरोप लगाया कि सरकार लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं से भाग रही है। उन्होंने कहा, “भाजपा न तो छात्र संघ चुनाव करवा रही है, न निकाय चुनाव, न सहकारिता चुनाव। अब तो पंचायत चुनाव से भी सरकार बचने का प्रयास कर रही है। निकायों के बाद पंचायतों में प्रशासक नियुक्त कर दिए गए हैं, जो लोकतंत्र का सीधा अपमान है।”
धस्माना ने कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि वे जनता के बीच जाकर सरकार की नाकामियों को उजागर करें। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ही प्रदेश को भ्रष्टाचार और अव्यवस्थाओं से मुक्त कर सकती है। कार्यक्रम में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने एकजुट होकर आगामी चुनावों में पार्टी को सशक्त बनाने का संकल्प लिया।
बैठक में जिला कांग्रेस कमेटी उत्तरकाशी (यमुनाघाटी) के जिलाध्यक्ष दिनेश चौहान, निवर्तमान नगर पालिका अध्यक्ष हरिमोहन सिंह, पूर्व ब्लॉक अध्यक्ष लोकेंद्र रावत, जिलाध्यक्ष अनुसूचित विभाग मोहन लाल, ब्लॉक अध्यक्ष बड़कोट गुरुदेव रावत, ब्लॉक अध्यक्ष पुरोला धीरेन्द्र नेगी, ब्लॉक अध्यक्ष नौगांव चंद्रमोहन पंवार, नौनियाल सिंह (जिलाध्यक्ष, आईटी) के साथ तमाम कांग्रेस के वरिष्ठ पदाधिकारी एवं कांग्रेसजन उपस्थित रहे।
सीएम पुष्कर सिंह धामी ने हल्द्वानी में सिटी फॉरेस्ट का किया लोकार्पण
देहरादून(आरएनएस)। एक करोड की लागत से रामपुर रोड स्थित हल्द्वानी में निर्मित सिटी फारेस्ट (नगर वन) का मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री ने नगर वन में वृक्षारोपण भी किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि नगर में निवासरत लोगों को बेहतर स्वास्थ्य एवं स्वच्छ पर्यावरण उपलब्ध कराना सरकार की प्राथमिकता है। उन्होने कहा शहर की भागदौड़ के बीच सिटी फारेस्ट एक ऐसा जगह है जहां सकून मिलेगा। सिटी फारेस्ट में लॉन, बैम्बू हट, चिल्ड्रन पार्क, ओपन एयर जिम, पैदल भ्रमण पथ, साईकिलिंग ट्रेल एवं हाथी सैल्फी पाइंट मुख्य आकर्षण का केन्द्र है। सिटी फारेस्ट वन विभाग की 7.5 हेक्टेयर भूमि में स्थापित किया गया है।
सिटी फॉरेस्ट में खैर, शीशम, सागौन, कंजू, अमलतास, यूकेलिप्टस, मौलश्री. छत्यून, बांस, चन्दन, नीम, बेल, पारिजात, पाखड़ आदि वानस्पतिक प्रजातियां हैं। इसके साथ ही नगर वन में बाउण्ड्री वॉल, वृक्षारोपण, लॉन विकास कार्य, चिल्ड्रन पार्क, ओपन जिम, पैदल ट्रेल, रिसेस्प्शन ऐरिया, प्रवेश गेट, पैदल मार्ग, ए०टी०वी० ट्रेल, वाटर टैंक आदि कार्य किया जा रहा है।
सिटी फारेस्ट में कैफेटेरिया, सोविनियर शॉप, वैलनेस ऐरिया, बटरफ्लाई गार्डन, रॉक गार्डन, कैक्टस गार्डन, ट्रेल्स का विस्तारीकरण एवं कैनोपी वॉकवे भविष्य में प्रस्तावित कार्य किये जायेंगे।