पर्यटन सचिव दो दिवसीय चमोली भ्रमण पर, अधिकारियों को दिये निर्देश
चमोली, सचिव पर्यटन दिलीप जावलकर ने अपने दो दिवसीय चमोली भ्रमण के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देशन में किए जा रहे बद्रीनाथ धाम पुनर्निर्माण परियोजना के अंतर्गत प्रथम चरण के कार्यों को मूर्त रूप देने के लिए स्थानीय अधिकारियों के साथ कतिपय बैठक की और विभिन्न स्थानों पर स्थलीय निरीक्षण किया। उन्होंने विभिन्न विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिए कि स्थानीय हितधारकों को विश्वास में लेते हुए ही विकास कार्यों एवं परियोजनाओं का क्रियान्वयन करना सुनिश्चित किया जाए।इसके अतिरिक्त उन्होंने आगामी चार धाम यात्रा के संबंध में भी जनपदीय अधिकारियों की बैठक ली।
ज्ञातव्य है कि बद्रीनाथ पुनर्निर्माण योजना के प्रथम चरण में भूमि सीमांकन, घाट निर्माण, अराइवल प्लाजा निर्माण, पाथवे निर्माण, लूप निर्माण, हेलीपैड निर्माण आदि कार्य किए जाने प्रस्तावित हैं। सचिव पर्यटन ने कहा कि महा निर्माण योजना के अंतर्गत किए जाने वाले विकास कार्यों में स्थानीय लोगों के हितों को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाएगी। उन्होंने कहा कि इस योजना के अंतर्गत बद्रीनाथ धाम को एक स्मार्ट स्प्रिचुअल हिल टाउन के रूप में विकसित किया जाना है जिसके अंतर्गत नए अवस्थापनाओ का निर्माण तथा विभिन्न प्रकार की यात्री सुविधाओं का विकास किया जाएगा जिससे स्थानीय लोगों के लिए अच्छी आमदनी वाले रोजगार का सृजन होगा।
पर्यटन सचिव ने बताया कि राजस्व विभाग ने बद्रीनाथ में भूमि सर्वेक्षण का कार्य पूरा कर लिया है। उन्होंने भूमि हंस्तातरण के प्रस्ताव एवं भूमि से जुड़ी छोटी बडी सभी समस्याओं का भी समय से निदान करने को कहा। उन्होंने राजस्व विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि परियोजना के अंतर्गत प्रभावित होने वाले हित धारकों से वार्ता कर उन्हें विश्वास में लेते हुए स्पष्ट प्रस्ताव शासन को भेजना सुनिश्चित करें।
सचिव पर्यटन ने कहा कि मास्टर प्लान के अंतर्गत कार्य करने के लिए आवश्यक है कि सभी विभाग मिलजुलकर और परस्पर समन्वय बनाते हुए कार्य करें उन्होंने बीआरओ तथा सिंचाई विभाग के के अधिकारियों को निर्देश दिए कि सड़क निर्माण तथा घाट सुधारी करण के जो भी कार्य चल रहे हैं उन्हें मास्टर प्लान के डिजाइन के अनुरूप संशोधित कर क्रियान्वित किया जाए।
उन्होंने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे ससमय भूमि निरीक्षण की रिपोर्ट प्रस्तुत करें जिससे कि मास्टर प्लान के अंतर्गत किए जाने वाले कार्यों को ससमय पूर्ण किया जा सके। सचिव पर्यटन के साथ इस भ्रमण के दौरान बद्रीनाथ मह निर्माण परियोजना की परामर्श दात्री संस्था आइ.एन.आई. डिजाइन के प्रतिनिधि भी मौजूद रहे। सचिव पर्यटन ने उन्हें निर्देश दिए कि वे बिजली विभाग, जल निगम, जल संस्थान, लोक निर्माण विभाग तथा अन्य संबंधित विभागों के साथ समन्वय स्थापित करते हुए महा निर्माण योजना के अंतर्गत सीवर, बिजली, पानी आदि मूलभूत सुविधाओं की व्यवस्था के संबंध में अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करें। इसके साथ ही संस्था को निर्देश दिए गए कि वह प्रोजेक्ट की डीपीआर तत्काल प्रस्तुत करना सुनिश्चित करे।
श्री जावलकर ने कहा कि उडान योजना के तहत गौचर से जोशीमठ तक कनेक्टिविटी स्वीकृत की गई है जिसके लिए जोशीमठ में हैलीपैड जरूरी है। साथ ही ब्रदीनाथ में हैलीपैड बनने के बाद यात्रा सीजन के दौरान उडान योजना का विस्तारीकरण बद्रीनाथ तक किया जाएगा। इस दौरान उन्होंने विभागों से चर्चा करते हुए उनकी समस्याएं भी सुनी। उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देशित किया कि वह बद्रीनाथ में बनाए जा रहे डॉक्टर ट्रांजिट हॉस्टल की डीपीआर का पुनरावलोकन करें तथा वास्तविक आवश्यकता का आकलन करते हुए निर्माण कार्य करवाना सुनिश्चित करें।
सचिव पर्यटन ने जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ बद्रीनाथ यात्रा व्यवस्थाओं की समीक्षा भी की। उन्होंने तीर्थ यात्रियों एवं पर्यटकों की सुविधा के अनुसार यात्रा शुरू होने से पूर्व सभी व्यवस्थाओं को पूरा करने पर जोर दिया। एनएचआईडीसीएल तथा बीआरओ को समय से सड़क निर्माण कार्य पूरा करने तथा यात्रा मार्ग पर सभी प्रमुख स्थानों पर साइनेज लगाने के निर्देश दिए। कोविड के दृष्टिगत स्वास्थ्य विभाग को पर्याप्त उपकरण रखने और नगर निकायों को स्वच्छता पर विशेष फोकस करने को कहा।
इस दौरान जिलाधिकारी स्वाति भदोरिया ,पुलिस अधीक्षक यशवंत सिंह चैहान, मुख्य विकास अधिकारी हंसादत्त पांडे, अपर जिलाधिकारी अनिल कुमार चन्याल, एसई लोनिवि मुकेश परमार, सीएमओ डा0 जीएस राणा, जिला पर्यटन विकास अधिकारी बृजेंद्र पांडे सहित एनएच, लोनिवि, बीआरओ, जल निगम, जल संस्थान, विद्युत, नगर पालिका आदि विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।
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