Friday, April 26, 2024
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पिथौरागढ़ : मदद की है दरकार…! मुनस्यारी में चट्टान गिरने से पत्थर की चपेट में आई खीला देवी, हल्द्वानी के एक निजी अस्पताल में हैं भर्ती

पिथौरागढ़,
जौलजीबी – मुनस्यारी मोटर मार्ग में सालधार में चट्टान से गिरे पत्थर की चपेट में आकर गंभीर रूप से घायल हुई बी.आर.ओ.मजदूर खीला देवी को आपके मदद की आवश्यक्ता है.आपरेशन तो हो गया है, लेकिन हल्द्धानी के एक निजि अस्पताल को इलाज में हुए खर्च की राशि दो लाख रुपये देने के लिए सक्षम नहीं होने के कारण घर नहीं आ पा रही है. बी.आर.ओ.की इस मामले में लापरवाही भी सामने आई है.
बरम निवासी 35 वर्षीय खीला देवी के पति एक मामले में चार साल से जेल में बंद है. तीन बच्चो के साथ बूढ़े सास व ससुर की जिम्मेदारी भी इसी के कंधो पर है. 20 जुलाय को सड़क में सालधार के निकट काम करते समय ऊपर पहाड़ी से गिरे पत्थर से वह गंभीर रूप से घायल हो गई. खीला के पीठ में चोट लगने से वह ऊठ तक नहीं पा रही है.
खीला को बी.आर.ओ.के मजदूरो से लेकर अफसरो ने एक लाख तीन हजार रुपये जमा कर पिथौरागढ़ जिला अस्पताल में इलाज नहीं होने के कारण हल्द्धानी के विवेकानंद अस्पताल में पहुंचा दिया.
इस अस्पताल में चंदे से जमा धनराशि मे से 75 हजार रुपये अस्पताल में जमा कर दिया गया. शेष रूपये दवा में खर्च हो गया. आपरेशन भी डाक्टरो ने कर दिया. खीला के हाथ में दो लाख रुपये का बिल थमा दिया है, जिससे इस गरीब व गंभीर रूप से घायल होने के कारण लाचार महिला के होश उड़ गए है.
घर में 12 साल का बेटा जगदीश, सात साल की ज्योति,पांच साल की लक्ष्मी मां के लौटने का इंतजार कर रही है. घर में कैसे दो वक्त की रोटी मिल सके, बच्चे इस चिंता में है.
अस्पताल ने बिना रुपये चुकाए घर जाने से. मना कर दिया है. रोज अस्पताल के चार्ज बढ़ते जा रहे है.
बी.आर.ओ.ने अब हाथ खड़े कर दिए है.जब उक्त महिला बी.आर.ओ.में काम कर रही थी तो उसके इलाज की जिम्मेदारी भी बी.आर.ओ.को अपने हाथ में लेनी चाहिए थी, लेकिन बी.आर.ओ.ने आधा इलाज कर छोड़ दिया है.
जिप सदस्य जगत मर्तोलिया ने बताया कि बी.आर.ओ.का यह बीसवा केस है, जब उसने किसी मजदूर को आधा इलाज कर छोड़ दिया है. कहा कि इस महिला के आपदाकाल में आपदा से गंभीर हालत में घायल होने की सूचना तहसील प्रशासन को नहीं दिया गया, जिसकारण यह महिला आपदा से इलाज के लिए मिलने वाले सहायता की पात्र भी नहीं बन सकी.जिप सदस्य ने बताया कि हस्तक्षेप के बाद पुलिस को अब जाकर सूचना दी गई.
मर्तोलिया ने कहा कि सड़क में काम करते समय गंभीर रूप से घायल होने वाले मजदूरो को इसी तरह मझधार में छोड़ने की बी.आर.ओ.की मनोपोली की शिकायत क्षेत्रीय सांसद से की जायेगी.
दस साल से बी.आर.ओ.में मजदूरी कर परिवार का पालन पोषण कर रही खीला के जीवन में आज इसी बी.आर.ओ.ने अंधकार ला दिया है. जिप सदस्य मर्तोलिया ने खीला को इस घड़ी में मदद के लिए सरकार के साथ साथ जनप्रतिनिधियो, सामाजिक व राजनैतिक संगठनो को आगे आने का निवेदन किया है।

सहयोग के लिए खीला देवी का मोबाइल नंबर 7088431985 तथा जिप सदस्य का नं 9411308833 को जारी किया गया है.

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