देहरादून, इंटरनेशनल काउंसिल फॉर सर्कुलर इकोनॉमी के सहयोग से उत्तराखण्ड राज्य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद, विज्ञान धाम, झाजरा में उत्तराखंड@25 के तहत ‘हिमालयन सर्कुलर इकोनॉमी फोरम’ का आयोजन किया गया। इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य वृद्धि और विकास की मौजूदा गैर-पारिस्थितिक प्रणालियों का आंकलन करना है। वर्तमान परिवेश में जनसंख्या वृद्धि, असंतुलित जीवन शैली और विकास की गति के बीच संतुलन हेतु इस तरह के आयोजन जागरूकता का काम करते हैं।
शालिनी गोयल भल्ला (आईसीसीई) ने हिमालयी राज्यों के लिए परिपत्र अर्थव्यवस्था के महत्व से सबको अवगत कराया। उन्होंने कहा कि हिमालयन सर्कुलर इकोनॉमी फोरम एक स्थायी भविष्य के लिए पर्यावरणीय, सामाजिक और आर्थिक लागत और लाभों को संरेखित करने का उचित मंच है।
प्रोफेसर दुर्गेश पंत, महानिदेशक, यूकॉस्ट ने सभी अतिथियों और प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग की गतिविधियों से सबको अवगत कराया। उन्होंने आयोजन के मुख्य अतिथि पदम भूषण डॉ0 अनिल प्रकाश जोशी, संस्थापक, हेस्को के “प्रगति से प्रकृति“ की ज्वलंत अवधारणा की प्रशंसा भी की।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पदम भूषण डॉ0 अनिल प्रकाश जोशी ने “पारिस्थितिकी समावेशी अर्थव्यवस्था“ की आवश्यकता और महत्त्व पर अपने विचार साझा किये। उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था तभी सफल होगी जब यह आर्थिक वृद्धि और विकास के प्रत्येक चरण पर क्षेत्र, संसाधन-विशिष्ट के लाभ सहित संरक्षण सम्मिलित हों। उन्होनें प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण पर जोर दिया एवं देश की विकसित अर्थव्यवस्था हेतु गांवो को मजबूत बनाने को महत्वपूर्ण बताया।
डॉ0 मनोज पंत (ए0सी0ई0ओ0, सेंटर फॉर पब्लिक पॉलिसी एंड गुड गवर्नेंस, उत्तराखंड) ने उत्तराखंड की अर्थव्यवस्था के आकार और विकास दर से सबको अवगत कराया। उन्होंने अर्थव्यवस्था के विभिन्न घटकों की व्याख्या की और एस0डी0जी0 के माध्यम से अर्थव्यवस्था के विकास के बारे में विचार व्यक्त किये।
इस अवसर पर उत्तराखंड के माननीय मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने वीडियो संदेश के माध्यम से सभी को कार्यक्रम के आयोजन की शुभकामनाये प्रेषित कि और विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के माध्यम से राज्य के विकास की परिकल्पना पर अपने विचार साझा किये।
इस कार्यक्रम में विभिन्न विषयों प्लास्टिक, बिल्डिंग फाउंडेशन और जीईपी पैनल के अंतर्गत भी व्याख्यान और पैनल चर्चा आयोजित किये गए। सत्र में विभिन्न विभागों के पदाधिकारी, शोधकर्ता, वैज्ञानिक और छात्र छात्राओं ने प्रतिभाग किया। कार्यक्रम में अनुपम त्रिवेदी, प्रो0 आर0सी0 मिश्रा, प्रबन्धन अध्ययन और वाणिज्य स्कूल, उत्तराखण्ड मुक्त विश्वविद्यालय, हल्द्वानी, कार्तिक उपाध्याय, उद्योग प्रतिनिधि, डा0 रीमा पंत, शिक्षाविद्, अनूप नौटियाल, डा0 संपत सिंह भाटी, रीवा प्रकाश, सुधाशूं जोशी, अभिनव सिंह, मनू शर्मा, डा0 परीवा डोबरियाल, प्रदीप मेहता, कीर्तीराज के0 गायकवाड़, सोमिता भट्टाचार्य, कामना स्वामी, नितिन अग्रवाल आदि उपस्थित थे।
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