Sunday, June 8, 2025
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भाजपा शासनकाल में आज भी कई वार्ड विकास से कोसों दूर : वीरेन्द्र पोखरियाल

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देहरादून (सौरभ ढ़ौड़ियाल), दून नगर निगम में कांग्रेस के मेयर प्रत्याशी वीरेन्द्र पोखरियाल ने कहा है कि भाजपा शासनकाल में सभी वार्डों में समुचित विकास नहीं हो पाया है और आज भी कई वार्ड विकास से कोसों दूर है।
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि आज भाजपा शासनकाल में महिलायें सुरक्षित नहीं है और आये दिन महिलाओं व युवतियों के साथ दुष्कर्म हो रहे है जिसके भाजपा सरकार पूर्ण रूप से दोषी है।
यहां विभिन्न वार्डों में पदयात्रा करने के बाद कांग्रेस मेयर प्रत्याशी विरेन्द्र पोखरियाल के सघन जनसंपर्क के दौरान आयोजित जन सभाओं को संबोधित करते हुए उन्होंने भाजपा की राज्य सरकार व नगर निगम के निवर्तमान बोर्ड पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि भाजपा की राज्य सरकार लगातार जनता को छलने का काम कर रही है जिसे किसी भी दशा में सहन नहीं किया जायेगा।
उन्होंने कहा कि हाल ही में कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने कोटद्वार में जिस प्रकार से मातृशक्ति का अपमान किया है और मंत्री सुबोध उनियाल ने जल्द ही सार्वजनिक रूप से माफी नहीं मांगी तो उनके खिलाफ मोर्चा खोला जायेगा और मातृशक्ति का अपमान किसी भी दशा में सहन नहीं किया जायेगा।
उन्होंने कहा कि राज्य की जनता अंकिता भंडारी हत्याकांड को नहीं भूली है।
उन्होंने कहा कि इस प्रकरण में भाजपा नेता की संलिप्तता तथा हरिद्वार जनपद के बहादराबाद में भारतीय जनता पार्टी के नेता एवं ओबीसी आयोग के सदस्य द्वारा नाबालिग युवती के साथ किये गये दुष्कर्म एवं हत्या की घटना मानवता को शर्मशार करने वाली तथा देवभूमि के गौरव को कलंकित करने वाली घटनायें हैं। उन्होंने कहा कि महानगर सहित सभी वार्डों में नगर निगम की भूमि पर वृक्षारोपण किया जायेगा और दून को हरा भरा किया जायेगा।
उन्होंने कहा कि पढ़ने वाले छात्र छात्राओं के लिए लाईब्रेरी स्थापित की जायेगी जिससे वह वहां पर अध्ययन कर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर सके। उन्होंने कहा कि सभी वार्डों का व्यापक स्तर पर विकास किया जायेगा।
इस दौरान उन्होंने धामावाला वार्ड से पदयात्रा निकालकर जनसंपर्क अभियान की शुरूआत की और लोगों के बीच पहंुचकर कांग्रेस की आगामी नीतियों को बताया कांग्रेस प्रत्याशियों के पक्ष में मतदान करने की अपील की।
इस मौके पर उन्होंने महानगर के अनेक वार्डों में जन संपर्क किया और स्थानीय लोगों के साथ संवाद, बैठकें एवं पदयात्रा कर जनता से कांग्रेस प्रत्याशियों के पक्ष में मतदान की अपील की भी की और इस अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, कांग्रेस के पूर्व मंत्री शूरवीर सिंह सजवाण सहित कई वरिष्ठ कांग्रेसियों ने संबोधित किया।
इस अवसर पर पूर्व कैबिनेट मिनिस्टर शूरवीर सजवान, हरक सिंह रावत, मंत्री प्रसाद नैथानी, राजेंद्र शाह, महेंद्र गुरुजी, सोनिया आनंद,विनीत प्रसाद भट्ट बंटू, महेश जोशी, महावीर सिंह रावत, सूरत सिंह नेगी, अभिनव थापर, सिद्धार्थ पोखरियाल,राजेंद्र पोखरियाल, सबल सिंह राणा, वीरलाल गैरोला, शिवराज सिंह रावत, कुंवर सिंह पंवार, राकेश पैन्यूली, श्याम लाल, चंद्रबनी जोशी, सुंदर लाल, प्यार सिंह पोखरियाल, प्रताप सिंह पोखरियाल आदि उपस्थित रहे।

ओपीडी पंजीकरण की लाईन से छुटकारा दिला रही “आभा”

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-डिजिटाइलेशन से आसान हुआ एम्स में पर्चा बनवाना

ऋषिकेश, आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के तहत आभा क्यू आर कोड आधारित स्कैन एंड शेयर सुविधा रोगियों के लिए लाभकारी सिद्ध हो रही है। एम्स ऋषिकेश में पिछले दो वर्षों के दौरान 3 लाख 2 हजार से अधिक रोगियों ने इस सुविधा का लाभ उठाया है। इस सुविधा से लोगों को अब अपना ओपीडी पर्चा बनवाने के लिए अब घंटों तक लाईन में खड़ा नहीं होना पड़ता है।
एम्स ऋषिकेश में आयुष्मान भारत हेल्थ एकाउंट (आभा) के क्यूआर कोड आधारित काउंटर सुविधा 26 नवम्बर 2022 में शुरू हुई थी। उत्तराखंड में एम्स ऋषिकेश पहला सरकारी स्वास्थ्य संस्थान है, जहां मरीजों के पंजीकरण के लिए यह डिजिटाइलेशन व्यवस्था सबसे पहले अमल मे लाई गई थी। तब से अब तक एम्स अस्पताल में 3 लाख 2 हजार से अधिक लोग आभा आईडी से जुड़ चुके हैं और उन्होंने अपना ओपीडी पर्चा बनवाने में इस डिजिटल तकनीक आधारित सुविधा का लाभ उठाया है।

यह हैं आभा के फायदे :

एम्स में आभा योजना के नोडल ऑफिसर व अस्पताल के उप चिकित्सा अधीक्षक डॉ. भरत भूषण भारद्वाज ने जानकारी दी कि आभा एप के माध्यम से कोई भी व्यक्ति किसी भी अस्पताल में क्यूआर कोड स्कैन करके अपना पर्चा बनवा सकता है। इसके साथ ही अपने सभी प्रकार के हेल्थ रिकॉर्ड अपने मोबाईल में आभा एप के माध्यम से देख सकता है। उन्होंने बताया कि आभा एबीडीएम योजना पूरी तरह से लागू होने के बाद मरीज को अपने स्वास्थ्य दस्तावेजों को साथ में ले जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। आभा एप के माध्यम से चिकित्सक उनके स्वास्थ्य दस्तावेजों का अवलोकन कर सकेंगे। डॉ. भरत ने बताया कि एबीडीएम योजना के अगले चरण में क्यूआर कोड के माध्यम से बिल पेमेंट करने की सुविधा भी प्रस्ताावित है।

यह है व्यवस्था :

इलाज के लिए आने वाले मरीजों को एम्स के प्रवेश गेट नम्बर- 3 तथा ओपीडी एरिया में प्रदर्शित क्यूआर कोड के माध्यम से मोबाईल से आभा एप डाउनलोड करना होता है।
योजना के समन्वयक कमल जुयाल ने बताया कि एप डाउनलोड करने के बाद मोबाईल कैमरे द्वारा पंजीकरण काउंटर क्षेत्र में प्रदर्शित क्यूआर कोड को स्कैन करने पर उनके मोबाईल एप पर ओपीडी का पंजीकरण नम्बर आता है। इसे टोकन नंबर कहते हैं। टोकन नंबर को दिखाकर ओपीडी खिड़की में मौजूद स्टाफ से अपना पंजीकरण पर्चा बनवाया जा सकता है। इस प्रक्रिया में संस्थान के सेवावीरों की टीम विशेष मदद करती है।

उल्लेखनीय है कि आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के तहत केवल इलाज करवाने वाले रोगियों की आभा आईडी ही नहीं बनाई जाती है, अपितु अस्पताल के हेल्थ प्रोफेशनल चिकित्सकों और नर्सिंग स्टाफ को भी इस योजना से जोड़ा गया है । विभागीय जानकारी के अनुसार अभी तक 2 हजार 279 हेल्थ प्रोफेशनलों का इसमें पंजीकरण किया जा चुका है। इसके अलावा संस्थान द्वारा 3 लाख 65 हजार मरीजों का हेल्थ रेकॉर्ड्स डिजिटल लिंक्ड भी कर दिया गया है।

संस्थान की कार्यकारी निदेशक प्रोफेसर डॉ. मीनू सिंह ने इस उपलब्धि के लिए संस्थान की एबीडीएम (आभा) टीम की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी की दूरगामी सोच व देश के आम गरीब परिवारों के स्वास्थ्य की चिंता के मद्देनजर आयुष्मान भारत योजना तेजी से गतिमान है। इस योजना से उत्तराखंड में अभी तक लाखों लोग लाभान्वित हो चुके हैं। प्रो. मीनू सिंह ने आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन योजना को जन-जन के स्वास्थ्य का आधार बताया।

प्रदेश की महिलाएं पारंपरिक वेशभूषा पहनकर करें खिलाड़ियों का स्वागत : सीएम धामी

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-28 जनवरी को होगा 38वें राष्ट्रीय खेलों का आगाज

-देशभर से करीब 10 हजार से अधिक खिलाड़ी पहुंचेंगे उत्तराखंड

-राष्ट्रीय खेलों को ऐतिहासिक बनाने के लिए हर दिन की जा रही समीक्षा

देहरादून, साल 2025 उत्तराखंड के खिलाड़ियों और खेल प्रेमियों के लिए बेहद खास है। खास इसलिए, क्योंकि 28 जनवरी से यहां 38वें राष्ट्रीय खेलों का आगाज होना है। एक ओर खिलाड़ी अधिक से अधिक पदक जीतने के लिए अभ्यास कर रहे हैं। वहीं, इस आयोजन को पूरी तरह से अच्छा और ऐतिहासिक बनाने के लिए सरकार ने भी कमर कस ली है।
राष्ट्रीय खेलों की तैयारियों को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेश वासियों से अपील करते हुए कहा कि, राष्ट्रीय खेलों के लिए देशभर से करीब 10 हजार से अधिक खिलाड़ी उत्तराखंड आएंगे। ऐसे में उनके स्वागत के लिए हर घर में दीप जलाये जाएं और अपने घर को लड़ियों से रोशन करें।

इतना ही नहीं प्रदेश की महिलाएं पारंपरिक वेशभूषा पहनकर पारंपरिक रूप से स्वागत करें। जिस तरह जी-20 सम्मेलन के दौरान विदेशी मेहमानों का प्रदेश की महिलाओं ने किया था। कहा, राष्ट्रीय खेलों को ऐतिहासिक बनाने के लिए हर दिन इसकी समीक्षा की जा रही है। कहा, प्रदेश के हर व्यक्ति, माता-बहन, बड़े-बुजुर्ग और बच्चे सभी इन राष्ट्रीय खेलों में सम्मिलित हों और किसी न किसी रूप में उनका स्वागत करें।

हर एक खिलाड़ी उत्तराखंड से लेकर जाए अच्छा अनुभव :

सीएम ने कहा, राष्ट्रीय खेलों के लिए उत्तराखंड आने वाला देश का हर एक खिलाड़ी यहां से अच्छा अनुभव लेकर जाए, इसके लिए हमने पूरी तैयारियां कर ली हैं। सरकार के साथ खेल व सभी विभागों के अधिकारी, सभी जिलों के जिलाधिकारी और खेल संघों के पदाधिकारी के साथ जनप्रतिनिधियों को शामिल किया जाएगा।

पूरा साल हमारे लिए है महत्वपूर्ण :

साल 2025 हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है। यह साल हमारे राज्य का रजत जयंती वर्ष है, तो इसकी महत्ता और भी अधिक बढ़ जाती है। रजोत्सव शुरू हो गया है और यह वर्ष हमारे लिए कई उपलब्धियां लेकर आएगा। कहा, उत्तराखंड में अंतरराष्ट्रीय उत्तराखंडी प्रवासी सम्मेलन भी आयोजित किया गया, जो 17 देशों से आए हुए उत्तराखंडी अपनी मातृभूमि से जुड़ रहे हैं और वह निश्चित रूप से राज्य के आर्थिक विकास के लिए अपना योगदान देंगे। इसके अलावा यूनिफॉर्म सिविल कोड (यूसीसी) लागू करने जा रहे हैं, जो हमारे पूरे देश के लिए एक उदाहरण बनेगा।

बदमाशों और पुलिस के बीच हुई मुठभेड़, एक गोली से घायल, दूसरा फरार

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हरिद्वार, बहुचर्चित जैन मंदिर में हुई चोरी प्रकरण में फरार चल रहे बदमाशों की देर रात पुलिस से मुठभेड़ हो गयी। जिसमें 25 हजार का एक ईनामी बदमाश गोली लगने से घायल हो गया। जबकि उसका साथी फरार होने में सफल रहा। हालांकि पुलिस ने जैन मन्दिर में हुई चोरी मामले का बीते दिनों खुलासा करते हुए एक सुनार सहित दो लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। जबकि अन्य बदमाश फरार चल रहे थे। प्राप्त जानकारी के अनुसार देर रात करीब 11ः30 बजे मंगलौर कोतवाली पुलिस लिब्बरहेड़ी गांव के पास वाहन चेकिंग कर रही थी।
इस बीच पुलिस ने बाइक सवार दो लोगों को रोकने की कोशिश की लेकिन वह फरार हो गए। पुलिस ने बाइक सवारों का पीछा किया तो उन्होंने फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी फायरिंग में बाइक सवार एक बदमाश के पैर में गोली लगी और वह बाइक सहित सड़क पर जा गिरा। हालांकि इस दौरान एक बदमाश मौके से फरार होने में सफल रहा। पुलिस ने घायल बदमाश को सिविल अस्पताल में भर्ती कराया। वहीं, एसएसपी प्रमेंद्र डोबाल भी सिविल अस्पताल पहुंचे और घटना की जानकारी ली।
एसएसपी ने बताया कि गोली लगने से घायल हुआ बदमाश और फरार बदमाश दोनों मंगलौर में पिछले दिनों जैन मंदिर में हुई चोरी की घटना में शामिल थे। घायल हुए बदमाश का नाम शेरखान निवासी पुरकाजी, मुजफ्फरनगर उत्तर प्रदेश बताया जा रहा है जिसको मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार बदमाश 25 हजार का इनामी भी है। वहीं फरार हुए बदमाश की भी तलाश की जा रही है।

फूड फेस्टिवल में उठाया पांरपरिक व्यंजनों का स्वाद, ढोल दमाऊं पर झूमे लोग

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-एक महीने तक चले माल्टे के साथ उठाये अपना हाथ अभियान का माल्टा फ़ूड फेस्टिवल के साथ समापन

-वक्ताओं ने पहाड़ी फलों की महत्ता पर दिया जोर रोजागर से अधिकाधिक लोगों को जोड़ने की कही बात

देहरादून(एल मोहन लखेड़ा), पहाड़ के माल्टे को बेहतर कीमत और बाजार दिलाने के लिए धाद संस्था की ओर से चलाए जा रहे माल्टे के साथ उठाये अपना हाथ अभियान माल्टा फूड फेस्टिवल के साथ समापन हो गया।
वक्ताओं ने जहां पहाड़ी फलों की महत्ता पर जोर देते हुए इससे लोगों को रोजागर से अधिकाधिक जोड़ने की बात कही। इस दौरान एक महीने तक लोगों से मिले सुझाव पर भी चर्चा हुई। बच्चों ने पहाड़ी व्यंजन बनाकर अवपनी प्रतिभा को प्रदर्शित किया तो नाटक के माध्यम से उत्तराखड की संस्कृतिक को और मजबूत करने का संदेश दिया। इस दौरान ढोल दमाऊं की धुन पर लोगों ने नृत्य भी किए। साथ पांरपरिक पारंपरिक व्यंजनों की मकरैणी थाली का स्वाद भी लिया।
रविवार को हरिद्वार बाइपास स्थित संस्कृति विभाग के सभागार में आयोजित कार्यक्रम में काफी संख्या में लोगों ने शिरकत की। उद्यान विशेषज्ञ पंडित कुंदन सिंह पंवार ने कहा कि 2008 के बाद बर्फबारी में कमी आने से उन्होंने बर्फ पर निर्भर फसलों को छोड़कर स्टोन फ्रूट्स की खेती शुरू की। बीते 12 वर्षों में कुछ स्टोन फ्रूट्स को हटाया और समय बचाने के लिए डबल-ग्राफ्ट तकनीक अपनाई। जिसके नतीजे एक साल में ही देखने को मिले। उन्होंने ‘लैब टू लर्न’ कार्यक्रम के महत्व को भी बताया। कहा कि पर्यटन के साथ रोजगार बढ़ाने और माल्टा की गुणवत्ता को बताने के लिए चारधाम मार्गों पर बुरांश के रस की तरह माल्टा जूस परोसना चाहिए। फंची सहकारिता समिति लिमिटेड के सचिव किशन सिंह ने माल्टा के प्रचार के लिए मोबाइल वैन जैसी मार्केटिंग रणनीतियों का सुझाव दिया। उन्होंने माल्टा की बढ़ती मांग को पूरा करने में हरेला टीम के प्रयासों की सराहना की। इसके अलावा विक्रम रावत ने हिमाचल प्रदेश के करसोग में किसानों के विकास के कार्यों को बताते हुए कहा उत्तराांखड में भी नवाचार और उद्यमिता पर जोर दिया। कहा कि माल्टा की नई किस्मों के परिचय और बेहतर पैकेजिंग व सीडलिंग रूटस्टॉक्स के माध्यम से व्यावसायिक विकास होना चाहिए। देवेंद्र नेगी ने सतपुली में 54 क्विंटल माल्टा उत्पादन की संभावना पर चर्चा करते हुए उत्पादन बढ़ाने में सहयोग की बात कही।

हिमालयी माल्टा का हो प्रचार, बाजार मूल्य बढ़ाने के लिए मिले जीआइ टैग :

उद्यान विशेषज्ञ डा. राजेंद्र कुकसाल ने कहा कि चार धाम में मार्गों पर फलों की कमी होने पर चिंता जताई। कहा कि उत्तराखंड में पर्यटन आजीविका का एक बड़ा आधार है। ऐसे में हिमालयी माल्टा के प्रचार के लिए विज्ञापन और सामूहिक प्रयास जरूरी है। हम सभ सोचेंगे कि यह कार्य सिर्फ उद्यान विभाग करेगा तो यह आगे नहीं बढ़ सकता। इसलिए सामूहिक रूप से सभी को आगे आना होगा। माल्टा का बाजार मूल्य बढ़ सके इसके लिए जैविक (आर्गेनिक) साबित करने और जीआई टैग दिलाने पर जोर दिया जाना चाहिए।

बागवानी केंद्रित समेकित खेती पद्धति है जरूरी :
हेमवती नंदन बहुगुणा केंद्रीय गढ़वाल विश्वविद्यालय के बागवानी विभाग के सहायक प्रोफेसर डा. तेजपाल बिष्ट ने कहा कि श्रीनगर को शैक्षिक केंद्र के रूप में देखते हुए इसके क्षेत्रीय विकास में योगदान पर चर्चा की। कहा कि हाल ही में हॉर्टिकल्चर इन द हिमालयाज़ नाम से तीन दिवसीय सम्मेलन में किसानों को जोड़ने के लिए प्रदर्शनी और विशेष सत्र हुए। कहा कि उत्तराखंड पहले से ही बागवानी के लिए पहचान बना चुका है। ऐसे में बागवानी केंद्रित समेकित खेती पद्धति जरूरी है। उन्होंने सुझाव देते हुए कहा कि स्वदेशी और नई किस्मों के संरक्षण के लिए श्रीनगर में एक साइट्रस फील्ड जीन बैंक स्थापित किया जाए। मैदानी से पहाड़ी क्षेत्रों में उगाई जाने वाली साइट्रस फसलों की बहुमुखी प्रकृति के बारे में बताते हुए इनके मानव स्वास्थ्य में योगदान पर चर्चा की।

माल्टा की खेती को मुख्यधारा में लाने को करने होंगे प्रयास :

हेमवती नंदन केंद्रीय गढ़वाल विश्वविद्यालय के अर्थशास्त्र विभागाध्यक्ष प्रोफेसर एमसी सती ने उत्तराखंड में माल्टा की खेती को मुख्यधारा में लाने की बात करते हुए पलायन से सामने आ रही चुनौती पर चर्चा की। माल्टा के प्रचार में धाद के प्रयासों की सराहना करते हुए उन्होंने इसके आर्थिक लाभ को 18 करोड़ रुपये से अधिक आंका। कहा कि माल्टा की एकीकृत मॉडल बनाने और इसकी पूरी वैल्यू चेन पर ध्यान केंद्रित करने की जरूरी है। माल्टा के लिए एक ठोस नीति बनाई जानी जाए तभी हम आगे और बेहतर कर सकेंगे।

स्वदेशी माल्टा की किस्मों को पुनर्जीवित और संरक्षित करने पर जोर :

पौड़ी के मरोड़ा के प्रगतिशील किसान पवन बिष्ट ने हिमाचल प्रदेश को एक परिपक्व व्यक्ति और उत्तराखंड को एक किशोर के रूप में तुलना की, जिसमें उत्तराखंड की आत्मविश्वास और रणनीतिक दिशा की कमी को उजागर किया। स्वदेशी माल्टा की किस्मों को पुनर्जीवित और संरक्षित करने पर जोर दिया ताकि यह लंबे समय तक टिक सके। सामाजिक उद्यमी नीलेश नेगी ने खासी मैंडरिन के सफल जीआई टैग का उदाहरण दिया, जिसके बाद अब 20 मीट्रिक टन का निर्यात दुबई में किया जा रहा है। कहा कि जब तक हम अपने अतीत का संरक्षण नहीं करते हम अपना भविष्य सुरक्षित नहीं कर सकते।

शासन को भेजा जाता है मांगपत्र :

वक्ताओं ने कहा कि धाद के अध्याय हरेला गांव की तरफ से पहाड़ के माल्टे के पक्ष में हर साल माल्टा का महीना नाम से पहल की जाती है। जिसमें माल्टे का उत्पादन व बाजार पर चर्चा, शासन को मांगपत्र भेजने के साथ ही उत्पादकों को बाजार दिलाने का प्रयास रहता है। इसके साथ ही फंची सहकारिता के तहत जितना माल्टा मिल रहा है उससे ज्यादा मांग है। लेकिन एक सामाजिक संस्था के रूप में हमारी संसाधनों और पहुंची की एक सीमा है।

स्वामी विवेकानंद जी को युवाओं पर भरोसा था और मुझे विवेकानंद पर : मोदी

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नई दिल्ली (आरएनएस)। स्वामी विवेकांद जयंती पर पूरे देश ने स्वामी विवेकानंद को श्रद्धा के साथ याद किया। इस दौरान एक युवा संवाद कार्यक्रम में बोलते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि स्वामी जी कहते थे कि  उन्हें  युवा पीढ़ी पर भरोसा है, नई पीढ़ी पर भरोसा है। स्वामी जी कहते थे, उनके कार्यकर्ता युवा पीढ़ी से आएंगे… जैसे विवेकानंद जी को युवाओं  पर भरोसा था, उन्हें भी विवेकानंद जी पर भरोसा है। उन्हें उनकी कही हर बात पर भरोसा है। बकौल प्रधानमंत्री मोदी, स्वामी विवेकानंद ने भारत के युवाओं के लिए जो भी सोचा और कहा है, उस पर मुझे पूरी आस्था है।
भारत मंडपम में आयोजित कार्यक्रम में पीएम मोदी ने कहा, ‘अगर हमारे हर निर्णय, कदम और नीति का मार्गदर्शन ‘विकसित भारत’ का विचार करे तो दुनिया की कोई भी ताकत हमें विकसित होने से नहीं रोक सकती। उन्होंने कहा कि आज भारत के युवाओं की ऊर्जा ने भारत मंडपम को जोश से भर दिया है।
प्रधानमंत्री ने कहा, समय के चक्र को देखिए। इसी भारत मंडपम में, जहां आप सब एकत्र हुए हैं, वैश्विक नेता विश्व के भविष्य पर चर्चा कर रहे थे। यह मेरा सौभाग्य है कि मैं आज उसी स्थान पर हूं, जहां देश के युवा भारत के अगले 25 वर्षों का रोडमैप तैयार कर रहे हैं।
अपना संस्मरण सुनाते हुए पीएम मोदी ने कहा, ‘कुछ महीने पहले, मैं अपने निवास पर युवा एथलीटों के एक समूह से मिला, और उनमें से एक ने खड़े होकर कहा, ‘मोदी जी, आप दुनिया के लिए भले ही प्रधानमंत्री हों, लेकिन हमारे लिए प्रधानमंत्री का मतलब ‘परम मित्र’ है। मुझे आप पर बहुत भरोसा है। यह विश्वास ही है जो विकसित भारत युवा नेता संवाद को आगे बढ़ाता है। मेरा विश्वास है कि भारत के युवाओं की ताकत से भारत जल्द ही एक विकसित राष्ट्र बनेगा।
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को भारत मंडपम पहुंचे। यहां उन्होंने ‘विकसित भारत यंग लीडर्स डायलॉग’ में प्रतिभागियों के साथ मुलाकात की। कार्यक्रम बिना किसी राजनीतिक संबंध वाले एक लाख युवाओं को राजनीति में लाने के उनके प्रयासों के तहत आयोजित किया जा रहा है। यह कार्यक्रम स्वामी विवेकानंद की जयंती के मौके पर होने वाले राष्ट्रीय युवा दिवस पर आयोजित किया जा रहा है।
कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी ने युवाओं से 2047 के विकसित भारत के रोड मैप पर उनके विचारों को जानने की कोशिश भी की। भारत मंडपम में आयोजित राष्ट्रीय युवा महोत्सव में प्रधानमंत्री ने युवाओं के साथ महिला सशक्तिकरण, विकसित भारत, डिजिटल भारत, खेलों में श्रेष्ठता जैसे 10 विषयों पर प्रेजेंटेशन भी देखे। कार्यक्रम में देश निर्माण के 10 विषयों पर 2047 में विकसित भारत के लिए उनके विजन को सम्मिलित किया गया। इसे युवाओं की राजनीति की पाठशाला कहा जा सकता है।
सरकार के मुताबिक इस आयोजन का मकसद युवा नेतृत्व का विकास करना है, जो देश के विकास के विजन को प्रमुखता देते हुए राजनीति में आगे बढ़े  इस युवा महोत्सव को युवा के लिए युवाओं द्वारा युवा संकल्प के साथ पेश किया गया है।  यह केवल एक आयोजन नहीं बल्कि अभियान है, युवाओं को सशक्त करने, उनकी नेतृत्व क्षमता व्यावहारिक विचार जो कि विकसित भारत की परिकल्पना के अनुरूप है। युवाओं को महोत्सव में उनकी योग्यता के अनुरूप प्रमाणपत्र दिया जाएगा। इस बार राष्ट्रीय युवा महोत्सव सांस्कृतिक आदान-प्रदान और युवा ऊर्जा का प्रतीक रहा है, देश निर्माण और विकास के विजन में भी सम्मिलित हो रहा है।
भारत मंडपम पहुंचने से पहले पीएम मोदी ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में कहा कि वे विकसित भारत के निर्माण के उद्देश्य से संबंधित विभिन्न विषयों पर चर्चा करेंगे। उन्होंने कहा कि जिन युवाओं से उनकी मुलाकात होगी, उनमें विज्ञान, प्रौद्योगिकी, नवाचार, संस्कृति और अन्य चीजों के प्रति काफी जुनून है। बयान में कहा गया है कि आयोजन का उद्देश्य राष्ट्रीय युवा महोत्सव को पारंपरिक तरीके से आयोजित करने की 25 साल पुरानी परंपरा को तोड़ना है। यह बिना किसी राजनीतिक संबद्धता वाले एक लाख युवाओं को राजनीति में शामिल करने और उन्हें विकसित भारत के विचारों को वास्तविकता के धरातल पर उतारने के संबंध में हैं।
इससे पहले, विकसित भारत युवा नेता संवाद के दूसरे दिन विभिन्न क्षेत्रों की दिग्गज हस्तियों ने भारत मंडपम में जुटे युवाओं को बताया कि टेक्नोलॉजी आज की महती जरूरत है। इसलिए उन्हें इसमें खुद को लगातार अपग्रेड करना होगा। विकसित भारत के रोडमैप पर चर्चा के दौरान युवाओं से भारत को स्टार्टअप राजधानी बनाने का आह्वान भी किया गया।

सड़क कटिंग शर्तों के उल्लंघन मामले पर यूपीसीएल के ठेकेदारों पर एक्शन

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देहरादून(आरएनएस)। सड़क कटिंग शर्तों के उल्लंघन मामले पर यूपीसीएल के ठेकेदारों पर एक्शन हुआ है। डीएम के निर्देश पर तीन थानों में यूपीसीएल के ठेकेदारों पर एक साथ मुकदमे दर्ज हुए हैं। इससे पहले क्यूआरटी टीम को सड़क के निरीक्षण में खामियां मिली थी। जिस पर थाना राजपुर रोड, पटेलनगर और नेहरू कॉलोनी में मुकदमे दर्ज किए गए हैं। शर्तों के मुताबिक, रात 10 बजे से सुबह 5 बजे तक निर्माण कार्य की अनुमति थी, लेकिन दिन में ही काम किया जा रहा था। इसके अलावा बैरिकेडिंग समेत सुरक्षा इंतजामात भी नहीं थे। साथ ही खुदाई के बाद सड़क पर मलबा फैलाया जा रहा था। जिसके चलते आम जनता को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था।
बता दें कि दून शहर की सड़कों पर विद्युत लाइन, सीवर लाइन भूमिगत आदि कार्य के सशर्त अनुमति के बावजूद भी कार्यदायी संस्था और ठेकेदार गंभीरता से काम नहीं कर रहे हैं। निर्माण कार्यों से जुड़े सामग्री खुले में अस्त व्यस्त पड़े रहते हैं। साथ ही गड्ढे खुले रहने से हादसे को न्यौता दे रहे हैं। जिसके चलते डीएम ने क्यूआरटी गठित सड़क पर चल रहे कार्यों को शर्तों के तहत करने के दिशा निर्देश दिए।
शतों के मुताबिक, निर्माण कार्यों के लिए रात 10 बजे से सुबह 5 बजे तक अनुमति थी, लेकिन दिन में ही निर्माण कार्य किया जा रहा था। अनुमति 100-100 मीटर की थी, लेकिन 300- 400 मीटर की सड़क खोदी जा रही थी। साथ ही बैरिकेडिंग और सुरक्षा इंतजाम भी नहीं थे। टीम ने संयुक्त निरीक्षण करने पर पाया कि यूपीसीएल (एडीबी) के ठेकेदार अनुमति की शर्तों का लगातार उल्लंघन करते पाए गए। जहां विद्युत लाइन बिछाने के लिए मार्ग पर कटिंग का कार्य किया जा रहा था।
यूपीसीएल (एडीबी) की ओर से देहरादून शहर की विद्युत लाइनों को अंडर ग्राउंड करने के लिए मार्ग कटिंग कर अपना केबल लाइन डालने का कार्य किया जा रहा है। जिस के लिए उन्हें (निरंजनपुर मंडी चौक से भूसा स्टोर तक) अनुमति प्रदान की गई थी। राजपुर रोड पर लाइनों को भूमिगत करने के लिए मार्ग कटिंग कर केबल बिछाने का कार्य किया जा रहा है। बार-बार अवगत कराए जाने के बाद भी ठेकेदार की ओर से शर्तों का उल्लंघन कर अव्यवस्थित तरीके से कार्य किया जा रहा था।
यूपीसीएल (एडीबी) की ओर से देहरादून शहर की विद्युत लाइनों को अंडर ग्राउंड करने के लिए मार्ग कटिंग कर अपना केबल लाइन डालने का कार्य किया जा रहा है। जिसके लिए उन्हें धर्मपुर-रिस्पना मार्ग और माता मंदिर मार्ग (पेट्रोल पंप से रेलवे फाटक के बीच) सशर्त अनुमति प्रदान की गई थी, लेकिन नियमों और शर्तों का खुलेआम उल्लंघन किया जा रहा था। जिस पर यह कार्रवाई की गई है।
क्यूआरटी टीम के संयुक्त निरीक्षण में पाया गया कि मानकों और शर्तों का पालन नहीं किया जा रहा था। जिस पर सख्त एक्शन लेते हुए अलग-अलग थाने में यूपीसीएल और एडीबी की ओर से काम कर रही अनुबंधित फर्मों पर मुकदमे दर्ज कराए गए हैं। कार्यों को मानकों के तहत करने और कार्यों के दौरान आम जनता की सुविधा एवं सुरक्षा इंतजाम को लेकर चेताने के बाद भी लापरवाही बरती जा रही थी, जिस पर सख्त एक्शन लेते हुए तीन संबंधित थाना राजपुर रोड, पटेलनगर, नेहरू कॉलोनी में मुकदमा दर्ज कराया गया है।
– सविन बंसल, जिलाधिकारी, देहरादून

अंतरराष्ट्रीय प्रवासी उत्तराखंड सम्मेलन विशेष-द्वितीय सत्र

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देहरादून(आरएनएस)। अंतरराष्ट्रीय प्रवासी उत्तराखंड सम्मेलन के द्वितीय सत्र में पर्यटन विशेषज्ञों और प्रवासी उत्तराखंडियों ने कहा कि पर्यटन के क्षेत्र में उत्तराखंड असीमित संभावनाओं से भरा हुआ है। कहा गया कि उत्तराखंड पर्यटन विकास के क्षेत्र में नित नई उपलब्धियों के साथ आगे आ रहा है।
उत्तराखंड सरकार के पर्यटन विभाग के अपर सचिव अभिषेक रोहेला ने दूसरे सत्र में चर्चा करते हुए सरकार की तमाम पर्यटन योजनाओं की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि कोविड-19 की महामारी के बावजूद उत्तराखंड पर्यटन विकास के क्षेत्र में लगातार आगे बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि चार धाम यात्रा में रिकार्ड संख्या में श्रद्धालु उमड़ रहे हैं। सरकार ने इस बार से शीतकालीन  यात्रा भी शुरू की है, जिसके अच्छे परिणाम सामने आ रहे हैं। अपने संबोधन में उन्होंने साहसिक पर्यटन, पर्यटन सर्किट, होम स्टे, उत्तराखंड टूरिस्ट पालिसी का जिक्र किया और सरकार के स्तर पर किए जा रहे कार्यों की जानकारी दी।
ताज ग्रुप के आईएचसीएल के जीएम मनोज मिश्रा ने बताया कि उनके ग्रुप के 17 होटल इस वक्त उत्तराखंड में हैं और बहुत जल्द देहरादून का प्रोजेक्ट लेकर आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि उनका ग्रुप विरासत का सम्मान, सतत विकास के लिए सहभागिता, पर्यावरणीय हितों का ध्यान, स्थानीय निवासियों के लिए रोजगार के अवसर और कौशल विकास जैसे पहलुओं को ध्यान में रखकर काम कर रहा है।
स्टारकैप्स के मेंटर व एकेडमिक हेड अमिताभ पांडेय ने एस्ट्रो टूरिज्म पर बात की। उन्होंने कौसानी में नक्षत्र सभा की स्थापना से जुडे़ अनुभव साझा किए। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में पहुंचना आसान है। वनों की सघनता है। दूरस्थ में अति दर्शनीय स्थान है। ये सारे पहलु एस्टो टूरिज्म को बढ़ावा देने के मजबूत आधार हैं।
राजस एरो स्पोर्ट्स एंड एडवेंचर प्राइवेट लिमिटेड के सीईओ मनीष सैनी ने हेली सेवा के माध्यम से उत्तराखंड को जोड़ने पर विस्तार से बात की। उन्होंने बताया कि हिमालय दर्शन के माध्यम से हेली सेवा देने का अनुभव बहुत अच्छा रहा है। उन्होंने कहा कि हिमालय में कई ऐसी जगह है, जहां तक आप नहीं पहुंच सकते। ऐसी स्थिति में हेली सेवा कारगर साबित हो सकती है। उन्होंने अपनी प्रस्तावित जायरो  एक्सपडीसन का भी जिक्र किया और कहा कि बहुत जल्द इस पर काम शुरू किया जाएगा।
ईको ग्लैंपस कानाताल के फाउंडर व सीईओ संजीव शर्मा ने कहा कि पर्यावरण का ध्यान में रखते हुए ग्लैंपिंग पर्यटन का ऐसा माध्यम है, जिसके कई लाभ है। सीमित संसाधनों से स्थानीय लोगों के रोजगार के बडे़ जरिये इससे बनाए जा सकते हैं। उन्होंने अपनी संस्था के स्तर पर किए जा रहे कार्यों और उसमे महिलाओं की भागीदारी का खास तौर पर जिक्र किया।
जापान से आए प्रवासी उत्तराखंडी भुवन तिवारी ने बताया कि जापान में पर्यटन के क्षेत्र में भारत की 16 कंपनियां काम कर रही हैं, जिसका संचालन करने वाले 50 फीसदी उत्तराखंडी हैं। उन्होंने कहा कि जापान से आने वाले पर्यटक ज्यादातर हरिद्वार व ऋषिकेश ही आते हैं। उन्हें पहाड़ के अन्य स्थानों तक लाने के प्रयास होने चाहिए।
आयुर्वेद विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ एके त्रिपाठी ने कहा कि आयुष व वैलनेस पर देश दुनिया की कितनी रूचि है, इसका पता पिछले दिनों आयोजित वर्ल्ड आयुष कांग्रेस से चल सकता है। इस आयोजन में रिकार्ड रजिस्ट्रेशन हुए हैं। उन्होंने कहा कि वैलनेस का मतलब है कि किन नियमों का पालन करके स्वस्थ रहा जा सकता है। उन्होने कहा कि उत्तराखंड आयुष  राज्य है। यहां पर दुर्लभतम मेडिकल प्लांट मौजूद हैं। इनके बेहतर उपयोग करके देश दुनिया में उत्तराखंड का नाम आगे बढ़ाने के लिए काम हो रहा है। उन्होंने कहा कि ऋषिकेश को वर्ल्ड कैपिटल योगा घोषित किया गया है। यह वर्ल्ड सिटी ऑफ वैलनेस भी है। उन्होंने आयुष व वैलनेस के संबंध में प्रदेश सरकार की तमाम योजनाओं का जिक्र करते हुए उनके बारे में विस्तार से बताया। पर्यटन विभाग की अधिकारी पूनम चंद्र ने आभार प्रकट किया।  इस अवसर पर सचिव पर्यटन  सचिन कुर्वे भी मौजूद थे, इस मौके पर प्रवासी उत्तराखंडियों और मेहमानों का सम्मान किया गया। संचालन आरजे काव्य ने किया। संचालन आरजे काव्य ने किया।

धस्माना ने किया डांडा मंडी में गेंद मेले का शुभारंभ

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उत्तराखंड की संस्कृति के ध्वजवाहक हैं यहां के परंपरागत मेले : सूर्यकांत धस्माना

कोटद्वार, उत्तराखंड के कौथीग और मेले यहां की संस्कृति के ध्वजवाहक हैं, हमारी समृद्धशाली परंपराएं लोक गीत यहां के वाद यंत्र और संस्कृति की झलक आज इन मेलों में देखने को मिलती हैं इसलिए हम सभी का कर्तव्य है कि इन मेलों के आयोजनों को प्रोत्साहित करें।
यह बात रविवार को कोटद्वार के पास डाडामंडी में राजकीय गेंद मेला सांस्कृतिक एवं क्रीड़ा समिति द्वारा आयोजित गेंद मेले में बतौर मुख्य अतिथि जनता को संबोधित करते हुए उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने कही। उन्होंने घोषणा करी कि अगले वर्ष गेंद मेले के आयोजन के एक सौ पचास साल पूरे होने के उपलक्ष्य में मेले में उनकी ओर से हिमालयन अस्पताल जौली ग्रांट के सहयोग से दो दिवसीय वृहद स्वास्थ्य शिविर लगाया जाएगा जिसमें आंखों के मुफ्त ऑपरेशन के लिए पंजीकरण से ले कर महिला, बच्चों , हड्डी कैंसर समेत अनेक विभागों के विशेषज्ञ चिकित्सक आएंगे व मरीजों का मुफ्त परीक्षण किया जाएगा। श्री धस्माना ने कहा कि वे सरकार व पर्यटन व संस्कृति विभाग से मेले को शासकीय सहायता प्रदान करने के लिए वार्ता करेंगे।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए मेला समिति के अध्यक्ष श्री ओम प्रकाश तिवारी ने मुख्य अतिथि सूर्यकांत धस्माना का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि अगले वर्ष भी मेले की १५० वीं वर्षगांठ के अवसर पर भी श्री धस्माना मेले का शुभारंभ मुख्य अतिथि के रूप में करेंगे।
सांस्कृतिक कार्यक्रम में प्रथम स्थान भल गांव,द्वितीय स्थान रिंगवाड गांव व भीलड़ा बड़ा तृतीय स्थान धरथा की सदियों को मुख्य अतिथि सूर्यकांत धस्माना ने पुरस्कार वितरित किए। कार्यक्रम का संचालन सतीश देवरानी ने किया। इस अवसर पर समिति के सचिव श्री किशन लाल, कोषाध्यक्ष श्री हरेंद्र सिंह रावत, सहसचिव श्री मुकेश बर्थवाल, श्री प्रदीप तोमर आदि उपस्थित रहे।

क्षत्रिय चेतना मंच ने हर्षोउल्लास से मनाया नववर्ष एवं मकर संक्रांति का त्यौहार

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देहरादून, रविवार को क्षत्रिय चेतना मंच द्वारा महाराणा प्रताप भवन ननूरखेड़ा में नव वर्ष एवं मकर संक्रांति का त्यौहार हर्षोउल्लास के साथ मनाया।
कार्यक्रम का उदघाटन मंच के केंद्रीय उपाध्यक्ष ठाकुर अशोक वर्धन सिंह तथा संकल्प शिक्षण एवं कल्याण समिति के अध्यक्ष एडवोकेट रवि सिंह नेगी ने महाराणा प्रताप की मूर्ति पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित कर किया। इस अवसर पर सभी को संक्रांति का प्रसाद खिचड़ी तथा गुड़ व तिल से बनी मिठाइयां गजक व रेवड़ियों का वितरण किया गया। इस मौके पर अशोक वर्धन सिंह तथा रवि सिंह नेगी ने मंच की ओर से सभी क्षेत्रवासियों व प्रदेशवासियों को नव वर्ष एवं मकर संक्रांति की शुभकामनाएं दी। कार्यक्रम का संचालन सुरेंद्र सिंह तोमर, महेश रौथन, युवा प्रकोष्ठ महासचिव अंकित रौथन ने किया ।
संकल्प अध्यक्ष व मंच के केंद्रीय महामंत्री ठाकुर रवि सिंह नेगी एडवोकेट ने बताया कि हमारे पुराणों के अनुसार मकर संक्रांति मुख्य रूप से दान का त्यौहार है इस दिन व संपूर्ण माह, सूर्य पूजन के साथ तिल गुड़ व खिचड़ी के दान का बहुत महत्व है।
इस अवसर पर अन्य लोगों के अलावा अशोक वर्धन सिंह, महेश रौथन , बुध सिंह रावत,सुरेंद्र सिंह तोमर, डॉ राजेंद्र सिंह नेगी सुरेंद्र सिंह चौहान संयुक्त नागरिक संगठन के महासचिव सुशील त्यागी, श्रीमती रंजना रावत, श्रीमती अनीता नेगी, श्रीमती अनीता राणावत, श्रीमती पुष्पा छेत्री, श्रीमती मीना मल, श्रीमती रीता रौथन, श्रीमती दिनेश्वरी नेगी, वश्रीमती मधु त्यागी आदि उपस्थित थे ।