Sunday, December 22, 2024
HomeTechnologyरिस्पना नदी की सफाई को एक साथ उतरे शहर के कई संगठन,...

रिस्पना नदी की सफाई को एक साथ उतरे शहर के कई संगठन, निकाला 7 सौ किलो प्‍लास्‍टिक कचरा

-कई विद्यालयों के छात्र छात्रायें भी हुई शामिल

-छात्र छात्राओं द्वारा रैली निकालकर किया लोगों को जागरूक

देहरादून(एल मोहन लखेड़ा), स्वचछता को लेकर दून के जागरूक नागरिकों ने स्कूली छात्र छात्राओं को लेकर दून शहर के बीचों बीच निकलती रिस्पना नदी में सफाई अभियान चलाया, रिस्पना नदी जोकि मसूरी तलहटी से निकल कर बिंदाल नदी से जुड़कर राजाजी नेशनल पार्क होती हुई अंततः गंगा नदी में मिलती है । इसका पानी शहर के लोगों के पेयजल की आपूर्ति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसके अतिरिक्त, रिस्पन्ना नदी का साफ़ और स्वच्छ रखना भी पर्यावरण संरक्षण के लिए महत्वपूर्ण है, यह मुहिम नदी के किनारे की सफाई और जागरूकता कार्यक्रम इसकी महत्वपूर्ण पहलों में से एक है। यह नदी अब अपना अस्तित्व खो चुकी है और अब गंदे नाले का रूप लेती जा रही है । इसकी सफाई करने का अभियान विगत 29 फरवरी 2024 से निरंतर चलाया गया है जिसे आज कई संगठनों ने साथ मिलकर आज एक वृहद सफाई आंदोलन के तब्दील किया ।
वेस्ट वॉरियर्स संस्था, ईको ग्रुप सोसायटी, संयुक्त नागरिक संगठन, सिटीज़न्स फॉर ग्रीन दून, नगर निगम और देहरादून के कई जागरूक नागरिकों का दल एकजुट होकर रिस्पना नदी पहुँचा सफाई में जुट गया। स्वच्छता के इस कार्यक्रम में श्री गुरु राम राय विद्यालय नेहरुग्राम, राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस), भारत स्काउट एंड गाइड सेंट एग्नेस इंटर कॉलेज और राजकीय बालिका इंटर कॉलेज के राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) के लगभग 100 छात्र छात्राओं ने भाग लेकर नदी के सफाई में परिश्रम कर अपना बहुमूल्य योगदान किया।

इस अवसर पर मुख्य शिक्षा अधिकारी प्रदीप कुमार रावत जिला स्काउट सचिव अजय शेखर बहुगुणा की उपस्थिति में श्रीमति प्रतिभा पाठक, कुमारी शालिनी रावत ने सेंट एग्नेस इंटर कॉलेज, श्री गुरु राम राय विद्यालय, राजकीय बालिका इंटर कॉलेज के राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) एवं स्काउट एंड गाइड की छात्र छात्राओं को रिस्पना नदी की सफाई अभियान हेतु रवाना किया । स्काउट दल, विद्यालय स्काउट मास्टर मुकेश रावत के साथ नेैशविला रोड होते हुए राजकीय बालिका इंटर कॉलेज राजपुर रोड पहुंचा वहां से रिस्पना नदी पहुंचे और स्वच्छता अभियान शुरू किया, इसके साथ रिस्पना नदी के तट पर बसे लोगों को नदी में कूड़ा ना फेंकने का अनुरोध के साथ रिस्पना नदी की स्वच्छता के लिए जागरूक किया। स्थानीय लोगों ने इस पहल का स्वागत किया और कहा कि छात्र छात्राओं की यह सकारात्मक पहल समाज को पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक करने में मदद करेगा। इस प्रकार की पहल से लोगों में जागरूकता बढ़ेगी और साथ ही नदियों की स्वच्छता में निसंदेह सुधार आएगा।

इस अभियान के दौरान 700 किलो सुखा प्लास्टिक कचरा रिस्पना नदी में से एकत्रित करना बहुत महत्वपूर्ण रहा । यह नदी के प्लास्टिक प्रदूषण को कम करने में मदद करेगा और पर्यावरण को स्वस्थ रखने में सहायक होगा। इस प्रकार के पहलों से कूड़े के प्रति सामाजिक सोच बदलने और पर्यावरण संरक्षण में लोगों की भागीदारी में वृद्धि होती है।

रैली निकाल कर दिया जागरूकता का संदेश :

छात्र छात्राओं द्वारा रैली निकालकर लोगों को जागरूक करने की एक अद्भुत पहल की गई । यह न सिर्फ बच्चों की भागीदारी को बढ़ाता है, बल्कि समाज में जागरूकता भी फैलाता है। बच्चों के माध्यम से संदेश पहुंचाना विशेष रूप से प्रभावी होता है क्योंकि यह लोगों को अधिक विचार करने पर मजबूर करता है। इस प्रकार की पहल से जागरूकता बढ़ती है और लोग पर्यावरण संरक्षण में अधिक सक्रिय होते हैं। इस अवसर पर रिस्पना नदी के संदर्भ में एक दीवार पर चित्रकला का कार्य भी शुरू किया जिसे देहारादून की प्रसिद्ध चित्रकार वन्दिता श्रीवास्तव द्वारा बनाया जा रहा है।

आज के इस सफाई अभियान में नवीन कुमार सडाना, आशीष गर्ग, सुशील कुमार त्यागी, युवराज, अनीश, रुचि, भारत शर्मा, प्रधानाचार्य श्रीमती प्रतिभा पाठक, मेंहदीरत्ता, अनिल कुमार मेहता , ऋषि पाल, आशीष नेगी, मनीष जैन, मनीष दुबे, दिनेश त्यागी, नीना रावत, अभिषेक विश्नोई, अवधेश, कुमारी गंगा इत्यादि ने भाग लिया। छात्र छात्राओं के साथ सीपी डंडरियाल, श्रीमति मीनाक्षी देवली, श्रीमती कविता सिंह का भी सराहनीय योगदान रहा ।

RELATED ARTICLES
- Advertisment -

Most Popular

Recent Comments