नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। डाक विभाग ने अपनी RD मेच्योरिटी भुगतान की प्रक्रिया में बदलाव किया है। इंडियन पोस्ट ने जानकारी देते हुए यह बताया है कि, उसे आरडी या आवर्ती जमा खाताधारकों से सॉफ्टवेयर प्लेटफॉर्म में मेच्योर आरडी खातों पर बकाया आरडी लोन और ब्याज राशि जमा करने की आवश्यकता के बारे में कई आवेदन प्राप्त हो रहे हैं। मामले की जांच के बाद डाक विभाग ने जरूरी संशोधन किया है।
इसके बाद, वह डाकघर जो कोर बैंकिंग समाधान या सीबीएस सक्षम हैं, मेच्योर आरडी खाते से बकाया आरडी लोन और ब्याज राशि काट लेंगे। कटौती की गई राशि आरडी मेच्योरिटी भुगतान के समय कार्यालय खाते के जरिए से समायोजित की जाएगी। दूसरे शब्दों में, मेच्योरिटी वैल्यू के भुगतान के समय खाताधारकों से बकाया आरडी लोन या मेच्योर आरडी खातों का ब्याज नहीं लिया जाएगा।
अगर मेच्योरिटी तक लोन का भुगतान नहीं किया जाता है, तो लोन और ब्याज आरडी खाते के मेच्योरिटी की रकम से काट लिया जाएगा। डाकघर आरडी खाता खोलने की तारीख से 5 साल या 60 मासिक जमा में मेच्योर होते हैं। संबंधित डाकघर में आवेदन देकर खाते को आगे 5 साल के लिए बढ़ाया भी जा सकता है। हालांकि इस दौरान लागू ब्याज दर वह ब्याज दर होगी जिस पर मूल रूप से खाता खोला गया था।
पोस्ट ऑफिस आरडी अकाउंट मैच्योरिटी की तारीख से 5 साल तक बिना डिपॉजिट के भी रखा जा सकता है। आरडी खातों पर 12 किस्त जमा करने और 1 साल तक खाते को चालू रखने के बाद लोन लिया जा सकता है। जमाकर्ता खाते में जमा शेष राशि के 50 फीसद तक लोन उठा सकता है। लोन को एकमुश्त या समान मासिक किश्तों में चुकाया जा सकता है। लोन पर ब्याज 2 फीसद की दर से या आरडी खाते पर लागू आरडी ब्याज दर के रूप में लागू होगा।
पोस्ट ऑफिस RD स्कीम के बारे में
डाकघर लोगों को RD स्कीम में निवेश करने की सुविधा देता है। डाकखाने की RD योजना के तहत आप मात्र 100 रुपये प्रति महीने के हिसाब से निवेश शुरू कर सकते हैं। भारतीय डाक की वेबसाइट के अनुसार, वर्तमान समय में पोस्ट ऑफिस आरडी (Post Office RD) पर 5.8 फीसद सालाना ब्याज का लाभ हासिल होता है। आरडी से प्राप्त ब्याज पर टैक्स भी देना होता है।
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