पिथौरागढ़, जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया ने सेना को बैलेट पेपर से मतदान करने की व्यवस्था में सुधार लाने की मांग की। भारत निर्वाचन आयोग के मुख्य आयुक्त को पत्र भेजकर इस व्यवस्था में बदलाव करते हुए सेना को तैनाती स्थल के संसदीय क्षेत्र में मतदान का अधिकार दिया जाना चाहिए।
मर्तोलिया ने डीडीहाट विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र से भेजे गए बैलट पेपर को लेकर वायरल वीडियो को गंभीरता से लिया। उन्होंने कहा कि सेना को मत का अधिकार दिया जाना चाहिए। वे इसके पक्ष में हमेशा रहे, लेकिन जिस प्रकार से सेना को प्राप्त वैलेट पेपर से मिलने वाले मतों के साथ छेड़छाड़ की जा रही है, यह लोकतंत्र लोकतंत्र के लिए घातक है।उन्होंने कहा कि इस वायरल वीडियो को आज भारत निर्वाचन आयोग कोई पत्र के साथ भेजा गया है।
इस वायरल वीडियो का संज्ञान लेते हुए इस व्यवस्था में सुधार की मांग की गई है। साथ ही यह भी कहा गया है कि इस बार के मतगणना में पिथौरागढ़ जनपद से भेजे गए वेलेट पेपर से प्राप्त मतों की गणना किसी भी दशा में न की जाए।
मर्तोलिया ने कहा कि सेना मुख्यालय में जिस प्रकार से एक व्यक्ति के द्वारा जंगलराज या बूथ कैप्चरिंग जैसा दृष्य़ दिखाकर सभी के मत जबरन डाला जा रहा है। यह अति गंभीर मामला है।
मर्तोलिया ने कहा कि सेना के मतदाताओं के लिए भेजे गए मतों के साथ हमेशा यही होता आया है। पहली बार इसके साक्ष्य सामने आए है।
कहा कि मोदी सरकार द्वारा तय अधिकारियों के कब्जे में इन वैलेट पेपर को रखकर सरकार के इशारों पर वोट दिए जाते है। इसलिए इन मतों को इस बार गणना से दूर रखा जाना चाहिए।
मर्तोलिया ने कहा है सेना को जिस संसदीय क्षेत्र में है, वहीं पर लोकसभा तथा विधानसभा चुनाव में मत का मौका मिलना चाहिए। इस तरह से मताधिकार का अपमान नहीं होना चाहिए।
Recent Comments