नई दिल्ली, राजस्थान के सवाई माधोपुर से रोंगटे खड़े कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां की मानटाउन थाना पुलिस ने मुकदमे में वांछित ‘लुटेरी दुल्हन’ अनुराधा को गिरफ्तार किया है। ये लुटेरी दुल्हन 7 महीनों में 25 शादियां कर चुकी है और हर बार शादी होने के कुछ दिन बाद ही वह फरार हो गई।
अनुराधा फर्जी शादी के लिए लड़कों को फंसाने के लिए नया नाम, नया शहर और नई पहचान चुनती थी। रिपोर्ट के मुताबिक वो एक परफेक्ट दुल्हन और आदर्श बहू का खेल खेलती थी और फिर जेवर व नकदी लेकर भाग जाती थी। हालांकि, उसे फंसाने के लिए सवाई माधोपुर पुलिस ने उल्टा दांव खेला और उसे ही फर्जी शादी के लिए फंसाया और बाद में गिरफ्तार कर लिया। अपने टारगेट को वह यह कहानी सुनाती थी कि वह अकेली है, गरीब है, लाचार है। उसका एक बेरोजगार भाई है। वह शादी करना चाहती है, लेकिन आर्थिक तंगी उसे अपने जीवन की नई शुरुआत करने से रोकती है। हालांकि, यह सब उसका लड़कों को फंसाने का पैंतरा मात्र है। असलियत में वह फर्जी शादी करने वाले गिरोह की सरगना है, जो लोगों का भरोसा हासिल करके पैसा ठगने के लिए जानी जाती है। अनुराधा के गिरोह के सदस्य उनकी तस्वीरें और प्रोफ़ाइल भावी दूल्हों के पास ले जाते हैं, ताकि उनके लिए एक आदर्श मैच की तलाश की जा सके।
रिपोर्ट के अनुसार मैचमेकर, जो मूल रूप से गिरोह का सदस्य है, मैच सेट करने के लिए 2 लाख रुपये लेता है। एक बार सौदा पक्का हो जाने के बाद, मैरेज कंसेंट लेटर तैयार किया जाता है। जोड़े रीति-रिवाजों के अनुसार मंदिर या घर में शादी करते हैं। और फिर शुरू होता है नाटक। अनुराधा दूल्हे और अपने ससुराल वालों के साथ बहुत ही प्यारी और भोली-भाली बन जाती है। उनका विश्वास जीतने के लिए, वह परिवार के हर सदस्य के साथ एक रिश्ता बनाती है। हालांकि, कुछ ही दिनों में, वह अपनी प्लानिंग का आखिरी काम करती है – खाने में नशीला पदार्थ मिलाकर गहने, नकदी और अन्य कीमती सामान लेकर भाग जाना। 20 अप्रैल को, सवाई माधोपुर के रहने वाले विष्णु शर्मा ने मध्य प्रदेश की अनुराधा से शादी की। शादी हिंदू रीति-रिवाजों के अनुसार, दोस्तों और परिवार की मौजूदगी में हुई। शादी दलाल पप्पू मीना के ज़रिए तय की गई थी, जिसके लिए विष्णु ने उसे दो लाख रुपये दिए थे। शादी के दो हफ्ते के भीतर ही अनुराधा 1.25 लाख रुपये के जेवर, 30,000 रुपये नकद और 30,000 रुपये कीमत का मोबाइल फोन लेकर फरार हो गई। विष्णु ने कहा, “मैं ठेला चलाता हूं और कर्ज लेकर शादी की है। मैंने मोबाइल भी उधार लिया था, वो वह भी ले गई। मुझे कभी नहीं लगा कि वह मुझे धोखा देगी।”
विष्णु ने उस रात को याद करते हुए कहा कि मैं देर रात काम से लौटा और रात के खाने के तुरंत बाद सो गया। उन्होंने कहा, “मैं आमतौर पर ज्यादा नहीं सोता, लेकिन उस रात मैं गहरी नींद में सोया, जैसे किसी ने मुझे नींद की गोली दे दी हो।” इस घटना के बाद विष्णु की मां भी सदमे में हैं। पीड़ित परिवार ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। मामले में कार्रवाई करते हुए पुलिस ने उल्टा चाल खेलने की सोची। विष्णु द्वारा शेयर की गई जानकारी के आधार पर सवाई माधोपुर पुलिस ने अनुराधा के लिए जाल बिछाया। एक कांस्टेबल को संभावित दूल्हे के रूप में पेश किया गया। वह एजेंट के पास पहुंचा जिसने कई महिलाओं की तस्वीरें दिखाईं। पुलिस अधिकारी ने बताया, “जांच के बाद सभी दस्तावेज और शादी के समझौते फर्जी पाए गए। हमने अपनी टीम से एक कांस्टेबल को दूल्हे के रूप में तैयार किया और महिला को शादी का झांसा दिया।” अनुराधा इस जाल में फंस गई, जिसके बाद उसे गिरफ्तार भोपाल में गिरफ्तार किया गया(साभार उत्तम हिन्दू न्यूज)।
Recent Comments