फिल्ममेकर प्रकाश झा को असिस्ट कर चुके अपूर्वधर बडगैयां की बतौर लेखक और निर्देशक यह पहली फिल्म है। उन्होंने शहरी लड़की के प्रति कस्बों में रहने वाले लड़कों के आकर्षण को दिखाया है। वर्ष 2016 में सोनम गुप्ता बेवफा है प्रकरण सुर्खियों में आया था। किसी सिरफिरे आशिक ने नोट पर लिखा था कि सोनम गुप्ता बेवफा है। उस प्रकरण का इस्तेमाल लेखक ने कहानी में बखूबी किया है। उन्होंने उसे चटपटा न बनाकर लड़के की मनोदशा और एकतरफा प्रेमकहानी को बयां किया है। हालांकि इन हालातों में लड़की और परिवार की मनोदशा का चित्रण भी बेहतर तरीके से हो सकता था।