Sunday, November 17, 2024
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एचईसी कॉलेज में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया गया

हरिद्वार (कुलभूषण) एईसी ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन्स, हरिद्वार में आज अंतरराष्ट्र्ीय योग दिवस के अवसर पर संस्थान के छात्रों एवं शिक्षणगणों ने योग किया। योगा शिक्षिका कीर्ति हंस के द्वारा उपस्थित सभी छात्र/छात्राओं व शिक्षकों को योगासन कराया एवं विभिन्न योग मुद्राओं जैसे मकरासन, वज्रआसन, अनुलोम विलोम, प्राणायाम व सूर्य नमस्कार कराया व उनके माध्यम से शरीर पर होने वाले स्वस्थ प्रभाव के बारे में बताया। संस्थान की राष्ट्र्ीय सेवा योजना इकाई के कार्यक्रम अधिकारी श्री उमराव सिंह ने योग की महत्ता से छात्रों को अवगत कराया एवं प्रतिदिन योग करने का आह्वान किया।
इस अवसर पर संस्थान के चेयरमैन श्री संदीप चौधरी ने सभी को विश्व योग दिवस पर बधाई दी एवं बताया कि योग करने से स्वस्थ शरीर के साथ साथ मानसिक एवं आत्मिक लाभ भी मिलता है, साथ ही यह रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी मजबूत बनाता है।
इस अवसर पर में विभागाध्यक्ष डा0 तृप्ति अग्रवाल, तारा सिंह, ललित जोशी, राहुल शर्मा, इशांत, अजय रावत, शशि जोशी, रमाकान्त पाल आदि स्टॉफ व शिक्षकगण एवं मनन मल्होत्रा, प्रियांशी द्विवेदी, निहारिका, नितिन, अनीशा, कार्तिक, वंश छाबडा आदि छात्र/छात्रायें उपस्थित थे।

 

आयुर्वेद विश्वविद्यालय एवं निरामय योगम रिसर्च फाऊंडेशन के संयुक्त तत्वाधान में कराया गया योगाभ्यास “May be an image of 6 people and people golfing

हरिद्वार (कुलभूषण) “अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर राजभवन में सभी अधिकारियों कर्मचारियों को उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय एवं निरामय योगम रिसर्च फाऊंडेशन के संयुक्त तत्वाधान में कराया गया योगाभ्यास ”
महामहिम राज्यपाल उत्तराखंड लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह के निर्देशन में राजभवन देहरादून में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के उपलक्ष पर राजभवन के सभी अधिकारियों कर्मचारियों को उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय एवं निरामय योगम रिसर्च फाउंडेशन के संयुक्त तत्वाधान में योग थीम 2024 के तहत योगाभ्यास कराया गया। सर्वप्रथम प्रेयर एवं लूजिंग अभ्यास कराया गया । उसके बाद ताड़ासन, वक्रासन , पर्वतासन पादहस्तासन ,त्रिकोणासन ,भद्रासन ,वज्रासन ,उत्थान मंडूकासन ,वक्रासन ,मकरासन भुजंगासन , सेतुबंदासन आसान उत्तानपाद आसन ,पवनमुक्तासन का अभ्यास भी कराया गया। योग आसनों के उपरांत प्राणायाम एवं ध्यान संकल्प सभी प्रतिभागियों द्वारा किया गया। महामहिम राज्यपाल के सचिव रविनाथ रमन ने योग प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए कहा कि अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाने का उद्देश्य तभी सफल होगा जब हम प्रतिदिन अपनी रोजाना की दिनचर्या में योगाभ्यास करने को जीवन की सर्वोच्च प्राथमिकता मानेंगे । रविनाथ रमन ने कहा कि प्रतिदिन हमें व्यायाम के साथ योग क्रियाएं भी करेंगे तो हमारा शरीर स्वस्थ रहेगा और हम अपने दैनिक कार्यों को बिना थकान महसूस करते हुए संपन्न करेंगे ।अपर सचिव राज्यपाल श्रीमती स्वाति भदौरिया ने भी योग प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए कहा कि समय-समय पर राजभवन में योग शिविर आयोजित किए जाएंगे जिससे सभी कार्यरत अधिकारियों एवं कर्मचारियों को योग के प्रति जागरूक किया जाता रहेगा । सचिव राज्यपाल रविनाथ रमन ने उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय के प्रोफेसर विभागाध्यक्ष डॉ नरेश चौधरी एवं निरामय योगम रिसर्च फाऊंडेशन की निदेशक डॉ उर्मिला पांडे का राजभवन में योगाभ्यास करने के लिए आभार प्रकट करते हुए धन्यवाद ज्ञापित किया। योगाभ्यास का प्रदर्शन करने में योग विशेषज्ञ डॉ.उर्मिला पांडे शिवांशी, डॉ पंकज बच्चस ,निहारिका एवं शिवम ने सक्रिय सहभागिता की। कार्यक्रम का संचालन प्रोफेसर( डॉ) नरेश चौधरी द्वारा किया गया।

 

31 यू के वाहिनी हरिद्वार द्वारा चार जिलों में धूमधाम से मनाया गया योग दिवस–May be an image of 13 people, people practicing yoga and text

हरिद्वार (कुलभूषण) 31 यू.के. वाहिनी एन सी सी हरिद्वार द्वारा विश्व योग दिवस बडे ही शानदार ढंग से मनाया गया। 31 यू के वाहिनी के कमान अधिकारी कर्नल विनय मल्होत्रा के द्वारा बताया गया कि हरिद्वार में यह कार्यक्रम चंडी चौक स्थित नमामि गंगे घाट,ऋषिकेश में त्रिवेणी घाट पर तथा अन्य शिक्षण संस्थानों के एसोसिएट एन सी सी अधिकारियों द्वारा अपने कैडेट्स के मध्य बडे ही उत्साहपूर्ण वातावरण में मनाया गया। सभी स्थानों पर यह कार्यक्रम प्रातः 06:00 से 07:30 के मध्य आयोजित किया गया इसमें कुल 2000 से अधिक कैडेट्स शामिल हुए यह कार्यक्रम भारत सरकार के आयुष मंत्रालय द्वारा दिए प्रोटोकोल को ध्यान में रखते हुए सम्पन्न हुआ। हरिद्वार के नमामि गंगे घाट पर योग प्रदर्शन,संचालन पतंजलि योगपीठ से आचार्य विप्रदेव जी द्वारा हुआ।
कार्यक्रम का शुभारंभ यूनिट के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल विनय मल्होत्रा द्वारा विभिन्न विश्वविद्यालय, महाविद्यालय तथा विद्यालय से आए कैडेट्स को शुभकामनाएं देते हुए, योग दिवस का उद्देश्य व महत्व पर प्रकाश डालते हुए किया गया । कार्यक्रम के दौरान सभी कैडेट्स को अनुशासन, एकता ,पारस्परिक सौहार्द, और सामंजस्य की भावना, देश सेवा, करो योग रहो निरोग के लिए भी प्रोत्साहित किया गया।
कार्यक्रम के दौरान कमान अधिकारी कर्नल विनय मल्होत्रा, एडम ऑफिसर कर्नल वीरेंद्र सिंह, एसोसिएट एनसीसी अधिकारी लेफ्टिनेंट पवन कुमार राजौरिया सहित सभी पी आई स्टाफ और सिविल स्टाफ की मौजूदगी रही।

 

योग संस्थान सहित अनेक संस्थाओं के साथ दसवें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का आयोजनMay be an image of 16 people, temple, dais and text

हरिद्वार (कुलभूषण) । जवाहरलाल नेहरू राष्ट्रीय युवा केंद्र के तत्वावधान में आज भारतीय योग संस्थान सहित अनेक संस्थाओं के साथ दसवें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का आयोजन हुआ जिसमें विभिन्न योग क्रियाओं के साथ सूक्ष्म व्यायाम एवं जलवायु परिवर्तन तथा बढ़ती ग्लोबल वार्मिंग से मानवता की रक्षा करने के लिए नए आयामों पर विचार विमर्श हुआ, योग की थीम को महिला सशक्तिकरण का नाम दिया गया।
भगतसिंह चौक स्थित जवाहरलाल नेहरू रास्ट्रीय युवा केंद्र में आज प्रातः 6:00 बजे सभी संस्थाओं ने संयुक्त रूप से मंगल दीप प्रज्वलित कर योग दिवस का शुभारंभ किया, योग दिवस में सम्मिलित सभी संस्थाओं,प्रशिक्षको एवं प्रशिक्षुओं को संबोधित करते हुए जवाहरलाल नेहरू राष्ट्रीय युवा केंद्र के अध्यक्ष पं. पदम प्रकाश शर्मा ने कहा कि योग भारत की प्राचीन धरोहर है जो आत्मा को परमात्मा से जोड़कर व्यक्ति को निरोगी काया प्रदान करता है। प्रदूषण प्रधान युग में योग की महत्व पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि हमारे पूर्वज ऋषि मुनियों द्वारा प्रदत्त योग वह विद्या है जो इंद्रियों में समन्वय स्थापित कर आत्मा को परमात्मा का साक्षात्कार कराती है तथा शरीर को स्वस्थ रहने का संबल प्रदान करता है। बढ़ती ग्लोबल वार्मिंग पर चिंता व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि व्यक्ति को स्वस्थ रहने के प्रयास स्वयं करने होंगे इसके लिए नेहरू युवा केंद्र में नियमित योग अभ्यास की व्यवस्था की जा रही है। भारतीय योग संस्थान की स्थानीय इकाई द्वारा विभिन्न योग मुद्राओं का अभ्यास के साथ ही योग की मानव जीवन में महत्ता पर विस्तार पूर्वक प्रकाश डाला गया । संस्था द्वारा अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस को महिला सशक्तिकरण की थीम के रूप में मनाते हुए हरिद्वार की बेटी अनुभूति गोयल जिन्होंने उत्तराखंड न्यायिक सेवा सिविल जज की परीक्षा प्रथम प्रयास में सातवीं रैंक में उत्तीर्ण की , को स्मृति चिन्ह देकर संमानित किया गया तथा ट्रैफिक पुलिस की श्रीमती कल्पना गहलोत एवं कांस्टेबल उदय नेगी को भी उनके उत्कृष्ट कार्य के लिए सम्मानित किया गया। संस्था द्वारा अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के उपलक्ष में यह योग शिविर 16 जून से 21 जून तक आयोजित किया गया। संस्था के उपाध्यक्ष एस एस जायसवाल, कार्यवाहक अध्यक्ष ओ.पी. चौहान तथा सचिव सुखबीर सिंह ने सभी का आभार व्यक्त किया । इस अवसर पर श्रीमती अंजू द्विवेदी, हिमांशु द्विवेदी, विभोर चौधरी, सुखदेव राज सिराना, जयप्रकाश सिंगले, श्रीमती प्रवीण अरोड़ा, कमलप्रीत कौर, शिवानी कौशिक, चांदनी प्रधान, नैना गुलशन, अनुष्का तिवारी, निशा ,वर्षा ,शिवम आहूजा, मोनिका राय, आशीष धारीवाल ,सुरेश भट्ट तथा हरीश तनेजा सहित लगभग 600 प्रतिभागियों ने योगाभ्यास कर स्वास्थ्य लाभ अर्जित किया।

अध्यक्षीय उद्बोधन में प्रोफेसर त्रिपाठी ने सभी को 10 वां अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की बधाई एवं शुभकामनाएं दी।May be an image of 14 people, people performing martial arts, people practicing yoga, temple, tree and text

हर्रावाला । आज उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय मुख्य परिसर में 10 वां अंतर्राष्ट्रीय योग महोत्सव मनाया गया। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर अरुण कुमार त्रिपाठी जी ने की अध्यक्षता में आयोजित इस कार्यक्रम में प्रोफेसर राधावल्लभ सती, परिसर निदेशक-मुख्य परिसर तथा प्रोफेसर अनूप गक्खड, कुलसचिव, उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय की उपस्थिति रही। आज प्रातः सत्र में आयोजित कार्यक्रम में प्रोफेसर विनीत अग्निहोत्री जी(प्रोफेसर एवं पूर्व विभागाध्यक्ष, स्वस्थवृत विभाग) के द्वारा आयुष मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा विकसित किए गए योग प्रोटोकॉल योगाभ्यास कराया गया एवं उनके चिकित्सा एवं यौगिक लाभों के बारे में विस्तृत व्याख्यान दिया गया। कार्यक्रम के अध्यक्षीय उद्बोधन में प्रोफेसर त्रिपाठी ने सभी को 10 वां अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की बधाई एवं शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि जब आज के दिन सारे विश्व में एक साथ सभी लोग योगाभ्यास करते हैं तो निश्चित रूप से भारत का गौरव संपूर्ण विश्व में स्थापित होता है। हमारे यशस्वी प्रधानमंत्री जी श्री नरेंद्र मोदी जी मार्गदर्शन में आयुष मंत्रालय द्वारा संपूर्ण विश्व में योग का व्यापक प्रचार प्रसार हुआ है। उत्तराखंड राज्य सरकार भी माननीय मुख्यमंत्री जी श्री पुष्कर सिंह धामी जी के मार्गदर्शन में आयुष मंत्रालय उत्तराखंड सरकार , एवं उत्तराखंड विश्वविद्यालय द्वारा व्यापक स्तर पर उत्तराखंड स्टेट को योगभूमि के रूप में स्थापित किए जाने के लिए प्रयास किया जा रहे हैं। उन्होंने वर्तमान समय में योग की आवश्यकता योग का अर्थ तथा योग के द्वारा शारीरिक मानसिक एवं सामाजिक तथा आर्थिक उन्नयन के महत्व को बताया। उन्होंने कहा कि योग का अर्थ मन को आत्मा से जोड़ना है, योग ही हमें प्रकृति से जोड़ना सिखाता है। योग के निरंतर अभ्यास से हम अपनी कार्य क्षमता को भी बढ़ा सकते हैं। अष्टांग आयुर्वेद जहां शरीर को निरोगी रखता है , वहीं महर्षि पतंजलि प्रणीत अष्टांग योग के यम नियम, आसन बहिरंग योग तथा अंतरंग योग- प्रत्याहार, प्राणायाम धारणा ध्यान समाधि आदि का अपने जीवन सतत योगाभ्यास करना चाहिए। अष्टांग योग के द्वारा चित्त की वृत्तियो को नियंत्रित किया जा सकता है। उन्होंने बताया इस वर्ष योग महोत्सव की थीम ” स्वयं एवं समाज के लिए योग करें” क्योंकि योगाभ्यास के द्वारा ही सात्विकता का उदय होता है तामसिक भावनाओं की समाप्ति होती है तथा योग के अभ्यास से सारी दुनिया हमें अपनी सी महसूस होती है। जो कि वासुदेव कुटुंबकम की भावना को हमारे अंतःकरण में स्थापित करती है। योग समाज एवं परिवार को भी आपस में जोड़ने में मदद करता है। योग हमें तनाव अवसर एवं एंजायटी आदि मानसिक समस्याओं से निजात दिलाता है ‌ हमें शारीरिक एवं मानसिक रूप से फिट रहने के लिए प्रतिदिन कम से कम 45 मिनट का योगाभ्यास करना चाहिए।प्रोफेसर राधा वल्लभ सती ने कहां योग एवं आयुर्वेद हमारे प्राचीन भारत की बौद्धिक एवं आध्यात्मिक संपदा है । हमारी देवभूमि उत्तराखंड योग और आयुर्वेद की भूमि है। सभी उपस्थित प्रतिभागियों से योग के प्रचार प्रसार करने का आवाहन किया। प्रोफेसर अनूप गक्खड ने सभी प्रतिभागियों को योग महोत्सव की शुभकामनाएं दी तथा योग के प्रचार प्रसार एवं अभ्यास की आवश्यकता के बारे में अपने विचार व्यक्त किया। डॉ राजीव कुरेले ने योग का वर्तमान परिपेक्ष में महत्व तथा योग के आउटकम तथा योग के मानसिक एवं चिकित्सकीय एवं आध्यात्मिक लाभो पर विचार व्यक्त किये। इस कार्यक्रम में संजीव पांडे उपकुल सचिव, मुख्य परिसर शिक्षक डॉ नंदकिशोर दाधीचि, डॉ जया काला, डॉ अमित तमादड्डी, डॉ सुनील पांडे, डा0 इला तन्ना, डा0अंजना टांक, डा0 वर्षा, डा0 प्रवोध एरावर, डा0अनुराग वत्स, चंद्रमोहन पैन्यूली, विवेक जोशी, अनूप डिमरी, विवेक तिवारी, डॉक्टर डी0के0सेमवाल, डा0आशुतोष चौहान आदि , चिकित्सक, इंटर्न एवं प्रशासनिक कार्यालय के विभिन्न अधिकारी कर्मचारी आदि की सक्रिय प्रतिभागिता रही ।

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