Thursday, April 25, 2024
HomeStatesUttarakhandखास खबर : कोटद्वार नगर निगम के खाते से फर्जी हस्ताक्षर कर...

खास खबर : कोटद्वार नगर निगम के खाते से फर्जी हस्ताक्षर कर उड़ाये 23 लाख रुपये

पौड़ी, कोटद्वार नगर निगम की चेक बुक पर जाली हस्ताक्षर कर निगम के खाते से 23 लाख रूपये निकाले जाने का मामला सामने आया है। मिली जानकारी के मुताबिक बैंक ऑफ इंडिया की ओर से नगर निगम को पूर्व में जारी दो चेक बुक में नगर आयुक्त व लेखा अधिकारी के जाली हस्ताक्षर कर धनराशि निकाली गई है। नगर आयुक्त की ओर से दी गई तहरीर के आधार पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी।

नगर निगम कोटद्वार का गठन 3 वर्ष पहले हुआ था, निगम के गठन से पूर्व सभी बैंक खातों का संचालन नगर पालिका कोटद्वार के नाम से होता था, कोटद्वार नगर पालिका ने 1979 में बैंक ऑफ इंडिया की कोटद्वार शाखा में खाता खोला था, 23 अगस्त 2005 को नगर पालिका और 3 फरवरी 2018 को नगर निगम के नाम पर इस खाते से दो चेक बुक जारी की गई थी। नगर निगम प्रशासन की मानें तो इन चेकबुकों के संबंध में निगम के पास कोई जानकारी नहीं थी। दो-तीन दिन पूर्व खातों की जांच के दौरान पता चला कि, इन चेकबुको के जरिए बैंक से करीब 23 लाख की धनराशि निकाली गई है।

सूत्रों की मानें तो यह धनराशि पिछले 2 महीने में निकाली गई है। इस संबंध में जब बैंक से जानकारी ली गई तो निगम प्रशासन के पैरों तले जमीन खिसक गई। चेको में नगर आयुक्त के साथ ही लेखाधिकारी के जाली हस्ताक्षर थे |
नगर निगम की ओर से भुगतान से संबंधित चेक जारी होने से पूर्व कई प्रक्रियाओं से गुजरता है। भुगतान के लिए आने वाले बिल को संबंधित विभाग में पुष्टि के लिए भेजा जाता है। संबंधित विभागीय अधिकारी की आख्या के बाद बिल लेखा विभाग में पहुंचता है। यहां बिल के साथ लगे तमाम दस्तावेजों की जांच की जाती है। इसके बाद लेखा विभाग चेक में भुगतान की जाने वाली राशि अंकित करता है और हस्ताक्षर के लिए चेक को लेखाधिकारी के पास भेजा जाता है। लेखाधिकारी फिर चेक से संबंधित प्रपत्रों की जांचकर हस्ताक्षर करता है व अंत में चेक हस्ताक्षर के लिए नगर आयुक्त के पास पहुंचता है। नगर आयुक्त भी चेक जारी करने से पहले सभी दस्तावेजों की जांच करते हैं।

यह स्पष्ट है कि धनराशि का भुगतान जाली हस्ताक्षर से किया गया है। लेकिन, चेकबुक बाहर कैसे आई, यह बड़ा सवाल है। पुलिस अपनी जांच करेगी, लेकिन निगम स्वयं भी पूरे मामले की जांच करेगा। कहा कि यदि पूरे मामले में किसी भी कर्मी की संलिप्तता पाई गई तो दोषी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

मामले की गंभीरता को देखते हुए नगर आयुक्त पीएल शाह की ओर से कोटद्वार कोतवाली में पूरे मामले से संबंधित तहरीर दी गई। कोतवाल प्रभारी नरेंद्र सिंह बिष्ट ने बताया कि, तहरीर के आधार पर छह संदिग्धों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।

RELATED ARTICLES
- Advertisment -

Most Popular

Recent Comments