देहरादून, सीएम धामी जी की अध्यक्षता में सचिवालय में उत्तराखण्ड में खेल विश्वविद्यालय की स्थापना के सम्बन्ध में बैठक आहूत की गई। बैठक में खेल विभाग से सम्बंधित कई अहम निर्णय लिए गए।खेल मंत्री रेखा आर्या ने जानकारी देते हुए बताया कि बैठक में उत्तराखण्ड में हल्द्वानी में खेल विश्वविद्यालय स्थापित किये जाने की सैद्धान्तिक स्वीकृति प्रदान की गयी । साथ ही खेल विश्वविद्यालय के एक्ट, नियमावली आदि बनाये जाने के सम्बन्ध में निर्णय लिया गया कि स्वर्णिम गुजरात स्पोर्टस यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर की सेवायें विषय विशेषज्ञ के रूप में ली जायें। इसके अतिरिक्त खेल विश्वविद्यालय हल्द्वानी में स्थापित किये जाने की सम्भावनायें तलाशे जाने पर सहमति बनी है,साथ ही यह भी निर्णय लिया गया कि इन्दिरा गांधी स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स को सम्मिलित करते हुये इसके आस-पास भूमि चिह्नित की जाये जिससे कि उक्त कॉम्पलेक्स का उपयोग सुनिश्चित हो सके। कहा कि जल्द ही यह एक्ट के रूप लेते हुए खिलाड़ियो को समर्पित कर दिया जाएगा। खेल मंत्री ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का आभार जताया और कहा कि निश्चित ही खेल विश्वविद्यालय के बनने से हमारे प्रदेश की खेल प्रतिभाएं निखरने के साथ ही उनका शैक्षिक व खेल का स्तर बेहतर होगा और वह राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बेहतर प्रर्दशन करते हुए देश और प्रदेश का नाम रोशन करेंगे।उन्होंने कहा कि हल्द्वानी में करीब 100 एकड़ में यह खेल विश्वविद्यालय बनेगा जिसके लिए जिलाधिकारी को हल्द्वानी स्थित स्टेडियम के आस-पास ही जमीन चिन्हित करने के निर्देश दिए गए हैं।
बैठक में मुख्य सचिव श्री एस. एस. संधू जी, अपर मुख्य सचिव व विशेष प्रमुख सचिव खेल श्री अभिनव कुमार जी एवं अपर सचिव एवं निदेशक खेल श्री जितेंद्र सोनकर जी व अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
फूलदेई पर्व का अंतिम दिवस : औ औ घोघा राजा,,,, औ औ घोघा राजा…का आह्वान
(नरेन्द्र जमलोकी)
आज नव वर्ष प्रतिपदा और नवरात्र के पहले दिन अपने ग्राम देवता के दर्शन करने ग्राम रवि गांव पोस्ट ऑफिस फाटा जिला रुद्रप्रयाग जाना हुआ । संयोगवश घरों की देहरी पर प्रातः कालीन फूल डालने वाले फुलारियों के बाल पर्व फूलदेई पर्व का आज अंतिम दिवस भी था जिसे पूरे क्षेत्र में आठवडा नाम से धूमधाम से मनाया जाता है। दुर्गम क्षेत्र में स्थित ग्राम रवि गांव श्री केदारनाथ त्रियुगीनारायण मंदिर के पुजारियों का गांव है। इस गांव में मनाए जाने वाले फूलदेई पर्व में घोघा राजा की डोली को बच्चे अपने कंधों में रखकर भ्रमण कराते हैं । मंदाकिनी घाटी के अन्य क्षेत्रों में घोघा राजा के स्थान पर घोघा माता की डोली को भ्रमण कराने का चलन है। ग्राम देवता के आंगन में घोघा की डोली की पूजा की जाती है और फिर समूह में सभी बच्चे और बुजुर्ग उनका साथ देते हुए जोर-जोर से घोघा राजा के आने का आह्वान करते हैं कि औ औ घोघा राजा,,,, औ औ घोघा राजा,, और इसके पश्चात घोघा राजा के रूप में एक बच्चा दौड़कर आंगन में प्रस्तुत होता है और नर्तन करता है । मंदिर में मौजूद ब्राह्मण घोघा राजा के स्नान की तैयारी करते हुए उसकी पूजा करते हैं और फिर घोघा राजा दौड़कर एक नियत स्थान पर स्नान करने चले जाता है और फिर वह पीले वस्त्र पहन कर फिर मंदिर के आंगन में पहुंचता है,,सभी उसका इंतजार करते हैं और जब उसको भोग लगाया जाता है उसके बाद सभी फुलारी बच्चे और ग्राम जन मिलकर सामूहिक भोजन कर भगवान का आशीर्वाद लेते हैं । इस अनोखी परंपरा का आज मैं भी गवाह बना और ईश्वर से प्रार्थना भी की कि सभी को समृद्धि दे सुख शांति दे और सारे संसार में भाईचारा बना रहे। केदारनाथ और त्रियुगीनारायण मंदिर के हक हकूकधारी जमलोकी ब्राह्मणों के इस गांव में कई अनूठी परंपराएं हैं इन्हीं में से एक परंपरा को इसी माह की उन्तीस तारीख को बीं माता पर्व के रूप में धूमधाम से मनाया जायेगा । हमारे इस क्षेत्र में बाल पर्व कुछ अलग ही मनाते है |
गांव में अब पिछले वर्ष सड़क भी पहुंच गई है । केदारनाथ यात्रा के लिए 3 हेली सेवाएं भी इस गांव के निकट से संचालित होती हैं जिससे यहां पर पर्यटकों की भी काफी आवाजाही हो गई है । तमाम लोग यहां पर्यटन की अपार संभावना को देखते हैं । धार्मिक पर्यटन के साथ-साथ यहां नैसर्गिक सौंदर्य होने के कारण सैलानियों की संख्या भी हर वर्ष बढ़ती जा रही है । हमारा पैतृक गांव होने के कारण इसी तरह की संभावनाओं को तलाशते हुए मैं भी आज यहां पहुंचा था।
खिलाड़ी लक्ष्य सेन को उत्तराखण्ड खेल रत्न पुरस्कार, संदीप कुमार डुकलान को मिलेगा द्रोणाचार्य पुरस्कार
देहरादून, उत्तराखंड में द्रोणाचार्य और खेल रत्न पुरस्कारों के लिए नामों की सूची जारी कर दी गई है। 24 मार्च को सीएम धामी प्रशिक्षकों और खिलाड़ियों को सम्मानित करेंगे। कार्यक्रम में वर्ष 2019-20, 2020-21 एवं 2021-22 तक के देवभूमि उत्तराखण्ड खेल रत्न पुरस्कार, देवभूमि उत्तराखण्ड द्रोणाचार्य पुरस्कार, लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार एवं वर्ष 2021 एवं 2022 में राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में पदक विजेता खिलाड़ियों एवं उनके प्रशिक्षकों को नकद पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे।
पुरस्कारों के साथ ही वर्ष 2021 एवं 2022 के राष्ट्रीय स्तर के 168 पदक विजेता खिलाड़ियों एवं 42 प्रशिक्षकों को नकद पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। इसके लिए खिलाड़ियों एवं प्रशिक्षकों को 2.08 करोड़ की धनराशि वितरित की जाएगी
देवभूमि उत्तराखण्ड खेल रत्न पुरस्कार
वर्ष 2019-20 के लिए बैडमिंटन खिलाड़ी लक्ष्य सेन
वर्ष 2020-21 के लिए एथलेटिक्स चन्दन सिंह
देवभूमि उत्तराखण्ड द्रोणाचार्य पुरस्कार
वर्ष 2019-20 के लिए बैडमिंटन प्रशिक्षक धीरेन्द्र कुमार सेन
वर्ष 2020-21 के लिए ताईक्वांडो प्रशिक्षक कमलेश कुमार तिवारी
वर्ष 2021-22 के लिए तीरंदाजी प्रशिक्षक संदीप कुमार डुकलान
लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड
वर्ष 2021-22 का लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार सुरेश चन्द्र पांडे को एथलेटिक्स खेल में उल्लेखनीय योगदान के लिए प्रदान किया जाएगा।
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