देहरादून, दून में आयुर्वेद विश्वविद्यालय में बीएएमएस छात्रों व प्रशिक्षु चिकित्सकों का आंदोलन अभी जारी है। रविवार को भी उन्होंने विवि के गेट पर तालाबंदी की। पिछले चार दिन से बेमियादी अनशन पर बैठे प्रशिक्षु चिकित्सक ऐश्वर्य श्रीवास्तव व छात्र अक्षत कटियार की तबीयत बिगड़ रही है। रविवार को चिकित्सकों की एक टीम ने उनकी जांच की। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराने की जरूरत बताई है। उधर, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने धरनास्थल पर पहुंचकर छात्रों व प्रशिक्षु चिकित्सकों के आंदोलन को अपना समर्थन दिया। कहा कि वह इस मामले में मुख्यमंत्री से बात करेंगे, आयुर्वेद विवि में बीएएमएस-आल इंडिया कोटा के छात्रों के शुल्क से संबंधित समस्या का समाधान नहीं होने से वह पिछले कई दिन से आदोलित हैं। वहीं, एलोपैथ की भाति आयुर्वेद इंटर्न को भी बढ़ा हुआ स्टाइपेंड देने की माग कर रहे प्रशिक्षु चिकित्सक भी छात्रों के साथ आदोलन में शामिल हैं। पिछले दिनों की तरह छात्रों व प्रशिक्षु चिकित्सकों ने रविवार को भी विवि के मुख्य गेट पर तालाबंदी कर बेमियादी अनशन जारी रखा। प्रशिक्षु चिकित्सकों का कहना है कि सरकार ने एलोपैथ में इंटर्न का स्टाइपेंड बढ़ाकर 17 हजार रुपये कर दिया है, लेकिन उन्हें साढ़े सात हजार रुपए ही स्टाइपेंड दिया जा रहा है। वहीं, दूसरी ओर छात्रों में अधिक शुल्क लिए जाने से नाराजगी है। छात्रों का कहना है कि उनकी फीस 48 हजार रुपये कर दी गई थी, लेकिन अब उन पर एक लाख 20 हजार रुपये शुल्क जमा करने का दबाव बनाया जा रहा है। शुल्क निर्धारण के लिए गठित समिति की बैठक में क्या निर्णय लिया गया इससे भी उन्हें अवगत नहीं कराया गया है। उधर, विवि प्रबंधन का कहना है कि प्रशिक्षु चिकित्सकों को समझा दिया गया है स्टाइपेंड का मुद्दा शासन स्तर का है। इस संर्दभ में शासन से समन्वय बनाया जा रहा है। वहीं, शुल्क निर्धारण मामले पर सोमवार को दोबारा चार सदस्यीय कमेटी की बैठक बुलाई गई है।
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