Wednesday, April 30, 2025
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पीएम श्री केंद्रीय विद्यालय बीरपुर के छात्रों ने आनंद वन, में शैक्षिक भ्रमण पर आनंद लिया

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देहरादून पीएम श्री केंद्रीय विद्यालय बीरपुर के छात्रों ने आज आनंदवन, देहरादून में शैक्षिक भ्रमण पर जाने का आनंद लिया। यह भ्रमण छात्रों को प्रकृति के करीब लाने और उन्हें पर्यावरण के महत्व के बारे में जानने का अवसर प्रदान करने के लिए आयोजित किया गया था।

भ्रमण के दौरान, छात्रों ने आनंदवन के विभिन्न आकर्षणों का अन्वेषण किया, जिनमें वनस्पति उद्यान, जीव-जन्तु पार्क और पिकनिक स्थल शामिल हैं। उन्होंने प्रकृति के बारे में जानने और उसका आनंद लेने का अवसर भी प्राप्त किया।
इस अवसर पर, विद्यालय की प्रधानाचार्या श्रीमती बसंती खम्पा ने कहा, ” यह शैक्षिक भ्रमण न केवल हमें प्राकृतिक सौंदर्य का अनुभव करने का अवसर प्रदान करता है, बल्कि यह हमें पर्यावरण के महत्व और उसके संरक्षण के बारे में भी जानने का अवसर प्रदान करता है। हमें उम्मीद है कि यह भ्रमण हमारे छात्र छात्राओं को जीवन भर याद रहेगा।”
इस भ्रमण में विद्यालय के शिक्षकों और कर्मचारियों ने भी भाग लिया और छात्रों का मार्गदर्शन किया। भ्रमण का आयोजन विद्यालय की शैक्षिक गतिविधियों के अंतर्गत किया गया था।

ऑल इंडिया नाहन फुटबॉल प्रतियोगिता का खिताब दून वैली के नाम

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देहरादून, मदनपाल सोलंकी मेमोरियल अखिल भारतीय आल इंडिया फुटबॉल प्रतियोगिता 2024 का खिताब दूनवैली के नाम रहा ! हिमाचल प्रदेश के नाहन में 21 से 25 नवम्बर तक खेली गई इस प्रतियोगिता के क़वाटर फाइनल में दूनवैली का मुकाबला अम्बाला फुटबाल क्लब के साथ हुआ , संघर्ष पूर्ण मैच में मुख्य समय तक मुकाबला 1-1ड्रा रहने पर पेनाल्टी शूट आउट के सहारे दूनवैली ने अंबाला को हराकर सेमीफाइनल में प्रवेश किया ! सेमीफाइनल में उसका मुकाबला नाहन 11 हिमाचल के साथ हुआ और यह मुकाबला भी दूनवैली ने ट्राइब्रेकर के सहारे जीत कर फाइनल में प्रवेश किया !
फाइनल में दूनवैली का मुकाबला जालंधर फुटबॉल क्लब के साथ हुआ , इस मुकाबले में देहरादून की टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए दो शून्य से खिताब अपने नाम किया , दूनवैली की ओर से अमन रावत और विपुल थापा ने गोल कर खिताब टीम के नाम किया !
इससे पहले दूनवैली ने देहरादून में आयोजित कर्नल आर सी शर्मा मेमोरियल फुटबॉल प्रतियोगिता जीती थी ! एक सप्ताह के दौरान टीम को मिली इस दोहरी सफलता पर टीम के कोच लक्की एवं मैनेजर सतेंद्र भंडारी सहित वरिष्ट खिलाड़ी राजेन्द्र असवाल,जयदीप सकलानी,मातवर असवाल, कमलनयन, बृजेन्द्र राना, उमेश असवाल, बीरेंद्र। बोरा,रमेश राणा,आनंद जोशी डी एम लखेड़ा, रोहित डोंडियाल सहित अन्य खिलाड़ियों ने टीम को बधाई देते हुए इस उपलब्धि पर प्रश्नत्ता व्यक्त की

नगर निगम हरिद्वार में जिलाधिकारी के औचक निरीक्षण से मचा हडकंप

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हरिद्वार ( कुलभूषण ) जिलाधिकारी कर्मेंद्र सिंह ने नगर निगम कार्यालय में छापेमारी की। नगर निगम कार्यालय में पूर्वाहन 10ः10 बजे की गई छापेमारी के दौरान 73 कार्मिक अनुपस्थित मिले।जिलाधिकारी ने छापेमारी के दौरान अनुपस्थित मिले सभी अधिकारियों तथा कर्मचारियों का वेतन रोकने तथा स्पष्टीकरण लेने के निर्देश दिये।
इस दौरान जिलाधिकारी ने सूचना का अधिकार से सम्बंधित पटल का निरीक्षण करते हुए निर्देश दिए कि रजिस्टर को अपडेट किया जाए और सभी प्रविष्टियां सही से अंकित की जाएं। उन्होंने विभिन्न पटलो के निरीक्षण के दौरान निर्देश दिए कि पत्रावलियों को सुरक्षित एवं संरक्षित रखा जाए।
उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि फील्ड कार्मिकों की कार्य प्रणाली पर भी पैनी नज़र रखी जाए। शहर में सफाई व्यवस्था पर विशेष ध्यान दिया जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि नगर निगम के रूटीन के कार्य किसी भी दशा में प्रभावित न हों।
जिलाधिकारी ने जनपद में तैनात सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों के लिए आदेश दिये कि कोई भी अधिकारी एवं कर्मचारी अवकाश स्वीकृत कराये बिना कार्यालय से अनुपस्थित नहीं रहेगा। जनता के कार्यालय पहुॅचने से पहले अधिकारियों एवं कर्मचारियों को निर्धारित समय पर कार्यालय पहुॅचना होगा। जिलाधिकारी ने बताया कि समस्त अधिकारियों एवं कर्मचारियों की कार्यालय में उपस्थिति सुनिश्चित किये जाने हेतु भविष्य में भी समय-समय पर औचक निरीक्षण किया जायेगा तथा अनुपस्थित पाये जाने वाले अधिकारियों एवं कर्मचारियों के विरुद्ध नियमानुसार कार्यवाही सुनिश्चित की जायेगी।

स्वास्थ्य विभाग को मिले नए निदेशक, 04 अपर निदेशकों का हुआ निदेशक पद पर प्रमोशन

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देहरादून, उत्तराखंड स्वास्थ्य विभाग में एक के बाद एक चिकित्सकों की मांगों पर शासन अपनी मुहर लग रहा है। इसके साथ ही प्रमोशन का रास्ता भी साफ होता जा रहा है। उत्तराखण्ड पी०एम०एच०एस० संवर्ग के अन्तर्गत चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग में कार्यरत 04 अपर निदेशकों का निदेशक पद पर प्रमोशन हुआ है। प्रमोशन पाने वालों में डा० नर सिंह गुंजियाल, डा० केशर सिह चौहान, डा० चन्द्र प्रकाश त्रिपाठी डॉ० मनोज उप्रेती शामिल हैं। सभी चिकित्सकों को 144200-218200 लेवल-15 का वेतनमान मिलेगा।

स्वास्थ्य सचिव डॉ आर राजेश कुमार ने प्रमोशन पाकर निदेशक बनने वाले सभी चिकित्सकों को शुभकामनाएं दी। उन्होंने सभी से जनहित में पूरे मनोभाव से काम करने की अपील की। उन्होंने कहा नए निदेशकों के आने से विभागीय कार्यों को गति मिलेगी। स्वास्थ्य सचिव ने कहा शासन चिकित्सकों की हर न्यायोचित मांग के लिए गंभीर है और प्राथमिकता में उनका समाधान कर रहा है। हाल ही में प्रांतीय चिकित्सका संवर्ग के साथ ही दन्त चिकित्साधिकारियों को एस०डी०ए०सी०पी० की बड़ी सौगात दी है। उन्होंने कहा चिकित्सकों की अन्य मांगों पर भी प्राथमिकता के आधार पर और सभी पहलुओं पर गंभीरता पूर्वक विचार कर किया जा रहा है। उन्होंने सभी चिकित्सकों से अपील करते हुए कहा कि वह पूरे मनोयोग व निष्ठा के साथ कार्य करते रहें, उनकी मांगों के समाधान और सुरक्षा की जिम्मेदारी सरकार की है।

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में वातानुकूलित 6 कक्षों को किया जनता को समर्पित

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-हिमालय क्षेत्र का पहला चिकित्सालय जहां 8 कक्ष है वातानुकूलित
-जाड़ो के मौसम में मरीजों, स्वास्थ्य कर्मियों को मिलेगी राहत
-जिपंस जगत मर्तोलिया ने किया उद्घघाटन

मुनस्यारी, जिला योजना से 8.5 लाख की लागत से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में जनरल वार्ड सहित 6 कक्षों को वातानुकूलित बनाया गया है। जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया द्वारा अधिकारियों की उपस्थिति में इन कक्षों को का रिबन काटकर उद्घाटन करते हुए जनता को समर्पित किया गया। हिमालय क्षेत्र का यह पहला सामुदायिक चिकित्सालय है, जहां दो वार्ड सहित आठ कक्षों को वातानुकूलित बनाया गया है।
जाड़ो के मौसम में मरीज के साथ-साथ स्वास्थ्य कर्मियों को भी गर्मी का आनंद उठाने का अवसर मिलेगा।
जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया द्वारा वित्तीय वर्ष 2023-24 में जच्चा बच्चा डिलीवरी रूम तथा महिला वार्ड को वातानुकूलित बनाया गया था। इसके अच्छे परिणाम आने पर वित्तीय वर्ष 2024-25 में जनरल वार्ड सहित पांच अन्य कक्षों को भी वातानुकूलित बनाया गया है।
बुधवार को आयोजित कार्यक्रम में जिला पंचायत सदस्य मर्तोलिया द्वारा शिलापट का अनावरण तथा जनरल वार्ड का फीता काटकर इन सभी कक्षों को आम जनता के लिए समर्पित करने का कार्य किया गया। उन्होंने कहा कि सामुदायिक चिकित्सालय हिमालय क्षेत्र का पहला चिकित्सालय है, जहां पर मरीज के साथ-साथ स्वास्थ्य कर्मियों को भी जाड़ों के मौसम में हॉट एसी का आनंद मिलेगा। उन्होंने कहा कि जच्चा-बच्चा अत्यधिक ठंड होने के कारण निमोनिया के शिकार हो रहे थे। उन बच्चों को भी अब ठंड नहीं लगेगी। मरीज भी साधारण कंबलों के साथ अस्पताल में रह सकते है।
इस अवसर पर मल्ला घोरपट्टा के ग्राम प्रधान मनोज सिंह मर्तोलिया, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर जे.एस. नबियाल, डॉक्टर सिद्धार्थ पाटनी, डॉक्टर गौरव कुमार, सहित स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी और अधिकारी उपस्थित रहे। आंगनवाड़ी कार्यकर्तियों द्वारा भी इस कार्यक्रम में सहभागिता निभाई गई।

हरिद्वार में 3 दिसम्बर से होगा तीन दिवसीय शिवायन साहित्य महोत्सव

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-देशभर से जुटेंगे सैकड़ों साहित्यकार और कलाकार

-द्वादस ज्योर्तिलिंग को समर्पित बारह सत्रों में होगा काव्याभिषेक

-शिवशक्ति पर आधारित शिवायन महाकाव्य ग्रंथ समेत एक दर्जन पुस्तकों का होगा विमोचन

हरिद्वार, अंतरराष्ट्रीय साहित्य कला संस्कृति न्यास साहित्योदय के बैनर तले तीन दिवसीय शिवायन अंतरराष्ट्रीय साहित्य महोत्सव तीन दिसंबर से शुरू होगा। पांच दिसंबर तक चलने वाले इस साहित्य महोत्सव में देश-विदेश के सैकड़ों साहित्यकार और कलाकार शामिल होंगे। कार्यक्रम का उदघाटन योगगुरू बाबा रामदेव जी करेंगे, जबकि बतौर मुख्य अतिथि शाकम्भरी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. हृदय शंकर सिंह उपस्थित रहेंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रख्यात साहित्यकार डॉ. बुद्धिनाथ मिश्र और आचार्य देवेन्द्र कुमार देव करेंगे। इसके अलावा कई अन्य गणमान्य अतिथियों के आने की संभावना है।
कार्यक्रम में शिवायन महाकाव्य, सत्य साधना, गङ्गा, महक माटी की, लफ्ज़ मुसाफ़िर, अंगूठे की मौत, कथामाल्य, मन के अँगना में, दोहा दर्पण समेत कई पुस्तकों का विमोचन होगा। काव्याभिषेक में प्रख्यात कवि अजय अंजाम, बेबाक़ जौनपुरी, वीणा शर्मा सागर, सुनील साहिल समेत सैकड़ो लब्धप्रतिष्ठ साहित्यकार काव्यपाठ करेंगे।
मुख्य आयोजक साहित्योदय के संस्थापक अध्यक्ष पंकज प्रियम ने बताया कि राष्ट्रचेतना, भारतीय सभ्यता, साहित्य, संस्कृति और संस्कारों के पुनरुत्थान हेतु साहित्योदय अपनी स्थापना काल से ही कृतसंकल्प है। सनातन धर्मरक्षार्थ प्राचीन वेद ग्रन्थों को सरल सहज काव्य रूप में जन-जन तक पहुंचाने के उद्देश्य से बाबा बैद्यनाथ धाम में काव्याभिषेक, अयोध्या में जन रामायण, वृंदावन में कृष्णायण के पश्चात अब हरिद्वार में शिवायन महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। जन रामायण और कृष्णायण कि भाँति शिवायन भी स्वयं में अद्भुत और अनूठा महाकाव्य ग्रँथ बनकर तैयार हुआ है, जिसमें देश-विदेश के 151 रचनाकारों ने शिव महापुराण के विभिन्न प्रसंगों पर मौलिक काव्यसृजन किया है। शिवायन दो खण्डों में प्रकाशित हो रही है। शिवायन सहित सारी पुस्तकें अमेजन, फ्लिपकार्ट समेत तमात ऑनलाइन प्लेटफार्म पर उपलब्ध रहेंगी।
मीडिया प्रभारी दर्द गढ़वाली ने बताया कि साहित्योदय नवोदित साहित्य प्रतिभाओं को वैश्विक मंच देने का काम कर रहा है और अब तक 3 हजार से अधिक लोगों को मंच प्रदान किया जा चुका है। दो हजार से अधिक ऑनलाइन आयोजन और दो दर्जन से अधिक पुस्तकों का प्रकाशन हो चुका है। आयोजन को सफल बनाने में हेतु राकेश रमण, सुरेन्द्र उपाध्याय, किशोरी भूषण, शोभा पाराशर, अर्चन झा, अनिल अग्रवाल, डॉ इंदु अग्रवाल, सुनील पराशर, सुशील झा, अनिता सोनी, हेमा आर्या, निशा अतुल्य, सीमा सिन्हा, डॉ रजनी शर्मा, डॉ प्रियम्बदा मिश्रा, कीर्ति मेहता, मनोरमा सिंह, सुनीता बंसल, पद्मा प्रसाद, स्वाभिमान सिंह, नीता झा, संतोष झा समेत पूरा साहित्योदय परिवार जुटा हुआ है।

शत-प्रतिशत आयुषमान कार्ड बनाने को कार्य योजना तैयार करें सीएमओ: डॉ धन सिंह रावत

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राजकीय मेडिकल कालेजों व अस्पतालों में आयुष्मान योजना के तहत हो अधिक से अधिक इलाज

31 मार्च तक प्रदेशभर में चलेगा आयुष्मान कार्ड बनाने को विशेष अभियान

देहरादून, सूबे में शत प्रतिशत लोगों के आयुष्मान कार्ड बनाने को जनपदवार कार्ययोजना बनाई जाएगी। इस सम्बंध में सभी जनपदों के मुख्य चिकित्साधिकारियों को निर्देश दिये गये। इसके लिए उन्होंने आगामी 31 मार्च तक विशेष अभियान चलाने को भी कहा गया है जिसमे 70 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के वृद्धजनों के भी कार्ड बनाये जाएंगे। इसके साथ ही राजकीय मेडिकल कॉलेज व चिकित्सालयों में आयुष्मान योजना के तहत अधिक से अधिक मरीजों के उपचार के लिये अधिकारियों को ठोस रणनीति बनाने को कहा गया है। बैठक में अधिकारियों को गोल्डन कार्ड में आ रही व्यवहारिक दिक्कतों को भी दूर करने के निर्देश दिये गये।

चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ धन सिंह रावत ने आज राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण के सभागार में विभिन्न स्वास्थ्य सेवाओं की समीक्षा की। डॉ. रावत ने आयुष्मान कार्ड बनाने की धीमी प्रगति वाले जनपदों के मुख्य चिकित्साधिकारियों को जमकर फटकार लगाई। उन्होंने प्रदेश में शत-प्रतिशत लोगों के आयुष्मान कार्ड बनाने को सभी सीएमओ को ठोस कार्ययोजना बनाकर शासन को उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। डॉ रावत ने कहा कि प्रदेश में 23.89 लाख परिवारों के 97.11 लाख लोगों के आयुष्मान कार्ड बनाने का लक्ष्य रखा गया है जिसमें से अभी तक 53.61 लाख लोगों के आयुष्मान कार्ड बनाये जा चुके हैं। जबकि 4.73 लाख लोगों के गोल्डन कार्ड बनाये गये हैं। इसी प्रकार 70 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के करीब दो हजार लोगों के आयुष्मान कार्ड बनाये जा चुके हैं।
उन्होंने बताया कि आयुष्मान योजना के तहत अबतक 12.32 लाख लोगों ने योजना का लाभ उठाया है जिस पर 2289 करोड़ की धनराशि खर्च की जा चुकी है। इसी प्रकार एक लाख से अधिक गोल्डनकार्ड धारकों ने भी इस योजना के अंतर्गत स्वास्थ्य लाभ लिया। विभागीय मंत्री ने अधिक से अधिक लोगों के आयुष्मान कार्ड बनाने को आगामी 31 मार्च तक विशेष अभियान चलाने के निर्देश अधिकारियों को दिये। जिसमें सीएचओ,एएनएम, आशा व आयुष्मान मित्रों का सहयोग लिया जाएगा। जिसके लिए सचिव स्वास्थ्य एवं चेयरमैन राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण सभी जनपदों के जिलाधिकारियों व सीएमओ के साथ वर्चुअल बैठक कर अभियान की समीक्षा करेंगे।

बैठक विभागीय मंत्री ने राजकीय मेडिकल कॉलेजों व सरकारी अस्पतालों में आयुष्मान योजना के तहत ज्यादा से ज्यादा मरीज़ों का उपचार करने के लिए और बेहतर रणनीति बनाने के निर्देश दिये।
इसके अलावा बैठक में गोल्डन कार्ड में आ रही व्यवहारिक दिक्कतों को दूर करने, 108 आपातकालीन सेवा के सुधारीकरण, मेडिकल कालेजों व राजकीय अस्पतालों में विभिन्न संवर्गों में रिक्त पदों को भरने सहित कई अन्य बिंदुओं पर चर्चा कर विभागीय अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिये।

बैठक में राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण के चेयरमैन अरविंद सिंह ह्यांकी, सचिव स्वास्थ्य आर राजेश कुमार, अपर सचिव स्वास्थ्य व सीईओ एसएचए आनंद श्रीवास्तव, अपर सचिव स्वास्थ्य स्वाति भदौरिया, नमामि बंसल, महानिदेशक स्वास्थ्य डॉ तारा आर्य, निदेशक स्वास्थ्य डॉ सुनीता टम्टा, डॉ. मनीष उप्रेती, सीएमओ देहरादून डॉ संजय जैन, सीएमओ हरिद्वार डॉ. आर.के. सिंह, प्राचार्य दून मेडिकल कालेज डॉ. गीता जैन, प्राचार्य हरिद्वार मेडिकल कालेज डॉ. आर एस रैना, अपर निदेशक चिकित्सा शिक्षा डॉ. आर. एस. बिष्ट संयुक्त निदेशक डॉ. एम के पंत सहित अन्य विभागीय अधिकारी मौजूद रहे जबकि अन्य मेडिकल कालेजों के प्राचार्यों एवं सीएमओ ने वर्चुअल माध्यम से बैठक में प्रतिभाग किया।

तीर्थाटन सर्किट से जुड़ेंगे कालीमठ घाटी के प्राचीन मठ-मंदिर

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रुद्रप्रयाग- केदारनाथ यात्रा पर आने वाले श्रद्धालु कालीमठ घाटी के प्राचीन मठ-मंदिरों के दर्शन कर सकेंगे। साथ ही कविल्ठा गांव स्थित कालीदास भू-स्मारक को भी नई पहचान मिलेगी। यह बात केदारनाथ विधानसभा की नवनिर्वाचित विधायक श्रीमती आशा नौटियाल ने सिद्धपीठ कालीमठ मे पूजा अर्चना के बाद कही । उन्होने कहा कि कालीमठ घाटी तीर्था स्थलो के पर्यटन सर्किट से जुड़ने से केदारनाथ यात्रा में लगने वाले जाम से निजात मिलेगी और स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर भी उपलब्ध हो सकेंगे। कहा कि केदारनाथ विधानसभा की हर घाटी व गांव में कई प्राचीन मठ-मंदिर हैं, पर प्रचार-प्रसार के अभाव में कई गुमनाम हैं। प्रतिवर्ष यात्राकाल में केदारनाथ धाम की यात्रा पर आने वाले श्रद्धालु भी इन मठ-मंदिरों का दीदार नहीं कर पाते हैं, अब, कालीमठ घाटी के प्राचीन मठ-मंदिरों को तीर्थाटन व पर्यटन के नक्शे पर लाया जाएगा, इसके लिए बकायदा ठोस कार्ययोजना भी बनाई जाएगी। यहां शक्तिपीठ कालीमठ, चामुंंडा मंदिर, माता लक्ष्मी, पार्वती व सरस्वती मंदिर, कालीशिला, रुच्छ महादेव और चामुंडा मंदिर शामिल है। साथ ही कविल्ठा गांव में महाकवि कालिदास का भू-स्मारक है। मान्यता है कि कविल्ठा गांव में महाकवि कालिदास का जन्म हुआ था, जिसके प्रमाण भी साबित हो चुके हैं। केदारनाथ विधायक आशा नौटियाल ने कहा कि कालीमठ घाटी का पूरे क्षेत्र ही नहीं देवभूमि उत्तराखंड में अपना विशेष धार्मिक महत्व है। यहां के सभी प्राचीन मठ-मंदिरों को तीर्थाटन से जोड़ने के लिए तीर्थाटन सर्किट बनाया जाएगा। बताया कि श्रीबदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति और पर्यटन विभाग के सहयोग से इन सभी स्थलों का सर्वेक्षण कराया जाएगा और रिपोर्ट के आधार पर यहां जरूरी सुविधाएं जुटाई जाएंगी। उन्होने कहा कि, केदारनाथ यात्रा में बाबा केदार के दर्शनों को आने वाले श्रद्धालु कालीमठ घाटी सहित अन्य क्षेत्र के प्राचीन मठ-मंदिरों का दर्शन करें, इसके लिए प्राथमिकता से कार्य किया जाएगा। इस संबंध में जल्द ही मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज से भेंट की जायेगी । वही दूसरी ओर मद्महेश्वर घाटी के रांसी गांव में 22 वर्ष बाद के बाद पांरपरिक जागर अनुष्ठान शुरू हो गया है। दो दिवसीय अनुष्ठान के पहले दिन राकेश्वनी मंदिर रांसी से मां नंदा की भव्य झांकी निकाली गई। इस मौके पर नंदा देवी यात्रा में शामिल हुए लोगों ने आराध्य के दर्शन कर घर-परिवार की सुख-समृद्धि की कामना की।
मंगवार को राकेश्वरी मंदिर में रांसी व उनियाणा के ग्रामीणों की मौजूदगी में मां नंदा देवी की मूर्ति का श्रृृंगार किया गया। आचार्य रोशन देवशाली ने मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा करते हुए विधि-विधान से वेद-मंत्रोच्चार के साथ पूजा-अर्चना की। साथ ही अन्य धार्मिक परंपराओं का निर्वहन किया गया। नंदा की मूर्ति को डोली में विराजमान करते हुए डोली ने अपने गंतव्य के लिए प्रस्थान किया। लगभग तीन सौ मीटर दूर क्यूंजा तोक में देवी की मूर्ति को मंदिर में स्थापित किया गया। इस मौके पर केदारनाथ विधानसभा की नव निर्वाचित विधायक आशा नौटियाल ने देवी के दर्शन करते हुए क्षेत्र व देवभूमि उत्तराखंड की सुख-समृद्धि एवं खुशहाली की कामना की।उ न्होने कहा कि रांसी गांव धार्मिक संस्कृति के क्षेत्र में विशेष स्थान रखता है। यहां ग्रामीण द्वारा पौराणिक जागरों को जीवंत रखा गया है। उन्होंने नई पीढ़ी से आह्वान किया कि वह अपने बड़े-बुजुर्गों से अपनी लोक संस्कृति के बारे में जानकारी प्राप्त कर उसके संरक्षण के लिए कार्य करे। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र को पर्यटन मानचित्र पर उभारने का भरसक प्रयास किया जायेगा। इस दौरान अलग अलग कार्यक्रमो में उन के साथ कई क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि भी मौजूद रहे।

यूकेडी के पूर्व अध्यक्ष त्रिवेंन्द्र पंवार को यूकेडी सहित विभिन्न संगठनों ने दी श्रद्धांजलि

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रुद्रप्रयाग, उक्रांद नेता त्रिवेंन्द्र पंवार के असमायिक निधन पर उक्रांद कार्यकर्ताओं ने श्रद्धा सुमन अर्पित किये। दिवंगत पंवार के संघर्षो को याद करते हुये कार्यकर्ताओं ने इसे प्रदेश की राजनीति के लिये अपूरणीय छति बताया।
रुद्रप्रयाग में उक्रांद कार्यकर्ताओं द्वारा आयोजित श्रद्धाजंलि सभा में उक्रांद सहित अन्य राजनीतिक दलों के सामाजिक संगठनो के पदाधिकारी भी मौजूद रहे। पंवार जी को श्रद्धा सुमन अर्पित कर दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धाजंलि दी गयी। कार्यकर्ताओं ने पंवार जी के संघर्षो को याद करते हुये कहा कि राज्य आंदोलन हो या राज्य बनने के बाद वे हमेशा पहाड के हक हकूकों के लिये संघर्ष करते रहे। वक्ताओं ने कहा कि पवांर जी का असमय जाना उक्रांद ही नहीं पूरे प्रदेश के लिये अपूरणीय छति है।
इस अवसर पर उक्रांद के वरिष्ठ नेता कल्याण सिंह पुण्डीर, जितार सिंह जगवाण, आशुतोष भंडारी, प्रकाश भट्ट, चन्द्रमोहन गुँसाई, विक्रम फर्स्वाण, आम आदमी पार्टी के जिला संयोजक जोत सिंह विष्ट, वरिष्ठ पत्रकार देवेंन्द्र चमोली आदि लोग मौजूद थे।

भूख हड़ताल पर बैठे मोहित को पुलिस ने जबरन उठाया, कचहरी परिसर में भारी पुलिस बल तैनात

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“दूल्हा बनकर भू कानून को समर्थन देने पहुंचा पूर्व सैनिक सुरेश पयाल”

देहरादून (एल मोहन लखेड़ा), राज्य में मूल निवास और सशक्त भू कानून लागू किए जाने की मांग को लेकर 26 नवंबर से भूख हड़ताल पर बैठे मोहित डिमरी को पुलिस ने जबरन उठा लिया है। मूल निवास भू कानून संघर्ष समिति के संयोजक मोहित डिमरी को शहीद स्मारक में प्रवेश कररने से रोका गया तो वो गेट के बाहर सड़क पर ही अनशन पर बैठ गए। इस बीच कचहरी परिसर में भारी पुलिस बल तैनात रहा। प्रदर्शनकारियों की नोंकझोंक होती रही। पुलिस को चकमा देकर कुछ युवा शहीद स्मारक की छत पर चढ़ गए।
शाम होते होते पुलिस ने मोहित डिमरी औऱ उनके साथियों को जबरन उठा लिया और उन्हें किसी वाहन मे बैठाकर अज्ञात जगह पर ले गए। संघर्ष समिति ने आज से अपनी मांगों को लेकर शहीद स्मारक पर भूख हड़ताल का ऐलान किया था। मोहित डिमरी का कहना है कि सरकार को भूमि कानून में हुए संशोधनों को तत्काल रद्द करना चाहिए. उन्होंने कहा कि अपने सपनों को साकार करने के लिए संघर्ष समिति से जुड़े लोग आज शहीद स्मारक पर आमरण अनशन पर बैठने जा रहे थे। लेकिन शहीद स्मारक के गेट पर ताला जड़ दिया गया है।

भू कानून के समर्थन में सुरेश पयाल दूल्हा बनकर पहुंचा :

वहीं मूल निवास भू कानून समन्वय संघर्ष समिति को अपना समर्थन देने पौड़ी जनपद से पहुंचे रिटायर सैनिक सुरेश पयाल दूल्हे के गेटअप में नजर आए। उन्होंने राज्य में मूल निवास और भू कानून लागू किए जाने की मांग की है।
उन्होंने कहा कि उत्तराखंड की संस्कृति, प्रकृति और परंपराओं का संरक्षण तभी संभव हो पाएगा, जब राज्य में सशक्त भू कानून लागू होगा। पयाल का कहना है कि 50 साल पुराना उत्तराखंड अब नहीं रहा। अगर प्रदेशवासियों को पहले जैसा उत्तराखंड चाहिए, तो सबको मिलकर उत्तराखंड में मजबूत भू कानून लागू किए जाने की मांग उठानी चाहिए।

राज्य की अस्मिता और पहचान बचाने की अपील : मोहित डिमरी

मोहित डिमरी ने कहा कि प्रदेश में मूल निवास और भू कानून की मांग उठा रहे लोगों के अधिकारों का हनन किया जा रहा है. उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार ने भू कानून में इतने बड़े छेद कर दिए हैं कि इस प्रदेश में बड़े-बड़े भू माफिया हावी हो गए हैं. राज्य में कृषि भूमि समाप्त होती जा रही है. यहां के काश्तकार भूमिहीन होते जा रहे हैं, राज्य के मूल निवासियों को नौकरियां और रोजगार नहीं मिल पा रहे हैं, उन्होंने कहा कि यह संघर्ष अपनी अस्मिता और पहचान को बचाने का है l इस संघर्ष में उत्तराखंड के तमाम लोग अपना समर्थन दे रहे हैं l