हरिद्वार ( कुलभूषण) भारतीय जनता पार्टी जिला हरिद्वार के जिला अध्यक्ष संदीप गोयल ने चुनाव संचालन समिति से परामर्श के पश्चात नगर निकाय में भाजपा प्रत्याशी किरण जैसल के संकल्पपत्र को आम जनमानस के सुझावों के आधार पर बनाने का निर्णय लिया है।
उन्होंने कहा कि मेयर प्रत्याशी का संकल्प पत्र आम जनमानस के सुझावों के आधार पर ही बनाया जाएगा।
इसके लिए हमने पूरे नगर निगम क्षेत्र की जनता के सुझावो को एकत्र कर आए हुए सुझावों के आधार पर ही संकल्प पत्र बनाने का निर्णय लिया है।
पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं नगर विधायक मदन कौशिक ने कहा कि हम संकल्प पत्र अथवा घोषणा पत्र में कोई भी ऐसे निर्णय नहीं लेना चाहते हैं जो की जनता पर थोपे जाते हो हमारा दल और प्रत्याशी चाहती है कि आम जनता के सुझावों और आवश्यकताओं के आधार पर ही घोषणा पत्र तैयार हो यह तय करना जनता का ही अधिकार है कि नगर निगम की जनता क्या विकास चाहती है।
निगम चुनाव प्रभारी ज्योति गैरोला ने बताया कि हम 15 जनवरी को शहर के विभिन्न चौराहा जैसे राठी चौक हर की पौड़ी वाल्मीकि चौक शिव मूर्ति चौक शंकराचार्य चौक श्री राम चौक कटरा बाजार पुलजटवाड़ा सब्जी मंडी ज्वालापुर राजा गार्डन जगजीतपुर चौक बाजार कनखल ,पुलिस थाना कनखल आदि प्रमुख चौराहो पर सुझाव पेटिका रखने जा रहे हैं जिसमें आम जनमानस के सुझाव एकत्र कर संकल्प पत्र में समाहित किया जाएगा।
इस अवसर पर विकास तिवारी लव शर्मा धीरेंद्र गुप्ता संजय चोपड़ा ललित सचदेवा विकल राठी मनोज चौहान विनय अग्रवाल भोला शर्मा आशीष चौधरी मृदुल कौशिक ओमी कुमार हर्ष वर्मा वरुण चौहान देवेश वर्मा सुमित लखेड़ा दिनेश कालरा आदि उपस्थित रहे।
नगर निगम क्षेत्र की जनता के सुझावों के आधार पर ही संकल्प पत्र बनाने का निर्णय लिया
नगर के समुचित विकास व युवा पीढ़ी के भविष्य को लेकर जनता करेगी मतदान बालियान
हरिद्वार ( कुलभूषण) होने वाला निकाय चुनाव आने वाले समय में हरिद्वार के व्यापारियो व आत जनता के भविष्य को तय करेगा। इस चुनाव में हरिद्वार की जनता को अपनी भावी पीढी के भविष्य व अपने रोजगार के संसाधनो को ध्यान में रखते हुए कतदान करना होगा। यह विचार युवा कांग्रेस नेता वरूण बालियान ने कंाग्रेस महापौर पद की प्रत्याशी अमरेश देवी के समर्थन में प्रचार करते हुए व्यक्त किये।
उन्होने कहा कि कंाग्रेस पार्टी ने हमेशा से आम आदमी के अधिकारो केे लिए आवाज उठाने का काम किया है। पिछले नगर निगम में कांग्रेस की महापौर ने नगर हीत में कई महत्वपूर्ण निर्णय नगर निगम में हरिद्वार की जनता के लिए किये जिसके चलते हरिद्वार में मेडिकल कालेज के लिए निशुल्क भूमि उपलब्ध कराना प्रमुखता में शामिल है। परन्तु भाजपा शासित प्रदेश सरकार द्वार नगर निगम हरिद्वार के विभिन्न कार्यो में नकरात्मक सहयोग कर हरिद्वार के विकास कार्यो को बाधित करने का काम किया। उन्होने कहा कि आज पूरे शहर में युवा नशे की गिरफत में है। कोरिडोर योेजना के नाम पर व्यापारियो को उजाडने का काम किया जा रहा है।
उन्होने कहा कि यदि किसी भी कीमत पर हरिद्वार की जनता का शोषण नही होने दिया जायेगा। हरिद्वार की जागरूक जनता का आर्शीवाद मिलने पर नगर निगम में कंाग्रेस की महापौर द्वारा हरिद्वार के स्वभिमान व सम्मान की रक्षा करने का काम किया जायेगा। उन्होने कहा की हरिद्वार में नगर विद्यायक व हरिद्वार संसदीय क्षेत्र में भाजपा का सांसद होने के बाद भी हरिद्वार लगातार उपेक्षा का शिकार है। जल निकासी युवाओ में बेरोजगारी कानून व्यवस्था नगर में बढते अपराध शिक्षा के क्षेत्र मे उचित अवसर जैसी विभिन्न समस्याओ से क्षेत्र की जनता परेशान है।
150 अनाथ और जरूरतमंद लड़कियों के बेहतर स्वच्छता सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए बालिका छात्रावास का निर्माण कार्य शुरू
देहरादून राउंड टेबल 51 ने प्रेमनगर में बालिकाओं के भविष्य को बेहतर बनाने के लिए उठाया कदम
देहरादून – देहरादून राउंड टेबल 51 ने बालिका छात्रावास में रहने वाली लड़कियों के जीवन को सशक्त बनाने के लिए एक सराहनीय पहल की है। इस परियोजना के तहत चार शौचालय और चार बाथरूम का निर्माण किया जा रहा है। यह कदम इन 150 अनाथ और जरूरतमंद लड़कियों के लिए बेहतर स्वच्छता सुविधाएं उपलब्ध कराने और उनके जीवन की गुणवत्ता सुधारने के उद्देश्य से उठाया गया है।
इस परियोजना का उद्घाटन प्रेम नगर स्थित बालिका छात्रावास में किया गया, जिसमें अध्यक्ष गौतम तनेजा, उपाध्यक्ष आयुष वासु और ट्रस्टी नमन मारवाह मौजूद रहे। साथ ही इस परियोजना के ठेकेदार वीके कंस्ट्रक्शन के निदेशक विनीत यादव भी उपस्थित थे। यह प्रयास देहरादून राउंड टेबल 51 की समाज के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
देहरादून स्थित बालिका छात्रावास देशभर से आने वाली लड़कियों के लिए एक सुरक्षित आश्रय स्थल है। यह संस्था इन लड़कियों को रहने की सुविधा के साथ-साथ स्थानीय सरकारी स्कूलों में शिक्षा प्राप्त करने का अवसर भी प्रदान करती है। लेकिन सीमित संसाधनों के कारण यहां कई समस्याएं बनी रहती हैं। इस स्थिति को देखते हुए, देहरादून राउंड टेबल 51 ने इन लड़कियों के लिए सम्मान और आरामदायक जीवन सुनिश्चित करने का बीड़ा उठाया।
राउंड टेबल एक सामाजिक संगठन है, जो समाज पर सीधा और सकारात्मक प्रभाव डालने वाले प्रोजेक्ट्स को कार्यान्वित करता है। इसके सदस्य अपने ही सर्कल में फंड जुटाकर, पारदर्शिता और जवाबदेही के साथ परियोजनाओं को पूरा करते हैं। देहरादून राउंड टेबल 51, राउंड टेबल इंडिया का एक गर्वित अध्याय है, जो सेवा और करुणा की विरासत को आगे बढ़ा रहा है।
यह परियोजना केवल इन्फ्रास्ट्रक्चर के निर्माण की बात नहीं है, बल्कि इन लड़कियों के लिए आशा और उज्जवल भविष्य का निर्माण करने की दिशा में एक कदम है। बेहतर स्वच्छता सुविधाओं के साथ, ये लड़कियां अपनी शिक्षा और व्यक्तिगत विकास पर ध्यान केंद्रित कर सकेंगी।
देहरादून राउंड टेबल 51 और वीके कंस्ट्रक्शन मिलकर इन लड़कियों के लिए एक बेहतर कल का निर्माण कर रहे हैं और समाज के अन्य लोगों को भी इस दिशा में योगदान देने के लिए प्रेरित कर रहे हैं।
ईमानदारी, कठिन परिश्रम एवं अच्छा व्यवहार छात्रों के सफलता के है मूल मंत्र
“अकादमिक और इंडस्ट्री स्किल सेट के बीच अंतर” के मुद्दों पर आयोजित हुई चर्चा
देहरादून – जीआरडी आईएमटी कॉलेज देहरादून की अध्यक्ष डॉली ओबेरॉय ने कॉलेज दुनिया द्वारा आयोजित कार्यक्रम “अकादमिक और इंडस्ट्री स्किल सेट के बीच अंतर” में पैनलिस्ट के रूप में भाग लिया। यह कार्यक्रम देहरादून के मसूरी रोड स्थित एक होटल में आयोजित की गई। इस कार्यक्रम में उत्तराखंड के पूर्व डीजीपी अशोक कुमार के साथ-साथ देहरादून के प्रमुख कॉलेजों के कई प्रमुख नीति निर्माताओं की उपस्थिति ने शोभा बढ़ाई, कार्यक्रम में कॉलेज दुनिया के चीफ बिजनेस ऑफिसर संजय मीना भी उपस्थित रहे ।
जीआरडी आईएमटी कॉलेज देहरादून की अध्यक्ष डॉली ओबेरॉय ने अपने संबोधन के दौरान शिक्षा प्रणाली के लिए तकनीकी प्रगति की तीव्र गति से उत्पन्न होने वाली महत्वपूर्ण चुनौती पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि जहाँ तकनीक तेज़ी से विकसित हो रही है, वहीं शिक्षा क्षेत्र इसके साथ तालमेल बिठाने के लिए संघर्ष कर रहा है। उन्होंने कहा वर्तमान में इंडस्ट्री में जिस तेजी से तकनीक और लोगों के कौशल में बदलाव आ रहे हैं उस तेजी से हम शिक्षा व्यवस्था में अभी बदलाव नहीं कर पा रहे हैं, जिसके चलते इंडस्ट्री के हिसाब से भारतीय युवाओं को तैयार होने में संघर्ष का सामना करना पड़ रहा है। मैं अमेरिकन एवं यूरोपियन एजुकेशन सिस्टम को अच्छे से समझती हूं परंतु हमारे भारत में जो स्किल सेट टीचर एवं प्रोफेसर्स में है उसे भी अब समय आ गया है की अपग्रेड किया जाए और उनके स्किल सेट, कैपेसिटी बिल्डिंग और टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल को सहज बनाया जाए। जीआरडी आईएमटी में हमेशा छात्र- छात्राओं को कम्युनिकेशन स्किल्स, एनालिटिकल एवं लॉजिकल थिंकिंग के साथ-साथ कठिन परिश्रम एवं अपने साथ वालों से अच्छा व्यवहार किया जाए कि ऊपर फॉक्स होकर काम करना दिखाया जाता हैं, जिससे छात्र-छात्राओं को उनके शुरुआती करियर में सफलता के साथ-साथ अन्य लोगों से सीखने का सुनहरा अवसर भी प्रदान होता है। डॉली ओबेरॉय ने इन मुद्दे को संबोधित करने के लिए, उद्योग और शिक्षा के मिश्रण को उद्योग की माँगों के लिए भावी पीढ़ियों को तैयार करने की कुंजी के रूप में इंडेमिया शब्द पेश किया।
ओबेरॉय ने शैक्षणिक संस्थानों और उद्योग जगत के लीडर्स के बीच सक्रिय सहयोग की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने उद्योग जगत के पेशेवरों से आग्रह किया कि वे आगे आएं और अपनी अंतर्दृष्टि साझा करें, छात्रों को सलाह दें और हैकथॉन, स्टार्टअप्स एंड एंटरप्रेन्योरशिप और टाइम मैनेजमेंट एंड स्किल यूटिलाइजेशन जैसे पहलों में शामिल हों ताकि उद्यमशीलता की सोच को बढ़ावा मिले। उनके अनुसार, ये प्रयास छात्रों को उद्योग के लिए तैयार होने के लिए सही कौशल से लैस करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
सत्याखाल मोटर मार्ग पर बस दुर्घटनाग्रस्त, 5 की हुई मौत कई घायल
पौड़ी, जनपद के सत्यखाल मोटर मार्ग पर सवारियों से भरी एक बस दुर्घटनाग्रस्त हो गई। इस हादसे में कई यात्री घायल हो गए। जिन्हें पुलिस और स्थानीय लोगों की मदद से जिला अस्पताल पौड़ी में भर्ती कराया जा रहा है।
पुलिस के मुताबिक पौड़ी से देहलचौरी जा रही सवारियों भरी बस UK12PB0177 पौड़ी सत्याखाल मोटर मार्ग पर केंद्रीय विद्यालय के समीप अचानक दुर्घटनाग्रस्त हो गई। बस हादसे में कई यात्री कई घायल हो गए। जबकि हादसे में 5 लोगों की मौत की सूचना मिल रही है। पुलिस और स्थानीय लोगों मदद से घायलों को जिला अस्पताल पौड़ी में भर्ती कराया जा रहा है।
टोयोटा किर्लोस्कर ने की नई कैमरी कार लॉन्च
देहरादून। टोयोटा ने नए वाहन कैमरी लॉन्च की लॉन्चिंग की। जो कि पर्यावरण अनुकूल होने के साथ साथ हाइब्रिड इलेक्ट्रिक है। कंपनी द्वारा कम बजट में ये वाहन लोगों को उपलब्ध करा रहा है। शनिवार को कुआँवला स्थित शोरूम मैं मुख्य अतिथि के रूप में निवर्तमान मेयर सुनील उनियाल गामा नें नई कार कैमरी का उद्घाटन कर शुभकामनाएं दी। सुनील उनियाल गामा ने कहा कि ये कैमरी कार लोगों को खूब पसंद आएगी। टयोंटा के डायरेक्टर डीके सिंह नें कहा की ये कैमरी वाहन लोगों को खूब पसंद आएगी। इस वाहन की विशेषता ये है कि ये वाहन कम बजट मैं लोगों को उपलब्ध हो सकेगी। कहा कि अच्छी माइलेज और हाइब्रिड वाहन जो कि पर्यावरण के अनुकूल को देखते हुए ये कार बनाई गईं है।
ड्रग फ्री उत्तराखंड की ओर तेजी से बढ़ रहा है राज्य : सीएम धामी
-मादक पदार्थों की तस्करी और राष्ट्रीय सुरक्षा’ विषय पर क्षेत्रीय सम्मेलन
देहरादून, प्रदेश के मुखिया पुष्कर सिंह धामी ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में आयोजित मादक पदार्थों की तस्करी और राष्ट्रीय सुरक्षा विषय पर आयोजित क्षेत्रीय सम्मेलन में वर्चुअल प्रतिभाग किया।
मुख्यमंत्री ने उत्तराखंड में मादक पदार्थों की रोकथाम के संबंध में की गई प्रवर्तन कार्रवाई, विशेष अभियानों और लक्ष्यों की जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि 2025 तक ड्रग्स फ्री उत्तराखंड के अपने संकल्प पर हम तेजी से आगे बढ़ रहे हैं तथा 2047 तक विकसित भारत और नशामुक्त भारत बनाने में सहयोग करने के लिए राज्य में अनेक स्तर पर विविध प्रयास किए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि मादक तस्करी और राष्ट्रीय सुरक्षा दोनों विषय आपस में जुड़े हुए हैं। युवा का नशे की ओर जाना न केवल राष्ट्रीय सुरक्षा बल्कि सामाजिक विघटन का भी कारण बन सकता है। इसी को देखते हुए राज्य में संस्थागत, प्रवर्तन और जागरूकता तीनों स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं। मादक पदार्थों की तस्करी और इसके अवैध व्यापार में लगे हुए पेशेवर अपराधियों पर सक्ति से नकेल कसी जा रही है। एंटी नार्कोटिंग टास्क फोर्स के माध्यम से प्रवर्तन की कार्रवाई की जा रही है। एन.डी.पी.एस. (नारकोटिक्स ड्रग्स एंड साइकॉट्रॉपिक पदार्थ, अधिनियम) के अंतर्गत नशे में संलग्न अपराधियों पर कानूनी कार्रवाई की जा रही है। नशे की जद में आए हुए लोगों को मुख्यधारा में वापस लाने के लिए जनपद में पुनर्वास केंद्रों की स्थापना की गई है। नशे के सौदागरों पर कड़ी कार्रवाई करने के लिए कड़े कानूनी प्रावधान किए गए हैं।
नशे के विरुद्ध जन जागरूकता अभियान के अंतर्गत महिला मंगल दलों और युवा मंगल दलों को भी साथ लेते हुए विशेष जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं। दुरुस्त क्षेत्रों तक जन- जागरूकता शिविर लगाए जा रहे हैं। कारागारों और विद्यालयों में काउंसलरों की नियुक्ति की गई है। टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया है।
विगत वर्ष में 2183 जागरूकता रैली, 1050 गोष्ठियां, 75 नुक्कड़ नाटक और 10 मैराथन इत्यादि का आयोजन किया गया। जिसके माध्यम से तीन लाख से अधिक छात्र-छात्राओं और लोगों को सीधे तौर पर जागरूक किया गया। सरकार, विभागों और विभिन्न संस्थाओं के संस्थागत और व्यक्तिगत दोनों तरह के प्रयासों और समन्वय से नशामुक्ति के विरुद्ध वर्तमान समय में भी लगातार प्रयास किए जा रहे हैं।
कैंट क्षेत्र में धस्माना व गोगी ने किया व्यापक जन संपर्क
शहर की बदहाली के लिए भाजपा पूरी तरह जिम्मेदार : सूर्यकांत धस्माना
देहरादून (केएस बिष्ट) कैंट क्षेत्र के वार्ड नंबर ३६ विजय पार्क से कांग्रेस प्रत्याशी गीतांजलि शर्मा,वार्ड ४१ इंदिरापुरम से श्रीमति पायल बहाल व वार्ड नंबर ४० सीमाद्वर से श्री राम कुमार थपलियाल को विजई बनाने के लिए उनके समर्थन में आयोजित नुक्कड़ सभाओं में प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना एवं महानगर कांग्रेस अध्यक्ष डा. जसविंदर सिंह गोगी ने पार्टी प्रत्याशियों को जिताने की अपील करते हुए जनता को विश्वाश दिलाया कि महानगर देहरादून के नगर निगम में कांग्रेस की सरकार बनने पर राजधानी देहरादून का काया कल्प किया जाएगा।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि पिछले पंद्रह सालों से राजधानी देहरादून में भारतीय जनता पार्टी की छोटी सरकार है और राज्य व देश में भी इसी पार्टी की सरकारों हैं किंतु ट्रिपल इंजिन की सरकार होने के बावजूद राजधानी देहरादून को बदहाल किया गया है उसके लिए पूरी तरह से भारतीय जनता पार्टी ही जिम्मेदार है। उन्होंने कहा कि पिछले पांच सालों में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के नाम पर हजारों करोड़ रुपए खर्च किए गए किंतु देहरादून को एक अदद ड्रेनेज प्लान भाजपा नहीं दे पाई, उन्होंने कहा कि स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट पूरा होने के बाद सड़कों की बदहाली के खिलाफ गड्ढों में सड़क और सड़कों में गड्ढे कार्यक्रम कर के राज्य की सरकार को उन्हें जगाना पड़ा और नालियों सड़कों मोहल्लों में कूड़ा निस्तारण का तो यह हाल है कि पूरा शहर वर्ष २०२३ में डेंगू की ऐसी चपेट में आ गया जिससे सैकड़ों लोगों की मौत हो गई और लाखों लोग डेंगू से बीमार पड़ गए। श्री धस्माना ने कहा कि स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में कई सौ करोड़ रुपए का घोटाले की जांच करवाई जाएगी।
श्री धस्माना ने आगामी २३ जनवरी को राजधानी देहरादून में मेयर पद पर व पार्षद पद पर सभी कांग्रेस प्रत्याशियों को विजई बनाने की अपील की।
महानगर कांग्रेस अध्यक्ष डा. जसविंदर सिंह गोगी ने कहा कि आज न केवल निकाय क्षेत्र बल्कि पूरे राज्य की हालात खराब हैं , भाजपा प्रदेश को और प्रदेश की जनता को अपना बंधवा मजदूर मानती है और बिना जनता की सेवा किए बिना जनता के मुद्दों के लिए कोई कार्य किए केवल धार्मिक ध्रुवीकरण लैंड जेहाद लव जिहाद और यूसीसी का राग अलाप कर सत्ता हासिल कर लेती है जिसके दुष्परिणाम आज जनता भुगत रही है। उन्होंने देहरादून में कांग्रेस को जिताने की अपील की।
बैठक में वार्ड ३६ की कांग्रेस प्रत्याशी गीतांजल शर्मा, वार्ड चालीस से राम कुमार थपलियाल व वार्ड इकतालीस से पायल बहल , धर्मेंद्र टीटू, ट्विंकल खन्ना,प्रेम कुकशाल, ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष विक्रांत राठी,अनीता दास, पंडित शैलेन्द्र थपलियाल, बी एल सेठ, श्री सुनील गोयल, सीमा कौर,माया वर्मा, मधु सजवाण, मोनू सैनी, रूपा यादव आदि उपस्थित रहे।
राष्ट्रीय खेलों के दौरान उत्तराखंड आएंग अंतर्राष्ट्रीय हाॅकी खिलाड़ी मीर रंजन नेगी
देहरादून, उत्तराखण्ड़ राष्ट्रीय खेलों की तैयारी चल रही है, बड़े अन्तराष्ट्रीय और राष्ट्रीय खिलाड़ी इस आयोजन में भाग लेने के लिये उत्तराखण्ड़ आ रहे हैं, ‘चक दे इंडिया फेम’ पूर्व अंतर्राष्ट्रीय हाॅकी खिलाड़ी व कोच मीर रंजन नेगी
राष्ट्रीय खेलों के दौरान उत्तराखंड आएंगे, वह प्रदेश में हो रहे राष्ट्रीय खेलों को लेकर उत्साहित हैं। उनका मानना है कि पहाड़ के खिलाड़ियों के सपने राष्ट्रीय खेल से पूरे होंगे। खेल प्रतिभाओं को आगे आने का मौका मिलेगा और खेल का ऐसा माहौल उत्तराखंड में बनेगा, कि पूरी दुनिया देखेगी। नेगी 38 वें राष्ट्रीय खेलों के दौरान उत्तराखंड भी आएंगे। उन्होंने इस आयोजन के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को शुभकामनाएं दीं।
मूलरूप से अल्मोड़ा जिले के निवासी मीर रंजन नेगी लंबे समय से मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में रह रहे हैं। उत्तराखंड से उनका जुड़ा कभी कम नहीं रहा है। यही कारण है कि वह कभी उत्तराखंडी फिल्मों में अभिनय करते नजर आते हैं, तो महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स काॅलेज देहरादून में खिलाड़ियों को टिप्स देते दिखते हैं। बकौल नेगी-राष्ट्रीय खेल के आयोजकों की ओर से उनसे संपर्क किया गया है। राष्ट्रीय खेलों के दौरान वह उत्तराखंड आएंगे। नेगी का कहना है कि अपनी जन्मभूमि में खेलों के इस महाकुंभ के आयोजन से वह बेहद खुश हैं। मीर रंजन नेगी को कुछ महीनों पहले ही मध्य प्रदेश हाॅकी टीम का कोच भी नियुक्त किया गया है। एक बातचीत में नेगी ने कहा-राष्ट्रीय खेलों के बाद उत्तराखंड में खेलों के अनुकूल माहौल बनेगा और सकारात्मक बदलाव को महसूस किया जाएगा। पहाड़ के खिलाड़ी अभी तक सपने देखते थे और सुविधाओं के अभाव में उसे पूरा नहीं कर पाते थे, मगर राष्ट्रीय खेलों से उनके सपने पूरे होंगे।
मकर संक्रांति पर खुलेंगे आदिबद्री मंदिर कपाट
देहरादून, प्रदेश की ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण से लगभग 27 किलोमीटर की दूरी पर स्थित आदिबद्री मंदिर के कपाट 14 जनवरी को मकर सक्रांति के दिन श्रद्धालुओं के लिए खोले जाएंगे। इस दौरान एक सप्ताह तक सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होगा। भगवान आदिबद्री मंदिर के कपाट साल में पौष माह के लिए बंद रहते हैं। बीती 15 दिसंबर को मंदिर के कपाट बंद हुए थे और मकर संक्रांति पर भक्तों के लिए दोबारा खोले जाते हैं। यह स्थल न केवल धार्मिक, बल्कि ऐतिहासिक और सांस्कृतिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण माना जाता है।
दर्शन के लिए बड़ी संख्या में आते हैं श्रद्धालु :
स्थानीय निवासियों का कहना है कि आदिबद्री मंदिर समूह को देखने के लिए श्रद्धालु ग्रीष्मकाल से लेकर शीतकाल तक यहां पहुंचते हैं। इसको लेकर सरकार को आदिबद्री क्षेत्र को पर्यटन के लिहाज से विकसित करने की जरूरत है। वहीं मंदिर समिति के अध्यक्ष जगदीश प्रसाद बहुगुणा ने शासन-प्रशासन से आदिबद्री में पर्यटन को बढ़ाने की मांग की है। आदिबद्री मंदिर भगवान नारायण को समर्पित है, जो भगवान विष्णु के एक अवतार हैं। परिसर के भीतर मुख्य मंदिर में भगवान नारायण की एक पूज्यनीय काले पत्थर की मूर्ति है। आदिबद्री को भगवान विष्णु का सबसे पहला निवास स्थान माना जाता है। बद्रीनाथ से पहले आदिबद्री की ही पूजा की जाती है। जानकारी के अनुसार भगवान विष्णु कलियुग में बद्रीनाथ जाने से पहले सतयुग, त्रेता और द्वापर युगों के दौरान आदिबद्री में निवास करते थे।
बिना आदिबद्री के दर्शन किए पूरी नहीं मानी जाती बद्रीनाथ की यात्रा :
मान्यता के अनुसार बद्रीनाथ धाम के दर्शन करने से पहले आदिबद्री के दर्शन करने जरूरी होते हैं, तभी बद्रीनाथ की यात्रा सफल होती है। माना जाता है कि आदि गुरु शंकराचार्य ने इन मंदिरों के निर्माण का समर्थन किया था, जिसका उद्देश्य पूरे देश में हिंदू धर्म के सिद्धांतों का प्रसार करना था। किसी जमाने में आदिबद्री मंदिर 16 मंदिरों का समूह हुआ करता था, लेकिन अब यहां सिर्फ 14 मंदिर रह गए हैं। बता दे कि आदिबद्री परिसर में भगवान विष्णु के मुख्य मंदिर के समेत 16 मंदिर मौजूद थे। इनमें से दो काफी पहले खंडित हो गए थे। अब 14 बाकी हैं। इन 14 मंदिरों के बारे में बताया जाता है कि भगवान के सभी गण जैसे कि उनकी सवारी के रूप में गरुड़ भगवान, अन्नपूर्णा देवी, कुबेर भगवान, सत्यनारायण, लक्ष्मी नारायण, गणेश भगवान, हनुमान जी, गौरी शंकर, महिषासुर मर्दिनी, शिवालय, जानकी जी, सूर्य भगवान इत्यादि के 14 मंदिर अभी भी आदिबद्री परिसर में मौजूद हैं।