हरिद्वार (कुलभूषण), प्रदेश में होने जा रहे विधान सभा के चुनावों में जहां विभिन्न सत्तर सीटों के लिए 14 फरवरी को मतदान होने जा रहा है। जिसमें प्रदेश के कई कददावर नेता चुनावी समर में अपनी अपनी किस्मत अजमाने के लिए एक बार फिर चुनावी मैदान में है।
इस बार जनपद हरिद्वार की 11 विधान सभा सीटों मेें से हरिद्वार नगर व हरिद्वार ग्रामीण क्षेत्र की सीटों पर प्रदेश सहित भारतीय जनता पार्टी व कांग्रेस पार्टी के शीर्ष नेतृत्व की निगाहें लगी है। हरिद्वार नगर सीट पर भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक जहां पांचवी बार अपने इस अभेद गढ पर पुनः अपनी जीत व पार्टी का परचम फहराने के लिए मैदान में हैं
वहीं हरिद्वार ग्रामीण से वर्तमान भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश सरकार में कैबनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद पुनः इस सीट से तीसरी बार मैदान उतरे हैं, चुनावी रण में अभी तक कांग्रेस पार्टी उनके सामने अपना प्रत्याशी चयन नही कर पायी है। 2017 के चुनावों में स्वामी यतीश्वरानंद ने कांग्रेस के तत्कालीन मुख्यमंत्री व वर्तमान में प्रदेश काग्रेस के कददावर नेता हरीश रावत को दस हजार से अधिक के अन्तर से हराकर क्षेत्र में अपनी राजनैतिक पकड को साबित किया था।
ऐसे में 2022 के चुनावों मेें जहां भारतीय जनता पार्टी ने हरिद्वार नगर व हरिद्वार ग्रामीण सीटों पर अपने दोनों विधायकों को चुनावी समर में उतार कर चुनावी आगाज की घोषणा कर दी है। वहीं कांग्रेस ने हरिद्वार नगर सीट से पूर्व में मदन कौशिक से इस सीट पर शिकस्त पा चुके हरीश रावत के नजदीकी सतपाल ब्रहमचारी को पुनः उनके सामने चुनावी समर में उतारा है। देखना होगा की क्या इस बार कांग्रेस के सतपाल ब्रहमचारी 2002 से भारतीय जनता पार्टी के गढ़ रहे इस सीट को भेद कर कांग्रेस का परचम फहराने में सफल हो पाते है।
दूसरी तरफ हरिद्वार ग्रामीण सीट पर 2017 में चुनाव लड़ चुके हरीश रावत द्वारा इस बार रामनगर सीट से चुनाव लड़ने के चलते राजनैतिक विशेषज्ञ इसे स्वामी यतीश्वरानंद के क्षेत्र में पकड व प्रभाव का होना मानते है। जिसके चलते इस बार के चुनाव में हरीश रावत ने स्वयं चुनावी समर में क्षेत्र बदलने का निर्णय लिया। वही राजनैतिक गलियारों में हरिद्वार ग्रामीण सीट पर कांग्रेस से हरीश रावत की पुत्री अनुपमा रावत को चुनावी समर में उतराने जाने की चर्चा जोरों पर है। ऐसे में देखना होगा की हरिद्वार ग्रामीण सीट पर कांग्रेस चुनावी समर में भारतीय जनता पार्टी को शिकस्त देने के लिए किस प्रत्याशी को स्वामी यतीश्वरानंद के सामने इस सीट पर उतारती है। आम आदमी पार्टी ने इस सीट पर कभी भारतीय जनता पार्टी के सक्रिय सदस्य व प्रदेश में कैबनेट मंत्री के खास रहे नरेश शर्मा को अपना प्रत्याशी बनाया हैं। राजनैतिक गलियारो के अनुसार नरेश शर्मा को भारतीय जनता पार्टी के एक बडे कददावर नेता का वर्दहस्त प्राप्त है।
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